PM Modi Bats For Swift Justice Before CJI Chandrachud During The Inauguration Of The NCDJ| Rajeev Kr
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- เผยแพร่เมื่อ 15 ก.ย. 2024
- Prime Minister Narendra Modi, while calling the atrocities a “matter of grave concern for the society”, stressed on the need for faster delivery of justice during the inaugural ceremony of the two-day National Conference on District Judiciary organised by the Supreme Court.
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सभी के कार्यों की समीक्षा सुप्रीम कोर्ट करती है। अपने विभाग की समीक्षा कब करेगी।जितने केस आज हैं उतने केस आज़ गति से निपटारा हो तो चार सौ साल लगेंगे
जटिल से जटिल केश किसी भी कोर्ट मे 2 वर्ष और निचली अदालत मे 3 वर्ष से अधिक नहीं चलना चाहिए।
Long Live PM MODI
बहुत बुरी हालत है हमारे देश की न्याय व्यवस्था की कुछ कड़े कानून बनाने की जरूरत है।
मोदी जी ने कहा, मगर इसका कोई आसर होनेवाला है? ज्यूडिशियरी में भ्रष्टाचार खतम होगा? पैसे की खेल बंध होगा? बोलने से कोई काम होनेवाला नहीं है, कठोर कोई ब्याबस्था करना चाहिए।
देश में अपराधियों को न्यायालयों द्वारा समय पर सजा ना देने के चलते, भ्रष्टाचारियों, माफियाओं और दुष्करमियों के हौसले बुलन्दी पर हैं अपराधी बेखौफ अपराधों का ग्राफ दिन प्रति दिन बढ़ रहा है!
सुप्रीम कोर्ट के जज का काम केवल judiciary reform का होना चाहिए ।
हर जज की मानिटरिंग होनी चाहिए की उनके कोर्ट में प्रतिदिन कितने वाद दाखिल होते हैं और कितने फैसला देते हैं कम से कम प्रतिदिन फैसला का टारगेट दिया जाएं
Har Shak pe ullu baitha hae,anjame gulistaan kya hoga.
अगर फैसला शीघ्र हो जायेगा तो फीस भी लेनी है तारीख पे तारीख नहीं मिलेगी तो फिर कमाई कैसे हो गयी भाई साहब जी।
अपराधिक मामलों में सख्त से सख्त कार्रवाई की जाय ,आने वाले समय में भय पैदा होनी चाहिए 😒 😒 😒 😒 😒 😒 😒 😒 😒 😒 😒 😒 😒 😒
जो न्यायीक व्यवस्था कोटी कोटी मुकदमे दशकोसे प्रलंबीत रखती है उसे बेशरम और भ्रष्टाचारी ना कहे तो क्या कहे ?
सुप्रीम कोर्ट सो रहा है 🙏
ऐसा प्रतीत होता है बड़े बड़े अपराधियों को जिवन पर्यंत सजा पाना संभव नहीं?
और अपराध पर अपराध करते जातें हैं!
नीचे से ऊपर तक की न्यायपालिका में सबसे ज्यादा जजों, साथ-साथ कोर्टों और स्टाफ की बहुत बड़ी कमी है। इस पर कोई बात नहीं करता है। उस पर भी अनेक कोर्टें खाली अर्थात नियुक्ति का बाट जोह रही होती हैं। इसके लिए सबसे बड़ी दोषी सरकार है। नई कोर्ट बनाने के लिए पैसा देना और जजों की नियुक्ति करना, पेंडेंसी के सापेक्ष नई अदालतें स्थापित करना चाहिए यह काम सरकार का है। तभी फास्टेस्ट जस्टिस की कल्पना की जा सकती है। वर्ना भूल जाइए। इस प्रकार क्रिमिनल केसों में संबंधित थानों के मुकदमों के पैरोकार गवाहों को समय पर पेश नहीं करते हैं। क्रिमिनल केसों में भी सब दोष जजों को दिया जाता है। जबकि इसमें जजों का कोई दोष नहीं है। सारा दोष संबंधित थानों के मुकदमों के पैरोकार का होता है। एक आदमी की काम करने की क्षमता कितनी हो सकती है। पश्चिमी देशों की तुलना में भारत की न्यायपालिका में सबसे ज्यादा काम होता है। भारत के छोटी बड़ी सभी अदालतों में दो सौ से तीन सौ तक मुकदमें प्रतिदिन लगते हैं। इसके विपरित पश्चिमी देशों में 25 से 30 मुकदमों पर एक जज नियुक्त किया जाता है।
क्या मोदी जी के कहने पर कोई सुधार होगा,लगता नही है,
अगर जज जल्दी न्याय देंगे तो जमानत की जरूरत ही नहीं पड़ेगी.. अगर जमानत की जरूरत ही नहीं रहेगी तो जज जमानत का खेल कैसे खेलेंगे?
