इंग्लैंड के ज्योतिषी कीरो ने अपनी भविष्यवाणी में लिखा है कि 1950 के बाद एक महान संत ही विश्व में एक नई सभ्यता लायेगा जो पूरे विश्व में फैलेगी। भारत का वह व्यक्ति पूरे विश्व में ज्ञानक्रांति लाएगा। वह महान परम संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं।
संत रामपाल जी महाराज के पास ही वह तत्वज्ञान व मोक्ष मंत्र है जिससे समाज नशामुक्त, दहेजमुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त बन सकता है तथा सद्भक्ति करके शास्वत स्थान सतलोक जा सकता है।
सतलोक अविनाशी लोक है। जहाँ ऊंच-नीच की अवधारणा नहीं है। इस कारण द्वेष उत्पन्न नहीं होता। जबकि पृथ्वी लोक पर ऊंच-नीच, छोटे-बड़े की आग में सारा संसार जल रहा है।
🎧संत रामपाल जी महाराज ने ही ऋग्वेद मंडल नंबर 10 सूक्त 161 मंत्र नंबर 2 में प्रमाण सहित बताया है कि पूर्ण परमात्मा अपने साधक के असाध्य रोग को नाश करके स्वस्थ कर देता है, उसकी 100 वर्ष की आयु बढ़ा देता है।
गरीब, जम जौरा जासे डरें, धर्मराय धरै धीर। ऐसा सतगुरु एक है, अदली असल कबीर।। गरीब, माया का रस पीय कर, हो गये डामा डोल। ऐसा सतगुरु हम मिल्या, ज्ञान योग दिया खोल।।
Kabir is the Supreme God नास्त्रेदमस ने कहा था स्वतंत्रता के चार वर्ष बाद 1951 में भारत में एक महान संत का जन्म होगा जो विश्व को नऐ ज्ञान से परिचित कराएगा। 8 सितंबर 1951 को संत रामपालजी महाराज का जन्म हुआ, ये भविष्यवाणी उन्हीं के लिए हुई है।
🎧अन्य धर्मगुरुओं के लिए परलोक केवल ब्रह्मलोक और विष्णुलोक तक सीमित है वहीं सन्त रामपाल जी महाराज का बताया परलोक वेदों में वर्णित सतलोक है। सतलोक कभी नष्ट नहीं होता अविनाशी है जबकि ब्रह्मा विष्णु महेश समेत काल ब्रह्म और 21 ब्रह्मांड नष्ट होते हैं (गीता अध्याय 8 श्लोक 16)।
🎧सन्त रामपाल जी महाराज का ज्ञान हमे ज्ञान कराता है इस लोक और परलोक दोनों के सुख की। मानव शरीर एक ब्रह्मांड के समान होता है और इसी ब्रह्मांड से रास्ता खुलता है मोक्ष का। लेकिन यह रास्ता कैसा है इससे होकर कैसे जाया जाएगा यह केवल तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी महाराज ही बता सके हैं।
💠पवित्र कुरान में लिखा है कबीर अल्लाह ही पूजा के योग्य हैं। वह सर्व पापों को विनाश करने वाले हैं। उनकी पवित्र महिमा का गुणगान करो - सुरत-फुर्कानि 25:58
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब ने 600 वर्ष पहले धर्मदास जी से कहा था कि 5505 वर्ष जब कलियुग बीत जायेगा तब महापुरुष विश्व के कल्याण के लिए प्रकट होगा। वह महापुरुष संत रामपाल जी महाराज हैं। पांच सहंस अरु पांच सौ पांच, जब कलयुग बीत जाए। महापुरुष फरमान तब, जग तारण को आये।।
