🚩ॐ नमः शिवाय 🙏🏻 जय बाबा केदारनाथ 🚩 🚩ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।🚩 🚩सानन्दमानन्द वने वसन्तं आनन्दकन्दं हतपापवृन्दम्। वाराणसीनाथ मनाथनाथं श्री विश्वनाथं शरणं प्रपद्ये।।🚩 🚩शंकरं शंकराचार्यं केशवं वादरायणं। सूत्रभाष्यकृतौ वन्दे भगवन्तौ पुनः पुनः।।🚩 🚩 श्री श्री 1008 श्री जगद्गुरु भगवान शंकराचार्य जी के श्री चरणों में कोटि - कोटि दंडवत प्रणाम 🚩 🚩🌺🌹🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
शीर्षक देखकर इस वीडियो को देखने की इच्छा नहीं थी। परंतु वीडियो देखकर विषय का महत्व पता चला। सच है कि हम जो अपने आप को सनातनी कहते हैं उनमें बहुत थोड़े से सनातनी हैं। मैं जगदगुरु शंकराचार्य जी से पूर्ण रूप से सहमत हूँ। उनके श्री चरणों में सादर दण्डवत।
महाराज आपको सुनकर हमारे ज्ञान चक्षु खुलते जा रहे हैं । हम तो धन्य हो गए । हम कितने अंधेरे में थे परंतु आपका मार्गदर्शन हमारी राह बदल रहा है । ऐसा लग रहा है हम प्रकाश की ओर जा रहे हैं । धन्यवाद
एक बार धर्म सम्राट स्वामी करपात्री महाराज और पं माध्वाचार्य शास्त्री के बीच विदेश यात्रा के सम्बन्ध मे शास्त्रार्थ हुआ था ।जय दयाल गोयन्दका और गोरी शंकर गोयन्दका जी मध्यस्थ थे निर्णय धर्म सम्राट के पक्ष मे रहा था ।धर्म सम्राट स्वामी करपात्री महाराज विदेश यात्रा के खिलाफ थे ।
स्वामी जी आपके इस वीडियो को सुनकर नतमस्तक हूँ आपने सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए विदेश यात्रा के लिए जो मार्ग दर्शन किया आपका आभार और हम आपके कथन से सहमत होते हुए लोगों को जागरूक करने की कोशिश जरूर करेंगे.. चरण वन्दन
जयपुर महाराजा माधोसिंह जी 1902/3 में जब लंदन गये तो अपने साथ चाँदी के बड़े बड़े घड़ों में गंगाजल लेकर गये थे । महाराजा का भोजन गंगाजल में ही बनता था ।यात्रा से पूर्व ओलंपिया नामक जहाज को गंगाजल से धुलवाया गया था ।उसमें राधा गोपाल जी को विराजमान किया गया । साथ ही जयपुर की मिट्टी भी बोरों में भर कर ले जाई गई ।राजा उससे हाथ धोते थे । सिटी पैलेस जयपुर में आज भी चाँदी के वो घड़े देखे जा सकते हैं । विदेश यात्रा करना महाराजा के लिए जरूरी था ,लेकिन उन्होंने पवित्रता रखने का पूरा प्रयास किया था।
मनु स्मृति में है कि रक्षा किया धर्म रक्षा करता है, और धर्म की रक्षा शक्ति से ही हो सकती है, बिना शक्ति के धर्म भी नहीं बच सकता है, और शक्ति का स्रोत है विज्ञान तकनीक, उसके तो कहीं खोज करना जरूरी है, या फिर कोई धर्म गुरु ऐसी शक्ति दें कि सब देश हर बात के लिए यहाँ आश्रित रहें
नमन शंकराचार्य जी को।🙏 #WeSupportShankaracharya #StopHateAgainstShankaracharya #ShankaracharyaIsTheOriginofDharma शिवमयी शुभप्रभात सत्यम शिवम सुंदरम सत्य सनातन धर्म की जय हो #गौमाँ_हत्या_बन्द_करे_सरकार #Save_Gaumata #रामा गौमाता राष्ट्रमाता #FreeTemples हर हर महादेव।जय माँ🙏🔱💐
आदरणीय स्वमजी प्रणाम आप बिलकुल सच कह रहे है जैसे हम भारत के लोग विदेश की कंपनियों में काम करने के लिए जाते है क्यों कि वह एडवांस टेक्नोलॉजी है पैसा बहुत मिलता है लेकिन धर्म नही रहता है लोग भर्स्ट हो जाता है। अब हमें तय करना होगा जिस किसी को धर्म आध्यत्मिक ज्ञान की जरूरत हो भारत आये आचार्य रजनीश (ओशो) की यही गलती हो गयी। जब तक वो भारत मे थे लाखो विदेशी यह आते थे। अब सभी आचार्यो को सोचना होगा
Bharati Krishna Terrtha ji Maharaj 143rd Jagadguru Shankarachya Puri Govardhan math New York gaye thae Vedic Mathematics ki charcha kaliye . Lekin unhone bhi kaha tha main shastra ki mariyada ka ullanghan karke jaa raha hoon . Videsh yatra varjit hai.
