तीन ताल के ब्रह्मा, विष्णु, महेश और बाक़ी सभी तीन तालियों को जय हो! पिछला एपिसोड जिसका मुख्य विषय गंध था, सुनकर सच्ची में मन मुग्ध हो गया। सोचने में इतना सरल विषय, पर उस पर भी इतना विस्तृत विचार विमर्श - बात से बात निकली और पता ही नहीं चला की समय कैसे निकल गया। जब बातचीत फलों की महक की हो रही थी तो मुझे एक क़िस्सा याद आया जब कुछ दिन पहले हम मलेशिया में थे। एक दोस्त के कहने पर मैंने और पत्नी ने, वहाँ का एक मशहूर लोकल फल, डूरियन खाया। मलेशिया, सिंगापुर, थाईलैण्ड में उपलब्ध इस फल को फलों का राजा माना जाता है जैसे की भारत में आम। बाहर से इसका आकार नोकीला, कटहल जैसा होता है और अन्दर इसके पीले रंग का गूदा भरा होता है। चखने में मीठा, नरम और मलाई दार लेकिन महक ऐसी जैसे सड़े प्याज़ या सड़क पर बिखरी हुई पुरानी उलटीं की। आप सोच सकते हैं विडंबना - ऐसे लगा जैसे टायलट में बैठ कर जलपान कर रहे हैं। हमारी हालत तब और बिगड़ी जब खाने के कुछ समय पश्चात मुँह से लंबे लंबे डकार और पीछे से वैसी ही दुर्गंध भरे गैस के गोले निकलने शुरू हुऐ। ऐसा लग रहा था जैसे पुरा शरीर व कपड़े उस फल की महक कहें या दुर्गंध से लथपथ हो गये हैं। कुलदीप सरकार बात कर रहे थे गंध का सपनों में आना - मैं यक़ीन से कह रहा हूँ कि अभी भी जब बिस्तर में लेटे हुए या नींद में कभी यह वाक़या याद आता है तो मुझे मुँह में मिठास और अपने आप से दुर्गंध आनी शुरू आ जाती है! सुगंध और दुर्गंध को पसंद करने वालों सभी मित्रों से गुज़ारिश है - आपकी ज़िंदगी अधूरी है अगर आपने इस फल का सेवन नहीं किया। - सुनील, साउथ औरेंज, न्यू जर्सी, अमेरिका।
Teen taal is like therapy :) makes one feel a lot lighter . We are living in a high strung environment with bad news everywhere teen taal is like an oasis . Well done to Tau, Kuldeep & Khan cha. You folks give the required relief. Meeting Tau and Khan cha was like meeting therapists :)
Aaj ka intro toh bahut zyada relatable ho gaya... I have seasonal allergies and the last and this week has been very "sneezy" for me and many others like me, including my mother. Ab kha rahein hain roz allergy ki dawaai.
जय हो, जय हो, जय हो, तीन तालियों की जय हो, और मंगल हो। लगातार गूंगे के गुड़ की तरह इस कार्यक्रम का आनंद लेते-लेते आज मन हुआ की पत्र नुमा कमेंट कर दिया जाए। मैं पहली बार यूट्यूब पर किसी वीडियो को देखकर कमेंट कर रही हूं, खुद को यकीन नहीं होता कि यह इंवॉलंटरी है, मेरे 17 साल के बेटे के सलाह पर इस कार्यक्रम को सुनना शुरू किया और मुझे प्रसन्नता है कि मेरा बेटे का टेस्ट अच्छा शानदार कार्यक्रम, अच्छी बातचीत, ज्ञान की गगरी को छलक छलक तक भर देने वाला कार्यक्रम, आज के दौर में इस शानदार पॉडकास्ट और यूट्यूब टेलीकास्ट के लिए बधाई हो, और मंगल हो।
Accha episode tha 😂😂😂 maja aaya..ek topic suggest karta hun batwara pe baat ho sakti hai Gao me kaafi ajibo gareeb batwara dekhe hai jaise ek baar maine Ganje ka batwara dekhna hai hai😂😂😂.
वाह भाई वाह , ताऊ आप ताऊ बहुत जानते हैं गंध , दुर्गन्ध , और इसकी पैथो-फिजियो के बारे में. कैहने को तो मैं ENT विशेषज्ञ हूँ , रिटायर हुए १० साल हो गए , यह सब मुझे याद नहीं .शाबाश l.
