ADR की याचिका पर SC में EC का हलफनामा पेश, बताया क्यों हर बूथ का वोटिंग डाटा नहीं कर सकते जारी...
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- เผยแพร่เมื่อ 20 ก.ย. 2024
- #supremecourt #electioncommission #news24
ADR की याचिका पर SC में EC का हलफनामा पेश, बताया क्यों हर बूथ का वोटिंग डाटा नहीं कर सकते जारी...
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चुनाव आयोग को सस्पेंड करना चाहिए
चुनाव आयोग पूरा बीजेपी के साथ रह के पागल हो गया है , जेल भेज दो
कानूनी प्रावधान नहीं है तो कर दो, नहीं तो सुप्रीम कोर्ट का निर्देश ही कानून बन जायेगा
चुनाव आयोग सप्ष्ठ नहीं है।
अब तक 2014 से पहले कैसे होता था जब चोरो की सरकार नही थी। चुनाव आयोग से पूछना चाहिए था।
तुम गोदी मीडिया क्या ये नही जानते की चुनाव आयोग ने 6पर्सेंट वोट बढ़ाए। तो ये बात तो तुम मीडिया को भी बोलनी चाहिए की विपक्ष का आरोप सही है।
Tere bap or Amma ke pass form 17 - C ki copy hoti hai bevfoof. 😮😮
Bilkul sahi kaha aapne
🐃संविधान पर वार 🔪🔪🔪
अब की बार ४०० पार 💯 🎉💯🎉
हर हर मोदी 🎅🎅🎉
💯 sahi kaha aapne
जिस तरह से electoral बॉन्ड पर सबंधित संस्था SC द्वारा मांगी गई सूचना देने में आनाकानी कर रहे थे ठीक वही रवैय्या यहां भी देखा जा सकता है, उम्मीद है कि SC आम आदमी के वोट का दुरुपयोग रोकने लिए उचित और ठोस उठाएगा
अत्यंत निराशा जनक और अविश्वसनीय वातावरण में चुनाव हो रहा हैं जितने भी भारतीय लोकतंत्र के पक्षधर हैं वो सब हताशा के साथ जी रहे हैं
आयोग की बदनामी तो अब भी हो रही है क्योंकि 11 दिन बाद डाटा उपलब्ध कराया गया है जब बदनामी हो ही रही है तो फिर क्यों ना पूरा डाटा उपलब्ध कराया
बैलेट पेपर, और प्रतिशत के बीचोंबीच का खेल है, यही गड़बड़ी बीजेपी को फायदा पहुंचा देगा
EC modi ki gulaam hai lekin SC iski akkad utar dega ❤❤
Kuch nahi hone wala 4 june ka time aise he nikal jayega
चुनाव आयोग पर एक ए डी आर आरोप लगा रहा है तो चुनाव आयोग को इतनी मिर्ची लग रही है इधर चुनाव आयोग पर देश की 140 करोड़ जनता चुनाव आयोग पर सीधे आरोप लगा रही है फिर भी चुनाव आयोग को कोई फर्क नहीं पड़ता गजब है भाई
चु.आयोग घपला कर रहा है...
प्रशांत भूषण एक इमानदार और देशभक्त वकील है जो भी कहा वो सत्य ही है
देश को गर्व है ऐसे भूषण पर
गलत कह रहा आयोग पहिले ऐसा कभी नही हुवा
Coward EC : finding excuses ..kyu nai public ko info doo gye ..
चुनाव आयोग कैसे कैसे कुतर्क दे रहा? चुनाव आयोग को सैलरी जनता के पैसों से मिलती है और वो जनता के हर सवाल का जवाब देने को बाध्य है? सही या गलत?
