SHASTRA NU SAR KARTAVIRYA ARJUN KI AAJ BHI JIVIT SANJIVANI SAMADHI( MAHESHPATI) MAHESHWAR MAI HAI . AUR USKO KOI BHI HARA NAHI SAKTA THA KYU KE SARVA MAHA DWEEPO KA SAMRAT THE SAHASRABAHU ARJUN 🙏 JAI SAHASRARJUN
@@rajputra.s 😂😂😂बहा बेटा मे खुद हेययवन्शी हु ओर कृतवीर अर्जुन सहत्रबहु की नगरी साहसवान से यहां सहात्रबहु के किले के अबशेष आज भी ह ओर यहां के किसी भी जाति के किसी भी ब्यक्ति से पूछ लेना हय्यवंशी यादवो के बारे म सब बता देंगे
@@aiflover2110 Abe chutiye yaduvanshi mai se tuu khudko Krishna ji kaa vansaj bolta chutiye tabki haihaiyakul yaduvansh mai tha par wo kul Krishna ji se alag tha🤣🤣
सनातन हिन्दू समाज के लोग पुराणों का और अच्छे से पाठ और स्मरण करें और सँगठित बने! 🔱~"☀️"~सुदर्शन चक्र अवतार सातों समुद्रों से घिरी पृथ्वी को जितने वाले सप्तधीश्वर सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन द्वारा राक्षस राज रावण को अपने राज्य महिष्मती में आकर अभद्रता करने पर अपने राज्य महिष्मती में छह माह तक 🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन के रानियों द्वारा राक्षसराज रावण को महिष्मती के कारागार में बांधकर राक्षसराज रावण के दस सिर और एक हाथ मे छह माह तक दीपक जलाया गया था,एवं प्रथम दीपावली के जनक भी महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन को बताया गया,रावण जब अपने राज्य लंका नही पहुँचा तब रावण के दादा पुलत्स्य मुनि के बहोत आग्रह करने पर महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन ने अपने हैहयवँश की निशानी राक्षसराज रावण के मस्तक मुकुट पर मुहर लगाकर हैहयवंश की अधीनता स्वीकार करके रावण को दोबारा अपने राज्य महिष्मती में अभद्रता न करने की चेतावनी देकर राक्षसराज रावण को अपने कैद से छोड़ा था,बाहुबली फ़िल्म में भी हैहयवंश की निशानी देखी जा सकती हैं, 🔱~"☀️"~भगवान सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~ने मानव जीवन के रक्षा के लिए कर्कोटक नाग और मदमारी राक्षस को युद्ध करके उनको पराजित करके उनपर विजय प्राप्त की थी और एक अच्छे प्रजा पालक की उपथि भी धारण की थी! 🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~ने ब्राम्हणों और ऋषि समाज को बहोत सी भूमि दान में दी थी! 🔱~"☀️"~भगवान सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~अपार तंत्र-मंत्र के स्वामी थे और तंत्र-मंत्र की विधा उन्ही से प्रारंभ हुई जंगलों को काटकर खेती योग्य ऊपजाऊ भूमि महराज सहस्त्रबाहूँ के शासन काल से ही प्रारम्भ हुई थी! 🔱~"☀️"~भगवान सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~का ग्यारह अखण्ड ज्योति मन्दिर और राजराजेश्वर सहस्त्रार्जुनेश्वर शिवालय हजारों वर्षों से और आज भी वर्तमान में खरगोन महेश्वर(महिष्मती)मध्य प्रदेश में आज भी विराजमान हैं और अपने धर्म-ध्वजा को लहरा रही हैं! महराज सहस्त्रबाहु अगर मारे गए होते तो उनकी पूजा राजराजेश्वर शिवालय के रूप में पूजित नही होती"~ 🔱~भगवान सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~का अट्ठारह पुराणों में से बारह पुराणों में वर्णन और महिमा बताया गया हैं,मन्दिर उसी की बनती है,पूजा उसी की होती हैं जो उस योग्य हो~💐💐🙏🏻🙏🏻🚩🚩🚩
Bahut sundar mai likhit me de sakta hun samaaj ko shahaastraarjun ji ke baare me gumraah kkiya gaya hai. Lobhiyo ke duaara jayhind jaybharat wandematram bharat mata ki jai
Mangadant kahaani joda gaya hai jo sato divpo ka raja ho brammo ko daxina dega lutana hota to sone ki Lanka ko lut leta raavan to bandi tha hiki lutpat karega jay bhart mata ki kasam aise itihas kaaro ko nark bole to jahannum me bhi jagah nahi milegi. Aoor na milni chahiye Chor dakit log ka bolbala.hai raja aoor bhagwan kabhi lutera 😉ho sakta hai.bhagwan sab khayal rakhte hai angulimal jisne Ramayan likha pahle dakait raha isi tarah biyaas devta