नयी किताबों को खोलते ही जो सूंघ आती थी लगता है पूरी किताब पढ़ लूँ ये शायद मिस हो गया। ताऊ से ये मिस हुआ ग्रेट सरप्राइज। तीन ताल सुनते ही मैं 40 सालपहले पहुँच जाता हूँ जहां ताऊ जैसे अग्रज हुआ करते थे❤ आपका विमल kanupriya रसायन
ताऊ खानचा और सरदार को डायरेक्ट UK से जय हो.. तीन ताल के पहले सिझन का दूसरा या तीसरा एपिसोड होगा जब एक दोस्त ने इससे रूबरू कराया था लेकिन उस समय 'ये क्या बकवास है' ऐसा बोल के छोड़ दिए थे | पिछले साल भर से UK रह रहा हूँ और अपने देश का हालचाल जानने की इच्छा ज्यादा रही थी | मेरे प्रिय दोस्त अभिषेक ने फिर से तीन ताल से रिश्ता जोड़ दिया | अब स्थिति ऐसी बन गयी है की पिछले महीने भर से रोज २ एपिसोड देखे बिना दिन नहीं कटता | मेरे जैसे छात्र के लिए तीन ताल एक शोध का विषय बन सकता है की, किस तरीके से देश दुनिया ने होने वाले खबरों पर वास्तविक दृष्टिकोण से पत्रकारिता की जा सकती है | हाल ही में हुए कोलकाता की घटना पर ताऊ ने जो बात कही उसको यहाँ की सरकारों ने और निति बनाने वालों ने समझने की जरूरत है (इसको मैंने ट्वीट भी किया था)| मैं एक मिस्त्री के परिवार से होने के कारण राज मिस्त्री वाला एपिसोड मेरे दिल के करीब रहा है | मैं खुद को खाना बनाने का शौक़ीन समझता था लेकिन पुष्पेश पंतजी ने मेरा भ्रम तोड़ दिया और मुझे यह अहसास हुवा की, 'हम लोग खाना खाने की और जायके की तमीज भूल गए है |' क्लासेस ख़त्म हो चुके है और भारत में वापसी सितंबर के आखरी में है | अब यही लक्ष है की जितना भी कोटा बचा है उतने तीन ताल के एपिसोड देखने-सुनने है, पिछले सप्ताह से दिन में ३ एपिसोड पुरे कर रहा हूँ | भारत वापसी के बाद अब आप तीनों से मिलना यह भी एक लक्ष है, कैसे मिल पाएंगे, यह व्यक्तिगत रूप से बताने का कष्ट करें | तीन ताल में ताऊ मेरे फेवरेट भले ही हो लेकिन शेर खान के कारण खान चा से अलग ही प्यार हुवा है (उनकी चिठ्ठी अलग से लिखूंगा )| बाकी आप सुनाते रहीए..... हम सुनते रहेंगे..... फिर से आप सभी को ढेर सारा प्यार और जय हो... जय हो... जय हो...
