सबसे पहली बात देश के हर गांव में संघ की नियमित शाखा लगे इसकी व्यवस्था करे संघ और भाजपा, और सुनिश्चित करें कि समाज के प्रत्येक सनातानियो को शाखा से जोड़े।
अरे साहब, आप ये क्या और कैसी बाते कर रहे?...😊😊. ९० सालो के अथक प्रयासो से सत्ता प्राप्ति के बाद आब इन्हें कहा इतना वक्त जो शाखाएं पर लक्ष्य केंद्रित करें. गर यही हाल रहा तो कुछही सालो में इनकी कांग्रेस समान दुर्गति तय है.
कभी नहीं खुलेगी भाजपा के मंत्री और विधायक जो अपने बूथ तक नहीं जीता पाये और जाती के नाम पर लिपा पोती हो रही है मंत्री जी लोग दबा कर पुलिस विभाग में लुट मचा रहे हैं इस पर भी विचार होना चाहिए
बीजेपी सिर्फ केंद्र चेलों को देखते रहे लल्लन पल्लन 1994से माननीय अटल जी के मजदूर न्याय फत्र को केंद्र ने नकारात्मक कर दिया, ऐसे केंद्र का अचार कोन सी बोतल में डालें सोना की चांदी की
इन्द्रेश जी के घर वापसी का क्या हश्र हुआ है ucc. Nrc. जनसंख्या नियंत्रण केवल नौटंकी के लिए है या लागू भी होना चाहिए कमाए धोती वाला खाये टोपी वाला कोई खा खा के मरे कोई खाने बिना मरे
जनता जिसको पंसंद करेगी वही p m बनेगा भारत में अकेला संघ ही नहीं और बहुत शक्ति हैं उनको भी साथ लेकर चलना चाहिए और बहुत जरूरी भी हैं सबसे बड़ी जनता जनार्दन की ताकत
इतने वर्षों की मेहनत पर पानी फिर गया । केवल 32 सीटों की कमी के कारण सरकार की मजबूती नहीं रही । बाहर के लोग जिनपर भ्रष्टाचार के आरोप थे उन्हें टिकट दिये गए और बीजेपी को कमजोर किया ।
गर्मी केवल हिंदुओ को ही लगी शांति दूत ने 98% तक मतदान किया उनको गर्मी नही लगी थी क्या सही बात यह है कि हिन्दू बहुत ही अलसी व मतलबी स्वार्थी है उसे अपनी कौम अपने धर्म से कोई लेना देना नही है
तुमने तो मेरे मन की बात कह दी।यही मैं दर्जनों जगह कह चुका।खराब मौसम हमेशा बीजेपी के लिए ही नुकसान दायक है।क्योंकि थोड़े से भी खराब मौसम में बीजेपी का वोटर नहीं निकलता
*बंगाल, राजस्थान, झारखंड, उत्तरप्रदेश , महाराष्ट्र में भाजपा को वोट न देकर हमने मोदी का अहंकार तोड़ दिया।* ये हमने कोई पहली बार नहीं किया है, इसी तरह पहले भी हमने साथ न देकर बड़ों-बड़ों का अहंकार तोड़ा है... बहुत पहले सिंध के हिन्दू राजा दाहिर का अहंकार तत्कालीन अफगानिस्तान और राजस्थान के हिन्दू राजाओं ने खत्म किया था। दाहिर ने सहायता के लिये पत्र लिखा, पर कोई भी नहीं आया। बहुत अहंकार था दाहिर को अपने पराक्रम का, मारा गया। अब ये अलग बात है कि उसके बाद सिंध में हिन्दुओं का निरंतर पतन ही होता रहा और आज अफगानिस्तान पूर्णतः इस्ला'मिक राष्ट्र है। इसी तरह हमने मोहम्मद गोरी के आक्रमण के समय पृथ्वीराज चौहान का साथ न देकर उनके अहंकार को तोड़ा था। मेवाड़ वालों को भी अपनी बहादुरी का बड़ा अहंकार था। जब खिलजी ने मेवाड़ घेर लिया तब पूरे राजपूताने से किसी ने भी साथ नहीं दिया, रावल रतन धोखे से मारे गये और पद्मावती को 16000 औरतों के साथ जौहर करना पड़ा। पद्मावती को भी अपनी सुंदरता पर बड़ा अहंकार था, तोड़ दिया। राणा सांगा ने जब लोधी को कैद किया था, तब उनके अहंकार को तोड़ने के लिये डाकू बाबर को बुलाया गया। युद्ध में किसी ने राणा सांगा का साथ नहीं दिया, उनका सेनापति तीस हजार सैनिकों के साथ मारा गया, सांगा का अहंकार टूट गया। लेकिन लोधियों को भी मुगलों की गुलामी करनी पड़ी, मन्दिर तोड़े गए, स्त्रियां लूटी मुगलों ने..पर सांगा का अहंकार तो टूट ही गया न। मराठे बड़े प्रतापी थे, मुगलों की वाट लगा दी थी उन्होंने। उनको भी बहुत अहंकार था। मुगल हार गये तो काफिरों को रोकने के लिए अफगानिस्तान से अब्दाली बुलाया गया, पानीपत के मैदान में सेनाएं सज गयीं। अब्दाली की सेना को तो रसद मिलती रही पर मराठों को किसी ने भी रसद नहीं भेजी..अहंकार जो तोड़ना था मराठों का। भूखे पेट मराठे लड़ते रहे, मरते रहे..