पालि भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया। जबकि संस्कृत भाषा को बहुत पहले शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया जा चुका है। सरकार को अपनी ग़लती महसूस हुई कि संस्कृत भाषा पालि भाषा से संस्कारित करते हुए शूद्धीकरण करके बनाया गया है बहुत बहुत आभार मान्यवर विश्व प्रसिद्ध भाषा वैज्ञानिक प्रोफेसर डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद सिंह को बार-बार वंदना है बार-बार वंदना। 🙏🏾☸️🙏🏾☸️
सर आपको सादर प्रणाम है आप इतिहासकार विद्वान सत्य सत्य को उजागर करने वाले सच्चे युगपुरुष की इस देश को आवश्यकता है आपकी आयु दुबई तीगणी हो ये मेरे कामना है
इसका मतलब यह हुआ हडपा मोहन जोद डo के राजा हरपाल ने जब दीक्षा ली तब ग्रीकांनी आक्रमण किया और राजा को पराजित किया तब वाह के लोगो ने ऊन रथ के साथ दफनाया और ग्रीक राजा के साथ निकल पडे ईसी कारण धम्म लिपी भारत आई. वहा जो रथ के साथ बॉडी मिली वह हरपाल राजा की हो सकती है
बहुत बहुत धन्यवाद आर पी सिंह साहेब। आपना रिसर्च वीडियो पोस्ट करते रहें । जल्दी ही पूरा भारत सच्चाई को जानकर निकट भविष्य में मनुवादी इतिहासकारों को दुत्कारेगा।
Sir इतिहासकार ब्राह्मण हैं और उनका मकसद ही हमारी पहचान मिटाना है इनसे भूल होती नही है जानबूझकर गलत अर्थ निकालते है जो सच बता दिया तो फिर अपना इतिहास कहां से लाएंगे ले भी आए तो विदेशी साबित हो जाएंगे 🙏 धन्यवाद सर बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी दी आपने 🙏🪷 नमोबुधाय
मा, डा, राजेन्द्र प्रसाद सिंग बौद्ध वैज्ञानिक खोज करने के बाद नयी जानकारी, हम सब बहूजन समाज के बौद्ध धमम लीपी की, खोज करके हमे समझाने के लिए बहुत बहुत साधूवाद धन्यवाद।
बिल्कुल सही कहा सर आपने, लिपियों में जुड़ाव है और समय परिवर्तन का असर है. लोगों को तीन पीढ़ी की सभी बात नहीं पता होती और यहां तो शताब्दियों का अन्तर है.
मुझे विश्वास है कि ऐसे ही क्रमश बढ़ते बढ़ते एक दिन सिंधु या हड़प्पा सभ्यता की लिपि को आप ही पढ़ करके दुनिया के सामने ले आयेंगे । कोटि कोटि धन्यवाद ❤❤❤❤
आज के गोर बंजारा ही, गोर सिंधू-हड़प्पा सभ्यता के लोग है, वही वेशभूषा वही संस्कृती वही खानपान यकीन नही होता देख लीजिए किसी भी बंजारा तांडे पर जाकर. 🏳️ Jay sevalal🙇
Namo Bhuddhay,jai Babasaheb B R Ambedkar jai hind and thanks with gratitude to Dr Rajendra Prasad for sharing the precious historical Heritageous facts with comparison between Amrawati and sindhu ghati sabhyata
सर गपोडी इतिहासकारों ने बौद्ध अवशेष को दबाने का काम किया है। बहुत घालमेल किया है वह भी जानबूझकर।आपको कोटि कोटि धन्यवाद हमारी धरोहर को उजागर करने के लिए।
The 5 million inhabitants of the IVC abandoned/evacuated their cities and migrated/,relocated to the east and south where they eventually mixed with the native hunter gatherers to become the ASI
@@karan.kunwar543tujhe batate the Buddhist ki kya karna hai kya nahi.......indus vally civilization se aage ke samay me badlav karte hai Buddhist wo log bahut liberal hai change ko accpt karte hai lekin brahman kabhi v change accept nhi karte hai
We have to develop and groom in all fields of Humanities such as Linguistics Evidences, Archeological Etymology Historical and Anthropology and all other such friends to connect interdisciplinary research.
