क्या भगवान को भी कर्मफल भोगना पड़ता है ? (Naresh Chauhan)

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  • เผยแพร่เมื่อ 17 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 13

  • @rajvirkumar9195
    @rajvirkumar9195 26 วันที่ผ่านมา

    ❤dhan nirankar ji❤ Ati sundar vichar

  • @girishmishal5191
    @girishmishal5191 25 วันที่ผ่านมา

    धन निरंकार जी संतो महापुरुषों जी🌺👣🌹🙏

  • @Entertain-h7z
    @Entertain-h7z 25 วันที่ผ่านมา

    Dhan nirankar ji Mahatma ji 🙏🙏🙏

  • @bundeshwarchauhan7456
    @bundeshwarchauhan7456 25 วันที่ผ่านมา

    Dhan nirankar ji 🙇🙏

  • @mastramchauhan2447
    @mastramchauhan2447 25 วันที่ผ่านมา

    Dhan Nirankar ji 🙏🙏

  • @rajendrasahu3303
    @rajendrasahu3303 25 วันที่ผ่านมา

    Dhan Nirankar ji ❤

  • @amitdwivedi8731
    @amitdwivedi8731 26 วันที่ผ่านมา

    Satya vachan ❤😊🙏

  • @chhotelalgupta4857
    @chhotelalgupta4857 19 วันที่ผ่านมา +1

    धन निरंकार जी बहुत अच्छा विचार

  • @RoshanlalSomkuwar
    @RoshanlalSomkuwar 17 วันที่ผ่านมา

    कलयुग केवल नाम अधारा। सुमर सुमर नर उतरही पारा। ❤तु ही निरँकार, मैं तेरी शरण हँ, मैंनु बक्स लो
    धन निरँकार buजी सँतो

  • @सभीपरीक्षाओंमेंपूछेप्रश्न

    हां कर्म फल ब्रह्मा विष्णु महेश और सभी देवी देवताओं को कर्म फल भोगना पड़ता है और रामपाल जिसको में अब भगवान नहीं बल्कि महान समाज सुधारक मानता हूं उसके अनुसार रीषि मुनि देवी देवताओं के पास हठ योग की सिद्धियां होती है और ये क्रोध में आकर एक दुसरे को श्राप दे ने का काम करते थे जिससे बहुत दुर्गति दुसरे लोगो और देवी देवताओं कि भी हो जाती थी विधाता धर्मराज के न्याय के अनुसार शंकर भगवान नागा साधु की तरह रहते हैं विष्णु शेष नाग पर रहते हैं और ब्रह्मा को अपने ज्ञान के अहंकार और अपनी बेटी के कारण ही श्राप झेलना पड़ा पूजा नहीं होने का

    • @YehiHaiSuch
      @YehiHaiSuch  25 วันที่ผ่านมา

      फिर भगवान श्री कृष्णा ने उत्तंग ऋषि को क्यों कहा कि मुझे कोई भी शाप नहीं लगता। मैं किसी भी कर्म का फल भोगने के लिए विवश नहीं हूं। सभी ऋषि मुनियों देवी देवताओं के शाप मेरे कारण ही पूर्ण होते हैं।

  • @oneness1satguru
    @oneness1satguru 23 วันที่ผ่านมา

    Dhan Nirankari Jee🙏🙏🙏

  • @reetarawat-hd7qy
    @reetarawat-hd7qy 25 วันที่ผ่านมา +1

    Dhan nirankar ji.