🙏प्रभु जी हम हम इतने कमजोर (छूईमूई)हैं कि विदेश जायेंगे तो हम अपना धर्म गंवा देंगे, उनके दबाव में, जबकि वे हमारे देश में आकर अपना सुरक्षित भी रखते हैं तथा फैलाने में भी खूब कामयाब हो रहे हैं, ये उनके पास कौनसा बल है, हमारे सूर्य पर घने बादल छा गए हैं, और उनके चांद सितारे यहाँ प्रकाश देने आ गए हैं
जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराजकी जय हो । गुरु देव...मे नेपाल से हु... 1. मेरे इष्ट देव भगवान देवादिदेव महादेव हे । 2. मे दीक्षा लेना चाहाता हु मे क्या करू 3. . गुरु को केसे पहिचान करे । 4. गुरु से दीक्षा लेनाका क्या नियम हे कूपया मार्ग दर्शन करे जगतगुरु शङ्कराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराज ।
जगतगुरु शङ्कराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराजकी जय । उपासकको धन आर्जनके लिए विदेश यात्रा कित्ना उचित है कृपया मार्ग दर्शन करे जगतगुरु ।
इस संदर्भ में वर्तमान के पुरी पीठाधीश्वर परम पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य श्री निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज का सविशेष विवरण उ तुब पर उपलब्ध है । अपनी शंका दूर कर लिजीए ।
सिर्फ एक ही तरीका है। हर मोहल्लों में मंदिर है। हर मंदिर में सनातनी आचार्यों की नियुक्ति हो। वंशानुगत पुजारियों को पढ़ने को बाध्य करें। इस्कॉन कर सकता है तो आप क्यों नहीं कर सकते?
म्लेच्छ लोग कभी सनातनी हो सकते! कारण न सनातन में कोई केवल जीवन शैली अपना कर हिन्दू नहीं बन सकता, ऐसा कोई विधान नहीं है, उनका न कुल न गोत्र न वर्ण न उनके पूर्वजों का सनातन या भारत के लिए कोई योगदान! सनातन हज़ारों सालों से बिना मलेच्छों के भी चरम पर था, आज हमें भारतीय सनातनियों को ही एकजुट करना है वे वहीं ठीक हैं!
Very good 👍 👏 👌, nice explanation, the best remedial measure 👏,My salutations to the lotus feet of jagadguru Sri Aadi Sankara, Hara Hara Sankara Jaya Jaya Sankara, Dharmasya jayostu.....