आरोप कहां है, ये तो दिख रहा है कि आयोग रोज आंकड़े बदल रहा है
बाध्यता तो शाम को प्रतिशत बताने का भी नहीं है तो क्यों बताते हैं। शक तो खुद आयोग पैदा कर रहा है
SC क्या चुनाव खत्म होने का इंतजार कर रहा हैं। EC स्पष्ट रूप से धांधली कर रहा हैं, सत्ता का पक्ष ले रहा हैं और SC ka कोई निर्णय नहीं।
चुनाव आयोग का अधिकार
कोर्ट ने अपने हाथ में लेकर चलाना होगा
Chunav hi SC ko karana chahie tume Pakistan bheja ne ke bad
चुनाव आयोग पर कड़ी नजर रखनी चाहिए, अन्यथा चुनाव आयोग की पावर जीरो होनी चाहिए।
आजादी के सत्तर साल बाद बीच चुनाव,चुनावी धांधली और सुधार के नाम पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई,और जुमला सरकार जनता को विश्वगुरु बनाने के सपने दिखाती है।😂😂
मतलब चुनाव आयोग वोटर को मूर्ख समझता है। क्या हम form 17c और पोस्टल बैलेट की संख्या को जोड़ नही पाएंगे? कमाल है।
चुनाव आयोग को कोर्ट में जवाब ना दे, जनता को भी जवाब दे, जिन्हें आयोग पर पारदर्शी तरीके में विश्वास करते हैं।
आयोग द्वारा दिए गए हलफनामा की भाषा तो पूरी पूरी बीजेपी की भाषा लग रही है ।
अलग अलग आंकड़े दिखने चाहिए बैलट पेपर के और EVM के से कोई दिक्कत नहीं आएगी ?
Ec bjp के प्रति काफी नरम रवययाय अपना रहा है bjp के इशारों पर काम कर रहा है EC पर शक जरूरी है
चुनाव आयोग तो निष्पक्ष कम कर रहा है परंतु सुप्रीम कोर्ट उसमें बार बार अड़ंगा लगा रहा है अबकी बार सुप्रीम कोर्ट के जजों को उनकी औकात दिखाना जरूरी है❤
Chandigarh me kya hua tha
Pata nahi hai
@@SumitKumar-jn9fh क्या पता नहीं है
@@SumitKumar-jn9fh क्या हुआ था
@@SumitKumar-jn9fh उसमे मोदी जिम्मेदार है क्या
बूथ का रिकॉर्ड जारी होना ही चाहिए और पोस्टल बॅलेट को अलग से काउंट करना चाहिए 👍
चुनाव आयोग अपना मन मर्जी करेगा
चुनाव आयोग भी विश्वास पत्र होना चाहिए
फटकार से काम नहीं चलेगा एक करोड दस लाख बोट बढा दी है चुनाव आयोग ने ओर 4जून को bjp की सरकार बनाने की तैयारी चल रही है चुनाव आयोग द्वारा
चुनाव आयोग evm में अंदर घुस कर बीजेपी के वोट बढ़ा सकता है 😂
Election commission ko jail mein daalo
2024 के बाद मीडिया को ही बैन न कर दे
चुनाव आयोग को ही देर सबेर
आचार संहिता के उल्लंघन् के लिए जेल होगी
चुनाव आयोग बताता क्यों नही वो ये नहीं जनता क्या की जनता उस पर भरोसा नहीं कर रही फिर ऐसा काम क्यों करना की सुप्रीमकोर्ट में जाना पड़े ? ऐसा लगता है चुनाव आयोग चाहता है की लोग कोर्ट में जाए।
कोर्ट कौन से सही है।जब मर्जी स्टे दे देता है।किसी को हेल्प करने के लिए रात को भी बैठ जाता है। कोर्ट पॉलिटिकल कोर्ट बन गए हैं।
Only Congress
मौजूदा चुनाव व्यवस्था पर वैसे भी अब यकीन नही है
चुनाव आयोग सिर्फ एक पार्टी के लिए काम कर रही है नाकि देश की जनता के लिए जय हिन्द जय भारत 🇮🇳
SC को बूथो के डाटा और EVM वोट का मिलान का फैसला देना चाहिए।
झूठ बोल रहा है चुनाव आयोग। 1000 बूथ x 6 व्यक्ति= 6000 वोट एक लोकसभा क्षेत्र में। यानि 1 करोड़ वोट तो कभी नहीं बढ़ेंगी
चुनाव आयोग पर 1% भी भरोसा नहीं है ।
चुनाव निष्पक्ष होना चाहिए
अगर चुनाव आयोग निष्पक्ष है तो डाटा जारी करने में देरी क्यों करता है यह तो उसके दोष पूर्ण होने का ही सबूत है। आज के समय में जब सब कुछ इलेक्ट्रॉनिक है फिर इतनी देरी क्यों। 2014 से पहले भी तो यह सब समय पर एक ही बार में हो जाता था।
चुनाव आयोग बीजेपी के दबाव। 10 दिन बाद चुनावी डाटा बढ़ा चढ़ा कर पेश करना यह किसका इशारा है।
Surprised that 1cr 7 lacks votes postal .....?