मनुष्य जिन देवताओं की खोज में मंदिर मंदिर और तीर्थ धाम दौड़ता फिरता है वे उसके भीतर बने कमलों में नियत स्थान पर विराजमान हैं। इसका पूरा विवरण शास्त्रों में है जिनकी जानकारी सन्त रामपाल जी महाराज अपने सत्संगों के माध्यम से देते हैं। संत रामपाल जी महाराज ने कभी नहीं कहा कि इनकी साधना मत करो बल्कि ये बताया कि शास्त्रों में कहे अनुसार साधना करो।
संत रामपाल जी महाराज ने ही यजुर्वेद अध्याय 1 मंत्र 15 तथा अध्याय 5 मंत्र 1 को प्रमाण के साथ बताया कि अग्ने: तनूर असि, विष्णवे त्वा सोमस्य तनूर असि इस मंत्र में दो बार वेद गवाही दे रहा है कि वह सर्वव्यापक, सर्व का पालनहार परमात्मा सशरीर है, साकार है। जबकि अन्य धर्मगुरुओं ने परमात्मा को आज तक निराकार ही बताया है।
🎧 संत रामपाल जी महाराज ने ही यजुर्वेद अध्याय 1 मंत्र 15 तथा अध्याय 5 मंत्र 1 को प्रमाण के साथ बताया कि अग्ने: तनूर असि, विष्णवे त्वा सोमस्य तनूर असि इस मंत्र में दो बार वेद गवाही दे रहा है कि वह सर्वव्यापक, सर्व का पालनहार परमात्मा सशरीर है, साकार है। जबकि अन्य धर्मगुरुओं ने परमात्मा को आज तक निराकार ही बताया है।
- विश्व प्रसिद्ध भविष्यवक्ताओं ने किस महापुरुष की तरफ संकेत किया है जो पूरी दुनिया को बदल देगा? - कौन है वो 'दिव्य पुरुष' जिसकी विचारधारा से तीसरा विश्व युद्ध टलेगा? देखिए धार्मिक शास्त्रों से प्रमाणित सत्संग का विशेष कार्यक्रम :- रविवार 27 अगस्त को सुबह 11 बजे से Live
शिव, सदाशिव (काल ब्रह्म) के सबसे छोटे पुत्र हैं शिवपुराण (पृष्ठ 86) में लिखा है, "हमने सुना है कि भगवान सदाशिव (ज्योति निरंजन/काल ब्रह्म) शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं। वह कल्याणकारी हैं। भगवान ब्रह्मा, भगवान विष्णु और भगवान महेश इन तीनों देवताओं की उत्पत्ति सदाशिव के अंश से हुई है।" ब्रह्मा, सदाशिव जिसे काल भी कहते हैं के ज्येष्ठ पुत्र हैं ,मझोले विष्णु जी और सबसे छोटे पुत्र शिव जी हैं।
काल कहता है प्रकृति तो मेरी पत्नी है और में इसके उदर में बीज स्थापित करने बाला जगत का पिता हूं इससे उत्पन्न तीनो गुण अविनाशी जीव आत्मा को कर्मानुसार बांधे रखते हैं(गीता जी अध्याय 14 श्लोक 3-5) इससे सिद्ध हुआ प्रकृति तो तीनो देवताओं की माता है और काल ब्रह्म इनका पिता है। मार्कण्डेय पुराण पृष्ठ 123 रजगुण ब्रह्मा है, सतगुण विष्णु और तमगुण शिव जी है। यही तीन देवता हैं यही तीन गुण हैं।
धरती पर अवतार विशाल भंडारा, 47. fidz 2023 FREE विशाल भंडारा 2023 रामजी मह के गुण राजस्थान के प्रसिद्ध संत बाबा रामदेव के अनुसार जगत कल्याण के लिए भारतवर्ष में उत्पन्न मसीहा जाट वर्ण से होगा और वह कबीर प्रभु गायेगा। उनकी यह भविष्यवाणी जाट वर्ण में उत्पन्न हरियाणा के प्रसिद्ध संत जी महाराज जी पर खरी उतरती है।
