एकै पुरूष एक है नारी ताकर करहु विचारा।कबीर आश्रम नवागांव द्वारा लाइव

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  • เผยแพร่เมื่อ 22 ก.ย. 2024
  • कबीर बीजक पढ़ाई, अध्यात्म सम्बंधी सभी प्रश्नों का उत्तर, कबीर आश्रम नवागांव साध्वी बहनों द्वारा लाइव
    कबीर बीजक पढ़ाई, अध्यात्मिक से संबंधित सभी प्रश्नों का उत्तर, कबीर आश्रम नवागाँव, लाइव सत्संग
    कबीर आश्रम नवागाँव सत्संग, प्रश्नोत्तर, पाखंड मुक्त जीवन प्रश्नोत्तरी प्रश्न आपके उत्तर साहेब के
    कबीर साध्वी आश्रम नवागाँव, भ्रम मान्यता से छुड़ाने वाला Live सत्संग
    कबीर बीजक पढ़ाई, अध्यात्मिक प्रश्नों का उत्तर, कबीर आश्रम नवागाँव लाइव सत्संग
    @ABHILASH SAHEB
    1381 वीडिओ प्रवचन,
    सद्गुरू अभिलाष साहेब जी के सम्पूर्ण वीडिओ प्रवचन,
    इस लिंक से सुना जा सकता है -
    • Video
    प्रतिदिन के सत्संग में सभी संतों के विचार लाइव इस लिंक में
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    HINDI MEN SAMPURN BIJAK PAR SADGURU ABHILASH SAHEB DVARA DIYA GAYA PRVCHAN LINK
    www.youtube.co....
    SADGURU ABHILASH SAHEB VIDEO PRVCHAN LINK
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    संतप्रवर श्री अभिलाष साहेब
    (17/08/1933 - 26/09/2012)
    मानव मात्र ही नहीं प्राणी मात्र को अपने प्रेम के आयाम में समेट लेने वाले संत सम्राट सद्गुरु कबीर साहेब की परंपरा में परम पूज्य गुरुदेव संत श्री अभिलाष साहेब जी महान संतों में से एक हैं। सद्गुरु कबीर के पारख सिद्धांत को भारत में प्रचार-प्रसार करने में पूज्य गुरुदेव का अतुलनीय योगदान है। आपका जन्म उ0 प्र0 के जिला सिद्धार्थ नगर के खानतारा ग्राम में दिनांक 17 अगस्त 1933 तदनुसार भाद्र कृष्ण द्वादशी संवत 1990 दिन गुरुवार को हुआ।आपकी माता का नाम श्रीमती जगरानी देवी एवं पिता का नाम पं0 श्री दुर्गाप्रसाद शुक्ल जी जो एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। पिता के सामाजिक व्यस्ततता के कारण आपकी विधिवत स्कुली शिक्षा नहीं हो पाई थी। आपने कक्षा एक में छह महीने तथा कक्षा दो में छह महीने की पढ़ाई की, किन्तु आपको किसी भी कक्षा में परीक्षा देने का अवसर नहीं मिला।
    17 वर्ष की अवस्था में आप कबीरपंथ से परिचित हुए। आपने 21 वर्ष की अवस्था में गृहत्याग कर कबीर आश्रम बड़हरा, जिला गोंडा (उ0प्र0) के प्रसिद्ध महंत पूज्यपाद सद्गुरु श्री रामसूरत साहेब जी द्वारा साधुवेष की दीक्षा ली | कबीर पारख संस्थान इलाहाबाद के संस्थापक तथा बीजक व्याख्या, पंचग्रंथी टीका, योगदर्शन भाष्य, रामायण रहस्य, गीतासार, उपनिषद सौरभ, कबीर दर्शन, वेद क्या कहते हैं? कहत कबीर, धर्म को डुबाने वाला कौन?, ढ़ाई आखर, मोक्षशास्त्र, बूंद.बूंद अमृत, व्यवहार की कला आदि लगभग 100 प्रकार के सामाजिक, आध्यात्मिक एवं व्यावहारिक ग्रंथों के यशस्वी लेखक हैं। आपकी ओजस्वी वाणी में भारतीय संस्कृति के ऋषि मनीषियों के उद्गार समाहित रहते हैं।
    परम पूज्य गुरुदेव श्री अभिलाष साहेब जी की निर्मल वाणियों से सभी वर्ग के लाखों लोग मानवीय गरिमा को समझकर जहां व्यावहारिक जीवन को सुख.शांति पूर्वक जीने में सफल हुए हैं वहीं अनेक साधक साधनामय जीवन जीते हुए कल्याण की दिशा में अग्रसर हुए हैं।
    कबीर
    विक्रमी संवत 1455-1575
    सन-1398-1518
    कबीर साहेब सन 1399 ई0 में शिशु रूप में काशी के लहरताला तालाब में जनश्रुति के अनुसार नीरू.नीमा जोलाहा दंपत्ति को मिले और उन्हीं द्वारा पाले-पोषे गये। आप अपने छुटपन से ही प्रखर बुद्धि के एवं चिंतनशील थे। शायद आपने स्वामी श्री रामानंद को अपना गुरु माना हो, परंतु आपका अपना वास्तविक गुरु स्वयं का विवेक था। आप आजीवन ब्रह्मचारी एवं विरक्त संत के रूप में रहे। आपने सामाजिक, धार्मिक एवं आध्यात्मिक तीनों क्षेत्रों में आंदोलन किया। आपने मानव मात्र की एक जाति बताया, मानवता एक धर्म बताया तथा आत्मा को ही परमात्मा कहा। अपने आप पर संयम की कड़ाई तथा दूसरे प्राणियों के प्रति दया तथा प्रेम का बरताव - इन दोनों आचरणों को आपने अपने जीवन में उतारा तथा समाज को इसी की सीख दी। आपके व्यक्तित्व में कवि, सुधारक, क्रांतिकारी आदि अनेक रूप उभरे किन्तु आपका सबसे बड़ा रूप परमार्थ.लीन संत का है। इसीलिए आप भारतवर्ष में संत.शिरोमणि के रूप में मान्य हैं और आपका यह रूप विश्व में विख्यात है।
    उनका मुख्य ग्रन्थ बीजक है, जिसकी अनेक टिकाएं उपलब्ध हैं, बीजक कबीर को एक बुद्धजीवी के रूप में प्रस्तुत करता है | उनके अंतिम दिन मगहर में आमी नदी के किनारे बीते | वे हिन्दू और मुस्लमान दोनों द्वारा पूज्य मने गए
    KABIR
    kabir saheb 1398-1518 A D
    No authentic history of Kabir Saheb is available in historical texts. It is presumed he was born in 1398 AD in Lahartara of kashi, the present day Varanasi city of Uttar praesh in Northern India.As per prevalent among public it is said he was brought up by a muslim weaver couple named Niru and Nima in kashi.Kabir Saheb was fiercely intellectual and contemplative since his young age.Probably he opted Swami Ramanand, the orthodox Hindu monk of his time, as his guru but his own discretion was his true guru.He lived a life of a celibate and a devout saint all through out his life.
    #santkabir #nawagavnsatsang #abhilashsaheb #kabirparakhsansthan #kabir #kabirvichar #kabirbhajan #abhilashsahebji #abhilash_saheb_ji #sadguruabhilashsaheb #sadhviashram #bramhcharniashram #satsang

