रफी साहब तो खुद एक फरिश्ता थे और फरिश्ते के बारे में बहुत कहने के लिए लव्स कम पड़ जाते हैं, रफी साहब तो खुद ही दिव्य शक्ति थे उनके साथ में जो भी होता था वह भी महान बन जाता था
बहुत बढ़िया स्टोरी। मनोज कुमार और प्राण ने क्या सोचकर इस गाने का विरोध किया, इस बारे में तो कुछ भी कहना ठीक नहीं है, लेकिन ये तो तय है कि आज भी यह गाना लोगों को अपनी ओर खींचता है और निश्चित रूप से ये महमूद की एक पहचान तो है ही।
Excellent sharing .. Gumnam still remains the best crime thriller made in Bollywood. *Bees Saal baad ", * woh Kaun thi* were good. Even * kahani* made six years back is good. But *Gumnam * is the best . Story line. Superb direction. Magnificent songs and marvelous acting especially of Mehmood, Pran ,Tarun Bose,contributed in making this worth watching 100 times. I saw first when I was student of class six. Then saw many times. I compel my son and his friends to watch the movie. They all admit that this is the best
All time rafi saaheb great..aaj bhi kai log din me 1 baar sunte he rafi Saab ko.. Vaise to last lataji ke jaane ke baad n geet n sangeet ...sab OOO ho gya he
दरअसल यह उन दिनों की बात है,जब महमूद साहब की एक्टिंग का ऐसा जलवा छाया हुआ था कि अधिकतर बड़े हीरो,उस फिल्म में काम ही नहीं करते थे,या करना नहीं चाहते थे, जिसमें महमूद हों।क्योंकि जिस फिल्म में वह होते थे,सारा क्रेडिट वह ले जाते थे,जनता उन्हें पसंद ही इतना करती थी,हीरो हाथ मलता रह जाता था,उसे हर दृष्टि से नुकसान ही होता था।तो अधिकतर बड़े हीरो उस फिल्म को साइन ही नहीं करते थे,यह मैं इंडस्ट्री के टाॕप क्लास हीरो की बात कर रहा हूं।अब ऐसी सिचुएशन में कोई अपना कैरियर बनाने के लिए कुछ भी कर सकता था,यही सच्चाई है इस घटना की भी।महमूद साहब की एक्टिंग तो थी ही लाजवाब,उस पर प्लस पाइंट यह कि उनके गाने रफ़ी साहब से गवाए जाने लगे,और यह तो सभी जानते हैं कि रफ़ी साहब का वह अद्वितीय और अद्भुत टैलेंट,वह अपनी आवाज़ को उसी में समाहित कर देते थे,जो पर्दे पर एक्टिंग कर रहा हो।अब दो महान कलाकार एक साथ आ गये,कलाकार जो महमूद साहब से पहले से ही परेशान थे, रफ़ी साहब की आवाज़ ने जलती आग में घी का काम किया।वह बेचारे इन बातों से अनभिज्ञ अपना काम कर रहे थे।है न कमाल की बात,जब इंसान को अपनी रोजी-रोटी पर आंच आती दिखती है,तभी ऐसी घटनाएं जन्म लेती हैं।यह परम सत्य है।मैं तो प्राण साहब की एक्टिंग का दीवाना था,मनोज कुमार जी भी मुझे पसंद थे।
😅😅😅wao aaj ka Akshay past ke Manoj ji dono same 😅but is song ki bjh se hi ye movie best h nd mehmood ji ki entry frst tm kya aaj bhi dr nd thriller nd story kahin se bhi li ho but mehmood ji ki story best a mein to dekhti hi hun only for mehmood ji❤❤❤❤
Mehmood & Mohd Rafi - Great in their own professions...beyond comparison. By the way, I need some adjectives to describe Manoj. Was he really an actor? I wonder.
