NAVYUG KI NAV GATI NAV LAY HUM || नवयुग की नव गति नव लय हम || Geet Ganga

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 28 ม.ค. 2022
  • ‪@geetgangarss‬ #Gunje_Bharat_Ma_Ki_Jay
    नवयुग की नव गति नव लय हम, साध रहे होकर निर्भय
    मुक्त कंठ से दसों दिशा में गूंजे भारत मां की जय
    स्वतंत्रता का अमृत उत्सव, जन गण मन का पर्व महान
    याद आ रहे वीर सभी वे, हुवे देशहित जो बलिदान
    श्रद्धा से वंदन करने का महापर्व है यह निश्चय
    मुक्त कंठ से दसों दिशा में गूंजे भारत मां की जय
    नवयुग की नव गति नव लय हम...
    बड़ी विकट थी कालरात्रि वह, पराधीनता लदी हुई
    कितने कष्ट सहे माता ने, युग समान वे सदी गई
    पंद्रह अगस्त सैंतालिस को स्वतंत्रता का सूर्योदय
    मुक्त कंठ से दसों दिशा में गूंजे भारत मां की जय
    नवयुग की नव गति नव लय हम...
    सजग सपूत समर्थ बने हम, कभी सूर्य यह अस्त न हो
    अमृत पुत्रो के रहते फिर, भारत माता त्रस्त न हो
    यह स्वातंत्र्य फले और फूले, सदा रहे अमृत अक्षय
    मुक्त कंठ से दसों दिशा में गूंजे भारत मां की जय
    नवयुग की नव गति नव लय हम...
    ........................................................................
    संघ के गीतों के लिए इस वॉट्सऐप चैनल से जुड़े ।
    whatsapp.com/channel/0029Va9P...
    टेलीग्राम ग्रुप में जुड़ने के लिए लिंक ओपन करे
    t.me/rss108
  • เพลง

ความคิดเห็น • 69