एक बात समझ नही आती है ये सब पावर टीलर बनाने वाले आम किसान या छोटे किसान के लिए तैयार करते है।। और कीमत उसकी एक लाख से ऊपर रखते है तो फिर छोटा किसान कैसे खरीद पाएगा।। अगर उसके पास इतना पैसा होगा तो वो सेकंड हैंड ट्रैक्टर ना लेगा। आराम से बैठ के सब काम करेगा।।
Ye machine v apne jagah mein bahut damdaar hai. Machine ka kimat badhte hi jayegaa. Aaj kal ka jamane k liye ye kuchh nahin hai. Agar ek kishan k pass 1 lakh ya 1.50 lakh nahin hai to wo kishan ka mehnat v nahin hai.. Ek migrated labourer k pass jyada se jyada paisa rahta hai to fir kishan k pass v hona jaruri hai. Indian kishan himmat se aage badho aur ummid rakhen ki way ek successful farmer ban sakey. Farmers k liye almost har krishi yantra ban chuka hai. Farmers ko kewal use karna hai aur assan se kam karna hai, apna pariwar aur desh ko v badhana hai. Thanks to Indian agri. equipment production Comp.
@@ravirajkakadepatil922 किसानों के नहीं श्रीमान, इन मशीन बनाने वालों के मज़े ले रहे हैं । यदि ये लोग वास्तव में हम किसानों की मदद करना चाहते तो इसकी वाज़िब कीमत रखते इतनी ज्यादा नहीं ।
अब ऐ गुजरे जमाने की बात हो गयी, जो वीडर ३०-४५-५०हजारमे मिल जाते थे, वो अब १.५०के ऊपर कीमत बता रहे हैं, इस कीमत में स्वराज कोड मिल जाऐगा, दूसरे भारत में आज १०यच पी से १६यच मे एक से दो लाख के अंदर छोटे ट्रैक्टर भी मिल रहे हैं, और तो और पाँच लाख मे ५०यच पी बैटरी चालित ट्रैक्टर भी मार्केट मे आ चुके हैं, तो इन महँगे वीडरो की क्या जरूरत है, इसी क्षमता के वीडर, यस राजा भाई के और स्प्रे मैन कँ के वीडर इसकी कीमत के आधे से भी कम मे मिल जाते हैं, गाँवो मे इसे फैब्रीकेटर वाले, स्कूटर, बाइक और टेम्पुओ केइँजिनो से बना देते हैं। वो भी काफी कम कीमत में, फिर आप का वीडर १.६०-२लाख,मे कोई किसान क्यूँ खरीदे, अगर पागल हो गये हो तो आगरा ईलाज करा लो। लूटेरे कही के।
कृषि क्षेत्र के विकास के लिए अब बहुत तेजी से नये नये स्टार्ट अप शूरू हो गये हैं, भारत मे, १यच पी से १३यच के वीडरो, ब्रश कटरो का निर्माण और बिक्री बहुत सारे लोग कर रहे हैं, जो वीडर सबसिडी के साथ पिछले साल २७-२८हजार या बिना सब्सिडी के ४८हजार तक मिल रहे थे, वो अब १लाख की सीमा पार कर गये हैं, इसका मतलब ये हुआ कि भारत के किसानों से लूट। जब १.५०लाख खर्च कर डीजल पेट्रोल चालित वीडर ही लेना है तो इन वीडरो से कही ज्यादा बेहतर बैट्रीवाले वीडर है, जिसमे झटका भी नहीं लगना, और ना डीजल पेट्रोल की जरूरत। प्रदूषण भी नहीं, सूकून को किसान ले, जो मात्र १.११लाख मे तीन यँत्रो और रोटावेटर ट्राली के साथ मिल रहा है, आँध्रा की कँ २७-३५-५०यच पी का बैट्री चालित ट्रैक्टर ५लाख में बेच रही है, और भी कयी बडी ट्रैक्टर कम्पनियां बैटरी चालित ट्रैक्टर बाजार में उतार चुकी है तो क्यूँ डीजल पेट्रोल वाले विडर लिऐ थाऐँ। ऐजुताई का काम आजकल फैब्रीकेटर वाले स्कूटर मोटर बाइक के टम्पुओ के इँजिनो के साथ बना कर बहुत सस्ते में दे रहे हैं। आप के वीडर की कीमत १.५०लाख बहुत ज्यादा है।
क्या फायदा है? उल्टे नुकसान और घाटा भुगतना पड़ रहा है किसानों को। और बहुत जल्द बिगड़ भी रहा है। मिनी टिल्लर के सामग्री बिगड़ने पर आवश्यक सामग्रीयां भी नहीं मिल रहा है और आवश्यक सामग्री उपलब्ध नहीं है। उत्पादक कम्पनी सिर्फ मुनाफा कमा रहे हैं।
एक बात समझ नही आती है ये सब पावर टीलर बनाने वाले आम किसान या छोटे किसान के लिए तैयार करते है।। और कीमत उसकी एक लाख से ऊपर रखते है तो फिर छोटा किसान कैसे खरीद पाएगा।। अगर उसके पास इतना पैसा होगा तो वो सेकंड हैंड ट्रैक्टर ना लेगा। आराम से बैठ के सब काम करेगा।।
सही बात
Han bhai bat to sahi bole ?
