आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के बहुत कठिनाइयों को झेलने के बाद उनके आशीर्वाद से जो तीर्थ स्थल बने हैं उनकी सुरक्षा करना उनके सभी शिष्यों और उनके सभी भक्तों का कर्तव्य है वर्ना सभी सच्चे तीर्थ स्थल हाथ से निकलते जायेगे इसलिए सभी सतर्क रहें और षड्यंत्रों से सावधान रहें। धन्यवाद
पूरे देश आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के नाम से हर जगह की कमेटियां मनमानी कर रहे हे महंगे कमरे महंगा भोजन और बदतमीजी इनका मुख्य उद्देश्य हो गया हे यह सिर्फ तीर्थों और पंचायतों का एक ही उद्देश्य हे कि साधु से।एक दो ढाई पौने से आमदनी करना चाहते हैं और धर्म कम मंदिर धर्म की मंडी कर दी है पूरे देश में समाज के लिए लोक कल्याणकारी योजना किसी कमेटी पंचायत के पास नहीं हे आज समाज के40%समाजजन विभिन्न प्रकार की समस्याओं से जूझ रही हे और कमेटियां एक दूसरे को मंच माला माइक और आपस के कसीदे गढ़ने में लगी हुई हैं
जगत पूज्य श्री सुधा सागर जी महाराज ने जो कुंडलपुर में आचार्य प्रसन्नसागर जी के साथ जो घटा उसके बारे में क्या कहा और कमेटी को सख्त निर्देश दिए th-cam.com/video/9Vo-waXjcEY/w-d-xo.htmlsi=CwJ7ddOcWorWmc6d ये देखिए पंडित जी
मैंने सारे कमेंट पढ़ लिए लेकिन एक भी कमेंट कमेटी के पक्ष में नहीं है अब कमेटी वालों आप स्वयं ही सोच लो कि आपका साधुओं और वहां पर आने वाली यात्रियों के प्रति कैसा व्यवहार है यह तो महान तपस्वी आचार्य श्री प्रसन्न सागर जी महाराज के साथ गठित हुआ है अन्य साधुओं का तो कहना ही क्या
ज्येष्ठ श्रेष्ठ आर्यिका विज्ञान मति माता जी का कुण्डलपुर मे विधान हेतु प्रवेश हुआ था तो संत भवन नहीं खोला गया था फिर माता जी पीछे रुके थे फिर बाद मे कमेटी आके बोलती है की माता जी आप संत भवन मे रुके पहले मना कर दिया फिर रुकने को बोल रहे यह पंथवाद खत्म होना चाहिए कुण्डलपुर की कमेटी भंग करके कोई अच्छी कमेटी का गठन किया जाये 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Aap kitna bhi explain kar lo, jo karm bandha hai vo janmo janmo tak nahi chodega Kal to mahalakshmi channel se bhi apme sai koo baat nahi kar raha tha Maan kasay chodo, prayschit kar lo and niyam lo sant bhed nahi karenge
Ham log bhi kai bar gaye h har mahine par har bar ye log kamre khali hote huye bhi bhame se bnane lagte h abhi dekhna pdhega khali h ya nahi.sab apne baap ki bapoti smajh kar bethe h ye tirth sabke h aur bdhe baba sabke h
Ab to kuch bhi bol lo ye gussa maharaj ji ka program ko leke h hi nhi unke logo ke sath badtameezi hui or logo k sath badtameezi hui kamre nhi diye tum sab ho hi aise mahacorrupt log awas committee me h bolne ka lahza nhi h jo tumhare bhai bandhu hai unhe ek call pe kamra baki kahi jaye hm 4 nov ko gye the koi kamra nhi tha wha aisa bola gya but kuch kamre khali the hm unke bahr hi ruk gye 5 ladies 4 gents n bachche fir hmne room khud khola or usi me saman rakha or 2 nights unhi room me nikali jo khali nhi the
Kundalpur ki kameti ka ravaiya aur baat karne ka tarika bahut kharab hai asahniy hai mai mp ka hu aur kai salo se inki badsalukhi jhel raha hu Sare chullu bhar pani m dub mare
जो आहार बरखेड़ा में हुआ वह कुंडलपुर में हो जाता तो इतना बखेड़ा खड़ा होता क्या।पर पुष्पदंत सागर जी के संघ के साधुओं को इसी में आनंद है प्रसिद्धि मिलनी चाहिए चाहे जैसे भी मिले।
Tune puri bat suni maharaj ki??? Tera santhvaad to saaf dikh raha hai, ek sangh ka naam leke apshabd bol rhe ho. Bakheda to aajkal jo sabse mahan sangh samjhta h khudko usme kam hai??? Andar hi sadhu lad re hai, sadhu apne hi sangh ke acharya pe tippani kr rhe h??? Ye sab isi zeher ka nateeja h jo sari zindagi kia. Ye kameti nihyati ghatiya h, antarmana vani pe puri story sunle jake, vha ye sab bhi mojud h ek shabd ni nikalra vha inke muh se. Thukna chahie in sabke muh pe. Kuch paise valo ke alawaa Kudalpur ke sabke sath badtameezi hoti h, sadhuo tak ko nhi chodye ye- koi bhi sangh aajae sabke sath yhi krte hain. In logo ki vajah se hi vihar krna pada, aur ekdam shi kia in surao ki neechta sabke samne kese aati varna.