हार गये। महाराष्ट्र का कोई ऐसा घर नहीं जिसका कोई बेटा शहीद न हुआ हो, लेकिन अहंकार तो टूट गया न। न जाने कितनी बार हमने समय पर साथ न देकर अपनों के अहंकार को तोड़ा है, तो हम मोदी को भी सत्ता से हटा कर रहेंगे। भले ही हमें इसके लिये गोरियों, मुगलों, अब्दालियों या फिर इटली, पाकिस्तान की मदद लेनी पड़े और देश को उनके हाथों गिरवी रखना पड़े.. हम मोदी का अहंकार तोड़ कर ही रहेंगे, और आने वाले समय में योगी जी का अहंकार भी तोड़ेंगे । क्योंकि हम विदेशियों, विधर्मियों, वाममार्गियों आदि की ग़ुलामी में ही जीने के ही लायक़ हैं। याद है, हमने अटल जी का अहंकार भी तोड़ा था और फिर 10 साल जूते खाये थे , लेकिन हमें भूलने की आदत तो ठहरी... न जाने कितनी बार हमने समय पर साथ न देकर अपनों के अहंकार को तोड़ा है, तो हम मोदी को भी सत्ता से हटा कर रहेंगे। भले ही हमें इसके लिये गोरियों, मुगलों, अब्दालियों या फिर इटली, पाकिस्तान की मदद लेनी पड़े और देश को उनके हाथों गिरवी रखना पड़े.. *हम मोदी का अहंकार तोड़कर ही रहेंगे।*
दिल तो दुःखी हुआ कि पूर्ण बहुमत नहीं मिला पर आंखे खुलने के लिए य़ह होना भी जरूरी था बीजेपी अपने सबका साथ सबका विकास की नीति के चलते हुए शांतिप्रिय समुदाय की तरफ से बेखबर थी जबकि इनका चरित्र पिछले लोकसभा व राज्यों के चुनाव में साफ हो गया है पर इस बार देशव्यापी मौलानाओ के आवाहन से बीजेपी की आंखे खुल गई, इस समुदाय का बीजेपी के पक्ष में खड़े होना सिर्फ छलावा ही था
महाराज गुरु गोविंद सिंह के बात के उल्टा चलने के कारण ही यह परिणाम आया।गुरु गोविंद सिंह महाराज ने कहा था कि सरसो के भरी तेल के टंकी में हाथ डुबोकर तेल लगे हाथ को सरसो के बोरी में डालने से कितनी सरसो हाथों में चिपक जाय उतनी जन्म लेने के बाद भी पूर्व अरबी सोच वाले लोग कभी भी इस राष्ट्र के लिए वफादार नही हो सकते।
सही कहा और इसी छल में फंसकर ये अपनों को छलने लगे थे। योगी जी को तो इन्होंने साईड लाइन कर दिया था यहां तक कि उनके द्वारा अनुमोदित एक भी उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया गया।
BJP मे आपसी गुटबाजी ही इसे ले डूबेगी! अमित शाह योगी जी के विरुद्ध अलग गुट बनाये बैठे हैं, जिसका नतीजा BJP का इस चुनाव मे ये हश्र हुआ! ऐसे स्वार्थी नेताओं की भी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए ! दूसरी बात BJP के अधिकतर सांसद और विधायक निकम्मे है जो कभी अपने छेत्र मे नहीं गए, आखिर कब तक जनता इनको मोदी- योगी के नाम पर वोट देगी?
अमिताभ जी आपको मेरा हृदय से प्रणाम आपके चैनल के माध्यम से भाजपा के शीर्ष नेताओं को सुझाव देता हूं हालांकि छोटा सा कार्य करता हूं अति आत्मविश्वास एवं जब तक छोटे कार्यकर्ताओं को साथ नहीं हो गया तो यही परिणाम होंगे अमिताभ जी यह आप आगे चैनल पर भेज देना पहुंचा देना
अमिताभ जी आप को बहोत बहोत साधुवाद बहोत सटीक तरीके से आपने स्वयंसेवको और संगठन के कार्यकर्ताओं के दर्द को समझाया है कियू की ये तो सत्य ही है कि BJP के वरिष्ठ पदाधिकारी उनकी अनदेखी करते है । जबकी वो भूल जाते है संघ स्वयंसेवको के बल पर ही वो उस कुर्सी पे बैठे है । ❤ बहोत बहोत आभार
हर हर महादेव हर हर मोदी योगी आदित्यनाथ जी बीजेपी और आरएसएस और एनडीए गठबंधन सरकार बनने वाली हैं और हमारे देश भक्त मोदी जी प्रधानमंत्री को बहुत बहुत बधाई हो
हरियाणा की जमीनी हकीकत यह है कि फॅमिली आईडी और प्रॉपर्टी आईडी ने लोगों को धक्के खाने के लिए छोड़ा है। फॅमिली आईडी से अलग फॅमिली आईडी करवाने के लिए CHC सेंटर पर जाते हैं तो जवाब मिलता है कि फॅमिली आईडी अलग नहीं हो सकती लेकिन चार-पांच हजार रुपये में दो नंबर यह सबकुछ हो रहा है। यह बताओ बीजेपी को वोट कौन देगा।
नरेंद्र मोदी साहब को प्रधान मंत्री बनाने में | मध्यम वर्गीय हिंदुओं का सबसे बड़ा योगदान हैं| क्योंकि यह ऐसा वर्ग हैं | जिसे सस्ता प्याज | आरक्षण | राशन और फ्री की सुविधाएं नही | सिर्फ हिंदू राष्ट्र चाहिए था |
Piyag 2014 ke baad baley rate me hi varry kar raha hai 20-50 saal bhar, petrol bhi 80 se 100 hi hua hai jisko well in control hi kaha jayega. Middle class gareeb business man ko basuli se mukti mili hai aur security miley hai infrastructure mila hai aur opportunity mili hai jo unko chahiye
एकदम सही और सटीक निर्णय होगा ये. तत्काल इसपर अंमल होना जरुरी है.इसिमे भाजपा का यानेकी देश का हित होगा. हमारे जैसे कई मोदी भक्तोंको भाजपा मे होनेवाला ये होलसेल इन्कमिंग और आतेही उनको महत्त्वपूर्ण सत्तपद मिलना अटपटा लगता है तो लोकल कार्यकर्ता लोगोंको कैसा लगता होगा.