बहुत अच्छे से लिपि की उत्पत्ति और विकास के बारे में बताया। हमें आज पता चला कि लिपी का किसे कहते हैं लिपि का मतलब है लिपना। सबसे पहले चित्रों को लिपा गया जो चित्र लिपि कहलाई, फिर चित्रों में भाव डालकर उन्हें लिपा गया जो भावलिपि कहलाई, फिर उनमें ध्वनि के प्रतीक बनाकर लिपे गए जो ध्वनि लिपि कहलाई। इस तरह दिनों मिलकर के भाषा बन गई जिसे हम आपस में बातचीत कर सकते हैं, इस तरह भाषा और लिपी का जन्म हुआ। जिन लोगों ने जिस कारण से जिस आधार से लिपी बनी उसी के नाम पर लिपि की पहचान बन गई। जैसे धम्मिक लोगों ने बनाया तो धम्म लिपी, नाग लोगों ने बनाया तो नागरी लिपि आदि।
जब बौद्ध धर्म चरम पा था तब,ब्राह्मणों ने चाल चलके वैदिक धर्म,वैष्णो धर्म,शैश धर्म न जाने कौन कौन धर्म बनाया,बाद हिदू धर्म हो गया,जो कि हिन्दू शब्द अरबो और इरानीओ कि देन है ये शब्द।
Iska matlab Buddha ☸️ se pehle 28 Buddha ☸️ huve the. Q ki Indus valley civilization main Buddhist stupa jo 4500 saal se hai. 🙏☸️ NAMO 👌 BUDDHA ☸️🙏 only in the world 🌎🇮🇳 True
आज से दो हजार साल पहले का इतिहास आज के भारत का गौरव है, शायद सम्राट अशोक महान के समय के भारत का इतिहास का प्रेरणा स्रोत यही सभ्यता रही होगी, जय हो दूरदर्शी ,दार्शनिक प्रियदर्शी सम्राट अशोक महान...
सर,आप तथ्यो के साथ सही इतिहास बताते है. सिंधू घाटी सभ्यता ये बौद्ध सभ्यता ही है, ऐसा आपकी प्रस्तुती देखकर लगता है. जय भीम, नमो बुध्दाय, भवतु सब्ब मंगलम , 👍🌹🙏
@@karan.kunwar543 tune dekha kya ye old civilization ki baat h koi dava nhi kar raha abhi research chal Raha h language decode hoga tab pura pata hoga
@@zojozojo-ox6wj agar Buddhism India Ka hota tho yaha say kyu hataya Gaya iska MATLAB India Ka main religion Kuch aur tha aur dusra Buddha was of Hun race that's why was it was not accepted by hindus of india
हमें पुरा विश्वास हैआप जैसे इतिहासकार बहुत कम हाय जो सत्ते हम ताक पाहूनच रहा है आप के कोटी कोटी नमन सर नोमो बुद्धय जय भीम जय सविधान जय महान सम्राट अशोका जय विज्ञान 🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹🙏💙💙💙💙🙏💜💜💜💜🙏🙏
बौद्ध साहित्य मे नाग प्रजाति, पौराणिक ग्रंथों मे पंचम निषाद प्रजाति, महाकाव्यओं मे निषादराज प्रजाति, तमिल साहित्य मे द्रविड़ प्रजाति, अंग्रेजी साहित्य मे प्रोटो ऑस्ट्रेलायड प्रजाति और हिंदी साहित्य मे नाग, निषाद, द्रविड़, कोल, भील,गोंड,संथाल तथा आजकल ओबीसी, अनसूचित जाति और अनसूचित जन जाति सब समयानुसार अलग अलग नाम है पर मुझे लगता है ये सब एक ही प्रजाति का नाम है अथवा एक जैसे ही है मेरी समझ मे तो यही आया पर अंतिम सत्य मुझे पता नहीं भीम जोहार बुद्ध प्रणाम
@@ashwanisahu2439 शायद ऐसा नहीं है क्योंकि वेस्ट साइड में (एटा-इटावा-मैनपुरी) होली के गुझिया पापड़ आदि नाश्ते को गांव में जुहारी/ जुआरी शब्द प्रचलित है मतलब मूलनिवासी का ही शब्द है
@@ashwanisahu2439 भाई जी जोहार का मतलब अभिवादन करना होता है, आज भी आदिवासी समुदाय जोहार या सेवा जोहार ही प्रयोग करता है बस विश्वरतन बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर साहब को सम्मान देने के लिए है
सर जी जय हिंद। मुझे लगता है कि आप जिस मूल निवासी नागवंशी का इतिहास खोज रहे हैं वह इस पुस्तक में मिल सकता है।,,,,, प्राचीन भारत का शासक नाग, उनकी उत्पत्ति एवं इतिहास,,, लेखक श्री डॉ नवल वियोगी,,,। धर्म रक्षक, राष्ट्र रक्षक, सच्चा देशभक्त, महान त्यागी व बलिदानी,, जुझारू एवं शूरवीर, मूल निवासी योद्धा के योद्धा महाराज सुहेलदेव राजभर की चरणों में कोटि कोटि नमन। जय हिंद जय भारत, जय संविधान, जय जवान जय किसान।
