राजा परीक्षत की कथा और जनमेजय का सर्प यज्ञ कवि रेवंत दान कोडा

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  • เผยแพร่เมื่อ 2 พ.ย. 2024

ความคิดเห็น • 11

  • @vikramcharan6735
    @vikramcharan6735 4 ปีที่แล้ว +1

    जुग जुग जियो कविराज... ज्ञान और संवाद की सरिता अनवरत बहती रहे

  • @sampatsampat6148
    @sampatsampat6148 4 ปีที่แล้ว +2

    वाह बा वाहा धन है आपरी मात पिता जी नो

  • @KDJHEEBA
    @KDJHEEBA ปีที่แล้ว +1

    रेवंत दान जी भागवत कथा करनी शुरू की तो भगडो री छूटी हो जासे

  • @RamtaJogi-zd5yi
    @RamtaJogi-zd5yi 4 ปีที่แล้ว

    Jug jug jiyo the

  • @herajchoudhary258
    @herajchoudhary258 4 ปีที่แล้ว +1

    Vah baji vah.....

  • @gsrathorebhajan103
    @gsrathorebhajan103 5 หลายเดือนก่อน

    मैं आपको टोक नही रहा हूं
    पर अपनी समझ अनुसार यह कथा भागवत में हैं महाभारत में नही
    गल्ती हो तो माफ करना
    और दूसरा यह की आस्तिक ऋषी वासुकी जी का भांजा था दोहिता नहीं सा
    जय श्री राम जी
    G S मेड़तिया

  • @simranfilmstudio
    @simranfilmstudio 4 ปีที่แล้ว

    Very nice video

  • @simranfilmstudio
    @simranfilmstudio 4 ปีที่แล้ว

    Wow baji

  • @jitendraahampaSir
    @jitendraahampaSir 3 ปีที่แล้ว

    धन्नणामाटण का मतलब क्या होता है????

    • @KDJHEEBA
      @KDJHEEBA ปีที่แล้ว

      धनि का मांटी सें बना शब्द हैं l मतलब मालिक का भी मालिक

  • @हनीफखांन-म6ण
    @हनीफखांन-म6ण 4 ปีที่แล้ว +1

    Amar Ho Javo Jug Me Kanto Ni Bhage Pag Me