Pita ki Izzat mere Hatho me | Jagriti shukla | A poetry For Girl | Hindi Poetry | The Art's Manch

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  • เผยแพร่เมื่อ 26 ต.ค. 2024

ความคิดเห็น • 4

  • @snigdhadubey4939
    @snigdhadubey4939 4 หลายเดือนก่อน +2

    So true 🤌 And I am truly proud of you @Jagriti Shukla 😍

  • @SomeshSharma-ri8ke
    @SomeshSharma-ri8ke ปีที่แล้ว +2

    ❤❤super didi

  • @भूमिकर्माधिकार
    @भूमिकर्माधिकार ปีที่แล้ว +2

    तभी मर्द भी अपनापन ढूंढ हिम्मत आप जैसी कर पाता है, जी पाता है।

  • @भूमिकर्माधिकार
    @भूमिकर्माधिकार ปีที่แล้ว +2

    और जैसे कि मैं सह लूंगा तर्क वितर्क मानवीयता को बनाना, ज़िंदा हूं अब तक बिना इसके व्यापकता पाने के लिए। हो बेटी मर्दानगी का सबूत जैसे मैंने खुद के लिए चाहा है।