यूपी में भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारियों ने जनता की समस्याओं को ना सुनकर के सरकार के खिलाफ जनता को उठाया जिससे साबित होता है की दृष्टि अधिकारियों कर्मचारियों सरकारी की नीतियों के खिलाफ काम कर रहे थे और जनता के खिलाफ काम करके सरकार को बदलना चाह रहे थे
यह सोचने वाली बातहै की पूरे चुनाव के दौरान अखिलेश यादवजी ने पुलिस प्रशासन तारीफ क्योंकि तथा चंद्रशेखर आजाद भी बराबर तारीफ कर रहे हैंपुलिस की यह सत्य है की आज भी छोटे कार्यकर्ता की बात थाना में नहीं सुनी जा रहीहै
अभिताभ जी संगठन ने लोक सभा चुनाव में कितना सहयोग दिया है इस बात पर भी विचार कर लिया जाय। हम लोग ना तो भाजपा के कार्य कर्ता है ना ही संघ के हम लोग भाजपा के वोटर हैं केवल इनकी गति विधियों को देखते रहते हैं
J.P. nadda ne yaha kahakar BJP ke liye gaddha khod diya ki hame yaniki BJP ko RSS ki jaroorat nahi hai. Fir election me ticket yogiji aur RSS ki marzi se nahi diye gaye sahi aklan karke. To fir seats to kam honi hi thi. BJP ko ghamand ho gaya tha.
@@divakarsharma8283नड्डा ने यह कहा था कि बीजेपी सक्षम हो गई है परंतु यह कभी नही कहा कि Rss की आवश्यकता नही है झूठ व भृम फैलाया गया जिसमें Rss के सदस्य आ गए
ये एक बड़ा झटका है पार्टी के लिए l आशा है अब वो सचेत और जागरूक रहेंगे l देश को बीजेपी की अभी बहुत जरूरत है देश और देशवासियों को मजबूत करने के लिए l नहीं तो देश फिर से गर्त में चाला जायगा l
ब्लॉक स्तर पर को काम बाकी है या जहा की दिक्कतों को शीर्ष नेतृत्व चाहे वो राज्य का हो या केंद्र का पहुंचना चाहिए था वह काम नही हो रहा । बीजेपी का एक आम वोटर बहुत निराश है और वह 10 साल बाद भी कोई फर्क नही महसूस करता ।
बीजेपी की ऐसी गति क्यों हुई इसके बारे में तो भाजपा नेताओं को जरूर चिंतन और मंथन दोनों करना चाहिए, साथ ही कुछ ऐसा जरूर करें जिससे मध्यम वर्ग को भी लगे कि सरकार हमारे लिए कुछ सोचती। सरकारी नौकरी तो उनके लिए हैं नही, आरक्षण खा गया।
अगर लोकसंख्या नियंत्रण कणून ,वोटिंग कम्पल्सरी काणून,NRC कानुन भ्रष्टाचार पर कडे कानुन, वक्फ बोर्ड का पुरा खात्मा,गो हत्या बंदी काणुन जल्डी पास हो.Conversion कानुण मे शिक्षा का प्रावधान बढाया जाए.आगर ये अब नहीं हुवा तो देश में बहोत खून खराबा होगा.😢
सासंद अपने अपने लोकसभा क्षेत्र मे प्रत्येक वार्ड मे जाकर जन सुनवाई एंव जनसभा करना अनिवार्य कर रिपोर्ट ले । प्रत्येक गली तीन चार परिवार राष्ट्रवादी या भाजपाई या संघ के सदस्य मिल जायेगे ।इनका डाटाबेस तैयार करे । इनकी टीम बनाकर गली की वोटर लिस्ट दे और इस टीम को प्रशिक्षित करे ।इनका वट्स ग्रुप बनाए ताकि सभी आपस मे जुडे रहे ।इनकी व्यक्तिगत समस्या के हल मे सहयोग करे । इतना सब करने से भाजपा को चुनावो मे हार नही मिलेगी ।
बिहार में हिंदू पर्वों की छुट्टी कम कर दी गई। रक्षा बंधन, सरस्वती पूजा, जन्माष्टमी, राम नवमी, शिवरात्रि, जितिया जैसे पवित्र पर्वों की छुट्टी समाप्त कर दी गई, छठ पूजा और दुर्गा पूजा की छुट्टी कम कर दी गई, लेकिन बिहार के किसी भी भाजपा या संघ के नेताओ ने मुंह नहीं खोला, सड़क पर नहीं उतरी, अब जब बिहार के सत्ता में है तो उस तुगलकी फरमान को समाप्त नहीं किया। बहुत ज्यादा गड़बड़ हो गई है भाजपा। स्थानीय विधायक और सांसद 90% निकम्मे हैं।
संगठन सत्ता के नशे में डूब गया है । धरातल पर बहुत कम बाकी है पर आम जनता की कोई सुन नही रहा । मैं अपने सहर बीकानेर के बारे में ये बात साफ तौर पर देख पा रहा हु । कांग्रेस और बीजेपी के शासन में कोई मूलभूत फर्क नहीं दिख रहा ।
सुविधा संपन्नता रोजगार बेरोजगारी को उजागर करते अपने धर्म ज्ञान के साथ राष्ट्र निर्माण की आवाज बुलंद करते रहे है तो ये देश की बात है तो ये जनता की आवाज है !