जय हो...जय हो! अनेक गंध से संबंधित प्रकरणों की चर्चा के पश्चात ऐसा प्रतीत होता है कि आपने सभी विषयों पर सम्यक विचार किया है, किन्तु एक गंध की कथा अब भी शेष है। खांचा के कॉपी में परफ्यूम लगाने का निहितार्थ क्या समझा जाए? आपके विचारशील किस्सों को सुनने के पश्चात, मेरा मन इस साधारण-सी बात को भी गहनता से सोचने को प्रेरित हो गया है। पहले सुनेंगे, फिर विश्वास करेंगे। सादर,
भाई शर्मा जी के बेटे, जय हो, आप शाहपुरा से है यह बताना भूल गए, जिस मूसल धारी का अपने जिक्र किया उसके साथ हम क्रिकेट खेले हैं भीलवाड़ा में, उसके जिक्र भर से फिर सहम गए हैं । अजब ही दुर्दांत घटना थी वह 😔
तीन ताल सुनना अच्छा लगता है , ताऊ चाचा और कुलदीप जी सभी को तीन ताल की जय हो और बहुत सारा प्रेम और सम्मान भी। पिछले कुछ दिन बतौर नागरिक थोड़ा आसाहीन महसूस हुए फिर अहसास हुआ अमृत काल चल रहा काफी लोग ऐसा महसूस कर ही रहे हैं तो आप उस मधुर अहसास से कैसे अपने को अछूते रखते।बात बहुत सामान्य सी हुई है घर में चोरी हुई है और पुलिस वही कर रही जो वो सदा से करती आई है....बाकी सब मजे में जय हो
Jai ho … wonderful podcast specially on fragrances/smell of various things , perhaps i may dare to recommend a korean oscar winning film “Parasite” which is on theme of smell of rich people and smell of poor people , very interesting movie and i am sure Taujii will like it … often i observed that our Khanchachha laughs like Ganbarsing of Sholey film,it look like he got a subconsciously huge influence of Amzad Khad / Gabbar singh .. BTW where we can get shirts like Taujii wears, the red pineapple half sleeve shirts looks amazing and elegant. ..Jai ho jai ho jai ho
ujjain se jay mahakal sir, kl time nhi mila to aaj somvati amavshya ko episode ko pura krenge or Agle episode ka wait krenge or sourav sir ko phir bulaya jaye
आदरणीय ताऊ, खान चा और सरदार, आप लोग महीने में एक चिट्ठी विशेषांक रखें और उसे अपने विशेष टिप्पणियों से अलंकृत कर सामान्य मानविकी की भावनाओं को उद्दीपित करें। सादर, कृष्णा नंद राय, बलिया-भूबनेस्वर
Hey Production vale bhaiya Aapse savinay nivedan hai ki kripa krke isse morning me 7 se 8 baje tak kar diya kro taki Hum subah kam krte dekh le dopahar me hum kuchh padte hai Saturday sham ko it vale bahar party me yaar mere ghar hi sham ko house party hoti us time sun nhi sakte to kripa karke dhyan de nhi soch lo aap Tau ko pranam sardar bhai ko sah prem aur khan cha ko love you Aur product vale bhaiya ko dhamki bahara bhai jayda moz me nhi krte kripa kayede me rho fayade rhoge 😂❤❤❤❤ Apaka teen taaliya Munshi ji
Yes, it is possible to experience smells in dreams, though it's not as common as experiencing sights, sounds, or emotions. The ability to smell in a dream depends on various factors, including how vivid the dream is and how strong the connection is between the dream and real-life experiences related to smell. Research suggests that people who have a strong sense of smell or who are more attuned to scents in their waking life might be more likely to experience smells in their dreams. Smells in dreams can be influenced by memories, emotions, or even external smells present in the sleeping environment that the brain integrates into the dream narrative. However, not everyone reports smelling things in their dreams, and it's generally considered less frequent compared to other sensory experiences.
