🔯🔯 *हिन्दु संस्कृति* ✡✡ *धर्म की एक सीमा होती है। हिंदू धर्म की कोई सीमा नहीं है। यह इसलिए है कि हिंदू (हिंदुत्व) धर्म नहीं है , हिंदू संस्कृति है जो प्रकृति के साथ जुड़ी हुई है। यह भारतीय संस्कृति है जिसमें अनेक देवता हैं , अनेक गुरु हैं , ध्यान की अनेक पद्धतियाँ हैं , योगासन है , प्राणायाम है , ध्यान है , शास्त्रीय संगीत है , वादन है , नृत्य है , शास्त्र है , पशु देवता है , वृक्ष देवता है , नदी देवता है , समुद्र देवता है , सूर्य देवता है , चंद्र देवता है। ये सभी तो प्रकृति से जुड़े है। इसलिए हिंदू संस्कृति को हिंदू धर्म के दायरे में बाँधा नहीं जा सकता।* *इस संस्कृति में तो प्रत्येक मनुष्यमात्र का विचार किया गया है। सारे विश्व के प्राणीमात्र के लिए सोचा गया है। और धर्म कहलाने के लिए इसके पास न कोई एक देवता है और न एक निश्चित ग्रंथ। कोई भी निश्चित सीमा नहीं है। यह तो खुली किताब है जो आदिकाल से लिखी जा रही है और आज तक बंद नहीं हुई है। *आज भी कोई गुरु आकर अपनी चार बातें उसमें जोड सकता हैं।* *इसमें पुजा के माध्यम से प्रकृति के साथ जुडना सिखाया जाता है। पर्वत की पूजा , नदी की पूजा , पेड़ की पूजा , चंद्र की पूजा , सूर्य की पूजा , साप की पूजा , गाय की पूजा , बंदर की पूजा , वगैरह-वगैरह। यानि "सर्वत्र परमात्मा है," यह बताने का उद्देश्य है। लेकिन *लोग पूजा और कर्मकांड को पकडकर बैठ गए तो यह लोगों का दोष है, पूजा पद्धति का नहीं।* *पूजा यानि किसी एक माध्यम पर चित्त एकत्र करके बादमें भीतर की यात्रा करना है। अंतिम उद्देश्य आत्मधर्म जागृत करना ही है। पूजा भी क्रमबद्ध तरीके से , लयबद्ध तरीके से मन की एकाग्रता करने का माध्यम हैं। मुख्य उद्देश्य मन की एकाग्रता ही है। पूजा सशक्त माध्यम है मन की एकाग्रता का।* *हिमालय का समर्पण योग २/५६* 🎄🎋🌲🐋🐋🦕🐋🐋🌲🎋🎄
આવા સતસંગ ની ખુબ જરૂર સે મારા દેશ ની જનતા ને
..ગોપાલદાસ બાપુ ને કોટી કોટી વંદન
Jay ho
Jay. Gopal. Dash. Bapu
ખૂબ સરસ
Very good satsang
Jay gurudev
jay guru Dev nice
Very nice
PATEL RAJENDRA very nis.
Jay hoo bapu
Vah mara bapu raju Desai
જય ગુરુ મહારાજ
good satsang
સાચો સત્સંગ કહેવાય બાપુ
Very nice
Nice Video 👍
Awesome automatically shared
VERRY BEST
Jay Ambe
આત્મા માલિક
સબ કા માલિક આત્મા
શાશ્વત સત્ય,સમજણ પડે એવો સત્સંગ
આપને કોટી કોટી ધન્યવાદ 🙏
Wah bapu super
Supar
Jay gurudev. ..
maja aavi
Good
बापु तमारी वातो अेकदम साची होय छे़
good and great
ha bapu sachi vaat che
gopaldas Bapu ni sachi jarur dhandhuka taluka na gamda o ma khas jarur se kyarek aavo aa baju jai guru maharaj. ..jai nirant. ....
એકલા તમારા તાલુકામાં નહીં, બધે જરૂર છે માટે જીટીપીએલના માધ્યમથી સંબોધન કરવામાં આવે અને આદેશ માથે ચઢાવો તો જ લેખે લાગે.
જય ગુરુ મહારાજ
Aava bapuni jarur se
જય જય ગૂરૂદેવ
Roj gtpl chanel 609 no ma Jovo pravachan dhyan.. Savare 6.30to 7ane 8.30thi 9..om nms.
Sedao
ખુબ સરસ ગોપાલદાસબાપુ
અહમ મુકો તો સત્યમ ગોપાલદાસ બાપુ નો ભજન
@@parmargitabenr1383 s
બાપુ ની વાતો ખરેખર જીવનમાં ઉતારવા જેવી છે
Desh ma aava bapu hot to bharat desh aakho aalag hot.....gopal dash bapu........👌👌👌👌👌
Parmar Saurav sachi vaat kidhi tame bhai
Apne b ama samil Thai sakiye bhai. Om
+Rajeshri Desai Baba desai
Super duper video
Bav saras
jai hoooo saji
Jay guru maharaj vah bapu Navsari thi
Navsari. Ma. Kya
Hu navsari ma 6u
Moj.moj.bapu
Jay che
Dharam n adhyatm kya samjaya loko bapa
A dukh no vat che..