जब तक प्रत्येक सनातनी अपने चारों गुरु शंकराचार्यों के आह्वाहन पर अपना सर्वस्व न्योछावर करने को तैयार नहीं होते ; सनातन का प्राचीन वैभव वापस आना संभव नहीं ।
आपजी जिस धर्म के लिए कह रहे हैं, वह तो घर की चार दीवार के अंदर सिमटकर रहने वाला धर्म ही लगता है, अब तो दो ही विकल्प हैं कि या तो विदेश यात्रा जैसी बातें स्वीकार कर लें या कम होते होते अपनी संस्कृति का अस्तित्व ही खत्म कर दें,
Are bhai inki boli haar baat ko satya kyu mante ho, pehle inse pucho konse authentic shastra mn ye rule likha hn, muje lagta hn jis shastra se ye rule aya hn vo interpolated hn, sanatan dharm aise bekar niyam kyu bnaega bhala
@@meenu999 aree mata ji , in prashan bhodho ne shastro ke artho ka anarth kiya hain. In pandachrayo ki aadat hain jhooth bolne ki aur swayam vedo ka udghosh hain krinvanto vishav aaryam, artath pure vishav ko arya banao. Darasal ye kalyugi achraya keval apna math bachana chate hn, dharma nahi
शतप्रतिशत सही । सभी सामान्य सन्यासी वर्ग विदेश जाने से बचें , कोई विरल महापुरुष , त्रिकालज्ञ , को छोड़कर । लेकिन वह महापुरुष भी अकारण इत्र - उतर नहीं जायेगा । विचार विमर्श हेतू प्रेषित है ? प्रणाम ।
@@kabandhikaushik5868आप ने बहुत उत्तम बात कही कि इस्कॉन वाले विधर्मी सनातनी नहीं हैं किन्तु आज के युवान उनके मंदिर के आडम्बर में फंस कर उनके MNC जैसे प्रबंधन को पसंद करते हैं और वे भारत से लाखों करोड़ों रुपये हुण्डी का अमेरिका ले जा रहे हैं!
🚩ॐ नमः शिवाय 🙏🏻 जय बाबा केदारनाथ 🚩
🚩ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।🚩
🚩सानन्दमानन्द वने वसन्तं आनन्दकन्दं हतपापवृन्दम्।
वाराणसीनाथ मनाथनाथं श्री विश्वनाथं शरणं प्रपद्ये।।🚩
🚩शंकरं शंकराचार्यं केशवं वादरायणं।
सूत्रभाष्यकृतौ वन्दे भगवन्तौ पुनः पुनः।।🚩
🚩 श्री श्री 1008 श्री जगद्गुरु भगवान शंकराचार्य जी के श्री चरणों में कोटि - कोटि दंडवत प्रणाम 🚩
🚩🌺🌹🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
आप जैसे धर्म गुरूऔ की वजह से ही सनातन धर्म बचा हुआ है कोटि कोटि प्रणाम आचार्य 🙏🙏
Yehi to hain ..Jo sahi bolte hain .....Jagatguru ke charano mai koti koti pranam.....
शीर्षक देखकर इस वीडियो को देखने की इच्छा नहीं थी। परंतु वीडियो देखकर विषय का महत्व पता चला। सच है कि हम जो अपने आप को सनातनी कहते हैं उनमें बहुत थोड़े से सनातनी हैं। मैं जगदगुरु शंकराचार्य जी से पूर्ण रूप से सहमत हूँ। उनके श्री चरणों में सादर दण्डवत।
महाराज आपको सुनकर हमारे ज्ञान चक्षु खुलते जा रहे हैं । हम तो धन्य हो गए । हम कितने अंधेरे में थे परंतु आपका मार्गदर्शन हमारी राह बदल रहा है । ऐसा लग रहा है हम प्रकाश की ओर जा रहे हैं । धन्यवाद
एक बार धर्म सम्राट स्वामी करपात्री महाराज और पं माध्वाचार्य शास्त्री के बीच विदेश यात्रा के सम्बन्ध मे शास्त्रार्थ हुआ था ।जय दयाल गोयन्दका और गोरी शंकर गोयन्दका जी मध्यस्थ थे निर्णय धर्म सम्राट के पक्ष मे रहा था ।धर्म सम्राट स्वामी करपात्री महाराज विदेश यात्रा के खिलाफ थे ।
पुरातन काल में भी देश से बाहर जाना मरने से बुरा माना जाता था।