सबसे पहली बात देश के हर गांव में संघ की नियमित शाखा लगे इसकी व्यवस्था करे संघ और भाजपा, और सुनिश्चित करें कि समाज के प्रत्येक सनातानियो को शाखा से जोड़े।
Bilkul sahi
अरे साहब, आप ये क्या और कैसी बाते कर रहे?...😊😊. ९० सालो के अथक प्रयासो से सत्ता प्राप्ति के बाद आब इन्हें कहा इतना वक्त जो शाखाएं पर लक्ष्य केंद्रित करें. गर यही हाल रहा तो कुछही सालो में इनकी कांग्रेस समान दुर्गति तय है.
Sahi kaha aapane
मोदी जी और अमित शाह अगर खुल कर योगी आदित्यनाथ जी को स्पोर्ट करे तो उमीद है आगे कुछ अच्छा हो सकता है चमचा गिरी करने वाले नेताओ को बाहर करना चाहिए
BILKUL THEEK KAHA AAPNAI BJP bahut sai BEKAAR NETAON ka BOJH DHO rahi hai
JAI SHRI RAM
बीजेपी सभी धर्म के लोगों को साथ लेकर चली. पर लोगों ने वोट नहीं किया. पर अब बीजेपी की भी आंख खुल जायगी.
Nahi khulegi, isiluye bar bar BJP wale gar jate hai.b
Never
कभी नहीं खुलेगी भाजपा के मंत्री और विधायक जो अपने बूथ तक नहीं जीता पाये और जाती के नाम पर लिपा पोती हो रही है मंत्री जी लोग दबा कर पुलिस विभाग में लुट मचा रहे हैं इस पर भी विचार होना चाहिए
बीजेपी सिर्फ केंद्र चेलों को देखते रहे लल्लन पल्लन 1994से माननीय अटल जी के मजदूर न्याय फत्र को केंद्र ने नकारात्मक कर दिया, ऐसे केंद्र का अचार कोन सी बोतल में डालें सोना की चांदी की
आपकी बात सही है लेकिन भाजपा कार्यकर्ता को pvt Ltd के एंप्लॉय की तरह ट्रीट किया जाता है, आरएसएस का कार्यकर्ता होना ज्यादा ठीक है
बहुत ही बढीया विश्लेषण आपने भारतीय जनता पार्टी आर आर एस एस के बारे में किया है बहुत ही सटीक है
इन्द्रेश जी के घर वापसी का क्या हश्र हुआ है ucc. Nrc. जनसंख्या नियंत्रण केवल नौटंकी के लिए है या लागू भी होना चाहिए
कमाए धोती वाला खाये टोपी वाला
कोई खा खा के मरे कोई खाने बिना मरे
आरएमएम बंद हो, इंद्रेश बाहर किया जाए
What BJP has done over population control?
सबका साथ सबका विकास तो विकास तो सबका हुआ और वोट हिंदुओं ने दिया
जनता जिसको पंसंद करेगी वही p m बनेगा भारत में अकेला संघ ही नहीं और बहुत शक्ति हैं उनको भी साथ लेकर चलना चाहिए और बहुत जरूरी भी हैं सबसे बड़ी जनता जनार्दन की ताकत
सटीक सही विष्लेषण
जयश्रीकृष्ण
इतने वर्षों की मेहनत पर पानी फिर गया । केवल 32 सीटों की कमी के कारण सरकार की मजबूती नहीं रही । बाहर के लोग जिनपर भ्रष्टाचार के आरोप थे उन्हें टिकट दिये गए और बीजेपी को कमजोर किया ।
Yah UP Maharashtra ke alawa aur kahi nhi hua aur vaha Bheem Meem chala
अगर बीजेपी को इस देश के हिंदुओ कि चिंता है तो फिर सबका साथ सबका विकास के नारे मे बदलाव करना ही पड़ेगा
Jis ka sath uska vikas.
बिलकुल सही. साधुवाद आपको. धन्यवाद.
बिल्कुल सही कहा
नारे से घंटा नहीं कुछ होनेवाला है
बिल्कुल
गर्मी में चुनाव होगे तो विपक्ष की सीटें ज्यादा आयेगी ही आयेगी।अगर यही चुनाव बीस मार्च से बीस अप्रैल के बीच होते तो चार सौ पार ही होते ।
गर्मी केवल हिंदुओ को ही लगी शांति दूत ने 98% तक मतदान किया उनको गर्मी नही लगी थी क्या सही बात यह है कि हिन्दू बहुत ही अलसी व मतलबी स्वार्थी है उसे अपनी कौम अपने धर्म से कोई लेना देना नही है
तुमने तो मेरे मन की बात कह दी।यही मैं दर्जनों जगह कह चुका।खराब मौसम हमेशा बीजेपी के लिए ही नुकसान दायक है।क्योंकि थोड़े से भी खराब मौसम में बीजेपी का वोटर नहीं निकलता
सौ प्रतिशत सत्य और सटीक सुझाव।
धन्यवाद।
सरकार को अब हिंदुओं को न्याय देना होगा क्योंकि 80 करोड हिंदू हैंइस देश में
Ram Mandir aur 370 ke alawa modi ji ne hindu ke liye kya alag se kiya ?