@@arpitaroy8390 आप ठीक ही कह रहे है, पर सारे विश्व मे केवल पांच ही प्रजाति होती है 1 कोकसाइड 2 प्रोटो ऑस्ट्रेलायड 3 मंगोलाइड 4नेग्राईट 5 कैफेइड अब है तो सब ही प्रोटो ऑस्ट्रेलायड है अब आप चाहे नाग बोलो या निषाद बोलो बात तो एक ही है और निषाद या नाग कोई जाति धर्म संप्रदाय का नाम नहीं है निषाद / नाग संस्कृति और सभ्यता का नाम है जब से किताबें लिखने का समय आया तो नाग प्रजाति ना लिख के निषाद प्रजाति हो गया है जय हिन्द
आपके पढ़ाने की ये नई शैली (तकनीक के प्रयोग के साथ) बहुत अच्छी है सर। वीडियो शिक्षा में एडिटिंग बहुत जरुरी है, समझ को आसान बनाती है। आपने एडिटिंग को अपनाया, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। 🙏🏻
Is Pashupati Seal found in Indus valley a symbol of Shiv ji?
Is Sindoor culture of today's women come from Indus valley?
Thank you for the encouragement! I will surely talk about it in upcoming videos.
Namo budhay sir. We are waiting for your video on this topic.
Ghaadey Buddhist monk dont keep beard the statue found has beard 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
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@@responsebraj Buddhism was Kushan empire mission 😂😂😂😂😂😂
पालि भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया। जबकि संस्कृत भाषा को बहुत पहले शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया जा चुका है। सरकार को अपनी ग़लती महसूस हुई कि संस्कृत भाषा पालि भाषा से संस्कारित करते हुए शूद्धीकरण करके बनाया गया है
बहुत बहुत आभार मान्यवर विश्व प्रसिद्ध भाषा वैज्ञानिक प्रोफेसर डॉ0 राजेन्द्र प्रसाद सिंह को बार-बार वंदना है बार-बार वंदना।
🙏🏾☸️🙏🏾☸️
Kuch bhi 😂😂😂
मनुवादियों द्वारा दबाये गये मूलनिवासियों के इतिहास को पुनः आमलोगों के सामने वास्तविक इतिहास बताने के लिए दिल ❤ से डाक्टर साहब को कोटि कोटि नमन प्रणाम।
सर आपको सादर प्रणाम है आप इतिहासकार विद्वान सत्य सत्य को उजागर करने वाले सच्चे युगपुरुष की इस देश को आवश्यकता है आपकी आयु दुबई तीगणी हो ये मेरे कामना है
सिर्फ एक यही चैनल है पूरे यूट्यूब पर जो सबसे सटीक और सही जानकारी उपलब्ध कराता है। ऐसे सच्चे इतिहासकार और देशभक्त को नमन है।
सच्च
Ak or channel h Humara Ateet visit kijiye...
Bhai science journey bhi dekha karo
Hamara Ateet YT also
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बहुत सुंदर और अच्छी तरह हमे सिंधु सभ्यता, लिपि के संबंध में बौद्धकाल और मौर्यकालीन में समानता की जानकारी व समझने का मौका मिला । धन्यवाद
भारत के महान साहितकार डॉ राजेंद्र प्रसाद जी को जय भीम जय मूलनिवासी
प्रेम एवं सम्मान डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह जी को।
जय भीम।❤
इसका मतलब यह हुआ हडपा मोहन जोद डo के राजा हरपाल ने जब दीक्षा ली तब ग्रीकांनी आक्रमण किया और राजा को पराजित किया तब वाह के लोगो ने ऊन रथ के साथ दफनाया और ग्रीक राजा के साथ निकल पडे ईसी कारण धम्म लिपी भारत आई. वहा जो रथ के साथ बॉडी मिली वह हरपाल राजा की हो सकती है
Ghaadey Buddhist monk dont keep beard the statue found has beard 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😊
सिंधु घाटी सभ्यता भारत के मूलनिवासीयों की है
You are right sir 🎉🎉🎉🎉
वास्तविक इतिहास प्रस्तुति। जय भीम, नमो बुद्धाय ।
बहुत बहुत धन्यवाद आर पी सिंह साहेब। आपना रिसर्च वीडियो पोस्ट करते रहें । जल्दी ही पूरा भारत सच्चाई को जानकर निकट भविष्य में मनुवादी इतिहासकारों को दुत्कारेगा।
. डॉ राजेन्द्र बाबू आज के समाज के सामने इतिहास का सही और असली दृष्टिगोचर करने वाले भाषा वैज्ञानिक हैं।कोटी कोटी नमन।
Sir very very thanks to you. Jai bhim namo buddhay.