श्रीमद्भागवत गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में सच्चिदानंद घन ब्रह्म (परम अक्षर ब्रह्म) अर्थात पूर्ण परमात्मा की भक्ति के लिए "ओम् तत् सत्" इस तीन मंत्र के जाप (सुमिरन) का निर्देश किया गया है। जिसके सुमिरन की तीन प्रकार की विधि बताई गई है। जिसे पूर्ण संत यानि तत्वदर्शी संत ही बता सकता है और वे तत्वदर्शी संत ही सत्यनाम और सारनाम के जाप करने की विधि बताते हैं। इन नामों के जाप करने से साधक का पूर्ण मोक्ष हो जाता है।
💮श्री शिव पुराण के विद्येश्वर संहिता संहिता खण्ड-1 अध्याय 9 के श्लोक 40, 46 तथा अध्याय 5 के श्लोक 26,31 में प्रमाण है कि काल ब्रह्म ने कहा है कि जीवों को जन्म-मृत्यु के चक्र में रजगुण ब्रह्मा, सतगुण विष्णु तथा तमगुण शिव (ये तीनों गुण यानि तीनों देवता) डालते हैं। अपना बचाव कर रहा है। यह (काल ब्रह्म) इस प्रकार कपटयुक्त कार्य करता है। गीता अध्याय 7 श्लोक 12 में इसी ने कहा है कि जो कुछ तीनों गुणों यानि रजगुण ब्रह्मा से उत्पत्ति, सतगुण विष्णु से स्थिति तथा तमगुण शिव से संहार हो रहा है, इसका निमित मैं हूँ।
जो पूर्ण सतगुरु होगा उसमें चार मुख्य गुण होते हैं:- गुरू के लक्षण चार बखाना, प्रथम वेद शास्त्र को ज्ञाना (ज्ञाता)।दूजे हरि भक्ति मन कर्म बानी, तीसरे समदृष्टि कर जानी।चौथे वेद विधि सब कर्मा, यह चार गुरु गुण जानो मर्मा।कबीर सागर के अध्याय ‘‘जीव धर्म बोध‘‘ के पृष्ठ 1960 पर ये अमृतवाणियां अंकित हैं।
अक्षर पुरूष अर्थात् परब्रह्म की आयु:- परब्रह्म का एक युग ब्रह्मलोकीय शिव अर्थात् महाशिव (काल ब्रह्म) की आयु के समान होता है। परब्रह्म का एक दिन एक हजार युग का तथा इतनी ही रात्रि होती है। इस प्रकार परब्रह्म का एक दिन-रात दो हजार युग का हुआ। एक महिना 30 दिन का एक वर्ष 12 महिनों का तथा परब्रह्म की आयु सौ वर्ष की है। इस से सिद्ध है कि परब्रह्म अर्थात् अक्षर पुरूष भी नाश्वान है।
भगवान शंकर जी ने पार्वती जी को एकांत स्थान पर उपेदश दिया था जिस कारण से माता पार्वती जी इतनी मुक्त हो गई कि जब तक प्रभु शिव जी (तमोगुण) की मृत्यु नहीं होगी, तब तक उमा जी की भी मृत्यु नहीं होगी। सात ब्रह्मा जी (रजोगुण) की मृत्यु के उपरान्त भगवान विष्णु (सतोगुण) की मृत्यु होगी। सात विष्णु जी की मृत्यु के पश्चात् शिवजी की मृत्यु होगी। तब माता पार्वती जी भी मृत्यु को प्राप्त होगी, पूर्ण मोक्ष नहीं हुआ।
