श्री कबीर दास जी की मूर्ति और प्रतिमा को नही समझ पा रहे नही तो देख रहे इतना भी समझदारी नही है श्री संत कबीर दास जी जो पहचाने जा रहे है वह सिर्फ तस्वीरों द्वारा और श्री कृष्ण जी को मूर्ति तस्वीरें देखकर इन्हें अज्ञात नही है कि हम किसको बदनाम कर रहे है चाहे कृष्ण कहो या राम चाहे कहलों कबीर दास चाहे दिन कहो या रात यह सब समझने का खेल है आप लोग तो जोड़ने के अलावा तोड़ने का काम कर रहे है गुरु जी आप को प्रणाम
बिल्कुल सही कहा आपने,इस पृथ्वी पर वेदों के बाद अगर किसी ने पाखण्डवाद अर्थात मूर्ति पूजा पर किसी ने करारा प्रहार किया है तो वह हैं सर्वाधिक विद्रोही भगवान श्री कृष्ण जी। श्री मदभागवत महापुराण के दसवें स्कंध में अपने पिता जी श्री वसुदेव जी को कहते हैं कि जो तीन धातुओं से बने शरीर को आत्मा मानता है ,जलादि नदियों को तीर्थ मानता है ।पत्थर ,लोहा पीतल ,सोना चांदी आदि धातुओं से बनीं मूर्तियों को देवता मानता है ।ऐस पुरुष गायों में गधे के समान है। आप एक ऐसे उपदेशक हैं जिन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की बात को कहा वरना ज्यादातर साधु-संत पंथापंथी वाले लोग तो कहना भी गुनाह समझते हैं।वह समझते हैं कि अगर श्रीकृष्ण जी का उपदेश बता देंगे तो हमारा पंथ कमजोर पड़ जायेगा। आपको बहुत बहुत साधुवाद।।
Kisi ko manana galat hai, darti,jal,parkirti se bade Kabir,banaya satlok,tum vahi jao,satlok ki murti nahi hai kya,pakhand failakar loke me soke karta hai
प्रिय आत्मन्! बहुत खूब.... इसी तरह से मन लगाकर खुशहाल जिंदगी टीवी चैनल के सभी सत्संग भजन प्रवचन को देखते रहिए और दूसरों को भी दिखाइए तथा शेयर करिए। चैनल पर बिल्कुल नए हैं तो फौरन सब्सक्राइब कर लीजिए, बेल आइकन को प्रेस का नोटिफिकेशन की घंटी बजाते हुए आल को सेलेक्ट कर लीजिए, तो जब भी हम लाइव आएंगे या नई वीडियो अपलोड करेंगे तो सबसे पहले उसकी नोटिफिकेशन आपको मिल जाएगी... अपना और अपनों का ख्याल रखिए, खूब-खूब प्रेम और अनंत साधुवाद! 💐💐💐
साहब जी आपको कोटि कोटि साधुवाद पाखंड के खिलाफ बहुत अच्छा सत्य वचन जो लोग आपको मूर्ति पूजा के विरोधी मानते हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं कि बाबासाहेब ने मेहनत और कम से बहुत डिग्रियां हासिल की 14 भाषाओं का ज्ञान प्राप्त किया और देश के कानूनमंत्री बने ना की मूर्ति पूज के अगर उन्हें पूजा पाठ में इतना यकीन है तो गांव का प्रधान या चपरासी बनाकर दिखाएं अगर अब भी समझ में ना आया हो तो o m g या p k मूवी देखले जय भीम जय भारत यूपी बहराइच
सतनाम साहेब बंदगी हम कबीर परमात्मा का शिष्य है साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी आपका प्रवचन बहुत ही सुंदर और अच्छा दिल छू जाने वाला प्रवचन होता है साहेब बंदगी
हांये बात आपकी सत्य ऐसे प्रवचन से मैं आपका हृदय से अभिनंदन करता हूं जी बालक ने माता पिता की सेवा कर ली ओर गुरु की उस भगवान से बङी भागती कर ली हां भगवान से बड़े हैं माता पिता ओर गुरु जय श्री राम🙏🌹🙏🌹
भगवान यदि है आपके अनुसार जैसे कि लोग मानते हैं तो ना दिखाई देने वाला माता-पिता हैं मगर माता-पिता तो साक्षात भगवान हैं... आपकी अच्छी समझदारी के लिए प्रेम और अनंत साधुवाद!
वाह क्या बात है.... इसे कहते हैं सही तरीके से सत्य को समझना और जीना। मंदिर या धार्मिक स्थल में यदि सचमुच में सत्संग हो रहा हो या सही भजन चल रहा हो या कोई सार्थक उत्सव हो तो जरूर जाइए केवल हाथ जोड़कर गिरगिटाने और नाक रगड़ने के लिए हरगिज़ मत जाइए क्योंकि परमात्मा वहां नहीं भीतर बैठा हुआ है। जिस दिन लोग यह समझना शुरू कर देंगे दुनिया बिल्कुल बदल जाएगी और सार्थक हो जाएगी। आप इसी तरीके से देखते रहिए, दिखाते रहिए और ज्यादा से ज्यादा लोगों को खुद भी प्रोत्साहित करिए... खूब खूब प्रेम और अनंत आशीर्वाद!
