मुमुक्षता का जन्म मां के गभॅ से होना चाहिए। साथ , देवकृपा__पितृकृपा__गुरुकृपा__माता_पिताकृपा__गरीबकृपा जरुरी है। अति कृपा कृपानाथ जी की जो ज्ञानवर्धक सत्र हम दर बैठे भी श्रवण कर सकते हैं। साष्टांग दंडवत प्रणाम भगवान 🙏🌹🙏
मानव देह प्राप्त करने के बाद जन्म मरण से छूटकारा चाहिए। अनेक यातना से भी छूटकारा चाहिए। कैसै मिलेगा ये सवाल है और उसका जवाब एक बालक दे रहे हैं और वहीं अष्टावक्र जी है। अति दुर्लभ ज्ञानवर्धक प्रथमदिन रहा। अति गुरुकृपा 🙏🙏🙏🙏
#अष्टांवक्र अंतर्मुख का वैज्ञानिक है यह भीतर जाता है जीत बाहर की नहीँ जीत भीतर की होनी चाहिए। जोग भोग महँ राखेउ गोई. राम कृपा बिनु प्रगट कि होई। #Rushivarji
जय श्री कृष्ण कृपा नाथ जी ## जनक जी के तीन सवाल ग्यान वैराग्य ओर मुक्ति ## जागृत मतलब मुमकछ शरीर का धर्म अलग आत्मा का धर्म अलग गुरू की संगति के बिना समझना संभव नही ##गुरू के सानिध्य मे बैठकर मनमे उगे हुए दरख्त को निकालो ये वृतांत मन को छू गया ##बहुत बहुत धन्यावाद गुरू जी 🙏🙏🙏
परमात्मा गोकर्ण महादेवमहराज की पूर्ण कृपा से सनातन वैदिक धर्म ही नहीं अपितु मानव जाति का अष्टांवक्र गीता सर्वोच्च ग्रन्थ है जिसकी तुलना किसी के साथ हो ही नहीँ सकती। अष्टांवक्र कहें कि -ब्रह्म ही जगत है, जगत ही ब्रह्म है, तथा ब्रह्म ही जीव है, जीव ही ब्रह्म है। ब्रह्म को बाहर ढूढ़ने की जरूरत नहीँ है, उसे अपने भीतर ढूंढने की जरुरत है। भागने की नहीँ अपितु जागने की जरूरत है। #Rushivarji #Ashtavakra
गुरुकृपा में सात विध्न बताया। कुल का अभिमान, वित्त का, श्रुतम का, रुप का, शौर्य का, दान का और प्राधान्य का अभिमान होगा तो गुरुकृपा नहीं होती। अभिमान से उपर उठे। जय जय गुरुदेव नमामी 🌷💐🙏
खुशबू लायी पवन महका चंदन , हर सितारा तेरा दर्पण लगता है, हे दिव्य तेरी स्मृति यू हृदय आकाश आच्छादित करती है, कण कण तेरा प्रतिबिम्ब होता है - जय श्री कृष्ण: #Rushivarji , beautiful expression,worth experience, jai ho
ज्ञान... वैराग्य.. मोक्ष.. के बारे में जिज्ञासाओं का वर्णन... उपनिषद उद्दालक के विषय से प्रारम्भ बहुत ही गूढ़ विषय.. जिज्ञासा ही जिज्ञासा है #अष्टवक्रगीता में तो पूर्ण ज्ञान विज्ञान की गंगा बहने वाली है। #ऋषिवरजी #सर्वोच्च_ग्रंथ है।
अष्टावक्र गीता का गोकर्ण तीर्थ क्षेत्र से ऋषिवरजी के श्रीमुख से अद्भूत आध्यात्मिक सत्संग का सान्निध्य मिलना किसी चमत्कार से कम नहीं है। जय हो गोकर्ण महाराज जी की 🙏🙏 जय हो कृपानाथ की 🙏🙏
प्रथम दिवस की भूमिका इतनी गूढ़ तो आगे बहुत ही तत्व... द्वैत अद्वेत.. अवस्थाएं...जगृति.. स्वप्नावस्था... निंद्रा.. बहुत ही अष्टावक्र जी के जीवन से ज्ञान रूपी अमृत पीने को मिलेगा👏👏
