नमस्ते बहूतही बठीया चर्चा की है. एक बात स्पष्ट है की शासन ये निरंतर प्रक्रिया है. ईसलिये पक्ष विपक्ष जो भी सत्ता मे आता है. ऊनको जोभी योजना है ऊसमे रूकावट न करे. अपितू मोदीजी को देखो उनोने सर्व प्रथम जाहीर किया की हमारा शासन अपुर्ण योजना पूर्ण करेगा. ये हमारी लोकशाही का एक आदर्श है. धन्यवाद 🎉
आदरणीय डाँ. मनमोहन सिंह जी, उदारवादी कोमल हृदय श्रेष्ठ अर्थशास्त्री समाजवाद चिन्तक अति शिक्षित विशिष्ट योग्य प्रधानमंत्री थे। आदरणीय विनोद अग्निहोत्री जी के वैचारिक विशलेषण विमर्श स्वागतयोग्य होता है। आप पत्रकार महोदय जन ये जानते हैं कि मनमोहन सिंह जी अति शिक्षित श्रेष्ठ विद्वान अति संवेदनशील गम्भीर थे। मूर्ख अनपढ़ नाटक बाज झूठ बोलने वाले नहीं थे। मनमोहन सिंह जी स्वयं योग्य थे उनके उनकी पत्नी उनके बच्चे भी योग्य हैं। अवधेश जी, हर्षवर्धन जी, आदरणीय सोनिया गाँधी जी ने देश को झूठा महामूर्ख प्रधानमंत्री नहीं दिया था।
Avdhesh ji Manmohan Singh ke Jamane mein rupaye ki kimat Gir Gai thi abhi to rupaye ki kimat bahut Unchi hai FIR aap Hindu Musalman Le Aaye yah aapki kamjori Hai Iske Bina Rah hi Nahin Sakte
आज हर्षवर्धन उस भाषा में बात कर रहे है जैसे ग्यारहवें दिन महापात्र कर्म कांड में नाराज होकर संवेदन हीन होकर मृतक को आशीर्वाद भी देने। को तैयार नहीं होते ।
अवधेश कुमार और हर्षवर्धन त्रिपाठी की इतनी औकात ही नहीं है कि वह स्वर्गीय डॉक्टर मनमोहन सिंह जी पर चर्चा कर सके इतनी छोटी सोच के लोगों के लिए ईश्वर ने स्वर्गीय डॉक्टर मनमोहन सिंहजी को नहीं बनाया था।। वो आसमां था मगर सर झुका के चलता था।।
मनमोहन सिंह जी एक असफल प्रधानमंत्री थे जिनकी कमान सोनिया गांधी के हाथ में थी इसलिए वो असफल थे मनमोहन जी के राज में सारे बड़े बड़े घोटाले हुए बैंकों का नाश हुआ इकोनॉमी ग्रोथ कम हुई और जाते जाते दिल्ली की 123 कीमती प्रॉपर्टीज वक्फ बोर्ड को दे गए
@@prabhatdarbari9913 मनमोहन सिंह ने बीमारी के इलाज के पैसे नहीं खाए जैसे करोना के इलाज के नाम पर चंदा लिया और खा गए फिर भी ईमानदारी में प्रथम है। जिन्होंने बैंकों को लूट था उन्हें देश से भगाने में उसी ईमानदार का हाथ है जिसने बैंकों को बेच दिया सरकारी संस्थाओं को बेच दिया है। भारत में ऐसी कही भी जमीन नहीं छोड़ी जहां मंदिर बनाने के नाम ओर और पार्टी कार्यालयों के नाम पर जमीन हड़पी न हो। यहां तक अयोध्या में भी राम के नाम पर मंदिर की जमीन चौगुने दाम पर बेचकर हजम कर लिया।
थोडां सहीं बकवास करें जानकारी हैं तो अपनी ओकात दिखायें .धोटालां हुंवा कोइ जेलमें गयें .सब के सब भाजप के हरामीओ ए फर्जी केस कीयां थां .सीबीआई इडी इन्कमटैक्स सबने दिन रात सबूतों ढुनने महेनत की शाह के कहेनें पें ।आज इमानदार सरकार हैं तो राफेल जेसां कंइ धोटाले है .जब मोदी सरकार गइ बोम फटेगां .ओर तुंम कंही दिखाई नहीं देगें .दुनिया मानतें हैं तुंम जेसें लंगूरो की कयां किमत हैं .
