2012 से 2017 तक मुख्यमंत्री जिमेदार थे, अब अधिकारी जिमेदार हैं, क्या दोगलापन है गोदी मीडिया का, मुख्यमंत्री का नाम क्यों नहीं लेते, फोटो क्यों नहीं लगाते
अगर अधिकारी जिम्मेदार है तो भी मुख्यमंत्री जिम्मेदार होता है क्योंकि अधिकारी उसी के अधीन है लेकिन बहस करवाने वाले एंकर की भी सीमा है वह उससे ऊपर नहीं जाएंगे ना जा सकते हैं
ये अग्निहोत्री खुद आरएसएस का एजेंट है। इसको भाजपा को लोगों के आक्रोश से बचाने का काम मिला है इसलिए ये अधिकारियों को बली का बकरा बना रहा है। बहुत तेज है ये बामन
कैसी सरकार है जो अधिकारियों पर नियंत्रण नहीं कर पा रही है अगर अधिकारियों पर नियंत्रण नहीं कर पा रही है तो उसको इस्तीफा दे देना चाहिए यह कहकर बचाना बहुत आसान है
Bhai..... Adhikaari kya kya karte hain,mai bhi dekh rha hu apni naukari me. Lekin sarkar galat isliye ye hai ki sarkar adhikariyon pr aankh band kr ke bharosa Karti hai.... karmchariyon ki samamasya adhikariyon ke chashme se dekhti hai sarkar.
69000 टीचर भर्ती का जो धरना चल रहा है उसमें ओबीसी एससी एसटी अल्पसंख्यक के टीचर शामिल न हो। नई लिस्ट से उन्हें कोई खतरा नहीं है सिर्फ जनरल को खतरा है इसलिए ओबीसी एससी एसटी न जाये और ओबीसी एससी एसटी के अपने भाइयो को आने का मौका दे। ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।
यदि घोटाला करके शामिल किए गए 6800 शिक्षक समायोजित किए जा सकते हैं तो सपा सरकार द्वारा 137000 समायोजित किए गए शिक्षामित्रों को भी समायोजित शिक्षक बनाया जाए और शेष बचे शिक्षामित्रों को भी समायोजित किया जाए यह दोहरी नीति नहीं चलेगी कि आप अपने द्वारा घोटाला करके शिक्षकों की नियुक्ति कर दें और हाईकोर्ट के आदेश के बाद उन्हें समायोजित कर दें और पूर्ववर्ती सरकार द्वारा समायोजित किए गए शिक्षकों को बाहर का रास्ता दिखा दें।
Samayojit nahi kiye ja skte 6800 qyo sc ne ise pahle hi asavdhanik bata diya hai nahi to ab tak puri ho gyi hoti ab ek hi rasta hai jo paye hai tatkal hataya jaye aur jiske seat khayi gyi unki naukari vapas di jaye
जब दिल्ली में शराब घोटाले के नाम पर दिल्ली के मुख्यमंत्री तक को जेल जाना पड़ा तो यूपी में हुई शिक्षक भर्ती घोटाले में क्या मुख्यमंत्री को जेल नहीं जाना पड़ेगा
समायोजन के बाद जो रिक्त पद बचे सरकार नई शिक्षक भर्ती विज्ञापन निकाले😢 आज 6 साल से हम लोग इंतजार कर रहे हैं नए शिक्षक भर्ती का हम लोगों का क्या होगा 😢 ऐसे रहा तो हम लोग ओवर ऐज हो जायेंगे😭😭
छोटे तथा मध्यमवर्गीय जातियों की गरीबों के हकों पर डांका हजारों वर्षों से डाला जा रहा है अब इस प्रकार का कुकृत्य नहीं चलने वाला है क्योंकि उत्तर प्रदेश में माननीय मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ जी की सरकार है !