डिजिटल जमाने में कागजी कार्रवाई से भी हल्की कार्रवाई करने के लिए ,EC तू बहुत बहुत धन्यवाद।।
Election commission is now Selection Commission of India.
60 sal se congress ne golmal kar ke chunav jite the 😅😅
@@natvarsinhzala9078 60 saal congress apna sasaan rakha ye baat nehin hai. Baat Election Commission par hai. Baat mat ghumao. Andhbhakt ho kya.
मेरे को तो लगता है कि चुनाव आयोग में पढ़े लिखे अफसर काम करते हैं फिर ये अनपढ़ लोगों की चमची क्यों मारते हैं। धिक्कार है ऐसी पढ़ाई करने वालों पे। चुनाव दुबारा कराए जाने चाहिए।
डाटा जारी करना चाहिए
इस चुनाव आयोग का ये मानना है कि
पहले शायद कभी चुनाव ही नहीं हुआ है
क्या
तब और अब की स्थितियाँ बेतहाशा अलग है
Ban EVM ,No Other Option..
चुनाव आयोग का नार्को टेश्ट लेना चाहिए,कुछ तो सच्चाई सामने आयेंगी
Ec is more, chor then MODI
SHAME SHAME ON EC
रिपोर्ट जारी करना चाहिए
प्रत्येक बूथ पर पड़े वोटों का डाटा जारी करने की कोई कानूनी बाध्यता ही या ना हो, देश की जनता की यही मांग है। और तुम जनता के नौकर हो ,देश के मालिक नहीं।
सर्वोच्च न्यायालय को इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई कर सख्त फैसला लेते हुए दोषियों को तुरंत जेल में डालना चाहिए, लोकतंत्र का कैसा मजाक उड़ाया हुआ है, समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो तानाशाही की जीत होगी और लोकतंत्र सदा के लिए खत्म हो जाएगा..याद रहे कि फिर कभी राजगुरु सुखदेव और भगतसिंह यहां नहीं होने वाले...
ये अनपढ़ है चुनाव आयोग 10th क्लास का बच्चा टोटल करके बता देगा कितने वोट प्रतिशत रहा
बहुत बे शर्म है ईसी तरह चुनाव बॉन्ड चोर के खिलाफ कार्रवाई करना थी
श्रीमान सुप्रीम कोर्ट महोदया अब बहुत ड्रामा हो गया ईवीएम बैन करवा दीजिए
मुझे अब चुनाव आयोग पर शर्म आती है।
ADR ne bilkul sahi kaha hai...supreme Court CJI DY chandrachoud sir please Loktantar ko bachayein..bharat desh k samvidhan ko bachayein..jai hind jai bharat 🇮🇳
Manyea suprem Cort desh ko bacha ligiye
अब खुले आम बेईमानी होगी जिसे रोकना है रोक ले - बीजेपी
2024 का चुनाव संश्य में क्यों है।
पहले तो ऐसा कभी नहीं हुआ।
बीजेपी अगर जीत भी जाए तो भी चुनाव आयोग के कारण जनता का विश्वास खो चुकी है।जनता को लगता है सब गोल माल है।
चुनावी प्रक्रिया पूरी तरह से कलंकित है इसमें कोई संदेह नहीं है
चुनाओ आयोग पूरी ताकत बीजेपी को जीतने के लिए लगा हुआ है
चुनाव की गोपनियता समाप्त कर दो खुल कर बता दो कोन बेईमानों के साथ है कोन मेहनत से काम करके जीतने वालों के साथ।छुपा छुपी के खेल में सब गड़बड़ है।बेगैरत लोग क्या करेंगे बेईमानी से जीत हासिल करके?🇮🇳 जय हिंद जय भारत 🙋🏻 देहरादून से
चुनाव आयोग बीजेपी के लिये काम कर रहा और गल्ती को चूक बताया जाता बीजेपी को फायदे के लिये किसी भी सीमा तक जाणे को तैय्यार बल्की जेल जाणे को भी तैय्यार इतना पैसा भाजपा देती जो नोकरीं से कगुना होता है.ई
तब तो फॉर्म 17 सी को देना बंद ही कर देना चाहिए । अनावश्यक प्रक्रियाओं की आखिर आवश्यकता ही क्या है?