Bade kache ho dil se bhi diamg se bhi aur bhudi se bhi ek kayar hi tumhari kar sakta hain kisi k vichar se tum pighal gawoge vicharo k mansik gulami hi napunsak karte h Har ek insan k khusi uske Ruchi ki anusar hoti h kisi neech insan ko dusro ko dukh de k khusi hoti h aur ek mansik gulami wale ko dusre k baaton ko garhan karne main khusi milti h rampal mansik gulami aur vicharo k aadhin h jabki adhtmikata main vicharo ka koi mahtava hi nahi hota lekin tum satiya ko samjhne ki vajaye karam kando ko mahtava de rahe ho ye kaisa adhtam h lagta h tum koso dur ho adhatmikata se
जैसे राष्ट्र पति की कोई पार्टी नहीं है ठीक वैसे ही परमपिता परमात्मा का कोई मत समप्रदाय महजब पथ आदि अलग से नहीं होता। सत्य सनातन एक है झूठे बेबुनियाद मन घडंत पथ आदि अनेक है। जो मानव समाज को भ्रमित कर रहे हैं। हमारे गुरु माता पिता आचार्य वेद भगवान् है। महापुरुषों में सबका साझा होता है। सत्य का समर्थन और असत्य का त्याग करैं धन्यवाद।।
अपनी अपनी आस्था तुम कोण होते हो भगवान राम ही इस संसार के मालिक हैं वो ही शिव हैं दोनों एक ही है हम लोग अंधे हैं अंधों ने हाथी की किसी ने पूंछ पकड़ी किसी सूंड पकड़ी असल हाथी को कोई ने नहीं देखा इसी प्रकार असल परमात्मा को आज तक कोई भी नहीं जान पाया इसलिए तुम कोई परमात्मा को मानों हम किसी को माने किसी छोटा बड़ा नहीं है अपने बारे मैं सिर्फ सोचो किसी को छोटा बड़ा मत बोलो
श्रीमान जी एक बार अयोध्या मथुरा में जाकर माथा टेक आओ, मूर्ति पूजा का ज्ञान हो जाएगा, कबीरदास जी की बात करते हैं लेकिन कबीरदास जी के गुण एक रत्ती भर भी नहीं है जय श्री राम
सर जी भगवान श्री राम जी रामेश्वर जी मे शिव लिंग का स्थापना करके पुजा किये हे और श्रीकृष्ण जी को भी शिव लिंग का पुजा करते दर्साया गया है क्या यह मुर्ति पुजा नही है
Sab satloke Wale hai,Bina murti photo ke ye nirakari akar ko batlate hai,par ek lok ko nirakar aur nirgun batlate hai,jab ki ye sarir Wale hai,inko nirakar hokar rahana chahiye
नंद राजा थे और कंश महाराजा थे ।बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद एसे हैं थूथरवेदी अज्ञानी पर निंदाक लोग है सनातनी भाईयो इन धोखेबाज से बचें रहना ये तर्क नहीं कुतर्क 10:56
@@khushhalzindagitv हो सकता है मेरे ये विचार अज्ञानता के कारण हों किंतु सिर्फ मूर्ति पूजा का खंडन ही काफी नही है। दयानंद सहित कई लोगों ने मूर्तिपूजा का विरोध किया था लेकिन अव्यवहारिक वेद, वर्ण व्यवस्था, कर्मकांड जैसी कुरीतियों को नही छोड़ पाए। वैसे ही अगर कबीरपंथी भी अनैतिक व घृणित काल्पनिक अवतारों के अस्तित्व मानते हुए आदर्श के रूप में जनता के सामने पेश करेंगे तो ब्राह्मणवाद तो पुष्ट ही होगा। गैर ब्राह्मणों का सबसे ज्यादा नुकसान अवतार और पुराणों ने किया है कांटों से निजात तभी मिलेगी जब बबूल के पेड़ का समूल नाश हो न कि सिर्फ टहनियों को काटते रहें। वैसे अगर किसी को ये लगता है कि ये धर्म आदिकाल से है और देव देवताओं का अस्तित्व वास्तव में था तो उन्हें पिछले 2500 साल का सही इतिहास का सिलसिलेवार अध्ययन करना चाहिए। अवतार, देवी देवताओं के साथ ही रामायण-महाभारत-गीता-वेद-पुराण-उपनिषद किस कालखंड में लिखे गए हैं? किस भाषा-लिपि में लिखे गए हैं? किसने लिखा है?लिखा है तो उसके क्या प्रमाण हैं। उनके पात्रों का चरित्र नैतिकता की कसौटी पर कितना खरा उतरता है? ये सब जानने के बाद पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी।