ब्राह्मण राक्षस को कई बार हराने वाले क्षत्रिय वीर सहस्त्रबाहु अर्जुन और ब्राह्मण राक्षश को नरक पहुचाने वाले क्षत्रिय कुलभूषण प्रभु श्री राम जी की जय जय कार।। जय श्री राम जय क्षत्रिय धर्म हर हर महादेव
ब्राह्मण राक्षस को कई बार हराने वाले क्षत्रिय वीर सहस्त्रबाहु अर्जुन और ब्राह्मण राक्षश को नरक पहुचाने वाले क्षत्रिय कुलभूषण प्रभु श्री राम जी की जय जय कार।। जय श्री राम जय क्षत्रिय धर्म हर हर महादेव
~"माता लक्ष्मी के अंश से उतपन्न दीप्तीमती राजा रेणु की पुत्री थी और 🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~की पत्नी थी दीप्तीमती और रेणुका राजा रेणु की पुत्री थी रेणुका ऋषि जमदग्नि की पत्नी और परशुराम जी की माता थी जो एक क्षत्रिय कन्या थी इस नाते ऋषि जमदग्नि और सुदर्शन चक्र अवतार महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन आपस मे साडू लगते थे,युद्ध शस्त्र ज्ञान और उपजाऊ भूमि को लेकर और शस्त्र ज्ञान को लेकर हुई केवल हैहयवंशी क्षत्रिय लोग शस्त्र ज्ञान और ब्राम्हण वेद-पाठ का ज्ञान ब्राम्हण लोग देगे इसलिए हुई थी,क्योकि जब सुदर्शन चक्र अवतार सातो समुद्रों से घिरी पृथ्वी को जीतने वाले विश्वविजेता सप्तधीश्वर राजराजेश्वर महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन का राज्याभिषेक हुआ था तब उन्होंने घोषणा की थी कि मेरे राज्य महिष्मती में मेरे शिवाय कोई शस्त्र नही थामेगा उनके राज्यभिषेक में प्रभु ब्रम्हा,भगवान विष्णु,भगवान शिव प्रभु दत्तात्रेय स्वयम देव लोक से देवगण पधारे थे,और प्रभु गणेश के अंश सोमुख महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन के राज्य में स्वयं सेनापति के रूप में कार्य-भार देखते थे, 🔱~"☀️"~सुदर्शन चक्र अवतार महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~ने विश्व को जीतकर सप्तधीश्वर राजराजेश्वर की उपाधि धारण की थी और उन्हें राजाओं का राजा कहाँ जाता था इसिलए 🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~को राजराजेश्वर 🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~ कहा जाता था,और महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन ने अपने तप और पराक्रम से अग्नि देव को भी प्रसन्न किया था, अग्नि देव की कृपा महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन और उनके राज्य महिष्मती पर प्रचंड बनी हुई थी जिससे उन्हें हराना असम्भव था! भविष्य पुराण अध्याय 106 और महाभारत में भगवान श्री कृष्ण ने महराज युधिष्ठिर को 🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~के वीरता और पराक्रम को अपने मुख से सुनाया था! महाभारत के हरिवंशपर्व में वैशम्पायन जी महराज परीक्षित(पांडव पुत्र अभिमन्यु जी के पुत्र) महराज परीक्षित को 🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन के पराक्रम और वीरता के बारे में बताते हैं! अट्ठारह पुराणों में से बारह पुराणों में 🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~के यश पराक्रम महिमा का वर्णन बताया गया हैं! ☀️~"जयतु कलचुरी विजयतु महिष्मती"~ ☀~"जय परशुराम जय 🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~ ✨~"जय सनातन धर्म"~ 🚩🚩🚩