#Rushivarji #अष्टावक्र गीता #गोकर्ण #मन बगीचा हैं हमने जो बोया वही मिलेगा #महापुरुषों की संगति के बिना मन के विकारों को नष्ट नहीं कर सकते 🌹🙏🙏🙏🌹जय श्री कृपा नाथजी
परमात्मा गोकर्ण महादेव महाराज की पूर्ण कृपा से सनातन वैदिक धर्म यही नहीं मानव जाति जिसकी तुलना नहीं की जा सकती। ब्रह्म ही जगत जगत ही ब्रह्मा जीव ही ब्रह्मा ब्रह्म ही जीव, हर हर
अष्टावक्र का अर्थ अंतर मुख जीत बाहर नहीं अंदर होती है। गुरु के ऊपर संशय ना करो। उनकी वाणी वलगु वाक्य है गुरु को समझना कठिन है। संशय नहीं करना चाहिए, जय हो प्रभु जी प्रणाम
जीव मात्र ब्रह्म भी है और ब्रह्म ही जीव भी है... इन सब श्रम ही श्रम हुआ इससे छुटकारा कैसे मिले... बहुत ही तात्विक गूढ़ अष्टावक्र गीता👏👏एक बूंद समझ आजाये तो भी बहुत ही कृपा👏👏👌👌
मनुष्य आकार मे से मानवता प्रगट होना, और शरीर का धर्म अर आत्मा का धर्म को समझना--इसको जाग्रत अवस्था कहा गया है। अद्वितीय दुर्लभ कथा। बिना सद्गुरु कृपा समझना असम्भव है। नमन भगवन।
#सनातन_विचार अष्टावक्र गीता अद्वैत वेदान्त का ग्रन्थ है,जो ऋषि अष्टावक्र और राजा जनक के संवाद के रूप में है।भगवद्गीता,उपनिषद और ब्रह्मसूत्र के समान अष्टावक्र गीता अमूल्य ग्रन्थ है l अष्टावक्र गीता में राजा जनक के जिज्ञासा से हम सब सबकी की जीवन को लाभान्वित करने वाले प्रश्नों को शान्त करने की जिज्ञासा से परिपूर्ण जैसा सद्गुरुदेवजी ने समझाया👏👏
परमात्मा गोकर्ण महाराज की पूर्ण कृपा से सनातन वैदिक धर्म मानव जाति का सवौच्च ग्रंथ है अष्टावक्र गीता। जिसकी तुलना किसी के साथ नहीं हो सकती। जय हो प्रभु..अति अद्भुत वचनामृत भगवान.. अति उर आनंद 🙏🌷🙏
#प्रणाम कृपानाथ#लक्षण और उपलक्षण बताए आपने#ये पता नही था कि हमारा लक्षण क्या है #स्वयं को भुलाकर भाग रहे है# आप बहुत कुछ प्रसादी देने वाले हैं#कृपानाथ और श्री नाथ जी की कृपा से आत्मसात भी कर सकु#अपनी शान्ति और प्रसन्नता मिल जाए#सादर नमन कृपानाथ###
ज्ञानीजनो के संगति को सुख माना गया है। समय के बर्बादी ही हानि है। क्यो की बिताहुया समय वापस नही आता। कथा के एक एक शब्द जीवन को सुधार देनेवाली है। प्रणत हे नारायणन स्वरुप।
#अष्टांवक्र कहें कि हे राजन!इस दुनियाँ में जो भी हो रहा है, जो भी घटना घटित हो रही है उसका तू केवल दर्शन कर। अष्टांवक्र कहे कि जप तप पाठ पूजा यम नियम यह सब बुद्धि का भ्रम है, समय की बर्बादी है। #Rushivarji #AshtavakraWithRushivarji
मुक्ति की इच्छा हो तो -1-देव कृपा होती है ।2-पितृ कृपा होती है 3-गुरु कृपा होती है 4-माता पिता की कृपा होती है और 5वाँ -कोई गरीब की कृपा होती है तभी मानव के अंदर मुमुक्षत्व का जन्म होता है.