Jaisa ki kaha gaya tha ki chhithhiyo ke ek vishesh episode hoga to hum sab teen taaliye( aapne recognise nahi kiya hai abhi tak mujhe yani Anand Pandey jo allahabad ke rahne wale hai aur Mundra Gujrat, Mathura home state fir Paradip Odisha aur ab Mumbai aka Mutton Rashtra me rahne wala as a Teen Taali. Par mai hu. Jaisa Sharukh Khan sahab kah gaye hai ki ektarfa pyar bhi pyaar hota hai. Jiski pushti Zakir Bhai bhi kar chuke hai. To aap log nahi sunenge to bhi koi baat nahi. Par mai hu Teen Taaliya) ke liye aur usme topics btayenge ki kispe kispe aur baat honi chahiye. Mere kuchh suggetions hai. 1. Ghar ki pahli cycle se lekar Ghar ke aadmi ki khud ki gaadi aur car lene ki khushi aur chinta. 2. Jo bhi log cricket Wale hai unka pahla match jo wo yaad kar paate hai jo unhone TV pe dekha tha matlab Ghar me TV aaya to kyu aur kab? Aur kab usme cable connection laga. 3. Pahli baar Sar ke baal kab aur kyu poore chhel diye gaye Mundan ke baad. 4. Video Games Mario Contra ke baare me. Jo usi Tv me connect hota tha. 5. Maata ji ki pitai to Roz ki hoti thi brush karne se lekar school bus me bithaane tak. Par pita ji ka thappad. Aur bhi hai. Ummeed hai ki koi ek topic to lenge hi. Jai ho. Jai ho. Jai ho. Tau aapko dekhane ke baad Duniya alag lagti hai. Gazab insaan hai aap aur aapka point of view. Nat mastak. Khancha... Aapki hasi aapka oho ho ho maza ke saath gazab prabhav deta hai. Sardaar. Tum to chhote bhai ho guru. Kabhi mile to Aaj ke letter ki tarah bolenge... Ye nahi dekha? aao dikhaate hai. Aur last me Chhota sa request. Mai bas Tau se ek baar phone me baat karna chahta hu. Tau ka email id milega kya? Moi to samjhe run out
सरदार ऑडियो चिट्ठी को फोन माइक में लगाकर नहीं सुनाया करो। आवाज फट जाती है, आज तक मुश्किल से एक आध ऑडियो चिट्ठी समझ आई होगी। कोई केवल वेबल लगा कर चला लिया करो स्पीकर में। सुनाई तो सही से दे। जय हो
ताऊ ने एक एपिसोड में एक बार कहा था की वह रिटायरमेंट के बाद एक ऐसी जिंदगी जीना चाहते हैं जहां वो सिर्फ एक लूंगी पहने रहना चाहते हैं ओर कुछ भी नही। तो क्या अब ताऊ वो जिंदगी जी पा रहे हैं?
वनस्पति के पेड़ की ख़ुशबू…..वो याद दिलाती है जब हम पापा के साथ जेके मंदिर गये थे….वही पेड़ हमने जब ख़ुद का घर ख़रीदा तो लगवा लिया….अब उसी पेड़ की ख़ुशबू ये याद दिलाती है कि दिवाली आने वाली है
Dada balushahi shyad Afghanistan me koi Balashah naam ka raja tha uske liye banai gayi mithai ka naam Balashah rakha gya Jo humare pas tak ate ate balushahi hogyi.
अब 4 दोस्त मिलकर गप उड़ाना भी भूल गए, समय ही नहीं किसी के पास। कल ही किसी दोस्त ने सजेस्ट किया मुझे। अच्छा लगा, लगा तीन दोस्तों के साथ गप्पे मार रहा हूं लेकिन खुद चुप बैठा हूं।
Mujhe toh petrol ki khushboo, ghar ke har kamre ki apni khushboo, paani barsane se pahile hawa ki , papa aur ma ke takiyon ki sab ki khushboo yaad hai. Aaj bhi kharbooja, aam soongh kar hi kharid paati hoon.. Nadi ke paas ki ghaas, garden ki grass alag khushboo pata hai
Hamre bichar se , ihaan musal nahi khal batta ki baat hot rahi. musal ma jyada dhaan wagairah kota jaat tha. Masala , Singhada ye sab khal batta ma. Addiction hui gayi hai ab to Teen taal ke. Bahot dino ke baad freshness ka ehsaas.
10 साल का रहा होऊंगा, साइकिल पे एक बरतन बेचने वाला आता था। सीजन के हिसाब से कभी-कभी टिकली-सिंदूर भी लेके आ जाता था। ऐसे ही किसी दोपहरिये में टाभो गाछ (lime) के नीचे मम्मी और चाची अपने धर्म का पालन करते हुए उससे सारे चीज़ों का दाम पूछ रहीं थी। तभी मेरी नजर उसपे पड़ी। लाल सी, सुंदर सी, उसके झोलों के बीच से पहली बार मैंने उसे देखा। छोटा था, मम्मी को कैसे कहता कि ई चाही। सो बात दिल मे ही दबा ली। सालों बीते, दशकों बीते - कितनी ही जुल्फें, कितने ही रजनीगंधा की सुगंध से परिचित हुआ। लेकिन जो वो पच्चीस रुपय वाली कोबरा मिल गयी होती तो आज जिंदगी कुछ और होती।
तीन ताल की लत पूरी तरह से जकड़ ली है अब तो कमलेश ताऊ से मिलने का मौका तलाश रहा हु .........❤❤❤❤
तीन ताल के ब्रह्मा, विष्णु, महेश और बाक़ी सभी तीन तालियों को जय हो!
