आपात काल समाप्त होते ही इंदिरा चुनाव हार गई।थी ।फिर दो साल के बाद के चुनाव में जीत गई बीस साल तक राज किया आपातकाल गलत होता तो इंदिरा गांधी को जनता कभी नही चुनती
🙏 मेरा मानना है कि स्वर्गीय प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी ने, इमरजेंसी ठीक लगाईं, खालिस्तान समर्थको का प्रभाव बढ़ रहा था, इसकी कीमत, अपनी जान गंवानी पड़ी ।
संसद देश का सर्वश्रेष्ठ पाठशाला होता है लेकिन वहां संकीर्ण विचारधारा के व्यक्ति को अध्यक्ष नहीं बनाया जाता। भाजपा और संघ के बेवकूफ नहीं जानते अमेरिका का सीनेट का अध्यक्ष चुने जाने के बाद पार्टी से त्याग पत्र दे देता है।
माननीय प्रोफेसर साहब का पूरा वक्तव्य जनता के बीच तुरंत जाना चाहिए... राष्ट्रपति के भाषण के विषय में जनता को जानना चाहिए I.N.D.I.A गठबंधन को आगे आना नितान्त आवश्यक है
यह सब ऊचपदो पर बैठकर जनता के टॅक्स के पैसोसे सब सुखसुविधा मजे ले रहे है और अपने पदकी गरीमाको ताकपर रखते हुअे कीसीको दुध दही पीला खीला रही है पेसा जनता के टॅक्स का और चाकरी नोकरी नौटंकी कीसी एक व्यक्ती के लीये ये कैसा दुर्भाग्य देश का मुरमुजी बीजेपी की कार्यकर्ता? मुरमुजी को नये संसद भवन मे ऊदधाटन मे रामलला स्थापना मे नही बुलाया😢😢😢😢😢😢😢😢
ये बिलकुल सच है, देश हित में राष्ट्रपति मुर्मू ने आज तक अपने अधिकारों का उपयोग नहीं किया , देश में बेटियां बेइज़्ज़त होती रहीं और महामहिम मौन रहीं , अफसोस 😢😢😢
Has any one seen such an adamant PM. Modi has played his role in devaluing the posts of from PRESIDENT, VICE PRESIDENT, LOK SABHA SPEAKER, GOVERNORS, LT. GOVERNOR, AND INSTITUTIONS LIKE ED, CBI, IT ETC. HE HAS SPOILED THE SYSTEM WHICH WAS RUNNING SMOOTHLY BEFORE HE TOOK OVER.
प्रो. स्वामी सर, आप बिलकुल सही कह रहे हैं। झंडा एक होना चाहिए और वह है तिरंगा। इस पर नारा होना चाहिए "एक राष्ट्र एक झंडा"। दोषी को उचित सजा मिलनी चाहिए
इंद्रा गांधी के द्वारा घोषित आपतकाल का मियाद मात्र 21 महीने का रहा जिसमे देश की आर्थिक क्षति नहीं हुई । दूसरी तरफ पीएम मोदी का दस वर्षों से चले आ रहे अघोषित आपातकाल में ना केवल देश की आर्थिक दशा का नुकसान हुआ बल्कि देश की संपदा बेचा गया और साथ में विदेशी कर्ज 3गुणा बढ़ा गया है ।
पचास साल पहले की बात को पहले भाषण में मोदी बिरला मुर्मू जी का नीरसता पूर्ण, वर्तमान स्थिति की सकारात्मक सोच नहीं ये आज की इमरजेंसी है जिसमें जनता त्रस्त है खाली मेज पीटने से जनता खुश नहीं है
विनोबा भावे ने आपातकाल को अनुसासन पूर्व कहा था। शिक्षा व्यवस्था बहुत अच्छी थी। देश में शांति,प्रेम, शोहद्रपूर्ण वातारण था। देश में विकास हो रहा था। मै उस समय राजस्थान विश्व विद्यालय का छात्र था। आज के नेताओं की जरूर घिघी बनी हुई थी।
नमस्ते अखिल स्वामी जी आपने राष्ट्रपति के भाषण का बहुत बढ़िया स्वागत किया ओर इस देश मे लगता ह राष्ट्रपति की कोई जरूरत नही ह क्योंकि राष्ट्रपति तो सरकार का गुणगान में लगभग समय नष्ट किया ऐसे भाषणों का तो बहिष्कार करना चाहिए
मुर्मू से बहुत बेहतर ज़मीर वाले ज्ञानी जैल सिंह जी थे जो शैक्षणिक योग्यता में मुर्मू से बहुत पीछे थे। परन्तु उन्होंने तीन चौथाई बहुमत वाली राजीव गांधी जी की सरकार को भी बिना कुछ कहे संसय में ला दिया था। मुर्मू जी का आचरण गांधी जी के तीन बंदरों वाली दिख रही है।