Sir इतिहासकार ब्राह्मण हैं और उनका मकसद ही हमारी पहचान मिटाना है इनसे भूल होती नही है जानबूझकर गलत अर्थ निकालते है जो सच बता दिया तो फिर अपना इतिहास कहां से लाएंगे ले भी आए तो विदेशी साबित हो जाएंगे 🙏 धन्यवाद सर बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी दी आपने 🙏🪷 नमोबुधाय
Bramhans are BORONA VIRUSES 🦠🦟 (BRAMHAN ORIGINATED)
अबे साले तुमलोग आज तक पढ़े लिखे थे कभी वो तो हम ब्राह्मण तुझे ज्ञान दे रहे है , जब तुम लोग को अफ्रीका से लाया गया था तो कुत्ता कैसे हालात थे ,
नमों बुद्धाय जय भीम जय संविधान जय मूलनिवासी नायक जय जोहार जय भारत
इस कार्यक्रम को बहुत बहुत समर्थन करते हैं जय भीम जय भारत छ ग नमोः बुद्धय
मा, डा, राजेन्द्र प्रसाद सिंग बौद्ध वैज्ञानिक खोज करने के बाद नयी जानकारी, हम सब बहूजन समाज के बौद्ध धमम लीपी की, खोज करके हमे समझाने के लिए बहुत बहुत साधूवाद धन्यवाद।
गजब सर, आपके जज्बे के सामने मैं नतमस्तक हूं। इस उम्र में भी पढ़ाई लिखाई के प्रति जो आपका समर्पण है वो शानदार है। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखे।
मा.राजेंद्र प्रसाद सिंह सर
सविनय क्रांतिकारक जयभिम
आप को सादर प्रणाम है. सिंदू घाटी सभ्यता हामारी बैध्दो की है ए सिध्द करके दिखाया
सबसे पुराना धर्म गोर धर्म है जो की आज के गोर बंजारा लोग है पर्यावरण पूजक और पशु पूजक है. और सिंधु सभ्यता के ही लोग है जिन्हे बुद्ध ने भी फॉलो किया था
बहुत ही बढ़िया और ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए आभार आपका
आप को कोटि कोटि नमन इस अनमोल ज्ञान प्रदान करने के लिए ❤
जय भीम नमो बुद्धाय 🌹🙏
मुझे ऐसा लगता है कि आपके दिये गये तर्को पर चलकर एक दिन हमलोग सिन्धुघाटी की लिपियों को अवश्य पढ़ (decipher ) पायेंगे।
नमो बुद्धाय।
Yes sir
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@@karan.kunwar543Haan Harappa Kaal me shaving tu karwata tha 😂
कुल मिला के हिंदु सिख बोध जैन एक ही हेन इनमे कुछ अलग नही हे बस थोड़ा टाइम टाइम के बदलाव है
Hogyi hai decipher latest news
बिल्कुल सही कहा सर आपने, लिपियों में जुड़ाव है और समय परिवर्तन का असर है. लोगों को तीन पीढ़ी की सभी बात नहीं पता होती और यहां तो शताब्दियों का अन्तर है.