श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु जी तथा श्री शिव जी का पिता कौन है? श्री ब्रह्मा (रजगुण), श्री विष्णु (सतगुण) तथा श्री शिव जी (तमगुण) की माता देवी दुर्गा है तथा पिता काल ज्योति निरंजन है। प्रमाण :- श्री शिव महापुराण के रूद्रसंहिता खण्ड में अध्याय 5 से 9 प्रारम्भ में केवल एक "सद्ब्रह्म" ही शेष था। सब स्थानों पर प्रलय था। उस निराकार परमात्मा ने अपना स्वरूप शिव जैसा बनाया। उसको "सदाशिव" कहा जाता है, उसने अपने शरीर से एक स्त्री निकाली, वह स्त्री दुर्गा, जगदम्बिका, प्रकृति देवी तथा त्रिदेव (ब्रह्मा, विष्णु तथा शिव) की जननी कहलाई जिसकी आठ भुजाएं हैं, इसी को शिवा भी कहा है।
काल ब्रह्म की आयुः- सात त्रिलोकिय ब्रह्मा (काल के रजगुण पुत्र) की मृत्यु के बाद एक त्रिलोकिय विष्णु जी की मृत्यु होती है तथा सात त्रिलोकिय विष्णु (काल के सतगुण पुत्र) की मृत्यु के बाद एक त्रिलोकिय शिव (ब्रह्म-काल के तमोगुण पुत्र) की मृत्यु होती है। ऐसे 70000 त्रिलोकिय शिव की मृत्यु के उपरान्त एक ब्रह्मलोकिय महा शिव (काल) की मृत्यु होती है। एक ब्रह्मलोकिय महाशिव की आयु जितना एक युग परब्रह्म का हुआ। ऐसे एक हजार युग अर्थात् एक हजार ब्रह्मलोकिय शिव की मृत्यु के बाद काल के इक्कीस ब्रह्मण्डों का विनाश हो जाता है। तथा काल व प्रकृति देवी(दुर्गा) की मृत्यु होती है।
- विश्व प्रसिद्ध भविष्यवक्ताओं ने किस महापुरुष की तरफ संकेत किया है जो पूरी दुनिया को बदल देगा? - कौन है वो 'दिव्य पुरुष' जिसकी विचारधारा से तीसरा विश्व युद्ध टलेगा? देखिए धार्मिक शास्त्रों से प्रमाणित सत्संग का विशेष कार्यक्रम :- रविवार 27 अगस्त को सुबह 11 बजे से Live
- विश्व प्रसिद्ध भविष्यवक्ताओं ने किस महापुरुष की तरफ संकेत किया है जो पूरी दुनिया को बदल देगा? - कौन है वो 'दिव्य पुरुष' जिसकी विचारधारा से तीसरा विश्व युद्ध टलेगा? देखिए धार्मिक शास्त्रों से प्रमाणित सत्संग का विशेष कार्यक्रम :- रविवार 27 अगस्त को सुबह 11 बजे से Live
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जय हो बंदीछोड़ की 🌟
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की जैहो।
सभी भविष्यवाणी सदगुरू रामपाल जी महाराज पर ही खरी उतरती है
कबीर साहेब भगवान है🙏
May Our Lord and Savior Saint Rampal Ji Maharaj
इंग्लैंड के ज्योतिषी कीरो ने अपनी भविष्यवाणी में लिखा है कि 1950 के बाद एक महान संत ही विश्व में एक नई सभ्यता लायेगा जो पूरे विश्व में फैलेगी। भारत का वह व्यक्ति पूरे विश्व में ज्ञानक्रांति लाएगा।
वह महान परम संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं।
Sat saheb ji
Anmol satsang
Saint Rampal Ji Maharaj ki Jai
अद्भुत सत्संग!