हे धर्म रक्षक आपके श्री चरणों में कोटि-कोटि नमन करते हैं। 🙏🙏🙏
इसके आगे भी कुछ करो भाई साहब।
सादर प्रणाम, बहुत ही सुन्दर
Pranam gurudev
ऐसे आचार्यों के कारण ही हमारा वैदिक सनातन धर्म सुरक्षित हैं। सादर दंडवत महाराज श्री 🙏🙏
स्वामी जी आपके इस वीडियो को सुनकर नतमस्तक हूँ आपने सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए विदेश यात्रा के लिए जो मार्ग दर्शन किया आपका आभार और हम आपके कथन से सहमत होते हुए लोगों को जागरूक करने की कोशिश जरूर करेंगे.. चरण वन्दन
जयपुर महाराजा माधोसिंह जी 1902/3 में जब लंदन गये तो अपने साथ चाँदी के बड़े बड़े घड़ों में गंगाजल लेकर गये थे । महाराजा का भोजन गंगाजल में ही बनता था ।यात्रा से पूर्व ओलंपिया नामक जहाज को गंगाजल से धुलवाया गया था ।उसमें राधा गोपाल जी को विराजमान किया गया । साथ ही जयपुर की मिट्टी भी बोरों में भर कर ले जाई गई ।राजा उससे हाथ धोते थे ।
सिटी पैलेस जयपुर में आज भी चाँदी के वो घड़े देखे जा सकते हैं ।
विदेश यात्रा करना महाराजा के लिए जरूरी था ,लेकिन उन्होंने पवित्रता रखने का पूरा प्रयास किया था।
धन्य है आपकी घोषणा मैं स्वयं स्वामी करपात्री जी महाराज के अनन्य शिष्य पशुपतिनाथ बाबा का शिष्य हूँ और बनारस में ही रहता हूँ।
श्री जगद्गुरु शंकराचार्य जी गुरुदेव भगवान के चरणों में कोटि कोटि नमन
भगवान शंकराचार्य जी की जय हो। सनातन धर्म की जय हो। गौमाता की रक्षा हो।
हे देव आपके चरणकमलमे कोटि कोटि नमन हम नेपाल से हे। जय श्रीमन्नारायण🙏🙏🙏
Radha Radha
Humme sankrachry se mayavadi kh kr dur rakhne ki koisis hui hum bhi aapko mayavadi smjne lege the, pr bhagwan ki kripa se hum ush sadyantar se bach gaye
Koti Koti dandwat
Radha Vallabh
कोटि-कोटि प्रणाम गूरु जी के चरणों में समर्पित किया 🙇🙇🙇🙇🙇🙇👌🏼👌🏼
मनु स्मृति में है कि रक्षा किया धर्म रक्षा करता है, और धर्म की रक्षा शक्ति से ही हो सकती है, बिना शक्ति के धर्म भी नहीं बच सकता है, और शक्ति का स्रोत है विज्ञान तकनीक, उसके तो कहीं खोज करना जरूरी है, या फिर कोई धर्म गुरु ऐसी शक्ति दें कि सब देश हर बात के लिए यहाँ आश्रित रहें
शंकराचार्य जी से पूर्ण सहमत हूं
नमन शंकराचार्य जी को।🙏
#WeSupportShankaracharya
#StopHateAgainstShankaracharya #ShankaracharyaIsTheOriginofDharma
शिवमयी शुभप्रभात
सत्यम शिवम सुंदरम
सत्य सनातन धर्म की जय हो
#गौमाँ_हत्या_बन्द_करे_सरकार #Save_Gaumata #रामा गौमाता राष्ट्रमाता #FreeTemples
हर हर महादेव।जय माँ🙏🔱💐
Shree 108 Sankarachary Swarupanand Saraswati Ji Maharaj ke Shreecharono Me Kabita ki Koti Koti Pranam.
आदरणीय स्वमजी प्रणाम
आप बिलकुल सच कह रहे है जैसे हम भारत के लोग विदेश की कंपनियों में काम करने के लिए जाते है क्यों कि वह एडवांस टेक्नोलॉजी है पैसा बहुत मिलता है लेकिन धर्म नही रहता है लोग भर्स्ट हो जाता है। अब हमें तय करना होगा जिस किसी को धर्म आध्यत्मिक ज्ञान की जरूरत हो भारत आये
आचार्य रजनीश (ओशो) की यही गलती हो गयी। जब तक वो भारत मे थे लाखो विदेशी यह आते थे। अब सभी आचार्यो को सोचना होगा
विदेश जाने का दूसरा कारण आरक्षण जनित कुंठा और भारत में शोध कार्य अच्छा न होना!