अज्ञानता के कारण में गलत हो सकता हूँ लेकिन मूर्तिपूजा और पाखंड का खंडन व विरोध उसी तरह हो रहा है जैसे कि बबूल के पेड़ की टहनियां तो काटी जा रही है लेकिन समूल नाश करने में भय लग रहा है। एक तरह से इसे माध्यम मार्ग कहा जा सकता है। काल्पनिक देवी देवताओं और अवतार का अस्तित्व ही नही था तो जनता को ये सच्चाई बताने से क्यों परहेज किया जा रहा है। जबकि राम-कृष्ण,इंद्र के न होने के ऐतिहासिक व पुरातात्विक प्रमाण भी उपलब्ध है। फिर क्यों बताया जा रहा है कि कृष्ण ने भागवत में मूर्ति पूजा का खंडन किया जबकि पूरी भागवत काल्पनिक कथा है। ये षड्यंत्र बौद्ध धर्म को खत्म कर ब्राह्मणवाद स्थापित करने के लिए किया गया है। सारे ग्रंथ एक हजार साल के अंदर लिखे गए हैं। मुझे लगता है कि कबीरपंथी अपडेट नही हो रहे हैं।
@@khushhalzindagitv मूर्तिपूजा व अवतारों का खंडन तो दयानंद सरस्वती ने भी किया था किंतु वेदों को मानने के कारण असामानतावादी वर्णव्यवस्था से वे भी मुक्त नहीं हो सके। ब्राह्मणवाद को समाप्त करने के लिए इनकी किताबों व काल्पनिक चरित्र को सिरे से ही खारिज करना होगा। कबीर ने तो ऐसा ही किया था। लेकिन उनके अनुयायी समन्वय बनाने का प्रयास करते दिखाई देते हैं। अरे भाई सत्य बताओ तो डंके की चोट पर बताओ। इनके किसी भी अवतार का चरित्र समाज मे आदर्श नही कहा जा सकता। अगर वे आज हो जाएं तो प्रत्येक देवी देवता पर आईपीसी की सैकड़ों धाराओं में सैकड़ों केस दर्ज हो जाएंगे।
साहिब बंदगी स्वामी जी आपने जो प्रसंग रामकृष्ण का दिया है उसमें ना तो राम का चरित्र अच्छा है और नाही श्री कृष्ण का चरित्र अच्छा भागवत पुराण और वाल्मीकि रामायण मैं दोनों का उल्लेख आप वाल्मीकि रामायण और श्रीमद् भागवत पुराण आप पढ़ सकते हैं श्री रामकृष्ण के बारे में हमसे चर्चा करना चाहते है तो फिर आप हमसे चर्चा कर सकते है स्वामी कृष्णानंद निर्मल आश्रम पुष्कर
आपका प्रेम के लिए अनंत अनंत साधुवाद मगर आप भी जानते हैं की सच्चाई क्या है। सच्चाई चर्चा से परे की चीज है इसीलिए सत्य को जानकारी इसमें जीना है और इसे ही जीकर बांटना है!
आप का बहुत उत्तम नाम होगा बक्कर साहब।आप ने ना कृष्ण को समझ पाये और ना राम को ना कबीर को एवं इंद्र को तो भागवत को कैसे समझो गे । इस धरती पर बहुत सारे महामूर्ख है जिन्हों ने अपना नाम बापू तो कोई साहब रख लिया है जब की येलोग अक्ल से बिल्कुल पैदल हैँ
सत रज तम तीन गुण पृकृती है जो कि खान पान आचार विचार संगत से पेदा होता जेसे घी दूध पानी सात्विक है चाय काफी लिमका राजसिक है शराब मांस तामसिक है तो इनका जेसा स्वभाव है वेसा ही फल प्रदान करते हैं
ये सभी #कबीरपंथ के नाम पर #ईसाईमिशनरियो #हलालुईयाओं #चंगाईयो #चादर #फादर #वहाबी #जकातियो #जमातियों #तब्लीकियों #जिहादियो #कम्युनिस्टों #अर्बननक्शलियो #बहुराष्ट्रीय_कंपनियों का सनातन हिन्दू सभ्यता संस्कृति धर्म-दर्शन ज्ञान-विज्ञान मान्यताओं परम्पराओं आस्थाओं जीवन-मूल्यों जीवन-दर्शन जीवनशैली पूजा पद्धतियों को अपमानित करने का एकतरफा काम कर रहे हैं ये काम बंद होना चाहिए ....... !!!! अन्यथा संविधान ने केवल बोलने की आजादी इम्हें ही नहीं.दी है.... ये भड़वे पहले ये बता दें कि #सद्गुरु कबीर साहब हिंदू थे या मुसलमान #कबीर_साहब ने केवल #सनातन_हिन्दू #धर्म का ही #खंडन किया था या इस्लाम का भी.... यदि सद्गुरू कबीर साहब जी ने #इस्लाम का भी खंडन किया था तो ये केवल हिन्दू समाज का ही समाज सुधारक बनकर सामने क्यों आ रहे है.... ये सभी #हिन्दू नाम के पीछे छुपे बहरूपिये है.... #ईसाई की #बाइबिल #इस्लाम की #कुरान #हदीस #फतवा #कलमा रोजा नमाज जकात हज कुफ्र काफिर मोमिन जजिया तलाक बुर्का गजवा गाजी खान फकीर जन्नत दोजख कयामत #आयशा निकाह मुताह मिश्वाह आदि हजारों बिंदुओं पर भी तू अपने मंच से स्वस्थ चर्चा कब से कर रहें हैं ..... अन्यथा इन लोगों के द्वारा #कबीरपंथ और #संविधान की आड़ में #एकतरफा #सनातन_विरोध को #सत्संग बताना बंद करें दोगले ...