👍पहले एक बार पढ़ लें👍 💐धर्म ग्रंथ में क्या लिखा है💐 भागवत पुराण में भगवान विष्णु व लक्ष्मी द्वारा सहस्त्रबाहु महाराज की उत्पत्ति की जन्मकथा का वर्णन है। उन्होंने विष्णु भगवान की कठोर तपस्या करके 10 वरदान प्राप्त किए और चक्रवर्ती सम्राट की उपाधि धारण की। वे भगवान विष्णु के 24वें अवतार माने गए हैं। हैहयवंशी क्षत्रियों में ये वंश सर्वश्रेष्ठ उच्च कुल का क्षत्रिय माना गया है। चन्द्र वंश के महाराजा कार्तवीर्य के पुत्र होने के कारण उन्हें कार्तवीर्य-अर्जुन कहा जाता है। उनका जन्म हैहयवंशी महाराज की 10वीं पीढ़ी में माता पद्मिनी के गर्भ से हुआ था। वे इतने वीर थे कि रावन को बंधक बनाकर उन्होंने अपने बच्चों को उससे खेलने के लिए दे दिया था। उनका जन्म नाम एकवीर तथा सहस्रार्जुन भी है। वो भगवान दत्तात्रेय के भक्त थे और दत्तात्रेय की उपासना करने पर उन्हें सहस्र भुजाओं का वरदान मिला था। इसलिए उन्हें सहस्त्रबाहु अर्जुन के नाम से भी जाना जाता है। महाभारत, वेद ग्रंथों तथा कई पुराणों में सहस्त्रबाहु की कई कथाएं पाई जाती हैं। पौराणिक ग्रंथों एवं पुराणों के अनुसार कार्तवीर्य अर्जुन के व्याधिपति, सहस्रार्जुन, दषग्रीविजयी, सुदशेन, चक्रावतार, सप्तद्रवीपाधि, कृतवीर्यनंदन, राजेश्वर आदि कई नाम होने का वर्णन मिलता है। सहस्रार्जुन जयंती क्षत्रिय धर्म की रक्षा एवं सामाजिक उत्थान के लिए मनाई जाती है। पुराणों के अनुसार प्रतिवर्ष सहस्त्रबाहु जयंती कार्तिक शुक्ल सप्तमी को दीपावली के ठीक बाद मनाई जाती है। भगवान सहस्त्रबाहु को वैसे तो सम्पूर्ण सनातनी हिन्दू समाज अपना आराध्य और पूज्य मानकर इनकी जयंती पर इनका पूजन अर्चन करता हैं किन्तु ये कलार समाज इस दिन को विशेष रूप से उत्सव-पर्व के रूप में मनाकर भगवान सहस्त्रबाहु की आराधना करता हैं। भगवान सहस्त्रबाहु के विषय में शास्त्रों और पुराणों में अनेको कथाएं प्रचलित हैं किंवदंती हैं कि राजा सहस्त्रबाहु ने संकल्प लेकर शिव तपस्या प्रारंभ कीं थी एवं इस घोर तप के समय में वो प्रति दिन अपनी एक भुजा काटकर भगवान शिव जी को अर्पण करते थे। इस तपस्या के फलस्वरूप भगवान निलकंठ ने सहस्त्रबाहु को अनेको दिव्य चमत्कारिक और शक्तिशाली वरदान दिए थे। हरिवंश पुराण के अनुसार महर्षि वैशम्पायन ने राजा भारत को उनके पूर्वजों का वंश वृत्त बताते हुए कहा कि राजा ययाति का एक अत्यंत तेजस्वी और बलशाली पुत्र हुआ था "यदु" के पांच पुत्र हुए जो 1-सहस्त्रदः,2-पयोद,3-क्रोस्टा,4-नील और 5-अंजिक इनमें से प्रथम पुत्र सहस्त्रद के परम धार्मिक 3 पुत्र हुये राजा सहस्त्रर्जुन या सहस्त्रबाहु जिन्होंने राजा रावण को पराजित कर उसका मान मर्दन कर दिया था । उन्होंने महेश्वर नगर की स्थापना कर इसे अपनी राजधानी शोषित किया था। यही प्राचीन नगर महेश्वर आज भी मध्यप्रदेश में शिव नगरी के नाम से भी जाना जाता हैं। अतः कलार शब्द का शव्दिक अर्थ है मृत्यु का शत्रु या काल का भी काल अर्थात कलार वंशीयो को बाद में फिर कलाल और अब कलार हो गई! #जिला कलार समाज नर्मदा पुरम#
Ye vedio galat banaya gya hai unhone karti veerya ki bhujaye kati thi uske bad shahatra bahu arjun ne bhagwan se prarthana ki , ki unhe puja jaye isliye aaj bhi unka mandir isthit hai maheshwar me .shahatra bahu ek parakrami raja the jinhone ravan ko apni astawal se bandh diya tha .google krlo
Es yaduwanshi raja ko bhagwan vishnu ke avatar prashuram ne dnd diya ese yhi shrap bhi tha ak rishi ka isi krn aj eski sakti kaam nhi kr rha hu uska dnd mila
Kuchh bhi chanbhgur ke tarah nahi bol do, jitni jaan kari ho utni hi bol achhi hoti, kalyug me 3 charan paap hone ke karan aisa huaa. Samjhe tum geeta puran padho ved padho nahi to ghar me jaakar so jaao
Gyan baatne ke liye brahman ka janm huaa tha us dharm aur brahm ke raksha ke liye chhatriy ka jo paap vishnu ke vardaan milne pe sahtrapahu ne kiya vo rakhachhas jaati ka sidhh huaa aisa aadami ko maarne me koi paap nahi hota.