अष्टावक्र गीता हमारे लिये बिल्कुल नया विषय है, हम बड़भागी है की ऐसे गहन विषय पर आपके श्रीमुख से वकतव्य सुनने का हम पामर जिव को अवसर मिला है, सबसे पहले हम आपके श्री चरणों में दंडवत् कर ये प्रार्थना करते है प्रभु की कृपया हमारी बुद्धि का स्तर और आत्मा की शुद्धता वहाँ तक पहुँचाये की हम ईस विषय को समज सके और आपके द्वारा विस्फुटित हो रही ज्ञान गंगा में गोता लगा सके 🙏
Pujya Gurudev kindly bestow blessings on us humble human beings to understand and attain what Ashtavakr Rushi is trying to teach us 💐💐💐humble pleading #Rushivarji
हम सभी भाग्यशाली है जो आपकी अमृतमय वाणी द्वारा प्राप्त अष्टावक्र गीता कथामृत का रसपान करके अपने जीवन की क्षणों को मूल्यवान करेंगे। #Rushivarji #Ashtavakragita
अष्टावक्र गीता विशुद्ध ज्ञान है जिसे ग्रहण करने के लिए मन को कंचन का पात्र बनाना होगा। अद्भुत भाव विभोर करने वाला दिव्य वचनामृत। अत्यंत आभार गुरुदेव #Rushivarji #AshtavakraGita
हमें इतना आनंद दायक एवं अद्भुत वचनामृत का श्रवण कराने हेतु बहुत बहुत धन्यवाद गुरुदेव,पूजा दीदी एवं संपूर्ण टीम को 🙏🏻 गुरु मेहरबान तो शिष्य बलवान 🙏🏻🙏🏻 जय जय गुरूदेव नमामि 🚩🚩
#RUSHIVARJI 🙏🙏🌹🌹 #ASHTAVAKRA GITA APNE AAP ME GYAN KA BHANDAR#GYAN VEIRAGYA MOKSHY SABHI KI PRAPTI IS GRANTHY SE MILTI HE FIR APKE MUKHARVIND SE SUNNE KI ANUBHUTI HI KISI AMRUT SE CUM NAHI HE KAL APNE KRUSHN KE CHARNANVIND ME TEER KA REHSAY BATAYA BAHUT SUNDAR JAI HO SADGURUDEV KI #KOTISH PRANAAM OR DHANYWAAD 🙏🙏💐💐💐🌹🌹🌹
ऋषि अष्टावक्र ने इन्हीं तीन प्रश्नों का संधान राजा जनक के साथ संवाद के रूप में किया है जो अष्टावक्र गीता के रूप में प्रचलित है। ये सूत्र आत्मज्ञान के सबसे सीधे और सरल वक्तव्य हैं। इनमें एक ही पथ प्रदर्शित किया गया है जो है ज्ञान का मार्ग। ये सूत्र ज्ञानोपलब्धि के, ज्ञानी के अनुभव के सूत्र हैं। #Rushivarji #AshtavakraGitaWithRushivarji
अष्टावक्र गीता नमकीन ,मिठाई नही, ये शुद्ध बासुदी है जिसको हर कोई पचा नहीं सकता - शुद्ध घी की घारी जैसी है ,बहुत गरिष्ठ विषय है, गुरु कृपा से ही समझ मे आएगी, एवम तभी आचरण में आएगी । #Rushivarji #Gita
Ashtavakra Geeta is the manifestation of full potential of a Soul-Bright, magnificent, fierce and potent. The topic itself is so liberating. Thank you #Rushivarji for choosing to impart this to us
#Rushivarji हम कृतज्ञ है की आपने अथाह परिश्रम कर ईस ग्रंथ का मंथन करके ज्ञान रूपी नवनीत हम भक्तों तक पहुँचाया है, और हम धन्यवाद करते है आपकी पूरी टीम का जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी आप द्वारा विस्फुटित ज्ञान गंगा को हम तक पहुँचाया तांकि हम घर बैठे ईस ज्ञान गंगा में गोता लगा सके , खूब खूब धन्यवाद
Tat Sat Shri Krushna Arpan!
Jai Gurudev!