पिछला एपिसोड जिसका मुख्य विषय गंध था, सुनकर सच्ची में मन मुग्ध हो गया। सोचने में इतना सरल विषय, पर उस पर भी इतना विस्तृत विचार विमर्श - बात से बात निकली और पता ही नहीं चला की समय कैसे निकल गया।
जब बातचीत फलों की महक की हो रही थी तो मुझे एक क़िस्सा याद आया जब कुछ दिन पहले हम मलेशिया में थे। एक दोस्त के कहने पर मैंने और पत्नी ने, वहाँ का एक मशहूर लोकल फल, डूरियन खाया। मलेशिया, सिंगापुर, थाईलैण्ड में उपलब्ध इस फल को फलों का राजा माना जाता है जैसे की भारत में आम। बाहर से इसका आकार नोकीला, कटहल जैसा होता है और अन्दर इसके पीले रंग का गूदा भरा होता है। चखने में मीठा, नरम और मलाई दार लेकिन महक ऐसी जैसे सड़े प्याज़ या सड़क पर बिखरी हुई पुरानी उलटीं की। आप सोच सकते हैं विडंबना - ऐसे लगा जैसे टायलट में बैठ कर जलपान कर रहे हैं। हमारी हालत तब और बिगड़ी जब खाने के कुछ समय पश्चात मुँह से लंबे लंबे डकार और पीछे से वैसी ही दुर्गंध भरे गैस के गोले निकलने शुरू हुऐ। ऐसा लग रहा था जैसे पुरा शरीर व कपड़े उस फल की महक कहें या दुर्गंध से लथपथ हो गये हैं। कुलदीप सरकार बात कर रहे थे गंध का सपनों में आना - मैं यक़ीन से कह रहा हूँ कि अभी भी जब बिस्तर में लेटे हुए या नींद में कभी यह वाक़या याद आता है तो मुझे मुँह में मिठास और अपने आप से दुर्गंध आनी शुरू आ जाती है!
सुगंध और दुर्गंध को पसंद करने वालों सभी मित्रों से गुज़ारिश है - आपकी ज़िंदगी अधूरी है अगर आपने इस फल का सेवन नहीं किया।
- सुनील, साउथ औरेंज, न्यू जर्सी, अमेरिका।
Teen taal is like therapy :) makes one feel a lot lighter . We are living in a high strung environment with bad news everywhere teen taal is like an oasis . Well done to Tau, Kuldeep & Khan cha. You folks give the required relief. Meeting Tau and Khan cha was like meeting therapists :)
Aaj ka intro toh bahut zyada relatable ho gaya... I have seasonal allergies and the last and this week has been very "sneezy" for me and many others like me, including my mother. Ab kha rahein hain roz allergy ki dawaai.
नये मटके में पानी भरने के बाद अपने बाली खुशबू गजब होती है
Asif cha is everyones favourite ❤
Teen taal ke Whatsapp group ka link kha milega
क्या बात क्या बात आज ही"जाने भी दो यारों" देखी मैंने मज़ा ही आ गया
Har episode ki tarah ye episode bhi bahot majedaar laga....
Jai Ho, Jai Ho, Jai Ho!
जय हो, जय हो, जय हो,
तीन तालियों की जय हो,
और मंगल हो।
लगातार गूंगे के गुड़ की तरह इस कार्यक्रम का आनंद लेते-लेते आज मन हुआ की पत्र नुमा कमेंट कर दिया जाए।
मैं पहली बार यूट्यूब पर किसी वीडियो को देखकर कमेंट कर रही हूं, खुद को यकीन नहीं होता कि यह इंवॉलंटरी है,
मेरे 17 साल के बेटे के सलाह पर इस कार्यक्रम को सुनना शुरू किया और मुझे प्रसन्नता है कि मेरा बेटे का टेस्ट अच्छा
शानदार कार्यक्रम, अच्छी बातचीत, ज्ञान की गगरी को छलक छलक तक भर देने वाला कार्यक्रम, आज के दौर में इस शानदार पॉडकास्ट और यूट्यूब टेलीकास्ट के लिए बधाई हो, और मंगल हो।
Accha episode tha 😂😂😂 maja aaya..ek topic suggest karta hun batwara pe baat ho sakti hai Gao me kaafi ajibo gareeb batwara dekhe hai jaise ek baar maine Ganje ka batwara dekhna hai hai😂😂😂.