बात तो सही है
ठीक भाई धन्यवाद
Ye machine v apne jagah mein bahut damdaar hai. Machine ka kimat badhte hi jayegaa. Aaj kal ka jamane k liye ye kuchh nahin hai. Agar ek kishan k pass 1 lakh ya 1.50 lakh nahin hai to wo kishan ka mehnat v nahin hai.. Ek migrated labourer k pass jyada se jyada paisa rahta hai to fir kishan k pass v hona jaruri hai. Indian kishan himmat se aage badho aur ummid rakhen ki way ek successful farmer ban sakey. Farmers k liye almost har krishi yantra ban chuka hai. Farmers ko kewal use karna hai aur assan se kam karna hai, apna pariwar aur desh ko v badhana hai. Thanks to Indian agri. equipment production Comp.
Bhout achha j
मशीन के हिसाब से कीमत बहुत कम है , इसकी कीमत कम से कम दस लाख होनी चाहिए थी 😉
किसानो की मजा लेते है क्या आप ? या युवा किसान लडको का टाइमपास . क्या है आप के मन में .
@@ravirajkakadepatil922 किसानों के नहीं श्रीमान, इन मशीन बनाने वालों के मज़े ले रहे हैं । यदि ये लोग वास्तव में हम किसानों की मदद करना चाहते तो इसकी वाज़िब कीमत रखते इतनी ज्यादा नहीं ।
@@Shreyaa875 Ok
Mere paas hai bakvash hai
3:08
Bahut costly he...50 hajar me achhe se achha power weeder mil jata he..
अब ऐ गुजरे जमाने की बात हो गयी, जो वीडर ३०-४५-५०हजारमे मिल जाते थे, वो अब १.५०के ऊपर कीमत बता रहे हैं, इस कीमत में स्वराज कोड मिल जाऐगा, दूसरे भारत में आज १०यच पी से १६यच मे एक से दो लाख के अंदर छोटे ट्रैक्टर भी मिल रहे हैं, और तो और पाँच लाख मे ५०यच पी बैटरी चालित ट्रैक्टर भी मार्केट मे आ चुके हैं, तो इन महँगे वीडरो की क्या जरूरत है, इसी क्षमता के वीडर, यस राजा भाई के और स्प्रे मैन कँ के वीडर इसकी कीमत के आधे से भी कम मे मिल जाते हैं, गाँवो मे इसे फैब्रीकेटर वाले, स्कूटर, बाइक और टेम्पुओ केइँजिनो से बना देते हैं। वो भी काफी कम कीमत में, फिर आप का वीडर १.६०-२लाख,मे कोई किसान क्यूँ खरीदे, अगर पागल हो गये हो तो आगरा ईलाज करा लो। लूटेरे कही के।
1600000 me tractor aa jayega second hand
डीजल इंजन है कि पेट्रोलइंजन से बताओ
आप ने डिजल इजन में गेर है कितना है
क्या रोटर वेटर लगता हैं पिटियो कितना रापियम मिलता है जानकारी दिया जाऐगा और मोबाईल नंबर कि जानकारी दिया जाऐगा
Nice
कृषि क्षेत्र के विकास के लिए अब बहुत तेजी से नये नये स्टार्ट अप शूरू हो गये हैं, भारत मे, १यच पी से १३यच के वीडरो, ब्रश कटरो का निर्माण और बिक्री बहुत सारे लोग कर रहे हैं, जो वीडर सबसिडी के साथ पिछले साल २७-२८हजार या बिना सब्सिडी के ४८हजार तक मिल रहे थे, वो अब १लाख की सीमा पार कर गये हैं, इसका मतलब ये हुआ कि भारत के किसानों से लूट। जब १.