🙏🌺🕉🌺🙏
मुमुक्षता का जन्म मां के गभॅ से होना चाहिए।
साथ , देवकृपा__पितृकृपा__गुरुकृपा__माता_पिताकृपा__गरीबकृपा जरुरी है।
अति कृपा कृपानाथ जी की जो ज्ञानवर्धक सत्र हम दर बैठे भी श्रवण कर सकते हैं।
साष्टांग दंडवत प्रणाम भगवान 🙏🌹🙏
दीवाने हैं हम सद्गुरु के सुधबुध गयो भुलाय
जैसे जैसे वो शब्द सुनायें हम नाचत होश गवाएं।
................... जय हो गुरुदेव प्रणाम 🙏🙏
मानव देह प्राप्त करने के बाद जन्म मरण से छूटकारा चाहिए। अनेक यातना से भी छूटकारा चाहिए। कैसै मिलेगा ये सवाल है और उसका जवाब एक बालक दे रहे हैं और वहीं अष्टावक्र जी है।
अति दुर्लभ ज्ञानवर्धक प्रथमदिन रहा।
अति गुरुकृपा 🙏🙏🙏🙏
अद्भुत अलौकिक वचना मृत् प्रभु 🙏🙏
"गुणी लोगो के संग मिलना ही इस जगत मे लाभ कहा गया है।"---अनमोल आत्मकल्याणकर जानकारी। जय हो भक्तवत्सल।
#अष्टांवक्र अंतर्मुख का वैज्ञानिक है यह भीतर जाता है जीत बाहर की नहीँ जीत भीतर की होनी चाहिए।
जोग भोग महँ राखेउ गोई. राम कृपा बिनु प्रगट कि होई।
#Rushivarji
भगवान की गीता मोह नाश की विद्या जो की गृहस्थी के लिए। अष्टावक्र गीता मोक्षदायी विरक्तजनो के लिए।
अलौकिक ज्ञानवर्धक प्रसंग। जय हो सद्गुरुभगवान। 🙏
रोम रोम पुलकित हो गया गुरूदेव के बचनामृत सुनकर।🙏🌹@Rushivarji
AshtavakhraGeetawithRushivarji.🙏
जय श्री कृष्ण कृपा नाथ जी
## जनक जी के तीन सवाल ग्यान वैराग्य ओर मुक्ति ## जागृत मतलब मुमकछ शरीर का धर्म अलग आत्मा का धर्म अलग गुरू की संगति के बिना समझना संभव नही
##गुरू के सानिध्य मे बैठकर मनमे उगे हुए दरख्त को निकालो ये वृतांत मन को छू गया
##बहुत बहुत धन्यावाद गुरू जी 🙏🙏🙏
परमात्मा गोकर्ण महादेवमहराज की पूर्ण कृपा से सनातन वैदिक धर्म ही नहीं अपितु मानव जाति का अष्टांवक्र गीता सर्वोच्च ग्रन्थ है जिसकी तुलना किसी के साथ हो ही नहीँ सकती।
अष्टांवक्र कहें कि -ब्रह्म ही जगत है, जगत ही ब्रह्म है, तथा ब्रह्म ही जीव है, जीव ही ब्रह्म है।
ब्रह्म को बाहर ढूढ़ने की जरूरत नहीँ है, उसे अपने भीतर ढूंढने की जरुरत है।
भागने की नहीँ अपितु जागने की जरूरत है।
#Rushivarji #Ashtavakra
"गुरूदेवजी के कृपा के बिना मुमुक्षत्व का जन्म नही होता है।"-
जय गुरूदेव। सादर चरणवंन्दन ।
गुरुकृपा में सात विध्न बताया।
कुल का अभिमान,
वित्त का, श्रुतम का, रुप का, शौर्य का, दान का और प्राधान्य का अभिमान होगा तो गुरुकृपा नहीं होती।
अभिमान से उपर उठे।
जय जय गुरुदेव नमामी 🌷💐🙏
#Rushivarji #AshtavakraGeeta #गुरुदेव को अद्भुत वचनामृत प्रसादी के लिए कोटि कोटि धन्यवाद 🙏🌹
खुशबू लायी पवन महका चंदन , हर सितारा तेरा दर्पण लगता है, हे दिव्य तेरी स्मृति यू हृदय आकाश आच्छादित करती है, कण कण तेरा प्रतिबिम्ब होता है - जय श्री कृष्ण: #Rushivarji , beautiful expression,worth experience, jai ho
ज्ञान... वैराग्य.. मोक्ष.. के बारे में जिज्ञासाओं का वर्णन... उपनिषद उद्दालक के विषय से प्रारम्भ बहुत ही गूढ़ विषय.. जिज्ञासा ही जिज्ञासा है
#अष्टवक्रगीता में तो पूर्ण ज्ञान विज्ञान की गंगा बहने वाली है। #ऋषिवरजी
#सर्वोच्च_ग्रंथ है।
अष्टावक्र गीता का गोकर्ण तीर्थ क्षेत्र से ऋषिवरजी के श्रीमुख से अद्भूत आध्यात्मिक सत्संग का सान्निध्य मिलना किसी चमत्कार से कम नहीं है। जय हो गोकर्ण महाराज जी की 🙏🙏 जय हो कृपानाथ की 🙏🙏
