आप क्यों भयभीत हैं ? कौन आपको मिटाना चाहता है. जिसमें भय है वह सच्चे धर्म का अनुयाई नहीं हो सकता है. जो दूसरों की निंदा करते हैं वह ही भयभीत रहते हैं. सनातन धर्म में जितने भी ऋषि मुनि महात्मा हुए हैं उनका आदर और सम्मान किया गया है. इसी लिए अहिंसा के पुजारी महात्मा महावीर स्वामी, करूणा प्रिय महात्मा बुद्ध, ने भी अपने तप से जो शोध किए, अनुभव प्राप्त किया वह जनकल्याण के लिए था ना कि नफरत बढ़ाने के लिए. ज्ञान का सागर अनन्त है. बड़े बड़े ऋषियों को जब इसका साक्षात्कार हुआ तो उन्हें अहंकार या घमण्ड नहीं हुआ बल्कि वे शान्त हो गये. सबकी अच्छाईयों का वरण करो जहाँ से भी मिले. नफरत करोगे तो कुछ नहीं मिलेगा.
किसी जाति से बुद्ध भगवान थे मगर उन्होंने एक संत बन कर जनकल्याण के लिए कार्य किए और समाज के अंदर बेकार था सुधारा उन्होंने मगर सत्य कभी छुपाया नहीं जा सकता क्योंकि भगवान की कोई जाति नहीं होती अगर किसी ने भगवान को किसी जाति में बांटा है तो वह भगवान नहीं सिर्फ एक इंसान है भगवान किसी जाति का उद्धार करने के लिए जाति में जन्म लेते हैं मगर उनका जाती नाम नहीं होता बुद्ध भगवान की कोई जाति नहीं थी जाती तो इतनी बड़े राजकुमार सब सुख संपन्न राजकुमार थे फिर उन्होंने सबसे ऊपर उठकर अपने आप को एक संत माना था लोगों ने एक नई जाति में बांटने लगे हैं यह सब गलत है यही जा कर लोग अपने आप को कभी माफ नहीं कर पाएंगे
बुद्ध ऐसा दुनिया चाहते थे जिसमे कोई किसी के वंश या जाति के होने से गर्व न करे बल्कि अपने किए गए अच्छे कर्म पर गर्व करे । भारत में सबका वंश कही न कही बुद्ध के वंश से जुड़ा हुआ है और भारत बुद्ध की धरती है।
ये भारत का दुर्भाग्य है कि अब भगवान और संतों को भी अब जाति में बांटने लगे हैं। वरना हमने यही पढा था कि - जात न पूछो साधु की पूछ लीजिये ज्ञान। मोल करो तलवार का, पड़ी रहन दो म्यान।।
मैं ऐसा धर्म चाहता हूं जिसमें कोई जाति ना हो मानवता ही सबसे बड़ी जात और मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है इंसान वही है जो किसी भी परिस्थिति में किसी से भेदभाव ना करें यही सर्वोपरि है
सिद्धार्थ गौतम बुद्ध का जन्म शाक्य वंश मे हुआ पिता शुद्धोधन का प्रयास भी नही रोक सका सिद्धार्थ गौतम ने अलौकिक अमृत सत्य ज्ञान मार्ग प्राप्त किया और महात्मा बुद्ध बने शाक्य मुनिराज तथागत के रूप मे जगत प्रचलित हुआ बुद्ध शाक्य शत शत नमन
@@bipul1434 Shakya shankhwar koliye vansh koli kori ka paali ward hai mere bhai samjhe ab jaise mai patil koli hu na ki shakya koli but hamari sadi ho jaati hai same hai ham
कथा का नाम है इतिहास जो हुआ सत्य है जिसको आपने देखा तक नहीं अपना अपना तरीका है आग में घी डालने का काम आज हो रहा है लोगोंकी भावना से खिलवाड़ करना कहा तक ठीक है
@@ancientindia5464 or a mat bhulna 80% abadi bharat ki obc ki he jinhe chamar ho ya na ho unhe baizat krte ho agar 80% abadi apne apko alag comunity bhi bana legy or fir ajke kstriya or brahman apna dhong krte rhna thik he
भगवान बुद्ध चाहे जिस जाति धर्म के हो उन्होंने मानव मानव में भेद नहीं माना और अगर वह छत्रिया थे तब तो सोने पर सुहागा क्योंकि उस समय छुआ छूत चरम पर रही होगी
इस दुनिया में हर इंसान अपने को सबसे अलग दिखाने की कोशिश करते हैं लेकिन इसको मालूम होना चाहिए कि इस दुनिया में ऐसे बहुत लोग आये और चले गए तो कुदरत की शक्ति के आगे मानव की कोई हैसियत ही नहीं रह जाती है
यदि बुद्ध मानव वंश के थे तो और लोग क्या पशु वंश के थे ? मानव वंश का अर्थ है मनु के वंशज, और बुद्ध ही नहीं बल्कि सभी लोग जो अपने आप को मानव या मनुष्य कहते हैं,वे सब मनु के वंशज हैं | जैसे इस्लाम के लोग आदम के वंशजों को आदमी कहते हैं,ठीक उसी तरह |
महोदय कोई भी महापुरुष जो मानवता के कल्याण के लिए कार्य करते हैं वह सबके हो जाते हैं जैसे राम श्री कृष्ण गौतम बुद्ध महावीर स्वामी सिक्ख धर्म दसो गुरु देव आजतक हम इन सभी को अपना मानते हैं और मानते रहेंगे कौन बड़ा है कौन छोटाहै यह संकीर्ण मानसिकता अच्छी नहीं है महापुरुषों को जाति धर्म में बटवारा मत करो जयहिंद वन्दे मातरम
Manv dharm hai to jivan kya hai aur karmvad kya hai aur sapna kya hai aur dan puny kya hai seva bhav namskar kya hai prem dhanyvad kya hai yog bairagay kya hai
Buddhism is aliving thought humanity on 2nd may 1956 in parliament Baba Shaheb clearly challenged mera budh mera hai This day buddhism has completed 2500 years and onwards 2500 years budhism will have been aliving in the world without any question TIBBAT Is the heart of budhism for entire world
महात्मा बुद्ध सूर्यवंशी क्षत्रिय हैं। बुद्ध शाक्य कुल के राजकुमार थे। शाक्य समाज सूर्यवंश की एक शाखा है।जैन धर्म के ज्यादातर प्रवर्तक सूर्यवंशी और चंद्रवंशी क्षत्रिय हैं। ये सभी लोग कोई साधारण घरों के लोग नहीं थे ज्यादातर सभी प्रभावशाली राजाओं के पुत्र थे।
Muze bahot acha laga sachai jan kar muze to kuch pata hi nahi tha.... Sir bus aap se yahi vintti he aise hi buddh ke bare me hame jaankari dete raho jis se hamara jivan safal ho jaye... 🙏🙏🙏🙏🙏
If you are praising or worshiping bhuddha ji 🙏 no problem but if you are misguiding his thought then u are not doing right. I am forbading you from speaking any bad word to our way of living " Hinduism ) Bhuddha ji is a part of our religion. He had never quit his religion only he started giving value to everyone.