@@ajitchoudhary1672 hi tumhre khne ka arth kshtriya ka kary kewal brahman ki raksha krna hi bakio ki nhi yni kshtriya naukr hi brahman ke 😡 sbki raksha ke liye hi Shastra bahu bahut hi phle punyatma aur pratapi raja aur bhagwan ka prem bhakt tha tha use baad mn sakti ke md mn mdhandh ho gya tha
Me bhi kastriya surabanshi hu lekin kartiveer Arjun ek adharmi kastriya unohone kayi Raja ko kalkothrivrak Diya ...lekin ham shrree ram per garv karte hai jai shree ram 🙏🕉️ 🙏!jai
th-cam.com/video/Me-_dXz1q4E/w-d-xo.html जब सुदर्शन चक्र अवतार विश्वविजेता 🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~का चरित्र और आचरण अच्छा नही होता तो मानव और जगत कल्याण के लिए भगवान सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन मंत्र-स्त्रोत्र का वेदों-पुराणों में वर्णन नही होता"~
@@yadukulnews4724 aisa mat kaho yar tum log bhi Dada Ravan walo ki category me mat aao. Us narsanghar ke baare me pura padho phir glt sahi bolo kisi Ko.
Jai Dada Parshuram
Jai Dada Shree Ram
Jai Rajputana
जिस पर भगवान शिव शंकर की कृपा हो उसे हराना असंभव है।
Jai shree ram 🙏jai parshuram 🙏
जय भगबान परशुराम🙏🙏🙏🙏🙏🙏
राधे कृष्ण,राधे कृष्ण,राधे कृष्ण,राधे कृष्ण,राधे कृष्ण
Jai bhagwan parshuram ❤️❤️❤️
Dada ki gunda bhi
Jai dada parshuram ji ki 🥰🙏🙏💞💞💞🔥🔥
जयहो परशुराम जी की
जय श्री महाकाल ❤🚩
हर हर महादेव बम बम भोले ओम नमः शिवाय 🙏🙏🙏
Jay Parshuram Jay Yaduvanshi sahstrabahu🙏
जय श्री परशुराम 🙏
Jai shree Vishnu Bhagwan 🙏🕉️🙏🕉️🕉️🕉️
Jai dada parshuram🙏🙏🙏🙏🙏
Jai dada Parshuram 🙏🔥❤️😘🗡️⚔️😎💪💪
जय दादा सहस्त्रबाहु अर्जुन।।
@@yadukulnews4724 🤣🤣
Arre Bhiya ye sab na karo😂😂😂.
@@user-brahman20 तु रावण का वंशज है न
परशु।नर्सु ।। फरशु।। अरशु। सर्सु जर्सु।।।। पाई।। पाई।।। को तरसु।।। तो तर्सु।। एक हससैया एकरोवैयम सिया।। एक हसिया सत्रा।। रोवैया।।।।
जय श्री राम
जय सहस्रबाहु
🤣😂😂😂
Mere ghode pe
अन्याई का समर्थन भी अन्याय है
चल हट जा नीच
😂😂😂😂
Jai Mama parshuram ❤️❤️
Om namh Shivay ji🙏❤
SHASTRA NU SAR KARTAVIRYA ARJUN KI AAJ BHI JIVIT SANJIVANI SAMADHI( MAHESHPATI) MAHESHWAR MAI HAI . AUR USKO KOI BHI HARA NAHI SAKTA THA KYU KE SARVA MAHA DWEEPO KA SAMRAT THE SAHASRABAHU ARJUN 🙏 JAI SAHASRARJUN
Mere ghode pe shatpaarjun
Bhagwan parsuram ne toh hara diya . Aur bhi rajao ko 21 bar samapt kardiye the .
Jai shree parshuram ji 🙏🙏🙏🙏🕉️🙏🕉️🙏🕉️🙏🙏
Jai baba Parshuram Ji ki ❤️❤️🙏🙏
जय कीर्तिवीर अर्जुन सहात्रभहु अहीर
जय परशुराम🙏🙏
🚩🚩🙏
Ahir nhi thai chutiye wo🤣
Haihaiyawanshi rajput thai
@@rajputra.s 😂😂😂बहा बेटा मे खुद हेययवन्शी हु ओर कृतवीर अर्जुन सहत्रबहु की नगरी साहसवान से यहां सहात्रबहु के किले के अबशेष आज भी ह ओर यहां के किसी भी जाति के किसी भी ब्यक्ति से पूछ लेना हय्यवंशी यादवो के बारे म सब बता देंगे
@@aiflover2110 Abe chutiye yaduvanshi mai se tuu khudko Krishna ji kaa vansaj bolta chutiye tabki haihaiyakul yaduvansh mai tha par wo kul Krishna ji se alag tha🤣🤣
|| श्री गुरुदेव दत्त ||
🌺🌺🌺
🙏🙏🙏
बहुत अच्छा बनाया बीडियो आप लोगो ने जय परशुराम भगवान
He dattatreya bhgwan aapko namskar 🙏🙏
He parshuram aapko namskar 🙏🙏
Jai baba parshuram 🙏🧡
Bhagwan Parshuram Kee Jai Ho....... RAVIWAR......26//03//2023........
