Surat No. 6 Ayat NO. 59 उसी के पास ग़ैब की कुंजियाँ हैं, जिन्हें उसके सिवा कोई नहीं जानता। ख़ुश्की [ थल] और तरी [ जल] में जो कुछ है सबको वो जानता है। पेड़ से गिरनेवाला कोई पत्ता ऐसा नहीं जिसका उसे इल्म न हो। ज़मीन के अँधेरे पर्दों में कोई दाना ऐसा नहीं जिसको वो न जानता हो। ख़ुश्क और तर सब कुछ एक खुली किताब में लिखा हुआ है।
Surat No. 27 Ayat NO. 65 कह दो कि अल्लाह के सिवा आसमानों और ज़मीन में किसी को भी ग़ैब का इल्म नहीं है, और लोगों को यह भी पता नहीं है कि उन्हें कब दोबारा ज़िन्दा किया जायेगा।
Surat No. 11 Ayat NO. 49 ऐ नबी ! ये ग़ैब की ख़बरें हैं जो हम तुम्हारी तरफ़ वही कर रहे हैं। इससे पहले न तुम उनको जानते थे और न तुम्हारी क़ौम। तो सब्र करो, आख़िरी अंजाम परहेज़गारों ही के हक़ में है।
Surat No. 7 Ayat NO. 188 ऐ नबी ! इनसे कहो कि “मैं अपने आप के लिये किसी फ़ायदे और नुक़सान का इख़्तियार नहीं रखता। अल्लाह ही जो कुछ चाहता है वो होता है, और अगर मुझे ग़ैब [ परोक्ष] का इल्म होता तो मैं बहुत-से फ़ायदे अपने लिये हासिल कर लेता और मुझे कभी कोई नुक़सान न पहुँचता। मैं तो सिर्फ़ ख़बरदार करनेवाला और ख़ुशख़बरी देनेवाला हूँ उन लोगों के लिये जो मेरी बात मानें।”
ایمان تازہ کرنے والا روح پرور بیان و تقریر
Beshak mashaallah
अल्लाह पाक हम सब को इनाम की दौलत से नवाजे
Subhanallah Alhamdulillah allahoakbr Allahoakbr beshak
Subhan Allah Masha Allah
Subhanallah subhanallah masahallah
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Mashallah subhanallah 🤲🏻🤲🏻🌹❤️
Beshak haq
Subhanallah mufthi Salman azhari sahaab qhibla taffseelsey sey
Labbaik ya rasulallah mashaallah❤❤❤
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Surat No. 6 Ayat NO. 59
उसी के पास ग़ैब की कुंजियाँ हैं, जिन्हें उसके सिवा कोई नहीं जानता। ख़ुश्की [ थल] और तरी [ जल] में जो कुछ है सबको वो जानता है। पेड़ से गिरनेवाला कोई पत्ता ऐसा नहीं जिसका उसे इल्म न हो। ज़मीन के अँधेरे पर्दों में कोई दाना ऐसा नहीं जिसको वो न जानता हो। ख़ुश्क और तर सब कुछ एक खुली किताब में लिखा हुआ है।
Surat No. 27 Ayat NO. 65
कह दो कि अल्लाह के सिवा आसमानों और ज़मीन में किसी को भी ग़ैब का इल्म नहीं है, और लोगों को यह भी पता नहीं है कि उन्हें कब दोबारा ज़िन्दा किया जायेगा।
Surat No. 11 Ayat NO. 49
ऐ नबी ! ये ग़ैब की ख़बरें हैं जो हम तुम्हारी तरफ़ वही कर रहे हैं। इससे पहले न तुम उनको जानते थे और न तुम्हारी क़ौम। तो सब्र करो, आख़िरी अंजाम परहेज़गारों ही के हक़ में है।
Surat No 11 : سورة هود - Ayat No 31
وَ لَاۤ اَقُوۡلُ لَکُمۡ عِنۡدِیۡ خَزَآئِنُ اللّٰہِ وَ لَاۤ اَعۡلَمُ الۡغَیۡبَ وَ لَاۤ اَقُوۡلُ اِنِّیۡ مَلَکٌ وَّ لَاۤ اَقُوۡلُ لِلَّذِیۡنَ تَزۡدَرِیۡۤ اَعۡیُنُکُمۡ لَنۡ یُّؤۡتِیَہُمُ اللّٰہُ خَیۡرًا ؕ اَللّٰہُ اَعۡلَمُ بِمَا فِیۡۤ اَنۡفُسِہِمۡ ۚ ۖ اِنِّیۡۤ اِذًا لَّمِنَ الظّٰلِمِیۡنَ
Surat No 6 : سورة الأنعام - Ayat No 50
قُلۡ لَّاۤ اَقُوۡلُ لَکُمۡ عِنۡدِیۡ خَزَآئِنُ اللّٰہِ وَ لَاۤ اَعۡلَمُ الۡغَیۡبَ وَ لَاۤ اَقُوۡلُ لَکُمۡ اِنِّیۡ مَلَکٌ ۚ اِنۡ اَتَّبِعُ اِلَّا مَا یُوۡحٰۤی اِلَیَّ ؕ قُلۡ ہَلۡ یَسۡتَوِی الۡاَعۡمٰی وَ الۡبَصِیۡرُ ؕ اَفَلَا تَتَفَکَّرُوۡنَ
Surat No. 7 Ayat NO. 188
ऐ नबी ! इनसे कहो कि “मैं अपने आप के लिये किसी फ़ायदे और नुक़सान का इख़्तियार नहीं रखता। अल्लाह ही जो कुछ चाहता है वो होता है, और अगर मुझे ग़ैब [ परोक्ष] का इल्म होता तो मैं बहुत-से फ़ायदे अपने लिये हासिल कर लेता और मुझे कभी कोई नुक़सान न पहुँचता। मैं तो सिर्फ़ ख़बरदार करनेवाला और ख़ुशख़बरी देनेवाला हूँ उन लोगों के लिये जो मेरी बात मानें।”
Subhanallah
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