ખરેખર આજના ઝડપી જમાનામા આ બાપુ નો સતસંગ સાભળવો ખૂબ જરૂરી
Saras
super
વાહ ગુરુજી વાહ
Bapu bah vah
🔯🔯 *हिन्दु संस्कृति* ✡✡
*धर्म की एक सीमा होती है। हिंदू धर्म की कोई सीमा नहीं है। यह इसलिए है कि हिंदू (हिंदुत्व) धर्म नहीं है , हिंदू संस्कृति है जो प्रकृति के साथ जुड़ी हुई है। यह भारतीय संस्कृति है जिसमें अनेक देवता हैं , अनेक गुरु हैं , ध्यान की अनेक पद्धतियाँ हैं , योगासन है , प्राणायाम है , ध्यान है , शास्त्रीय संगीत है , वादन है , नृत्य है , शास्त्र है , पशु देवता है , वृक्ष देवता है , नदी देवता है , समुद्र देवता है , सूर्य देवता है , चंद्र देवता है। ये सभी तो प्रकृति से जुड़े है। इसलिए हिंदू संस्कृति को हिंदू धर्म के दायरे में बाँधा नहीं जा सकता।*
*इस संस्कृति में तो प्रत्येक मनुष्यमात्र का विचार किया गया है। सारे विश्व के प्राणीमात्र के लिए सोचा गया है। और धर्म कहलाने के लिए इसके पास न कोई एक देवता है और न एक निश्चित ग्रंथ। कोई भी निश्चित सीमा नहीं है। यह तो खुली किताब है जो आदिकाल से लिखी जा रही है और आज तक बंद नहीं हुई है। *आज भी कोई गुरु आकर अपनी चार बातें उसमें जोड सकता हैं।*
*इसमें पुजा के माध्यम से प्रकृति के साथ जुडना सिखाया जाता है। पर्वत की पूजा , नदी की पूजा , पेड़ की पूजा , चंद्र की पूजा , सूर्य की पूजा , साप की पूजा , गाय की पूजा , बंदर की पूजा , वगैरह-वगैरह। यानि "सर्वत्र परमात्मा है," यह बताने का उद्देश्य है। लेकिन *लोग पूजा और कर्मकांड को पकडकर बैठ गए तो यह लोगों का दोष है, पूजा पद्धति का नहीं।*
*पूजा यानि किसी एक माध्यम पर चित्त एकत्र करके बादमें भीतर की यात्रा करना है। अंतिम उद्देश्य आत्मधर्म जागृत करना ही है। पूजा भी क्रमबद्ध तरीके से , लयबद्ध तरीके से मन की एकाग्रता करने का माध्यम हैं। मुख्य उद्देश्य मन की एकाग्रता ही है। पूजा सशक्त माध्यम है मन की एकाग्रता का।*
*हिमालय का समर्पण योग २/५६*
🎄🎋🌲🐋🐋🦕🐋🐋🌲🎋🎄
જય ગુરુદેવ નવનાથ ગોરખનાથ મહેશ પરમાર રાસલોડ પાતિજ દાસીજીવણ સાહેબ
i8887ff
lzZ.m..number wjjjouggf
Gurjari.darsan
I am
Bapu ni vaat 💯 % Sachi chhe ???
Naresh Makwana bapu ni vat 101 taka sachi chha.
લાલ ભા લાકરોડા
Jay Gipal das bapu
વાહે ગૂરૂજી
આવા બાપુ ની ખરેખર સમાજ ને જરૂર છે...
( ખેરાલુ ...)
vaat khari
vah bapu
Sitaram bapu
Harshad Vaghela
Harshad Vaghela વાહ બાપુ
Bapu e property banavi didhi Ho ama ne ama
To tame key thi paisa lavi gar chalavo cho Su kam punam bola vocho
Me ià
Total vest satsang Bapu Hindu nathi
Satish Valand Sacho satsang
Bahu saras satsang, Bapu amara namaskar, aapno contact number
Rajnish Chauhan
Jsca
Paisa vagar koi jagya e Sukh nathi
આપની વાત ગળે ઊતરે તેવી નથી. નરસિંહ મહેતા / સુદામા, એવા તો અનેક ઉદાહરણો છે જેમની પાસે કશું જ નહોતું.
very nice
જય ગુરુદેવ
જય ગુરુમહારાજ
જય ગુરુદેવ
જય ગુરૂદેવ
જય ગુરુદેવ