Paigambar Huzur sallallahu sallallahu sallam ka naam. Mohammed hai Mohammed ka matalab hai tariff....) Mohammed Rafi sahab ko chachane Wale Rafi sahab nahi kahetry hein Mohammed Rafi sahab kahetry hein Har dil Aziz great legend playback singer sangeet ki duniya ke Betaj Badsha mohmmad Rafi sahab
Gaana to zabardast hit hai yeh baat Manoj Kumar aur pran dono ko pata thii . Unse yeh bardaasht naa ho raha thaa ki unse jyaada naam mahmood ka ho isliye gaana hatwaane ki koshish kar rahe they .
ghalat hai , Manoj Kumar aur Pran ki Mehmood kay saath kayi filme , saikado filme aaye hai e g. Pathhar ke Sanam In this connection , please note that Mehmood can't be even dust of legendary " Pran " .
गाना भी जोरहाट आसाम मे नही सुन सकाओर पुलिस का भगते हुयै डंडा पडगया Ambassdor car काFront lass बच गया रफी साहब भीड़ से बच के निकल गये थै गाने की शरुआत की ही थी.
दर असल इस गीत के बनने की पिछे का असल सूत्रधार महान संगीतकार शंकर जी का सुझाव राजा नवाठे को दिये थे शंकर जी हैदराबादी थे और हम काले है तो गाने भी हैदराबादी पृष्ठभूमि पर आधारित थी दूसरी बजह मनोज जी समझ गये थे की यह गाना फिलम का सारा श्रेय लेकर चला जायेगा दुनिया मे सबो को महत्वकांक्षा की भूख होती है इसमे रफी और महमूद की कोई बेहतरीन भूमिका नही थी फिल्म निर्मिता के पैसे का खेला था
The whole story is surprising n of dubious credibility. During the filming of Gumnaam(1965) Pran Saab was 44 n had already established his credentials as the Greatest Villain of Hindi Cinema ever. Why would he raise roadblocks to the film n picturisation of " Hum kaale hain toh kya hua.. " on Mehmood who was a gifted comedian n commanded more price than the hero of a film? Those who think that Pran Saab was feeling insecure with Mehmood around appear to be laughably senile n masters of concoctions. As regards Manoj Kumar who was 26-27 year old during Gumnaam's filming, he had already tasted blood with Hariyali Aur Rasta(1962) n Woh Kaun thi(1964). Mehmood was five years older than him, a senior in films.Manoj Kumar's 'comfort level' of working with him had already got established in Ghar Basa ke Dekho(1963) Grahasti(1963) n Phoolon ki Sej (1964) n it continued in later years as well in Patthar Ke Sanam(1967), Neel Kamal(1968) n Amaanat(1977).During Gumnaam's filming, Manoj Kumar was not THE Manoj Kumar.. he was not big enough to influence decisions on songs, which are entirely the director's call. And why would Manoj Kumar, himself an promising star with robust professionalism , would feel insecure with "Hum kaale hain.." which was integral to the film? So those weaving yarns of animosity, jealousy n what not between Mehmood n Manoj Kumar have a prejudicial perspective. Minor disagreements, exchange of suggestions, which are quite normal in any project, might have been there but hostility a big NO. The vitriol against Pran Saab n Manoj Kumar is totally unfounded.
You must be crazy to call this a “cheap”song ! This song is one of the most Popular of all time songs ,it’s an ICONIC song ,which was imitated by Amitabh Bachchan too in a movie and now even Shahrukh is doing the same !