आपके सुझाव सराहनीय और अनुकरणीय है।
अहंकार और ईगो इन्सान अपने अकड़ सर्वनाश करने के लिए काफी है
*बंगाल, राजस्थान, झारखंड, उत्तरप्रदेश , महाराष्ट्र में भाजपा को वोट न देकर हमने मोदी का अहंकार तोड़ दिया।*
ये हमने कोई पहली बार नहीं किया है, इसी तरह पहले भी हमने साथ न देकर बड़ों-बड़ों का अहंकार तोड़ा है...
बहुत पहले सिंध के हिन्दू राजा दाहिर का अहंकार तत्कालीन अफगानिस्तान और राजस्थान के हिन्दू राजाओं ने खत्म किया था। दाहिर ने सहायता के लिये पत्र लिखा, पर कोई भी नहीं आया। बहुत अहंकार था दाहिर को अपने पराक्रम का, मारा गया। अब ये अलग बात है कि उसके बाद सिंध में हिन्दुओं का निरंतर पतन ही होता रहा और आज अफगानिस्तान पूर्णतः इस्ला'मिक राष्ट्र है।
इसी तरह हमने मोहम्मद गोरी के आक्रमण के समय पृथ्वीराज चौहान का साथ न देकर उनके अहंकार को तोड़ा था।
मेवाड़ वालों को भी अपनी बहादुरी का बड़ा अहंकार था। जब खिलजी ने मेवाड़ घेर लिया तब पूरे राजपूताने से किसी ने भी साथ नहीं दिया, रावल रतन धोखे से मारे गये और पद्मावती को 16000 औरतों के साथ जौहर करना पड़ा। पद्मावती को भी अपनी सुंदरता पर बड़ा अहंकार था, तोड़ दिया।
राणा सांगा ने जब लोधी को कैद किया था, तब उनके अहंकार को तोड़ने के लिये डाकू बाबर को बुलाया गया। युद्ध में किसी ने राणा सांगा का साथ नहीं दिया,
उनका सेनापति तीस हजार सैनिकों के साथ मारा गया,
सांगा का अहंकार टूट गया। लेकिन लोधियों को भी मुगलों की गुलामी करनी पड़ी, मन्दिर तोड़े गए, स्त्रियां लूटी मुगलों ने..पर सांगा का अहंकार तो टूट ही गया न।
मराठे बड़े प्रतापी थे, मुगलों की वाट लगा दी थी उन्होंने। उनको भी बहुत अहंकार था। मुगल हार गये तो काफिरों को रोकने के लिए अफगानिस्तान से अब्दाली बुलाया गया, पानीपत के मैदान में सेनाएं सज गयीं।
अब्दाली की सेना को तो रसद मिलती रही पर मराठों को किसी ने भी रसद नहीं भेजी..अहंकार जो तोड़ना था मराठों का।
भूखे पेट मराठे लड़ते रहे, मरते रहे..हार गये।
महाराष्ट्र का कोई ऐसा घर नहीं जिसका कोई बेटा शहीद न हुआ हो, लेकिन अहंकार तो टूट गया न।
न जाने कितनी बार हमने समय पर साथ न देकर अपनों के अहंकार को तोड़ा है, तो हम मोदी को भी सत्ता से हटा कर रहेंगे। भले ही हमें इसके लिये गोरियों, मुगलों, अब्दालियों या फिर इटली, पाकिस्तान की मदद लेनी पड़े और देश को उनके हाथों गिरवी रखना पड़े..
हम मोदी का अहंकार तोड़ कर ही रहेंगे, और आने वाले समय में योगी जी का अहंकार भी तोड़ेंगे ।
क्योंकि हम विदेशियों, विधर्मियों, वाममार्गियों आदि की ग़ुलामी में ही जीने के ही लायक़ हैं।
याद है, हमने अटल जी का अहंकार भी तोड़ा था और फिर 10 साल जूते खाये थे , लेकिन हमें भूलने की आदत तो ठहरी...
न जाने कितनी बार हमने समय पर साथ न देकर अपनों के अहंकार को तोड़ा है, तो हम मोदी को भी सत्ता से हटा कर रहेंगे। भले ही हमें इसके लिये गोरियों, मुगलों, अब्दालियों या फिर इटली, पाकिस्तान की मदद लेनी पड़े और देश को उनके हाथों गिरवी रखना पड़े..
*हम मोदी का अहंकार तोड़कर ही रहेंगे।*
बहुत सही विश्लेषण और सुझाव
जाग जाने के संकेत नहीं तो सेवा दल
की ही कहानी चरितार्थ होगी पुनः
दिल तो दुःखी हुआ कि पूर्ण बहुमत नहीं मिला पर आंखे खुलने के लिए य़ह होना भी जरूरी था बीजेपी अपने सबका साथ सबका विकास की नीति के चलते हुए शांतिप्रिय समुदाय की तरफ से बेखबर थी जबकि इनका चरित्र पिछले लोकसभा व राज्यों के चुनाव में साफ हो गया है पर इस बार देशव्यापी मौलानाओ के आवाहन से बीजेपी की आंखे खुल गई, इस समुदाय का बीजेपी के पक्ष में खड़े होना सिर्फ छलावा ही था
yes agreed with now JO SE SATH UN KA HI VIKAS
SUPERB
SALARY CLASS N MIDDLE CLASS ARE CORE VOTERS OF BJP BUT BJP WORKS FOR...
SUB..
