Mera ek question hai sir please iskai liy aap video bnay *महादेवी वर्मा* की कविता प्रकृति से साक्षात्कार की ही नहीं तदाकार की भी कविता है इस कथन की पुष्टि कीजिए?
@@richavlog4313 महादेवी की कविताओं की यह विशेषता अवश्य रही है कि उन्होंने प्रकृति के माध्यम से मानव जीवन के भावो का भी सजीव वर्णन किया है , एक ओर प्रकृति का सम्पूर्ण सौन्दर्य निहित होता है और वही कविता को विशिष्ट रूप से पढ़ा जाये तो उसमे अन्यार्थ अवश्य होता है । महादेवी जी की कविताएं अर्थालंकार का केंद्रित उदाहरण होती है । प्रश्न मे यही विशेषता पूछी गयी है ।
@@divyanshisharma9199ismein visheshta Nahin batana Hai prakretik se kis prakar vah sakshatkar ho rahi hai aur tadakar ho rahi hai iske bare mein batana hai aapka answer galat
बोहोत खूब सर 😊
प्रशंसा के लिए धन्यवाद। 🌷😊
Nice dp
सर जी आपने महादेवी की कविताओं को बहुत सुंदर तरीके से समझाया। धन्यवाद।
बहुत बहुत धन्यवाद । स्वागत है आपका। 😊😊😊💐💐💐
Thanks a lot Sir
Bahut hi umda vyakhyan
Kavita ka marm mans ptl prr sma gya ❤❤🎉
धन्यवाद। शुभकामनाएं। 😊🌷
Isy sunn ne matr se m apni priksha me ache se likh paungi.(Dhanyawad)
प्रशंसा के लिए धन्यवाद। परीक्षा के लिए शुभकामनाएं।🌷😊
❤ बहुत सुंदर व्याख्या सर,आपका सहृदय आभार 🙏
प्रशंसा के लिए धन्यवाद। 😊🌷
Very thank you sir ji. Aap bahut aacha smjaya h. Again thank you sir ji
Welcome.😊😊😊💐💐
Pdf provide krne k liye v apka bahut bahut dhanyawad Sir
उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं। 😊🌷
Man ki aantrik gahraiyo se aapka dhanyevad
शुभकामनाएं।😊🌷
Puri Tarah se samajh me a Gaya aapka bataya hua
धन्यवाद।😊🌷
Very nice👍👍👍
Thanks.😊🌷
Dhanyavad sir.
शुभकामनाएं।😊🌷
Thank you sir
Welcome.😊🌷
Bahut acha laga sir
धन्यवाद।।शुभकामनाएं।😊🌷
Very nice
Thanks. 😊🌷
🙏Sir! Sir, aake hindi set exam ki free clases chlti h TH-cam per?
हाँ, मैं लेक्चर्स अपलोड करता हूँ। सब फ्री क्लासेज है मेरे चैनल पर। 😊🌷
Very nice
Thank you so much.😊😊🌻🌻
Mera ek question hai sir please iskai liy aap video bnay *महादेवी वर्मा* की कविता प्रकृति से साक्षात्कार की ही नहीं तदाकार की भी कविता है इस कथन की पुष्टि कीजिए?
किसके पाठ्यक्रम में शामिल है यह प्रश्न?
6th sem North Bengal University.
@@richavlog4313 महादेवी की कविताओं की यह विशेषता अवश्य रही है कि उन्होंने प्रकृति के माध्यम से मानव जीवन के भावो का भी सजीव वर्णन किया है , एक ओर प्रकृति का सम्पूर्ण सौन्दर्य निहित होता है और वही कविता को विशिष्ट रूप से पढ़ा जाये तो उसमे अन्यार्थ अवश्य होता है । महादेवी जी की कविताएं अर्थालंकार का केंद्रित उदाहरण होती है । प्रश्न मे यही विशेषता पूछी गयी है ।
@@BhoopendraPandey-HindiChannelsar aapane abhi tak answer nahin diya
@@divyanshisharma9199ismein visheshta Nahin batana Hai prakretik se kis prakar vah sakshatkar ho rahi hai aur tadakar ho rahi hai iske bare mein batana hai aapka answer galat