शिक्षा विभाग के सक्षम अधिकारियों की गलती से न जाने कितने छात्र प्राथमिक शिक्षक भर्ती मे जो पिछले 15/20 वर्षों में हुई है, आज भी कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं🇮🇳👍
sapa government me bhi Jo upp ki bharti Hui thi 2013 me usme bhi arakshan me gadbadi Hui thi hamare dono paper clear ho gye the medical aur physical bhi clear ho Gaya tha fir bhi nahi ho paya jabki SC ki Jahan Tak hame yad hai 3100 jagahen rikta chhod di gyi thi bad me general category ki mahilaon ki joining kra di gyi thi
जब चयन प्रक्रिया ही गलत तरीके से सरकार के हिसाब से अधिकारियों ने गड़बड़ी किया है और सरकार चलाने वाले लोग एक ही समाज के लोगों को नियुक्ति दिया गया है। और मीडिया वालों को दलाली करने से फुर्सत नहीं है। पूरा नियुक्ति गलत है। योगी आदित्यनाथ का शासन गुंडागर्दी पर आधारित है।
सरकार पहले से ही झूठ बोल रही है,इस लिए सरकार को मुंह छुपा ना मुश्किल है, क्यों कि , सरकार और सरकार के मंत्री के कहने पर ही, अधिकारियों ने अपना उल्लू सीधा किया और कानून की धज्जियां उड़ाई । अब प्रश्न न केवल चार वर्षों तक सेवाएं, देने के बाद, हटाये जाने का, वल्कि यह भी ,यह की कानूनी हकदार लोग को ,उनके हक से ,चार साल से बंचित और बेरोज़गार रखने का ।
यदि ओम प्रकाश चौटाला शिक्षक भर्ती मामले में अपने पुत्र सहित जेल जा सकते हैं तो यह ढोंगी क्यों नहीं क्या इस देश मेंओबीसी एससी एसटी के लिए अलग कानून है और ठाकुरों के लिए अलग क्या यह देश संविधान से नहीं मनुवाद से चलता है।
इस विषम परिस्थिति के कारक अधिकारियों, नेताओं व मंत्री सबके सब दोषी सिध्द हो चुके हैं , इन्हें दण्डित किये बिना बात नहीं बनने वाली, परन्तु सबसे पहले अविलम्ब सुपात्रों को नियुक्ति पत्र निर्गत करने की व्यवस्था की जानी चाहिए।
अधिकारियों की कोई गलती नहीं है मुख्यमंत्री की मन्सा व संलिप्तता के अनुरूप के अनुरूप कार्य हुआ है। भर्ती में मुख्यमंत्री के सहमत के बिना कुछ भी नहीं होसकता। ऐओबीसी, एससी एसटी का हक खाने के लिए लगातार प्रगतिशील है।
शिक्षक भर्ती में योगी जिम्मेदार है जो अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए वही काम अधिकारियों ने किया योगी आरक्षण के खिलाफ हैं और दलित पिछड़ों को आगे बढ़ते नही देखना चाहते भाजपा का सफाया जरुरी है।
गरीबी जात देख कर नहीं आती है हर जाति में गरीब होते हैं सभी को ऊपर उठाना चाहिए तो जो भी गरीब जिस जाति में हो उनको पढ़ाई में पूर्ण रूप से निशुल्क हो और बाकी पूरा कंपटीशनहो चाहे जिस जाति का हो वह कंपटीशन के बल पर 100% सीट ले जाएं इसमें कोई भी भेदभाव नहीं है क्योंकि भगवान ने सबको हाथ पर एक ही दिया है सबको एक ही आंखे दिया सब कुछ सामान आंख सामान सर सामान पर दिया है तो उसमें आरक्षण किस बात का होना चाहिए अगर इसी तरह होता रहा तो एक दिन भारत की प्रतिभा पूरी तरह समाप्त हो जाएगी
ईश्वर ने तो भेद नहीं किया लेकिन जो भेद आप जैसे लोगों की मानसिकता में बस हुआ है उसी के कारण यह समाज सदियों से पीछे चले गए किसी की पूर्ति के लिए ही आरक्षण दिया गया था
अमिताभ जी आप बात को घुमा रहे है यह मामला बहुत दिन से लम्बित है सरकार की जानकारी में है।दोष आप अधिकारियो को दे रहे है।यह देखना सरकार की जिम्मेदारी है, सरकार जो चाहती है वह अधिकारी करते है।आप सरकार को दोष न देकर सरकारी की चाटुकारिता कर रहें है आपकी यही औकात है।
कब तक यह जातिवाद आरक्षण बात चलारहेगा बस हम एक दूसरे पर आप अमर के हर बात में कानून बनवा रहे हैं केवल यह कब तक चलतारहेगा अतिशय आरक्षण अतिशय शहरीकरण अतिशय हाईवे यह कब तक चलता रहेगा यह देश को गर्त में मिलने का काम होरहा है मिलने का काम हो रहा है