सत्ता पर काबिज़ संविधान को ना मनानेवालों को , संविधान विरोधियों को, दुष्टों और बेशर्मों को कोई फर्क नहीं पड़नेवाला , वे मनमानी करेंगे❗ प्रतिपक्ष की बातों का अनसुना करते हुए सबको प्रताड़ित करेंगे❗
महामहिम राष्ट्रपति महोदय ने अपने संबोधन में देश के ज्वलंत मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं करी जैसी जनता आशा लगाए थीं पचास साल पहले घटना का उल्लेख किया जिसकी आज याद दिलाने की नहीं जरूर है जो अब जनता की परेशानी हल हो
मेरा मानना है कि स्वर्गीय प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी ने, इमरजेंसी ठीक लगाईं, खालिस्तान समर्थको का प्रभाव बढ़ रहा था, इसकी कीमत, अपनी जान गंवानी पड़ी ।
पीएम, स्पीकर और अब राष्ट्रपति ने आपातकाल की बात कर अपने ओछेपन की बानगी दिखा ही दी। ये मीठी-मीठी बात कर सरकार गठन, सभी मंत्रालय और अपना स्पीकर बनाने के बाद ऐंठने लगे। सत्यानाश हो नीतीश/नायडू का जो चरणों में जा लोटपोट हो बना बनाया खेल ही बिगाड़ दिए।
मोदीजी का जुल्म कम होने वाला नहीं है. मोदीजी से आग्रह है कि कम से कम वे भगवान से डरें। ईमानदार विपक्षी नेताओं पर जुल्म बंद करे। इंडिया alliance को एकजुट होकर मोदीजी की तानाशाही के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।
अखिल स्वामी जी ने बहुत अच्छी बाते रखी हैं। साधु बाद के पात्र हैं।
अनिल सिन्हा साहब को इस विवेक पूर्ण व्यखान के लिए धन्यवाद।
जितने दलित और ओबीसी सांसद हैं, उन्हें एनडीए छोड़ देना चाहिए.
If they have conviction of mind and love for people who voted for them , they must resign.
बराबर है फिर देखते है कैसे राज्य करते
संजय सिंह जो कह रहे हैं एक एक बात 100% सच राष्ट्रपति जी का भाषण एक लिखा हुआ भाषण पढ़ रही है जो सरकार लिख कर देंगे वही बोलेंगे यह देश का दुर्भाग्य है
आपात काल समाप्त होते ही इंदिरा चुनाव हार गई।थी ।फिर दो साल के बाद के चुनाव में जीत गई बीस साल तक राज किया आपातकाल गलत होता तो इंदिरा गांधी को जनता कभी नही चुनती
आपातकाल से आम जनता को कोइ परेशानी नहीं थी। परन्तु 10 बरषों में जो अघोषित आपातकाल जैसी स्थिति है कि आम जनता स्वतन्त्र नहीं है लोकतंत्र खतरे में है।
🙏 मेरा मानना है कि स्वर्गीय प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी ने, इमरजेंसी ठीक लगाईं, खालिस्तान समर्थको का प्रभाव बढ़ रहा था, इसकी कीमत, अपनी जान गंवानी पड़ी ।
सैल्यूट सर आपकी आवाज बिल्कुल सिद्धान्त के अनुसार🇮🇳🙏
लोकसभा अध्यक्ष आदरणीय ओम बिड़ला जी सदन को प्राथमिक विद्यालय,सांसद को विद्यार्थी और खुद को हेडमास्टर समझ रहे हैं
संसद देश का सर्वश्रेष्ठ पाठशाला होता है लेकिन वहां संकीर्ण विचारधारा के व्यक्ति को अध्यक्ष नहीं बनाया जाता। भाजपा और संघ के बेवकूफ नहीं जानते अमेरिका का सीनेट का अध्यक्ष चुने जाने के बाद पार्टी से त्याग पत्र दे देता है।
Thanks
सर, क्या विचार है आपके आपको पुरे भारत वासियोके औरसे नमन 🙏
मैं भी 1975 में युवा थाआम जनता को आपातकाल से कहीं कोई परेशानी नहीं था। लेकिन आज खुल कर कहीं बोल नहीं सकते हैं।
Me too
पी डी ए जिंदाबाद इंडिया गठबंधन जिंदाबाद जय भीम जय संविधान जय मूलनिवासी
घोषित आपात्काल इतना बुरा नही था. यह दस साल का अघोषित आपात्काल सबसे बुरा समय है. हम भी उस समय युवा थे. ऐसी तानाशाही नही थी.