वैदिक सनातन धर्म की जय हो ।🙏🏻।गुरुदेव को हृदय से नमन ।
Jai shri Shankaracharya! Jai shri Gurudev! Sadara Pranam!
Bharati Krishna Terrtha ji Maharaj
143rd Jagadguru Shankarachya Puri Govardhan math New York gaye thae Vedic Mathematics ki charcha kaliye .
Lekin unhone bhi kaha tha main shastra ki mariyada ka ullanghan karke jaa raha hoon . Videsh yatra varjit hai.
Swamiji ko Sadar Charan sparsh.
Abhar wyakti karta hun apke sad uppdeshon ke liye.
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🥀🌷🥭🌺🌼💐🔱🌹🌻🍍🕉️🏵️🙏🍍🙏🙏🙏🙏 શિવ સ્વરૂપ સદગુરુ ભગવાનના ચરણ કમલ માં કોટી કોટી દંડવત પ્રણામ એ સદગુરુ ભગવાન આપના બાળકને આપના ચરણ કમળની રજ સમજી શરણે લેશો.. શિવ શિવ શંભુ હર હર મહાદેવ હાટકેશ્વર મહાદેવ કી જય ચામુંડા માત કી જય બાબનાથ મહાદેવ કી જય
गुरु जी आप को बार-बार प्रणाम आप का सत्संग बहुत अच्छा है
यह वास्तव में मेरे अन्तः विचार हैं..."वसुधैव कुटुम्बकम्" अवश्य ही सन्यासी के लिए है...किन्तु पहले स्वदेशीय कुटम्ब की सार सम्भाल अनिवार्य है👌👌🙏🙏
जय श्री शंकराचार्य, जय श्री गुरुदेव 🙏🙏🙏
गुरुदेव महाराज के चरणकमलों में कोटि कोटि प्रणाम 🌹🌹🌷🌷🙏🏾
Jai ho mahaarj ji ki jai ho
आपके श्रीचरणों में प्रणाम, नमन,वंदन ❤❤❤❤
लोग अपनी कुंडली मे विदेश यात्रा का योग देखकर खुश हो जाते है
aapki jai ho jai ho jai ho🙏🙏💐💐
सद्गुरु देव जी के श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम ।
पुरुषोत्तम दास सोनी सिवनी
Satya vachan swami ji
Jai ho mahraj ji bahut sahi uttar diya hai apne
🙏प्रभु जी हम हम इतने कमजोर (छूईमूई)हैं कि विदेश जायेंगे तो हम अपना धर्म गंवा देंगे, उनके दबाव में,
जबकि वे हमारे देश में आकर अपना सुरक्षित भी रखते हैं तथा फैलाने में भी खूब कामयाब हो रहे हैं, ये उनके पास कौनसा बल है, हमारे सूर्य पर घने बादल छा गए हैं, और उनके चांद सितारे यहाँ प्रकाश देने आ गए हैं
Ham SANATAN ki 5 HIRA 💎 LOP honi Lagi ! GAUU, GANGA, GURU, GAURI, GOWARDHAN! 🥲🥲🥲🇳🇵🇳🇵🇳🇵🇳🇵🇳🇵🙏🔱🇳🇵
Koti koti pranam guruji 🙏🙏🙏 Jay mahadev 🙏🙏
जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराजकी जय हो ।
गुरु देव...मे नेपाल से हु...
1. मेरे इष्ट देव भगवान देवादिदेव महादेव हे ।
2. मे दीक्षा लेना चाहाता हु मे क्या करू
3. . गुरु को केसे पहिचान करे ।
4. गुरु से दीक्षा लेनाका क्या नियम हे कूपया मार्ग दर्शन करे जगतगुरु शङ्कराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराज ।
जगतगुरु शङ्कराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराजकी जय ।
उपासकको धन आर्जनके लिए विदेश यात्रा कित्ना उचित है कृपया मार्ग दर्शन करे जगतगुरु ।
Jay Ho Maharajji
Sader naman aapna bahut sahe vardan keya sanatan dharm ko Khatami karna ke sales chal rahe
Maharaj Shri apke youTube par aa jane se ham sanataniyon ka boht uddhaar hua hai.