Samayojan kis baat ka 5 saal se obc ke bachhe dharna de rhe hai tab kisi ko dard nhi hua ab jab wo log hataye jayenge Jo farzi naukari obc ka adhikar kha ke naukari kar rhe the wo hatenge to adhikario ko bhut dard ho rha hai samayojan bilkul nhi hona chahiye
चयनित के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। इनकी क्या गलती है इसमें। सरकार खुद बुला कर नौकरी दी है। जो शिक्षक ४ साल से सेवा दे रहे है इनके साथ अगर अहित हुआ तो ये उनके लिए जानलेवा हो सकता है।
यदि नौकरी कर लेने पर ही सामान्य के पक्षधरहैं तो शिक्षा मित्रों को ध्यान दीजिए वे भी नौकरी कर रहे थे उन्हें मानदेय पर रखा गया है योग्यता एवं मेरिट दोनो जरूरी है नाकि हमदर्दी।
69 हजार का समाधान - सरकार तत्काल 1. 15,000 TGT/PGT 2. 9000 LT Great 3. 40,000 (UPS 6 to 8) Total= 64000 भर्ती 4 माह के अन्दर पूरी करके समस्या का समाधान कर सकती है। क्योंकि 64,000 में चयनित होने में से 20,000 अभ्यार्थी 96,000 से वंचित और चयनित अभ्यर्थियों का चयन हो जायेगा जिससे 69000 में 20000 रिक्त पद हो जायेंगे जिससे सारी समस्या हल हो जाएगी।
सरकार को 68500 की cutoff 30-33 करके 68500 की सारी सीट्स fill कर देना चाहिए जिससे 69000 के अधिकतम अभ्यर्थी 68500 में चयनित हो जाएंगे और 69000 में चयनित छात्र बहुत कम प्रभावित होंगे l दोनों भर्ती में कॉमन अभ्यर्थी बहुत है l 68500 का exam 30-33 cutoff पर ही हुआ था l
अगर कोर्ट के फैसले जनरल कटेगरी के खिलाफ आने के बाद भी सरकार इन लोगों को पद पर बनाए रखती है, तो शिक्षा मित्र भाइयों एवं बहनों की भी नौकरी वापस करनी चहिए।
अब मै एक रास्ता बता देता हू, नई भर्ती सरकार निकाल दे, और उस नई भर्ती मे उन टीचर को कुछ छूट दे दे। बाकी जो सही है वो सही है। एक बात और बिना मंत्री के इशारे पर अधिकारी अपने से कुछ नही कर सकता।
69000 में चयनितो नौकरी नहीं जाएगी तो शिक्षामित्रों की नौकरी क्यों चली गई। क्या उनके के लिए कोई संवेदना नहीं थी। या उनकी नौकरी सरकार ने नहीं किसी और ने दी थी।
172000 शिक्षा मित्रों के समायोजन रद्द होने और समायोजन होने में शिक्षा मित्रों का क्या दोष रहा ।। आदरणीय अमिताभ जी।। बेगुनाह होते हुए 2017 से आजतक 10 हजार लोग आत्महत्या कर लिए।। किसके कारण से।।
जब चयन ही गलत हुआ है तो नौकरी क्यों..?? सरकार ने गलती किया है अधिकारियों और मुख्यमंत्री को जेल भेजा जाना चाहिए....???
बिल्कुल सही
C.M ko jail bhejo
jab 100-100 saal purane ghar tode ja sakte hain to 4 saal purani naukri kyo nahi???
Bilkul sahi
Mukhymantri Aur adhikariyon Ko jail bhejo lekin Aisa Hoga Nahin Kyunki BJP Sarkar aur general ke Adhikari Milkar yah kam kar rahe hain
2012 से 2017 तक मुख्यमंत्री जिमेदार थे, अब अधिकारी जिमेदार हैं, क्या दोगलापन है गोदी मीडिया का, मुख्यमंत्री का नाम क्यों नहीं लेते, फोटो क्यों नहीं लगाते
अगर अधिकारी जिम्मेदार है तो भी मुख्यमंत्री जिम्मेदार होता है क्योंकि अधिकारी उसी के अधीन है लेकिन बहस करवाने वाले एंकर की भी सीमा है वह उससे ऊपर नहीं जाएंगे ना जा सकते हैं
Ab tk election prchar m khte rhe itne sikshgk bhrti kiye ye kiya wo kiya😂
यही तो बात है , ये पंडित्वे अपने लोगों को बचाने के लिए ठीकरा किसी और पर फोड़ने में माहिर हैं।
ये अग्निहोत्री खुद आरएसएस का एजेंट है। इसको भाजपा को लोगों के आक्रोश से बचाने का काम मिला है इसलिए ये अधिकारियों को बली का बकरा बना रहा है। बहुत तेज है ये बामन
Obc genhu le rha hai
कैसी सरकार है जो अधिकारियों पर नियंत्रण नहीं कर पा रही है अगर अधिकारियों पर नियंत्रण नहीं कर पा रही है तो उसको इस्तीफा दे देना चाहिए यह कहकर बचाना बहुत आसान है
Sarkar khud kar rahi h ye sab...adhikari to naukar hota h jesa sarkar kehti h adhikari vesa hi krta h
ये सरकार के निर्देश पर ही हो सकता है अधिकारी में क्या दम हो सकता ऐसा करने की?