प्रथम दिवस की भूमिका इतनी गूढ़ तो आगे बहुत ही तत्व... द्वैत अद्वेत.. अवस्थाएं...जगृति.. स्वप्नावस्था... निंद्रा.. बहुत ही अष्टावक्र जी के जीवन से ज्ञान रूपी अमृत पीने को मिलेगा👏👏
#Rushivarji #अष्टावक्र गीता #गोकर्ण #मन बगीचा हैं हमने जो बोया वही मिलेगा #महापुरुषों की संगति के बिना मन के विकारों को नष्ट नहीं कर सकते 🌹🙏🙏🙏🌹जय श्री कृपा नाथजी
परमात्मा गोकर्ण महादेव महाराज की पूर्ण कृपा से सनातन वैदिक धर्म यही नहीं मानव जाति जिसकी तुलना नहीं की जा सकती। ब्रह्म ही जगत जगत ही ब्रह्मा जीव ही ब्रह्मा ब्रह्म ही जीव, हर हर
आज के वचनामृत में गुरुदेव ने बताया ज्ञानी लोगों की संगति सुख प्रदान करी है । विरक्त और मुमुक्षु को मध्य में रखकर अष्टावक्र जी ने गीता लिखी है ।
Ashtavakr gita is for internal application, wonderful guidance by pujya shri #Rushivarji ,jai shri krushna
अष्टावक्र का अर्थ अंतर मुख जीत बाहर नहीं अंदर होती है। गुरु के ऊपर संशय ना करो। उनकी वाणी वलगु वाक्य है गुरु को समझना कठिन है। संशय नहीं करना चाहिए, जय हो प्रभु जी प्रणाम
जय जय गुरुदेव नमामि 🙏🙏
जय जय जय गुरुदेव नमामि🙏
#Rushivarji
🙏एक बार सद्गुरु के चरणों का आश्रय लिया है तो साशन्य नही करना चाहिए 🙏नाथ त्वस्मी नाथ दसोम🙏#Rushivarji#ashtavakr geeta🙏
जीव मात्र ब्रह्म भी है और ब्रह्म ही जीव भी है... इन सब श्रम ही श्रम हुआ इससे छुटकारा कैसे मिले... बहुत ही तात्विक गूढ़ अष्टावक्र गीता👏👏एक बूंद समझ आजाये तो भी बहुत ही कृपा👏👏👌👌
मनुष्य आकार मे से मानवता प्रगट होना, और शरीर का धर्म अर आत्मा का धर्म को समझना--इसको जाग्रत अवस्था कहा गया है।
अद्वितीय दुर्लभ कथा। बिना सद्गुरु कृपा समझना असम्भव है। नमन भगवन।
दुर्जनों की प्रशंसा से सज्जन की अप्रिय वाणी अच्छी है क्योंकि इससे व्यक्ति के जीवन में सुधार की उम्मीद है #rushivarji
#सनातन_विचार
अष्टावक्र गीता अद्वैत वेदान्त का ग्रन्थ है,जो ऋषि अष्टावक्र और राजा जनक के संवाद के रूप में है।भगवद्गीता,उपनिषद और ब्रह्मसूत्र के समान अष्टावक्र गीता अमूल्य ग्रन्थ है l
अष्टावक्र गीता में राजा जनक के जिज्ञासा से हम सब सबकी की जीवन को लाभान्वित करने वाले प्रश्नों को शान्त करने की जिज्ञासा से परिपूर्ण जैसा सद्गुरुदेवजी ने समझाया👏👏
Rushivar ji ke charno me koti koti pranaam aur dandavat 🙏🙏🙏🙏🙏
परमात्मा गोकर्ण महाराज की पूर्ण कृपा से सनातन वैदिक धर्म मानव जाति का सवौच्च ग्रंथ है अष्टावक्र गीता। जिसकी तुलना किसी के साथ नहीं हो सकती।
जय हो प्रभु..अति अद्भुत वचनामृत भगवान.. अति उर आनंद 🙏🌷🙏
#प्रणाम कृपानाथ#लक्षण और उपलक्षण बताए आपने#ये पता नही था कि हमारा लक्षण क्या है #स्वयं को भुलाकर भाग रहे है# आप बहुत कुछ प्रसादी देने वाले हैं#कृपानाथ और श्री नाथ जी की कृपा से आत्मसात भी कर सकु#अपनी शान्ति और प्रसन्नता मिल जाए#सादर नमन कृपानाथ###
ज्ञानीजनो के संगति को सुख माना गया है।
समय के बर्बादी ही हानि है। क्यो की बिताहुया समय वापस नही आता।
कथा के एक एक शब्द जीवन को सुधार देनेवाली है। प्रणत हे नारायणन स्वरुप।
રામ રામજી વંદન .ઋષિવરજીના શ્રી ચરણોમાં સાદર વંદન .