जय भगवान सहस्त्र बाहु अर्जुन
Jay yaduvansh Kartvirarjun🚩
काहे का भगवान
Mere Ghode pe
raja tak hii thik hai sabko bhagwaan ni banao
Jai ho Raj Rajeshwar bagwan ki jai ho
सनातन हिन्दू समाज के लोग पुराणों का और अच्छे से पाठ और स्मरण करें और सँगठित बने!
🔱~"☀️"~सुदर्शन चक्र अवतार सातों समुद्रों से घिरी पृथ्वी को जितने वाले सप्तधीश्वर सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन द्वारा राक्षस राज रावण को अपने राज्य महिष्मती में आकर अभद्रता करने पर अपने राज्य महिष्मती में छह माह तक
🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन के रानियों द्वारा राक्षसराज रावण को महिष्मती के कारागार में बांधकर राक्षसराज रावण के दस सिर और एक हाथ मे छह माह तक दीपक जलाया गया था,एवं प्रथम दीपावली के जनक भी महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन को बताया गया,रावण जब अपने राज्य लंका नही पहुँचा तब रावण के दादा पुलत्स्य मुनि के बहोत आग्रह करने पर महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन ने अपने हैहयवँश की निशानी राक्षसराज रावण के मस्तक मुकुट पर मुहर लगाकर हैहयवंश की अधीनता स्वीकार करके रावण को दोबारा अपने राज्य महिष्मती में अभद्रता न करने की चेतावनी देकर राक्षसराज रावण को अपने कैद से छोड़ा था,बाहुबली फ़िल्म में भी हैहयवंश की निशानी देखी जा सकती हैं,
🔱~"☀️"~भगवान सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~ने मानव जीवन के रक्षा के लिए कर्कोटक नाग और मदमारी राक्षस को युद्ध करके उनको पराजित करके उनपर विजय प्राप्त की थी और एक अच्छे प्रजा पालक की उपथि भी धारण की थी!
🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~ने ब्राम्हणों और ऋषि समाज को बहोत सी भूमि दान में दी थी!
🔱~"☀️"~भगवान सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~अपार तंत्र-मंत्र के स्वामी थे और तंत्र-मंत्र की विधा उन्ही से प्रारंभ हुई जंगलों को काटकर खेती योग्य ऊपजाऊ भूमि महराज सहस्त्रबाहूँ के शासन काल से ही प्रारम्भ हुई थी!
🔱~"☀️"~भगवान सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~का ग्यारह अखण्ड ज्योति मन्दिर और राजराजेश्वर सहस्त्रार्जुनेश्वर शिवालय हजारों वर्षों से और आज भी वर्तमान में खरगोन महेश्वर(महिष्मती)मध्य प्रदेश में आज भी विराजमान हैं और अपने धर्म-ध्वजा को लहरा रही हैं!
महराज सहस्त्रबाहु अगर मारे गए होते तो उनकी पूजा राजराजेश्वर शिवालय के रूप में पूजित नही होती"~
🔱~भगवान सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~का अट्ठारह पुराणों में से बारह पुराणों में वर्णन और महिमा बताया गया हैं,मन्दिर उसी की बनती है,पूजा उसी की होती हैं जो उस योग्य हो~💐💐🙏🏻🙏🏻🚩🚩🚩
Bahut sundar mai likhit me de sakta hun samaaj ko shahaastraarjun ji ke baare me gumraah kkiya gaya hai. Lobhiyo ke duaara jayhind jaybharat wandematram bharat mata ki jai
Mangadant kahaani joda gaya hai jo sato divpo ka raja ho brammo ko daxina dega lutana hota to sone ki Lanka ko lut leta raavan to bandi tha hiki lutpat karega jay bhart mata ki kasam aise itihas kaaro ko nark bole to jahannum me bhi jagah nahi milegi. Aoor na milni chahiye Chor dakit log ka bolbala.hai raja aoor bhagwan kabhi lutera 😉ho sakta hai.bhagwan sab khayal rakhte hai angulimal jisne Ramayan likha pahle dakait raha isi tarah biyaas devta
Jai ho Raj Rajeshwar bagwan ki jai
|| ॐ नमः शिवाय ||
Har har Mahadev 🙏🙏🙏🙏🙏🕉️
❤❤
Jai parshuram ji
Jai shree bhagwan dattatreya 🕉️🙏🙏🕉️🙏🙏🙏
ब्राह्मण राक्षस को कई बार हराने वाले क्षत्रिय वीर सहस्त्रबाहु अर्जुन और ब्राह्मण राक्षश को नरक पहुचाने वाले क्षत्रिय कुलभूषण प्रभु श्री राम जी की जय जय कार।।