महाराज गुरु गोविंद सिंह के बात के उल्टा चलने के कारण ही यह परिणाम आया।गुरु गोविंद सिंह महाराज ने कहा था कि सरसो के भरी तेल के टंकी में हाथ डुबोकर तेल लगे हाथ को सरसो के बोरी में डालने से कितनी सरसो हाथों में चिपक जाय उतनी जन्म लेने के बाद भी पूर्व अरबी सोच वाले लोग कभी भी इस राष्ट्र के लिए वफादार नही हो सकते।
सही कहा और इसी छल में फंसकर ये अपनों को छलने लगे थे। योगी जी को तो इन्होंने साईड लाइन कर दिया था यहां तक कि उनके द्वारा अनुमोदित एक भी उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया गया।
बिल्कुल सही ✅ विश्लेषण है। सबसे ज्यादा कुप्रभाव बाहरी नेताओं को बीजेपी में शामिल किया गया। वह बहुत ही ग़लत हुआ।
BJP मे आपसी गुटबाजी ही इसे ले डूबेगी! अमित शाह योगी जी के विरुद्ध अलग गुट बनाये बैठे हैं, जिसका नतीजा BJP का इस चुनाव मे ये हश्र हुआ! ऐसे स्वार्थी नेताओं की भी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए ! दूसरी बात BJP के अधिकतर सांसद और विधायक निकम्मे है जो कभी अपने छेत्र मे नहीं गए, आखिर कब तक जनता इनको मोदी- योगी के नाम पर वोट देगी?
अमिताभ जी आपको मेरा हृदय से प्रणाम आपके चैनल के माध्यम से भाजपा के शीर्ष नेताओं को सुझाव देता हूं हालांकि छोटा सा कार्य करता हूं अति आत्मविश्वास एवं जब तक छोटे कार्यकर्ताओं को साथ नहीं हो गया तो यही परिणाम होंगे अमिताभ जी यह आप आगे चैनल पर भेज देना पहुंचा देना
जय हिंद जय भारत वंदेमातरम बीजेपी और मोदी सरकार से भरोसा दिलाया है
बहुत सही व सटीक विश्लेषण।आपने कई देश वासियों के मन की बात कही
पार्टी जब तक अपने तपे तपाये कार्यकर्ताओं पर भरोसा न करके दल बदलुओं पर भरोसा करती रहेगी तब तक यही हाल रहेगा और शायद इससे भी बुरा !
Agree 100%
अमिताभ जी आप को बहोत बहोत साधुवाद बहोत सटीक तरीके से आपने स्वयंसेवको और संगठन के कार्यकर्ताओं के दर्द को समझाया है कियू की ये तो सत्य ही है कि BJP के वरिष्ठ पदाधिकारी उनकी अनदेखी करते है । जबकी वो भूल जाते है संघ स्वयंसेवको के बल पर ही वो उस कुर्सी पे बैठे है । ❤ बहोत बहोत आभार
हर हर महादेव हर हर मोदी योगी आदित्यनाथ जी बीजेपी और आरएसएस और एनडीए गठबंधन सरकार बनने वाली हैं और हमारे देश भक्त मोदी जी प्रधानमंत्री को बहुत बहुत बधाई हो
टिकट पाने में इस समय धन पशुओं का बोलबाला है।
जिसका साथ उसका विकास नारा होना चाहिए
हरियाणा की जमीनी हकीकत यह है कि फॅमिली आईडी और प्रॉपर्टी आईडी ने लोगों को धक्के खाने के लिए छोड़ा है। फॅमिली आईडी से अलग फॅमिली आईडी करवाने के लिए CHC सेंटर पर जाते हैं तो जवाब मिलता है कि फॅमिली आईडी अलग नहीं हो सकती लेकिन चार-पांच हजार रुपये में दो नंबर यह सबकुछ हो रहा है। यह बताओ बीजेपी को वोट कौन देगा।
जीन क्षेत्रों में संगठन जमीन पर था, वहां कमजोर हुए यह सच है, बीजेपी के कार्यकर्ता हवा में थे,
yes agreed with
Rrrrrrŕrŕeeerŕrrrrrŕeeeeeeeé44⁴444⁴éŕrr4ùuù@@madhusadansanghvia4470
कार्यकर्ता नाराज भी था क्योंकि उसकी कहीं सुनवाई नहीं होती है ।न सरकार में और नहीं प्रशासन में।
कार्यकर्ता इसी बात से संतुष्ट हो जाता है कि देश आगे बढ़ रहा है, पर घमंडी का सर नीचे होना अच्छा है।
जीन नही। जिन।
जीन का मतलब कुछ और होता है।
साधुवाद। संगठन की जुम्मेदारी मुख्य रूप से समाज आधारित, उसकी धड़कन के किये प्रेरणा, नब्ज़ जानना।
नरेंद्र मोदी साहब को प्रधान मंत्री बनाने में |
मध्यम वर्गीय हिंदुओं का सबसे बड़ा योगदान हैं|
क्योंकि यह ऐसा वर्ग हैं |
जिसे सस्ता प्याज | आरक्षण | राशन और फ्री की सुविधाएं नही |
सिर्फ हिंदू राष्ट्र चाहिए था |
Piyag 2014 ke baad baley rate me hi varry kar raha hai 20-50 saal bhar, petrol bhi 80 se 100 hi hua hai jisko well in control hi kaha jayega. Middle class gareeb business man ko basuli se mukti mili hai aur security miley hai infrastructure mila hai aur opportunity mili hai jo unko chahiye
बिल्कुल अमिताब जी एक दम सही विश्लेषण किया आप ने पराशूट सिस्टम ने बीजेपी का बहुत नुक्सान किया एक दम सही कहा
पत्रकार महोदय ने एक दम सत्य वचन कहा बीजेपी में कार्यकर्ताओं की घोर उपेक्षा होती है जो इनको ले डूबेगा, अपने कार्यकर्ताओं को मजबूती से पकड़ो।।
एकदम सही और सटीक निर्णय होगा ये.