प्रथम हिंदु का मतलब जान ले.. हिंदु का मुल आर्थ हैं चोर लुटारा, डाकू, नीच, भ्रष्ट, आदमीयो की जमात..वह प्रदेश हिंदुस्तान..! हिंदु शब्द का प्रथम उफयोग किसने किया इस कि शोध लेने के लिए बुध्दि बढानी होगी जो तुम अंधभक्तो ने रामायण, महाभारत, गीता का कचरा, गोबर से ढक लेने से कहते हो.. *गर्व से कहो हम मुर्ख नहीं महामुर्खो की फौज हैं..!* जय मुलनिवासी..! ब्राम्हण विदेशी..!! जय संविधान..!!!
भगवान बुद्ध का वंश था "मानवता" और जात थी "बहुजन हिताय,बहुजन सुखाय" धर्म था "आदी कल्यानम् ,मध्य कल्यानम्,और अंतकल्याणम्" जात,वंश,धर्म से परे हे बुद्ध.🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jinka janm manav k jeewan ko behtar banana tha... Jo prem ka sandesh dene wale the wo sabke h unki jati kul wansh chahe jo ho hume kya lena... Lena h to unka diya gyann....
Abe Budh Dharm padha bhi hai ki bus nahi cheez mili hakane mr lag gya 😂😂 Budh Dharm me( chatriya> Brahman> Vaisya>Sudra) hai pahle acche se Budh ka tripitak padhlo 🚩🚩🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🚩🚩🚩🚩 Aur ek baat Budh bhi Arya they
नमस्कार , मैँ बोद्धाचार्य शान्ति स्वरुप बौद्ध जी से सन 2005 में नई दिल्ली मादी पुर के पास अन्दर की रैडलाइट -- पश्छिम विहार के घर में मिल चुका हूँ । खास इनके पौत्र , मुझे इनसे मिलवाने अपने साथ ले गए थे । वहाँ पर मरी इनसे बौद्ध धर्म के अध्यात्म पर बातें हुई थी । जिन्हें सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा था । बोद्धाचार्य जी ने मुझे अपनी लिखी एक पुस्तक भी दी थी , जिसका शीर्षक था " आर्य संस्कृति का भण्डा फोड़ " । जिसमें बौद्ध धर्म के बारे में कुछ भी न बताकर , आर्य संस्कृति की ही त्रुटियों का बखान लिखा हुआ था । इसी बीच मैंनें बोद्धाचार्य जी से कहा था कि , आपके पास भगवान बुद्ध जी की कोई एसी आध्यात्मिक विद्या बताएँ , जो मेरे अंतश में तुरन्त आकर्षण पैदा करे और मैं तुरन्त बौद्ध धर्म को अपना सकूँ । लेकिन इससे आगे मैं आपको कुछ भी नहीं बता सकता ,,, ? नई दिल्ली से , ग्रहस्थी योगी बलराज शर्मा (69) Yogisnsfoundation1@gmail.com (R) बद्धम शरणम गच्छामि जय हिंद
हिंदुस्तान में सभी वंशज किस वंश के हैं यह फर्क नहीं पड़ता किस धर्म को मानते हैं यह बात जरूरी है हम हिंदुस्तानी हैं हमारी सभ्यता संस्कृति को संभाल के आगे बढ़ाना है यही सत्य है ऐसी सभ्यता संस्कृति का विकास नहीं करना है जो मानवता की दुश्मन हो
Yes, Gautama Buddha did not belong to the bloodline lineage of Maharshi Gautama Vishwakarma because he belonged to the Sakya clan [This Pali term "Sakya" was later changed into Sanskrit term as "Shakya" by a Brahman in ancient time.
अगर अबकी बार सम्यक इंडिया टीवी ने कोई विडियो जिसमें तथागत गौतम बुद्ध का गलत प्रचार किया तो पूरा शाक्य समाज मिलकर चैनल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करवा कर चैनल को बन्द करा देंगे ।
मेरी जानकारी के अनुसार 28 बुद्ध अवतरित हुए हैं, जिनमें 21 बार क्षत्रिय एवं 7 बार ब्राह्मण के रूप में आये। मगर वे कभी भी दलित के घर में क्यों नहीं जन्मे ? यदि पाली भाषा में श, क्ष नहीं हैं तो शांति शब्द कहाँ से आया, शांति का उपदेश किस आधार पर दिया गया? क्षमा, पंचशील, शाक्य शब्द कहाँ से आए ?
Bhai kon sa derm kon si jati insan ho insan ko mano.... Aapke k liye jati jroori h to thakur jati hai. But main bhoddist huuu...esliye meri koi jati nhi koi derm nhi only Humanity.....