मुझे विश्वास है कि ऐसे ही क्रमश बढ़ते बढ़ते एक दिन सिंधु या हड़प्पा सभ्यता की लिपि को आप ही पढ़ करके दुनिया के सामने ले आयेंगे । कोटि कोटि धन्यवाद ❤❤❤❤
प्राचीन विकसित नगरीय सभ्यता
बिल्कुल ही सही बात सर जी, जय भीम जय संविधान
जानबूझ कर पाली भाषा को नष्ट किए गए
पूरे एशिया में बुध धर्म फैला हुआ था
Sindhu Ghati ki Lipi ko gondi bhasha mein padha Ja sakta hai Dr Motiram kangali iska Praman de chuke hain
हमारी विरासत को सच्चाई के साथ उजागर किया । कलम कसाई इतिहारकारो की कमी नहीं है।शुक्रिया dr sahab,जय भारत।
सच्चा इतिहास यहीं मिलेगा साथियों ।नमो बु
द्धाय ।
Mind blowing sir. Aaj tak hame Aisa nihi padha. Padhaya bhi nahi hai.
Hamaara itihas
आपसे ज्यादा बुद्धिमान व्यक्ति कोई नही गुरुदेव
चित्र भाव प्राकृत ब्राम्ही पाली धम नागरिलिपि आदि प्रमुख रही.....बहुत सुंदर प्रस्तुती अभिनंदन
ऐसे खोजी गुरु को क्रांतिकारी सैल्यूट,आपकी बारंबार जय हो जय हो
मैने भी प्राचीन भारतीय इतिहास से मास्टर डिग्री ली है। आप के तथ्य सही और सटीक हैं। नमन करता हूं आपको सच को सबके सामने ला रहे हैं😊🙏⚛️♾️
सबसे पुराना धर्म गोर धर्म है जो की आज के गोर बंजारा लोग है पर्यावरण पूजक और पशु पूजक है. और सिंधु सभ्यता के ही लोग है जिन्हे बुद्ध ने भी फॉलो किया था
आज के गोर बंजारा ही, गोर सिंधू-हड़प्पा सभ्यता के लोग है, वही वेशभूषा वही संस्कृती वही खानपान यकीन नही होता देख लीजिए किसी भी बंजारा तांडे पर जाकर. 🏳️ Jay sevalal🙇
प्रो साहब आपने मेरे जीवन की गुत्थी सुलझी है।
Namo Bhuddhay,jai Babasaheb B R Ambedkar jai hind and thanks with gratitude to Dr Rajendra Prasad for sharing the
precious historical Heritageous facts with comparison between Amrawati and sindhu ghati sabhyata
सर गपोडी इतिहासकारों ने बौद्ध अवशेष को दबाने का काम किया है। बहुत घालमेल किया है वह भी जानबूझकर।आपको कोटि कोटि धन्यवाद हमारी धरोहर को उजागर करने के लिए।
Does it mean ,some time period and some stories are added to change the history knowingly as conspiracy.
बिल्कुल सही कहा आपने।
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Correct sar
The 5 million inhabitants of the IVC abandoned/evacuated their cities and migrated/,relocated to the east and south where they eventually mixed with the native hunter gatherers to become the ASI
बहुत बहुत धन्यवाद सरजी
जयभीम नमोबुधाय
Thank you Rajendra Prasad Singhji for this valueable information.
Salut sir, aapne really history se hame ujager kiya❤❤❤❤❤
☸️👌बुध्द ही भारतीयो की असली ऐतिहासिक विरासत है !👍🔄🇮🇳❤🙏
Ghaadey Buddhist monk dont keep beard the statue found has beard 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
@@karan.kunwar543tujhe batate the Buddhist ki kya karna hai kya nahi.......indus vally civilization se aage ke samay me badlav karte hai Buddhist wo log bahut liberal hai change ko accpt karte hai lekin brahman kabhi v change accept nhi karte hai
बहुत ही शानदार प्रदर्शन, विवरण, विश्लेषण एवं तुलना। एक नई दिशा मिली है सोचने के तरीक़े को। धन्यवाद।
सिंधु घाटी सभ्यता ज़िंदा है।
हमलोगो को अपना इतिहासकार पैदा करना होगा जय भीम
We have to develop and groom in all fields of Humanities such as Linguistics Evidences, Archeological Etymology Historical and Anthropology and all other such friends to connect interdisciplinary research.