70 साल से तो कुछ हो या नहीं इस चुनाव आयुक्त के आते ही गड़बड़ होगाई 🤔
इस फैसले से चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो सकते हैं। वोटर कह सकते हैं कि दाल में कुछ काला अवश्य है। अतः चुनाव आयोग को अपनी विश्वसनीयता की चिंता करनी चाहिए और सही वोट प्रतिशत का आंकड़ा समय पर जारी कर देना चाहिए। सांच को आंच का कोई डर नहीं होना चाहिए।
मोदी की सरकार फिर होगी इस बार , EVM के सहारे
सुप्रीम कोर्ट सहित चारों स्तंभ सतयुग में अत्याचार करने के जुर्म में ईश्वरीय जेल में कभी मनुष्य जीवन नहीं मिलने वाली सजा भोग रहे हैं - यह संदेश प्राचीन अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी सतयुग स्थापना का श्री गणेश किया हुआ विश्व का सबसे बड़ा भगवान गणेश तीर्थराज स्थल जयपुर राजस्थान का है अब चारों स्तंभों की खैर नहीं है।
वोट प्रतिशत जारी किये जाने से जैसे वास्तविक स्थिति में बदलाव भ्रम पैदा होता है उसी प्रकार एग्जिट पोल नहीं किये जाने और पूर्वानुमान आंकड़े जारी नहीं किए जाने चाहिए इससे हवा बना भ्रामक स्थिति पैदा की जाती है जो निष्पक्ष चुनाव को परोक्ष रूप से प्रभावित कर अयोग्य व्यक्ति के चयन में सहायक बनती है।
17 सी में आंकड़े एकदम स्पष्ट होता है। 17 सी में और इवीएम में एक वोट का भी अंतर नहीं होता है।।।
कानूनी प्रावधान नहीं है इसी का फायदा उठा रहा है चुनाव आयोग।
प्रावधान नहीं है मन मानी करेगा कर लो जो करना हो ...... चुनाव आयोग
EC को चुनाव को जितना पारदर्शी बनाया जा सके करना चाहिए
और फर्जी वोट काफी पड़ते है ये किसी से छिपा नहीं है इस पर ध्यान देना चाहिए
Thank you for presenting truth to Nation
चुनाव आयोग और दलाल मीडिया बिक चुका है अब इस देश में संविधान की कोई जरूरत नहीं क्योंकि संविधान संविधान करने वाले ही बीजेपी को वोट करते हैं और संविधान की धज्जियां उड़ाते हैं
इसका मतलब यह है की आंकड़ा मतदाता के समझ के परे है तो चुनावी सिस्टम ही गलत है no evm
इसका मतलब साफ़ है, बड़ी गड़बड़ की जा रही है।
बीजेपी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदलकर अपनी मनमर्जी से चुनाव आयुक्त बनाए हैं ताकि चुनाव किसी भी तरह जीत सके और चुनाव आयोग ने बीजेपी को जितlने का सुपारी ले रखा है यह चुनाव तो केवल नाम का हो रहा है😡
पूरे देश में लोकसभा चुनाव पहले की तरह एक दिन भूगोलिक स्थितिवश कम से कम चरणों में किये जाने ताकि संदेह डबल वोटिंग और चीटिंग की कोई संभावना ही न रहे।
चुनाव आयोग ने डेढ़ करोड़ वोट कैसे बढ़ा दिया चुनाव आयोग इसका जवाब क्यों नहीं देता है बेईमान चोर उठाई गिरा चुनावआयोग