नमो बुद्धस्स दादा अश्वघोष कृत बुद्धचरित में बुद्ध को इक्ष्वाकु वंश का बताया जाता है यह बुद्धचरित कनिष्क काल मे लिखी गई बुद्ध के जन्म से लगभग 600 वर्ष बाद जब भारत बौद्धमय था । क्या उस समय भी मिलावट ।।।।।।।।।
नवबौद्धों का बिना तर्कज्ञान बुद्ध जी की शुद्ध विचारधारा को ले डूबेगा।जब किसी धर्म को बिना जाने अपनाया जाता है।तो इस तरीके के ज्ञान की ही उम्मीद की जाती है। बुद्ध जी की एक विचारधारा थी। उन्होंने धर्म शब्द को हमेशा दूर रखा। लेकिन नवबुदध् उनके नाम पर पता नहीं कौन से धर्म की बात कर रहे हैं। बुद्ध जी ने अपने अध्यात्म का प्रचार पूरे विश्व में किया। उनकी वाणी का जादू पूरा भारत मानता है। लेकिन नवबुद्धौं की वाणी की कड़वाहट देश के पतन का कारण बनगी। राम, कृष्ण,जैन , बुद्ध, सिखों की ये भूमि रही है।सबने भारत भूमि का अन्न खाया है।इसी धरा के लोगों को उपदेश दिये थे। सनातन संस्कृति का पतन भी विभिन्न प्रकार के प्रचारकों की वजह से है। जहां लोग अपने को आगे बढ़ाने के चक्कर में देश के पतन का कारण बनते हैं।सब जानते हैं कौन किसके वंशज हैं। पर झूठ चरम पर है। कलियुग चल रहा है।
शान्ती सरूप जी आप बहुत ही बडे विद्वान है जो कि संसार के सारे घर्म जाति संस्कृति का अधिकार आप के पास है जो कि आप अपनी मर्जी से ही कुछ भी बोल दें यह सनातनी संस्कृति पर एक अति निंदनीय सोच है संसार में आये महापुरुषों के जीवन चरित को जाति धर्म से जोड़ने का अधिकार आप को किस ने दिया है क्या आप धर्म की परिभाषा जानते हैं क्या आप जानते हैं कि सनातन से हिन्दू धर्म को कब परिभाषित किया गया क्या आप बतायेंगे कि वेदों में भाई और बहन का आपस में विवाह का उल्लेख कहॉं पर है क्या आज वौदिस्ट में बेटा बेटी का विबाह का प्रचलन है क्या आपने अपनी बेटी का विवाह अपने ही बेटे के साथ किया है या फिर जो भी समर्थ मिला कर दिया क्रपया जवाब जरूर दें धन्यवाद जय हिंद जय भारत माँ
बुद्ध धर्माची सुरुवात होण्याच्या आगोदर हिंदू धर्म अस्तित्वात होता. मग भगवान बुद्धांचे पूर्वज कोणत्या धर्माचे होते. हिंदू कि दुसरा कोणता धर्म अस्तित्वात होता.
राजा शुधोधन कपिलवस्तु का राजा था। वह गुर्जर वंश का था उसकी शादी कोली वंश की लड़की से हुआ।कोली वंश का कोली गोत्र गुज्जरों मे आज भी है। जैसे कुषाण वंश से कसाना गोत्र गुज्जरो,हुण वंश से हुण गोत्र के गुज्जरो में पाया जाता है कोली गोत्र के गुज्जर बागपत उत्तर प्रदेश, अलवर कोटपूतली ,हिंडोन और राजस्थान में अनेक जिलो में कोली गोत्र के अनेक गुज्जरो के गाँव है।
Sanatan hi ndu Sanskriti avam Dharam ke khilaf baudh Dharam. Jain Dharam ka atit Mai itihaas Raha hai . Aaj bhi 1000 barars Arabia atank ki gulam i tatha 200 Baras ki British led Europe an isayat ki gulami ka sharam nak itihaas Raha hai . Hi ndu Sikh baudh Jain sab Ko Islam isayat ki vilayati Kali culture se khatra hai.so do not follow narrow path . Jai Hind Jai Bharat.
Bhagwan Buddha ko poojne bale k andar itna ghamand kese ho sakta h bhagwan Buddha to santi priye the wo kesi Dharm kesi Jaat ko nhi mante the wo keval saty ko mante the 🙏🙏🙏🙏
प्रातः स्मरणीय भगवान बुद्ध को सादर नतमस्तक प्रणाम है। आपने वंशावली बताई, यह भी ज्ञान सामने आया उचित है। पर आपके उदघोष भगवान बुद्ध के ज्ञान प्रसार से अलग दम्भ पूर्ण थे। इस भारत भूमि की उर्वरा पवित्र भूमि पर हमारे जो पूर्वज भगवद रूप में अवतरित हुए उनके ज्ञान प्रकाश, आचरण, त्याग, सिद्धांत के विपरीत------ अनुयायी भाव प्रवाह में चले जाते है--- विभेद पैदा करता है, समाज को सशंकित कर बंटने और स्वयं को श्रेष्ठ घोषित करने की ओर बढ़ जाता है------ और फिर वादविवाद, आरोप प्रत्यारोप , कुटिल विमर्श में बदल जाता है----- और यह कार्य दोनो पक्ष के---- तथाकथित विद्द्वान, तर्क शास्त्री, और उनके समर्थक करते है--- और सच तो यह है कि वो जिस के लिए झगड़े पर उतारू होते है-- उसके उपदेशो के अनुकूल रत्ती भर भी नहीं रहते---- कर्मकांडी, पाखंडी, धर्म के नाम पर पेट पालने वाले, अहंकारी और समाज मे विद्वेष फैलाने वाले होते है। विस्व के जितने भी धर्म है उनमें यही दोष है, वे स्वयं को बांट कर अपने ही धर्म मे कई टुकड़े करते है। सनातन, बौद्ध, ईसाई, इस्लाम, सिख आदि में देख सकते हैं-- और दुःख यह है कि ये एक दूसरे को मारने मरने पर उतारू रहते हैं। सच तो यह है कि यह भगवान बुद्ध,के उपदेशों के बिल्कुल विपरीत है। ध्यान रखें कि काल, प्रकृति, नियति परमात्मा के विधान में संचालित है--- परिवर्तन सृष्टि का अटल विधान है, और हर अवतारी पुरुष काल खंड के अनुरूप जन कल्याण, आत्मोथान, प्रेम, सुख, और मानव जीवन के उद्धार की सीख अपने आचरण,उच्च ज्ञान, तपस्या, त्याग, सत्कर्म से देता है। अनुरोध है कि हम भगवान बुद्ध को सबका प्रिय, आदरणीय, पूज्य, आराध्य, और अनुकरणीय बनावे।
नमो buddhaye 🙏 भगवान बुद्ध एक सोच है जिसे koi कभी नही मिटा सकता जिन्होंने संपूर्ण विश्व में शांति और प्रेम का संदेश दिया ❤
आप क्यों भयभीत हैं ? कौन आपको मिटाना चाहता है. जिसमें भय है वह सच्चे धर्म का अनुयाई नहीं हो सकता है. जो दूसरों की निंदा करते हैं वह ही भयभीत रहते हैं. सनातन धर्म में जितने भी ऋषि मुनि महात्मा हुए हैं उनका आदर और सम्मान किया गया है. इसी लिए अहिंसा के पुजारी महात्मा महावीर स्वामी, करूणा प्रिय महात्मा बुद्ध, ने भी अपने तप से जो शोध किए, अनुभव प्राप्त किया वह जनकल्याण के लिए था ना कि नफरत बढ़ाने के लिए. ज्ञान का सागर अनन्त है. बड़े बड़े ऋषियों को जब इसका साक्षात्कार हुआ तो उन्हें अहंकार या घमण्ड नहीं हुआ बल्कि वे शान्त हो गये. सबकी अच्छाईयों का वरण करो जहाँ से भी मिले. नफरत करोगे तो कुछ नहीं मिलेगा.