अच्छा थां देशके लियें अच्छा काम कियां . धर्म की राजनीति नहीं की थीं .सर्वधर्म की बात करतें थें भाइसारा की राजनीति थी .मंदिरों में नहीं धूंमते थे .तकलीफ ए हैं आज देश की परिस्थिति है एसीं तब नहीं थी .गांधी परिवार जेसां परिवार आज पुरां भारतमें नहीं हैं ।इतिहास देखलों मवालीओ कां इतिहास मवालीओ जेसां होता हैं .रावण कंसकां भी इतिहास हैँ.
As a economist Dr Man Mohan Singh was a gem for our country but Sonia Gandhi was a hindrance by not allowing him to take independent decisions for the country as a PM
❤❤❤❤❤❤❤❤ Namaste Sirs ❤❤❤❤❤❤❤❤ Superb N Worth Condolences For Late Dr. Manmohan Singh. 💥💥💥💥💥💥💥💥 Thanks. ❤❤❤❤❤❤❤❤ Spoken (Words) Whitch May Bless Whom U.penalists. 🏝🏝🏝🏝🏝🏝🏝
Apne matlab congress ne inko kitni jamin di, rajender babu, baba ambedkar, sardar patel, netaji subhash, gyani jail singh, pvn rao, ik gujrak, chandrashekhar, b p singh aur pranav da.
14:39 Harsha Vardhan Ji, please elucidate ur comment "Yes Man" used for Late Manmohan Sing Ji, vis a vis he as PM having put IDEA OF INDIA on the track of Liberalization in 1991-92 & Stabilized the Reforms as PM, heading Political Executive for 10 years and as Leader of the Treasury Benches of 14th & 15th Parliaments, vis a vis ideologically driven Political Executive at Pollicy Level and Implementation Level in States emanating from the Majority party or a Coalition of the Legislature concerned De-linked from the TRUSTEES of Indian Quasi Federal State included in PART B of the SECOND SCHEDULE , from Nov 1,1956 onwards vide sec 29 of Seventh Amendment ,Act 1956!
Nobody discussed about bombings from 2006 to 2009 in many cities including 26/11. He was not a politician which is why he did not know what to do after them. He did not take any action, that was very shameful. He failed to secure nation and its people.
Harshvardhan ek patrakar nahi bjp ka chamcha sirf bjp ki line hi bolni hai izzat to modi ji ki hoti hai jo kuch karte nahi pta congress ne kaise unka apman kia samajh se pare hai😢😢😢😢
unhone fefugi ka dard jhela hai fir bhi unhone nafrat ki rajneeti nahi k khali kam kiya jaha. Bhi rahe kam kiya unka kam bol raha hsieohi unko samman de raha hsi na modiji na rahulji
Avdesh Singh Ji, the one to inform the viewrs about the PLAN formulated by the non state actors in launching onslaught on Sonia Gandhi Ji, via the Sikh PM given second term in 2009, and contribution of Anna Hazare led Magsaysay Awardees used to organize the Protest against UPA II govt , and the exemplary contribution made by Vinod Rai ,then C&AG , making a statement "Union Govt has lost Trust for failure to Govern and enforce Rule of Law" referred to unde Art 37 & Art 38 , with STATE under Art 36 being the C&AG w r t the description by Babasaheb Ambedkar " Guardian of Common Man's Purse and Watchdog of Taxpayers Money" - a federal govt functionary more important & powerful than CJI , the STATE under Art 12, and Modi Ji, having given him Padma Bushan as also Rajeev Maherishi, whereas, CJI ,Sadhashivam ,became Governor, Gogoi nominated to Rajya Sabha and Chandrachud Ji, performed Puja , with the leader of Political Democracy ,and Indian Quasi Federal State N O 1 Litigant!