तत्काल इसपर अंमल होना जरुरी है.इसिमे भाजपा का यानेकी देश का हित होगा.
हमारे जैसे कई मोदी भक्तोंको भाजपा मे होनेवाला ये होलसेल इन्कमिंग और आतेही उनको महत्त्वपूर्ण सत्तपद मिलना अटपटा लगता है तो लोकल कार्यकर्ता लोगोंको कैसा लगता होगा.
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यूपी में भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारियों ने जनता की समस्याओं को ना सुनकर के सरकार के खिलाफ जनता को उठाया जिससे साबित होता है की दृष्टि अधिकारियों कर्मचारियों सरकारी की नीतियों के खिलाफ काम कर रहे थे और जनता के खिलाफ काम करके सरकार को बदलना चाह रहे थे
bahut badhiya Sir
First and Foremost ---- No More सब का साथ, सब का विकास. बहुत हो चुका.
हिंदुत्व की राह पर चलना पड़ेगा
Ram Mandir Vishwas Nath Mahakaal kedarnath corridor yah sab kya hai? hindutva nhi?
संगठन को yes bossism नही करना चाहिए । सरकार की आलोचना का अधिकार होना चाहिए।
बहुत अच्छा एवं सामायिक सलाह है।
यह सोचने वाली बातहै की पूरे चुनाव के दौरान अखिलेश यादवजी ने पुलिस प्रशासन तारीफ क्योंकि तथा चंद्रशेखर आजाद भी बराबर तारीफ कर रहे हैंपुलिस की यह सत्य है की आज भी छोटे कार्यकर्ता की बात थाना में नहीं सुनी जा रहीहै
अभिताभ जी संगठन ने लोक सभा चुनाव में कितना सहयोग दिया है इस बात पर भी विचार कर लिया जाय। हम लोग ना तो भाजपा के कार्य कर्ता है ना ही संघ के हम लोग भाजपा के वोटर हैं केवल इनकी गति विधियों को देखते रहते हैं
सही बात!ये अब इतने निकृष्ट हो गए कि,इनके कृत्यों से रामद्रोही पार्टी अच्छी लगने लगी
जब मोदीजी का बोलबाला था तब आप भी लटकों के साथ उनकी तारीफ करते थे और अब उनकी कमियां दिखाई जा रही है।
J.P. nadda ne yaha kahakar BJP ke liye gaddha khod diya ki hame yaniki BJP ko RSS ki jaroorat nahi hai. Fir election me ticket yogiji aur RSS ki marzi se nahi diye gaye sahi aklan karke. To fir seats to kam honi hi thi. BJP ko ghamand ho gaya tha.
@@divakarsharma8283नड्डा ने यह कहा था कि बीजेपी सक्षम हो गई है परंतु यह कभी नही कहा कि Rss की आवश्यकता नही है झूठ व भृम फैलाया गया जिसमें Rss के सदस्य आ गए
@@sureshchandrarathore7347m
भाजपा सरकार बड़े अधिकारियों के सहारे चलती है और छोटे कर्मचारियों का बहुत ही शोषण होता है, विशेषकर यूपी में।जय श्रीराम
Agnihotri G aapko namaskar 👏 Sir Ur Great 👏 how U explain is awesome 👏
सटीक विश्लेषण
सर जी सत्य कहा आपने पर इसमें संग की उदासीनता भी मुख्य कारण है
ये एक बड़ा झटका है पार्टी के लिए l आशा है अब वो सचेत और जागरूक रहेंगे l देश को बीजेपी की अभी बहुत जरूरत है देश और देशवासियों को मजबूत करने के लिए l नहीं तो देश फिर से गर्त में चाला जायगा l
शिव सेना से झगड़ा करना भाजपा की सबसे बड़ी भूल थी। ये घमंड के कारण हुआ
Pehla election bjp v/s non bjp hua.
Minimum 51% vote chahiye.
पार्टी को अपनी कमियां दूर करनी होगी
आदरणीय अमिताभ जी भाजपा में 32 वर्ष से काम कर रहा हूँ यहाँ पर ईमानदार कार्यकर्ताओं कोई इज्जत नही है अब तो यहाँ रह कर केवल रोना आता है😢
ऐसा अब हुआ है या पहले से हीऐसा था बीजेपी के कार्यकर्ता ईमानदार नहीं रहे अब ऐसा हुआ है क्या
जिनको गालियां देकर जिनको बुरा भला कहकर बीजेपी सत्ता प्राप्त की है लेकिन इसके बाद में वोही लोग आज पाला बदलकर इधर आ गए है और सत्ता सुख भोग रहे है ।
ये jaatake आगे पार्टी को मजबूत करेगे
👍बहुत बढ़िया विश्लेषण 🌷
Jabardast sir ji
हरीजन एवम आदिवासी समाज के बीच में विश्वास जमाना पड़ेगा
केवल हिन्दुओं का साथ तो केवल हिन्दुओं का विकास...
जी बिल्कुल, ये चमक, ये दमक, फुलवन मा महक, सब कुछ सरकार ( मोहन ) तुम्हीं से है!!