५०लाख खर्च कर डीजल पेट्रोल चालित वीडर ही लेना है तो इन वीडरो से कही ज्यादा बेहतर बैट्रीवाले वीडर है, जिसमे झटका भी नहीं लगना, और ना डीजल पेट्रोल की जरूरत। प्रदूषण भी नहीं, सूकून को किसान ले, जो मात्र १.११लाख मे तीन यँत्रो और रोटावेटर ट्राली के साथ मिल रहा है, आँध्रा की कँ २७-३५-५०यच पी का बैट्री चालित ट्रैक्टर ५लाख में बेच रही है, और भी कयी बडी ट्रैक्टर कम्पनियां बैटरी चालित ट्रैक्टर बाजार में उतार चुकी है तो क्यूँ डीजल पेट्रोल वाले विडर लिऐ थाऐँ। ऐजुताई का काम आजकल फैब्रीकेटर वाले स्कूटर मोटर बाइक के टम्पुओ के इँजिनो के साथ बना कर बहुत सस्ते में दे रहे हैं। आप के वीडर की कीमत १.५०लाख बहुत ज्यादा है।
मशीनों का वीडियो दिखाने के बजाय इन लोगों का मुंह दिखा रहा है
कोई nahi phuchega. Itne me 2nd hand tractor mil jayega.
आप बनाना छोड़ दो, कोई नहीं खरीदेगा इसपे कोई डिस्काउंट नहीं है।
आप की कीमत eak lakh se der lakh Tak bataya hai ishme koi badiya second hand eisher ट्रेक्टर अच्छी कंडीशन में आ जायगा जो ishe acha kam karega
Factory kaha hai jaha tyar kartya hai.
क्या यह कुए से पानी खिच सकता है , व्यवस्था है ?
Business
Khet mein chalake dikhao. Customers mooh ki baat mein Bharosa nahin karte hai.
Jai Kisan
khedut ke lia sasta banai bhai
मोबाईल नंबर तो नहीं बताय आप लोक तो खाली व्हिडिओ डालते हो
❤❤
BHI MACHINE KA VEDIO TO DIKHAVO KASI MACHINE HI
क्या फायदा है? उल्टे नुकसान और घाटा भुगतना पड़ रहा है किसानों को। और बहुत जल्द बिगड़ भी रहा है। मिनी टिल्लर के सामग्री बिगड़ने पर आवश्यक सामग्रीयां भी नहीं मिल रहा है और आवश्यक सामग्री उपलब्ध नहीं है। उत्पादक कम्पनी सिर्फ मुनाफा कमा रहे हैं।
Kewal aap revieo sunaya lekin machino ko tek se dikhaya nhi
Kimat kitanihai ye to batatenahi
खेत में डेमो तो दीजिए कैसा जुताई करता है
It is costly
Sir hamamatsu power tiller krab ho gaya hai
nepaal me kaise milegaa
Is kimat per to purana tractor Kharid lenge
आपके जन्म से मिल जाएगी मेरा नाम अरविंद
Price max
145da farmtaric 45 a janda
Bhai sab up to Krishan ka beta bol raha ho aur Krishan ka gala rodhna ko tair ho . Bahut jada kimat hai . Thanku
नहीं चलेगा
Abhi kam kimat hai aur looto
अरे मशीन दिखओ!सिर्फ चेहेरा दिखा रहे है
Pakka lut he kisan se
Mal bechte ho ya apna face
Bakarrr
Bekar hai 40000ka mashin acha kam karta hai or aap ka 3rutar hi kam karta hai or dusra weedar 10 kam karta hai
judehoto lutomat
त्या गीजी किंमत क्या है
Rate bot hai
Bhai number send kar do roti Lene aana hai
फोन नम्बर देते तो अच्छा रहता
Dealer ka number dijiye please
big bakwas itne ret me tractor na ajayega