बहुत सुन्दर
गुरुजी के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम।❤
आपके श्री चरणों में मेरा प्रणाम।
आचर्य धर्मगुरु जी के चरणो मे सदा प्रणाम ।।
कोटि कोटि प्रणाम
स्वामीजी, सादर वंदना, बहुत सही व सरल रूप से समझाया। धन्यवाद।
आदि शंकराचार्य की जय हो।
आप के चरणों में मेरा कोटिशः प्रणाम । डाक्टर चक्रपाणि पाण्डेय , गोरखपुर ।
Jai ho maharaj ji ki
स्वामि श्री जी को दंडवत प्रणाम।।💐💐🙏🙏💐💐
Jai ho Gurudev Mahara ji.
Jai shree shree ram
सिवाय दुर्गुणों के..... 🙏
प्रणाम गुरुदेव आपका मार्गदर्शन हमारे लिए अनुकरणीय जय हो।
Jay Jagannath.
कोटि कोटि प्रणाम महाराज श्री 🙏🙏
स्वामी जी आपके चरणों में कोट कोट नमन
Pranaam Gurudev🙏
सत्यम् शिवम् सुन्दरम्
पुरी शंकराचार्य स्वामी भारती कृष्ण तीर्थ जी महाराज भी तो विदेश यात्रा पर गये थै ऐसा हमने सुना है हालाकि बादमे उन्होने प्रायश्चित किया था ।
इस संदर्भ में वर्तमान के पुरी पीठाधीश्वर परम पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य श्री निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज का सविशेष विवरण उ तुब पर उपलब्ध है । अपनी शंका दूर कर लिजीए ।
@@ashutoshdash7082 Link miL skta hai video ka??
हर हर महादेव
जय जय गुरुदेव जी
Shri Ram jai Ram jai jai Ram❤🙏
Jai jai shree ram ji ki
Gurudevji ke charan me koti koti pranam 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
सिर्फ एक ही तरीका है। हर मोहल्लों में मंदिर है। हर मंदिर में सनातनी आचार्यों की नियुक्ति हो। वंशानुगत पुजारियों को पढ़ने को बाध्य करें। इस्कॉन कर सकता है तो आप क्यों नहीं कर सकते?
He dharm rakshak apke shree charan kamalon me pranaam hai
कोरोना का असली कारण, आदरणीय स्वामी जी, हमें भी यही लगता है कि विदेशी नहीं आते तो कोरोना नहीं आता।
❤❤❤❤ सारे तीरथ धाम आपके चरणों में दंडवत नाम दंडवत प्रणाम
Jay gurudev
// Oam Mamo NAARAAYANAAY //..........//Jay SatChitaAanandaay //...........//Jay SwamiNaaraayan //.....................// Dharma Durandhar . Dharma Sthaapak / Dharma Sachaalak / Dharma Prabartak / Dharma Posak .......... 1008 Jagata Guru ki Sadaa Jay Hoa // ...........Suryaaside NY 11104 USA : Paataal - Loka : Mrutue - Lookaa .
म्लेच्छ लोगो को भी सनातन संस्कृति के बारे में अब ज्यादा बताने की ज़रूरत है।
म्लेच्छ लोग कभी सनातनी हो सकते! कारण न सनातन में कोई केवल जीवन शैली अपना कर हिन्दू नहीं बन सकता, ऐसा कोई विधान नहीं है, उनका न कुल न गोत्र न वर्ण न उनके पूर्वजों का सनातन या भारत के लिए कोई योगदान! सनातन हज़ारों सालों से बिना मलेच्छों के भी चरम पर था, आज हमें भारतीय सनातनियों को ही एकजुट करना है वे वहीं ठीक हैं!
Dhany hai maharaj ji aapako naman karta hu
Very good 👍 👏 👌, nice explanation, the best remedial measure 👏,My salutations to the lotus feet of jagadguru Sri Aadi Sankara, Hara Hara Sankara Jaya Jaya Sankara, Dharmasya jayostu.....