The JUDICIARY WILL NOT IMPROVE TILL STRICT ACTION IS NOT TAKEN AGAINST ROUGE LAWYERS LIKE ABHISHEK MANU SINGHVI KAPIL SIBAL AND MORE LIKE THEM
High Court & Supreme Court should be working throughout the Country in 24 × 7 days.
The Court Not be closed during the vacation periods.
They should give their all Judgements with priority basis .
सुधार जरूरी है।आम आदमी पार्टी की तो तुरंत सुनवाई होने लगती है किंतु आम आदमी के केस वर्षों लटके रहते हैं।
हमारे प्रिय प्रधानमन्त्री जी बिल्कुल सत्य कह रहे है, न्याय समय से न मिलना भी अन्याय है।
नीचे से ऊपर तक की न्यायपालिका में सबसे ज्यादा जजों, साथ-साथ कोर्टों और स्टाफ की बहुत बड़ी कमी है। इस पर कोई बात नहीं करता है। उस पर भी अनेक कोर्टें खाली अर्थात नियुक्ति का बाट जोह रही होती हैं। इसके लिए सबसे बड़ी दोषी सरकार है। नई कोर्ट बनाने के लिए पैसा देना और जजों की नियुक्ति करना, पेंडेंसी के सापेक्ष नई अदालतें स्थापित करना चाहिए यह काम सरकार का है। तभी फास्टेस्ट जस्टिस की कल्पना की जा सकती है। वर्ना भूल जाइए। इस प्रकार क्रिमिनल केसों में संबंधित थानों के मुकदमों के पैरोकार गवाहों को समय पर पेश नहीं करते हैं। क्रिमिनल केसों में भी सब दोष जजों को दिया जाता है। जबकि इसमें जजों का कोई दोष नहीं है। सारा दोष संबंधित थानों के मुकदमों के पैरोकार का होता है। एक आदमी की काम करने की क्षमता कितनी हो सकती है। पश्चिमी देशों की तुलना में भारत की न्यायपालिका में सबसे ज्यादा काम होता है। भारत के छोटी बड़ी सभी अदालतों में दो सौ से तीन सौ तक मुकदमें प्रतिदिन लगते हैं। इसके विपरित पश्चिमी देशों में 25 से 30 मुकदमों पर एक जज नियुक्त किया जाता है।
I agree with you
जमानत पर अच्छा टिप मिलती है हर तारीख पर अच्छी-खासी टिप मिलती है ज़मानत तो इसलिये दिया जाता है क्रिमिनल बाहर जाय दूसरा क्राईम करें हम अपने आप को दुर्भाग्य शाली मानते हैं भारत जैसे देश में पैदा हुये
Justice ab public ko hi karna padega.
No, Mr. Ajay Kardam jee, I do not agree with you. If the public will take law in their hand, that will be worse.
Let the Judiciary should decide that too sincerely, honestly in the name of God.
