Janne ka rasta bhi manne se hokr hi guzarata hai, iska jita jagata udaharan mathematics ke vo question hain jinme hmne variable x assume krna padata hai ya fir kuchh mankr dekhna padata hai ki aisa manne se kuchh contradiction to nhi ho rha
@@pradyumnatiwari7222 Bilkul.. Lekin problem tab aati hai jab hum us X ki value ko importance nahi dete or variable x ko hi sab kuch maan baithte hain.
ये लो ,,,चार subscriber क्या बढ़ गए की चले ओशो पर टिप्पणी करने ,,,,,,खैर ओशो तो नहीं रहे लेकिन उनके विचार आज भी आप जैसे बाबाओं के लिए ब्रह्मास्त्र से कम नहीं है 😂
@Ss..Qx..trader..S1Ved Shastro mai bht kuch mixing ki ja chuki hai bhai tumhare paida hone se phle, Lekin, osho Mahan ke vicharo ko koi chhu bhi ni paya...😂
@@hariomgautam9676 ha shi baat bhagwan budhha ne ye kaha tha mahilaon k karan unka panth khatam ho jaega agar vo aane lagi diksha lene aur bikshuk banane wala hi asli baudhh vhi h aur baudh banana keval savarno k vash ki baat h neechi cast aur gareebo k liye nhi aur budhha kshatriya the ikshavaku vansh se mtlab bhagwan ram k vansh se patni bhi tyag di thi bachcha hone kabaad bhi
कोई तुम्हे पसंद करता है या नहीं करता है... ये उनका विषय है.! ध्यान दोगे तो पाओगे... भीड़ उन्हे ही पसंद करती है जो उनके जैसे हैं... किसी अनूठे को नहीं..!! 🙏🏻 *ओशो* 🙏🏻 खूब खूब धन्यवाद भगवान। 🌹 प्रभु की अनुकंपा अपार है। प्रभु की अनुकंपा अपार है।
@@yadunews4873ye prem vivaaah nahi hai vo kisi na kisi purpose se hota hai, aur agar talak ho bhi jaye prem vivah se to vo authentic hai, jab jama tha tab sath the ab nahi saath rah sakte to dur ho Gaye, Lekin kisi majboori mein zindagi bhar saath ghasitna, dur ho jane se bhi bada kasht vali baat hai
वो प्रेम नहीं प्रेम का धोका है प्रेम का अर्थ कवल विवाह या स्त्री पुरुष नही होता हैं किसी के जीवन में आनद होना होता लेकिन तुम अपनी खुशी दूसरों से चाहते हो
ओशो तार्किक तो हो सकते हैं, लेकिन ईश्वर तक पहुंचने में बुद्धि का तार्किक होना एक सीमा तक जरूरी है, पर हम सोचे कि केवल तर्क़ करने भर से ईश्वर को प्राप्त कर लेंगे तो ये ग़लत है, तर्क भटकाते तो बहुत हैं पर पहुंचाते कहीं नहीं, इसलिए बिना ईश्वरीय सत्ता को माने अध्यात्म को जानना असंभव है।
निसंदेह ओशो एक महान दार्शनिक थे ,,,,, और वे सत्य के साथ रहे ,, परंतु ये कहना उचित नहीं कि ऐसा कोई नहीं था कोई नहीं होगा ।।। क्यू भूल रहे है आप महात्मा बुद्ध, आचार्य शंकर को और इस समय आज आचार्य प्रशांत को ।।।। आचार्य प्रशांत हर किसी के विचारों को साझा करने वाले है ,,मानो जैसे ओशो है बुद्ध है आचार्य शंकर है और वही कृष्ण है ,,,,, सत्य एक ही है ,, और ये सभी एक ही है = बोध
वर्तमान समय में मेरे आध्यात्मिक गुरु आचार्य रजनीश ओशो ही है ओशो जैसे गुरू मिलना ही मुश्किल है ओशो ने मनुष्य जाति को जीना और प्राकृतिक से प्रेम करना सीखते है ओशो ग्रेट है❤❤❤❤❤
Bilkul sahi kaha apne sare pagal ,sanki dharshanik ban jate hai kyoki ye so called psychiatric doctors uhni logo ki den hai,jin logo ki jagah mental asylum me hona chahiye,darshanik bankar sare youth ka brainwash karte hai
Osho apne bhai ke liye ladki dekh rhe the,ye khud Osho ke bhai interview me bataya hai,Osho kuch bhi bolte hai to uska 2 matlab jaroor hota hai....1 wo jisse wo apne bat ko sach sabit kr sake aur dusra matlab wo jisse us jhuth se wo Bach sake❤❤❤.
आजकल तो प्रेम विवाह हो रहा है । पहले की तुलना में ज्यादा पढ़े लिखे लोग प्रेम विवाह कर रहे हैं फिर क्यों साल दो साल में ही कोर्ट के चक्कर काटने लग जाते हैं??
@@omprakashdewangan9200 आपको यकीन है की वो प्रेम ही होता है! प्रेम जरा विरल घटना है। जो प्रेम विवाह वाले कोर्ट पहुंच रहे है उनमें आशाओं इच्छाओं की अनापूर्ति का क्षोभ है उनमें बस।
Osho ko mene bhi bahut suna he bhai bahut ache aur sachhe insaan he lekin ap log har kisi ko bhagwan ka darja kyu dete ho yrr kya bhagwan nam dene se hi uski izzat dil me hogi nhi na
@@AjeetKumar-yw5dj bhai me kaha bol raha hu Osho ji galat bass mene itna kaha har kisi ko bhagwan ka darja kyu deto me bhi Osho ko sunta hu acharya ji ko sunta hu bahut hi gyan aur jeevan jine ka sahi tareeka sikhne ko mila he mujhe
ओशो ने सत्यनारायण की कथा के संदर्भ में अपने प्रवचनों में अक्सर बताया है कि वह कर्मकांड और रीति-रिवाजों के प्रति बहुत आलोचनात्मक थे। ओशो का मानना था कि धार्मिक कथा-कहानियों के माध्यम से लोग सिर्फ बाहरी रूप से धर्म का पालन करते हैं और वास्तविक आध्यात्मिक अनुभवों से दूर रह जाते हैं। उनके अनुसार, सत्यनारायण की कथा जैसी रस्में और अनुष्ठान सिर्फ एक मानसिक संतोष देने का काम करते हैं, लेकिन वे व्यक्ति को आत्मा के वास्तविक सत्य के करीब नहीं लाते। ओशो का कहना था कि लोग इन कथाओं को बिना समझे या उनकी गहरी आध्यात्मिकता के बिना सिर्फ पारंपरिक रूप से करते हैं। उन्होंने कहा कि इससे व्यक्ति अंधविश्वासों और बाहरी आडंबरों में उलझ जाता है, और उसे आत्म-ज्ञान या ध्यान की ओर प्रवृत्त होने का समय नहीं मिलता। उनके अनुसार, धर्म का उद्देश्य व्यक्ति को खुद की खोज और सच्चे अस्तित्व की अनुभूति की ओर ले जाना चाहिए, लेकिन ऐसी कथाओं के पालन में अक्सर इसका उल्टा होता है। ओशो का यह दृष्टिकोण उनके व्यापक विचारों का हिस्सा है, जिसमें उन्होंने सभी प्रकार के पारंपरिक धार्मिक आडंबरों और कर्मकांडों की आलोचना की और ध्यान, साक्षी भाव और आत्म-जागृति को अधिक महत्व दिया।
@@thought2145 आपने भगवान ओशो का दृष्टिकोण सामने रखा। उन्होंने ने तो परम सत्य कहा है। दूसरे सभी की खामियां ज़ाहिर की की है हम उनके सामने बैठे होते तो क्या हमें हमारे बारे में कुछ न कहते।अबहम सभी उन्हें दुहराते रहें बेढंगे से ठीक नहीं लगता। बात सुचारू रूप में होनी चाहिए।🙏🏽🙏🏽🌺