Anjali shakya tumhare buddha dharm ko chamaaro ne hijack kar liya hai kuch din mein tum bhi chamaar ban jaaogi
किसी जाति से बुद्ध भगवान थे मगर उन्होंने एक संत बन कर जनकल्याण के लिए कार्य किए और समाज के अंदर बेकार था सुधारा उन्होंने मगर सत्य कभी छुपाया नहीं जा सकता क्योंकि भगवान की कोई जाति नहीं होती अगर किसी ने भगवान को किसी जाति में बांटा है तो वह भगवान नहीं सिर्फ एक इंसान है भगवान किसी जाति का उद्धार करने के लिए जाति में जन्म लेते हैं मगर उनका जाती नाम नहीं होता बुद्ध भगवान की कोई जाति नहीं थी जाती तो इतनी बड़े राजकुमार सब सुख संपन्न राजकुमार थे फिर उन्होंने सबसे ऊपर उठकर अपने आप को एक संत माना था लोगों ने एक नई जाति में बांटने लगे हैं यह सब गलत है यही जा कर लोग अपने आप को कभी माफ नहीं कर पाएंगे
Isse jaane k liye VEDAANT samjhana Jaruri hai....Shashwat gyaan mahatvpurn hai in sab se
@@meghsinghsisodiya633965
बुद्ध ऐसा दुनिया चाहते थे जिसमे कोई किसी के वंश या जाति के होने से गर्व न करे बल्कि अपने किए गए अच्छे कर्म पर गर्व करे । भारत में सबका वंश कही न कही बुद्ध के वंश से जुड़ा हुआ है और भारत बुद्ध की धरती है।
ये भारत का दुर्भाग्य है कि अब भगवान और संतों को भी अब जाति में बांटने लगे हैं। वरना हमने यही पढा था कि -
जात न पूछो साधु की पूछ लीजिये ज्ञान।
मोल करो तलवार का, पड़ी रहन दो म्यान।।
Jali teri
बिल्कुल सही कहा। आज कुछ नकली पंडित नफरत फैलने के सिवा कुछ नहीं करते हैं
बहुत सुन्दर और ज्ञानपूर्ण बात कही आपने 🙏
Kabir ko bhi apna baap bana lo
भाई बांटने वाले नीले कबूतर है को हर किसी को बाप बना lete है 😅
बहुत अच्छा इतिहास सुनाया आपने आपको कोटि-कोटि धन्यवाद मैं परसराम कुशवाहा ग्राम बघारी जिला महोबा से
जय भीम जय संविधान जय भारत
जय बुद्ध जय अशोक जय विश्व🌏🌐🌍
प्रकाश आंबेडकर जी
भिमराव आंबेडकर जी
राज रत्न आंबेडकर जी
बौद्धाचार्य जी, नमो बुद्धाय बहुत बहुत साधुवाद!
बौद्ध शान्ति स्वरूप जी आपको मेरा सत सत नमन।
मैं ऐसा धर्म चाहता हूं जिसमें कोई जाति ना हो मानवता ही सबसे बड़ी जात और मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है इंसान वही है जो किसी भी परिस्थिति में किसी से भेदभाव ना करें यही सर्वोपरि है
Bhai manusyta hi sbse bada dharam hai
Nice
Nice
U r right bro ,,,,👍👍
@@ramkishorpatwa6369 v*'' 'ft h==j uy] [[e%%q42
JÃI Sanatan Dharma 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🧡🧡🧡🧡🧡🧡🧡❤️❤️♥️♥️♥️♥️♥️♥️
Very good, sabhii kaa mangal ho.
सिद्धार्थ गौतम बुद्ध का जन्म शाक्य वंश मे हुआ पिता शुद्धोधन का प्रयास भी नही रोक सका सिद्धार्थ गौतम ने अलौकिक अमृत सत्य ज्ञान मार्ग प्राप्त किया और महात्मा बुद्ध बने शाक्य मुनिराज तथागत के रूप मे जगत प्रचलित हुआ बुद्ध शाक्य शत शत नमन
Koliy kinko kaha Gaya hai?
@@bipul1434 Shakya shankhwar koliye vansh koli kori ka paali ward hai mere bhai samjhe ab jaise mai patil koli hu na ki shakya koli but hamari sadi ho jaati hai same hai ham
@@VinodKumar-jn5praap patil koli ho ?
Mai Thakor koli Gujrat bhavnagar se
तुम्हारी यह बात गलत है भगवान बुद्ध भिंडी थी भगवान बुद्ध अंबेडकर भीमराव के लड़के थे
आपने सच्चा विश्लेषण किया है ।धन्यवाद जी
भगवान ,संत ,महापुरूष होने के बाद व्यक्ति जाति,धर्म से उपर हो जाता है🙏
केवल क्षत्रिय जाति में महान आत्मा जन्म लेती है। प्रश्न है क्यों?? केवल समाज के लिए अपना प्राण न्योछावर करना तो सीखो।
केवल क्षत्रिय नही जो वही जन्म होता है जो satyawadi ho
Jai Gautam Buddha 🕉️🕉️🚩🚩🙏🙏❤️❤️⚔️⚔️
कथा का नाम है इतिहास जो हुआ सत्य है जिसको आपने देखा तक नहीं अपना अपना तरीका है आग में घी डालने का काम आज हो रहा है लोगोंकी भावना से खिलवाड़ करना कहा तक ठीक है
बुद्ध एक महा पुरुष है जो मानव को आत्म तत्व का उपदेश करने वाले है
Krishna bhi dharm ka bodh diya to unki jaati ko kyu bataya jTa h.