मनमोहन आदमी सही ईमानदार थे इसमे तो कोई शक नही है लेकिन उनमे आत्मसम्मान नही था राहुल गांधी और सोनिया गांधी का अपमान चुपचाप सहते रहे कभी भी प्रतिकार नही किया | एक तरह से दस जनपथ का बफादार सेवक ही माना जा सकता है |
Manmohan Singh ne nahi narsimha rao ne kiya tha.aaplog kab sahi baat karna suru karenge.IIT nehru ne banaya uske liye education minister ka nam nahi liya . lekin narsimha Rao ke ministry me finance minister ne sab kiya.
बुद्धिजीवी कभी भी नेता नहीं बन सकता. वह एक प्रशासक या अफसर बन सकता है. एक वकील, अर्थशास्त्री या न्यायाधीश या राजदूत भी बन सकता है. डॉ मनमोहन सिंघ एक विशाल बुद्धजीवी थे
मन मोहन जी अब नही हैँ ,बहुत बड़े वि द्वान थे । शालीनता की मूर्ति थे । लेकिन उनके कार्य काल् मे जो घोटाला हुआ और प्रधान मंत्री होते हुए चुप होकर देखते रहे जो उनके कार्य काल का कला अध्याय क हा जायेगा ।
@@sitaramthakur425 अंधभक्तों चौकीदार चोर की सरकार थी फिर भी जिन घोटालों के आरोप लगाए थे सुप्रीम कोर्ट में चौकीदार सबूत पेश नहीं कर पाया और मनमोहन के मंत्री निर्दोष साबित हुए।
91 ki situation bhi toh MMS ki wajah si hi aai thi, his failure as FM. 91 le changes IMF ki conditions thi yeh toh bas andhe ka teer lag gaya target pe.
डा, मनमोहन सिंह जी बहुत अच्छे आदमी और इकनोमिष्ट थे। लेकिन वो प्रधानमंत्री कभी नहीं थे सिर्फ एक रबड़ स्टम्प के रूप में काम किया और देश का भट्टा बिठाया गांधी परिवार के साथ मिलकर धन्यवाद।
2009 ka asli credit agar ki ka tha toh woh AndhraPradesh ke cm ka tha na ki Sonia - manmohn ka. AAP sab chaplusi karte hain, Desh ko samajhna aapke bus ki bat nahi. 2004,2009 Mein AP ki mp seat jara Yaad kar le, Phir gyan bato
😮50 साल तक कांग्रेस के शासन और मनमोहन सिंह के RBI गवर्नर रहने के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था कैसे डूब गई? देश की संपत्ति कहां गई? 90 के दशक में गांवों में बिजली नहीं थी, पक्की सड़कें नहीं थीं, गरीबों के पास बैंक खाते नहीं थे, पीने का पानी नहीं था, स्कूली छात्रों के लिए मिड-डे मील नहीं था, कोरोना जैसी महामारी नहीं थी... और विडंबना देखिए, देश पर भाजपा का कब्जा होने लगा। पाकिस्तान डूबने लगा और भारत मजबूत होने लगा। उस समय की सरकार पाकिस्तान पर खर्च toh नहीं कर रही थी ? इसकी जांच होनी चाहिए।
Manhohan सिंह से राव साब बेस्ट नेता थे
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नमस्ते बहूतही बठीया चर्चा की है. एक बात स्पष्ट है की शासन ये निरंतर प्रक्रिया है. ईसलिये पक्ष विपक्ष जो भी सत्ता मे आता है. ऊनको जोभी योजना है ऊसमे रूकावट न करे. अपितू मोदीजी को देखो उनोने सर्व प्रथम जाहीर किया की हमारा शासन अपुर्ण योजना पूर्ण करेगा. ये हमारी लोकशाही का एक आदर्श है. धन्यवाद 🎉