देखो कर्म किसी को भी नहीं छोड़ ते है,, कर्म से डरो,,,, आचार्य श्री,,, रोज़ हजारों लोगों को दर्शन देते हैं उनकी निगाह इन्सान की मंशा समझ लेती हैं,,, आप लोगों अब माफ़ी मांगने से कोई ,, मतलब नहीं आप समाज की नजरो में छवि धूमिल कर चुके है
बैज्ञानिक आचार्य श्री को ललितपुर गोशाला से बिना आहार किये दिसम्बर की कडकडाती ठंड में बिचार करना पडा था क्यों?क्योकि अध्यक्ष ने चौका लगाने से ब्रम्हचारिणी बहिनों को मनाकर दिया था। 2-प्रमाण सागर महाराज ने भोपाल से भोजपुर विचार के समय ,(20-22बर्ष पूर्व)हमें मना किया था कि आचार्य बिद्यासागर महाराज के संघ के अलावा अन्य संघ के साधुओं को चौका मत लगाया करो। अशोकनगर की त्रिकाल चौबीसी में बिद्यासागर की जय के बाद बिशुद्ध सागर की जय बोलने पर बिद्यासागर के भक्तों ने मंदिर में ही उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी थी बीडीओ बायरल हुआ था।ये सब उदाहरण है पंथ बाद ,संघ बाद के इसके अलावा सुधासागर की आरती में दो लाइनें बोली जाती है"शिथिलाचार निवारी ऐसे गुरूवर की ऐसे मुनिवर की आज उतारू आरतिया"यह भी अन्य संघों पर परोक्ष रूप से शिथिलाचारी होने का आरोपण नही तो और क्या?जहा सुधासागर महाराज ने तीर्थो के जीर्णोद्धार कराये है उनके अनादिकाल से प्रचलित नाम बदल कर तीर्थोदय,अभिनंदनोदय आदि नये नये नाम करण करने का गढ उद्देश्य यह हैकि यह तीर्थ बिद्यासागर के संघ का है ।इस तरह भेद प्रभेद की गहरी खाई समाज में बिद्यासागर के आने के बाद खुद चुकी है जो सम्यग्दर्शन के बात्सल्य गुण के अनुरूप नही है।
आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के बहुत कठिनाइयों को झेलने के बाद उनके आशीर्वाद से जो तीर्थ स्थल बने हैं उनकी सुरक्षा करना उनके सभी शिष्यों और उनके सभी भक्तों का कर्तव्य है वर्ना सभी सच्चे तीर्थ स्थल हाथ से निकलते जायेगे इसलिए सभी सतर्क रहें और षड्यंत्रों से सावधान रहें। धन्यवाद
Hahaha vo to jabtak aese log hai tab tak khatre mai hai hi
पूरे देश आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के नाम से हर जगह की कमेटियां मनमानी कर रहे हे महंगे कमरे महंगा भोजन और बदतमीजी इनका मुख्य उद्देश्य हो गया हे यह सिर्फ तीर्थों और पंचायतों का एक ही उद्देश्य हे कि साधु से।एक दो ढाई पौने से आमदनी करना चाहते हैं और धर्म कम मंदिर धर्म की मंडी कर दी है पूरे देश में समाज के लिए लोक कल्याणकारी योजना किसी कमेटी पंचायत के पास नहीं हे आज समाज के40%समाजजन विभिन्न प्रकार की समस्याओं से जूझ रही हे और कमेटियां एक दूसरे को मंच माला माइक और आपस के कसीदे गढ़ने में लगी हुई हैं
Mehgai to bahut kr rakhi hai tirth chetra walon ne. Agar pese nhi to acha kamra nhi .