Namaste budhy ❤namaste dhmay
थैंक्यू सर आप को बहुत बहुत धन्यावाद जी आप ने हमे एतिहासिक विचार शेयर किया ओर हमे हमारे देश के महान पुरुष भगवान् बुद्ध के बारे मे बताया आपका स्वागत है
Budh bhagbaan nahi h wo ak mahapurush hai kyuki budh khud maante h ki bhagbaan nahi hote h
इकवाक्षु वंश की महान वंशावली में जन्में भगवान गौतम बुद्ध को शत शत नमन जयश्रीराम
Ap ne bahut hi achha Gyan Diya, mai dhanya ho guya,❤❤❤❤❤❤
जय श्रीराम जय परशुराम जय भगवान् बुध की
हम कोलिय भी हिंदू है ये बात पे हमे गर्व है
Jay koliiya kshatriya vansh
Ha ham bhi koliya he
Cgsmar
Chamar sale
@@ancientindia5464 or a mat bhulna 80% abadi bharat ki obc ki he jinhe chamar ho ya na ho unhe baizat krte ho agar 80% abadi apne apko alag comunity bhi bana legy or fir ajke kstriya or brahman apna dhong krte rhna thik he
भगवान बुद्ध चाहे जिस जाति धर्म के हो उन्होंने मानव मानव में भेद नहीं माना और अगर वह छत्रिया थे तब तो सोने पर सुहागा क्योंकि उस समय छुआ छूत चरम पर रही होगी
Chhuchoot AUR bhedbhav Bharat ki nahi videshiyon ki den hai....
@@SanjayMishra-ip1gj bideshi nhi brahman ne bola h.. history me.
ओम प्रकाश ब्रम्हा के सूद्र बुद्ध के मानव budhdh is not god.ok
Koli
Chhuaachhut arro ki den oor vo arr hai bhrhaamd hai inki mnusmrti me uljlul baate likhte hai
Namo buddhay jay bhim jay bharat❤❤❤❤❤
कुशवाहा मौर्या शाक्य सैनी एकता जिंदाबाद 🇮🇳⚔️
Shakya shakyawar koli hota hai gadhe tumne to shakyawar kabhi nahi likha yaar maan jao
kacchi mali murav ekta 😝
shakya koli ekta jindabad
@@RaghuVeer-zh4ezhtt kora kori dalit
@@shreshthshakya01hatt kacchi mali murav 😝😝😝😝
⚔️🚩🇮🇳जय कुशवाहा सम्राट अशोक 🇮🇳🚩⚔️
इस दुनिया में हर इंसान अपने को सबसे अलग दिखाने की कोशिश करते हैं लेकिन इसको मालूम होना चाहिए कि इस दुनिया में ऐसे बहुत लोग आये और चले गए तो कुदरत की शक्ति के आगे मानव की कोई हैसियत ही नहीं रह जाती है
Bahot hi satik evamgyan vardhak boudha vansh ke bare me jankari thanks
@@daddymeshram7256 यह व्यक्ति गलत व्याख्या कर रहा है इसे ज्ञान नहीं है इतिहास का पता नहीं
NamoBuddhay ..,very Thanks..,
Very good speaking sir, jai Bhim jai Sawindhan jai Bharat jai Mulniwashi jai Bahujan Samaj ki jai ho namo Buddhay Sathiyo 🙏🙏🙏✍✍💙💙💙👍👍👍
बुद्ध जी मानव वंश के थे और तथागत बुद्ध मानव जाति से थे तथागत बुद्ध जी ने सम्पूर्ण मानवता को इंसानियत का रास्ता दिखाया 🙏🙏
Buddha koli vans ke the
On
@@akankshavvarma9602 Buddha kyshtriy tha
यदि बुद्ध मानव वंश के थे तो और लोग क्या पशु वंश के थे ? मानव वंश का अर्थ है मनु के वंशज, और बुद्ध ही नहीं बल्कि सभी लोग जो अपने आप को मानव या मनुष्य कहते हैं,वे सब मनु के वंशज हैं | जैसे इस्लाम के लोग आदम के वंशजों को आदमी कहते हैं,ठीक उसी तरह |
Right 👍
महोदय कोई भी महापुरुष जो मानवता के कल्याण के लिए कार्य करते हैं वह सबके हो जाते हैं जैसे राम श्री कृष्ण गौतम बुद्ध महावीर स्वामी सिक्ख धर्म दसो गुरु देव आजतक हम इन सभी को अपना मानते हैं और मानते रहेंगे कौन बड़ा है कौन छोटाहै यह संकीर्ण मानसिकता अच्छी नहीं है महापुरुषों को जाति धर्म में बटवारा मत करो जयहिंद वन्दे मातरम
Vary good
नमो ओड़िशा नमो नमः बुद्धाय इंसान का अंदर जात जात का भेदभाव सही जानकारी है नमस्कार सर thanks god
NaMo BudHaYa.
StAy SaFe 😷 😷 😷
Jai Bharat, Jai Bharat 🌻🌹🌼💗
इंसानियत व मानवता ही दुनियां का सबसे बड़ा धर्म है। इससे बढ़कर कोई दूसरा धर्म नहीं हो सकता। नमो बुद्धाय जय भीम।
L
Mo
Pll
L
L
बुद्ध के विचार के साथ हम सभी लोगों को चलना चाहिए तभी जाकर के देश में और दुनिया में बहुत बड़ा बदलाव होगा नमो बुद्धाय
Kaun kahta hai budh Dharm pahle aaya hindu dharm bad mein vo shala pagal
I just love buddha ❤❤❤❤..
