संसार के इस समय जितने भी धर्म हैं वे सबके सब सनातन धर्म के अन्तर्गत नहीं आते हैं। क्योंकि इन सभी धर्मों में से कोई एक भी धर्म नहीं था। इन धर्मों का नाम लेकर लोग गुरु हो चाहे चेला दोनों के दोनों धड़ल्ले से अधर्म के कीचड़ में स्नान कर रहे हैं। और अपने अपने मन के अन्दर खूब अच्छी तरह जान रहे हैं कि मैं गलत कर रहा हूँ। लेकिन उनकी खुद की आत्मा कचोट रही है फिर भी धर्म का नाम लेकर कर रहे हैं।
सत्य वचन गुरु जी 🙏🙏कोटि कोटि नमन जी 🙏🙏
Guru Dev Bhagwan Ji ki Jai Ho 🙏🙏
Sabse pahla comment gurujii 🙏🙏
बहुत बहुत धन्यवाद आपका
बहुत सुंदर प्रस्तुति है राम भजनकी
साहेब बंदगी गुरु देव जी
Saheb bandagi guruji Awagarh Etah
बंदगी साहेब
साहिब बंदगी गुरुजी आपके भजन बहुत सुंदर है
त्रिय बार सप्रेम साहेब बंदगी साहेब जी।
Saheb bandagi
संसार के इस समय जितने भी धर्म हैं वे सबके सब सनातन धर्म के अन्तर्गत नहीं आते हैं। क्योंकि इन सभी धर्मों में से कोई एक भी धर्म नहीं था।
इन धर्मों का नाम लेकर लोग गुरु हो चाहे चेला दोनों के दोनों धड़ल्ले से अधर्म के कीचड़ में स्नान कर रहे हैं। और अपने अपने मन के अन्दर खूब अच्छी तरह जान रहे हैं कि मैं गलत कर रहा हूँ। लेकिन उनकी खुद की आत्मा कचोट रही है फिर भी धर्म का नाम लेकर कर रहे हैं।
बहुत सुन्दर 👍
Saheb bandagi