Bhai..... Adhikaari kya kya karte hain,mai bhi dekh rha hu apni naukari me.
Lekin sarkar galat isliye ye hai ki sarkar adhikariyon pr aankh band kr ke bharosa Karti hai.... karmchariyon ki samamasya adhikariyon ke chashme se dekhti hai sarkar.
शिक्षा मित्रों को भी न्याय मिलना चाहिए, अधिकारी समायोजन नियम कानून बनाया था ना कि शिक्षा मित्रों ने,, सरकार इसके लिए भी कुछ करें।
Aapki bat shi hai us time bhi chuni hui sarakaar thi
Shikshamitra ke sath nyay hona chahiye
योगी जी जेल जायेगे हरियाणा के मुख्यमंत्री की तरह अपने बिरादरी के चक्कर में ओबीसी एससी एसटी को बेवकूफ बनाया
योगी को आजीवन कारावास होनी चाहिए
Bhai vote lete hai mayawati Akhilesh ne mukadma nhi liya Yogi jail me hote
ओबीसी एससी एसटी हमेशा ठगा गया। ये हिंदू मुस्लिम के चक्कर में पड़े रहते हैं
न्याय होना चाहिए हरियाणा का मुख्यमंत्री भी जेल गया था
सत्ता पर बैठे लोग झूठ पर झूठ बोले जा रहे हैं और नीच कार्य करते हुए अपनी मानसिकता का परिचय दे रहे हैं😢
मुख्यमंत्री योगीनाथ जी पूरी तरह जिम्मेदार है, खुल के बोलिये
नहीं समझ पा रहे है तो ओमप्रकाश चौटाला क्यों जेल गए थे पता कर लीजिये
घोटाला में अधिकारी व मंत्री से लेकर सारे लोग शामिल हैं चोर चोर मौसेरेभाई
Bulldozer nahi pahucha unke ghar jo mantri zimmedar ho uske
दोषियों की सीबीआई जाँच हो
अवैध अवैध होता है बाहर होना चाहिए
शिक्षा मित्र भी बाहर हुए हैं
69000 टीचर भर्ती का जो धरना चल रहा है उसमें ओबीसी एससी एसटी अल्पसंख्यक के टीचर शामिल न हो। नई लिस्ट से उन्हें कोई खतरा नहीं है सिर्फ जनरल को खतरा है इसलिए ओबीसी एससी एसटी न जाये और ओबीसी एससी एसटी के अपने भाइयो को आने का मौका दे। ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।
यदि घोटाला करके शामिल किए गए 6800 शिक्षक समायोजित किए जा सकते हैं तो सपा सरकार द्वारा 137000 समायोजित किए गए शिक्षामित्रों को भी समायोजित शिक्षक बनाया जाए और शेष बचे शिक्षामित्रों को भी समायोजित किया जाए
यह दोहरी नीति नहीं चलेगी कि आप अपने द्वारा घोटाला करके शिक्षकों की नियुक्ति कर दें और हाईकोर्ट के आदेश के बाद उन्हें समायोजित कर दें और पूर्ववर्ती सरकार द्वारा समायोजित किए गए शिक्षकों को बाहर का रास्ता दिखा दें।
Samayojit nahi kiye ja skte 6800 qyo sc ne ise pahle hi asavdhanik bata diya hai nahi to ab tak puri ho gyi hoti ab ek hi rasta hai jo paye hai tatkal hataya jaye aur jiske seat khayi gyi unki naukari vapas di jaye
इसके लिए दोषी अधिकारियों,कर्मचारियों,नेताओं को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।ये समाज में वैमनमष्य घोल रहे हैं।
इसके पहले तो भाजपा मंत्री मुख्यमंत्री शिक्षा मंत्री सब एक ही रटी रटाई बात दुहरा रहे थे कि सारी भर्ती पारदर्सी ढंग से हुई है
शिक्षामित्रों के साथ हुए अन्याय की हाय लगी है। अब देखो कैसे तिलमिला रहे। अभी पिक्चर बाकी है
जब दिल्ली में शराब घोटाले के नाम पर दिल्ली के मुख्यमंत्री तक को जेल जाना पड़ा तो यूपी में हुई शिक्षक भर्ती घोटाले में क्या मुख्यमंत्री को जेल नहीं जाना पड़ेगा
समायोजन के बाद जो रिक्त पद बचे सरकार नई शिक्षक भर्ती विज्ञापन निकाले😢 आज 6 साल से हम लोग इंतजार कर रहे हैं नए शिक्षक भर्ती का हम लोगों का क्या होगा 😢 ऐसे रहा तो हम लोग ओवर ऐज हो जायेंगे😭😭
Dusri naukri mil jaayegi
अधिकारी गलत नहीं होती अधिकारियों से सरकार गलत करवाती है तब अधिकारी करता है
यदि सरकार सर्व जन की हितैषी है तो दोषी को जेल भेजे ,चाहे वो कितना ही पावरफुल व्यक्ति हो
जितने भी अवैध लगे उन सभी को बाहर निकाला जाए
फर्जी नियुक्ति बाहर हो
जैसे शिक्षामित्रों को बाहर किया गया था
उच्च पद पर भी रिजर्वेशन होना जरूरी है, धांधली रोकने के लिये..
