बहुत खूब खालिद मियां! क्या क्या शेर सुना दिए । खान कहता है यहां मूंगफली होता है फूल होती है पिशावर में कली होता है । *** मैं आज सारी रात सुनाऊंगा शाइरी तुमने मुझे दुबारा बुलाना तो है नहीं *** बाएं कांधे पर जहां उसने टिका रखा था सर वहां पहले से फरिश्ता था अज़ाबों वाला । *** घर में आते नहीं रहमत के फरिश्ते बेगम जब यहां आपकी अम्मा के कदम आते हैं । *** पहले ग्यारह थे पिसर इस साल बारह देखना इश्क़ के अखबार का ताज़ा शुमारा देखना । उनकी अम्मीजान में उनसे ज़ियादा जान है लज़्ज़ते आलू पसे आलूबुखारा देखना । *** जो लुग़त को तोड़ मरोड़ दे जो ग़ज़ल को नस्र से जोड़ दे मैं वो बदमज़ाक ए सुख़न नहीं वो जदीदिया कोई और है । *** दिली मुबारकबाद। इंशाअल्लाह आपको खूब तरक्की और शोहरत मिले । लव फ्रम हिन्दुस्तान । आपके खानदान का एक फ़कीर हयात
Bhuk Me Khaab Bhi Dikhta Hai Kababo Wala Jebb Khali Hai Magar Sauq Nawabo Wala Or Abke Mehboob Mila Itna Hijabo Wala Haath Dastana Bakaf Pao Jurabon Wala Baie Bazu Pe Tikaya Tha Jaha Sar Usne Waha Pehle Se Farishta Tha Azaboon Wala Bht Khubb 💐💕
آ پ نے مزاحیہ شاعری نہیں پڑہی۔ یہ اسکی بہترین مثال ہے ۔
Wah वाह क्या बात है ,
बीवी पे जो करता है काना अत ता उम्र,
वो तो शौहर नहीं वली होता है ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
From Araria
Waaah waahhhh alag level ka klaam♥️♥️♥️♥️🌹🌹🌹🌹🌹
बहुत खूब खालिद मियां! क्या क्या शेर सुना दिए ।
खान कहता है यहां मूंगफली होता है
फूल होती है पिशावर में कली होता है ।
***
मैं आज सारी रात सुनाऊंगा शाइरी
तुमने मुझे दुबारा बुलाना तो है नहीं
***
बाएं कांधे पर जहां उसने टिका रखा था सर
वहां पहले से फरिश्ता था अज़ाबों वाला ।
***
घर में आते नहीं रहमत के फरिश्ते बेगम
जब यहां आपकी अम्मा के कदम आते हैं ।
***
पहले ग्यारह थे पिसर इस साल बारह देखना
इश्क़ के अखबार का ताज़ा शुमारा देखना ।
उनकी अम्मीजान में उनसे ज़ियादा जान है
लज़्ज़ते आलू पसे आलूबुखारा देखना ।
***
जो लुग़त को तोड़ मरोड़ दे
जो ग़ज़ल को नस्र से जोड़ दे
मैं वो बदमज़ाक ए सुख़न नहीं
वो जदीदिया कोई और है ।
***
दिली मुबारकबाद। इंशाअल्लाह आपको खूब तरक्की और शोहरत मिले । लव फ्रम हिन्दुस्तान ।
आपके खानदान का एक फ़कीर
हयात
Good entertainment . Lahore Pakistan
Khalid Bhai we miss you always in Karachi. Buhat Dino bad apko dekha. Maza agaya.
This guy deserves to be on this stage every year
We are missing Rahat Indori sahab ✨❤️🙌🏻
What a joy to listen
waiting for umair najmi❤ plz jaldi upload krdo
Nice Poetry
Very good 😮😮😮
Bhuk Me Khaab Bhi Dikhta Hai Kababo Wala
Jebb Khali Hai Magar Sauq Nawabo Wala
Or Abke Mehboob Mila Itna Hijabo Wala
Haath Dastana Bakaf Pao Jurabon Wala
Baie Bazu Pe Tikaya Tha Jaha Sar Usne
Waha Pehle Se Farishta Tha Azaboon Wala Bht Khubb 💐💕
Waa john Elia wala sher
اچھی مزاحیہ ۔۔شاعری 😅
Aur bazaar mein tanha hai kitabon wala ... Sachi baat ..
Waah 😂
😂😂😂😂😂😂😂😂
Wah wah wah
Bhai isko kuch bhi kaho shayari to nae thi 🤧🤧
Hr wo cheez jo wzan ma ha shair khalata haa..
@@laraibsardar786 ok agar thi bhi to bht hi cheap thi 🤧🤧
@@wisdom_words18 sahab is trha ki shayari ko mazahiya shayari kehte hain
@wisdom_words18.Lgta hai app ko shayri ka ilm nahi hia isko tanz o mizah kehtai hia...
@@Aroundtheworld13140jab aap ko maluum hai ki tanz o mizah kehte hain, to phir kya wajah aan padii ki pehle keh diya ye shayari nahii
Inko koi bhi bat ho shayri bna denge
फूल होती है पेशावर में कली होता है |
पुलिंग को स्त्रीलिंग और स्त्रीलिंग को पुलिंग कहना ठीक नहीं|
Bhai pathan aise he bolte hain, jaise hamare Bengali bhai
Pakhtuni ko Urdu bolte suno
Aapko Sher samajh ayega