This information is correct as i too saw in one interview of Mehmood in which he said that Manoj kumar did not like the song and tried his level best to remove that song from the film
सब बातें ग़लत और बेबुनियाद है, और बोलने 1 नंबर का लबाड़ , और बंडल बाज़ है अगर वह सच्चा होता तो कॅमरे के पीछे से बोलने के बजाए कॅमरे के सामने आ कर बोलता
सब बातें ग़लत और बेबुनियाद है । एसा कुछ नहीं हुआ था । वीडियो पर बोलने वाला 1 नंबर का झूठा और लबाड़ है । अगर वह सच्चा होता तो कॅमरे के पीछे से बोलने के बजाए, कॅमरे के सामने आ कर बोलता । प्राण साहब इतने नेक आदमी थे कि उन्होंने एक फिल्म फेयर अवार्ड इसलिए ठुकरा दिया था, पाकीज़ा के गानों को अवार्ड न मिल कर " दम मारो दम" इस गाने को अवार्ड मिला था । वीडियो पर बोलने वाला लबाड़ , झूठा , बंडल बाज़है । अगर वह सच्चा होता, तो कॅमरे के पीछे से बोलने के बजाए कॅमरे के सामने से बोलता । " गुमनाम" फिल्म 60 साल पुरानी है,जब तो यह विडियो बनाने वाला पैदा भी नहीं हुआ होगा ।
रफी साहब तो खुद एक फरिश्ता थे और फरिश्ते के बारे में बहुत कहने के लिए लव्स कम पड़ जाते हैं, रफी साहब तो खुद ही दिव्य शक्ति थे उनके साथ में जो भी होता था वह भी महान बन जाता था
The legend of all legends in world only one Great Mohd Rafi Sahab
Rafi sahib jaisa koi nahin ❤
सस्पेंस,,, मुवी,,, थी,,, कई बड़े कलाकार थे,,, सभी से ज़्यादा पसंद महमूद और हेलन को किया गया था,,, यह गीत भी बहुत पसंद किया गया था
महमूद साहब का रोल बहुत अच्छा लगा था फिल्म इसी के कारण ही हीट हुई थी
The Great Rafi Sahab 👍💗🇮🇳
Grate singer Rafi Shab.❤
Amazing job by Mehmood and Helen and of course Rafi sir
बहुत बढ़िया स्टोरी। मनोज कुमार और प्राण ने क्या सोचकर इस गाने का विरोध किया, इस बारे में तो कुछ भी कहना ठीक नहीं है, लेकिन ये तो तय है कि आज भी यह गाना लोगों को अपनी ओर खींचता है और निश्चित रूप से ये महमूद की एक पहचान तो है ही।
😊
Manoj kumar toh rafi sahab ke bal par aage badhe aur baad mein unhein chhod kar chale gaye.iskaa jawab manoj kumar se poochhiye.@@Ahad-oc4hs
Anu kapoor ko chodkar kisi ki bat nahi mano
कोई विरोध नहीं , यह ग़लत है अफवाह है , एसा कुछ नहीं हुआ था,यह यूट्यूबर झूठ बोल रहा ।
Ek jagah aap ne Erdogan ki jagah Asad bol Gaye may be due to slip of tongue♥️♥️♥️👍
Excellent sharing .. Gumnam still remains the best crime thriller made in Bollywood. *Bees Saal baad ", * woh Kaun thi* were good. Even * kahani* made six years back is good.
But *Gumnam * is the best . Story line. Superb direction. Magnificent songs and marvelous acting especially of Mehmood, Pran ,Tarun Bose,contributed in making this worth watching 100 times.
I saw first when I was student of class six. Then saw many times.
I compel my son and his friends to watch the movie.
They all admit that this is the best
Super Combination ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Manoj never wanted Rafi to sing even for him but Rafi saab gave three hit songs for his movie Do Bada. .
Rafi only Rafi the great 👍 👌 legend no comparison no one can come near to his feet yesterday today and tomorrow always 😉 😀 be there
Great mehmood
All time rafi saaheb great..aaj bhi kai log din me 1 baar sunte he rafi Saab ko..