खैर देर आए दुरुस्त आए इसमें जो भी जिम्मेदार है उसको दोषी मानते हुए कठोर से कठोर कार्रवाई होनी चाहिए जिसने यह घालमेल किया है
निष्कासन का समायोजन नहीं शिक्षामित्र की तरह से उम्र में छूट और वेटेज देकर नई भर्ती में अवसर दिया जाए
मूल विज्ञापन 0 पर भर्ती हो ,न्याय तभी होगा।।।।।शिक्षामित्र सरकार के दुश्मन नहीं हैं ।।।।।।
छोटे तथा मध्यमवर्गीय जातियों की गरीबों के हकों पर डांका हजारों वर्षों से डाला जा रहा है अब इस प्रकार का कुकृत्य नहीं चलने वाला है क्योंकि उत्तर प्रदेश में माननीय मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ जी की सरकार है !
😂😂😂😂
Tum gajab hi murkh ho , sara locha kiya , unhe pita tak tha ab court ne faisala de diya to ye nyay ki bat kar rahe hai.
Yeh danka baba ke disha nirdesh me itwa ka mantri satish aur pnp ke adhikaro ne kiya .
😂😂😂😂 मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि ये कटाक्ष है या कुछ और
अधिकारी किए तो छात्र तो बता रहे थे तो सरकार क्यू सुन नहीं रही थी , सरकार की मर्जी के बिना नहीं हुआ था
पिछले 10 saal मे हर शाखा की भर्ती पर सरकार को जाँच करानी चाहिए। obc आयुक्त को भी सरकार से सवाल उठाने चाहिए
शिक्षा विभाग के सक्षम अधिकारियों की गलती से न जाने कितने छात्र प्राथमिक शिक्षक भर्ती मे जो पिछले 15/20 वर्षों में हुई है, आज भी कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं🇮🇳👍
सरकार को अधिकारी ही चला रहे हैं तो वहीं जिम्मेदार है।
sapa government me bhi Jo upp ki bharti Hui thi 2013 me usme bhi arakshan me gadbadi Hui thi hamare dono paper clear ho gye the medical aur physical bhi clear ho Gaya tha fir bhi nahi ho paya jabki SC ki Jahan Tak hame yad hai 3100 jagahen rikta chhod di gyi thi bad me general category ki mahilaon ki joining kra di gyi thi
जब चयन प्रक्रिया ही गलत तरीके से सरकार के हिसाब से अधिकारियों ने गड़बड़ी किया है और सरकार चलाने वाले लोग एक ही समाज के लोगों को नियुक्ति दिया गया है। और मीडिया वालों को दलाली करने से फुर्सत नहीं है। पूरा नियुक्ति गलत है। योगी आदित्यनाथ का शासन गुंडागर्दी पर आधारित है।
सरकार पहले से ही झूठ बोल रही है,इस लिए सरकार को मुंह छुपा ना मुश्किल है, क्यों कि , सरकार और सरकार के मंत्री के कहने पर ही, अधिकारियों ने अपना उल्लू सीधा किया और कानून की धज्जियां उड़ाई । अब प्रश्न न केवल चार वर्षों तक सेवाएं, देने के बाद, हटाये जाने का, वल्कि यह भी ,यह की कानूनी हकदार लोग को ,उनके हक से ,चार साल से बंचित और बेरोज़गार रखने का ।
अगर, UP सरकार का मुखिया, बाबा पहाड़ी, को,कोई अधिकारी कन्फ्यूज किया है, ...?
उसे बर्खास्त कर, जेल भेजा जाना चाहिए, और न्यायिक/JPC जाँच होना चाहिए..?