True information about Sant Rampal ji Maharaj
संत रामपाल जी महाराज के पास ही वह तत्वज्ञान व मोक्ष मंत्र है जिससे समाज नशामुक्त, दहेजमुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त बन सकता है तथा सद्भक्ति करके शास्वत स्थान सतलोक जा सकता है।
बंदी छोड सतगुरु रामपाल जी भगवान जी के चरणो मे
कोटि कोटि सिजदा करूं, कोटि कोटि प्रणाम।चरण कमल में राखियो, मैं बांदी जाम गुलाम।।
🙏🙇♂️🙏
सतलोक अविनाशी लोक है। जहाँ ऊंच-नीच की अवधारणा नहीं है। इस कारण द्वेष उत्पन्न नहीं होता।
जबकि पृथ्वी लोक पर ऊंच-नीच, छोटे-बड़े की आग में सारा संसार जल रहा है।
Supreme God is Kabir 🙏
Aa gaya h bhagwan sant rampal ji maharaj
जो आया सो चला गया , धरती छोड़ शरीर ।
जो देहि के संग गया , ताका नाम कबीर ।
Dharati par avatar sant Rampal Ji Maharaj
सन्त मिलन को चालिये, तज माया अभिमान।
जो जो पग आगे धरे, कोटि यज्ञ सम्मान।।
Anmol Gyan
Creator of the universe kabir saheb ji
Very Nice satsang
संत रामपाल जी महाराज ने ही सर्वप्रथम प्रमाण सहित बताया कि गीता का ज्ञान काल ने बोला है।
Jay ho 🙏🙏
Satya Gyan
🎧संत रामपाल जी महाराज ने ही ऋग्वेद मंडल नंबर 10 सूक्त 161 मंत्र नंबर 2 में प्रमाण सहित बताया है कि पूर्ण परमात्मा अपने साधक के असाध्य रोग को नाश करके स्वस्थ कर देता है, उसकी 100 वर्ष की आयु बढ़ा देता है।
सत साहेब जी🙏🙏🙏🙏🙏
जय हो बंदी छोङ सद्गुरु रामपाल जी भगवान जी की जय हो 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
कबीर साहेब पूर्ण समर्थ अविनाशी परमात्मा है
गरीब, जम जौरा जासे डरें, धर्मराय धरै धीर।
ऐसा सतगुरु एक है, अदली असल कबीर।।
गरीब, माया का रस पीय कर, हो गये डामा डोल।
ऐसा सतगुरु हम मिल्या, ज्ञान योग दिया खोल।।
Sät Sähëb Jï 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Only saint rampal ji maharaj is providing true way of worship
Jai ho bandi chhod ki jai ho 🙏 🙏 🙏
Sat saheb
Kabir is the Supreme God
नास्त्रेदमस ने कहा था स्वतंत्रता के चार वर्ष बाद 1951 में भारत में एक महान संत का जन्म होगा जो विश्व को नऐ ज्ञान से परिचित कराएगा। 8 सितंबर 1951 को संत रामपालजी महाराज का जन्म हुआ, ये भविष्यवाणी उन्हीं के लिए हुई है।
शिर्डी के बाबा ने कहा था सबका मालिक एक वो मालिक आ चुका है हरि आये हरियाणेनु 🙏
Kabir is real god🙏🙏🙏🌹🌹
❤
अनमोल सतसंग
🙏🙏🙏🙏🙏
तीन देवा कमल दल बसें, ब्रह्मा विष्णु महेश।
प्रथम इनकी वन्दना ,फिर सुनो सत गुरु उपदेश।
🎧अन्य धर्मगुरुओं के लिए परलोक केवल ब्रह्मलोक और विष्णुलोक तक सीमित है वहीं सन्त रामपाल जी महाराज का बताया परलोक वेदों में वर्णित सतलोक है। सतलोक कभी नष्ट नहीं होता अविनाशी है जबकि ब्रह्मा विष्णु महेश समेत काल ब्रह्म और 21 ब्रह्मांड नष्ट होते हैं (गीता अध्याय 8 श्लोक 16)।
अनमोल सत्संग 🙏🙏