Vaise to last lataji ke jaane ke baad n geet n sangeet ...sab OOO ho gya he
Memorable Song❤
Rafi Sahab 🙏
दरअसल यह उन दिनों की बात है,जब महमूद साहब की एक्टिंग का ऐसा जलवा छाया हुआ था कि अधिकतर बड़े हीरो,उस फिल्म में काम ही नहीं करते थे,या करना नहीं चाहते थे, जिसमें महमूद हों।क्योंकि जिस फिल्म में वह होते थे,सारा क्रेडिट वह ले जाते थे,जनता उन्हें पसंद ही इतना करती थी,हीरो हाथ मलता रह जाता था,उसे हर दृष्टि से नुकसान ही होता था।तो अधिकतर बड़े हीरो उस फिल्म को साइन ही नहीं करते थे,यह मैं इंडस्ट्री के टाॕप क्लास हीरो की बात कर रहा हूं।अब ऐसी सिचुएशन में कोई अपना कैरियर बनाने के लिए कुछ भी कर सकता था,यही सच्चाई है इस घटना की भी।महमूद साहब की एक्टिंग तो थी ही लाजवाब,उस पर प्लस पाइंट यह कि उनके गाने रफ़ी साहब से गवाए जाने लगे,और यह तो सभी जानते हैं कि रफ़ी साहब का वह अद्वितीय और अद्भुत टैलेंट,वह अपनी आवाज़ को उसी में समाहित कर देते थे,जो पर्दे पर एक्टिंग कर रहा हो।अब दो महान कलाकार एक साथ आ गये,कलाकार जो महमूद साहब से पहले से ही परेशान थे, रफ़ी साहब की आवाज़ ने जलती आग में घी का काम किया।वह बेचारे इन बातों से अनभिज्ञ अपना काम कर रहे थे।है न कमाल की बात,जब इंसान को अपनी रोजी-रोटी पर आंच आती दिखती है,तभी ऐसी घटनाएं जन्म लेती हैं।यह परम सत्य है।मैं तो प्राण साहब की एक्टिंग का दीवाना था,मनोज कुमार जी भी मुझे पसंद थे।
Mehmood ji bhi hindi movie bohot bade comedian the🎉🎉🎉 aur Mohammed rafi se aawaz matching hoti thi ❤❤❤😊
मुझे तो आज तक इस फिल्म के हिरो के बारे मे पता ही नही था बस ये गाना कई बार सुना है जो बहुत शानदार है
Superb combination
Great singer md rafi sahab salute to God gifted voice is no compare other in the world 7
❤❤❤😊
😅😅😅wao aaj ka Akshay past ke Manoj ji dono same 😅but is song ki bjh se hi ye movie best h nd mehmood ji ki entry frst tm kya aaj bhi dr nd thriller nd story kahin se bhi li ho but mehmood ji ki story best a mein to dekhti hi hun only for mehmood ji❤❤❤❤
Hum kale h to kya hua
Helen too was outstanding. Shankar jaikishan composed songs still are popular
Very nice song I love it
Superb Superb Video made by Neelu Vyas madam, Thanx to all the three participants 👍♥️♥️♥️
हम, जिन्हे,अच्छे समजते है, वो असले खाली करतूत करनेवाले होते है.
Great legend 😊
Sur samrat Rafi sab commedy King mehmood
Mehmood & Mohd Rafi - Great in their own professions...beyond comparison. By the way, I need some adjectives to describe Manoj. Was he really an actor? I wonder.
Paigambar Huzur sallallahu sallallahu sallam ka naam. Mohammed hai
Mohammed ka matalab hai tariff....)
Mohammed Rafi sahab ko chachane Wale Rafi sahab nahi kahetry hein
Mohammed Rafi sahab kahetry hein
Har dil Aziz great legend playback singer sangeet ki duniya ke Betaj Badsha mohmmad Rafi sahab
महमूद साहब का जवाब नहीं वह कॉमेडी के भगवान थे❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉
@@vikramaditya6263 Yes mahaan comedian mehmood in the bollywood movie. 👍👍👍 🙌🙌🙌
Manoj KUMAR aur Paran samajh chuke the k ye song BAAZI le Jayenga isi liye EDI CHOTI ka zor LAGA Diya
Ek trh ki mansikta se grast gang se jude hero vilen
Gaana to zabardast hit hai yeh baat Manoj Kumar aur pran dono ko pata thii . Unse yeh bardaasht naa ho raha thaa ki unse jyaada naam mahmood ka ho isliye gaana hatwaane ki koshish kar rahe they .