यदि ओम प्रकाश चौटाला शिक्षक भर्ती मामले में अपने पुत्र सहित जेल जा सकते हैं तो यह ढोंगी क्यों नहीं क्या इस देश मेंओबीसी एससी एसटी के लिए अलग कानून है और ठाकुरों के लिए अलग क्या यह देश संविधान से नहीं मनुवाद से चलता है।
इस विषम परिस्थिति के कारक अधिकारियों, नेताओं व मंत्री सबके सब दोषी सिध्द हो चुके हैं , इन्हें दण्डित किये बिना बात नहीं बनने वाली, परन्तु सबसे पहले अविलम्ब सुपात्रों को नियुक्ति पत्र निर्गत करने की व्यवस्था की जानी चाहिए।
sarkar meri bat ka jabab de shikshaprerak ko vetan kyo nahi mila hai
अधिकारियों की कोई गलती नहीं है मुख्यमंत्री की मन्सा व संलिप्तता के अनुरूप के अनुरूप कार्य हुआ है। भर्ती में मुख्यमंत्री के सहमत के बिना कुछ भी नहीं होसकता। ऐओबीसी, एससी एसटी का हक खाने के लिए लगातार प्रगतिशील है।
इस सरकार में मंत्री our नेता को सभी अच्छी तरह से समझ गए सभी bharist है
ईमानदारी से भर्ती हुई होती तो 19000 जनरल वाले घर बैठे होते
शिक्षक भर्ती में योगी जिम्मेदार है जो अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए वही काम अधिकारियों ने किया योगी आरक्षण के खिलाफ हैं और दलित पिछड़ों को आगे बढ़ते नही देखना चाहते भाजपा का सफाया जरुरी है।
Singh kahe lagaye ho surname 😅😅😅
@@Rajvitiwari27दरअसल मेरा बापमेरे दादा भिखारी थे वह भीख मांग कर खाया करते थेलेकिन आज हम लोगसत्ता पर काबिज हो गए हैं
#सुदामा कोटा भिखारी
सभी 90_97 पास अभ्यर्थियों का समायोजन होना चाहिए यही अंतिम विकल्प है
सभी पास अभ्यथियो को समायोजित करना ही एक मात्र विकल्प है
सुपर टीईटी में पास संपूर्ण अभ्यर्थी का समायोजन करें सरकार तभी कल्याण है नहीं तो भारती फिर सुप्रीम कोर्ट
Jitney bhi adhikari us time they sabhi ko jail ho aur naukri se suspension diya jaye.. aur itwa ke mantri ko bhi jail ho..
ये बहुत जानकार पत्रकार हैं लाजवाब
गरीबी जात देख कर नहीं आती है हर जाति में गरीब होते हैं सभी को ऊपर उठाना चाहिए तो जो भी गरीब जिस जाति में हो उनको पढ़ाई में पूर्ण रूप से निशुल्क हो और बाकी पूरा कंपटीशनहो चाहे जिस जाति का हो वह कंपटीशन के बल पर
100% सीट ले जाएं इसमें कोई भी भेदभाव नहीं है क्योंकि भगवान ने सबको हाथ पर एक ही दिया है सबको एक ही आंखे दिया सब कुछ सामान आंख सामान सर सामान पर दिया है तो उसमें आरक्षण किस बात का होना चाहिए अगर इसी तरह होता रहा तो एक दिन भारत की प्रतिभा पूरी तरह समाप्त हो जाएगी
ईश्वर ने तो भेद नहीं किया लेकिन जो भेद आप जैसे लोगों की मानसिकता में बस हुआ है उसी के कारण यह समाज सदियों से पीछे चले गए किसी की पूर्ति के लिए ही आरक्षण दिया गया था
दोहरा आरक्षण ले मेवा खा रहे है
जितने भी दोषी है चाहे ओ अधिकारी है चाहे कोई भी हो सबकी नौकरी जानी चाहिए और उनको आजीवन कारावास होना चाहिए 😮😮
68000शिक्षक भर्ती मे भी घोंटला हुआ है
Shivendra sir ne hame training di thi aap ko dekh kar badi khushi hui
पिछड़े वर्ग के बच्चों कोइं इंसाफ दो।
तत्कालीन शिक्षा मंत्री भी जिम्मेदार है
इसमें अधिकारी....बाकी अन्य सरकारों में सरकार जिम्मेदार 😂😂
Govt ko sab pata tha sirf bjp Obc SC st ko bevkuf bana rahi hai
Singh surname or 😅😅😅
दोहरा आरक्षण 😂😂
Sahi bola
सबसे बड़ी कारवाई जो चयन सूची बनाने वाले हैं उन पर होनी चाहिए
बेईमान अधिकारियों को जेल भेजा जाए
TV 9 के जितने न्यूज रिपोर्टर हैं सब को यूक्रेन भेज देना चाहिए जो रोज वाल्ड वार 3 रोज दिखते हैं अब जाके इन्हें 69000 टीचर का मुद्दा अब जाके मिला है।
तुम करो तो अधिकारी जिम्मेदार विपक्ष के कार्यकाल में हो तो सरकार जिम्मेदार इसमें सीधे योगी जिम्मेदार है
अमिताभ जी आप बात को घुमा रहे है यह मामला बहुत दिन से लम्बित है सरकार की जानकारी में है।दोष आप अधिकारियो को दे रहे है।यह देखना सरकार की जिम्मेदारी है, सरकार जो चाहती है वह अधिकारी करते है।आप सरकार को दोष न देकर सरकारी की चाटुकारिता कर रहें है आपकी यही औकात है।
Majboor hain