बौद्ध धर्म दूनीया का महान धर्म है जो कि इंसान को सोचने की लिए तैयार करता
भगवान गौतम बद्ध भगवान बिष्णु जी के नैमा अबतार है और पुरै बिश्व मे शान्ति और प्रेम का संदेश दिया है
🤣🤣🤣🤣kha se padhe ho bhai
झूठ है
Bahut acchi jankari..sir aap samaj k anmol ratan the..aap gaye rula gaye🙏
मानव धर्म ही सर्वोपरि है नमो बुद्धाय
Nmobudhai
Manv dharm hai to jivan kya hai aur karmvad kya hai aur sapna kya hai aur dan puny kya hai seva bhav namskar kya hai prem dhanyvad kya hai yog bairagay kya hai
इतिहास की बौद्ध धर्म की बहुत अच्छी बात है नमो बुद्धाय
वास्तु भारत भूमि भागी आपको समझ भी आ रहा है कि आप क्या कह रहे हैं नफरत और तोड़ने की राजनीति में किस हद तक जा रहे हैं कुछ तो शर्म करो भाई
बुद्ध क्षत्रिय थे उन्होंने बौद्ध धर्म अपनाया बुद्धम शरणम गच्छामि क्षत्रिय थे हिंदू धर्म और हिंदू धर्म में ही स्थापित किए जय हिंद जय भारत
Buddhism is aliving thought humanity on 2nd may 1956 in parliament Baba Shaheb clearly challenged mera budh mera hai This day buddhism has completed 2500 years and onwards 2500 years budhism will have been aliving in the world without any question TIBBAT Is the heart of budhism for entire world
AAP 100% SACH BOL RAHE HAI 🙏☸️🇮🇳👑🌈👍❤️
आप ने बहुत अच्छा इतिहास बताया। धन्यवाद जयभीम नमोबुद्धाय
Very important knowledge about baudh dharma
भगवान बुद्ध की दया हो, सभी का कल्याण हो , सभी का जीवन मंगलमय हो, नमो बुद्धाय, जय सम्राट अशोक
जय श्री राम 🚩🚩🚩
महात्मा बुद्ध सूर्यवंशी क्षत्रिय हैं। बुद्ध शाक्य कुल के राजकुमार थे। शाक्य समाज सूर्यवंश की एक शाखा है।जैन धर्म के ज्यादातर प्रवर्तक सूर्यवंशी और चंद्रवंशी क्षत्रिय हैं। ये सभी लोग कोई साधारण घरों के लोग नहीं थे ज्यादातर सभी प्रभावशाली राजाओं के पुत्र थे।
😂😂😂😂
यह झूठ का पुलिंदा है
यह सच्चाई नहीं है
It's Worth It
Muze bahot acha laga sachai jan kar muze to kuch pata hi nahi tha.... Sir bus aap se yahi vintti he aise hi buddh ke bare me hame jaankari dete raho jis se hamara jivan safal ho jaye... 🙏🙏🙏🙏🙏
If you are praising or worshiping bhuddha ji 🙏 no problem but if you are misguiding his thought then u are not doing right.
I am forbading you from speaking any bad word to our way of living " Hinduism )
Bhuddha ji is a part of our religion.
He had never quit his religion only he started giving value to everyone.
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प्रथम हिंदु का मतलब जान ले..
हिंदु का मुल आर्थ हैं चोर लुटारा, डाकू, नीच, भ्रष्ट, आदमीयो की जमात..वह प्रदेश हिंदुस्तान..!
हिंदु शब्द का प्रथम उफयोग किसने किया इस कि शोध लेने के लिए बुध्दि बढानी होगी जो तुम अंधभक्तो ने रामायण, महाभारत, गीता का कचरा, गोबर से ढक लेने से कहते हो.. *गर्व से कहो हम मुर्ख नहीं महामुर्खो की फौज हैं..!*
जय मुलनिवासी..!
ब्राम्हण विदेशी..!!
जय संविधान..!!!
Kaunsi duniya mai ji rhe ho bhai? Hinduism koi dharm hai hi nahi..
जय श्री राम
हर हर महादेव
सिक्ख, बौद्ध जैन और हिन्दू
मात्र यही परस्पर बन्धु
भगवान बुद्ध का वंश था "मानवता" और जात थी "बहुजन हिताय,बहुजन सुखाय" धर्म था "आदी कल्यानम् ,मध्य कल्यानम्,और अंतकल्याणम्" जात,वंश,धर्म से परे हे बुद्ध.🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Shaky vans sai
Jinka janm manav k jeewan ko behtar banana tha... Jo prem ka sandesh dene wale the wo sabke h unki jati kul wansh chahe jo ho hume kya lena... Lena h to unka diya gyann....
Balu Dudhalkar kuchh bhi mat bola kar bodhdh koi bhagvan nhi he .
@@pawangarwal9941 par aaj kal log gyan nhi neecha jyada dikhate h.
Abe Budh Dharm padha bhi hai ki bus nahi cheez mili hakane mr lag gya 😂😂 Budh Dharm me( chatriya> Brahman> Vaisya>Sudra) hai pahle acche se Budh ka tripitak padhlo 🚩🚩🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🚩🚩🚩🚩 Aur ek baat Budh bhi Arya they
Love from Bangladesh.jaoto buddha sasnam
very useful and informative content....
नमो बुद्धस्स् |🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌺🌺🌺🌺
मानव का व्यक्तित्व से जाना पहचाना जाता है जाति वंश से नही, जिसके अन्दर यह भाव है वह बुद्ध नही,
बुद्ध सिर्फ मानवता की ही पहचान ही बुद्ध है
Isa murkh kabhi kabhi oaida hota hai
Nokari me aarachhan kyo lete ho
Nikame the sada rahoye
शिवकुमार जी, फिर गौतमबुद्ध क्षत्रीय थे या नहीं थे बहस क्यों इतिहास तो ड़ मरोड़ क्यों रहे।
@@Freak_Tuber---
लोगोंकोगुमराह मत करो
Bilkul sahi kaha Thanks
Great knowledge,,thank you very much
Sab se bada dharam he insaniyat hai jeebo par Daya karo wo hi Sacha dharam hai sab ko sab ko ek hi bistar milega do gaj jameen
नमस्कार , मैँ बोद्धाचार्य शान्ति स्वरुप बौद्ध जी
से सन 2005 में नई दिल्ली मादी पुर के पास
अन्दर की रैडलाइट -- पश्छिम विहार के घर में मिल चुका हूँ । खास इनके पौत्र , मुझे इनसे
मिलवाने अपने साथ ले गए थे । वहाँ पर मरी इनसे बौद्ध धर्म के अध्यात्म पर बातें हुई थी ।
जिन्हें सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा था ।
बोद्धाचार्य जी ने मुझे अपनी लिखी एक पुस्तक
भी दी थी , जिसका शीर्षक था " आर्य संस्कृति का भण्डा फोड़ " । जिसमें बौद्ध धर्म के बारे में
कुछ भी न बताकर , आर्य संस्कृति की ही
त्रुटियों का बखान लिखा हुआ था । इसी बीच
मैंनें बोद्धाचार्य जी से कहा था कि , आपके पास
भगवान बुद्ध जी की कोई एसी आध्यात्मिक विद्या बताएँ , जो मेरे अंतश में तुरन्त आकर्षण
पैदा करे और मैं तुरन्त बौद्ध धर्म को अपना सकूँ । लेकिन इससे आगे मैं आपको कुछ भी नहीं
बता सकता ,,, ? नई दिल्ली से , ग्रहस्थी योगी
बलराज शर्मा (69)
Yogisnsfoundation1@gmail.com
(R) बद्धम शरणम गच्छामि जय हिंद
हिंदुस्तान में सभी वंशज किस वंश के हैं यह फर्क नहीं पड़ता किस धर्म को मानते हैं यह बात जरूरी है हम हिंदुस्तानी हैं हमारी सभ्यता संस्कृति को संभाल के आगे बढ़ाना है यही सत्य है ऐसी सभ्यता संस्कृति का विकास नहीं करना है जो मानवता की दुश्मन हो
I am very grateful to Boudhacharya .