उस फिल्म का सबसे हिट गाना यही बना था काले हैं तो।
Manoj,kumar,darta,tha
ऐसा नहीं है
ग़लत है
Aisa hi hai Bhai Manoj KUMAR saheb Dar gaye the .Aur DAR sahi Nikla Song Aaj bhi Hit hai
Mai ne rakha h muhbbat mere afsane ka naam
दूसरे की उपलब्धि के वृक्ष को काटने की अपेक्षा से बेहतर है आपने बिरवे की देख भाल की जाए
Manoj Kumar and Pran for insecured of Mehmood so they did not want him in this film.
ghalat hai , Manoj Kumar aur Pran ki Mehmood kay saath kayi filme , saikado filme aaye hai
e g. Pathhar ke Sanam
In this connection , please note that Mehmood can't be even dust of legendary " Pran " .
Jealousy ✨ jealousy and jealousy Have you ever heard a comedian demanding more money than other main actors
.
I don't believe that pran sahab would do any such dirty politics
गाना भी जोरहाट आसाम मे नही सुन सकाओर पुलिस का भगते हुयै डंडा पडगया Ambassdor car काFront lass बच गया रफी साहब भीड़ से बच के निकल गये थै गाने की शरुआत की ही थी.
Waise bhi mehmood kishore kumar ko like krte the
दर असल इस गीत के बनने की पिछे का असल सूत्रधार महान संगीतकार शंकर जी का सुझाव राजा नवाठे को दिये थे शंकर जी हैदराबादी थे और हम काले है तो गाने भी हैदराबादी पृष्ठभूमि पर आधारित थी दूसरी बजह मनोज जी समझ गये थे की यह गाना फिलम का सारा श्रेय लेकर चला जायेगा दुनिया मे सबो को महत्वकांक्षा की भूख होती है इसमे रफी और महमूद की कोई बेहतरीन भूमिका नही थी फिल्म निर्मिता के पैसे का खेला था
Manoj Kumar ko apni aukaat ka pata tha . MEHMOOD SB KE SAMNE WO KUCH BHI NAHI HAI..,DARTA THA..
गायिकाओंमें शारदा को भूल गये !?
Yes. Sharda 's song was also super hit . Lovely song with a lovely voice ❤❤
Gumnam film bahot achchi thi bahot gripping thi. Mai khud seat se ek second ke liye bhi nhi uthaa rha.
Aap۔ko۔kuch۔galat۔fehmi۔lagi۔he۔paran۔ji۔aesa۔nahi۔keh۔sakte
2 मिनट मे बताये जाने वाली के लिए 7 मिनट बर्बाद कर diye🙄
Sangeeta is more better.
Manoj kumar ne kai filmo se Mahmud ko nikal vai thaa usko dar lag ta thaa
The whole story is surprising n of dubious credibility. During the filming of Gumnaam(1965) Pran Saab was 44 n had already established his credentials as the Greatest Villain of Hindi Cinema ever. Why would he raise roadblocks to the film n picturisation of " Hum kaale hain toh kya hua.. " on Mehmood who was a gifted comedian n commanded more price than the hero of a film? Those who think that Pran Saab was feeling insecure with Mehmood around appear to be laughably senile n masters of concoctions.