क्यों महाराज जी महाभारत भी हुई या नहीं हुई धर्म के खिलाफत ना करें आप नहीं मानते आप मत मानो लेकिन हिंदू धर्म हमेशा रहा है और रहेगा आप जैसे कितने ही धर्म की बुराई करें लेकिन रामचरितमानस गीता वेद से अच्छे शिक्षा ही लेना सिखाएं सिखाएं
काहे की बंदगी क्या हमारे सद्गुरू कबीर साहब महराज जी ने एकतरफा सनातन हिन्दू मान्यताओं परम्पराओं आस्थाओं जीवन-मूल्यों जीवन-दर्शन जीवनशैली पूजा पद्धतियों का ही खंडन करने का आदेश दिया था ......
श्री कबीर दास जी की मूर्ति और प्रतिमा को नही समझ पा रहे नही तो देख रहे इतना भी समझदारी नही है श्री संत कबीर दास जी जो पहचाने जा रहे है वह सिर्फ तस्वीरों द्वारा
और श्री कृष्ण जी को मूर्ति तस्वीरें देखकर इन्हें अज्ञात नही है कि हम किसको बदनाम कर रहे है चाहे कृष्ण कहो या राम चाहे कहलों कबीर दास चाहे दिन कहो या रात यह सब समझने का खेल है
आप लोग तो जोड़ने के अलावा तोड़ने का काम कर रहे है
गुरु जी आप को प्रणाम
बिल्कुल सही कहा आपने,इस पृथ्वी पर वेदों के बाद अगर किसी ने पाखण्डवाद अर्थात मूर्ति पूजा पर किसी ने करारा प्रहार किया है तो वह हैं सर्वाधिक विद्रोही भगवान श्री कृष्ण जी। श्री मदभागवत महापुराण के दसवें स्कंध में अपने पिता जी श्री वसुदेव जी को कहते हैं कि जो तीन धातुओं से बने शरीर को आत्मा मानता है ,जलादि नदियों को तीर्थ मानता है ।पत्थर ,लोहा पीतल ,सोना चांदी आदि धातुओं से बनीं मूर्तियों को देवता मानता है ।ऐस पुरुष गायों में गधे के समान है। आप एक ऐसे उपदेशक हैं जिन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की बात को कहा वरना ज्यादातर साधु-संत पंथापंथी वाले लोग तो कहना भी गुनाह समझते हैं।वह समझते हैं कि अगर श्रीकृष्ण जी का उपदेश बता देंगे तो हमारा पंथ कमजोर पड़ जायेगा। आपको बहुत बहुत साधुवाद।।
Kisi ko manana galat hai, darti,jal,parkirti se bade Kabir,banaya satlok,tum vahi jao,satlok ki murti nahi hai kya,pakhand failakar loke me soke karta hai
😮
❤❤❤❤❤❤❤ 0:23 0:36 ❤❤
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❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Sahib bandagi sant yatendra Sahib ji 🙏🙏🏻🙏🙏🙏🏻🙏🙏🙏🏻
Ati sundar sahab ji sahab bandagi
प्रिय आत्मन्!
बहुत खूब....
इसी तरह से मन लगाकर खुशहाल जिंदगी टीवी चैनल के सभी सत्संग भजन प्रवचन को देखते रहिए और दूसरों को भी दिखाइए तथा शेयर करिए।
चैनल पर बिल्कुल नए हैं तो फौरन सब्सक्राइब कर लीजिए, बेल आइकन को प्रेस का नोटिफिकेशन की घंटी बजाते हुए आल को सेलेक्ट कर लीजिए, तो जब भी हम लाइव आएंगे या नई वीडियो अपलोड करेंगे तो सबसे पहले उसकी नोटिफिकेशन आपको मिल जाएगी...
अपना और अपनों का ख्याल रखिए, खूब-खूब प्रेम और अनंत साधुवाद!
💐💐💐
बहुत खुब, आप ने जो कहा किसी ने नहीं कहा!!
गजब का प्रवचन है साहब जी
अमृत वाणी!
Jooti vani
True 💯 speak
साहब जी आपको कोटि कोटि साधुवाद पाखंड के खिलाफ बहुत अच्छा सत्य वचन जो लोग आपको मूर्ति पूजा के विरोधी मानते हैं मैं उनसे कहना चाहता हूं कि बाबासाहेब ने मेहनत और कम से बहुत डिग्रियां हासिल की 14 भाषाओं का ज्ञान प्राप्त किया और देश के कानूनमंत्री बने ना की मूर्ति पूज के अगर उन्हें पूजा पाठ में इतना यकीन है तो गांव का प्रधान या चपरासी बनाकर दिखाएं अगर अब भी समझ में ना आया हो तो o m g या p k मूवी देखले जय भीम जय भारत यूपी बहराइच
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Tum bhi ban Gaye kya kanoon mantri jo ambedkar ki hod kar rahe ho
Ye sadhu hai kaisi mangadhant baate bata raha hai or has bhi raha hai ye Kabir ki hod karenge
बाबा साहब कोण कोई संत या परमात्मा
साहिब साहिब बंदगीबहुत सुंदर प्रवचन
सतनाम साहेब बंदगी हम कबीर परमात्मा का शिष्य है साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी आपका प्रवचन बहुत ही सुंदर और अच्छा दिल छू जाने वाला प्रवचन होता है साहेब बंदगी
Ek bar to aapane bhi kah diya Indra Ne khoob barsat barsai
Ati sundar rachna guru ji,🙏🌹🌹
खूब-खूब प्रेम और अनंत साधुवाद!
