जीव शीव सब प्रगटे वो ठाकुर सब दास कहे कबीर और जाने नहि मोहि राम नाम की आस जीव से ही शिव जी की कल्पना हुई वही कल्पित शब्द स्वामी बना शेष स्वयम सब उसके दास बन गए कबीर साहेब कहते है कि मै किसी अन्य को नही जानता मै तो राम नाम की आस लगाये बैठा रहता हू मतलब हमारी काया ही काशी नगरी है जिसमे शिव जी का वास है इसलिए आत्मशोधन करना चाहिए
very good bhajan
Bohot acha Bhajan
Bahut ACHA bahut sundhr Dinesh ji
Good Arya Samaj
अति शानदार भजन
ओ३म । नमस्ते जी।
बहुत सुन्दर
Bhout sunder bajen gaye apne 👌 🌹
अति सुन्दर भजन धन्यवाद ❤
Beautiful Songs Thanks
बहुत ही सुंदर भजन धन्यवाद जी
Kyushu Kar Dita Beautiful Morning
ATI SUNDAR BHAJAN
Jai ho swami virjanand k chele ki 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
अति सुंदर भजन माला
ओ३म् খুবই সুন্দর ভজন नमस्ते जी
Atisundar
पथिक जी को नमस्ते 🙏
Dhanvadh dayanad j k bhajan
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🙏🙏🙏👌👌👌
अति सुन्दर ।
Aaj 21.01.24 aap ka bhilai arya samaj ka karykram dekney w sunneya ka awser prapt hua.bhut kub👌🚩
Dinesh ji
Aap ki
Aawaj aap ka bol dil ko hila deta hai sukhrana
❤❤❤
Good morning. .,......
Very beautiful
Dineh ji bahut sunder bhajan
Very nice bhjans. Mahrasi dayanand
नमस्ते. दिनेशजी.. अति. सुन्दर. भजन. लाख. लाख. बधाई
🙏 very beautiful song 🙏
bahut sundar geet aur aawaz bhi..
बहुत सुंदर
Bahut sunder bhajan gaya bahut bahut dhanywad
ओ३म नमस्ते जी
🕉️🙏🙏
Jay Ho
बहुत सुंदर ऋषि दयानंद की जय
Om om om 🙏🙏🙏
Namaste je uttm bhajan Dhanyabad 🎉Premi aary aapko 🙏🙏🙏
ऋषिवर को कोटि कोटि नमन!
All bhajan are too good. Thanks new type of Rishi gungan’
गुरुवर महर्षि देव दयानंद सरस्वती जी महाराज अमर रहे अमर रहे
bahot sundar
बहुत सुंदर नमन आपको
Namaste ji
Rishiver ko pranam, 🙏🇮🇳
महर्षि दयानन्द की जय
वैदिक धर्म की जय
अति सुन्दर भजन❤❤
Namaste
अति सुन्दर भजन मार्मिक नमन गुरु जी को❤❤❤❤❤
aary samaj aamar rahe
नमस्ते जी very Nice
Very very Thanks
अति सुन्दर प्रेरणादायक भजन है। अति उत्तम।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति, सुन्दर स्वर,
बहुत सुंदर प्रस्तुति दी वह इतनी सी
पाखणङ आर्यो ही कर सकते है सतबीर
Adig amer Angad ka per.
महर्षि देव दयानंद की जय वैदिक धर्म की जय बहुत ही सुन्दर भजन अनुपम प्रस्तुति यशस्वी भवः ओम्
33:27 ❤
Nice
बहुत मीठी सुरीली आवाज
ऊँ नमः शिवाय हर हर हर महादेव
Namaste ji 🙏🙏.apne bahot hi pyare bhajan Gaye hai dhanyawad apka 🙏🙏🙏.
जीव शीव सब प्रगटे वो ठाकुर सब दास कहे कबीर और जाने नहि मोहि राम नाम की आस जीव से ही शिव जी की कल्पना हुई वही कल्पित शब्द स्वामी बना शेष स्वयम सब उसके दास बन गए कबीर साहेब कहते है कि मै किसी अन्य को नही जानता मै तो राम नाम की आस लगाये बैठा रहता हू मतलब हमारी काया ही काशी नगरी है जिसमे शिव जी का वास है इसलिए आत्मशोधन करना चाहिए
Odiabaidik re prabachan duara hindhuebang cristain partakhya bisayare prabachan karantu
ओ३म । नमस्ते जी।
बहुत सुन्दर
सुंदर 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌺🌷🍀