मालती जोशी की कहानी - विरासत| Malti Joshi Ki Kahani - Virasat

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  • เผยแพร่เมื่อ 21 ธ.ค. 2024

ความคิดเห็น • 17

  • @poonamsaha9190
    @poonamsaha9190 ปีที่แล้ว +1

    Bahut hi khubsurat prastuti 🙏

    • @kathasahityapro
      @kathasahityapro  ปีที่แล้ว +1

      Thanks dear Poonam ji 😊♥️🌹

  • @sumitrayadav1622
    @sumitrayadav1622 ปีที่แล้ว +1

    बहुत बहुत सुन्दर कहानी है

  • @sonamjha558
    @sonamjha558 ปีที่แล้ว +2

    Bahut khoob

    • @kathasahityapro
      @kathasahityapro  ปีที่แล้ว

      धन्यवाद जी 🙏♥️

  • @ashajain1617
    @ashajain1617 ปีที่แล้ว +1

    बहुत मजेदार कहानी।अपने पुराने सामान को हम भारतीय बहुत दिल से सहेज कर रखते है।मेरी एक सखी ने पुराने पीतल के बर्तन सुंदर तरीके से सजा कर रखे है।जो बहुत ही आकर्षक लगते है।

  • @kiransingh4539
    @kiransingh4539 2 หลายเดือนก่อน +1

    Dhol ke bheetar pol bahut jagah hai

  • @madhumalik9096
    @madhumalik9096 ปีที่แล้ว +2

    Sachmuch sun kar bahut hi anand aaya.

    • @kathasahityapro
      @kathasahityapro  ปีที่แล้ว

      मुझे भी पढ़ने में बहुत अच्छा लगा😊🙏

  • @anjukharbanda
    @anjukharbanda ปีที่แล้ว +1

    जन्म वाली डायरी मेरे पापा के घर भी है
    हर बच्चे के जन्म की डिटेल है इसमे

    • @kathasahityapro
      @kathasahityapro  ปีที่แล้ว

      👍👍 जी Anju जी
      Beautiful Memories 💕

  • @kumudchaturvedi8927
    @kumudchaturvedi8927 ปีที่แล้ว +2

    मेरी शादी 1964मेम हुई थी और उससमय की ससुर जी की डायरी हिसाब वाली मेरे हाथ उनकी मृत्यु बाद लगी।वे सरकारी ठेकेदार थे और खर्च में लिखा था...2-2 रु.हर मजदूर को और मिस्त्री को 5रु.रोजाना।बस यही याद है अभी। बहुत आश्चर्यजनक हिसाब था आज के जमाने में।

    • @kathasahityapro
      @kathasahityapro  ปีที่แล้ว

      प्रिय कुमुद जी.. बिल्कुल सही लिखा आपने .. पुराने ज़माने की बात ही अलग थी ♥️🙏

  • @urvashibhatnagar5284
    @urvashibhatnagar5284 ปีที่แล้ว +2

    Aapne toh haveli ke ander ka dar a itihas hi bata diya