@@AnandDodiya बाल्मीकि के बारे में हमने सुना ही है। उन्होंने रामायण जैसा पवित्र ग्रन्थ हमें दिया है । क्या हम आगे नहीं बढ़ सकते। समय की बात है । बाल्या से बाल्मीकि हो सकते हैं तो हम भी तो इन्सान हैं 🙏🏽🙏🏽
अमरिका और दुनिया के 21 देशों में ओशो का इतना खौफ था कि उनको बैन कर दीया था ओशो जी का सिर्फ़ नाम ही काफी था सिर्फ़ एक शख्श ने बिना किसी हथियार के 21 देशों को भय भीत कर दिया यह है ज्ञान की ताकत 🙏❤✍️
मैने ओशो को पढ़ा है ,,,मैंने ओशो को जाना है,,, मैंने ओशो को महसूस किया है,,, मैने ओशो को खाया है,,, मैंने ओशो को पिया है ,,,मैंने ओशो को सोया है,,, लाखों वर्षों में कभी कभार ऐसा फूल खिलता है,,,,
@@VinodKumar-ri6bx Absolutely आज अध्यात्म उपनिषद मे ओशो कह रहे हैं कि अगर हम दूसरों को चोर लुटेरा बेइमान वगैरह कह रहे हैं तो इसका मतलब यह हुआ कियह सब हमारे भीतर हैऔर एकदम हम वही हो जाएंगे। ओशो को सुनकर हमें अपना सुधार करना था न कि दूसरों में खामियां ढूंढना। जिनमें हम कमियां देख रहे हैं हो सकता है कथाएं करते करते वे कभी परमात्मा तक पहुंच जाएं और हम दूसरों में बुराइयां ढूंढते रह जाएं। इन्हीं comments में देखिए कहा गया है कि आप ओशो बन जाइए हम आपके बर्तन मांजने आ जाएंगे।अब किसी के पास इसका कोई जवाब है शायद नहीं और इस इन्सान की ओशो के प्रति आस्था देखिए।बेहतर इन्सान है।हम नहीं जानते कि ताने कसने से भगवान् ओशो के प्रति लोगों की श्रद्धा कम हो जाएगी। हमें ऐसी सभी बातों से बचना होगा। अपने अपने व्यक्तित्व में सुधार लाना होगा।🙏🏽🙏🏽
🙏आज 90% लोग वेद शास्त्र के अनुसार नहीं चल सके. उन लोगो को osho अध्यात्म ka दर्सन करा दिये. Osho महान है. हर कोई osho को नहीं समझ सकता l मेरे दृष्टि में आप भी महान ho jo निशाहा माँ की सेवा और अन्य अच्छे काम कर रहे ho
@@rameshkumarsingh635 ओशो में वेद शास्त्र सब समाए हुए हैं। वे जो भी बोले हैं वह वेद शास्त्र बन गए।अ लग से कुछ भी सुनने की जरूरत नहीं है।बस उन्हें सुनिए 🙏🏽🙏🏽
ओशो अपने हर तर्क विचार रखने के बाद कहते थे की| मेरी बाते मान मत लेना क्योंकी में कहता हु इसलिए मत मान लेना | सोचना समझना प्रयोग करना अगर सत्य लगे तो मान लेना | क्यों की मैं कोई गुरु या पंडित नही हू के अपनी बाते जबरदस्ती मनवाऊ। तुम सोचना | मैं तो सिर्फ जगाने आया हु| बुद्ध ने भी कहा है कोई शास्त्र कहे इसलिए मत मान लेना क्यों की किताबे मनुष्य ने अपने विचार से लिखी है तुम सोचना तुम अनुभव करना तुम्हे सच लगे तो मान लेना बुद्ध पुरुष कभी जबरदस्ती अपनी बाते नई मनवाते वो हमे सोचने की समझने की बुद्धि देते है ❤
ओशो का उत्तर इस तरह के सवालों पर काफी अलग और गहन होता। ओशो ने हमेशा परंपरागत सामाजिक और धार्मिक मान्यताओं को चुनौती दी है। उन्होंने विवाह और संबंधों के बारे में अपनी अद्वितीय दृष्टि दी है, जो पारंपरिक भारतीय मान्यताओं से भिन्न है। ओशो के अनुसार, विवाह केवल एक सामाजिक अनुबंध नहीं होना चाहिए, बल्कि यह प्रेम और समझदारी पर आधारित होना चाहिए। ओशो ने कई बार कहा है कि समाज ने विवाह को एक बंधन बना दिया है, जिसमें व्यक्ति की स्वतंत्रता और प्रेम का दम घुट जाता है। उन्होंने कहा कि संबंध में सच्चा प्रेम तभी संभव है जब उसमें स्वतंत्रता हो, जब लोग एक-दूसरे को अपनी संपत्ति की तरह न समझें। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक व्यक्ति का जीवन प्रेम और स्वतंत्रता पर आधारित नहीं होगा, तब तक वह अधूरा रहेगा। जहां तक विवाह के भीतर पति-पत्नी के धर्म की बात है, ओशो मानते थे कि किसी संबंध का आधार प्यार होना चाहिए, न कि कर्तव्यों या जिम्मेदारियों का बोझ। उनके अनुसार, जब कोई व्यक्ति सिर्फ सामाजिक मान्यताओं और जिम्मेदारियों के चलते किसी संबंध में रहता है, तो वह वास्तव में उस संबंध का आनंद नहीं ले पाता। समाज में महिलाओं का सम्मान करने के मुद्दे पर, ओशो का कहना था कि जब तक हम स्त्री और पुरुष को बराबरी के नजरिए से नहीं देखेंगे, तब तक कोई भी समाज सही मायनों में उन्नत नहीं हो सकता। ओशो के अनुसार, किसी भी विदेशी या भारतीय संस्कृति को दोष देना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि हर संस्कृति में अच्छे और बुरे पहलू होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि व्यक्ति को अपने भीतर देखना चाहिए और अपने जीवन के सत्य को खोजना चाहिए, बजाय इसके कि वह केवल समाज के नियमों का पालन करे।
@@microcosmos7674 भगवान ओशो को पूजिए 🙏🏽🙏🏽 आगे कुछ भी कहना अनुचित है। प्रत्युत्तर में हम कुछ कह बैठते हैं उसका भुगतान करना पड़ता है।चुप रहते हैं तो भगवान की दूरी। किसी दूसरे की निन्दा गलत बात है 🙏🏽🙏🏽
आप ओशो के ज्ञान के आगे शून्य हो महाराज जी इसलिए सुनते है आपका ज्ञान लेकिन समाज उसको अंगीकार नही करता । तुम आज जो बोलते हो उसमे आधा तो ओशो का ज्ञान रहता है ओशो के साहित्य को आप जैसे लोगो ने अपने फायदे के लिए दबाया
ओशो एक महान दार्शनिक हैं तुम तो उसकी बराबरी कभी भी नही कर सकते अगर भारत के लोगों ने ओशो को जान लिया तो तुम्हारी पाखंड की दुकान कहीं की नहीं रहेगी ओशो बराबरी की बात करते हैं समानता की बात करते हैं पहले ओशो को पढ़ना चाहिए फिर बोलना चाहिए
Osho ko samjhna murkho ke bus ki bat nhi hai ,in bevkufo ko inhi jhooti kahaniyo me uljhe rahne do ,Inka dukh kbhi khtm nhi hone wala ,ye dukhi phle bhi the ,or aj bhi hai or humesa rahenge , inko kuch nhi samjh Ane wala ,kyuki osho ko samjhne ke liye osho wali buddhi bhi to honi chiye
आप तो ओशो को मानेंगे ही नहीं क्योंकि ओशो ने आप जैसे कथावाचकों का ही पोस्ट मार्टम किया है,, ओशो जैसा कोई नहीं उन्होंने हर बात बड़े दमखम के साथ कही है। हवा-हवाई नहीं ❤
मानो मत जानो ।
-ओशो
तो तुमने जान लिया भाई
@@RaghavSoni-xc6cj Aap batane aaye ho kya?