ความคิดเห็น • 23

  • @mahendrabhaininama9314
    @mahendrabhaininama9314 ปีที่แล้ว +1

    सत नाम साहेब 🙏🙏

  • @rasikvasava5611
    @rasikvasava5611 ปีที่แล้ว +1

    Saheb Bandagi

  • @harprasadahirwar1943
    @harprasadahirwar1943 ปีที่แล้ว +1

    प्रणाम बहिन जी चरण स्पर्श साहिब बंदगी.

    • @kabirashramcg
      @kabirashramcg  ปีที่แล้ว

      साहेब बन्दगी

  • @shakuntlayadav5256
    @shakuntlayadav5256 ปีที่แล้ว

    सत्य को हम जानते हैं

  • @Anju-ti6go
    @Anju-ti6go ปีที่แล้ว +1

    बहुत सुन्दर बीजक की ब्याख्या की बेटा साध्वी सु श्री स्मिती जी बहुत बहुत धन्यवाद बेटा लाफिन खुर्द 🙏🙏🙏🙏🙏

    • @kabirashramcg
      @kabirashramcg  ปีที่แล้ว

      आपके श्री चरणो मे ढेर सारी साहेब बन्दगी साहेब जी

  • @shakuntlayadav5256
    @shakuntlayadav5256 ปีที่แล้ว

    सत्य को मस्तिक से नहीं जान सकते

  • @shubambelamjaikabirjijaibh9481
    @shubambelamjaikabirjijaibh9481 ปีที่แล้ว +1

    Sat sahib ji Jammu se ❤️🙏

  • @kameshwarram1329
    @kameshwarram1329 ปีที่แล้ว +1

    Good morning maim

  • @shakuntlayadav5256
    @shakuntlayadav5256 ปีที่แล้ว

    सत्य मस्तिक से परे की चीज है बुद्धि से परे की चीजें

  • @rajeshbhagat3092
    @rajeshbhagat3092 ปีที่แล้ว +2

    बहुत ही सुंदर अमृत विचार साहिब बंदगी तीन बार साहिब जी मैं राजेश भगत दिल्ली से आप लोगों के सुआ शाम का अमृत विचार में सुनता रहता हूं साहिब बंदगी

  • @SurendraSingh-nd5jg
    @SurendraSingh-nd5jg ปีที่แล้ว +1

    जो कबीर अम्रत वाणी सुनकर पालन करेगा जीवन हर तरह से सुखी रहेगा गलत कार्य नहीं करेगा जीवन हर तरह से सुखी रहेगा
    सुरेन्द्र सिंह सेना रिटायर कानपुर