इस देश के गरीब को न्यायलय से न्याय मिलेगा बहुत दूर बात है उसे तो केवल तारीख पर तारीख मिलती है और बड़े पेसो वाले और नेताओं के लिए आज ही अपील की तत्काल सुनवाई होती है इसी कारण गरीब का केवल ईश्वर पर भरोसा रहता है ।
न्याय देने की मनसा ही नहीं है, न्याय का पाखण्ड इसी को कहते हैं l जय हिंद l
ये सिब्बल सिंघवी वकालत का ककहरा भी नहीं जानते हैं इनका स्टाफ कागज तैयार कर देता है और ये जजों से सेटिंग कर करके फैसला करा लेतें है। कोर्ट में इनकी दलीलें कभी भी तर्क संगत नहीं होती है।
न्याय पालिका में बैठ नें बाले में निपझ न्याय और राष्ट भक्ती की भावना होगी तो अब आगे लज्जीत नहीं होना परेगा ।
Bar council President Manan Mishra spoke very well on how constitution is being wrongly put in favour of corrupt people.
तारीख पर तारीख , चढ़ा समझाओ न्याय की देवी की आंखों से पट्टी उतारनी पड़ेगी 🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥
Jago Mantari m l a
M P.cji G?
आदरणीय राजीव जी सादर प्रणाम। "मोदीजी" जहां बोल रहे हैं,ये ऐसे लोग हैं जो पैसों के लिए कितना गिरेंगे,उसकी कोई सीमा नहीं है। वो "भैंस के सामने बीन बजा रहे हैं" इन बेशर्मों पर कोई असर नहीं होने वाला। इन बेशर्मों को इसके पहले भी स्वयं मोदीजी, आदरणीय राष्ट्रपति जी, आदरणीय उपराष्ट्रपति जी समय-समय पर काफी कुछ कहा है। किंतु कुछ असर हुआ,इन बेशर्मों पर। तो आगे भी कुछ होने जाने वाला नहीं है। ये ऐसे "एक ढर्रे" की तरह चलता रहेगा। इनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।धन्यवाद।
Yes, I agree with you.
But have a faith on God.
God is not sparing any one of criminal.
भ्रष्टाचार का सबसे बड़ाअड्डा है। सुप्रीम कोठे ने भारत की सभ्यतासंस्कृति पारिवारिक संबंध विवाहपद्धति सब खत्मकर दी। दुष्कर्म कोबढ़ावा दिया है
। आज तक कितने लोगों को न्याय मिलाया। भारत की सभ्यता संस्कृतिको बचाना है। जय हिंद जय भारत धन्यवाद
मैं देश की न्यायपालिका जिसको दो वकीलों नेअपनी रखैल बना रखा है,थूकता हूं
राजीव जी , कानून की दहशत होनी चाहिए! जब तक ये नहीं होता , तब तक संविधान का ऐसाही मजाक उडाया जायेगा!
Kanoon agar garib dukhi janta ko nyay ke liye banenga tub na nyay ka dahsat hoga
नैतिकहीन लोगों से सुधारात्मक न्याय की आशा छोड़ कर दंडात्मक व्यवस्था लानी चाहिए सुप्रीम कोर्ट की देश के चार कोने में चार बेँच बना देनी चाहिए । आई जे एस लाईए कालेजियम हटाईये ।
जुर्म और जमानत के खेल में जज बंदर बाँट कर रहे हैं और जनता जोखिम में!वाह! रे न्याय!😢😢😢
Jamanat Jamanat ka khel khatam hona chahiye....chidambaran ko long life jamanat hai....Rahul aur soniya Ghandhi ko national herald mai log life jamanat mila huaa hai...agalye janam kai liye court ko jamanat day dayna chahiye....Hindu dharam mai purb janam to mantye hi hai
सीबीआई और ईडी की गोगलगाय जैसी धीमी जांच प्रक्रिया की वजह से दोषी हो या अपराधी हो बेल पे छूट जाते है या बरी हो जाते हैं। समझ में नही आता ये किस प्रकार की जांच।
भारत में जापान की तरह राजकारणी अपना भ्रष्टाचार कभी भी स्वीकार नहीं करते हैं।
र
हम को लगता है कि जैसा काम वर्तमान SC में हो रहा है शायद इससे पहले कभी न हुआ हो चाहे वह मामले निर्णय का हो या जमानत के संदर्भ में हों या किसी को जेल भेजने या फिर जेल से बाहर निकालने के हो अतिशयोक्ति हैं
बधाई हो उच्चतम न्यायालय
मंच पर सिब्बल को देख कर ऐसा लगा जैसे चोर बैठा हुआ हो ।
Chor nahi maha goonda
भाई राजनीति अब भले लोगों का सौदा नहीं रहा। यहां सबसे निम्न स्तर के लोग मिलेंगे।
@@AbhishekMishra7346jee, not thief, say a besharam daku is sitting with them.