जय श्री राम
जय क्षत्रिय धर्म
हर हर महादेव
Jai ho Raj Rajeshwar bagwan ki jai ho
Jai kuldevta haihaivanshi sahastrabahu bhagwan ⚔️❤️
Om namo narayana
सही कहा है ... श्री सहसरार्जुन महाराज की जय
जय सहस्त्रबाहु अर्जुन राज राजेश्वर महाराज की जय यादव वंश में जन्म लेकर यादव वंश का नाम कर दिया
अरे साले सहस्तिबहु अर्जुन कलवार जाति के है रे कलचुरी वंश के रे बोका कभी अर्जुन के मुह से सुने हो की मै यादव हु
कृष्ण भगवान तुम्हरे वंश के नही थे असली वसज् हम लोग है भाटी जडेजा जादव
@@जड्डुभाटीराजन Sastrabahu gauchor Janamdagni hatyara tha haihaivanshi
ब्राह्मण राक्षस को कई बार हराने वाले क्षत्रिय वीर सहस्त्रबाहु अर्जुन और ब्राह्मण राक्षश को नरक पहुचाने वाले क्षत्रिय कुलभूषण प्रभु श्री राम जी की जय जय कार।।
जय श्री राम
जय क्षत्रिय धर्म
हर हर महादेव
@@जड्डुभाटीराजनtum Mugalput ho 😊😊😊😊😊😊
Bhgwan parshuram ji ki jai 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jai bagvaan parshuram
Jai dada shasthrabahu
Mere ghode pe
Jai shri parshuramji 🚩🚩🚩🚩🔱🔱🔱🔱
तेरा बाप यादव है
Jai shree ram ji ki chhatriy
Jai dada Parshuram ❣️💪🔥 only for brahman.💪🔥❣️
Jay parshuram ji kii 🙏❤️
JAi parshuraam ji
~"माता लक्ष्मी के अंश से उतपन्न दीप्तीमती राजा रेणु की पुत्री थी और 🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~की पत्नी थी दीप्तीमती
और रेणुका राजा रेणु की पुत्री थी रेणुका ऋषि जमदग्नि की पत्नी और परशुराम जी की माता थी जो एक क्षत्रिय कन्या थी इस नाते ऋषि जमदग्नि और सुदर्शन चक्र अवतार महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन आपस मे साडू लगते थे,युद्ध शस्त्र ज्ञान और उपजाऊ भूमि को लेकर और शस्त्र ज्ञान को लेकर हुई केवल हैहयवंशी क्षत्रिय लोग शस्त्र ज्ञान और ब्राम्हण वेद-पाठ का ज्ञान ब्राम्हण लोग देगे इसलिए हुई थी,क्योकि जब सुदर्शन चक्र अवतार सातो समुद्रों से घिरी पृथ्वी को जीतने वाले विश्वविजेता सप्तधीश्वर राजराजेश्वर महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन का राज्याभिषेक हुआ था तब उन्होंने घोषणा की थी कि मेरे राज्य महिष्मती में मेरे शिवाय कोई शस्त्र नही थामेगा उनके राज्यभिषेक में प्रभु ब्रम्हा,भगवान विष्णु,भगवान शिव प्रभु दत्तात्रेय स्वयम देव लोक से देवगण पधारे थे,और प्रभु गणेश के अंश सोमुख महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन के राज्य में स्वयं सेनापति के रूप में कार्य-भार देखते थे,
🔱~"☀️"~सुदर्शन चक्र अवतार महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~ने विश्व को जीतकर सप्तधीश्वर राजराजेश्वर की उपाधि धारण की थी और उन्हें राजाओं का राजा कहाँ जाता था इसिलए 🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~को राजराजेश्वर
🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~
कहा जाता था,और
महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन ने अपने तप और पराक्रम से अग्नि देव को भी प्रसन्न किया था,
अग्नि देव की कृपा महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन और उनके राज्य महिष्मती पर प्रचंड बनी हुई थी जिससे उन्हें हराना असम्भव था!
भविष्य पुराण अध्याय 106 और महाभारत में भगवान श्री कृष्ण ने महराज युधिष्ठिर को 🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~के वीरता और पराक्रम को अपने मुख से सुनाया था!
महाभारत के हरिवंशपर्व में वैशम्पायन जी महराज परीक्षित(पांडव पुत्र अभिमन्यु जी के पुत्र) महराज परीक्षित को 🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन के पराक्रम और वीरता के बारे में बताते हैं!
अट्ठारह पुराणों में से बारह पुराणों में
🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~के यश पराक्रम महिमा का वर्णन बताया गया हैं!