Sant rampal ji Maharaj ka satsang sunane se logon ki buri se buri Nashe ki lat dur hoti
True Guru Sant Rampal Ji Maharaj ji
🙇♂️🙏🙏🙏
❤❤sat shaib
Very very nice satsng
राम नाम को सुमरता, अधम तिरे अपार।
अजामेल गणिका सुपच, सदना सिवरी नार।।
Nice satsang
purn prmanit saccha satsang
“गरीब, सेवक हो कर उतरे, इस पृथ्वी के माहि।
जीव उधारन जगतगुरु, बार-बार बलि जांही।।
True knowledge
He parmatma ham neech atmao par daya banaye rakhna data
anmol satsang 🙏
🎧सन्त रामपाल जी महाराज का ज्ञान हमे ज्ञान कराता है इस लोक और परलोक दोनों के सुख की। मानव शरीर एक ब्रह्मांड के समान होता है और इसी ब्रह्मांड से रास्ता खुलता है मोक्ष का। लेकिन यह रास्ता कैसा है इससे होकर कैसे जाया जाएगा यह केवल तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी महाराज ही बता सके हैं।
Jay Bandi chhod ki
अनमोल वचन
Vपू
Sat Saheb ji 🙏🙏
कबीर इज गॉड
Good
Kabir is supreme god 🙏🙏🙏
Anamol satsang
Anmol gan
Nice gyan
💠पवित्र कुरान में लिखा है कबीर अल्लाह ही पूजा के योग्य हैं।
वह सर्व पापों को विनाश करने वाले हैं। उनकी पवित्र महिमा का गुणगान करो - सुरत-फुर्कानि 25:58
Very nice ❤
❤❤❤
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब ने 600 वर्ष पहले धर्मदास जी से कहा था कि 5505 वर्ष जब कलियुग बीत जायेगा तब महापुरुष विश्व के कल्याण के लिए प्रकट होगा। वह महापुरुष संत रामपाल जी महाराज हैं।
पांच सहंस अरु पांच सौ पांच, जब कलयुग बीत जाए।
महापुरुष फरमान तब, जग तारण को आये।।
52:09
मनुष्य जिन देवताओं की खोज में मंदिर मंदिर और तीर्थ धाम दौड़ता फिरता है वे उसके भीतर बने कमलों में नियत स्थान पर विराजमान हैं। इसका पूरा विवरण शास्त्रों में है जिनकी जानकारी सन्त रामपाल जी महाराज अपने सत्संगों के माध्यम से देते हैं। संत रामपाल जी महाराज ने कभी नहीं कहा कि इनकी साधना मत करो बल्कि ये बताया कि शास्त्रों में कहे अनुसार साधना करो।
संत रामपाल जी महाराज ने ही यजुर्वेद अध्याय 1 मंत्र 15 तथा अध्याय 5 मंत्र 1 को प्रमाण के साथ बताया कि
अग्ने: तनूर असि, विष्णवे त्वा सोमस्य तनूर असि
इस मंत्र में दो बार वेद गवाही दे रहा है कि वह सर्वव्यापक, सर्व का पालनहार परमात्मा सशरीर है, साकार है। जबकि अन्य धर्मगुरुओं ने परमात्मा को आज तक निराकार ही बताया है।
🎧 संत रामपाल जी महाराज ने ही यजुर्वेद अध्याय 1 मंत्र 15 तथा अध्याय 5 मंत्र 1 को प्रमाण के साथ बताया कि
अग्ने: तनूर असि, विष्णवे त्वा सोमस्य तनूर असि
इस मंत्र में दो बार वेद गवाही दे रहा है कि वह सर्वव्यापक, सर्व का पालनहार परमात्मा सशरीर है, साकार है। जबकि अन्य धर्मगुरुओं ने परमात्मा को आज तक निराकार ही बताया है।
- विश्व प्रसिद्ध भविष्यवक्ताओं ने किस महापुरुष की तरफ संकेत किया है जो पूरी दुनिया को बदल देगा?
- कौन है वो 'दिव्य पुरुष' जिसकी विचारधारा से तीसरा विश्व युद्ध टलेगा?