As regards Manoj Kumar who was 26-27 year old during Gumnaam's filming, he had already tasted blood with Hariyali Aur Rasta(1962) n Woh Kaun thi(1964). Mehmood was five years older than him, a senior in films.Manoj Kumar's 'comfort level' of working with him had already got established in Ghar Basa ke Dekho(1963) Grahasti(1963) n Phoolon ki Sej (1964) n it continued in later years as well in Patthar Ke Sanam(1967), Neel Kamal(1968) n Amaanat(1977).During Gumnaam's filming, Manoj Kumar was not THE Manoj Kumar.. he was not big enough to influence decisions on songs, which are entirely the director's call. And why would Manoj Kumar, himself an promising star with robust professionalism , would feel insecure with "Hum kaale hain.." which was integral to the film? So those weaving yarns of animosity, jealousy n what not between Mehmood n Manoj Kumar have a prejudicial perspective. Minor disagreements, exchange of suggestions, which are quite normal in any project, might have been there but hostility a big NO. The vitriol against Pran Saab n Manoj Kumar is totally unfounded.
One of the biggest kachra of the kachra actor was no one but manooj Kumar although Bollywood is full of kachra actors but manooj is the super kachra
Fake kahani badal baji karte hai
Lagta hai Manoj kumar Pran aur Raj khasla pagal ha Gaye the
But in standard shola badan jane chaman is more beautiful song of Rafi in gumnam hum kale song is a cheap funny type
You must be crazy to call this a “cheap”song ! This song is one of the most Popular of all time songs ,it’s an ICONIC song ,which was imitated by Amitabh Bachchan too in a movie and now even Shahrukh is doing the same !
@@khalidanis8211 mind your language choice is personal matter don’t comment like foolish
@@anitkrbandyopadhyay3997 you forgot your language when you called this song a “cheap “ song and calling my comments foolish ,you fool !
@@khalidanis8211 jaise bolega wohi jawab milega
@@anitkrbandyopadhyay3997 do you did and now just shut up and go to sleep!
डुप्लीकेट क़िस्सा है …ऐसा कुछ नहीं हुआ …लोग आजकल मनगढ़ंत बातें पोस्ट कर रहे है!
Faltu news
This information is correct as i too saw in one interview of Mehmood in which he said that Manoj kumar did not like the song and tried his level best to remove that song from the film
It was a stupid film anyway.
Rafi sahab k iss gane ki wajah se hi hit ar fitt ho gayi thi agr ye gana nhi hota to Film pitt gyi hoti
Gaane ki awaj match karke utni hi awaj me bolo.baar baar volume Kam jyada karna padta ha
manoj anti Rafi tha 😢😢😢😢
isne apni filmo me rafi sahab ke gane dusre singaro ko de diye they 😢😢😢😢😅😊
Pata nahi Manoj Kumar kya khujli thi us gaane se jo itna zor zabardasti gaane ko hatana chahta tha 😐😆
सब बातें ग़लत और बेबुनियाद है, और बोलने 1 नंबर का लबाड़ , और बंडल बाज़ है
अगर वह सच्चा होता तो कॅमरे के पीछे से बोलने के बजाए कॅमरे के सामने आ कर बोलता
सब बातें ग़लत और बेबुनियाद है । एसा कुछ नहीं हुआ था । वीडियो पर बोलने वाला 1 नंबर का झूठा और लबाड़ है ।
अगर वह सच्चा होता तो कॅमरे के पीछे से बोलने के बजाए, कॅमरे के सामने आ कर बोलता ।
प्राण साहब इतने नेक आदमी थे कि उन्होंने एक फिल्म फेयर अवार्ड इसलिए ठुकरा दिया था, पाकीज़ा के गानों को अवार्ड न मिल कर " दम मारो दम" इस गाने को अवार्ड मिला था ।
वीडियो पर बोलने वाला लबाड़ , झूठा , बंडल बाज़है । अगर वह सच्चा होता, तो कॅमरे के पीछे से बोलने के बजाए कॅमरे के सामने से बोलता । " गुमनाम" फिल्म 60 साल पुरानी है,जब तो यह विडियो बनाने वाला पैदा भी नहीं हुआ होगा ।
what rubbish !