श्री विनोद अग्निहोत्री जी बहुत ही बुद्धिमान और निष्पक्ष पत्रकार हैं
आर्थिक विकास मे राव साब का योगदान है
अंकल जी आज सारा काम ब्रांड मोदी नाम के बेचा जाता है।
❤❤❤❤❤ जय श्री राम सनातन धर्म पर हमें गर्व है ❤❤❤❤❤❤❤
आदरणीय डाँ. मनमोहन सिंह जी, उदारवादी कोमल हृदय श्रेष्ठ अर्थशास्त्री समाजवाद चिन्तक अति शिक्षित विशिष्ट योग्य प्रधानमंत्री थे। आदरणीय विनोद अग्निहोत्री जी के वैचारिक विशलेषण विमर्श स्वागतयोग्य होता है। आप पत्रकार महोदय जन ये जानते हैं कि मनमोहन सिंह जी अति शिक्षित श्रेष्ठ विद्वान अति संवेदनशील गम्भीर थे। मूर्ख अनपढ़ नाटक बाज झूठ बोलने वाले नहीं थे। मनमोहन सिंह जी स्वयं योग्य थे उनके उनकी पत्नी उनके बच्चे भी योग्य हैं। अवधेश जी, हर्षवर्धन जी, आदरणीय सोनिया गाँधी जी ने देश को झूठा महामूर्ख प्रधानमंत्री नहीं दिया था।
Avdhesh ji Manmohan Singh ke Jamane mein rupaye ki kimat Gir Gai thi abhi to rupaye ki kimat bahut Unchi hai FIR aap Hindu Musalman Le Aaye yah aapki kamjori Hai Iske Bina Rah hi Nahin Sakte
डॉक्टर मनमोहन सिंह जी अत्यंत दूरदर्शी, ईमानदार, निष्ठावान, समर्पित और दूरदर्शी व्यक्तित्व थे।
Aur modi ji ki doordarshita sirf shauchalaya tak aur 5 kilo rashan dena garibo ko😂😂😂😂😂
आज हर्षवर्धन उस भाषा में बात कर रहे है जैसे ग्यारहवें दिन महापात्र कर्म कांड में नाराज होकर संवेदन हीन होकर मृतक को आशीर्वाद भी देने। को तैयार नहीं होते ।
वो तो भी सभ्य भाषा में बात कर रहे नहीं तो सरदार देश का गद्दार था
What a punch Mr. Arvindji.
Vinod Agnihotri ji aur Purnima ji ko badhai achhe se jawab dene ke liye aur Manmohan singh ji ki sachhai batane ke liye..🙏
Binod ji jaise log ab bhi hain, jinhone sachai saamne laa rahe hain.
अवधेश कुमार और हर्षवर्धन त्रिपाठी की इतनी औकात ही नहीं है कि वह स्वर्गीय डॉक्टर मनमोहन सिंह जी पर चर्चा कर सके इतनी छोटी सोच के लोगों के लिए ईश्वर ने स्वर्गीय डॉक्टर मनमोहन सिंहजी को नहीं बनाया था।। वो आसमां था मगर सर झुका के चलता था।।
Patrakar hona or tatath patrakar hona different matter hai
Best reporter is Mr
Vinod agnihotri...
Tribute __Tribute Dr.Manmohan Singh is real Hero is Economics but N.Modi Government is __anchory
पूर्णिमा त्रिपाठी को कांग्रेस प्रवक्ता होना चाहिए
Yaha. Fatima. Ha.
पूर्णिमा त्रिपाठी के पती ने इसको अच्छी तरह से "शांत" नही किया है.