निर्भीक विचारों के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
ईवीएम हटाओ देश बचाओ भाजपा हटाओ देश बचाओ।
Abhi tu evm mein hi hai ab sab aage bath chuke hai koi aur mudda la
पुलवामा की जांच भी अभी तक नहीं हो पाई है। सही कहा स्वामीजी ने। सैल्यूट सर।
पुलवामा की जांच अभी तक नहीं हो पाई हैं बिल्कुल सही कहा श्रीमन स्वामी जी आपको दिल से सैल्यूट है
आपातकाल तो 10 साल से चल रहा है राष्टपति उप राष्टपति गवर्नर कापद खत्म होनाचाहिऐ जनता पर बोझ है जन्ता के टैक्स पर इनके बच्चे पल रहे है
नीतीश और नायडू जी को जनता माफ नहीं करेगी
विधानसभा मे दोनो बांमबु को वोट नही देना चाहीये जैसे युपी की जनता को सलाम❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Kash inko modi ji bahr fenk de or Rahul Gandhi ki shrn me jae or vha in sharn na mile
जय हिन्द अखिल स्वामी सर _क्या भाजपा वाले सदन में सदन के बाहर सभी जगह सिर्फ प्रोपगंडा ही करते रहेंगे।
तानाशाही बंद होनी चाहिए।
देशहित के लिए जितना जल्दी इस सरकार को गिराओ अन्यथा समर्थन देने वाले भी नहीं बचेंगे
Prof. Akhil Swamy से सहमत हैं कि 1975 Emergency तो इस वर्तमान काल के समक्ष कहीं नहीं टिकती।
अघोषित Emergency बहुत खतरनाक है देश के लिए।
माननीय प्रोफेसर साहब का पूरा वक्तव्य जनता के बीच तुरंत जाना चाहिए... राष्ट्रपति के भाषण के विषय में जनता को जानना चाहिए I.N.D.I.A गठबंधन को आगे आना नितान्त आवश्यक है
स्वामीजी के देश प्रेम का जजबा हर एक के दिल मे होना चाहिये. स्वामीजी दिलसे प्रणाम...
❤
Emergency impact was only in North India ,not in whole country .
kejarival पर जुर्म करना बंद करो, बंद करो।।
जयन्त चौधरी और चिराग पासवान को भी जनता सबक जरूर सिखाएगी।
यह व्यक्ति जो बेवजह लगातार मेज़ पीटता रहा कौन है
राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति गवर्नर लेफ्टिनेंट का पद अब ख़त्म कर देना चाहिए क्योंकि अब इन पदों की कोई अहमियत और ज़रूरत नहीं रह गई है 👈👈
जनता को मालूम होना चाहिए कि राष्ट्र पति पर जनता का कितना पैसा खर्च होता है
यह सब ऊचपदो पर बैठकर जनता के टॅक्स के पैसोसे सब सुखसुविधा मजे ले रहे है और अपने पदकी गरीमाको ताकपर रखते हुअे कीसीको दुध दही पीला खीला रही है पेसा जनता के टॅक्स का और चाकरी नोकरी नौटंकी कीसी एक व्यक्ती के लीये ये कैसा दुर्भाग्य देश का मुरमुजी बीजेपी की कार्यकर्ता? मुरमुजी को नये संसद भवन मे ऊदधाटन मे रामलला स्थापना मे नही बुलाया😢😢😢😢😢😢😢😢
मोदी का एकतंत्र बढ़ेगा
ये बिलकुल सच है, देश हित में राष्ट्रपति मुर्मू ने आज तक अपने अधिकारों का उपयोग नहीं किया , देश में बेटियां बेइज़्ज़त होती रहीं और महामहिम मौन रहीं , अफसोस 😢😢😢
Has any one seen such an adamant PM. Modi has played his role in devaluing the posts of from PRESIDENT, VICE PRESIDENT, LOK SABHA SPEAKER, GOVERNORS, LT. GOVERNOR, AND INSTITUTIONS LIKE ED, CBI, IT ETC. HE HAS SPOILED THE SYSTEM WHICH WAS RUNNING SMOOTHLY BEFORE HE TOOK OVER.