कोर्ट और जमानत के खेल ने नेताओं में कानुन का डर समाप्त कर रखा है। आज लालू यादव, राहुल गांधी इत्यादि कितने ही लोग अनिश्चित कालीन जमानत पर हैं क्या यह व्यवस्था सुप्रीम कोर्ट आम आरोपियो केलिए भी करती है।
दो सुप्रीम कोठे के दलाल के चलते न्याय हुई बदनाम! रिश्ता क्या है इस कोठे से जनता सब गई है जान!
Hope fast track justice comes into force.
जमानत के लिए एक अलग ब्रांच होनी चाहिए ताकि अदालत अपना कार्य ढंग सेकर सके
भारतीय कानून से तो आजादी के पहले की कानून व्यवस्था अच्छी थीं फिर हमने आजादी प्राप्त कर क्या किया उल्टे देश को आर्थिक गुलामी की ओर बढ़ने पर मजबूर कर दिया
Jai Hind sir ji
बड़े जज बड़े वकील द्वारा बढ़िया से मैनेज कर लिये जाते है।
श्रीमान आपको हार्दिक बधाई, एवं क्या ऐसे कानून नहीं बन सकता/कैसे बन सकता है।की राज्य सभा एवं लोकसभा का सदस्य उच्च न्यायालय अथवा सर्वोच्च न्यायालय में किसी का मुक़दमा नहीं लड़ सकते हैं। एवं उच्च न्यायालय का वकील सर्वोच्च न्यायालय का मुक़दमा एवं सर्वोच्च न्यायालय का वकील उच्च न्यायालय में वकालत नहीं कर सकता ।
न्यायपालिका को सुधारना बहुत आवश्यक है। निचली अद।लत से लेकर के उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश और जज वकीलों के कहने के अनुसार फैसला करते हैं। कोर्ट केवल जमानत देने के लिए नहीं होते हैं, लाखों मामले पेंडिंग पड़े हुए हैं।
सुप्रीम कोर्ट कोई सुप्रीम कोर्ट नहीं बह कांग्रेस ओर ब्रिटिश का संस्था है
देश का सबसे बड़ा दुर्भाग्य है कि भारत में न्याय पालिका इस समय सबसे ज्यादा लेट लतीफ मानसिक प्रताड़ना भरी अन्याय पूरण तारीखों से आम आदमी परेशान है!!!!!
Correctly.
But in selective cases that solved by S.C .within few hrs. ..
सत्य है
Wmosssiwk😂
हल जैसे तीस्ता सीतलवाड़ और पवन खेड़ा@@virendrakathait2439
कानून बदलने की जरुरत है।
Yeha to sab yeh jannaye lagye hai ki kitana bara aaprathi ho jamanat milana hi hai chalo chalye supreem court yeh nara kuch janta laga rahi hai
100& सही सुप्रीम कोर्ट =? 🙏
Jai shree Ram
योगी लाओ देश बचाओ I
रेप और हत्या जैसे मामले में जमानत मिलनी ही नही चाहिए
Mullas mouluvies scholars barristers will cry 😭😭😭 wolf by this process.