☀️~"जयतु कलचुरी विजयतु महिष्मती"~
☀~"जय परशुराम
जय 🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~
✨~"जय सनातन धर्म"~
🚩🚩🚩
जय शह
जय जोहार राम राम
Jai shree bhagwan parshuram
Jay Bhagwan Parshuram
🙏
👍पहले एक बार पढ़ लें👍
💐धर्म ग्रंथ में क्या लिखा है💐
भागवत पुराण में भगवान विष्णु व लक्ष्मी द्वारा सहस्त्रबाहु महाराज की उत्पत्ति की जन्मकथा का वर्णन है। उन्होंने विष्णु भगवान की कठोर तपस्या करके 10 वरदान प्राप्त किए और चक्रवर्ती सम्राट की उपाधि धारण की। वे भगवान विष्णु के 24वें अवतार माने गए हैं। हैहयवंशी क्षत्रियों में ये वंश सर्वश्रेष्ठ उच्च कुल का क्षत्रिय माना गया है। चन्द्र वंश के महाराजा कार्तवीर्य के पुत्र होने के कारण उन्हें कार्तवीर्य-अर्जुन कहा जाता है। उनका जन्म हैहयवंशी महाराज की 10वीं पीढ़ी में माता पद्मिनी के गर्भ से हुआ था। वे इतने वीर थे कि रावन को बंधक बनाकर उन्होंने अपने बच्चों को उससे खेलने के लिए दे दिया था।
उनका जन्म नाम एकवीर तथा सहस्रार्जुन भी है। वो भगवान दत्तात्रेय के भक्त थे और दत्तात्रेय की उपासना करने पर उन्हें सहस्र भुजाओं का वरदान मिला था। इसलिए उन्हें सहस्त्रबाहु अर्जुन के नाम से भी जाना जाता है। महाभारत, वेद ग्रंथों तथा कई पुराणों में सहस्त्रबाहु की कई कथाएं पाई जाती हैं। पौराणिक ग्रंथों एवं पुराणों के अनुसार कार्तवीर्य अर्जुन के व्याधिपति, सहस्रार्जुन, दषग्रीविजयी, सुदशेन, चक्रावतार, सप्तद्रवीपाधि, कृतवीर्यनंदन, राजेश्वर आदि कई नाम होने का वर्णन मिलता है। सहस्रार्जुन जयंती क्षत्रिय धर्म की रक्षा एवं सामाजिक उत्थान के लिए मनाई जाती है। पुराणों के अनुसार प्रतिवर्ष सहस्त्रबाहु जयंती कार्तिक शुक्ल सप्तमी को दीपावली के ठीक बाद मनाई जाती है। भगवान सहस्त्रबाहु को वैसे तो सम्पूर्ण सनातनी हिन्दू समाज अपना आराध्य और पूज्य मानकर इनकी जयंती पर इनका पूजन अर्चन करता हैं किन्तु ये कलार समाज इस दिन को विशेष रूप से उत्सव-पर्व के रूप में मनाकर भगवान सहस्त्रबाहु की आराधना करता हैं।
भगवान सहस्त्रबाहु के विषय में शास्त्रों और पुराणों में अनेको कथाएं प्रचलित हैं किंवदंती हैं कि राजा सहस्त्रबाहु ने संकल्प लेकर शिव तपस्या प्रारंभ कीं थी एवं इस घोर तप के समय में वो प्रति दिन अपनी एक भुजा काटकर भगवान शिव जी को अर्पण करते थे। इस तपस्या के फलस्वरूप भगवान निलकंठ ने सहस्त्रबाहु को अनेको दिव्य चमत्कारिक और शक्तिशाली वरदान दिए थे। हरिवंश पुराण के अनुसार महर्षि वैशम्पायन ने राजा भारत को उनके पूर्वजों का वंश वृत्त बताते हुए कहा कि राजा ययाति का एक अत्यंत तेजस्वी और बलशाली पुत्र हुआ था "यदु" के पांच पुत्र हुए जो 1-सहस्त्रदः,2-पयोद,3-क्रोस्टा,4-नील और 5-अंजिक इनमें से प्रथम पुत्र सहस्त्रद के परम धार्मिक 3 पुत्र हुये राजा सहस्त्रर्जुन या सहस्त्रबाहु जिन्होंने राजा रावण को पराजित कर उसका मान मर्दन कर दिया था । उन्होंने महेश्वर नगर की स्थापना कर इसे अपनी राजधानी शोषित किया था। यही प्राचीन नगर महेश्वर आज भी मध्यप्रदेश में शिव नगरी के नाम से भी जाना जाता हैं। अतः कलार शब्द का शव्दिक अर्थ है मृत्यु का शत्रु या काल का भी काल अर्थात कलार वंशीयो को बाद में फिर कलाल और अब कलार हो गई!