अती सुन्दर जय भिम नमो बुद्धाय
अंति सुन्दर कथा
Bahut khub namnhia aàpke vicharoka
हांये बात आपकी सत्य ऐसे प्रवचन से मैं आपका हृदय से अभिनंदन करता हूं जी बालक ने माता पिता की सेवा कर ली ओर गुरु की उस भगवान से बङी भागती कर ली हां भगवान से बड़े हैं माता पिता ओर गुरु जय श्री राम🙏🌹🙏🌹
भगवान यदि है आपके अनुसार जैसे कि लोग मानते हैं तो ना दिखाई देने वाला माता-पिता हैं मगर माता-पिता तो साक्षात भगवान हैं...
आपकी अच्छी समझदारी के लिए प्रेम और अनंत साधुवाद!
Sahev bandegi .Jay shri Sachchidanand ki
अति सुन्दर प्रस्तुति दी है साहेब जी साहेब बंदगी
आपके प्रवचन सुन कर
मेरे पूरे परिवार ने किसी भी मऺदिर में जाना बऺद कर दिया है
वाह क्या बात है....
इसे कहते हैं सही तरीके से सत्य को समझना और जीना। मंदिर या धार्मिक स्थल में यदि सचमुच में सत्संग हो रहा हो या सही भजन चल रहा हो या कोई सार्थक उत्सव हो तो जरूर जाइए केवल हाथ जोड़कर गिरगिटाने और नाक रगड़ने के लिए हरगिज़ मत जाइए क्योंकि परमात्मा वहां नहीं भीतर बैठा हुआ है।
जिस दिन लोग यह समझना शुरू कर देंगे दुनिया बिल्कुल बदल जाएगी और सार्थक हो जाएगी।
आप इसी तरीके से देखते रहिए, दिखाते रहिए और ज्यादा से ज्यादा लोगों को खुद भी प्रोत्साहित करिए...
खूब खूब प्रेम और अनंत आशीर्वाद!
Main na toh mandir jata hu aur na ki kisi pakhandi babawo k pas pakhndi baba jaise kabir panthiyo k maha murkh guru rampal etc
18:24
Bade kache ho dil se bhi diamg se bhi aur bhudi se bhi ek kayar hi tumhari kar sakta hain kisi k vichar se tum pighal gawoge vicharo k mansik gulami hi napunsak karte h Har ek insan k khusi uske Ruchi ki anusar hoti h kisi neech insan ko dusro ko dukh de k khusi hoti h aur ek mansik gulami wale ko dusre k baaton ko garhan karne main khusi milti h rampal mansik gulami aur vicharo k aadhin h jabki adhtmikata main vicharo ka koi mahtava hi nahi hota lekin tum satiya ko samjhne ki vajaye karam kando ko mahtava de rahe ho ye kaisa adhtam h lagta h tum koso dur ho adhatmikata se
मातु,पिता, गुरु नावहिं माथा
Ye satloke Wale hai
अति सुन्दर प्रस्तुति आपको कोटी कोटी नमन करते हैं ❤
साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी गुरु जी👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
जैसे राष्ट्र पति की कोई पार्टी नहीं है ठीक वैसे ही परमपिता परमात्मा का कोई मत समप्रदाय महजब पथ आदि अलग से नहीं होता। सत्य सनातन एक है झूठे बेबुनियाद मन घडंत पथ आदि अनेक है। जो मानव समाज को भ्रमित कर रहे हैं। हमारे गुरु माता पिता आचार्य वेद भगवान् है। महापुरुषों में सबका साझा होता है। सत्य का समर्थन और असत्य का त्याग करैं धन्यवाद।।
Saheb bandagi Ji prnam satya gyan
जय सतनाम, साहेब बंदगी, साहेब बंदगी, साहेब बंदगी।
हमारे श्री कृष्ण ने अर्जुन से कहा था कि है पार्थ में ही परमात्मा हु
आप भी परमात्मा हैं |
Jiska rang roop Aakar Ho vah Bhagwan Ishwar nahin hai vah sadharan insan hai
राम जी राम ❤❤🙏🙏🙏👏👏👏👌
जय सतनाम
Koti koti pranam saheb ke bandgi
Mein aapki kis baat se sukriya karu sabad nahi hai ji
Satloke Jane ko
साहेब बंदगी गुरु देव 🙏🌹🌹🌹
Kaun guru,satloke jayega,nirgun wala,par jaisa batlate hai lagata hai ki sagun sakar hai,ye dongi hai kya ji
Satya saheb bandagi ji
Nice session
मूरतभक्ति महापाप
ईश्वरभक्ति पूण्यलाभ
Satloke nirakar hai kya,tumko nirakar ne hi sab batlaya hai kya
मानव तन जीता है किसके द्वारा।
आत्मा प्राण पावर आदिशक्ति भगवान है।
Bahut Sundar pravachan Sahib Ji ke Charanon Mein sat sat Naman Sahib Bandagi
Satlokejana hai
Aur kar beta
Saheb bandgi
Jai.shree.krishan
अपनी अपनी आस्था तुम कोण होते हो भगवान राम ही इस संसार के मालिक हैं वो ही शिव हैं दोनों एक ही है हम लोग अंधे हैं अंधों ने हाथी की किसी ने पूंछ पकड़ी किसी सूंड पकड़ी असल हाथी को कोई ने नहीं देखा इसी प्रकार असल परमात्मा को आज तक कोई भी नहीं जान पाया इसलिए तुम कोई परमात्मा को मानों हम किसी को माने किसी छोटा बड़ा नहीं है अपने बारे मैं सिर्फ सोचो किसी को छोटा बड़ा मत बोलो
Shabhi santo ki jay avam koti koti charaan sapers
Kaun sa ta
Socho
कबीर पंथी को सत् संग करने और कहने नहीं आता है केवल देवी देवताओं मन्दिर मुर्ति पूजा के विरोध में बोल ने आता है जय श्रीराम
Salute
प्रनाम साहेब बंदगी साहेब
Satsaheb sabhi sadh sangat ko.jai Gurudev🙏
बहुत सुंदर
Bahut galat
मेरी मां कहा करती थी कि आत्मा ही परमात्मा है किसी की भी आत्मा मत दुखाओ।
अति सुन्दर साहेब बंदगी साहेब
आपका सत्संग सार्थक है लेकिन वो इसलोक भी बताया करो जिसमें आप कहते है कि भागवत मेँ लिखा हुआ है.
