मंदिर की निम्ब चीटियों ने बनाई यह सरा सर गलत है अगर देवता भगवान है तो उसने अपना घर क्यों नहीं बनाया जो भी मंदिर बने हुए है यह सब मानव निर्मित है धर्म के नाम पर मुर्ख मत बनिए............. लोगों को मुर्ख बनाना तो आसान है, लेकिन उन्हें यह समझाना मुश्किल है की उन्हें मुर्ख बनाया गया है भगवान का डर नहीं है, लोगों मे जितना डर भगवान का भरा गया है! यदि उतना डर "क़ानून" का भर दिया जाए तो अपराध बहुत कम हो जायेंगे, क्योंकि अपराध करने वाला "क़ानून" से डरता है भगवान से नहीं!! कामाख्या तंत्रम लेखक राधेश्याम चतुर्वेदी जो नीच व्यक्ति योनि की निंदा या उससे घृणा करता है, हे देवी! शिव की आज्ञा से वह शीघ्र ही रोरव नर्क मे जाता है, यह सत्य है कामाख्या देवी योनि के मध्य मे रहती है, योनि के चारों ओर उगे हुए चिकुर ( वालो ) मे योगनियां रहती है! त्रिकोण मे शिव, विष्णु और ब्रह्मा रहते है, इसलिए साधक अपना कल्याण चाहता है तो योनि की निंदा न करें! योनि की निंदा करने वाला पूर्णतः नष्ट हो जाता है और हे देवी योनि की प्रांशसा करने वाला तत्काल शिव हो जाता है
जय हो सोमेश्वर महादेव
Khtrnak😮
Jai someshwar Maharaj ki
😍😍
Jai ho ❤
जबरदस्त ब्लॉग ❤
बोहरा जी सोमेश्वर महादेव का सबसे पुराना मंदिर फिताडी मे नही बल्कि रेक्चा मे है जो शायद आपसे भी दिखाई दिया होगा ।
❤️👌
Nice vlog❤
रेक्चा मे इससे भी पुरानी कोठी ओर मंदिर हे लेकिन वहा जाना आपने उचित नहीं समझा।
है पर मुझे तब पता चला ज़ब मे पुरोला पहुंच गया किसी ने बताया नहीं, चलो एक ही गाँव है जय हो ❤️👌
मंदिर की निम्ब चीटियों ने बनाई यह सरा सर गलत है अगर देवता भगवान है तो उसने अपना घर क्यों नहीं बनाया जो भी मंदिर बने हुए है यह सब मानव निर्मित है
धर्म के नाम पर मुर्ख मत बनिए.............
लोगों को मुर्ख बनाना तो आसान है, लेकिन उन्हें यह समझाना मुश्किल है की उन्हें मुर्ख बनाया गया है
भगवान का डर नहीं है,
लोगों मे जितना डर भगवान का भरा गया है!
यदि उतना डर "क़ानून" का भर दिया जाए तो अपराध बहुत कम हो जायेंगे, क्योंकि अपराध करने वाला "क़ानून" से डरता है भगवान से नहीं!!
कामाख्या तंत्रम
लेखक राधेश्याम चतुर्वेदी
जो नीच व्यक्ति योनि की निंदा या उससे घृणा करता है, हे देवी! शिव की आज्ञा से वह शीघ्र ही रोरव नर्क मे जाता है, यह सत्य है कामाख्या देवी योनि के मध्य मे रहती है, योनि के चारों ओर उगे हुए चिकुर ( वालो ) मे योगनियां रहती है! त्रिकोण मे शिव, विष्णु और ब्रह्मा रहते है, इसलिए साधक अपना कल्याण चाहता है तो योनि की निंदा न करें! योनि की निंदा करने वाला पूर्णतः नष्ट हो जाता है और हे देवी योनि की प्रांशसा करने वाला तत्काल शिव हो जाता है