॥सखी री बाँके बिहारी से हमारी लड़ गई अँखिया ॥

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 6 ก.พ. 2025
  • स्वर ~ कुमार प्रिंस ।
    तबला ~ हिमांशु जी ।
    ऑक्टापैड~ दिलीप शुक्ला

ความคิดเห็น • 2