ब्राह्मी लिपि की उत्पत्ति | लिपि और भाषा में क्या अंतर है | Episode 1

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 28 ส.ค. 2024
  • #भाषा #Brahmilipi #jainism ब्राह्मी लिपि की उत्पत्ति | लिपि और भाषा में क्या अंतर है
    आपका स्वागत है!
    यहाँ आपके लिए "लिपि और भाषा में क्या अंतर है" विषय पर एक TH-cam वीडियो का पहला भाग प्रस्तुत किया गया है: जिस में भाषा और लिपि के जाने-माने विद्वान श्री महावीर शास्त्रीजी से हम लिपि और भाषा में क्या अंतर होता है? ईस विषय को जानेगे.
    श्री महावीर शास्त्रीजी सोलापुर के वालचंद कॉलेज में संस्कृत-प्राकृत विभाग के प्रमुख हैं। श्रमणाचार्य आचार्य श्री शांतिसागर जी इस विषय पर उन्होंने पीएचडी की है। उन्हें लगभग नौ भाषाओं का ज्ञान है। मराठी हिंदी इंग्रजी संस्कृत प्राकृत कन्नड तोडू मारवाडी इसके अलावा, विभिन्न लिपियों का ज्ञान है. जैसे ब्राह्मी लिपि, हले कन्नड़ यानी प्राचीन कन्नड़ लिपि, मोडी लिपि वगेरह.
    जैन बोधक नामक पत्रिका, प्राकृत विज्ञान पत्रिका और वह जैन गॅझेट के वे संपादक हैं. इसके अलावा वह अखिल भारतीय प्राकृत विद्या महासंघ के उपाध्यक्ष भी हैं. प्राकृत, ब्राह्मी, अपभ्रंश, जैन दर्शन आदि विषयों पर उनकी लगभग पन्द्रह पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं और उन्हें रेलिजिअस पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर का पुरस्कार टोरंटो कॅनडा द्वारा प्राप्त हुआ है. सिडनी ऑस्ट्रेलिया से जिनधर्म प्रभावक पुरस्कार। और उन्हें 2011 में काठमांडू नेपाल द्वारा जैन संस्कृति रक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. वर्ष २०११ में उन्हें राष्ट्रपति प्रतिभाताई पाटिल से राष्ट्रपति पुरस्कार महर्षि बदरायण व्यास सम्मान भी मिल चुका है।
    प्राचीन लिपियों का ज्ञान संरक्षित करने और आम लोगों तक पहुँचाने का कार्य एवं प्राचीन पांडुलिपि में जो ज्ञान है उसका संपादन करना, साहित्य पर शोध करना और साथ-साथ तीर्थस्थलों के जीर्णोद्धार करने जैसे कार्यो में माननीय महावीर शास्त्रीजी की रूचि रही है. यहाँ पर उनक एप्रवचन का पहला भाग प्रस्तुत है.
    क्या आपने कभी सोचा है कि लिपि और भाषा में क्या अंतर होता है? क्या आप जानते हैं कि लिपि और भाषा दो अलग-अलग जगहों पर आधारित होते हैं और एक-दूसरे से कैसे अलग होते हैं?
    इस वीडियो में, हम लिपि और भाषा के मध्य अंतर के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। हम जानेंगे कि लिपि क्या होती है और यह कैसे शब्दों को दर्शाती है, जबकि भाषा केवल विचारों और अर्थ को संकेत करती है। हम देखेंगे कि कैसे अलग-अलग लिपियों के उदाहरण हमें दिखा सकते हैं कि विभिन्न समाजों और भाषाओं में विशेषताएँ कैसे होती हैं।
    यह वीडियो आपको लिपि और भाषा के अंतर के बारे में एक मजबूत समझ प्रदान करेगा और आपको विश्वास होगा कि इन दोनों का महत्वपूर्ण योगदान हमारी संवेदनशील और संप्रेषण क्षमता में है।
    इस वीडियो को देखकर, आप लिपि और भाषा के मध्य अंतर को समझने में अधिक सुविधा महसूस करेंगे। चैनल सदस्यता लें और वीडियो को साझा करके अपने मित्रों के साथ यह महत्वपूर्ण विषय साझा करें।
    धन्यवाद और आपका स्वागत है।
    (Note: The description is written in Hindi language.)
    Website➤shrutdeep.com
    Popular Video➤ • जिम्मेदार जैन देखें और...
    • Jain समाज की तीसरी पीढ...
    Thanks for watching This Video

ความคิดเห็น • 7

  • @sureshpahade2265
    @sureshpahade2265 2 หลายเดือนก่อน

    बहुत अच्छा समझाया गया है, धन्यवाद 💐💐💐

  • @sureshkonemane
    @sureshkonemane ปีที่แล้ว +1

    Bambi Brahmi kaise hua bhai? Ashok k shasan me is leepi ko "DAMMA" naam se kaha haina?

    • @ontisalaga1658
      @ontisalaga1658 5 หลายเดือนก่อน

      Hello babaji, ashok ne ijat nahi kiya tha bramhi ko. O pehlese hi logon ki boli this. Bharat ki dharohar ko ek jaati ya ek vyakti ki thika mat samjho!!

  • @harishchandramaurya5893
    @harishchandramaurya5893 ปีที่แล้ว

    सम्राट असोक महान के शिलालेख गुफाओं अभिलेख मे धम्म लिपि लिखा गया है इस लिपि का पुरातात्विक प्रमाण उपलब्ध है

  • @7c14jenifermaurya7
    @7c14jenifermaurya7 ปีที่แล้ว

    यह धम्म लिपि है पत्थरो में धम्म लिपि लिखा है ,अशोकन लिपि पाली में आधा र नही था जोडक्षर नही थे उस समय सच्चाई को बताया जाए

  • @akashjoseph17
    @akashjoseph17 3 หลายเดือนก่อน

    Gapp haank raha h