कब तक यह जातिवाद आरक्षण बात चलारहेगा बस हम एक दूसरे पर आप अमर के हर बात में कानून बनवा रहे हैं केवल यह कब तक चलतारहेगा अतिशय आरक्षण अतिशय शहरीकरण अतिशय हाईवे यह कब तक चलता रहेगा यह देश को गर्त में मिलने का काम होरहा है मिलने का काम हो रहा है
Kyunki samanta ka adhikaar hai na bhai jisme kisi ke sath bedh bhav nhi hoga 🤣😅
Truthful patrakar
सत्ता या मन्त्री के इशारे के बिना अधिकारी कोई ग़लत अथवा नियम विरुद्ध कार्य नहीं कर सकते
श
Aapka pravakta Ji ki baat se spasht hai ki ab yah saaf hai ki sanvidhan ke anusar kam nahin kiya gaya tha
Samayojan kis baat ka 5 saal se obc ke bachhe dharna de rhe hai tab kisi ko dard nhi hua ab jab wo log hataye jayenge Jo farzi naukari obc ka adhikar kha ke naukari kar rhe the wo hatenge to adhikario ko bhut dard ho rha hai samayojan bilkul nhi hona chahiye
आपका बहुत बहुत आभार अमिताभ जी हम पिछड़े दलितों के हक अधिकार की बात इतनी मुखरता से उठाने के लिए 🙏🙏
सूची तैयार करने वालों के नाम सरकार को जारी करना चाहिए। एवं उनके विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर विधिक कार्यवाही होनी चाहिए।
69000 मे चयनितो की सुरक्षा हुई तो शिक्षामित्रो का भी सुरक्षा होना चाहिए
हरियाणा की तरह, यूपी सीएम को भी इसी तरह कटघरे में लाना चाहिए। और सजा के पात्र अनिवार्य।
चयनित के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। इनकी क्या गलती है इसमें। सरकार खुद बुला कर नौकरी दी है।
जो शिक्षक ४ साल से सेवा दे रहे है इनके साथ अगर अहित हुआ तो ये उनके लिए जानलेवा हो सकता है।
Adhiktar jante the
मुख्यमंत्री कहाँ है, आप उनसे पूछिए ये किसके कहने पर किया गया
सरकार अभी तक चुप थी क्यों की उसी के इशारे पर काम हो रहा था यदि हाई कोर्ट का अनुपालन न हुआ तो 2027 में भाजपा का जामा तय है।
यदि नौकरी कर लेने पर ही सामान्य के पक्षधरहैं तो शिक्षा मित्रों को ध्यान दीजिए वे भी नौकरी कर रहे थे उन्हें मानदेय पर रखा गया है योग्यता एवं मेरिट दोनो जरूरी है नाकि हमदर्दी।
Yogyata pr hi aaye the naukari me hamdardi me nhi
हमदर्दी पर ही रखा गया था
जो शिक्षक भर्ती से बाहर जा रहे हैं उनको शिक्षामित्रों की तरह 10000 रुपए के मानदेय पर कार्य पर रख लेना चाहिए।
Rampal ji sahi kah rahe hai aisa hona chahiye
Nahi to agar extra pad j0d karke in gn ko job degi to phir ek nayi problem hogi
क्यों खैरात बंट रही है क्या ? नयी भर्ती निकलनी चाहिए जो योग्य होगा वह होगा
Bahut bada ghotala 69000 me hua hai
Kyo rakh lena chahiye unko nikalna chahiye 100 percent bahar jaye
69 हजार का समाधान -
सरकार तत्काल
1. 15,000 TGT/PGT
2. 9000 LT Great
3. 40,000 (UPS 6 to 8)
Total= 64000 भर्ती 4 माह के अन्दर पूरी करके समस्या का समाधान कर सकती है।
क्योंकि 64,000 में चयनित होने में से 20,000 अभ्यार्थी 96,000 से वंचित और चयनित अभ्यर्थियों का चयन हो जायेगा जिससे 69000 में 20000 रिक्त पद हो जायेंगे जिससे सारी समस्या हल हो जाएगी।
Aaj se pahle esi bahas nhi dekhi mene isse kahate ha sacchi partakaritaa, bhot badiya sir 🎉🎉🎉
20000 हजार नए पद जोड़ दो , फिर मैरिट बना दो।सारी समस्या खत्म
सरकार को 68500 की cutoff 30-33 करके 68500 की सारी सीट्स fill कर देना चाहिए जिससे 69000 के अधिकतम अभ्यर्थी 68500 में चयनित हो जाएंगे और 69000 में चयनित छात्र बहुत कम प्रभावित होंगे l दोनों भर्ती में कॉमन अभ्यर्थी बहुत है l 68500 का exam 30-33 cutoff पर ही हुआ था l
भूतपूर्व शिक्षा मंत्री का नाम कोई नहीं ले रहा इशारा तो उधर से ही मिला
Aise patrakar ko mai Dil se dhanwad deta hu
अगर कोर्ट के फैसले जनरल कटेगरी के खिलाफ आने के बाद भी सरकार इन लोगों को पद पर बनाए रखती है, तो शिक्षा मित्र भाइयों एवं बहनों की भी नौकरी वापस करनी चहिए।
पूर्व बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी का रचा हुआ पुरा खेल है ये।
पक्षपाती पत्रकार को राम राम ।
Aison ko kahe ki Ram Ram
जिम्मेदार लोगों पर कार्यवाही होनी चाहिए जैसे चौटाला जी जेल गये
इस गड़बड़ी के पीछे र. एस. एस. है.
