मुझे परसों ही यूट्यूब पर मालती जोशी जी की कहानी सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मेरा यूं ही यूट्यूब पर यह कहानी सुनने का मन बनाया और जब सुनने लगा, तो सुनता ही चला गया ,क्योंकि आपकी आवाज मेऔर मालती जोशी जी की कलम में कहानी निखर कर सामने आई है। इसमें कोई शक नहीं है कि मालती जोशी जी ने व्यक्ति के मनोभाव को बहुत खूबसूरती से दर्शाया है, लेकिन यह भी सच है कि आपकी आवाज की उतार चढ़ाव ने उन मनोभाव को बहुत सुंदर तरीके से उकेरित किया है। इसलिए मैंने तीन चार कहानी एक दिन में ही सुन ली। शायद मालती जोशी जी की कहानी कभी सरिता में भी प्रकाशित हुई हो, क्योंकि मुझे लगता है कि इस लेखन शैली को शायद मैं पहले भी पढ़ चुका हूं। कृपया इस बात का जरूर उल्लेख करें। इतना सुंदर साहित्य अपनी मधुर आवाज में पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
Dhruv ji.. नमस्कार 🙏 कथा साहित्य परिवार से जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद । मालती जोशी जी की कहानियों की बात ही निराली है । एक कहानी सुनने के बाद उनकी अन्य कहानियां पढ़ने तथा सुनने की उत्कंठा बढ़ती जाती है । उनकी लिखी कहानियाँ कई प्रतिष्ठित पत्र - पत्रिकाओं में छपी हैं । मैं उनकी कहानियाँ उनके कहानी संग्रहों में से वाचन करती हूँ । आपको वाचन पसंद आया आपका हृदय से धन्यवाद 🙏❤️ आशा है आप अन्य कहानियां भी सुनते रहेंगे । Malti Joshi Ki Kahaniya: th-cam.com/play/PLrgOHkJFPognVoNAamCn-4Iun71nS2qpo.html
बहुत अच्छी अन्तर्द्वन्द से भरी कहानी। आखिर में अंत भला सो सब भला। जानते बूझते कभी भी भूलकर कन्याओं के सम्बंध असभ्य, संस्कार हीन लोगों के घर अनुशंसित नहीं करना चाहिए।इसका पालन करते हुए घर की ही बहु ने कन्या के पिता को वस्तु स्थिति से अवगत करा दिया। आपने इस कहानी को पूर्ण समर्पित भाव से पढ़ कर कहानी को जीवंत कर दिया। बहुत अच्छा लगा। बहुत बहुत शुभकामनाएं।
मुझे परसों ही यूट्यूब पर मालती जोशी जी की कहानी सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मेरा यूं ही यूट्यूब पर यह कहानी सुनने का मन बनाया और जब सुनने लगा, तो सुनता ही चला गया ,क्योंकि आपकी आवाज मेऔर मालती जोशी जी की कलम में कहानी निखर कर सामने आई है। इसमें कोई शक नहीं है कि मालती जोशी जी ने व्यक्ति के मनोभाव को बहुत खूबसूरती से दर्शाया है, लेकिन यह भी सच है कि आपकी आवाज की उतार चढ़ाव ने उन मनोभाव को बहुत सुंदर तरीके से उकेरित किया है।
इसलिए मैंने तीन चार कहानी एक दिन में ही सुन ली। शायद मालती जोशी जी की कहानी कभी सरिता में भी प्रकाशित हुई हो, क्योंकि मुझे लगता है कि इस लेखन शैली को शायद मैं पहले भी पढ़ चुका हूं। कृपया इस बात का जरूर उल्लेख करें। इतना सुंदर साहित्य अपनी मधुर आवाज में पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
Dhruv ji.. नमस्कार 🙏
कथा साहित्य परिवार से जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद । मालती जोशी जी की कहानियों की बात ही निराली है । एक कहानी सुनने के बाद उनकी अन्य कहानियां पढ़ने तथा सुनने की उत्कंठा बढ़ती जाती है । उनकी लिखी कहानियाँ कई प्रतिष्ठित पत्र - पत्रिकाओं में छपी हैं । मैं उनकी कहानियाँ उनके कहानी संग्रहों में से वाचन करती हूँ ।
आपको वाचन पसंद आया आपका हृदय से धन्यवाद 🙏❤️ आशा है आप अन्य कहानियां भी सुनते रहेंगे ।
Malti Joshi Ki Kahaniya: th-cam.com/play/PLrgOHkJFPognVoNAamCn-4Iun71nS2qpo.html
बहुत अच्छी वाणी है आपकी
धन्यवाद अर्चना जी 🙏❤️
बहुत अच्छी अन्तर्द्वन्द से भरी कहानी। आखिर में अंत भला सो सब भला। जानते बूझते कभी भी भूलकर कन्याओं के सम्बंध असभ्य, संस्कार हीन लोगों के घर अनुशंसित नहीं करना चाहिए।इसका पालन करते हुए घर की ही बहु ने कन्या के पिता को वस्तु स्थिति से अवगत करा दिया।
आपने इस कहानी को पूर्ण समर्पित भाव से पढ़ कर कहानी को जीवंत कर दिया। बहुत अच्छा लगा। बहुत बहुत शुभकामनाएं।
नमस्कार Brijkishor ji 🙏😊
कहानी सुनने और पसंद करने के लिए तथा कथा साहित्य से जुड़े रहने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद जी😊🙏💐💐
Heart touching story
Nice story and good narration
Thanks a lot♥️
Loved the story and the narration
Thank you so much dear ❤️😊🙏
Very nice story 👍
Bahut achcha
Thanks dear 😊🙏❤️
V nice 👍
🙏❤️
Heart touching story with good narration, thank you for sharing 👍
Thanks for listening 🙏💞😘
❤
🙏❤️
Beautifully written and very well read . Your voice adds a emotional touch
Dear Sulochana ji ... सप्रेम धन्यवाद 💞🙏😊