प्रो. स्वामी सर, आप बिलकुल सही कह रहे हैं। झंडा एक होना चाहिए और वह है तिरंगा।
इस पर नारा होना चाहिए "एक राष्ट्र एक झंडा"।
दोषी को उचित सजा मिलनी चाहिए
❤❤
इंद्रा गांधी के द्वारा घोषित आपतकाल का मियाद मात्र 21 महीने का रहा जिसमे देश की आर्थिक क्षति नहीं हुई ।
दूसरी तरफ पीएम मोदी का दस वर्षों से चले आ रहे अघोषित आपातकाल में ना केवल देश की आर्थिक दशा का नुकसान हुआ बल्कि देश की संपदा बेचा गया और साथ में विदेशी कर्ज 3गुणा बढ़ा गया है ।
अखिल स्वामी सर _ 26 January 2024 को तिरंगा दिखाई नहीं दिया भगवा से पूरा देश पटा पड़ा था।
2 साल का आपात काल घोषित था और 10 साल का अघोषित आपात काल भी भारत की राजनीति का आपात काल ही था।
झूठ परोसने का एक मौका फिर मिल ही गया मोदी को।
Ii@@peterchoranth4434to
Ppp@@peterchoranth4434
निधी स्वामीजी सही बोले ,लोग देख
रहे है तमाशा, ओम बिर्ला का, इनको भुगताना पदेगा.
😂😂
इनपर देशद्रोह का कानुन चलना चाहीये . 😢😢 भाजपा १० साल यही किया धर्म का राजकरण ओर राष्टपती भी भाजप. के आंडर रबर स्टप का काम कर रही है .
श्री मती राष्ट्रपति जी मोदी का खिलौना जैसे काम कर रही है।
❤
राष्ट्रपति के नाम की एक मूर्ति को बिठा दिया है
❤❤❤❤❤
Only fake news on this Congress bhakts channel. 😅
Modiji ko Avtar bananewale ?
पचास साल पहले की बात को पहले भाषण में मोदी बिरला मुर्मू जी का नीरसता पूर्ण, वर्तमान स्थिति की सकारात्मक सोच नहीं ये आज की इमरजेंसी है जिसमें जनता त्रस्त है खाली मेज पीटने से जनता खुश नहीं है
Sub ke sub bike hua hai. Kisi ko bhe aam janata ke parwa nahi hai
बहुत ही शानदार जबर्दस्त कटु सत्य टिप्पणी
धन्यवाद बहुत बहुत आभार एवं हार्दिक आभार
Tjanks
Thanks
10 वर्षे अघोषित आपत्तकाली जारी है इस पर रबर स्टॅम्प है महामाही राष्टपती क्यो नही बोलें, नीट पर नही बोलें,1975 सालकी अपात्तकाली उल्लेख अब क्यो
😂😂😂😂
देश के हालात ऐसे ना बन जाए गोला बरुद् से आंदोलन जनता करने लगे, बड़ा सवाल
१०१ टक्के
😂😂😂😂
सच्चाई नहीं दिखता ऐसे लोगों को स्वयं ही नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए
ADANI AMBANI PARTY BHRASHTACHAR JAGAOO PARTY KI "B" TEAM HAI
😂😂😂😂
BJP वाले कभी नहीं सुधरेंगे उनको chance नहीं देना चाहिए था अब राहुल गांधी होना
जय हिंद जय भारत 🇮🇳🇮🇳
आप बिल्कुल सत्य बोल रहे हैं ❤ मेरे भी यहीं विचार है❤ राष्ट्रपति को अपने गरिमा का ख्याल रखना चाहिए 😮
सस्नेह धन्यवाद
I am 79 years but emergency was much better than today. People were so much in better and loving position.
अखिल स्वामी जी आप बिल्कुल सही कह रहे हैं....