Janne ka rasta bhi manne se hokr hi guzarata hai, iska jita jagata udaharan mathematics ke vo question hain jinme hmne variable x assume krna padata hai ya fir kuchh mankr dekhna padata hai ki aisa manne se kuchh contradiction to nhi ho rha
Assumption hi concept tk pahuchane ki pahali sidhi hai- scinece
@@pradyumnatiwari7222 Bilkul.. Lekin problem tab aati hai jab hum us X ki value ko importance nahi dete or variable x ko hi sab kuch maan baithte hain.
ये लो ,,,चार subscriber क्या बढ़ गए की चले ओशो पर टिप्पणी करने ,,,,,,खैर ओशो तो नहीं रहे लेकिन उनके विचार आज भी आप जैसे बाबाओं के लिए ब्रह्मास्त्र से कम नहीं है 😂
ओशो आज जिंदा होते तो ये सारे बाबा उसके आश्रम में बर्तन मांजते नजर आते।😂
सही कहा 👍
@@lakshuman2998 जिंदा होता तो ढोंग की दुकान खोल के रखना राहुल गांधी की तरह और ममता की तरह
@@PrithviSingh-iw4gs 21 देशों की पार्लियामेंट ने इसको बैन कर रखा था। आधी दुनिया हिलती थी इसके नाम से और तुलना कर रहे हो दो कौड़ी के लोगों से। गजब
हम तो बोल रहे हैं इनको प्रशांत अचार्य से मिलवाया जाए
Osho jaisa aajtak koi iss dharti pe na hua hai, aur na ho sakta hai ❤❤❤🎉
*ओशो आज जिंदा होते तो ये सारे बाबा लोग उसके आश्रम में बर्तन मांजते नजर आते।* 😂
Ekdum sahi kaha aapne
Bada hi sahi uttar laga
Right
@@lakshuman2998 👍🙏
Very nice Sar ji
ओशो से नफरत करनी है तो अपने इरादे मजबूत रखना, जरा सी चूक हुई तो मोहब्बत हो जायेगी...
😂👌
WAHHHHHHH
Kya Baat kahi...wahhhhhhh
😂😂😂 maine ye statement suna hai osho ke awaj me 😊😊
@@SankalpMollick अच्छा.... मतलब आप भी ओशो को सुनते हैं😄
ओशो जैसे महान संत इस धरती पर आए उनके लिए उनका धन्यवाद
ओशो की बात का खण्डन करने को योग्यता से अभी आप कोषों दूर हैं
..
🙏🙏
bahut
वेद और शास्त्र को जूठा करने की बात हो ही नही रही है
@Ss..Qx..trader..S1Ved Shastro mai bht kuch mixing ki ja chuki hai bhai tumhare paida hone se phle, Lekin, osho Mahan ke vicharo ko koi chhu bhi ni paya...😂
ओशो एक जलेबी है जो अटपटी बातों से लोगों को गोल गोल घुमाता है और कुछ नहीं है ओशो
भारत में दो ही सत्य बोलते हैं भगवान बुद्ध और ओशो
@@hariomgautam9676 ha shi baat bhagwan budhha ne ye kaha tha mahilaon k karan unka panth khatam ho jaega agar vo aane lagi diksha lene aur bikshuk banane wala hi asli baudhh vhi h aur baudh banana keval savarno k vash ki baat h neechi cast aur gareebo k liye nhi aur budhha kshatriya the ikshavaku vansh se mtlab bhagwan ram k vansh se patni bhi tyag di thi bachcha hone kabaad bhi
Osho k paas 90+ rolls royas thi aur unhone bhi apne pravachan ko keval amiro k liye hi bataya tha to kitna follow Kiya budhha aur Osho ko
Kabir , ko to osho ne sabse upar rakha ap kaise bhul rhe unhe
Osho, the great
@@MyTakeMyViews bhukhe Bhajan na Hoy Gopala,,,, gandhi g ne kaha ki agar bhookhe ke Sapna mein Bhagwan bhi aayega to roti leke
कोई तुम्हे पसंद करता है या नहीं करता है...
ये उनका विषय है.!
ध्यान दोगे तो पाओगे...
भीड़ उन्हे ही पसंद करती है जो उनके जैसे हैं...
किसी अनूठे को नहीं..!!
🙏🏻 *ओशो* 🙏🏻
खूब खूब धन्यवाद भगवान। 🌹
प्रभु की अनुकंपा अपार है।
प्रभु की अनुकंपा अपार है।
ओशो ने वेदों को गलत नहीं बताया है।
ओशो को समझने के लिये ओशो जैसा स्तर चाहिये।
Ha or uske liye tarkik buddhi ka vikas hona jruri h kisi bhi bat pr eye bnd krke visvas nhi krna chahiye 😂
👌
आप ध्यान करते हो
@@nikitanikita4768 Hmm
इनको ओशो का विषय देने की क्या जरूरत है.....
ओशो की पुस्तकें , छुपा छुपा कर पढ़ने वाले उनकी विचार धारा से सहमत नहीं हैं 😂
Kyaa baat ki bhai....ek number
ओशो कि पुस्तके छुप छुपं कर पढणे वाले, ओशो की विचार धारा से सेहेमत नही है, वाह
bilu bhai apne sahi kaha agar sahmat hote to samne ake padhte
ओशो का हर शब्द अकाट्य है अनुरुधाचार्य जी
तो फिर कहां हैं वो ओशो के प्रबुद्ध शिष्य आज समाज को मार्गदर्शन की बहुत जरूरत है, क्या शिष्य अभी भी ओशो का थोथा ज्ञान स्वयं समझ नहीं पाए हैं।
विश्व में ओशो जैसा फूल कभी लाखों वर्षों के बाद खिलता है,,,
Dusra aaya h bhai acharya prashant 😊
इस छक्के के समझ मे भला ओशो आ जाये ऐसा मुमकिन है क्या 😂ओशो वन इन थिस वर्ल्ड 🌺ओशो की हर बात जीवन के अनुभव से ओत प्रोत है... जीवन का सत्य है
Akhir Khna kya chahte ho
@@Magnifyingtechrakeshप्रशांत जातीवाद को मानता है
Irs true
1 ओशो में 10 लाख अनिरुद्धाचार्य आ जायेंगे ।
10 lakh nahin 10 crore....