अगर ADR झुटे दावे करता है, तो 1करोड़ से अधिक वोटर्स कैसे बड़े इसका जवाब कौन देगा।।
सीधे यह नही कहते की नजदीकी अंतर को बीजेपी को जीतने में तुम्हे कोई ज्यादा मेहनत नही करनी पड़ेगी।
फटकार हि दे सकती है भारत कि न्याय प्रणाली evm हटाया होता तो जनता के साथ न्याय होता, जो कि वक्त रहते किया नही गया और देश को देश कि जनता को गुलामगिरी मे ढकलणेका काम किया गया. Ye है supremecourt का justice. 😊
पहले कोर्ट ने इवीएम को मंजुरी दीया फिर चुनाव आयोग ने गद्दारी की चुनाव आयोग कोर्ट और मीडीया पुलिस सबके सब बीजेपी की चापलुसी मे लगे है जीवो भाई जीवो जैसा चाहे वैसा जीवो तूमे ही जड़ें की जीना है हम कर भी क्या सकतें हैं
What a joke. People will suspect EVM fraud by BJP and ECI only when the data as per Form 17 is not disclosed. Let them disclose excluding postal votes and give details of postal separately
वोटिंग percent इतना बढ ही नहीं सकता , अरे BJP लीडर का लडका आठ बार कमल का बटण दबा सकता है , तो देश भर के EVM मे हेराफेरी नहीं हो सकती क्या ,?
चुनाव वोटिंग को आधार से जोड़ दिया जाय।
कोर्ट के गलत फैसले से फायदा भाजपा को होग ।
Right
इस विषय में ए.डी.आर.का व्यक्तिगत कोई स्वार्थ नहीं है लेकिन चुनाव आयोग भा ज पा की पक्ष में काम कर रहे है इसलीये चुनाव के बाद आकडे मे बढोतरी हो रही हैं देश की जनता भा ज पा मुक्त भारत चाहती है और सत्ता परिवर्तन होणा चाहते हैं इसलीये भा ज पा के विरोध में मतदान हो रहा है
सभी एजेंसियां मिलकर खेल खेल रही है विपक्ष के साथ
हर एक बूथ का डाटा प्रसिद्ध करने का कानून में कोई प्रावधान नहीं है तो मा सुप्रीम कोर्ट द्वारा इसमें बदलाव करने की जरूरत है चुनाव आयोग ने कहां की इसमें स्वार्थ है लेकिन किसी संस्था का विपक्ष के साथ कोई संबंध नही है जनता के हित में
लोकतंत्र में 1 वोट की भी कीमत होती है अगर चुनाव आयुक्त को इस्तीफा दे देना चाहिए अगर वो चुनाव में 1 एक वोट को नहीं संभाल रहा
बीजेपी पूरी तरह बेईमानी करेंगी और चुनाव आयोग बेईमानी कराएगा
चुनाव आयोग का हर कदम संदेहास्पद लगता है।
पहले तो चुनाव प्रक्रिया में बूथ पर कैमरे से निगरानी हो। एक कैमरे में सिर्फ EVM और VVPAT की रिकॉर्डिंग हो, एक कैमरे में कंट्रोल यूनिट सहित वोटर आदि की। इससे चुनाव में गड़बड़ होने का अंदेशा खत्म हो जाएगा।
जब कोई समझ ही नहीं सकता तो चुनाव करवाने की जरूरत ही क्या हैं!
चुनाव आयोग क्यों नहीं खुल कर बताता है कि हम भाजपा के लिए काम कर रहे हैं😂😂
Election commission ko jail me dalo, tab sahi pta chlega, jail me daal kar inquiry kro
Jaihind. Jai harat