बहुत अच्छे से लिपि की उत्पत्ति और विकास के बारे में बताया। हमें आज पता चला कि लिपी का किसे कहते हैं लिपि का मतलब है लिपना। सबसे पहले चित्रों को लिपा गया जो चित्र लिपि कहलाई, फिर चित्रों में भाव डालकर उन्हें लिपा गया जो भावलिपि कहलाई, फिर उनमें ध्वनि के प्रतीक बनाकर लिपे गए जो ध्वनि लिपि कहलाई। इस तरह दिनों मिलकर के भाषा बन गई जिसे हम आपस में बातचीत कर सकते हैं, इस तरह भाषा और लिपी का जन्म हुआ। जिन लोगों ने जिस कारण से जिस आधार से लिपी बनी उसी के नाम पर लिपि की पहचान बन गई। जैसे धम्मिक लोगों ने बनाया तो धम्म लिपी, नाग लोगों ने बनाया तो नागरी लिपि आदि।
सर.... कोई शब्द नही है आपके योगदान के लिये ....इतिहास की सबसे बडा सवाल का अपने जवाब दिया ....ये research published honi chahiye ....❤
जय भीम नमो बुद्धाय
बहोत खुब धन्यवाद अभिनंदन साधुवाद जम भीम नमोबुद्धाय सर जी 🙏☘️
परम प्रबुद्ध शुद्ध पथ गामी नमो तथागत बुद्ध नमामि
जब बौद्ध धर्म चरम पा था तब,ब्राह्मणों ने चाल चलके वैदिक धर्म,वैष्णो धर्म,शैश धर्म न जाने कौन कौन धर्म बनाया,बाद हिदू धर्म हो गया,जो कि हिन्दू शब्द अरबो और इरानीओ कि देन है ये शब्द।
माननीय श्री राजेन्द्र प्रसाद सिंह जी आपके द्रारा बहुत अच्छी अच्छी जानकारी मिलता रहता है, इसके लिए आपको बहुत बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएँ।।
सर , आपका विश्लेषण बहुत ही बेहतरीन , वैज्ञानिक तथ्यपरक और साक्ष्यों से परिपूर्ण है । आपको बहुत-बहुत साधुवाद .
वाह इसे ही कहतें हैं सच्ची ज्ञान। वो भी सच्चे एविडेंस के साथ। बहुत बहुत धन्यवाद सर जी।🇮🇳✍🏼☸️👌🏼🙏🏼🙏🏼💙💐💐
सिंधु घाटी बौद्ध सभ्यता
Pagla gaya
Iska matlab Buddha ☸️ se pehle 28 Buddha ☸️ huve the. Q ki Indus valley civilization main Buddhist stupa jo 4500 saal se hai. 🙏☸️ NAMO 👌 BUDDHA ☸️🙏 only in the world 🌎🇮🇳 True
@@PadmaJadhav-ub8loindus valley civilization ke buddha ka naam deepankar bauddha hai
सिंदु घाटी सभ्यता के वंशज भारत के मूलनिवासी हैं
सर प्रणाम , बहुत सटीक जानकारी
Namo Budhay Jaybhim Jay Ashok Samrat Mahan , Very nice information
सर आप डिबेट शो किया कीजिए तभी ज्यादा से ज्यादा लोगों को समझने में आसानी होगी। 🙏
Excellent Professor Saheb 👏👏👏👏👏👏, Keep it up !!!!! The real Indian Bahujan Historian and Archeological and Linguistics!!!!!! Keep it up Sir !!!!!!
सिंधु घाटी बौद्ध सभयता
सिन्धु घाटी सभ्यता के समय गौतम बुद्ध का जन्म भी नहीं हुआ था।
जब बौद्ध धर्म अस्तित्व में ही नहीं आया था, तो सिन्धु सभ्यता बौद्ध सभ्यता कैसे हो जाएगी 🤔😐
बुद्ध से पहले भी बुद्ध हुये है। @@Dhoonki
Ghaadey Buddhist monk dont keep beard the statue found has beard 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
@@karan.kunwar543 in bewakufo ko batane ka koi fayeda nahi ye bc kisiske sage nahi hai.ek baar ko baba saheb ko v nikar denge.😆😆😆
@@karan.kunwar543 he is not claming it to be buddha
आप हमारे इतिहास में लिपि को अति सुन्दर शब्द में समझाया। नमो नमो वौध्य
राजेंद्र प्रसाद सिंह जी के बुक पढना चाहिए बहुत ही प्रमाण के साथ लिखे है नमो बुद्धाय
अद्धभुत ज्ञान प्राप्त हुआ सर्🙏,🙏🏻🙏🏻धन्यवाद
चित् आनन्द से सराबोर हो गया, आपको नमन करते हैं🙏🙏🙏
इतनी बेहतरीन जानकारी के लिए धन्यवाद सर।
सुंदर व्याख्यान ✅💯
बहुत बढ़िया जानकारी डा० राजेन्द्र सिंह जी 🙏
JAY BHEEM NAMO BUDDHAY SIR JI 🙏🙏🙏
बहुत अच्छा सर रियलिटी बताने के लिए ।आपकी बात लोग मानेंगे आप अपना काम करते रहिए सर।धन्यवाद
अपनी पहचान स्थापित करो भारत के मूलनिवासीयों 💪💪💪💪
कोटि कोटि आभार सर आपका
आज से दो हजार साल पहले का इतिहास आज के भारत का गौरव है,
शायद सम्राट अशोक महान के समय के भारत का इतिहास का प्रेरणा स्रोत यही सभ्यता रही होगी,
जय हो दूरदर्शी ,दार्शनिक प्रियदर्शी सम्राट अशोक महान...