આવુ દુર્લભ જ્ઞાન થોડું પણ જીવનમાં ઉતરે ,પરમાત્મા અમને એવી મતિ અને ગતિ આપે .વંદન
#ॠषिवरजी जय गुरुदेव प्रणाम 🙏🙏कोकर्ण से प्रथम दिवस की अष्टवक्र गीता की अद्भुत कथा श्रवण करके धन्य हुए प्रभुजी । अष्टवक्र अंतर्मुखी वैज्ञानिक है ।
अष्टावक्र गीता ,अद्भुत और ज्ञानवर्धक वचनामृत , गुरुदेव की दिव्य वाणी में श्रवण कर हम धन्य हुए ।कोटि कोटि प्रणाम गुरुदेव🙏
#Rushivarji
#अष्टांवक्र कहें कि हे राजन!इस दुनियाँ में जो भी हो रहा है, जो भी घटना घटित हो रही है उसका तू केवल दर्शन कर।
अष्टांवक्र कहे कि जप तप पाठ पूजा यम नियम यह सब बुद्धि का भ्रम है, समय की बर्बादी है।
#Rushivarji #AshtavakraWithRushivarji
अनंत कृपा श्री सद्गुरुदेव की , कृपा कर निर्मल मति दीजिए सद्गुरुजी निज शरण मे लीजिए 💐💐 #Rushivarji #AshtavakraGita
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सुन्दर विचार 🙏
Rushiver ji🙏🙏🌺🌺satpursho ka janm nirmal hardya vale logo k ghr hota h🌺🌺🙏🙏jai ho krpanath🌺🌺🙏🙏
भौतिक सागर आज हमारे गुरुदेव रूपी ज्ञान सागर के मुख से वचनामृत का पान कर रहा है।🙏🙏👏👏👏👏👏 #Rushivarji #Ashtavakra #karnataka #Gokarna
अष्टावक्र का अर्थ अन्तरमुख का वैज्ञानिक..👌👌
अष्टावक्र यानी अन्तरमुख की विज्ञानी। यहा गीतामे शरीर की नही आत्मा की, चिदानन्द रुप शिवोहम तक की बाते है।
अति दुर्लभ ज्ञानदर्शन।नमन प्रभुजी।
अद्भुत और अलौकिक ज्ञान गंगा
Jai shree Krishna 🙏🙏
कृपा नाथ के चरणों मे कोटी कोटी प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏🌹
#Rushivarji ne bataya ki your mind is garden, either you sow seeds or weeds, that’s up to you. Dhanyvad Rushivarji.
Pranam Gurudev 🙏🙏 sadev prasanna rahana hi ashtavakra Geeta ka saar hai.your peace of mind should never be compromised 🙏🙏
#CHARAN SPARSH SHRI RUSHIVARJI. SHUKRIA PRABHUJI.
अद्भुत ,अलौकिक वचनामृत गुरुदेव की दिव्य वाणी में सुनकर हम धन्य हुए ...कोटि कोटि दंडवत नमन गुरुदेव..🙏🌹🌹#Rushivarji #Ashtavakra Geeta
मुक्ति की इच्छा हो तो -1-देव कृपा होती है ।2-पितृ कृपा होती है 3-गुरु कृपा होती है 4-माता पिता की कृपा होती है और 5वाँ -कोई गरीब की कृपा होती है तभी मानव के अंदर मुमुक्षत्व का जन्म होता है.