Thanks
राष्ट्रपति ने अपनी गरिमा का ख़याल नहीं रखा
😂😂😂
जितने दलित ओबीसी एमपी हैं उनको बीजेपी छोड़ देना चाहिए
पैसे का खेल है 😢😢
विनोबा भावे ने आपातकाल को अनुसासन पूर्व कहा था। शिक्षा व्यवस्था बहुत अच्छी थी। देश में शांति,प्रेम, शोहद्रपूर्ण वातारण था। देश में विकास हो रहा था। मै उस समय राजस्थान विश्व विद्यालय का छात्र था। आज के नेताओं की जरूर घिघी बनी हुई थी।
नमस्ते अखिल स्वामी जी आपने राष्ट्रपति के भाषण का बहुत बढ़िया स्वागत किया ओर इस देश मे लगता ह राष्ट्रपति की कोई जरूरत नही ह क्योंकि राष्ट्रपति तो सरकार का गुणगान में लगभग समय नष्ट किया ऐसे भाषणों का तो बहिष्कार करना चाहिए
राष्ट्रपती का मणिपूर के बारे मे क्या खयाल है?
दूर की आवाज उन्हें सुनाई नहीं देती।
मुर्मू से बहुत बेहतर ज़मीर वाले ज्ञानी जैल सिंह जी थे जो शैक्षणिक योग्यता में मुर्मू से बहुत पीछे थे। परन्तु उन्होंने तीन चौथाई बहुमत वाली राजीव गांधी जी की सरकार को भी बिना कुछ कहे संसय में ला दिया था। मुर्मू जी का आचरण गांधी जी के तीन बंदरों वाली दिख रही है।
अटलजी के तो इनमें एक भी गुण नहीं है अंहकारी सरकार अचछे पढ़े-लिखे उस समय के तो बाहर कर दिए गुजराती अकल चलाने के लिए
आंदोलन हुए अब तक गाँधी जी की शिक्षा के आधार पर लगता है, गोरे अग्रेजो के टाइम मे जो भगत सिंह ने
क्या राष्ट्रपति को अपने संबोधन में बार बार *मेरी सरकार मेरी सरकार* कहना संविधान सम्मत है?
जय हिन्द
इनको शर्म नहीं आती जनता को समझ नहीं आती
आपके साहस को सैल्यूट सर विपक्षी नेताओं को आप से परेंरणा लेनी चाहिए और जमकर बिरोध करना चाहिए।
❤❤❤
U R ABSOLUTELY 100 ℅ CORRECT✅ RESPECTED DR AKHIL SWAMI JI 🎉🎉🎉🎉🎉🎉 MAY GOD BLESS YOU🌹🌹🌹🌹 SIRR
पेपर लीक मामले अगर किसी भ्रष्टाचारी को सज़ा मिल जायेगी तो क्या बच्चों को इंसाफ़ मिल जायेगा ????
Tabhi to usko. Inaam diya gaya hai 😮😮
Professor akhil swamy ji aap ki saari batein bilkul Sahi hai aap jese log sansad me hona chahiye jo janta ki samasya ko samajh sake
होगा नहीं कोई वोट ही नहीं देगा चाटुकारिता का दौर है
सत्ता पर काबिज़ संविधान को ना मनानेवालों को , संविधान विरोधियों को, दुष्टों और बेशर्मों को कोई फर्क नहीं पड़नेवाला , वे मनमानी करेंगे❗ प्रतिपक्ष की बातों का अनसुना करते हुए सबको प्रताड़ित करेंगे❗
टीवी के एंकर भी स्पीकर भी विपक्ष को मौका नहीं दिया जाता वर्तमान को देखिए इतिहास के सड़कों के नाम बदल दिए 1975को याद करके विकास कर लिया आपने दस साल में
स्वामी sir आपके विचारों को सैलूट करते है हम. ये नहीं चाहते बच्चे पढ़ लिख कर अपनी आवाज को बुलंद करें हक़ मांगे
आपातकाल अनुशासन पर्व है।
विनोबा भावे
NITISH AND NAIDU THEY ARE FULLY GUILTY FOR THE PRESENT SITUATION.