❤❤
Sahi bola aapne
@@baijayantipanda7127right
Sayad ye bhi cam h .tulana hi nahi ki ja sakati h.
ओशो इस ब्रह्मांड का महान आत्मा था है और रहेगा...
Sahi kaha bhai ....😊😊😊
ओशो विवाह के खिलाफ नही थे, बिना प्रेम के विवाह के खिलाफ थे, प्रेम न होने पर विवाह कोर्ट कचहरी तक ही पहोच जाता हैँ
Yeh jo actor Prem Vivah kar rahe hai unka तलाक q ho Raha hai
@@yadunews4873ye prem vivaaah nahi hai vo kisi na kisi purpose se hota hai, aur agar talak ho bhi jaye prem vivah se to vo authentic hai, jab jama tha tab sath the ab nahi saath rah sakte to dur ho Gaye, Lekin kisi majboori mein zindagi bhar saath ghasitna, dur ho jane se bhi bada kasht vali baat hai
🙏🙏
@@yadunews4873 वास्तव मे प्रेम क्या है ये ही समझना होगा. एक्टर प्रेम जानते है तो सही अर्थो मे जियेंगे. किसी से बंधे रहना ही प्रेम नही
वो प्रेम नहीं प्रेम का धोका है प्रेम का अर्थ कवल विवाह या स्त्री पुरुष नही होता हैं किसी के जीवन में आनद होना होता लेकिन तुम अपनी खुशी दूसरों से चाहते हो
प्रश्न कर्ता और उत्तर देने वाला दोनो ओशो को नहीं समझ पाए।
यह तो मूर्ख बना है
मेरे प्रश्न छिन लिया
Osho ek udand parviti ka eksamny ardh manusy tha bechara😂
@@aniltiwarivlogs सुना है कि सभी पूर्ण सन्त ऐसे ही होते हैं
सत्य और ओशो एक ही सिक्के दो पहलू है ❤
🙏🏼🙏🏼😌
@@shivadubey1442 सत्य ओशो सत्य
ओशो जैसा ताकिॅक और कोई भारत मे नही हो सकता
ओशो तार्किक तो हो सकते हैं, लेकिन ईश्वर तक पहुंचने में बुद्धि का तार्किक होना एक सीमा तक जरूरी है, पर हम सोचे कि केवल तर्क़ करने भर से ईश्वर को प्राप्त कर लेंगे तो ये ग़लत है, तर्क भटकाते तो बहुत हैं पर पहुंचाते कहीं नहीं, इसलिए बिना ईश्वरीय सत्ता को माने अध्यात्म को जानना असंभव है।
बाबा जी आप ओशो को कभी नहीं समझ पाएगें क्योंकि। ओशो सत्य है।
Tumhe bda gyan
@@bodybuilding7991tum body bnawoo....Gyaan 😂 to tum le nhi skte
Acharya prashant ji great hai inko kuch nhi malum
ओशो कुछ भी बाबा जी को नहीं समझ पाया
Ekdam sahi kaha ...osho ko har koi nahi samaz sakta uske liye bahot kabil banna padega..
ओशो से नफरत करनी है तो इरादे मजबूत रखना, जरा सी चूक हुई तो मोहब्बत हो जाएगी
ओशो एक महान विचारक और विद्वान थे, उन्हें पढ़ोगे तब समझोगे,
ओशो, बिस्कुट को विषकुट , वाला ज्ञान नहीं देते थे
😂😂👏
😂😂😂😂
😂😂😂
ओशो को मेरा नमन ओशो जैसे दार्शनिक न कोई हे ना होगा धन्य है ओशो जिनके विचारो से हम सबको एक नई ऊर्जा और नई दिशा मिलती है
निसंदेह ओशो एक महान दार्शनिक थे ,,,,, और वे सत्य के साथ रहे ,,
परंतु ये कहना उचित नहीं कि ऐसा कोई नहीं था कोई नहीं होगा ।।।
क्यू भूल रहे है आप महात्मा बुद्ध, आचार्य शंकर को और इस समय आज आचार्य प्रशांत को ।।।।
आचार्य प्रशांत हर किसी के विचारों को साझा करने वाले है ,,मानो जैसे ओशो है बुद्ध है आचार्य शंकर है और वही कृष्ण है ,,,,,
सत्य एक ही है ,, और ये सभी एक ही है = बोध
0:50 once Osho said "शास्त्रों में छूट गई होगी आप उन्हें लिख दीजिए।" 😂
hmmmm
Right 😂😂😂
😂😂
ओशो को जानने के लिए इस महाराज को कई जन्म लेना पड़ेगा तब जाकर भी को नहीं समझ पूरी दुनिया नहीं ओशो से परेशान ओशो एक महान संत हुए
Bilkul sach
Aap ne toh isi janm me samajh liya osho KO 😂
@@SusmaRijal-j2bbut unhone samazna start kar Diya h
Yeh tumhara bichar dhara ho sakta hai dost kyuki aesi baat vahi karta hai Jo na to in Maharaj ko Jan pata or nahi osjo ji ko
😂😂😂😂😂
काश इसकी मुलाकात ओशो से हुआ रहता तो ये आज दोबारा पैदा ही नहीं होता 😂😂
👍👍
😂😂 ha
😂😂😂😂 💯 no doubt!