को ई भी सरकार आये लम्बित प्रकरणों का निपटारा वहीं रामजी जाने
को ई भी सरकार आये लम्बित प्रकरणों का निपटारा वहीं रामजी जाने
सुप्रीम कोर्ट अपराधियों के साथ भ्रष्ट लोगो का राहत प्रदाता बना लगता है
कोर्ट में सुधार की महति आवश्यकता है।
32 साल में न्याय
न्याय समय पर मीलता ही नहीं
श्री राजीव कुमार जी बहुत बहुत धन्यवाद, बधाई। पूरे जीवन तक कैस चलते रहते हैं फैसला होता ही नहीं केवल जमानत मिलती रहती है या तारीख पर तारीख आजीवन मिलती रहती है।
देश के शासकों को चाहिए की सुप्रीम कोर्ट का नाम बदल कर जमानत कोर्ट कर देना चाहिए
SC सामान्य लोगों के बारे में इस तरह से नहीं सोचता।😮
S C भ्रष्टाचार के सभी रिकॉर्ड बना रहा है।
धन्यवाद राजीव जी । इसी कार्यप्रणाली का लाभ लेने के लिए मोटी चमड़ी के अपराधी मानसिकता के नेता व उनके अनुयाई अपराध करने में जरा भी नहीं झिझकते । भगवान इस देश व देशवासियों को बचाए।
प्रत्येक मुकदमा में न्याय २--३ तारीख में दे देना आवश्यक आवश्यकता है जिससे देश का विकास होता है ।
न्यायिक तंत्र में गजब का भ्रष्टाचार है
Har Har Modi ji 🙏
Supreme court judges are very interesting for politics than judgement in old cases.
वकीलों के साथ भी सख्ती से पेश आना चाहिए ,जिससे गलत कार्य करने के लिए हिम्मत न पड़े
Justice for Lady doctor in Kolkata murder case.sabhi apradhiyo ko fasi ki saja hona chahiye sir Ji.immediataly fast track court dwara Sir ji
Hamare justice to netaon aur criminals ko bail dene mei busy rehte hain to logon ko jaldi justice kaise milega ?
Karodoki lutfat karnevalo leaders ko jamanat PE gundagardi karneka lie chhod dete hai. Jail me rakho aur logoko insaf dilvao. Garib salose jailme sabdata hai.
Request to Modiji, Yogiji, only they can solve this problem
सब खेल सुप्रीम कोर्ट से ही होता है
CJI सबसे करप्ट ज्यूडिशियल ऑफिसर है इसे उठाकर परिवार के साथ रोहिंगियो के बीच में बिना किसी सुविधा दो माह रहने का आदेश राष्ट्रपति को देना चाहिए
इनके अधिकार को संविधान के दायरे में लाएं!मोदी सरकार कोई सख़्त कदम उठाए !
correct
Yes, we agree with you.
The CJI, the head of Judiciary, he must be responsible for its failure.
But,he will not take responsibility. He knows no one stops his retirement banefits.😊
Yes absolutely true....
जितने भी जज है सब को बर्खास्त करके पंचायत को दे देना चाहिए एक दिन में न्याय हो जाता है
🕉️🚩जय श्री राम 🚩🕉️
🌺💖जय श्री कृष्णा 💘
🔱🕉️हर हर महादेव 🌴🌹
🌹🌱वंदे मातरम् 💝🌺
🚩जय हिन्द! जय भारत 🇳🇪💞
🕉️ *जय सनातन धर्म !🚩 🌹अधर्म, भ्रष्टाचार एवम भ्रष्टाचारियों का नाश हो* 🚩🌹🙏
अब बातों से काम नहीं चलेगा लात की जरूरत है कठोर कानून बनना चाहिए
क्या मोदी जी की बातों से जज साहब को कोई फर्क पड़ेगा, देखने वाली बात है। जय हिंद जय भारत वंदेमातरम
अगर जगदीश टाईटलर की उमर न बचे तो डिस्टिक कोर्ट,हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जज को बची हुई सजा दी जाए जिनकी वजह से डिले होती है।
Oñce again I get an opportunity to convey my warm regards 🌿🌹🙏 to our beloved PM
न्याय में देरी न्यायधीशों की मनमानी।। देरी से न्याय मिलना सज़ा सजाना है।
मोदी सरकार को देश हित के लिए सुप्रीम कोर्ट को शीघ्र सुधारना चाहिए । ऐसा कर देने से देश का लगभग सारी समस्या खत्म हो जाएगा ।
आपका वक्तव्य बहुत संक्षिप्त और स्पस्ट होता है। मुझे अच्छा लगता है। वन्देमातरम्
Chandrabora is our CJI ! Setting justice for judicial system in Indian Legal History.