Swami ji bilkul sahi kh rhe hai aise hi nidar logo ki zarurat hai
India zindabad❤❤❤
देश को गुलाम बनाकर कह देंगे क्या पहले देश गुलाम नही था? अब गुलाम हो गया तो क्या नया हुआ।
इडिया गठबंधन जिन्दाबाद कांग्रेस गठबंधन जिन्दाबाद राहुल गाँधी जिन्दाबाद।
बिड़ला जी लोकसभा अध्यक्ष कम प्राथमिक विद्यालय के हेडमास्टर अधिक लगते हैं।
😂@@semwalpl62
Ahkhil saab aap bilkul sehi baat kr rehe hmara aap ko dil se selut bnta
महामहिम राष्ट्रपति महोदय ने अपने संबोधन में देश के ज्वलंत मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं करी जैसी जनता आशा लगाए थीं पचास साल पहले घटना का उल्लेख किया जिसकी आज याद दिलाने की नहीं जरूर है जो अब जनता की परेशानी हल हो
I am agree with you.poor people was not disturbed.
राष्ट्रपति का अभिभाषण ❌❌❌
बीजेपी का झूठा प्रचार ✅✅✅ 😔😔
प्रोफेसर अनिल स्वामी जी को बहुत बहुत धन्यवाद सही बात को रखने के लिए।
जय संविधान, केजरीवाल जिंदाबाद, अखिलस्वामी जी को प्रणाम
❤ देश मध्यावधि की ओर बढ रहा है!"
As always professor Sab is 100 percent correct. Very nice discussion and presentation. Thank you.
We are all proud of you Swamiji. We all love you.
अगर जबरन नसबंदी न की गई होती तो इमर्जेंसी से सभी खुश ही थे ।आज तो हालात ही लाखों गुना ख़राब हो इमर्जेंसी काल की तुलना में
Good. Speech of swami namaste
जिसके पास स्वाभिमान नहीं है.
वो जिंदा लाशे है.
ओर लाचारी ही उनके जीवन का अर्थ है.
बहोत ही घटीया जीवन क्रम है.
क्या फायदा इस जीवन का.
जय भारत.
Aapke vichar dhara sarahniya yogy 🎉
Very good nice baat kahe hai Sir ji thanks 🙏 Akhil ji thanks 🙏🙏
Bilkul sahi kaha sir.. Jai Hind 🇮🇳🇮🇳
मेरा मानना है कि स्वर्गीय प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी ने, इमरजेंसी ठीक लगाईं, खालिस्तान समर्थको का प्रभाव बढ़ रहा था, इसकी कीमत, अपनी जान गंवानी पड़ी ।
देश के राष्ट्रपति जी से ऐसी उम्मीद नही थी
श्रीमान अखिलस्वामी जी ओमविडला जी को इस समय गडेमुरदे बाहर निकालने का मतलब
Well done👏👍💯 Nidhi ji N 4 PM Newes🙏🌹👍
पीएम, स्पीकर और अब राष्ट्रपति ने आपातकाल की बात कर अपने ओछेपन की बानगी दिखा ही दी। ये मीठी-मीठी बात कर सरकार गठन, सभी मंत्रालय और अपना स्पीकर बनाने के बाद ऐंठने लगे। सत्यानाश हो नीतीश/नायडू का जो चरणों में जा लोटपोट हो बना बनाया खेल ही बिगाड़ दिए।
ओम बिरला तो वही करेंगें जो पहले करते आए है उनसे कोई अलग व्यवहार की उम्मीद नही करनी चाहिए।
बहुत अच्छी चर्चा रही आजकी साथ में लोगो को भी ये बताइए की आप क्या कर सकते है आपके अधिकार क्या है
सरकार को धर्म जात-पात से उपर उठकर, हर नागरिक को एक समान "भारतीय" समझकर निस्वार्थ देशसेवा करनी चाहिए।
तोते की याद आ गाई गई।
Swami ji u r good. Agree with u 100%.
💯💯💯💯💯 sehmati hai meri aapki baaton se
मोदीजी का जुल्म कम होने वाला नहीं है. मोदीजी से आग्रह है कि कम से कम वे भगवान से डरें। ईमानदार विपक्षी नेताओं पर जुल्म बंद करे। इंडिया alliance को एकजुट होकर मोदीजी की तानाशाही के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।
CBI के झूठ पर राष्ट्रपति चुप क्यों हैं?
बिलकुल सही।
Swami ji,Thanks
For calling a spade a spade.Truthful analysis!!!!
Very Nice Good wark congratulations to all the best
Very very great true nd commendable views.
1975 Mein Aam public ko koi Dikkat nahi thi Lekin pichle 10 sal mein public pareshan hai.
Profesor jee ki jai ho.