ओल हर्शवरधन को भाजप कां कयां ख्याल हैं ।
@@jagannathdas3321आपको केसें पतां . कंई
🎉🎉 Jay shree krishna 🎉🎉
मनमोहन सिंह जी एक असफल प्रधानमंत्री थे जिनकी कमान सोनिया गांधी के हाथ में थी इसलिए वो असफल थे मनमोहन जी के राज में सारे बड़े बड़े घोटाले हुए बैंकों का नाश हुआ इकोनॉमी ग्रोथ कम हुई और जाते जाते दिल्ली की 123 कीमती प्रॉपर्टीज वक्फ बोर्ड को दे गए
नाम से दरबारी लग रहे हो इसलिए ज्ञान की कमी है। व्हाट्स अप यूनिवर्सिटी का इतिहास पढ़ पढ़कर दिमाग में खाली हो गया है।
@naturelover9164 सच्च कड़वा होता है हर कोई पचा नहीं पाता
@@prabhatdarbari9913 मनमोहन सिंह ने बीमारी के इलाज के पैसे नहीं खाए जैसे करोना के इलाज के नाम पर चंदा लिया और खा गए फिर भी ईमानदारी में प्रथम है। जिन्होंने बैंकों को लूट था उन्हें देश से भगाने में उसी ईमानदार का हाथ है जिसने बैंकों को बेच दिया सरकारी संस्थाओं को बेच दिया है। भारत में ऐसी कही भी जमीन नहीं छोड़ी जहां मंदिर बनाने के नाम ओर और पार्टी कार्यालयों के नाम पर जमीन हड़पी न हो। यहां तक अयोध्या में भी राम के नाम पर मंदिर की जमीन चौगुने दाम पर बेचकर हजम कर लिया।
@@prabhatdarbari9913 सच सुनकर कड़वा लगा जो डीलिट कर दिया।
थोडां सहीं बकवास करें जानकारी हैं तो अपनी ओकात दिखायें .धोटालां हुंवा कोइ जेलमें गयें .सब के सब भाजप के हरामीओ ए फर्जी केस कीयां थां .सीबीआई इडी इन्कमटैक्स सबने दिन रात सबूतों ढुनने महेनत की शाह के कहेनें पें ।आज इमानदार सरकार हैं तो राफेल जेसां कंइ धोटाले है .जब मोदी सरकार गइ बोम फटेगां .ओर तुंम कंही दिखाई नहीं देगें .दुनिया मानतें हैं तुंम जेसें लंगूरो की कयां किमत हैं .
आज पुरणिमा जी सही बोल रही हैं
मम्मोहन सिंह जी ने अपना आत्म सम्मान गांधी परिवार के चरणों मे रखा था।
और शुक्ला जी ने मोदी जी के चरणो मे !!
अच्छा थां देशके लियें अच्छा काम कियां . धर्म की राजनीति नहीं की थीं .सर्वधर्म की बात करतें थें भाइसारा की राजनीति थी .मंदिरों में नहीं धूंमते थे .तकलीफ ए हैं आज देश की परिस्थिति है एसीं तब नहीं थी .गांधी परिवार जेसां परिवार आज पुरां भारतमें नहीं हैं ।इतिहास देखलों मवालीओ कां इतिहास मवालीओ जेसां होता हैं .रावण कंसकां भी इतिहास हैँ.
As a economist Dr Man Mohan Singh was a gem for our country but Sonia Gandhi was a hindrance by not allowing him to take independent decisions for the country as a PM
Vinodji Manmohanji 's work count decision only one excellent work for country, rest are only personal Congress inside talk
❤❤❤❤❤❤❤❤
Namaste Sirs
❤❤❤❤❤❤❤❤
Superb N Worth Condolences
For Late Dr. Manmohan Singh.
💥💥💥💥💥💥💥💥
Thanks.
❤❤❤❤❤❤❤❤
Spoken (Words) Whitch May
Bless Whom U.penalists.