#जिला कलार समाज नर्मदा पुरम#
This video is helpful for class 10 cbse
Same
दादाओ का दुसरा नाम
0:37 Harshada Khanvilkar
Iam karthikeya soory parshuram
Mahabharat ki Yudhishthir abh villain ban chuka hai🤣
धेनु।। कामधेनु।।सुरभी।कपिला।
Sahastra Bahu to ro Diya 😂😂
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Jay dada pashuram
Ye vedio galat banaya gya hai unhone karti veerya ki bhujaye kati thi uske bad shahatra bahu arjun ne bhagwan se prarthana ki , ki unhe puja jaye isliye aaj bhi unka mandir isthit hai maheshwar me .shahatra bahu ek parakrami raja the jinhone ravan ko apni astawal se bandh diya tha .google krlo
Jay angulimal baalmikin. Ramayan ke rachaita
Are yudhistir 😳
Es yaduwanshi raja ko bhagwan vishnu ke avatar prashuram ne dnd diya ese yhi shrap bhi tha ak rishi ka isi krn aj eski sakti kaam nhi kr rha hu uska dnd mila
Kuchh bhi chanbhgur ke tarah nahi bol do, jitni jaan kari ho utni hi bol achhi hoti, kalyug me 3 charan paap hone ke karan aisa huaa. Samjhe tum geeta puran padho ved padho nahi to ghar me jaakar so jaao
Gyan baatne ke liye brahman ka janm huaa tha us dharm aur brahm ke raksha ke liye chhatriy ka jo paap vishnu ke vardaan milne pe sahtrapahu ne kiya vo rakhachhas jaati ka sidhh huaa aisa aadami ko maarne me koi paap nahi hota.
@@ajitchoudhary1672 hi tumhre khne ka arth kshtriya ka kary kewal brahman ki raksha krna hi bakio ki nhi yni kshtriya naukr hi brahman ke 😡 sbki raksha ke liye hi Shastra bahu bahut hi phle punyatma aur pratapi raja aur bhagwan ka prem bhakt tha tha use baad mn sakti ke md mn mdhandh ho gya tha
@@allahabadwalaenglish भाई ये साला जाट है
@@riteshkumar5950 koi baat nhi
😂😅 wait a minute is this the same actor who portrayed Arjuna in the 1980's serial Mahabharat?
Me bhi kastriya surabanshi hu lekin kartiveer Arjun ek adharmi kastriya unohone kayi Raja ko kalkothrivrak Diya ...lekin ham shrree ram per garv karte hai jai shree ram 🙏🕉️ 🙏!jai
th-cam.com/video/Me-_dXz1q4E/w-d-xo.html
जब सुदर्शन चक्र अवतार विश्वविजेता 🔱~"☀️"~महराज सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन"~का चरित्र और आचरण अच्छा नही होता तो मानव और जगत कल्याण के लिए भगवान सहस्त्रबाहूँ सहस्त्रार्जुन मंत्र-स्त्रोत्र का वेदों-पुराणों में वर्णन नही होता"~
Chal hat gauchor Janamdagni hatyara Haihaivanshi
Mar gaya Parshuram Hari key hath
Sudharshan bhala Gadda ka avtaar Kuch vhi gawar Man Singh kachwaha Behan bechwa
Jai ho Raj Rajeshwar bagwan ki jai ho
Kaon kaon vardan lena chahta hai le lo aoor hame kanyadan
JAY DADA PARSHURAM AISE HI SAHASTRABAHU KI AULADO KO THOKEGE ~
Jai ho ❤️❤️❤️
@@BRAHMAN_7879 jay ho
बेटा इतनी ओकात कोना 😜 रावण तक की फाड़ दी थी साहसत्रभहु ने
@@aiflover2110 अबे तू यादव है सहस्त्रबाहु क्षत्रिय था
@@vinaypandit8557 यदुवंशी क्षत्रिये था ओर यह किसने बोला के यादव क्षत्रिये नही है
Ye to yudhisthir hai
Watch Kashmir files Mr (mithological) warrior.suru se hi fekta rahta raha hai.
Isi liyea kahata hu Newton law ko follo kro yea sab dhong choro
Brahaman vadiyo ne sahasrabahu k parakram ko kam karne k liye badnaam karne wale episode banaye Hain ......
और क्या जानते हो लावडे
Fake serial
Parsuram ak papi tha
Tum sabse bade papi ho
स्हत्रवाहु अर्जुन अहीर यादव है
निर्दोष यदुवंशी क्षत्रियों का संघार करने वाले परशुराम महापापी था।।
जय दादा सहस्त्रबाहु अर्जुन।।
@@yadukulnews4724 aisa mat kaho yar tum log bhi Dada Ravan walo ki category me mat aao.
Us narsanghar ke baare me pura padho phir glt sahi bolo kisi Ko.
भगवान परशुराम ने 21बार दुष्ट क्षत्रियो से पृथ्वी विहीन की थी बचे वही क्षत्रिय थे जो उनकी सेवा आराधना करते थे जय परशुराम भगवान की🏹⚔️💪
गलत हुआ सहस्त्र वाहु के साथ
Jai Bhagwan Parshuram