बहुत ही शानदार तरीके से आपने तीनों लिपियों के बारे में बताया व समझाया ❤❤❤
Great ..thease things should be investigated
Dr Rajendra Prasad Singh is grt language teacher
Most important knowledge
मेरे आदर्श मेरे गुरु जी को कोटि कोटि नमन। आपके द्वारा ही सच्चा इतिहास सामने आ रहा है।
सभ्यता में क्रमिक विकास होता है यही विज्ञान है सिन्धु घाटी सभ्यता भी समण संस्कृति की सभ्यता है बात सही है।
जड़ों से जोड़ने वाले गुरु,,,,thanks
सर,आप तथ्यो के साथ सही इतिहास बताते है. सिंधू घाटी सभ्यता ये बौद्ध सभ्यता ही है, ऐसा आपकी प्रस्तुती देखकर लगता है. जय भीम, नमो बुध्दाय, भवतु सब्ब मंगलम , 👍🌹🙏
शानदार पोस्ट के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद !
Beautiful Rajendra Sir 💐🙏
#JaiBhim
#NamoBuddhaya
आपको और आपके प्रयास को कोटि कोटि नमन नमो बुद्धाय जय भीम
अठ्ठावीस बुद्धों कालिन प्राचीन भारत बौद्धमय था
नमो बुध्दाय
इसी से हम जुड़ रहे हैं
Ghaadey Buddhist monk dont keep beard the statue found has beard 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
@@karan.kunwar543 tune dekha kya ye old civilization ki baat h koi dava nhi kar raha abhi research chal Raha h language decode hoga tab pura pata hoga
@@zojozojo-ox6wj agar Buddhism India Ka hota tho yaha say kyu hataya Gaya iska MATLAB India Ka main religion Kuch aur tha aur dusra Buddha was of Hun race that's why was it was not accepted by hindus of india
@@zojozojo-ox6wj apna bakwaas band Karo aaj Buddhism hai tho because of India ❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Good attempt sir.
Please keep this beautiful research continue. Jai Bhim, Namo Buddhay.❤
हमें पुरा विश्वास हैआप जैसे इतिहासकार बहुत कम हाय जो सत्ते हम ताक पाहूनच रहा है आप के कोटी कोटी नमन सर नोमो बुद्धय जय भीम जय सविधान जय महान सम्राट अशोका जय विज्ञान 🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹🙏💙💙💙💙🙏💜💜💜💜🙏🙏
बौद्ध साहित्य मे नाग प्रजाति, पौराणिक ग्रंथों मे पंचम निषाद प्रजाति, महाकाव्यओं मे निषादराज प्रजाति, तमिल साहित्य मे द्रविड़ प्रजाति, अंग्रेजी साहित्य मे प्रोटो ऑस्ट्रेलायड प्रजाति और हिंदी साहित्य मे नाग, निषाद, द्रविड़, कोल, भील,गोंड,संथाल तथा आजकल ओबीसी, अनसूचित जाति और अनसूचित जन जाति सब समयानुसार अलग अलग नाम है पर मुझे लगता है ये सब एक ही प्रजाति का नाम है अथवा एक जैसे ही है मेरी समझ मे तो यही आया पर अंतिम सत्य मुझे पता नहीं
भीम जोहार बुद्ध प्रणाम
सर जोहार मत लिखा करे यह सच मे जवाहर लाल को है जो इगलिस मे लिखने पर है JOWAHAR अम्बेडकर को hide करने वाले ऐसा स्लोगन दिये थे
@@ashwanisahu2439
शायद ऐसा नहीं है क्योंकि वेस्ट साइड में (एटा-इटावा-मैनपुरी) होली के गुझिया पापड़ आदि नाश्ते को गांव में जुहारी/ जुआरी शब्द प्रचलित है मतलब मूलनिवासी का ही शब्द है