🏝🏝🏝🏝🏝🏝🏝
🎉🎉Rahul Gandhi ji post 🎉🎉HAR Har Maha Dev ji 🎉🎉Jay Shri Krishna ji 🙏 ji 🙏 ji 🙏 ji Modi jikatapalatnahaiyeHamariTamanahaiAaapkaBhaigaylRajuSainipost🎉🎉
त्रिपाठी को याद रहे सोनिया जाने बाद उणके काम गिणाव तब मत बोलो ये decesion मनमोहन थे.
Congressi pm ko naman
Yah itne patrakaar yahan baithkar bhawan kar rahe hain Modi se jakar ek sawal to poochh kar dikha de inki mein dam hai to
Modi ko chahne vale patrakaro ko Manmohan ji me bahut kamiya dikhegi.
Sach mein Awadhesh ji patrakar hain
हम तो मन्नू कार्यकाल को सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार पर आंख बंद खामोश पी एम k roop me jante hai । Udarikaran ka shrey Narsimha ji ko jata hai ।
Apne matlab congress ne inko kitni jamin di, rajender babu, baba ambedkar, sardar patel, netaji subhash, gyani jail singh, pvn rao, ik gujrak, chandrashekhar, b p singh aur pranav da.
Modi sy bahut bada neta thay manmohan ji
मोदी जी से बड़ा तो राहुल गांधी हैं।😅
Chatukar harshbardhan charn bandan se ubre nahi hai inko patrakar kahne mein sarm aati hai
Harshje bhakte wali bata nabola sardar is sardar
Tum log modi ke ghotale ke bare mai kab bologe sanghi patrakar
Pehle is tripathi ki politics band karwao
14:39 Harsha Vardhan Ji, please elucidate ur comment "Yes Man" used for Late Manmohan Sing Ji, vis a vis he as PM having put IDEA OF INDIA on the track of Liberalization in 1991-92 & Stabilized the Reforms as PM, heading Political Executive for 10 years and as Leader of the Treasury Benches of 14th & 15th Parliaments, vis a vis ideologically driven Political Executive at Pollicy Level and Implementation Level in States emanating from the Majority party or a Coalition of the Legislature concerned De-linked from the TRUSTEES of Indian Quasi Federal State included in PART B of the SECOND SCHEDULE , from Nov 1,1956 onwards vide sec 29 of Seventh Amendment ,Act 1956!
नरसिंह राव वास्तविक " शिल्पकार" थे
राव साब ने सिंह को
Zo din aye so din zae
Modi hi aisa pm hai jo media se bhagte hai andh bhakto iske bare me socho
Harshvardhan tripathi congress viridhi vichardara me viswas rakhta hai unse nispakchta ki aasha nhi kar sakte hai
Ye harshya no.1 ka paltu puppy hai
बिना रीढ़ की हड्डी का इंसान थे सोनिआ ने उभेरने nahi👍दियाचमचे कहाँ तक गिरेगा agnihotri
Nobody discussed about bombings from 2006 to 2009 in many cities including 26/11. He was not a politician which is why he did not know what to do after them. He did not take any action, that was very shameful. He failed to secure nation and its people.
No false it is policy of Narsimharao
Harshvardhan ek patrakar nahi bjp ka chamcha sirf bjp ki line hi bolni hai izzat to modi ji ki hoti hai jo kuch karte nahi pta congress ne kaise unka apman kia samajh se pare hai😢😢😢😢
Avdhesh ji ghabraie Nahin Itihaas aapke Neta Ka Bhi mulyankan Karega
Kara de bhai tum kara do
Avdhesh aur Harshvardhan yah Sandhi hai
Aaj aap log modi ke khilaf baat karke dekho
unhone fefugi ka dard jhela hai fir bhi unhone nafrat ki rajneeti nahi k khali kam kiya jaha. Bhi rahe kam kiya unka kam bol raha hsieohi unko samman de raha hsi na modiji na rahulji
Wo har baat par main rehte the aur jab mooh khila to musalmano ka pehle haq bata diya
Tum awdhesh ptrkar nahi ho
Manmohan Singh ne hi kaha tha is desh ke sansadhano per pehla haque Musalmano ka hai
English samajh men aata hai . Unhone kabhi nahi kaha tha jo tum bol raha hai .