😂
@@usmanishprajapati1749 यह भी तो हो सकता है किसी ओशो के चरणों में नतमस्तक हो जाते और हमसे आगे निकल जाते।यह भी हो सकता है परम शिखर पर पहुंच जाते।🙏🏽
Moksha mil jata kya
वर्तमान समय में मेरे आध्यात्मिक गुरु आचार्य रजनीश ओशो ही है ओशो जैसे गुरू मिलना ही मुश्किल है ओशो ने मनुष्य जाति को जीना और प्राकृतिक से प्रेम करना सीखते है ओशो ग्रेट है❤❤❤❤❤
ओशो के सभी भक्त , ओशो के विचारों का प्रचार-प्रसार करें,हम सब ओशो की बातों से संतुष्ट हैं
bikul bhai pura prayash hai
@@Mukesh.Bana.103 बस भगवान ओशो कृपा करें। प्रयास भी तभी होगा 🙏🏽🙏🏽
ओशो universal truth है,,उनके नाखुन के बराबर भी नहीं है कोई आज के समय में l
❤
@@narayansinghtawar7715 जी यह तो कहेंगे ही कि ओशो Supreme Power हैं
Andhbhakt😂
@@Vivek-h9t1l सुना है कि कहीं कहीं अन्धभक्त के पास ऐसी आंख होती है कि वह सत्य को जानने में समर्थ हो जाता है। आप होकर देखिए फिर बात करना 🙏🏽🙏🏽
😁😁@@hishantasood7085
मैं कट्टर हिंदू हुं ओशो इज ग्रेट संत कोई तुलना नाही अपणी अपनी बुध्दी से ओशो को लेते है लोग
Ap ek sath dono nhi ho skte h
Osho sahab sayab aaj hote to baba ke bolti band kar dete 😂😂😂😂
Osho aisa insan koi nahi ! osho is great philosopher
😂😂😂joke achcha tha
✅✅
@@Futurecomputer1245जोक नही कभी सुनो तो तब पता चलेगा
आज अचार्य प्रशांत जी है
Osho ke aage sab fail ho jaaenge, he is logical
प्यारे तोताराम
शास्त्री जी ओशो का नाम आपके मुख मे आया आप का जीवन धन्य हो गया
😍😍😍😍😍तोताराम्😀😀😀
😂😂😂😂😂😂
वाह आपने आज सही नामकरण संस्कार किया।
तोता राम शास्त्री 😂😂😂😅❤
Are yaar Osho mein aisa kya hai jiske Karan Tum aniruddh Aacharya Ji Maharaj Ko galat thehra rahe ho aise galat shabd to yaar unke liye mat bolo
@@MJAJaatji पोथी पढ़ पढ जग मुआ
पण्डित भया ना कोय,,,,,बस इसीलिये हम सभी" ओशो प्रेमी " किसीभी किताबी कीडे को ज्ञानी ही नही मानते ! बडे समान सहित,,,, जय रजनीश 🙏🙏
बात सीधी ये है की इन कथा वाचक महाराज जी के टारगेट ऑडियंस कई जन्मों से आज भी मूलाधार में हीं अटके है। This is called a perfect दुकानदार 😊❤😊
@@BaidyanathMishra-k2s नहीं नहीं मत कहिए 🙏🏽🙏🏽
आपने तो केवल एक रट्टा मार रखा है बस परंतु ओशो एक महान दार्शनिक है
इसने question ही गलत पूछा हैं, ओशो सादी को बेकार नहीं बोले थे
@@abhishekpandey1284 phir kya kaha shadi pr
lol hai 😂
Yosho kabhi debate nhi kiya. Osho achha bolta tha par debate karna chahiye Shankracharya se.
Bilkul sahi kaha apne sare pagal ,sanki dharshanik ban jate hai kyoki ye so called psychiatric doctors uhni logo ki den hai,jin logo ki jagah mental asylum me hona chahiye,darshanik bankar sare youth ka brainwash karte hai
4-6 साल से कथा सुनाने वाले, ओशो के खिलाफ ज्ञान पेल रहे हैं.
Bhai Osho Puri tarah se theek nahin hai vah sant to hai Lekin vah Puri baat theek nahin kahate Hain ❤❤
@@MJAJaatji हाहा
Is tarah ke laakho baba ho gye hain..inko suna sunaya gyaan hai or osho ko aatmik gyaan
मेरा ओशो तो हिरा है उसकी कोई सीमा नही चमकणे की
जहा पे तुम जईसे बाबा की सोच खतम होगी
तब मेरे ओशो बाबा सोच सुरू होगी
ओसो सत्य थे इसलिए उनको सब नहीं समझ सकते
😂,those who say this don't believe Vedas..
They want to live in culture of LIR,,means dog-cat culture..😊
Will you be happy if your mother follow Osho completely??
You would have not taken birth 😂
Osho apne bhai ke liye ladki dekh rhe the,ye khud Osho ke bhai interview me bataya hai,Osho kuch bhi bolte hai to uska 2 matlab jaroor hota hai....1 wo jisse wo apne bat ko sach sabit kr sake aur dusra matlab wo jisse us jhuth se wo Bach sake❤❤❤.
Jhatu baba
🙏🙏
ओशो ने लाखों किताबों को पढ़ा था परंतु आप ने 100 को भी नहीं पढ़ा है गुरु जी ।
@@bmyadav2130 great
और सोने किताबें पढ़ी तब तुम वहां बैठे थे वैसे तो कोई उपन्यास ही पढ़ लेता है ज्ञान और शास्त्र नहीं पड़ा उसको नहीं समझा तो फिर मतलब क्या
100 bhi jyada bol diya 1 nhi padi hogi dhang se
Jitna pdh skte ho pdho sb answer mil jayenge
150000 book
ओशो मास्टर ऑफ़ द मास्टर है आप जैसे निम्न स्तर की सोच रखने वाले उन्हें कभी नहीं समझजाएंगे 💕
Aachrya prasant🗿🗿🗿
अगर ओशो जिंदा होते तो ऐसे जीतने बाबा है सब रोड के किनारे रेडी लगा रहे होते
ekdam sahi kaha bhai
@@kumarr...m.1929 मत कहो🙏🏽🙏🏽
@@kumarr...m.1929 ओशो को सुनकर हमें अपने में सुधार लाना था हम दूसरों को सुधारने में लग गए।
ओशो ने विवाह से इंकार क्यो किया क्योंकि, विवाह मे प्रेम नहीं होता और बिना प्रेम, विवाह गलत है
Kya aap apne mata-pita ke vivah ko galat maante h???
Prem to sirf bhagvan say hi hota hai aur sab jhoota hai to kya ab koi sadi hi nahi karega
प्रेम अल्टीमेटली भगवान से होता है, जीवन में और भी बहुत प्रेम होते है। ओशो बिना प्रेम के विवाह से इंकार करते थे जो की सही है।@@sankalprawat668
आजकल तो प्रेम विवाह हो रहा है ।
पहले की तुलना में ज्यादा पढ़े लिखे लोग प्रेम विवाह कर रहे हैं फिर क्यों साल दो साल में ही कोर्ट के चक्कर काटने लग जाते हैं??
