अयोध्या कांड का अद्भुत प्रसंग जरुर सुने | PUJY SHASHIKANT JI MAHARAJ | Dashrath Mrityu ki Katha DAY7
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- เผยแพร่เมื่อ 25 ธ.ค. 2023
- पूज्य आराधना देवीजी एवं शशिकांत जी महाराज के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल में आपका स्वागत है !
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भरत चरित्र सुनाते रो पड़े पूज्य शशिकांत जी महाराज कथा में बैठे माताएं बहने रोने लगी 😭😭 Pujya Shashikant Ji Maharaj! Bharat charitra! Shri Ram Katha 2023
AYODHYA KAND PRARAMBH
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जय श्री राम केवट से मिले- केवट प्रसंग Kevat Prasang श्रीरामकथा RamKatha Pujya Shashikant Ji Maharaj
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शबरी और प्रभु श्री राम की सुंदर कथा! Ram Katha! मन को छू लिया #Shashikantji #RamKatha #JaiShreeRam #ShashikantJiRamKatha जब शबरी का इंतजार हुआ खत्म
श्री राम कृपा इतनी सुंदर कथा🏹🏹🏹🔱🔱🚩🚩🚩रामायण कथा -माता शबरी की मार्मिक कथा Shabri ki kahani Ramayan by पूज्य शशिकांत जी महाराज #Ramayana #Ramayankatha #Ramayan #ShabriKatha #Shabri #RamKatha #ShriRamKatha #ShashikantJiMaharaj # #RamKathalive
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कथाव्यास:- मानस किंकर जी कथा पूज्य शशिकांत जी महाराज
निवासी :- काशी धाम
आयोजक :- डॉ. फुलबदन सिंह
कार्यक्रम स्थल : उत्तर प्रदेश
प्रसंग :- भरत चरित्र, केवट प्रसंग, शबरी चरित्र, अयोध्याकाण्ड, राजा दशरथ मार्मिक मृत्यु की प्रसंग
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पूज्य आराधना देवीजी और शशिकांत जी महाराज प्रसिद्ध कथावाचक और रामायण तथा भगवद गीता सहित प्राचीन भारतीय ग्रंथों के दिव्य ज्ञान को फैलाने की यात्रा के मार्गदर्शक हैं। इन पवित्र ग्रंथों की गहन समझ के साथ, वे जीवन के सभी क्षेत्रों के साधकों के लिए आध्यात्मिक ज्ञान और अंतर्दृष्टि लाते हैं।
🌟हमारे यूट्यूब चैनल पर आपको ज्ञानवर्धक प्रवचनों, भजनों, कथाओं और आध्यात्मिक शिक्षाओं का संग्रह मिलेगा जो जीवन, धर्म और भक्ति की गहन सच्चाइयों को गहराई से उजागर करते हैं। पूज्य आराधना देवीजी और शशिकांत जी महाराज की शक्तिशाली और आत्मा-स्पर्शी कथाएं आपकी सामान्य तथा आध्यात्मिक जीवन को ऊपर उठाएंगी और आपको आध्यात्मिक विकास और आत्म-प्राप्ति के मार्ग पर मार्गदर्शन करेंगी।
📜 हमारे चैनल पर प्रस्तुत किए गए विषय:
राम कथा
भागवद गीता
भक्तिमय भजन
आध्यात्मिक प्रवचन
वैदिक ज्ञान
दिव्य कहानियाँ और दृष्टान्त
धर्म और नैतिक मूल्य
आत्म-साक्षात्कार और आंतरिक शांति
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भरत और शत्रुघन दोनों भाइयों को उनके मामा अपने प्रदेश में ले जाते हैं ताकि उनके नाना उनसे मिल सके। दूसरी ओर राजा दशरथ श्री राम जी को राजा बनाने का निर्णय ले लेते हैं और सभा में बुला कर उन्हें राजा बनने के लिए कहते हैं तो राम मना करते हैं लेकिन राजा दशरथ उन्हें मना लेते हैं। यह बात सुन कर राज्य में ख़ुशी की लहर दौड़ पड़ती है। लेकिन मंथरा भरत को राजा बनता देखना चाहती थी। मंथरा कैकयी को श्री राम के प्रति भड़काती है और कहती है की राजा दशरथ से उसे अपने दो वरदान माँग लेने चाहिए जिसमें राम को चौदह वर्ष का वनवास और भरत का राज्याभिषेक करने को कहती है। कैकयी मंथरा की बातों में आ जाती है और कोप भवन में चली जाती है राजा दशरथ उसे मनाने आते हैं तो कैकयी राजा से अपने दो वर माँग लेती है जिसे सुनकर राजा दशरथ दराजा वचन बध थे इसलिए वो राम को बुलाते हैं और कैकयी के वर के बारे में बताते हैं तो राम उनकी बात मान लेते हैं और वनवासी भेष धारण कर लेते हैं श्री राम के वनवास का सुन सीता जी भी उनके साथ चलने का निर्णय लेती है और लक्ष्मण भी उनकी सेवा के लिए उनके साथ चल पड़ते हैं। राजा आर्य सुमंत्र को उनके साथ जाने के लिए कहते है और उन्हें मना कर वापस लाने के लिए कहते हैं। श्री राम, सीता जी
जय श्रीमन्नारायण महराज जी 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🎉
Radhe Radhe
गुरुजी राधे राधे आपके चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
जय श्री राम
जय श्री राम