    • @kabirashramcg
      @kabirashramcg  ปีที่แล้ว

      साहेब बन्दगी

  • @jitshamrajit9545
    @jitshamrajit9545 ปีที่แล้ว

    Very.very.thanks

  • @Himanirajoriya293
    @Himanirajoriya293 ปีที่แล้ว +2

    बहुत ही सुंदर शाखी है

  • @kumarsunil1138
    @kumarsunil1138 ปีที่แล้ว

    हे संतोष जीव कहां से आया

  • @salikramsoni4560
    @salikramsoni4560 ปีที่แล้ว +5

    ।।कबीर बीजक पुराना।।अथ आठवां शब्द।।मन माया जंजाली खेल का वर्णन-:संतो आवे जावे सो माया। है प्रतिपाल काल नहि वाके, नहि कहूं गया ना आया।।01।।क्या मकसूद मच्छ कच्छ होना,,शंखासुर ना संहारा। अहै दयालु द्रोह नहि वाके, कहौ कौन को मारा।।02।।वे कर्ता ना बराह कहावै, धरणि धरै नहि भारा। ये सब काम साहेब के नाही, झूठ कहे संसारा।।03।।खम्भ फारि जो बाहर होई, ताहि पतिज सब कोई। हिरण्यकश्यपु नख उदर विदारे, सो नहि कर्ता होई।।04।।बावन रुप ना बलि को यांचे, जो यांचे सो माया। बिना विवेक सकल जग जहडे, माया जग भरमाया।।05।।परशुराम क्षत्री नही मारा, यह छल मायाहि कीन्हा। सतगुरु भक्ति भेद नहि जानै, जीव अमिथ्या दीन्हा।।06।।सिरजनहार ना ब्याही सीता, जल पाषाण नहि बंधा।वे रघुनाथ एक के सुमिरे, जो सुमिरे सो अंधा।।07।।गोपी ग्वाल गोकुल नहि आये, करते कंस ना मारा। है मेहरबान सबन को साहेब, नही जीता नही हारा।।08।।वे कर्ता नहि बौध्द कहावै, नही असुर को मारा। ज्ञानहीन कर्त्ता सब भरमे, माया जग संहारा।।09।।वे कर्त्ता नहि भये कलंकी, नहि कलिगहि मारा। यह छल बल सब माया ही कीन्हा, यति ना सति ना सब टारा।।10।।दश अवतार ईश्वरी माया, कर्त्ता कै जिन पूजा। कहहि कबीर सुनो हो संतो, उपजै खपै सो दूजा।।11।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।7898158018-।।🙏🏻🌹

  • @chhajjiprasad422
    @chhajjiprasad422 ปีที่แล้ว

    ज्ञान खडग_____ नाम ,सार शब्द, राम का नाम ( जिस राम की चर्चा कबीर ने की है वह दशरथ पुत्र, धनुष वाण बाला राम नहीं है!) राम का शुद्ध अर्थ जिन्दा मनुष्य होता है, जिसका उल्टा मरा होता है!
    वह राम तूॅं है तूॅं ___ विना तेरे जीवित रहे , तेरे लिए संसार नाम की कोई चीज है ही नहीं!
    सत नाम जिस के रहते यह संसार सत दिखाई देता है! जिसके लुप्त होते ही मुर्दे में तवदील हो जाता है!
    जब मुर्दा हो जाता है! तब लोग कहते हैं! राम नाम सत्त है सत्त वोलो मुक्त है! राम के नाम जरूरत जीवित रहते हुए है मर जाने के पश्चात नहीं!
    तारीफ की बात तो यह है कि लोग कहते जरूर हैं कि राम नाम सत्त है ! लेकिन उस नाम से कोई भी पर चित नहीं है!
    वही नाम कबीर का सतनाम है!
    जब कोई चीज बाजार में ओरीजनल बिकती है! जो टिकाऊ और सही काम करने बाली होती है! दूसरे का अच्छा चलता हुआ धन्धा देख कर , फरजी लोग, फरजी नाम से, फरजी तरीके से, लोगों को प्रलोभित करते हैं और उपयोगिताओं को फरजी सामान उपयोग करवाते हैं! इस लिए जनता लुटती रहती है और ओरीजनल के लाभ को प्राप्त नहीं कर पाती! ठीक इसी प्रकार के डुप्लीकेट गुरु अध्यात्म के क्षेत्र में ठोक ठोक कर भरे पड़े हैं! और जिज्ञासु सत्य नाम से पूर्ण रूप से वंचित हैं!
    ( छज्जी)

  • @shakuntlayadav5256
    @shakuntlayadav5256 ปีที่แล้ว

    सारा गलत बता रहे हो

  • @shakuntlayadav5256
    @shakuntlayadav5256 ปีที่แล้ว

    आप लोग गलत बोलकर भ्रम का जाल फैला रहे हो

  • @ashramgothav
    @ashramgothav ปีที่แล้ว +1

    साहेब बंदगी साहेब