Ati sundar say samjha diya maharaj.
जय श्री मन्नारायण
Swamiji Sadar Pranam.
स्वामी जी प्रणाम 🙏🌹
आप के एक एक शब्द सही 🙏🌹
Charan Vandana, Guru ji Ap ka gyan,Mulanwan ha.
My pranam Acharya ji
Pranam guruji 🙏🙏
SUBHASH MAKADIYA,NARSINH CHHATROLA,DR.KASHYAP,KETAN MODI ,BRO.S BHANU DAVE,HARESH ,JAGDISH,,BHUPAT MEHTA,PRAVIN MEHTA,MANSUKH RAGHUNATH RAJGOR,VIJAY,RAJKOT,GUJ.
Pranam swamiji 👏
जब तक प्रत्येक सनातनी अपने चारों गुरु शंकराचार्यों के आह्वाहन पर अपना सर्वस्व न्योछावर करने को तैयार नहीं होते ; सनातन का प्राचीन वैभव वापस आना संभव नहीं ।
हर हर महादेव!
आपजी जिस धर्म के लिए कह रहे हैं, वह तो घर की चार दीवार के अंदर सिमटकर रहने वाला धर्म ही लगता है, अब तो दो ही विकल्प हैं कि या तो विदेश यात्रा जैसी बातें स्वीकार कर लें या कम होते होते अपनी संस्कृति का अस्तित्व ही खत्म कर दें,
Are bhai inki boli haar baat ko satya kyu mante ho, pehle inse pucho konse authentic shastra mn ye rule likha hn, muje lagta hn jis shastra se ye rule aya hn vo interpolated hn, sanatan dharm aise bekar niyam kyu bnaega bhala
@@vijayantsinghsambyal2375पागल मूर्ख उनसे ज्यादा पौराणिक नहीं मिलेगा कहा दिमाग है कहा से अध्यन कर रहे हो
@@vijayantsinghsambyal2375लगता है विडियो आप ने ध्यान से देखा तक नहीं! यह नियम बृहदारण्यक उपनिषद अर्थात् वेदों मे ही दिया है!
@@meenu999 aree mata ji , in prashan bhodho ne shastro ke artho ka anarth kiya hain. In pandachrayo ki aadat hain jhooth bolne ki aur swayam vedo ka udghosh hain krinvanto vishav aaryam, artath pure vishav ko arya banao. Darasal ye kalyugi achraya keval apna math bachana chate hn, dharma nahi
@@vijayantsinghsambyal2375 pahle jakar arya shabd ka arth toh seekh lijiye phir tippani kariye! Satya ki sadaa jeet hoti hai!
शतप्रतिशत सही । सभी सामान्य सन्यासी वर्ग विदेश जाने से बचें , कोई विरल महापुरुष , त्रिकालज्ञ , को छोड़कर । लेकिन वह महापुरुष भी अकारण इत्र - उतर नहीं जायेगा । विचार विमर्श हेतू प्रेषित है ? प्रणाम ।
Aapko koti koti naman
जय सनातन
जय श्री राम
Sat sat naman
Pranam Guru Dev!
प्रभुपाद जी ने विधर्मी लोगों को सनातन से जोड़ा लेकिन भ्रष्ट तो नहीं हुए।
सत्व गुण की रक्षा के लिए रजोगुण की सपोर्ट अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
@@kabandhikaushik5868आप ने बहुत उत्तम बात कही कि इस्कॉन वाले विधर्मी सनातनी नहीं हैं किन्तु आज के युवान उनके मंदिर के आडम्बर में फंस कर उनके MNC जैसे प्रबंधन को पसंद करते हैं और वे भारत से लाखों करोड़ों रुपये हुण्डी का अमेरिका ले जा रहे हैं!
@@meenu999गलत जानकारी है आपको
@@aakashv9073 आपके ग़लत कहने भर से ग़लत हो गया? आप कहेंगे सूरज उगता है पश्चिम में तो?!
बिल्कुल उत्तम है।
Koti Koti naman 🙌