@@omprakashdewangan9200 आपको यकीन है की वो प्रेम ही होता है! प्रेम जरा विरल घटना है। जो प्रेम विवाह वाले कोर्ट पहुंच रहे है उनमें आशाओं इच्छाओं की अनापूर्ति का क्षोभ है उनमें बस।
कोई आदमी चाहे लाखों चीजों को जान ले। चाहे वह पूरे जगत को जान ले। लेकिन वह स्वयं को नहीं जानता है तो वह अज्ञानी है। ओशो
मुझे समझना तेरे बशकी बात नहीं समझ को बढ़ा या समझना छोड़ दें.... भगवान श्री रजनीश ओशो❤
Osho ko mene bhi bahut suna he bhai bahut ache aur sachhe insaan he lekin ap log har kisi ko bhagwan ka darja kyu dete ho yrr kya bhagwan nam dene se hi uski izzat dil me hogi nhi na
@@RehanAnsari-zq5eb पहले ठीक से सुनो समझो तब व्यर्थ का ज्ञान देना...जिस दिन ओशो को समझ गए उस दिन ही ओशो को बुद्ध पुरुष बोलोगे
@@AjeetKumar-yw5dj bhai me kaha bol raha hu Osho ji galat bass mene itna kaha har kisi ko bhagwan ka darja kyu deto me bhi Osho ko sunta hu acharya ji ko sunta hu bahut hi gyan aur jeevan jine ka sahi tareeka sikhne ko mila he mujhe
@@AjeetKumar-yw5dj apne kabhi Osho ya acharya ji ke muh suna he aisa kehta huye ki mujhe bhagwan mano balki ye dono to bhagwan ke bare me batate hain
@@RehanAnsari-zq5eb Bhagwan Osho ❤️
ओशो ने सत्यनारायण की कथा के संदर्भ में अपने प्रवचनों में अक्सर बताया है कि वह कर्मकांड और रीति-रिवाजों के प्रति बहुत आलोचनात्मक थे। ओशो का मानना था कि धार्मिक कथा-कहानियों के माध्यम से लोग सिर्फ बाहरी रूप से धर्म का पालन करते हैं और वास्तविक आध्यात्मिक अनुभवों से दूर रह जाते हैं। उनके अनुसार, सत्यनारायण की कथा जैसी रस्में और अनुष्ठान सिर्फ एक मानसिक संतोष देने का काम करते हैं, लेकिन वे व्यक्ति को आत्मा के वास्तविक सत्य के करीब नहीं लाते।
ओशो का कहना था कि लोग इन कथाओं को बिना समझे या उनकी गहरी आध्यात्मिकता के बिना सिर्फ पारंपरिक रूप से करते हैं। उन्होंने कहा कि इससे व्यक्ति अंधविश्वासों और बाहरी आडंबरों में उलझ जाता है, और उसे आत्म-ज्ञान या ध्यान की ओर प्रवृत्त होने का समय नहीं मिलता। उनके अनुसार, धर्म का उद्देश्य व्यक्ति को खुद की खोज और सच्चे अस्तित्व की अनुभूति की ओर ले जाना चाहिए, लेकिन ऐसी कथाओं के पालन में अक्सर इसका उल्टा होता है।
ओशो का यह दृष्टिकोण उनके व्यापक विचारों का हिस्सा है, जिसमें उन्होंने सभी प्रकार के पारंपरिक धार्मिक आडंबरों और कर्मकांडों की आलोचना की और ध्यान, साक्षी भाव और आत्म-जागृति को अधिक महत्व दिया।
Sahi hai bhai
Well said sir
👍
@@thought2145 आपने भगवान ओशो का दृष्टिकोण सामने रखा। उन्होंने ने तो परम सत्य कहा है। दूसरे सभी की खामियां ज़ाहिर की की है हम उनके सामने बैठे होते तो क्या हमें हमारे बारे में कुछ न कहते।अबहम सभी उन्हें दुहराते रहें बेढंगे से ठीक नहीं लगता। बात सुचारू रूप में होनी चाहिए।🙏🏽🙏🏽🌺
Definition of injustice- This man has a toungue and can use it to talk about OSHO ji❤❤❤
आज ओशो के इस धरती पर ना होने से ही इन बाबाओं का अस्तित्व है।
Right
@@AnandDodiya बाल्मीकि के बारे में हमने सुना ही है। उन्होंने रामायण जैसा पवित्र ग्रन्थ हमें दिया है । क्या हम आगे नहीं बढ़ सकते। समय की बात है । बाल्या से बाल्मीकि हो सकते हैं तो हम भी तो इन्सान हैं 🙏🏽🙏🏽
Aap osho2 ban jaiye wo bhi insaan aap bhi insaan hmm bhi insaan aur baba o ka dukaan bnd kr dijiye
@@hrishikeshgupta9794 ओशो ओशो थे हैं और रहेंगे वे हमें अपनी चरणधूलि स्वीकार कर लें हमारे लिए यही बहुत है 🙏🏽🙏🏽
@@AnandDodiya हमें अपनी खामियों का कुछ भी नहीं पता। अपनी तरफ देखा जाए तो बेहतर होगा 🙏🏽🙏🏽
ओशो is great दार्शनिक थे हैं और रहेंगे उन्होंने जो बोला वह अमर है
Osho ji,ने जो बोला यथार्थ सच बोला अनुभव से बोला 🙏
अमरिका और दुनिया के 21 देशों में ओशो का इतना खौफ था कि उनको बैन कर दीया था ओशो जी का सिर्फ़ नाम ही काफी था
सिर्फ़ एक शख्श ने बिना किसी हथियार के 21 देशों को भय भीत कर दिया यह है ज्ञान की ताकत 🙏❤✍️
बेवकूफ बनाते हो रजनीश सैक्सी धा आशाराम की तरह फिर जैल में सड़ाने धा
😂😂😂😂😂😂
❤❤❤❤❤❤
@@satniderbhardwaj369 परम सत्य 🙏🏽🙏🏽
👍 ❤ 🙏
मैने ओशो को पढ़ा है ,,,मैंने ओशो को जाना है,,, मैंने ओशो को महसूस किया है,,, मैने ओशो को खाया है,,, मैंने ओशो को पिया है ,,,मैंने ओशो को सोया है,,, लाखों वर्षों में कभी कभार ऐसा फूल खिलता है,,,,
' हेलेना ब्लेवीस्टीकी '
जी हां
@@VinodKumar-ri6bx Absolutely आज अध्यात्म उपनिषद मे ओशो कह रहे हैं कि अगर हम दूसरों को चोर लुटेरा बेइमान वगैरह कह रहे हैं तो इसका मतलब यह हुआ कियह सब हमारे भीतर हैऔर एकदम हम वही हो जाएंगे। ओशो को सुनकर हमें अपना सुधार करना था न कि दूसरों में खामियां ढूंढना। जिनमें हम कमियां देख रहे हैं हो सकता है कथाएं करते करते वे कभी परमात्मा तक पहुंच जाएं और हम दूसरों में बुराइयां ढूंढते रह जाएं।
इन्हीं comments में देखिए कहा गया है कि आप ओशो बन जाइए हम आपके बर्तन मांजने आ जाएंगे।अब किसी के पास इसका कोई जवाब है शायद नहीं और इस इन्सान की ओशो के प्रति आस्था देखिए।बेहतर इन्सान है।हम नहीं जानते कि ताने कसने से भगवान् ओशो के प्रति लोगों की श्रद्धा कम हो जाएगी। हमें ऐसी सभी बातों से बचना होगा। अपने अपने व्यक्तित्व में सुधार लाना होगा।🙏🏽🙏🏽
Osho is the greatest philishper on the earth no one can compare him
ओशो इनके बस की बात नहीं है
आप जो कर रहे वही करे