seriously ashamed of our judiciary system
सर जी धन्यवाद जय हिंद जय भारत न्याय व्यवस्था में सुधार की अनिवार्यता बहुत जरूरी है
When a bail is given, it should be scrutinised by a Parliamentary special committee. Such a law must be enacted because it is a slap on justice and also the government representing the people.
First and foremost reform that is required, that no one if officiating both houses of Parliament shouldn't be allowed to represent cases in court. If once they have represented any house of Parliament.
बहुत सुन्दर विश्लेषण 👌👍🙏🏻
Nobody is Supreme against conscience.
Judicial reform is most necessary as delay in justice is
No justice
PM MODI JI
Presented the CORRECT PICTURE.
Feel some REFORM is ABSOLUTELY NECESSARY.
FEEL SOLUTION MUST BE COME.
WITH CONCENT OF ALL.
कानून में बदलाव बहुत जरूरी हो गया है
सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार कोर्ट में ही है
वाह रे हमारा कानून, कानून के रखवाले कितने बेशरम है? कानून खरिदने वालों की मौज ही मौज !
सुप्रीम कोर्ट तो लगता है सिर्फ पीआईएल या जमानत वो भी सिर्फ आम आदमी पार्टी की उसके लिए ही है।
DHANYAWAD 💐 ❤🎉
मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का निर्णय राकेट की स्पीड से बदला था
किसी भी एडवोकेटको संसद अथवा विधायिका में नहीं लिया जाना चाहिए।
मनु सिंघवी जी को धन्यवाद c d ने बता दिया कि जज किस प्रकार बनाए जाते हैं
Thank you very much for Updating
राज्यसभा सदस्य की वकालत कैंसिल करनी चाहिए
Vakil lo sansad nahin banaya jaye sansad banne ki Kal ch mein ko criminal politics hai us ko yeh vakeel bacha lete phir sansad ban jata
दर्द हो रही है बह तो प्रदानमंत्री जी के साथ बेठे थे और विचार बांट भी रहे थे आप जैसे लोग ज्ञानी महात्मा बनकर ज्ञान बांटने में लगे हुए हैं 😂😂😂😂😂
मोदी जी बस कटाक्ष ही कर सकते हैं। या फिर ऐसे लोगों की आत्मा झकझोर रहे, जिनका जमीर मर चुका है।
भाई कुछ तो कर रहा दूसरा तो लतीफे ही सुना रहा है 😂😂😂😂😂😂
Nothing will change till yug parivartan coming soon.
Jamir bechnewale ko atma ke jagah paisa hi bada hai to kon jhakjhoregs
@@akshatbhandari4779 believe me it's coming, dekhte jao
धन्य है हमारे देश की न्याय व्यवस्था ।
ऐसे न्यायालय की क्या आवश्यकता है जिससे अपराधियों को संरक्षण प्रदान किया जाता है ।
सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि जब तक फैसला नहीं आता
तब तक आरोपी जमानत पर रहेगा
और फैसला आने में 25-30 साल तो लगते ही है
अब सोचकर सोचिए
ऐसे न्याय तन्त्र कहाँ तक सही
👍Modiji hain toh mumkin hai 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
दूसरे जन्म की तारीख दे देनी चाहिए । क्यों की हिंदू धर्म में पुनर्जन्म की व्यवस्था है।
Time-line in respect of the cases must be framed, and responsibility may be fixed on judges to end the cases within time frame. In fact, our judiciary system is going downwards and needs to be reformed. Thanks.
Supreme court gyan dene me busy hai, gyan dene ke baad फैसला सुनाया जाएगा