वाह भाई वाह , ताऊ आप ताऊ बहुत जानते हैं गंध , दुर्गन्ध , और इसकी पैथो-फिजियो के बारे में. कैहने को तो मैं ENT विशेषज्ञ हूँ , रिटायर हुए १० साल हो गए , यह सब मुझे याद नहीं .शाबाश l.
Aap log hindi bhasha ko bacha rahe ho ...Jai ho❤
नयी किताबों को खोलते ही जो सूंघ आती थी लगता है पूरी किताब पढ़ लूँ ये शायद मिस हो गया। ताऊ से ये मिस हुआ ग्रेट सरप्राइज। तीन ताल सुनते ही मैं 40 सालपहले पहुँच जाता हूँ जहां ताऊ जैसे अग्रज हुआ करते थे❤ आपका विमल kanupriya रसायन
ताऊ खानचा और सरदार को डायरेक्ट UK से जय हो..
तीन ताल के पहले सिझन का दूसरा या तीसरा एपिसोड होगा जब एक दोस्त ने इससे रूबरू कराया था लेकिन उस समय 'ये क्या बकवास है' ऐसा बोल के छोड़ दिए थे | पिछले साल भर से UK रह रहा हूँ और अपने देश का हालचाल जानने की इच्छा ज्यादा रही थी | मेरे प्रिय दोस्त अभिषेक ने फिर से तीन ताल से रिश्ता जोड़ दिया | अब स्थिति ऐसी बन गयी है की पिछले महीने भर से रोज २ एपिसोड देखे बिना दिन नहीं कटता |
मेरे जैसे छात्र के लिए तीन ताल एक शोध का विषय बन सकता है की, किस तरीके से देश दुनिया ने होने वाले खबरों पर वास्तविक दृष्टिकोण से पत्रकारिता की जा सकती है | हाल ही में हुए कोलकाता की घटना पर ताऊ ने जो बात कही उसको यहाँ की सरकारों ने और निति बनाने वालों ने समझने की जरूरत है (इसको मैंने ट्वीट भी किया था)| मैं एक मिस्त्री के परिवार से होने के कारण राज मिस्त्री वाला एपिसोड मेरे दिल के करीब रहा है | मैं खुद को खाना बनाने का शौक़ीन समझता था लेकिन पुष्पेश पंतजी ने मेरा भ्रम तोड़ दिया और मुझे यह अहसास हुवा की, 'हम लोग खाना खाने की और जायके की तमीज भूल गए है |'
क्लासेस ख़त्म हो चुके है और भारत में वापसी सितंबर के आखरी में है | अब यही लक्ष है की जितना भी कोटा बचा है उतने तीन ताल के एपिसोड देखने-सुनने है, पिछले सप्ताह से दिन में ३ एपिसोड पुरे कर रहा हूँ | भारत वापसी के बाद अब आप तीनों से मिलना यह भी एक लक्ष है, कैसे मिल पाएंगे, यह व्यक्तिगत रूप से बताने का कष्ट करें | तीन ताल में ताऊ मेरे फेवरेट भले ही हो लेकिन शेर खान के कारण खान चा से अलग ही प्यार हुवा है (उनकी चिठ्ठी अलग से लिखूंगा )|
बाकी आप सुनाते रहीए..... हम सुनते रहेंगे.....
फिर से आप सभी को ढेर सारा प्यार और जय हो... जय हो... जय हो...
जय हो...जय हो!