Mansikta ohi hai ..litral intri ka bhi plan unhi sanghiyo ko bharti karne ka tha jisse arakshan ko barbad kar diya jaye
69000 शिक्षक भर्ती से बी.एड वालों को भी बहार किया जाए, वह भी संविधान के विरुद्ध था/
Vese mere को 69hjar bharti me हम नहीं samil lekin glt bol rhe bed ko tb से बाहर rhe jb se kort आदेश hm deled hu lekin glt nhi
10% Ews Diya yh sirf General ko hi kyo .jbki yh Economic ke aadhar pr h.yh sabko milna chahiye.
आज कल अग्निहोत्री जी योगी सरकार को defend कर रहे हैं 😂😂
Yah dalla hai balance bana ke chalta hai jisase logo ko pata na chale
ये उन्ही के लोग हैं
Dogli media dogle ancor
इनकी najar me नेहरू or अखिलेश ही जिम्मेदार h बाकी बाबा इनके लिए अच्छे
अब मै एक रास्ता बता देता हू, नई भर्ती सरकार निकाल दे, और उस नई भर्ती मे उन टीचर को कुछ छूट दे दे। बाकी जो सही है वो सही है। एक बात और बिना मंत्री के इशारे पर अधिकारी अपने से कुछ नही कर सकता।
सबका साथ सबका विकास और शिक्षा मित्रों का सर्वनाश
69000 में चयनितो नौकरी नहीं जाएगी तो शिक्षामित्रों की नौकरी क्यों चली गई। क्या उनके के लिए कोई संवेदना नहीं थी। या उनकी नौकरी सरकार ने नहीं किसी और ने दी थी।
ये पत्रकार अपने जीजा की बुराई नहीं कर सकता है , अधिकारियों को जिम्मेदार बता रहे हैं
Bebkufi ki baat kar rahe
सर आपकी न्यूज़ हमे सबसे अच्छी लगती है।
Aisa vyakti hona chahiye .wah thanx amitabh ji
6 sal phele ki vaccency Aaj Tak chl rhe h vo kya vikas krenge...boycott BJP
Ab general walon Ko bhi Aarakshan chahie aur 50% seat chahie
10 परसेंट मिला तो है। 😂😂
10 परसेंट मिला तो है। 😂😂
yaha par pravakta SP ashok yadav ji 100% sahi bat boli hai
गलत करने वाले अधिकारियों को नौकरी से निकाला जाय और उन्हें जेल में डाला जाए तथा उनकी अर्जित सम्पत्ति जब्त की जाये
Great job sir
172000 शिक्षा मित्रों के समायोजन रद्द होने और समायोजन होने में शिक्षा मित्रों का क्या दोष रहा ।। आदरणीय अमिताभ जी।। बेगुनाह होते हुए 2017 से आजतक 10 हजार लोग आत्महत्या कर लिए।। किसके कारण से।।
यदि कोई अधिकारि गड़बड़ किये है तो उनको चिन्हित कर जनता को बताया जाय.
क्योंकि सरकार बदनाम हो रही है!
अधिकारी क्या सरकार की मर्जी के खिलाफ फैसला कर रहे है,
@@devendrakumardubey5267 सचिव शब्द सुने हो
सरकार की देखरेख में ही घौटाला हुआ है । इसकेे लिए अधिकारी नही सरकार सीधी जिम्मेदार है।
Ap to achhe patrakar the .. .... 😮😮