ओशो नमन
मुरारी बापू जी खुद ये कहते है कि हम ओशो का बोला पढ़ कर ही बोलते है❤❤
सत्य.....लेकिन मुरारी बापूने ऐसा कहने की हिम्मत जुटाई..... ये भी बहोत बडी बात है
सत्य
ओशो 5000 साल में कोई एक होता है, ओशो जैसे 10 लोग भी पैदा हो गए तो इस दुनिया में एक भी पाखंडी नही रहेगा,वन्देमातरम्
ओशो का खंडन करने के लिए बहुत ज्ञान चाहिए वह ज्ञान आपके पास रंच मात्र नहीं है ओशो हिमालय हैं आप एक तिनका भी नहीं हैं
ओशो के सामने इनका कोई वजूद नहीं है।
इनमे इतना ज्ञान भी नही कि ये ओशो को समझ सकें।
Mai bhi nahi janta tere osho ko
😂😂
Toh jaan le ...akal aajayegi jindagi bhar aabhari hojayega Bhagwan osho ka@@AjayK-p1z
@@akhileshchandra2837 भगवान ओशो को मानो मगर दूसरों को बुरा मत कहिए 🙏🏽🙏🏽
@@AjayK-p1z अपने सबके ओशो को अब जान लेते हैं
ओशो (रजनीश) अद्भुत अद्वितीय एवं अनुपम संत हुए हैं।
ये गुरु खुद मोह माया में फसे हुए हैं,,,,, Osho is great.. 📿🙏
क्योंकि उसके विचारधारा से जुड़ने के लिए दिमाग चाहिए गोबर नहीं
Aur tumko beef khao
Bilkul shi kha bhai
Osho ka andhbhakt😂
@@Injoyheart-zf8xe सभी को उन्हें समझने की कोशिश होनी चाहिए
उनके मरने के बाद भी इनको डर लगता हैं क्योंकि विचार नहीं मरता😢
ओशो को जिसने सुना और समझा वह ओशो होगया ओशो भगवान है।
ओशो रजनीश विश्व विभूति हे विश्व में उसिका नाम हे शास्त्रों पुराणों तुम जेसे लोगो ने मन घड़ंत कहानी बनाई है अपनी रोजी रोटी के लिए
मैं समझता हूं ओशो के मुख से वेदों का बार बार उद्घाटन होता है ।❤ ओशो की वाणी स्वयं वेद है। आपकी मजबूरीहै है किआप किताब वाले वेद को प्रमाण मानो।
भगवान ओशो को समझ पाना हर किसी की बस बात नही है
ओशो की तुलना ही नही करनी चाहिए😊😊
@@chotusinghcs0972 correct 💯
@@chotusinghcs0972 जी बिल्कुल
तोताराम शास्त्री महराज🤣🤣🤣🤣🤣🤣
Mamsaram shastri 😅😅
काशी वाले तोता राम ही है ये बाबा 😅😅😅
दादा चूहड़मल फुहड़मल के पोता हैँ, तोताराम शास्त्री,
ਪੰਡਿਤ ਝਾਂਸਾਰਾਮ ਸ਼ਾਸਤਰੀ
ਪੰਡਿਤ ਝਾਂਸਾਰਾਮ ਸ਼ਾਸਤਰੀ
ओशो की तारीफ़ मोरारी बापूजी भी करते है!
Maturity:- Osho ✅💯🙏
Tatwamasi ♥️
@@RishabhVerma-w9u 💯 तत्वमसी:- वो तुम ही हो । छान्दोग्य उपनिषद ६/८/७- सामवेद )
@@radhe19195 right
अनिरुद्ध महराज जी को आचार्य प्रसांत जी को भी सुनना चाहिए
Osho , J krishnamurti , Socrates , Carl Jung , Sigmund Freud , kabirdas , Vivekananda , Rk Paramhans , Raman mahrishi , Nietzsche , Camus ,lao tzu , nagarjuna , buddha , mahavir ji ,Rumi
And Acharya Prashant ❤
Ye log hai jinko janna chaiye ,jinke vichar pdne chaiye , jinko sunke waqyi me Aap ucctam( Aanand ) ko hasil kroge ❤
Rumi was God ❤
@AjitSingh-dd3ep i Love Poetry of Rumi , Khushrow , Meerabai , Kabirdas ,shams Tabrizi and so on ...
Acharya prasant is not but he osho learner
ओशोको समझ्ने के लिए उच्च चेतना होना चाहिए । मुरारी वापु से आप सिख सकते है ।
@@MyNarayan123 correct 💯
🌱Osho side 🗣️हे काशीनिवासी तोताराम तुम्ही सबको देखकर तो मुझे भैंस को बड़ा कहना पड़ता है अकल से भी बड़ी भैंस 😑
तुममे इतनी अक्कल नहीं है की तुम रजनीश ओशो जी को समज सको ❤❤❤❤
🙏आज 90% लोग वेद शास्त्र के अनुसार नहीं चल सके. उन लोगो को osho अध्यात्म ka दर्सन करा दिये. Osho महान है. हर कोई osho को नहीं समझ सकता l
मेरे दृष्टि में आप भी महान ho jo निशाहा माँ की सेवा और अन्य अच्छे काम कर रहे ho
@@rameshkumarsingh635 ओशो में वेद शास्त्र सब समाए हुए हैं। वे जो भी बोले हैं वह वेद शास्त्र बन गए।अ लग से कुछ भी सुनने की जरूरत नहीं है।बस उन्हें सुनिए 🙏🏽🙏🏽
ओशो के व्याख्यान मे जो मुल्ला नसीरुद्दीन थे ये वही है
😊 aniruddha chary mulaa nahiruddin h aaj pata chala 🎉
😂😂😂
😂😂😂😂😂😂😂
@@saurabhshukla2812 No not
ओशो गगन हैं ।ओशो सागर हैं। आप उस गगन में उड़नेवाले खग हो और उस सागर में तैरने वाले मछली हो गुरूजी।
@@Rimi-q9t हम सभी खग हैं और हमें गगन से प्रेम करना है।हम सभी मछलियां भी तो हैं जो सागर से अलग होते ही प्राण त्याग देती हैं 🙏🏽🙏🏽
इन सब विषयों में जो आज के वेदांत मर्मज्ञ है आचार्य प्रशांत उन्हें सुनना चाहिए।
🎉🎉 right
@@PeeyushVerma-r4y जी बिल्कुल.. 👍🏽पीयूष जी🙏
1 lakh %sahi
Aachary. Prashant. Osho. Se. Bhi. Uper h
😂
ओशो अपने हर तर्क विचार रखने के बाद कहते थे की| मेरी बाते मान मत लेना क्योंकी में कहता हु इसलिए मत मान लेना | सोचना समझना प्रयोग करना अगर सत्य लगे तो मान लेना | क्यों की मैं कोई गुरु या पंडित नही हू के अपनी बाते जबरदस्ती मनवाऊ। तुम सोचना | मैं तो सिर्फ जगाने आया हु|
बुद्ध ने भी कहा है कोई शास्त्र कहे इसलिए मत मान लेना क्यों की किताबे मनुष्य ने अपने विचार से लिखी है तुम सोचना तुम अनुभव करना तुम्हे सच लगे तो मान लेना
बुद्ध पुरुष कभी जबरदस्ती अपनी बाते नई मनवाते वो हमे सोचने की समझने की बुद्धि देते है ❤
राजा दशरथ की भी इक ही पत्नी थी वो भी बहुत-बहुत चरित्रवान थे 😂😂😂😂😂😂
@@somesion1523 भगवान कृष्ण भी चरित्रवान थे।🙏🏽🙏🏽
Osho ko suno। मुर्खता दुर होकर थोङी बुद्धी आ जाएगी
Osho ki vichardhara mahan hei inse kyuki ved samaj me bhed dikhata hai
To tubhi sadhi nhi karega na ham toh osho ki sunege 😊😊
@@Drrpsingh900 apne nam Tulsidaskhan ka rahasya btao bhai
@@pradyumnatiwari7222 hungama movie😅
@@Drrpsingh900 😂😂
Oso was a great philosopher of India and always present proof own speech.