अनेक गंध से संबंधित प्रकरणों की चर्चा के पश्चात ऐसा प्रतीत होता है कि आपने सभी विषयों पर सम्यक विचार किया है, किन्तु एक गंध की कथा अब भी शेष है। खांचा के कॉपी में परफ्यूम लगाने का निहितार्थ क्या समझा जाए? आपके विचारशील किस्सों को सुनने के पश्चात, मेरा मन इस साधारण-सी बात को भी गहनता से सोचने को प्रेरित हो गया है।
पहले सुनेंगे, फिर विश्वास करेंगे।
सादर,
Amit sir you nailed it at 02:19:39
You have an inspirational personality❤
itna to video ka length hi nhi hai
😂@@AtulKshitij
Sorry bro, amended@@AtulKshitij
बनारसी पान भाई क्या ही अच्छे से किस्सा सुनाया मजा आ गया 😂🙌
भाई शर्मा जी के बेटे, जय हो, आप शाहपुरा से है यह बताना भूल गए, जिस मूसल धारी का अपने जिक्र किया उसके साथ हम क्रिकेट खेले हैं भीलवाड़ा में, उसके जिक्र भर से फिर सहम गए हैं । अजब ही दुर्दांत घटना थी वह 😔
Tau mai lucknow se hoon , aap shayad bahut pehle charbagh aye honge , ab kaafi saaf rehta hai😊
Jawaani me aaye honge 😅
Aapka episod ka intzar duradarshan time wale Sunday wali film jaise feel hota hai jai ho jai ho ❤
तीन ताल सुनना अच्छा लगता है , ताऊ चाचा और कुलदीप जी सभी को तीन ताल की जय हो और बहुत सारा प्रेम और सम्मान भी।
पिछले कुछ दिन बतौर नागरिक थोड़ा आसाहीन महसूस हुए फिर अहसास हुआ अमृत काल चल रहा काफी लोग ऐसा महसूस कर ही रहे हैं तो आप उस मधुर अहसास से कैसे अपने को अछूते रखते।बात बहुत सामान्य सी हुई है घर में चोरी हुई है और पुलिस वही कर रही जो वो सदा से करती आई है....बाकी सब मजे में जय हो
जय हो, जय हो, जय हो।
1:09:51 खान चा हिरोइन के नाम पर खो गए 😂😂😂
इस एपिसोड की महक इतनी स्ट्रॉन्ग है की बहुत साल याद रहेगा।
Request you to upload this in the morning.
जय हो जय हो जय हो
खां चा लव जू
ताऊ प्रणाम
और सरदार को राम राम
Jai ho … wonderful podcast specially on fragrances/smell of various things , perhaps i may dare to recommend a korean oscar winning film “Parasite” which is on theme of smell of rich people and smell of poor people , very interesting movie and i am sure Taujii will like it … often i observed that our Khanchachha laughs like Ganbarsing of Sholey film,it look like he got a subconsciously huge influence of Amzad Khad / Gabbar singh .. BTW where we can get shirts like Taujii wears, the red pineapple half sleeve shirts looks amazing and elegant. ..Jai ho jai ho jai ho
ujjain se jay mahakal sir, kl time nhi mila to aaj somvati amavshya ko episode ko pura krenge or Agle episode ka wait krenge or sourav sir ko phir bulaya jaye
Jai ho jai ho jai ho.. ❤❤❤
आदरणीय ताऊ, खान चा और सरदार, आप लोग महीने में एक चिट्ठी विशेषांक रखें और उसे अपने विशेष टिप्पणियों से अलंकृत कर सामान्य मानविकी की भावनाओं को उद्दीपित करें।
सादर, कृष्णा नंद राय, बलिया-भूबनेस्वर
Hey
Production vale bhaiya
Aapse savinay nivedan hai ki kripa krke isse morning me 7 se 8 baje tak kar diya kro taki
Hum subah kam krte dekh le dopahar me hum kuchh padte hai Saturday sham ko it vale bahar party me yaar mere ghar hi sham ko house party hoti us time sun nhi sakte to kripa karke dhyan de nhi soch lo aap
Tau ko pranam sardar bhai ko sah prem aur khan cha ko love you
Aur product vale bhaiya ko dhamki bahara bhai jayda moz me nhi krte kripa kayede me rho fayade rhoge 😂❤❤❤❤
Apaka teen taaliya
Munshi ji
1:31:10 ताऊ हमारे यहाँ उस पाउडर को गमक्सीन बोलतें हैं
sir ek rquest he aap every month 1 extra episod rakhiye chhithi special
मैं “ तीन ताल “ का चाहने वाला हूँ -८९ के सन में -दूर दराज़ US में ।
Jai ho jai ho jai ho
Jai Ho, Jai Ho, Jai Ho
Hum first,hum first
जय हो जय हो जय हो😍
Jai ho jai ho jai ho ।
Pahla deo/perfume ke naam pe charlene lagaya tha ekdum spirit ki mahak । Army canteen ki sabse sasti perfume
Yes, it is possible to experience smells in dreams, though it's not as common as experiencing sights, sounds, or emotions. The ability to smell in a dream depends on various factors, including how vivid the dream is and how strong the connection is between the dream and real-life experiences related to smell.