35 saalon me humara parivar 10 baar Kundalpur gaye par kabhi bhi kamra nahi diya gaya, jabki hamesha Dharmshala khali hi thi
Right
Ek dam sahi bola bhai ji
जगत पूज्य श्री सुधा सागर जी महाराज ने जो कुंडलपुर में आचार्य प्रसन्नसागर जी के साथ जो घटा उसके बारे में क्या कहा और कमेटी को सख्त निर्देश दिए
th-cam.com/video/9Vo-waXjcEY/w-d-xo.htmlsi=CwJ7ddOcWorWmc6d
ये देखिए पंडित जी
सभी व्यक्तिगत स्वार्थ में शामिल हैं
मैंने सारे कमेंट पढ़ लिए लेकिन एक भी कमेंट कमेटी के पक्ष में नहीं है अब कमेटी वालों आप स्वयं ही सोच लो कि आपका साधुओं और वहां पर आने वाली यात्रियों के प्रति कैसा व्यवहार है यह तो महान तपस्वी आचार्य श्री प्रसन्न सागर जी महाराज के साथ गठित हुआ है अन्य साधुओं का तो कहना ही क्या
ज्येष्ठ श्रेष्ठ आर्यिका विज्ञान मति माता जी का कुण्डलपुर मे विधान हेतु प्रवेश हुआ था तो संत भवन नहीं खोला गया था फिर माता जी पीछे रुके थे फिर बाद मे कमेटी आके बोलती है की माता जी आप संत भवन मे रुके पहले मना कर दिया फिर रुकने को बोल रहे
यह पंथवाद खत्म होना चाहिए कुण्डलपुर की कमेटी भंग करके कोई अच्छी कमेटी का गठन किया जाये 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
भव्य विधान हुआ था फिर बड़े बाबा के दरवार मे और कम से कम 20 लाख से ज्यादा की दानराशि एकत्रित हुई थी
अब पछताये क्या होत......... जब चिडियाँ जुभ गई खेत....... क्षमा विरस्य भूषणम 🙏🏻
Koi insaan kitna hi neech hoo sakta hai aaj dekh liya hame sabh pta hai yeh jhuthi baate failane se khuch nhi hoga tumhara 🤬🤬🤬
जो कमेटी मे रह कर भी अपना भला चाहते हो बे एक बार भगवती आराधना जरूर पढ़ें।
Kahi nahi gaya tu naman karne na shrifal bhet kiya 0:53
🤬🤬🤬🤬🤬🤬🤬🤬🤬🤬🤬🤬🤬🤬🤬🤬
Jhute mat bol 🤬🤬 sabh pta hai janta koh 🤬🤬 unko gumrha mat kar 🤬
ये कमेटी झूठ बोल रही है
Aap kitna bhi explain kar lo, jo karm bandha hai vo janmo janmo tak nahi chodega
Kal to mahalakshmi channel se bhi apme sai koo baat nahi kar raha tha
Maan kasay chodo, prayschit kar lo and niyam lo sant bhed nahi karenge
th-cam.com/video/2rmC-RtYbnY/w-d-xo.htmlsi=2VxfXnbnlxnADlt9
Isme sab sach hai
Sabhi ko pata hai baato me aur kameti me kitni sachcha i hai
Ham log bhi kai bar gaye h har mahine par har bar ye log kamre khali hote huye bhi bhame se bnane lagte h abhi dekhna pdhega khali h ya nahi.sab apne baap ki bapoti smajh kar bethe h ye tirth sabke h aur bdhe baba sabke h
Tumhare upar thukne main bhi shram aa rhi hai 🤬🤬🤬🤬
Ab to kuch bhi bol lo ye gussa maharaj ji ka program ko leke h hi nhi unke logo ke sath badtameezi hui or logo k sath badtameezi hui kamre nhi diye tum sab ho hi aise mahacorrupt log awas committee me h bolne ka lahza nhi h jo tumhare bhai bandhu hai unhe ek call pe kamra baki kahi jaye hm 4 nov ko gye the koi kamra nhi tha wha aisa bola gya but kuch kamre khali the hm unke bahr hi ruk gye 5 ladies 4 gents n bachche fir hmne room khud khola or usi me saman rakha or 2 nights unhi room me nikali jo khali nhi the
Mahamantri mt bol khudko
Kundalpur ki kameti ka ravaiya aur baat karne ka tarika bahut kharab hai asahniy hai mai mp ka hu aur kai salo se inki badsalukhi jhel raha hu
Sare chullu bhar pani m dub mare
Jhoot bol rhe hai
Jhooth kyon bol rahe ho
जो आहार बरखेड़ा में हुआ वह कुंडलपुर में हो जाता तो इतना बखेड़ा खड़ा होता क्या।पर पुष्पदंत सागर जी के संघ के साधुओं को इसी में आनंद है प्रसिद्धि मिलनी चाहिए चाहे जैसे भी मिले।
Tune puri bat suni maharaj ki??? Tera santhvaad to saaf dikh raha hai, ek sangh ka naam leke apshabd bol rhe ho. Bakheda to aajkal jo sabse mahan sangh samjhta h khudko usme kam hai??? Andar hi sadhu lad re hai, sadhu apne hi sangh ke acharya pe tippani kr rhe h??? Ye sab isi zeher ka nateeja h jo sari zindagi kia. Ye kameti nihyati ghatiya h, antarmana vani pe puri story sunle jake, vha ye sab bhi mojud h ek shabd ni nikalra vha inke muh se. Thukna chahie in sabke muh pe. Kuch paise valo ke alawaa Kudalpur ke sabke sath badtameezi hoti h, sadhuo tak ko nhi chodye ye- koi bhi sangh aajae sabke sath yhi krte hain. In logo ki vajah se hi vihar krna pada, aur ekdam shi kia in surao ki neechta sabke samne kese aati varna.