Yes, Gautama Buddha did not belong to the bloodline lineage of Maharshi Gautama Vishwakarma because he belonged to the Sakya clan [This Pali term "Sakya" was later changed into Sanskrit term as "Shakya" by a Brahman in ancient time.
App.scince.jurney.say.debet.kary
Sakya जाती नेपाल के नेवार समुदाय के उपजाति है
Shakya is part of koliya rajput in present akhil bharatiya kshatriya mahaasabha and karni sena consider shakya as a part of koliya rajput
@@shailendrasinghshakya7134randput🦶🦶🦶🦶🦶🦶🦶🦶🦶
Bahut ache g
Bahut badhiya aapne bata diya.yah batana bahut jaruri tha kyoki luhara chhat gaya.
अगर अबकी बार सम्यक इंडिया टीवी ने कोई विडियो जिसमें तथागत गौतम बुद्ध का गलत प्रचार किया तो पूरा शाक्य समाज मिलकर चैनल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करवा कर चैनल को बन्द करा देंगे ।
Yes bhai
मेरी जानकारी के अनुसार 28 बुद्ध अवतरित हुए हैं, जिनमें 21 बार क्षत्रिय एवं 7 बार ब्राह्मण के रूप में आये। मगर वे कभी भी दलित के घर में क्यों नहीं जन्मे ?
यदि पाली भाषा में श, क्ष नहीं हैं तो शांति शब्द कहाँ से आया, शांति का उपदेश किस आधार पर दिया गया?
क्षमा, पंचशील, शाक्य शब्द कहाँ से आए ?
Ye kabhi nahi batayenge 😁😁😁😁
Kal ye to bolenge ki HAM to mangal grah se aaye. Hai
Bhai kon sa derm kon si jati insan ho insan ko mano.... Aapke k liye jati jroori h to thakur jati hai. But main bhoddist huuu...esliye meri koi jati nhi koi derm nhi only Humanity.....
ये सब शब्द पालि भाषा के नहीं है ये संस्कृत भाषा में हैं
तथागत बुध्द मानवता की जाति
से थे ।🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Who is Bharath ?
Siddhartha &Bharath brothers?
Manwata ka janam sanatan dhram se hua hai koi kitna bhi kuch bole magar satya yehi hai jay shriram
@@aryanrajput9365 fir bali kyu dete the hindu log.
तथागत बुध्द की शरण में ।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Bahut sahi bhai ji
गौतम बुद्ध से पहले से ही अखंड भारत में बुद्ध धर्म था । हर खुदाई में वही मिलते हैं
Very important information regarding Lord Buddha.
Thanks for sharing
Thank you guru
नमो बुद्धस्स दादा
अश्वघोष कृत बुद्धचरित में बुद्ध को इक्ष्वाकु वंश का बताया जाता है
यह बुद्धचरित कनिष्क काल मे लिखी गई
बुद्ध के जन्म से लगभग 600 वर्ष बाद
जब भारत बौद्धमय था ।
क्या उस समय भी मिलावट ।।।।।।।।।
Bilkul...nagarjun ke bare mein to kai milawate...
आपको पता होना चाहिए कि बौद्व में भी एक महायान ग्रुप है जिसमे अधिकतर ब्राह्मणों का साम्राज्य था।
@@vikashmahtokrantikari9501 thanks for the information
@@vikashmahtokrantikari9501 Jo ganapati ki pooja karnewale kayastha thie
ओक्काकु थे,इक्ष्वाकु नहीं
ये सारी बातें बुद्ध को छोटा करते हैं वरना हिन्दू तो बुद्ध को भगवान का दर्जा देते हैं।
Apni char pidhi ka samay nahin Bata sakne wale ab baudh Dharm ki saikdon pidhi ka Nirman kar liye thank you Jay Buddha
Right sir... jay Bheem...Namo Buddhay.👌👌🙏🙏.
सनातन पृथ्वी की सबसे पुराना धर्म है जय श्री राम 🕉️🕉️🕉️
ye log khna chahte he ki phle hindu dharm hehi nhi
बुद्ध शाक्य वंश से हे
Bhawaan ram or Bhawaan budh dono hi mhaan or hme dono se sikhnaa chiye
नवबौद्धों का बिना तर्कज्ञान बुद्ध जी की शुद्ध विचारधारा को ले डूबेगा।जब किसी धर्म को बिना जाने अपनाया जाता है।तो इस तरीके के ज्ञान की ही उम्मीद की जाती है। बुद्ध जी की एक विचारधारा थी। उन्होंने धर्म शब्द को हमेशा दूर रखा। लेकिन नवबुदध् उनके नाम पर पता नहीं कौन से धर्म की बात कर रहे हैं। बुद्ध जी ने अपने अध्यात्म का प्रचार पूरे विश्व में किया। उनकी वाणी का जादू पूरा भारत मानता है। लेकिन नवबुद्धौं की वाणी की कड़वाहट देश के पतन का कारण बनगी। राम, कृष्ण,जैन , बुद्ध, सिखों की ये भूमि रही है।सबने भारत भूमि का अन्न खाया है।इसी धरा के लोगों को उपदेश दिये थे। सनातन संस्कृति का पतन भी विभिन्न प्रकार के प्रचारकों की वजह से है। जहां लोग अपने को आगे बढ़ाने के चक्कर में देश के पतन का कारण बनते हैं।सब जानते हैं कौन किसके वंशज हैं। पर झूठ चरम पर है। कलियुग चल रहा है।
Bahut achha sir aap se pata chala hamara history
बहुत-बहुत धन्यवाद विशेष जानकारी देने के लिए यह जानकर बहुत खुशी हुई और आपने इतिहास के पन्नों को खोल कर बताया।
मानवता ।
शान्ती सरूप जी आप बहुत ही बडे विद्वान है जो कि संसार के सारे घर्म जाति संस्कृति का अधिकार आप के पास है जो कि आप अपनी मर्जी से ही कुछ भी बोल दें यह सनातनी संस्कृति पर एक अति निंदनीय सोच है संसार में आये महापुरुषों के जीवन चरित को जाति धर्म से जोड़ने का अधिकार आप को किस ने दिया है क्या आप धर्म की परिभाषा जानते हैं क्या आप जानते हैं कि सनातन से हिन्दू धर्म को कब परिभाषित किया गया क्या आप बतायेंगे कि वेदों में भाई और बहन का आपस में विवाह का उल्लेख कहॉं पर है क्या आज वौदिस्ट में बेटा बेटी का विबाह का प्रचलन है क्या आपने अपनी बेटी का विवाह अपने ही बेटे के साथ किया है या फिर जो भी समर्थ मिला कर दिया क्रपया जवाब जरूर दें धन्यवाद जय हिंद जय भारत माँ
सत्य सनातन की जय हो सनातन धर्म से ही सभी धर्मो की उत्पत्ति हुई है
Namo Buddhay,,,,
Thanks for knowledge.