Jai hind sir❤❤❤❤❤❤❤
जब तक मोदी और उनकी मंडली भाजपा पर काबिज है, बीजेपी में कोई खास बदलाव नहीं होने वाला। वही विकास विकास विकास और हिंदुओं का सर्वनाश और सर्वनाश।
Good
ब्लॉक स्तर पर को काम बाकी है या जहा की दिक्कतों को शीर्ष नेतृत्व चाहे वो राज्य का हो या केंद्र का पहुंचना चाहिए था वह काम नही हो रहा । बीजेपी का एक आम वोटर बहुत निराश है और वह 10 साल बाद भी कोई फर्क नही महसूस करता ।
बीजेपी की ऐसी गति क्यों हुई इसके बारे में तो भाजपा नेताओं को जरूर चिंतन और मंथन दोनों करना चाहिए, साथ ही कुछ ऐसा जरूर करें जिससे मध्यम वर्ग को भी लगे कि सरकार हमारे लिए कुछ सोचती। सरकारी नौकरी तो उनके लिए हैं नही, आरक्षण खा गया।
Yah Bharat ke majority Hindu ko karaney chahiye. 500 saal ke sabsey important Ram Mandir ke baad bhi vahi
Jay ho❤
नेता लोग अपने चाटुकार को ही संगठन में दायित्व देते हैं सारे गुण भापण तक ही सीमित रह जाता है।
विकास की बात करना अब बेमानी है पार्टी को PDA जैसा एक संगठन तैयार करना होगा तभी कामयावी मिल सकती है।बरना फिर देखते रह जाओगे।
अगर लोकसंख्या नियंत्रण कणून ,वोटिंग कम्पल्सरी काणून,NRC कानुन भ्रष्टाचार पर कडे कानुन, वक्फ बोर्ड का पुरा खात्मा,गो हत्या बंदी काणुन जल्डी पास हो.Conversion कानुण मे शिक्षा का प्रावधान बढाया जाए.आगर ये अब नहीं हुवा तो देश में बहोत खून खराबा होगा.😢
BJP HAS TO CHANGE
अमिताभ भाई
बहुत अच्छा विश्लेषण किया है
बेहतरीन समीक्षा
सर बीजेपी को अब जनता की आवाज सुनाई देना बंद हो चुका है , अब पता नही कुर्सी कुर्सी खेलने लग गए है, कभी हम जैसे सपोर्टर का सुन लिया करो
जय जय श्री सीताराम
सही बात
Amitabh ji apko pranam
Sir aap ekdum sahi bol rae ha
बिल्कुल सठिक विष्लेशण किया है आप ने अमिताभ जी !!
बहुत बढ़िया एनालिसिस था अग्निहोत्री जी धन्यवाद
इस चुनाव में संघटन कुछ दूर दूर दिखा और पूर्ण हृदय और आत्मा के साथ बीजेपी का साथ का अभाव दिखा !
सबसे पहले तृप्तिकरण बंद हो, फिर हिंदू हित में काम हो
सही विश्लेषण
सुंदर विश्लेषण ❤
Thanks for nice analysis and deliberation. Jai Shri Ram
जो अपना मूल चरित्र से समझौता करता है तो उसका यही हाल होता है।
जय श्री राम जय श्री राम जय श्री पीपाजी क्षेत्रीय समाज को हार्दिक शुभकामनाएं बधाई जी
अनेंको शुभकामनाएं ।।
बदलाव आना ही चाहिए
सुखद विश्लेषण।
अच्छा विश्लेषण 🎉
Sailut Sir for right Analysis
सासंद अपने अपने लोकसभा क्षेत्र मे प्रत्येक वार्ड मे जाकर जन सुनवाई एंव जनसभा करना अनिवार्य कर रिपोर्ट ले ।
प्रत्येक गली तीन चार परिवार राष्ट्रवादी या भाजपाई या संघ के सदस्य मिल जायेगे ।इनका डाटाबेस तैयार करे । इनकी टीम बनाकर गली की वोटर लिस्ट दे और इस टीम को प्रशिक्षित करे ।इनका वट्स ग्रुप बनाए ताकि सभी आपस मे जुडे रहे ।इनकी व्यक्तिगत समस्या के हल मे सहयोग करे । इतना सब करने से भाजपा को चुनावो मे हार नही मिलेगी ।
Bohot hi khub achha vichar he❤🙏🌹
बिहार में हिंदू पर्वों की छुट्टी कम कर दी गई। रक्षा बंधन, सरस्वती पूजा, जन्माष्टमी, राम नवमी, शिवरात्रि, जितिया जैसे पवित्र पर्वों की छुट्टी समाप्त कर दी गई, छठ पूजा और दुर्गा पूजा की छुट्टी कम कर दी गई, लेकिन बिहार के किसी भी भाजपा या संघ के नेताओ ने मुंह नहीं खोला, सड़क पर नहीं उतरी, अब जब बिहार के सत्ता में है तो उस तुगलकी फरमान को समाप्त नहीं किया। बहुत ज्यादा गड़बड़ हो गई है भाजपा। स्थानीय विधायक और सांसद 90% निकम्मे हैं।
Yahi hal up ka hai sirji
संगठन सत्ता के नशे में डूब गया है । धरातल पर बहुत कम बाकी है पर आम जनता की कोई सुन नही रहा । मैं अपने सहर बीकानेर के बारे में ये बात साफ तौर पर देख पा रहा हु । कांग्रेस और बीजेपी के शासन में कोई मूलभूत फर्क नहीं दिख रहा ।
Right Sir
वोटिंग प्रतिशत बढ़ना चाहिए
महाराष्ट्र में शिव सेना के साथ मिलना पड़ेगा शिव सेना को सम्मान देना पड़ेगा
सुविधा संपन्नता रोजगार बेरोजगारी को उजागर करते अपने धर्म ज्ञान के साथ राष्ट्र निर्माण की आवाज बुलंद करते रहे है तो ये देश की बात है तो ये जनता की आवाज है !