गुरुदेव प्रणाम!
कबीरपंथ को जातिवादी वर्गवादी क्षेत्रवादी भाषावादी प्रांतवादी कबीरपंथियों ने कब्जा कर लिया है
श्रीमान जी एक बार अयोध्या मथुरा में जाकर माथा टेक आओ, मूर्ति पूजा का ज्ञान हो जाएगा, कबीरदास जी की बात करते हैं लेकिन कबीरदास जी के गुण एक रत्ती भर भी नहीं है जय श्री राम
Aapne tek liya Bahut acha
साहिब साहिब🎉
Bahut Sundar
वा जी मेरे महाराज जी संतो की जय हो सत् साहेब जी🙏🙏
सर जी भगवान श्री राम जी रामेश्वर जी मे शिव लिंग का स्थापना करके पुजा किये हे और श्रीकृष्ण जी को भी शिव लिंग का पुजा करते दर्साया गया है क्या यह मुर्ति पुजा नही है
Sab satloke Wale hai,Bina murti photo ke ye nirakari akar ko batlate hai,par ek lok ko nirakar aur nirgun batlate hai,jab ki ye sarir Wale hai,inko nirakar hokar rahana chahiye
Bhaiya tum nahi mante to dusron ki burai kyun karte ho apne dev ko poojo umhe kya Lena Dena hamare ram ke bare me ulta seedha kehne ki
👌👌🙏🙏🌹🌹🌹🌹
@@Rjpandey6009 बहुत 2 आभार
जिस शरीर में प्राण आत्मा न हो तो रजो तमो सतो गुण कहां से उत्पन्न होंगे।
Gurudeo aapki Katha se main khush hoo jay guru
नंद राजा थे और कंश महाराजा थे ।बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद एसे हैं थूथरवेदी अज्ञानी पर निंदाक लोग है सनातनी भाईयो इन धोखेबाज से बचें रहना ये तर्क नहीं कुतर्क 10:56
Tum 100•\• andhbhakt ho
Sahb, bandgi
कबीर पंथी कहलाता हैं और कबीर साहब के बारे में तुम्हें शुन्य ज्ञान है अधिक मैं क्या कहूं धन्यवाद
कबीरपंथी होने का मतलब है सत्य में जीने वाला, झूठ में नहीं!
😊 साहेब बंदगी साहेब।
जय श्री राम
साहेब बंदगी ❤
साहेब बंदगी साहेब जी जय कबीर जय बिहार जय अरवल जय जयपुर 🎉🎉🎉
एक प्रकार से ब्राह्मणवाद के काल्पनिक देवी देवताओं कथाओं के अस्तित्व को मानकर कबीरपंथी भी ब्राह्मणवाद को बढ़ावा ही दे रहे हैं।
आप केवल एक आंख से देख रहे हैं, दूसरी आंख से देखिए कि किस तरीके से ब्राह्मणवाद के पोंगा पंथी मूर्ति पूजन का निराकरण कैसे किया गया है!