@@ashwanisahu2439 भाई जी जोहार का मतलब अभिवादन करना होता है, आज भी आदिवासी समुदाय जोहार या सेवा जोहार ही प्रयोग करता है बस विश्वरतन बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर साहब को सम्मान देने के लिए है
सर जी जय हिंद। मुझे लगता है कि आप जिस मूल निवासी नागवंशी का इतिहास खोज रहे हैं वह इस पुस्तक में मिल सकता है।,,,,, प्राचीन भारत का शासक नाग, उनकी उत्पत्ति एवं इतिहास,,, लेखक श्री डॉ नवल वियोगी,,,। धर्म रक्षक, राष्ट्र रक्षक, सच्चा देशभक्त, महान त्यागी व बलिदानी,, जुझारू एवं शूरवीर, मूल निवासी योद्धा के योद्धा महाराज सुहेलदेव राजभर की चरणों में कोटि कोटि नमन। जय हिंद जय भारत, जय संविधान, जय जवान जय किसान।
@@arpitaroy8390 आप ठीक ही कह रहे है, पर सारे विश्व मे केवल पांच ही प्रजाति होती है 1 कोकसाइड 2 प्रोटो ऑस्ट्रेलायड 3 मंगोलाइड 4नेग्राईट 5 कैफेइड
अब है तो सब ही प्रोटो ऑस्ट्रेलायड है अब आप चाहे नाग बोलो या निषाद बोलो बात तो एक ही है और निषाद या नाग कोई जाति धर्म संप्रदाय का नाम नहीं है निषाद / नाग संस्कृति और सभ्यता का नाम है जब से किताबें लिखने का समय आया तो नाग प्रजाति ना लिख के निषाद प्रजाति हो गया है
जय हिन्द
आप के द्वारा मूलनिवासियों का सच्चा इतिहास सामने आ रहा है।
thanks, आपका सिंधु घाटी लिपि से मिलन सही लग रहा है । और सीधा सीधा है । दुनिया फिर इनती confuse क्यू है सिंधु घाटी लिपि को लेकर
Kuch confused ni. Logo ko sacchai na pata chal jaye isiliye confused hone ka dhong kar rahi h.
Ghaadey Buddhist monk dont keep beard the statue found has beard 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
@@karan.kunwar543
Indus valley me saman parampara tha. Saman se Buddh marg, Jain Marg, Sankhya Darshan yeh sab nikla..
@@Gaotami so it means it was not Buddhist 😂😂😂😂😂
@@karan.kunwar543
Isme hasne ki kya baat h?
Dr साहब बहुत आनंद आगया । बहुत बहुत साधुवाद।।।।
Super sir ji I'm watching you from Paris PUNJAB 🙌
गजब का ज्ञान अब मुझे ऐसे जानकारी की खोज की आवश्यकता नहीं रही।
सिंधु घाटी सभ्यता में मिले सील और मौर्य कालीन शिल्प, मूर्ती कला का विकास होता हुआ साफ साफ दिखता है।
Dr Rajendra Prasad God bless you Jai mulnivasi jindabad jai Bhim Namo budhay
आदरणीय सर जी आपके कई बुक को हमने पढ़ा हैं भारत का इतिहास और कुछ नही बौद्ध सभ्यता ही हैं आपको सादर प्रणाम
बौध्द सनातन संस्कृती ही सिंधू घाटी सभ्यता है
बेहतरीन जानकारी
जय भीम नमो बुद्धाय
डॉक्टर साहब बहुत अच्छी जानकारी दी आपने बहुत-बहुत बधाई
गोंडी आचार्य मोतीरावन कंगाली जी ने इस लिपी को गोंडी भाषा में पढा है l
क्या गोंडी लिपी और धम्म लिपी में समानता है
आपके पढ़ाने की ये नई शैली (तकनीक के प्रयोग के साथ) बहुत अच्छी है सर।
वीडियो शिक्षा में एडिटिंग बहुत जरुरी है, समझ को आसान बनाती है।
आपने एडिटिंग को अपनाया, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
🙏🏻
गुरुदेव को सादर जय भीम नमो बुद्धाय🙏🙏🙏🙏🙏
मैंने कहा आपने शांतिपूर्वक सुना ,बहुत बहुत धन्यवाद !
👉कृपया अंत मे उपरोक्त वाक्य बोला करें अच्छा लगेगा 🙏🙏