एनडीटीवी बिकने के बाद टीवी न्यूज देखना बंद कर दिया।
शर्म आनी चाहिए पक्षपाती मीडिया विश्लेषक पर, जिनके पास तथ्य और तर्क नहीं हैं
He is chatukar of bjp
Koi aisa faisla batao Jo unhone Kadi kadhai se lagu kiya ho
मुस्लिम समर्थक प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
Avdesh pro bjp
बहुजन समाज बहुजन मीडिया देखो
25.43 underline she has selected me underlined word selected
Bjp ne Manmohan ji ka bahut aapman kiya😂😂😂😂😂😂
Data पर बात करो। सतीश मिश्रा जर्नलिस्ट की समीक्षा देख लो।
Apni media hi biki Hui hai to kya Karen ab
avdhesh or harsh dono namune hai
Hmare ko vo din vapis la do
Avdesh Singh Ji, the one to inform the viewrs about the PLAN formulated by the non state actors in launching onslaught on Sonia Gandhi Ji, via the Sikh PM given second term in 2009, and contribution of Anna Hazare led Magsaysay Awardees used to organize the Protest against UPA II govt , and the exemplary contribution made by Vinod Rai ,then C&AG , making a statement "Union Govt has lost Trust for failure to Govern and enforce Rule of Law" referred to unde Art 37 & Art 38 , with STATE under Art 36 being the C&AG w r t the description by Babasaheb Ambedkar " Guardian of Common Man's Purse and Watchdog of Taxpayers Money" - a federal govt functionary more important & powerful than CJI , the STATE under Art 12, and Modi Ji, having given him Padma Bushan as also Rajeev Maherishi, whereas, CJI ,Sadhashivam ,became Governor, Gogoi nominated to Rajya Sabha and Chandrachud Ji, performed Puja , with the leader of Political Democracy ,and Indian Quasi Federal State N O 1 Litigant!
मनमोहन आदमी सही ईमानदार थे इसमे तो कोई शक नही है लेकिन उनमे आत्मसम्मान नही था राहुल गांधी और सोनिया गांधी का अपमान चुपचाप सहते रहे कभी भी प्रतिकार नही किया | एक तरह से दस जनपथ का बफादार सेवक ही माना जा सकता है |
Inka samman kar sakte hai wo apne aap ko itna uper kar liya thaa wohi unko samman dega
13.56 permit raj is conviently forgotten by congress
As usual journalists give their view to please their political bosses.
Aaj ki charshame kuch patrakar kiske liye Dr Manmohan ki line lumbi kayu nahi kar na chahte the
MANMOHAN SINGH CONGRESS K AKHREE PARDHAN MANTREE THEY.?
Manmohan Singh ne nahi narsimha rao ne kiya tha.aaplog kab sahi baat karna suru karenge.IIT nehru ne banaya uske liye education minister ka nam nahi liya . lekin narsimha Rao ke ministry me finance minister ne sab kiya.
Man Mohan singh poorva p.m.swar. narsimha rao ki den the.
Hindu rashtra ka bhoot kafi svar hai.inko mandir masjid chahiye
Vinnod ji, coilation Sonia Gandhi ne chalaya hai
बुद्धिजीवी कभी भी नेता नहीं बन सकता. वह एक प्रशासक या अफसर बन सकता है. एक वकील, अर्थशास्त्री या न्यायाधीश या राजदूत भी बन सकता है. डॉ मनमोहन सिंघ एक विशाल बुद्धजीवी थे
Kaun kahta hai Manmohan Singh pradhanmantri the
😂😂
Spineless pm with no voice against his master.
Man who took India to the dark age.
Yes yes. Not a rubber stamp because few occassions he could buy a toffee of his choice alongwith a scoop of ice cream.