देखिए धार्मिक शास्त्रों से प्रमाणित सत्संग का विशेष कार्यक्रम :-
रविवार 27 अगस्त को सुबह 11 बजे से Live
शिव, सदाशिव (काल ब्रह्म) के सबसे छोटे पुत्र हैं
शिवपुराण (पृष्ठ 86) में लिखा है, "हमने सुना है कि भगवान सदाशिव (ज्योति निरंजन/काल ब्रह्म) शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं। वह कल्याणकारी हैं। भगवान ब्रह्मा, भगवान विष्णु और भगवान महेश इन तीनों देवताओं की उत्पत्ति सदाशिव के अंश से हुई है।" ब्रह्मा, सदाशिव जिसे काल भी कहते हैं के ज्येष्ठ पुत्र हैं ,मझोले विष्णु जी और सबसे छोटे पुत्र शिव जी हैं।
काल कहता है प्रकृति तो मेरी पत्नी है और में इसके उदर में बीज स्थापित करने बाला जगत का पिता हूं इससे उत्पन्न तीनो गुण अविनाशी जीव आत्मा को कर्मानुसार बांधे रखते हैं(गीता जी अध्याय 14 श्लोक 3-5)
इससे सिद्ध हुआ प्रकृति तो तीनो देवताओं की माता है और काल ब्रह्म इनका पिता है।
मार्कण्डेय पुराण पृष्ठ 123 रजगुण ब्रह्मा है, सतगुण विष्णु और तमगुण शिव जी है। यही तीन देवता हैं यही तीन गुण हैं।
😅😊😊
Aisa Gyan Kisi Sant ke pass Nahin
धरती पर अवतार
विशाल भंडारा, 47. fidz 2023
FREE
विशाल भंडारा
2023
रामजी मह
के गुण राजस्थान के प्रसिद्ध संत बाबा रामदेव के अनुसार जगत कल्याण के लिए भारतवर्ष में उत्पन्न मसीहा जाट वर्ण से होगा और वह कबीर प्रभु गायेगा। उनकी यह भविष्यवाणी जाट वर्ण में उत्पन्न हरियाणा के प्रसिद्ध संत जी महाराज जी पर खरी उतरती है।
श्रीमद्भागवत गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में सच्चिदानंद घन ब्रह्म (परम अक्षर ब्रह्म) अर्थात पूर्ण परमात्मा की भक्ति के लिए "ओम् तत् सत्" इस तीन मंत्र के जाप (सुमिरन) का निर्देश किया गया है। जिसके सुमिरन की तीन प्रकार की विधि बताई गई है। जिसे पूर्ण संत यानि तत्वदर्शी संत ही बता सकता है और वे तत्वदर्शी संत ही सत्यनाम और सारनाम के जाप करने की विधि बताते हैं। इन नामों के जाप करने से साधक का पूर्ण मोक्ष हो जाता है।
💮श्री शिव पुराण के विद्येश्वर संहिता संहिता खण्ड-1 अध्याय 9 के श्लोक 40, 46 तथा अध्याय 5 के श्लोक 26,31 में प्रमाण है कि काल ब्रह्म ने कहा है कि जीवों को जन्म-मृत्यु के चक्र में रजगुण ब्रह्मा, सतगुण विष्णु तथा तमगुण शिव (ये तीनों गुण यानि तीनों देवता) डालते हैं। अपना बचाव कर रहा है। यह (काल ब्रह्म) इस प्रकार कपटयुक्त कार्य करता है। गीता अध्याय 7 श्लोक 12 में इसी ने कहा है कि जो कुछ तीनों गुणों यानि रजगुण ब्रह्मा से उत्पत्ति, सतगुण विष्णु से स्थिति तथा तमगुण शिव से संहार हो रहा है, इसका निमित मैं हूँ।
जो पूर्ण सतगुरु होगा उसमें चार मुख्य गुण होते हैं:-
गुरू के लक्षण चार बखाना, प्रथम वेद शास्त्र को ज्ञाना (ज्ञाता)।दूजे हरि भक्ति मन कर्म बानी, तीसरे समदृष्टि कर जानी।चौथे वेद विधि सब कर्मा, यह चार गुरु गुण जानो मर्मा।कबीर सागर के अध्याय ‘‘जीव धर्म बोध‘‘ के पृष्ठ 1960 पर ये अमृतवाणियां अंकित हैं।
अक्षर पुरूष अर्थात् परब्रह्म की आयु:-
