बिरहा जगत के दिग्गज रामचरन वियोगी कवि ने खोला राज कौन लोग नही चाहते मूर्ति लगे स्व:चंद्रिका कवि की

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  • เผยแพร่เมื่อ 16 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 8

  • @gorakhnathyadav3121
    @gorakhnathyadav3121 5 หลายเดือนก่อน +2

    बिरहा विधा, के,कबि, शिरोमणि, गुरु, चनदिरिका, के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम

  • @JayPrakash-rp7eb
    @JayPrakash-rp7eb 3 หลายเดือนก่อน

    Bahut bure hai wo log jo kavi chandrika aur bhagwan birha k hai ramdev yadav ji k mandir na banane dena bahut dukhad ghatna hai

  • @BSBhojpuriMusic
    @BSBhojpuriMusic 5 หลายเดือนก่อน

    बहुत ही वरीजनल स्पीच है गुरु जी की

  • @ramdarashrd1465
    @ramdarashrd1465 5 หลายเดือนก่อน

    बिरहा जगत के गाने वाले हीरा लाल यादव बुललू यादव को सबसे पहले सुना गया था बाबा रतन लाल जी को भी याद करना चाहिए

  • @MohanLal-hp2qn
    @MohanLal-hp2qn 5 หลายเดือนก่อน +2

    Santoshji kya Ram charan viyogi ji hi ram charan yadav khooni ma virha ke lekhakar hain Dinesh lal yadav ne 1995 me gaye the.

  • @AmarYadav-sk1ug
    @AmarYadav-sk1ug 5 หลายเดือนก่อน

    Bahut badia kavi jee

  • @krishnayadavsong5202
    @krishnayadavsong5202 5 หลายเดือนก่อน

    चउरी ऊपर काटब गरदनवा , गियनवा बोल देबु कि नाही, ए गाना हमारे अखाड़े श्री गुरु मुरत कवि जी ने लिखा था और गायक दया राम यादव, जो कि खम्हरिया, भदोही के थे वही गाते थे आज के 40 साल पहले, यह देवी गीत आप का लिखा नहीं है जो भी आदमी दया राम जी का विरहा सुना होगा वही जानता होगा

  • @chandrikayadav5285
    @chandrikayadav5285 5 หลายเดือนก่อน

    Jai ho