पाच पहर धंधे गया तीन पहर गया सोय ।एक पहर हरि नाम बिन मुक्ति कैसे होय।।

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  • เผยแพร่เมื่อ 24 มิ.ย. 2024
  • एक पहर हरि नाम बिन मुक्ति कैसे होय।

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