मन मोहन जी अब नही हैँ ,बहुत बड़े वि द्वान थे । शालीनता की मूर्ति थे ।
लेकिन उनके कार्य काल् मे जो घोटाला हुआ और प्रधान मंत्री होते हुए चुप होकर देखते रहे जो उनके कार्य काल का कला अध्याय क हा जायेगा ।
@@sitaramthakur425 अंधभक्तों चौकीदार चोर की सरकार थी फिर भी जिन घोटालों के आरोप लगाए थे सुप्रीम कोर्ट में चौकीदार सबूत पेश नहीं कर पाया और मनमोहन के मंत्री निर्दोष साबित हुए।
Manmohan singh not fit for Bharat Ratna
kam ji baat karte the neta ki trah vote ki rajneeti nahi karte the manmohan singh ka samman kisi ne nahi kiya vongrer
91 ki situation bhi toh MMS ki wajah si hi aai thi, his failure as FM. 91 le changes IMF ki conditions thi yeh toh bas andhe ka teer lag gaya target pe.
manmohan Singh neta nahi the wo credit lena nahi chahte bsrbole neta nahi the
Duplicate नोट का मामला
Modi BJP govt thi tabhi itenna maan bhi mila, nhi to NRao ke tarah haal hota.
She is confused finance minister and prime minister period of dr mammoth singh
आई.के.गुजराल,एच.डी.देवेगौडा के कडी मे अगला नाम मनमोहन सिंग का है.
He is the pithuui of nehru family
अवधेश जी और हर्षवर्धन जी ने ईमानदारी पूर्वक और तथ्यात्मक विश्लेषण किया है।
Nahi kiya
Dono godi patrakar hai
डा, मनमोहन सिंह जी बहुत अच्छे आदमी और इकनोमिष्ट थे। लेकिन वो प्रधानमंत्री कभी नहीं थे सिर्फ एक रबड़ स्टम्प के रूप में काम किया और देश का भट्टा बिठाया गांधी परिवार के साथ मिलकर धन्यवाद।
सभी को आज इस बात पर अवश्य ही गंभीरता से विचार-विमर्श करना चाहिए कि मनमोहन सिंह वास्तव में देश के लिए ज्यादा लाभदायक सिद्ध हुए हैं या ज्यादा हानिकारक।
CHATUKAR. PATRAKARON. KI. KOI. KAMI. NAHIN.
wafadaar patrakar keh rahe hai wo neta ni tha or ik bodam neta bata raha MMS ko 😂
Ye sb api rai modi sarkar ko kyo nhi dete kmi to koi bi nikal le. Yogdan ka maene kya........
Aisi unki majboori bhi thi ki media se thodi personal dosti rakhe, nahi to jitna bhastachar unke samay mein hua, media unke upar bhi aarop lagati..
2009 ka asli credit agar ki ka tha toh woh AndhraPradesh ke cm ka tha na ki Sonia - manmohn ka. AAP sab chaplusi karte hain, Desh ko samajhna aapke bus ki bat nahi. 2004,2009 Mein AP ki mp seat jara Yaad kar le, Phir gyan bato
You are dibet anti congress party....Dr.Manmohan Singh contrivasial dibet some Editor not tribute
😮50 साल तक कांग्रेस के शासन और मनमोहन सिंह के RBI गवर्नर रहने के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था कैसे डूब गई? देश की संपत्ति कहां गई? 90 के दशक में गांवों में बिजली नहीं थी, पक्की सड़कें नहीं थीं, गरीबों के पास बैंक खाते नहीं थे, पीने का पानी नहीं था, स्कूली छात्रों के लिए मिड-डे मील नहीं था, कोरोना जैसी महामारी नहीं थी... और विडंबना देखिए, देश पर भाजपा का कब्जा होने लगा। पाकिस्तान डूबने लगा और भारत मजबूत होने लगा।
उस समय की सरकार पाकिस्तान पर खर्च toh नहीं कर रही थी ? इसकी जांच होनी चाहिए।
ne bhi nahi kiya idi liye congress jabura hal hai