Giret Information shadubad.
बुद्ध धर्माची सुरुवात होण्याच्या आगोदर हिंदू धर्म अस्तित्वात होता. मग भगवान बुद्धांचे पूर्वज कोणत्या धर्माचे होते. हिंदू कि दुसरा कोणता धर्म अस्तित्वात होता.
राजा शुधोधन कपिलवस्तु का राजा था। वह गुर्जर वंश का था उसकी शादी कोली वंश की लड़की से हुआ।कोली वंश का कोली गोत्र गुज्जरों मे आज भी है। जैसे कुषाण वंश से कसाना गोत्र गुज्जरो,हुण वंश से हुण गोत्र के गुज्जरो में पाया जाता है कोली गोत्र के गुज्जर बागपत उत्तर प्रदेश, अलवर कोटपूतली ,हिंडोन और राजस्थान में अनेक जिलो में कोली गोत्र के अनेक गुज्जरो के गाँव है।
@@peetamsingh6292 शाक्य और कुर्मी पटेल की भी वंशावली गुज्जरों मे से हैं।
Budhh ki koi jati nh sirf gyan aur buddhi hoti hai.
Sanatan hi ndu Sanskriti avam Dharam ke khilaf baudh Dharam. Jain Dharam ka atit Mai itihaas Raha hai . Aaj bhi 1000 barars Arabia atank ki gulam i tatha 200 Baras ki British led Europe an isayat ki gulami ka sharam nak itihaas Raha hai . Hi ndu Sikh baudh Jain sab Ko Islam isayat ki vilayati Kali culture se khatra hai.so do not follow narrow path . Jai Hind Jai Bharat.
abe tum har kisi ko gujjar banado😂😂
Gautam buddha k pita raja shudhodhan shakya vansha se the aur unki mata MAHAMAYA KOLI vansha se thi
हिन्दू एक ही धर्म है बाकी सब पंथ है बोध एक पंथ है
Bahut bahut dhanyawad aapka bhi is jankari ke liye🙏🙏🙏
Bhagwan Buddha ko poojne bale k andar itna ghamand kese ho sakta h bhagwan Buddha to santi priye the wo kesi Dharm kesi Jaat ko nhi mante the wo keval saty ko mante the 🙏🙏🙏🙏
Ram va Buddha dono Hindu dharm ke aadarniy mahan Inshan hain. Jai bhim Jai Bharat.
Lol jab buddha ek apna dharme hy kese Hindu dharma ageya?
Thanks for updating such truthful and real history of Lord Buddha
Ek dum shi he sir , ek perjati he jo esa shedyentr krti he jo bhi power full samrajye hota he to we log uss samrajye me ghusne leg jate he
Thank you
Jay jay Ram krishna hari सबसे पुराणा और सबसे महान धर्म सनातन यांनी हिंदु धर्म है
तेरा बाबका पता नही हिन्दु चोर था
नमो .बुद्धस
बहुत अच्छा साधु साधु साधु।
शान्तिस्वरुपजी आपने नेवारी बौद्धदर्शन अध्यन किया है?
प्रातः स्मरणीय भगवान बुद्ध को सादर नतमस्तक प्रणाम है।
आपने वंशावली बताई, यह भी ज्ञान सामने आया उचित है।
पर आपके उदघोष भगवान बुद्ध के ज्ञान प्रसार से अलग दम्भ पूर्ण थे। इस भारत भूमि की उर्वरा पवित्र भूमि पर हमारे जो पूर्वज भगवद रूप में अवतरित हुए उनके ज्ञान प्रकाश, आचरण, त्याग, सिद्धांत के विपरीत------
अनुयायी भाव प्रवाह में चले जाते है--- विभेद पैदा करता है, समाज को सशंकित कर बंटने और स्वयं को श्रेष्ठ घोषित करने की ओर बढ़ जाता है------ और फिर वादविवाद, आरोप प्रत्यारोप , कुटिल विमर्श में बदल जाता है-----
और यह कार्य दोनो पक्ष के---- तथाकथित विद्द्वान, तर्क शास्त्री, और उनके समर्थक करते है--- और सच तो यह है कि वो जिस के लिए झगड़े पर उतारू होते है-- उसके उपदेशो के अनुकूल रत्ती भर भी नहीं रहते---- कर्मकांडी, पाखंडी, धर्म के नाम पर पेट पालने वाले, अहंकारी और समाज मे विद्वेष फैलाने वाले होते है।
विस्व के जितने भी धर्म है उनमें यही दोष है, वे स्वयं को बांट कर अपने ही धर्म मे कई टुकड़े करते है। सनातन, बौद्ध, ईसाई, इस्लाम, सिख आदि में देख सकते हैं-- और दुःख यह है कि ये एक दूसरे को मारने मरने पर उतारू रहते हैं।
सच तो यह है कि यह भगवान बुद्ध,के उपदेशों के बिल्कुल विपरीत है।
ध्यान रखें कि काल, प्रकृति, नियति परमात्मा के विधान में संचालित है--- परिवर्तन सृष्टि का अटल विधान है, और हर अवतारी पुरुष काल खंड के अनुरूप जन कल्याण, आत्मोथान, प्रेम, सुख, और मानव जीवन के उद्धार की सीख अपने आचरण,उच्च ज्ञान, तपस्या, त्याग, सत्कर्म से देता है।
अनुरोध है कि हम भगवान बुद्ध को सबका प्रिय, आदरणीय, पूज्य, आराध्य, और अनुकरणीय बनावे।
Jai shree ram❤️🕉️✨
Sir pls suggest books of history of shakya vhans with full detail and auth data.