blessed to listen vachnamrut Ashtavakra Geeta🙏🌷
बहुत ही ज्ञानवर्धक।
नमन।
🙏🙏 आनंद ही आनंद बरस रहा
गुरु कृपा अद्भुत वचनामृत रसपान
#rushivarji#AshtavakraGeeta
अष्टावक्र गीता हमारे लिये बिल्कुल नया विषय है, हम बड़भागी है की ऐसे गहन विषय पर आपके श्रीमुख से वकतव्य सुनने का हम पामर जिव को अवसर मिला है, सबसे पहले हम आपके श्री चरणों में दंडवत् कर ये प्रार्थना करते है प्रभु की कृपया हमारी बुद्धि का स्तर और आत्मा की शुद्धता वहाँ तक पहुँचाये की हम ईस विषय को समज सके और आपके द्वारा विस्फुटित हो रही ज्ञान गंगा में गोता लगा सके 🙏
#Rushiverji #Astavakra Gita
Maan hi manushay ke bandhan moksha ka karan hai
Jai Jai gurudev namami🙏🙏🌹🌹
नमन् गुरूदेव,
The Ashtavakr Gita provides salvation in seconds ,provided one is ready n totally prepared candidate to accept n elevate - hare Krishna #Rushivarji
संशय कभी गुरु पे ना करे पूर्ण समर्पण.. जय हो।
अष्टावक्र का सूत्र हैं -
ब्रम्ह ही जगत हैं,जगत ही ब्रम्ह हैं l
ब्रम्ह ही जीव हैं,जीव ही ब्रम्ह हैं l
#Rushivarji #AshtavakraGitaWithRushivarji
अष्टावक्र गीता विरक्तों के लिए है, ये मुक्ति दिलवाती है #Rushivarji #Gokaran
अष्टावक्र गीता अद्वैत विज्ञानं का अमूल्य ग्रंथ है जो साधक को क्षण मात्र में "जीवनमुक्त" अवस्था तक पहुँचा सकता है
Bahut badhiya Katha Guruji Pranam
तन की नहीं मन की चिंता करो कि वह किस दिशा में जा रहा है ।तन बिगड़ा तो ठीक हो जायेगा पर मन बिगड़ा तो जीवन व्यर्थ चला जायेगा #rushivarji
Pujya Gurudev kindly bestow blessings on us humble human beings to understand and attain what Ashtavakr Rushi is trying to teach us 💐💐💐humble pleading #Rushivarji
हम सभी भाग्यशाली है जो आपकी अमृतमय वाणी द्वारा प्राप्त अष्टावक्र गीता कथामृत का रसपान करके अपने जीवन की क्षणों को मूल्यवान करेंगे। #Rushivarji #Ashtavakragita
Jay shri gurudev bhagavanji ki Jay ho
Kripanath dandvatpranam prabhu
अष्टावक्र गीता विशुद्ध ज्ञान है जिसे ग्रहण करने के लिए मन को कंचन का पात्र बनाना होगा।
अद्भुत भाव विभोर करने वाला दिव्य वचनामृत।
अत्यंत आभार गुरुदेव
#Rushivarji
#AshtavakraGita
Your mind is a garden either you sow Seeds or you sow Weeds.
As you Sow so shall you Reap.
Jai Shri Rushivarji
#Rushivarji
#ashtavakragita
#Gokarna
#ॠषिवरजी जय गुरुदेव प्रणाम 🙏🙏अष्टवक्र की कथा में गुरूदेव जी ने बताया हृदय साफ रहे तो मुखों के घर पर भी महापुरुषों का जन्म होता है ।
हमें इतना आनंद दायक एवं अद्भुत वचनामृत का श्रवण कराने हेतु बहुत बहुत धन्यवाद गुरुदेव,पूजा दीदी एवं संपूर्ण टीम को 🙏🏻
गुरु मेहरबान तो शिष्य बलवान 🙏🏻🙏🏻
जय जय गुरूदेव नमामि 🚩🚩
#RUSHIVARJI 🙏🙏🌹🌹
#ASHTAVAKRA GITA APNE AAP ME GYAN KA BHANDAR#GYAN VEIRAGYA MOKSHY SABHI KI PRAPTI IS GRANTHY SE MILTI HE
FIR APKE MUKHARVIND SE SUNNE KI ANUBHUTI HI KISI AMRUT SE CUM NAHI HE
KAL APNE KRUSHN KE CHARNANVIND ME TEER KA REHSAY BATAYA BAHUT SUNDAR
JAI HO SADGURUDEV KI #KOTISH PRANAAM OR DHANYWAAD 🙏🙏💐💐💐🌹🌹🌹
अद्भुत और ज्ञानवर्धक वचनामृत अष्टावक्र गीता हम सब गुरुदेव की दिव्य वाणी में श्रवण कर हम धन्य हुए ।कोटि कोटि प्रणाम गुरुदेव 🙏🌹
ऋषि अष्टावक्र ने इन्हीं तीन प्रश्नों का संधान राजा जनक के साथ संवाद के रूप में किया है जो अष्टावक्र गीता के रूप में प्रचलित है। ये सूत्र आत्मज्ञान के सबसे सीधे और सरल वक्तव्य हैं। इनमें एक ही पथ प्रदर्शित किया गया है जो है ज्ञान का मार्ग। ये सूत्र ज्ञानोपलब्धि के, ज्ञानी के अनुभव के सूत्र हैं। #Rushivarji #AshtavakraGitaWithRushivarji
Rushiwar ko mera sadar Pranam.......