देखो कर्म किसी को भी नहीं छोड़ ते है,, कर्म से डरो,,,, आचार्य श्री,,, रोज़ हजारों लोगों को दर्शन देते हैं उनकी निगाह इन्सान की मंशा समझ लेती हैं,,, आप लोगों अब माफ़ी मांगने से कोई ,, मतलब नहीं आप समाज की नजरो में छवि धूमिल कर चुके है
झूठ bolna band Karo शर्म करो
Ye saab bekar loog baat karne ka tarika nai hai ..
Sharam karo bahut ganda kaam kiya
Hai. Aur ab bahas aur safai dekar aur jyada paap kama rahe ho
बैज्ञानिक आचार्य श्री को ललितपुर गोशाला से बिना आहार किये दिसम्बर की कडकडाती ठंड में बिचार करना पडा था क्यों?क्योकि अध्यक्ष ने चौका लगाने से ब्रम्हचारिणी बहिनों को मनाकर दिया था।
2-प्रमाण सागर महाराज ने भोपाल से भोजपुर विचार के समय ,(20-22बर्ष पूर्व)हमें मना किया था कि आचार्य बिद्यासागर महाराज के संघ के अलावा अन्य संघ के साधुओं को चौका मत लगाया करो।
अशोकनगर की त्रिकाल चौबीसी में बिद्यासागर की जय के बाद बिशुद्ध सागर की जय बोलने पर बिद्यासागर के भक्तों ने मंदिर में ही उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी थी बीडीओ बायरल हुआ था।ये सब उदाहरण है पंथ बाद ,संघ बाद के इसके अलावा सुधासागर की आरती में दो लाइनें बोली जाती है"शिथिलाचार निवारी ऐसे गुरूवर की ऐसे मुनिवर की आज उतारू आरतिया"यह भी अन्य संघों पर परोक्ष रूप से शिथिलाचारी होने का आरोपण नही तो और क्या?जहा सुधासागर महाराज ने तीर्थो के जीर्णोद्धार कराये है उनके अनादिकाल से प्रचलित नाम बदल कर तीर्थोदय,अभिनंदनोदय आदि नये नये नाम करण करने का गढ उद्देश्य यह हैकि यह तीर्थ बिद्यासागर के संघ का है ।इस तरह भेद प्रभेद की गहरी खाई समाज में बिद्यासागर के आने के बाद खुद चुकी है जो सम्यग्दर्शन के बात्सल्य गुण के अनुरूप नही है।
Maan jaa jhut mt bol 1:52
✨👍🏻 maan jaaaaaaaaaaa
Bhai Acharyo ke samne kabhi hamra jhuth chupta nhi h. Aur ab apna yaha jhuth bolke unko galat kar rahe ho. Kya hi hoga. Maafi mange toh achha hoga aapke sath galti swikariye
Koi insaan kitna hi neech hoo sakta hai aaj dekh liya hame sabh pta hai yeh jhuthi baate failane se khuch nhi hoga tumhara
Koi insaan kitna hi neech hoo sakta hai aaj dekh liya hame sabh pta hai yeh jhuthi baate failane se khuch nhi hoga tumhara🤬🤬🤬🤬🤬🤬🤬🤬🤬
🤬🤬🤬🤬🤬
Koi insaan kitna hi neech hoo sakta hai aaj dekh liya hame sabh pta hai yeh jhuthi baate failane se khuch nhi hoga tumhara🤬🤬🤬🤬
Koi insaan kitna hi neech hoo sakta hai aaj dekh liya hame sabh pta hai yeh jhuthi baate failane se khuch nhi hoga tumhara🤬🤬🤬🤬🤬🤬🤬🤬🤬