@@BalveerSingh-zq7gt आपकी सोच अच्छी है मगर कहानियाँ हमारी जिंदगी से ही निकल कर आती है और एक कहानी में ही सबकुछ सिमट कर आ जाए तो एक क्षण में पूरा जीवन जीने जैसा हो जायेगा. इस कहानी में बेटा और माँ का प्रेम ही नहीं बल्कि जीवन का घूमता पहिया भी नज़र आता है. एक समय माँ बेटे के लिए चिंता कर रही थी उसी सीख के साथ बड़ा हुआ बेटा आज माँ के लिए चिंता कर रहा है. इससे बढ़ कर निस्वार्थ प्रेम का निदर्शन और क्या होगा. इस कहानी में बहू को शामिल करना इतना ज़रूरी नहीं. बहुएँ तो बहुत सारी ज़िम्मेदारी निभाती है लेकिन इस तरह से अगर बेटा पास आ कर बचपन की याद ताज़ा कराये तो माँ के लिए सबसे ज़्यादा संतोष के पल होंगे. आपके 49 मात्र भी सर आँखों पर 😊🙏🏾
बहुत बहुत सुंदर कहानी। लग रहा है यह कहानी बार बार सुनता रहूं और वह भी आपके श्री मुख सस। धन्यवाद..।
@@parmanandverma222 आभार 🙏🏾परमानन्द जी
Super Beautiful, A Very Heart touching Story by Dear Madam, Love you and your Beautiful Views, Madam,❤❤❤❤❤❤.
*भगवान ने आपको बहोत खुबसुरत बनाया...बहोत बहोत शुक्रिया भगवान का..!🙏*
आप धन्य है मैडम आप खुद एक जादू हैं ,और आपकी आवाज भी। आप की प्रस्तुति तो और भी शानदार है
उत्साहवर्धन के लिए बहुत आभार प्रमोद जी 🙏🏾😊
बहुत ही अच्छा विषय लिया है आप ने व इस की प्रस्तुती बहूत ही उम्दा है
@@ashokjain4145 जी, विषय बहुत ही संवेदशील और उतना ही खूबसूरत भी है.
आभार 🙏🏾
विवेक, निर्मला, तन्हाई, कमरा और रत्ना के सुर में प्रस्तुति..!
फिर कहने को कुछ बचता कहा सिवाय महसूस करने के।
ढेरो बधाई और शुभकामनाएं..!❤
@@rairohit44 कहानी को ओरत सुनकर उस पर प्रतिक्रिया देना ही सही मायनों में सहयोग करना है 😊
आभार रोहित जी 🙏🏾
@Radiokatharatna धन्यवाद🙏❤️
बहुत खूबसूरत, कहानी बहुत अच्छी लगी ।
@@indraniroy8202 Thanks😊
बहुत सुन्दर कहानी, बहुत बहुत शुभकामनाएँ आपको, आप कहाँ से हैं आदरनीयां जी???
@@manojpathak8091 🙏🏾
Ooooh wow mam ji superb very very nice ji thanks ji
🙏🏾Thanks a lot
बहुत अच्छा लगता हैं आपका काम
बहुत शुक्रिया आपका
Bhut acchi lagi aur dil ko sakun Mila thanks
Thankyou 🙏🏾
Bhot accha lega aap ka video mam ji superb ji thanks ji
@@kishorsheta8478 Thanks🙏🏾
सुकून भरा हैँ आपको सुन लेना ❤❤❤❤
@@Writerashok843 बहुत शुक्रिया अशोक 😊
बहुत ही भावपूर्ण। घन्यवाद।
@@brijmohansinghi8220 🙏🏾
काश! बहू को भी कुछ ऐसे ही सकारात्मक जोड़ लिया होता. 75 न. दे देता अब 49 मात्र😂
@@BalveerSingh-zq7gt आपकी सोच अच्छी है मगर कहानियाँ हमारी जिंदगी से ही निकल कर आती है और एक कहानी में ही सबकुछ सिमट कर आ जाए तो एक क्षण में पूरा जीवन जीने जैसा हो जायेगा.
इस कहानी में बेटा और माँ का प्रेम ही नहीं बल्कि जीवन का घूमता पहिया भी नज़र आता है. एक समय माँ बेटे के लिए चिंता कर रही थी उसी सीख के साथ बड़ा हुआ बेटा आज माँ के लिए चिंता कर रहा है. इससे बढ़ कर निस्वार्थ प्रेम का निदर्शन और क्या होगा. इस कहानी में बहू को शामिल करना इतना ज़रूरी नहीं. बहुएँ तो बहुत सारी ज़िम्मेदारी निभाती है लेकिन इस तरह से अगर बेटा पास आ कर बचपन की याद ताज़ा कराये तो माँ के लिए सबसे ज़्यादा संतोष के पल होंगे.
आपके 49 मात्र भी सर आँखों पर 😊🙏🏾
Nice saport❤
Aapbahut hi. khubsurat ho voice bhi badi mithi hai kano me ras sa ghol dia kahani bhi dil ko chhu gaie❤❤❤❤❤❤❤❤❤
🙏🏾 शुक्रिया
Bahut good
😊
Good
@@jaiprakashneema5285 Thankyou
Shyammañohrtiwari
Super
@@harshgodara8124 🙏🏾😊
@ 🙏🤗
Very very nice
@@karamjitbrar3535 Thankyou😊
Very nice
Thanks
So sweet
Very beautiful ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
S uper..Stort❤
Thank you!
Hai Madam.
😂
Aap.kiy.mesej
De.ri.ho
Hello good morning love you panjaq ❤ ok ❤