देह-शरीर, देही - आत्मा
मोह नाश की विद्या......श्री भगवान की गीता
मोक्ष प्राप्ति की गीता....अष्टावक्र गीता
#Rushivarji #AshtavakraGitaWithRushivarji
# I t can be followed only under the guidance of guru dev ji
अष्टावक्र गीता नमकीन ,मिठाई नही, ये शुद्ध बासुदी है जिसको हर कोई पचा नहीं सकता - शुद्ध घी की घारी जैसी है ,बहुत गरिष्ठ विषय है, गुरु कृपा से ही समझ मे आएगी, एवम तभी आचरण में आएगी । #Rushivarji #Gita
जय श्री कृष्ण राधे राधे🙏🌹
#Rushivarji #AshtavakraGeeta #गुरुकृपा से ही सुनना सम्भव है।
"पुण्य को प्रकट करने से पुण्य का क्षय हो जाता है।"
Very much intense soul stirring narrative , hope to open gates of arrogance n ignorance in thy august guidance gurudev #Rushivarji
Jay shree kirshna Radhe Radhe ♥ Guruji parnaam ♥
Radhe radhe 🙏🙏🙏😊
#Rushivarji #AshtavakraGeeta #गुरु वाणी वचनामृत दर्शन त्रिवेणी समान
मनष्यका जन्म कहाँ हुवा यह महत्वकी बात नही, जन्मके बाद कहाँ लेके जाता है यह महत्वकी बात है!
श्रवणसे ज्ञान सिद्ध होता है!
कृपानाथ कोटी कोटी नमन 💐🙏🙏
Ashtavakra Geeta is the manifestation of full potential of a Soul-Bright, magnificent, fierce and potent. The topic itself is so liberating. Thank you #Rushivarji for choosing to impart this to us
🙏🙏🌹sahstra koti koti naman mere Rushivarji ko dhanya bhaag hamaare prbhuji🙏🙏🙏🙏
अन्तर्मुख के वाँज्ञायिक हैं अष्टवक्रा
#rushivarji #ashtavakraGita #spritualguru #motivationalspeech #upanishads हरि शरणं गुरु शरणं 🙏
हमारी तीन अवस्था है
स्वप्न__जाग्रत__सुषुप्त
🙏🙏
#Rushivarji हम कृतज्ञ है की आपने अथाह परिश्रम कर ईस ग्रंथ का मंथन करके ज्ञान रूपी नवनीत हम भक्तों तक पहुँचाया है, और हम धन्यवाद करते है आपकी पूरी टीम का जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी आप द्वारा विस्फुटित ज्ञान गंगा को हम तक पहुँचाया तांकि हम घर बैठे ईस ज्ञान गंगा में गोता लगा सके , खूब खूब धन्यवाद
Radhe radhe
जल का लक्षण प्रवाही है
जल का उपलक्षण बर्फ अति शीत में और भाफ अति उष्ण स्थिति में -
Pranam guruji🙏🙏
अष्टावक्र अंतर्मन के वैज्ञानिक हैं #rushivarji #spiritualprogres
मनुष्य का जन्म कहां होता है यह महत्व की बात नहीं है वह अपने आप को कहां ले जाता है यह अधिक महतवा की बात है कृपानाथ आपकी जय हो
As you Sow so shall you Reap.
Your mind is a garden either you sow Seeds or you sow Weeds.
#Rushivarji #Ashtavakragita
Radhey Radhey guruji ❤