@@khushhalzindagitv हो सकता है मेरे ये विचार अज्ञानता के कारण हों किंतु सिर्फ मूर्ति पूजा का खंडन ही काफी नही है। दयानंद सहित कई लोगों ने मूर्तिपूजा का विरोध किया था लेकिन अव्यवहारिक वेद, वर्ण व्यवस्था, कर्मकांड जैसी कुरीतियों को नही छोड़ पाए। वैसे ही अगर कबीरपंथी भी अनैतिक व घृणित काल्पनिक अवतारों के अस्तित्व मानते हुए आदर्श के रूप में जनता के सामने पेश करेंगे तो ब्राह्मणवाद तो पुष्ट ही होगा। गैर ब्राह्मणों का सबसे ज्यादा नुकसान अवतार और पुराणों ने किया है कांटों से निजात तभी मिलेगी जब बबूल के पेड़ का समूल नाश हो न कि सिर्फ टहनियों को काटते रहें। वैसे अगर किसी को ये लगता है कि ये धर्म आदिकाल से है और देव देवताओं का अस्तित्व वास्तव में था तो उन्हें पिछले 2500 साल का सही इतिहास का सिलसिलेवार अध्ययन करना चाहिए। अवतार, देवी देवताओं के साथ ही रामायण-महाभारत-गीता-वेद-पुराण-उपनिषद किस कालखंड में लिखे गए हैं? किस भाषा-लिपि में लिखे गए हैं? किसने लिखा है?लिखा है तो उसके क्या प्रमाण हैं। उनके पात्रों का चरित्र नैतिकता की कसौटी पर कितना खरा उतरता है? ये सब जानने के बाद पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी।
अज्ञानता के कारण में गलत हो सकता हूँ लेकिन मूर्तिपूजा और पाखंड का खंडन व विरोध उसी तरह हो रहा है जैसे कि बबूल के पेड़ की टहनियां तो काटी जा रही है लेकिन समूल नाश करने में भय लग रहा है। एक तरह से इसे माध्यम मार्ग कहा जा सकता है। काल्पनिक देवी देवताओं और अवतार का अस्तित्व ही नही था तो जनता को ये सच्चाई बताने से क्यों परहेज किया जा रहा है। जबकि राम-कृष्ण,इंद्र के न होने के ऐतिहासिक व पुरातात्विक प्रमाण भी उपलब्ध है। फिर क्यों बताया जा रहा है कि कृष्ण ने भागवत में मूर्ति पूजा का खंडन किया जबकि पूरी भागवत काल्पनिक कथा है। ये षड्यंत्र बौद्ध धर्म को खत्म कर ब्राह्मणवाद स्थापित करने के लिए किया गया है। सारे ग्रंथ एक हजार साल के अंदर लिखे गए हैं। मुझे लगता है कि कबीरपंथी अपडेट नही हो रहे हैं।
तो कृष्ण ने तो स्वर्ग नरक भोगना गीता मोक्ष इन सब के बारे में बताया था कि सत्य है की सारी बातें।
@@khushhalzindagitv मूर्तिपूजा व अवतारों का खंडन तो दयानंद सरस्वती ने भी किया था किंतु वेदों को मानने के कारण असामानतावादी वर्णव्यवस्था से वे भी मुक्त नहीं हो सके। ब्राह्मणवाद को समाप्त करने के लिए इनकी किताबों व काल्पनिक चरित्र को सिरे से ही खारिज करना होगा। कबीर ने तो ऐसा ही किया था। लेकिन उनके अनुयायी समन्वय बनाने का प्रयास करते दिखाई देते हैं। अरे भाई सत्य बताओ तो डंके की चोट पर बताओ। इनके किसी भी अवतार का चरित्र समाज मे आदर्श नही कहा जा सकता। अगर वे आज हो जाएं तो प्रत्येक देवी देवता पर आईपीसी की सैकड़ों धाराओं में सैकड़ों केस दर्ज हो जाएंगे।
Pujya gurudev ji ka prvachan Ati sunder mast
संत श्री अभय साहेब जी के पबित्र श्री चरणकमलों मे इस दास के तरफ से, साहेब बंदगी🌹 साहेब बंदगी🌹 साहेब बंदगी🌹
Das ji satloke jana hai ya mool nivasi banana hai
Aap gyan ganga bha rhe hain ytharth ke gyata hai
Aapko naman
Satlok Jana hai kya
Bahut sunder ji
Jai Kabir dhan kabir
साहिब बंदगी स्वामी जी आपने जो प्रसंग रामकृष्ण का दिया है उसमें ना तो राम का चरित्र अच्छा है और नाही श्री कृष्ण का चरित्र अच्छा भागवत पुराण और वाल्मीकि रामायण मैं दोनों का उल्लेख आप वाल्मीकि रामायण और श्रीमद् भागवत पुराण आप पढ़ सकते हैं श्री रामकृष्ण के बारे में हमसे चर्चा करना चाहते है तो फिर आप हमसे चर्चा कर सकते है स्वामी कृष्णानंद निर्मल आश्रम पुष्कर
आपका प्रेम के लिए अनंत अनंत साधुवाद मगर आप भी जानते हैं की सच्चाई क्या है। सच्चाई चर्चा से परे की चीज है इसीलिए सत्य को जानकारी इसमें जीना है और इसे ही जीकर बांटना है!
Satya ko apana chahiya
Galat
Satloke dekh lo tab
Saheb bandagi saheb ji👍🙏🙏🙏
Nirgun ki bandgi sagun hokar karta hai
Saheb bandagi ji
आप का बहुत उत्तम नाम होगा बक्कर साहब।आप ने ना कृष्ण को समझ पाये और ना राम को ना कबीर को एवं इंद्र को तो भागवत को कैसे समझो गे । इस धरती पर बहुत सारे महामूर्ख है जिन्हों ने अपना नाम बापू तो कोई साहब रख लिया है जब की येलोग अक्ल से बिल्कुल पैदल हैँ
Jai ram
जेल में महापंडित की सड़ांध सूंघो जो बलात्कार के जुर्म में। अरे पैदल पंडित राधा और रूक्मिणी में अंतर नहीं समझते हैं तो कैसा महाराज हो?