परब्रह्म का एक युग ब्रह्मलोकीय शिव अर्थात् महाशिव (काल ब्रह्म) की आयु के समान होता है। परब्रह्म का एक दिन एक हजार युग का तथा इतनी ही रात्रि होती है। इस प्रकार परब्रह्म का एक दिन-रात दो हजार युग का हुआ। एक महिना 30 दिन का एक वर्ष 12 महिनों का तथा परब्रह्म की आयु सौ वर्ष की है। इस से सिद्ध है कि परब्रह्म अर्थात् अक्षर पुरूष भी नाश्वान है।
भगवान शंकर जी ने पार्वती जी को एकांत स्थान पर उपेदश दिया था जिस कारण से माता पार्वती जी इतनी मुक्त हो गई कि जब तक प्रभु शिव जी (तमोगुण) की मृत्यु नहीं होगी, तब तक उमा जी की भी मृत्यु नहीं होगी। सात ब्रह्मा जी (रजोगुण) की मृत्यु के उपरान्त भगवान विष्णु (सतोगुण) की मृत्यु होगी। सात विष्णु जी की मृत्यु के पश्चात् शिवजी की मृत्यु होगी। तब माता पार्वती जी भी मृत्यु को प्राप्त होगी, पूर्ण मोक्ष नहीं हुआ।
श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु जी तथा श्री शिव जी का पिता कौन है? श्री ब्रह्मा (रजगुण), श्री विष्णु (सतगुण) तथा श्री शिव जी (तमगुण) की माता देवी दुर्गा है तथा पिता काल ज्योति निरंजन है।
प्रमाण :- श्री शिव महापुराण के रूद्रसंहिता खण्ड में अध्याय 5 से 9
प्रारम्भ में केवल एक "सद्ब्रह्म" ही शेष था। सब स्थानों पर प्रलय था।
उस निराकार परमात्मा ने अपना स्वरूप शिव जैसा बनाया। उसको "सदाशिव" कहा जाता है, उसने अपने शरीर से एक स्त्री निकाली, वह स्त्री दुर्गा, जगदम्बिका, प्रकृति देवी तथा त्रिदेव (ब्रह्मा, विष्णु तथा शिव) की जननी कहलाई जिसकी आठ भुजाएं हैं, इसी को शिवा भी कहा है।
काल ब्रह्म की आयुः-
सात त्रिलोकिय ब्रह्मा (काल के रजगुण पुत्र) की मृत्यु के बाद एक त्रिलोकिय विष्णु जी की मृत्यु होती है तथा सात त्रिलोकिय विष्णु (काल के सतगुण पुत्र) की मृत्यु के बाद एक त्रिलोकिय शिव (ब्रह्म-काल के तमोगुण पुत्र) की मृत्यु होती है। ऐसे 70000 त्रिलोकिय शिव की मृत्यु के उपरान्त एक ब्रह्मलोकिय महा शिव (काल) की मृत्यु होती है। एक ब्रह्मलोकिय महाशिव की आयु जितना एक युग परब्रह्म का हुआ। ऐसे एक हजार युग अर्थात् एक हजार ब्रह्मलोकिय शिव की मृत्यु के बाद काल के इक्कीस ब्रह्मण्डों का विनाश हो जाता है। तथा काल व प्रकृति देवी(दुर्गा) की मृत्यु होती है।
Sat sahib Malik
May Our Lord and Savior Saint Rampal Ji Maharaj
True spiritual knowledge
Sat saheb
Very nice satsang
Anmol Gyaan💞💞
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
❤❤❤❤
- विश्व प्रसिद्ध भविष्यवक्ताओं ने किस महापुरुष की तरफ संकेत किया है जो पूरी दुनिया को बदल देगा?
- कौन है वो 'दिव्य पुरुष' जिसकी विचारधारा से तीसरा विश्व युद्ध टलेगा?
देखिए धार्मिक शास्त्रों से प्रमाणित सत्संग का विशेष कार्यक्रम :-
रविवार 27 अगस्त को सुबह 11 बजे से Live
Complete knowledge by saint Rampal ji
Anmol gyan
🙏🙏
- विश्व प्रसिद्ध भविष्यवक्ताओं ने किस महापुरुष की तरफ संकेत किया है जो पूरी दुनिया को बदल देगा?
- कौन है वो 'दिव्य पुरुष' जिसकी विचारधारा से तीसरा विश्व युद्ध टलेगा?
देखिए धार्मिक शास्त्रों से प्रमाणित सत्संग का विशेष कार्यक्रम :-
रविवार 27 अगस्त को सुबह 11 बजे से Live