Oso speech is full of param satya.
@@gopaljisrivastava9531 absolutely
Osho jesa es yug me koi nhi...I love you bhagwan osho ❤❤❤
ओशो का उत्तर इस तरह के सवालों पर काफी अलग और गहन होता। ओशो ने हमेशा परंपरागत सामाजिक और धार्मिक मान्यताओं को चुनौती दी है। उन्होंने विवाह और संबंधों के बारे में अपनी अद्वितीय दृष्टि दी है, जो पारंपरिक भारतीय मान्यताओं से भिन्न है। ओशो के अनुसार, विवाह केवल एक सामाजिक अनुबंध नहीं होना चाहिए, बल्कि यह प्रेम और समझदारी पर आधारित होना चाहिए।
ओशो ने कई बार कहा है कि समाज ने विवाह को एक बंधन बना दिया है, जिसमें व्यक्ति की स्वतंत्रता और प्रेम का दम घुट जाता है। उन्होंने कहा कि संबंध में सच्चा प्रेम तभी संभव है जब उसमें स्वतंत्रता हो, जब लोग एक-दूसरे को अपनी संपत्ति की तरह न समझें। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक व्यक्ति का जीवन प्रेम और स्वतंत्रता पर आधारित नहीं होगा, तब तक वह अधूरा रहेगा।
जहां तक विवाह के भीतर पति-पत्नी के धर्म की बात है, ओशो मानते थे कि किसी संबंध का आधार प्यार होना चाहिए, न कि कर्तव्यों या जिम्मेदारियों का बोझ। उनके अनुसार, जब कोई व्यक्ति सिर्फ सामाजिक मान्यताओं और जिम्मेदारियों के चलते किसी संबंध में रहता है, तो वह वास्तव में उस संबंध का आनंद नहीं ले पाता।
समाज में महिलाओं का सम्मान करने के मुद्दे पर, ओशो का कहना था कि जब तक हम स्त्री और पुरुष को बराबरी के नजरिए से नहीं देखेंगे, तब तक कोई भी समाज सही मायनों में उन्नत नहीं हो सकता।
ओशो के अनुसार, किसी भी विदेशी या भारतीय संस्कृति को दोष देना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि हर संस्कृति में अच्छे और बुरे पहलू होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि व्यक्ति को अपने भीतर देखना चाहिए और अपने जीवन के सत्य को खोजना चाहिए, बजाय इसके कि वह केवल समाज के नियमों का पालन करे।
@@thought2145 Beautifully said 🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
Osho ke samne 10 लाख अनिरुद्ध आचार्य आ जाए तो भी नही टिकेंगे।
@@microcosmos7674 भगवान ओशो को पूजिए 🙏🏽🙏🏽 आगे कुछ भी कहना अनुचित है। प्रत्युत्तर में हम कुछ कह बैठते हैं उसका भुगतान करना पड़ता है।चुप रहते हैं तो भगवान की दूरी। किसी दूसरे की निन्दा गलत बात है 🙏🏽🙏🏽
आप ओशो के बाल बराबर भी नहीं तोता पंडित🥱
आप ओशो के ज्ञान के आगे शून्य हो महाराज जी इसलिए सुनते है आपका ज्ञान लेकिन समाज उसको अंगीकार नही करता । तुम आज जो बोलते हो उसमे आधा तो ओशो का ज्ञान रहता है
ओशो के साहित्य को आप जैसे लोगो ने अपने फायदे के लिए दबाया
असम में कोई ज्ञान नहीं था अपनी मन की बात सभी करते हैं जो शास्त्र और धर्म विरुद्ध बातें करता है उसको हम कैसे मानेंगे
@@PrithviSingh-iw4gs satya kisi ke virudh nahi hota bhai satya staya hota hai
Pramam de unke vyankhyan ka koi sa bhi part le aye me batata hu kya sahi hai kya galat @@hippoemrald6447
@@PrithviSingh-iw4gskoun sa sashtra
@@hippoemrald6447 यही तो सत्य है कि ओशो को ज्ञान है ही नहीं
ओशो एक महान दार्शनिक हैं तुम तो उसकी बराबरी कभी भी नही कर सकते अगर भारत के लोगों ने ओशो को जान लिया तो तुम्हारी पाखंड की दुकान कहीं की नहीं रहेगी ओशो बराबरी की बात करते हैं समानता की बात करते हैं पहले ओशो को पढ़ना चाहिए फिर बोलना चाहिए
ghanta hai 😂😂
Osho ko samjhna murkho ke bus ki bat nhi hai ,in bevkufo ko inhi jhooti kahaniyo me uljhe rahne do ,Inka dukh kbhi khtm nhi hone wala ,ye dukhi phle bhi the ,or aj bhi hai or humesa rahenge , inko kuch nhi samjh Ane wala ,kyuki osho ko samjhne ke liye osho wali buddhi bhi to honi chiye
osho was empirical master .and aniruddh learned parrot
Unke jaisa naa koi tha na koi hoga
😂😂😂😂😂
OSHO
की सारी बाते जानने के लिए, इनको दूसरा जन्म लेना पड़ेगा।
Dusara nahi 7janm lena padega 😂
आप तो ओशो को मानेंगे ही नहीं क्योंकि ओशो ने आप जैसे कथावाचकों का ही पोस्ट मार्टम किया है,,
ओशो जैसा कोई नहीं उन्होंने हर बात बड़े दमखम के साथ कही है।
हवा-हवाई नहीं ❤
Osho sbke opposite hi h end main sbko OSHO se AGREE Krna hi pdta h 🙂🙂
कहां राजा भोज कहां गंगू तेली😂
इनके बस की बात है ओशो को समझ जाए
ओशो एक विचार है और उन्हें समझना लकीर के फकीरों के बस की बात नही हो सकती
ओशो खुद भी तो नहीं समझता है
@@satyabrat9475 सच में ओशो व्यक्ति नहीं विचारधारा है।
ओशो से बढकर भी कोई है और वे है महर्षि दयानंद सरस्वती
एक अकेला ओशो ही नहीं है
Aachrya prasant❤
प्रभु ओशो होते तो आपकी दुकान इतनी जल्दी नहीं चलती।
जीवन मंत्र हैं ओशो प्रभु
इनको पंडित मनशाराम शास्त्रीवाला ओशोका प्रवचन सुनाना चाहिए !
Right...😂
बिल्कुल सही😂
😂
@@wakildipendrachand823 ओशो के हृदय से निकले हरेक शब्द में गहराई है। कृप्या समझने का कष्ट करें 🙏🏽🙏🏽
ओशो को लोग समझ नही पाए, ओशो सच मे ईश्वर का रूप थे, बुध भी ओशो के जैसे ही थे
Anirudhacharya ❌
Osho ✅
Aachrya prasant🗿
जुगनू सूर्य का कभी मुकाबला नहीं कर सकता।जुगनू का रोशनी भी सूर्य की देन है।
आप एक वाचक है, ओशो एक विचारक है।वाचक वही बोलता है जो लिखा या देखा है पर विचारक विचार करते हैं।
ऐसा धर्म जो इंसानों को जनवरों से नीचे पहुँचा दे वो धर्म कैसे महान हो सकता हैं 🤗🤗🤗