Saheb bandagi sadguru ji 🙏🙏🌹🌹🌹
बहुत अच्छा संदेश
ABHAY SAHEB JI KO NAMAN
साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी
Satya hai soch ki bat hai😊
Saprem saheb bandagi , saheb bandagi , saheb bandagi
Jaoge satloke
सतोगुण कैसे होते हैं और क्या करना पड़ता है भक्ति भाव को जगाने के लिए
सतोगुण के लिए क्या करना पड़ता है
सत रज तम तीन गुण पृकृती है जो कि खान पान आचार विचार संगत से पेदा होता जेसे घी दूध पानी सात्विक है चाय काफी लिमका राजसिक है शराब मांस तामसिक है तो इनका जेसा स्वभाव है वेसा ही फल प्रदान करते हैं
❤❤❤❤
चाहे बुरा कहो या भला ग्रंथों को पैसा कमाओ लोग खूब पसंद करेंगे समाज को भटकाते रहो ऐसी जोकरी करते रहो जय श्री रघुनाथ जी की
ये सभी #कबीरपंथ के नाम पर #ईसाईमिशनरियो #हलालुईयाओं #चंगाईयो #चादर #फादर #वहाबी #जकातियो #जमातियों #तब्लीकियों #जिहादियो #कम्युनिस्टों #अर्बननक्शलियो #बहुराष्ट्रीय_कंपनियों का सनातन हिन्दू सभ्यता संस्कृति धर्म-दर्शन ज्ञान-विज्ञान मान्यताओं परम्पराओं आस्थाओं जीवन-मूल्यों जीवन-दर्शन जीवनशैली पूजा पद्धतियों को अपमानित करने का एकतरफा काम कर रहे हैं ये काम बंद होना चाहिए ....... !!!!
अन्यथा संविधान ने केवल बोलने की आजादी इम्हें ही नहीं.दी है....
ये भड़वे पहले ये बता दें कि
#सद्गुरु कबीर साहब हिंदू थे या मुसलमान
#कबीर_साहब ने केवल #सनातन_हिन्दू #धर्म का ही #खंडन किया था या इस्लाम का भी....
यदि सद्गुरू कबीर साहब जी ने #इस्लाम का भी खंडन किया था तो ये केवल हिन्दू समाज का ही समाज सुधारक बनकर सामने क्यों आ रहे है....
ये सभी #हिन्दू नाम के पीछे छुपे बहरूपिये है....
#ईसाई की #बाइबिल #इस्लाम की #कुरान #हदीस #फतवा #कलमा रोजा नमाज जकात हज कुफ्र काफिर मोमिन जजिया तलाक बुर्का गजवा गाजी खान फकीर जन्नत दोजख कयामत #आयशा निकाह मुताह मिश्वाह आदि हजारों बिंदुओं पर भी तू अपने मंच से स्वस्थ चर्चा कब से कर रहें हैं .....
अन्यथा इन लोगों के द्वारा #कबीरपंथ और #संविधान की आड़ में #एकतरफा #सनातन_विरोध को #सत्संग बताना बंद करें दोगले ...
🙏🙏🙏💟
Guruji dil se aapko koti koti Naman satguru Sahib
साहेब बंदगी
Jay, guru ji ka
जय श्री साहिब बंदगी बंदगी बंदगी
साहेब बन्दंगी साहेब बन्दंगी साहेब बन्दंगी देवराज गुर्जर टोंक राजस्थान
Satloke jaldi jao
बिहार के भागलपुर सबोर कहलगांव में के साहब जी है🎉🎉🎉
Saheb bandagi saheb 🙏🙏🙏
साहेब जी त्रय बार बंदगी
क्यों महाराज जी महाभारत भी हुई या नहीं हुई धर्म के खिलाफत ना करें आप नहीं मानते आप मत मानो लेकिन हिंदू धर्म हमेशा रहा है और रहेगा आप जैसे कितने ही धर्म की बुराई करें लेकिन रामचरितमानस गीता वेद से अच्छे शिक्षा ही लेना सिखाएं सिखाएं
Inko mat sikao
Aapko itna hi Janto hai to yah batao ki sant Kabir ne Avatar kyu liya kis Karan liya
आजकल हर कोई हिन्दू सनातन धर्म के विपरित बोलकर फेमस होना चाहते हैं
हिन्दू धर्म नहीं है
बहुत ही ज्ञानवर्द्धक सतसंग । बन्दगी साहेब 🙏💐
No beta
काहे की बंदगी
क्या हमारे सद्गुरू कबीर साहब महराज जी ने एकतरफा सनातन हिन्दू मान्यताओं परम्पराओं आस्थाओं जीवन-मूल्यों जीवन-दर्शन जीवनशैली पूजा पद्धतियों का ही खंडन करने का आदेश दिया था ......
Many many thanks to you. You are a social reformer
Garet baba ji
हिंदू के गुरू मुसलमान के pir aaj bhi magher me इस्थित ७दीप ९ khand me गुरु सोहम सत्य कबीर जसपुर से congri बहार कबीर आसर म
सत्य वचन सुनकर बहुत खुश हुआ सर आपको बहुत बहुत धन्यवाद जय भीम
Satloke jakar Dil Pani bi ho jayega
श्री राम श्री कृष्ण महाराज से कबीर दास की तुलना करना विचारणीय है यह सम्भव नहीं है सब मिथ्या भाषण है।।
Nahi yar,ye sache hai,ek nirgun nirakar satloke hai,jisko ye loge sagun hokar battate hai,chit bi Mera patta bi mera
👍💯🙏
Good
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