Research suggests that people who have a strong sense of smell or who are more attuned to scents in their waking life might be more likely to experience smells in their dreams. Smells in dreams can be influenced by memories, emotions, or even external smells present in the sleeping environment that the brain integrates into the dream narrative.
However, not everyone reports smelling things in their dreams, and it's generally considered less frequent compared to other sensory experiences.
Jai ho ... Jai ho ... Jai ho
आज का एपीसोड जितनी देर सुना, उतनी देर मुझे अपने गांव मे बनने वाले गुड़ की महक आती रही। गुड जब पकने वाला होता है तो उसकी महक दूर तक फैल जाती है।
Jai ho!
Jai ho!
Jai ho...!
Sardar bhai aaj ka episode me bhut thoda kuch nya tha nhi to yesa lga ki ye purane kai episode ka misrand h yesa pahalu bar mujhe mahsus hua...
Pyar ki bhi ek apni alag khushbu hoti har
जय हो 🙏🏻
ख़ान चा मेरी भी favourite मिठाई बालू शाही है ☺️☺️☺️
ताऊ………, please don’t call it over rated 😌
Jai Ho jai ho
love you sardar and khancha and paye lagu tau ..jai jo jai ho jai ho - duddhi ka awara
Bas Kavita sunte hin like button Diya👍
Teen tal = Nostalgia bechne ka acha zariyaa h ...
01:36:25
01:42:00
Jai Ho Jai Ho Jai Ho
2:30
2:17:18 हमे आश्चर्य हुआ की आप मराठी कविता भी पसंद करते है
Kuldeep: yah mahilayen hi kyon kidney Dan karti hai?
.
Khancha be like: yah daru ganje aur coke wala kidney dega tu😂😂😂
Pls add timestamp
जो हुकुम मेरे आका 😊
Yeh sams tahir khan ka bhai hain kya?
Jaisa ki kaha gaya tha ki chhithhiyo ke ek vishesh episode hoga to hum sab teen taaliye( aapne recognise nahi kiya hai abhi tak mujhe yani Anand Pandey jo allahabad ke rahne wale hai aur Mundra Gujrat, Mathura home state fir Paradip Odisha aur ab Mumbai aka Mutton Rashtra me rahne wala as a Teen Taali. Par mai hu. Jaisa Sharukh Khan sahab kah gaye hai ki ektarfa pyar bhi pyaar hota hai. Jiski pushti Zakir Bhai bhi kar chuke hai. To aap log nahi sunenge to bhi koi baat nahi. Par mai hu Teen Taaliya) ke liye aur usme topics btayenge ki kispe kispe aur baat honi chahiye. Mere kuchh suggetions hai.
1. Ghar ki pahli cycle se lekar Ghar ke aadmi ki khud ki gaadi aur car lene ki khushi aur chinta.
2. Jo bhi log cricket Wale hai unka pahla match jo wo yaad kar paate hai jo unhone TV pe dekha tha matlab Ghar me TV aaya to kyu aur kab? Aur kab usme cable connection laga.
3. Pahli baar Sar ke baal kab aur kyu poore chhel diye gaye Mundan ke baad.
4. Video Games Mario Contra ke baare me. Jo usi Tv me connect hota tha.
5. Maata ji ki pitai to Roz ki hoti thi brush karne se lekar school bus me bithaane tak. Par pita ji ka thappad.
Aur bhi hai. Ummeed hai ki koi ek topic to lenge hi.
Jai ho. Jai ho. Jai ho.
Tau aapko dekhane ke baad Duniya alag lagti hai. Gazab insaan hai aap aur aapka point of view. Nat mastak.
Khancha... Aapki hasi aapka oho ho ho maza ke saath gazab prabhav deta hai.
Sardaar. Tum to chhote bhai ho guru. Kabhi mile to Aaj ke letter ki tarah bolenge... Ye nahi dekha? aao dikhaate hai.
Aur last me Chhota sa request. Mai bas Tau se ek baar phone me baat karna chahta hu. Tau ka email id milega kya?
Moi to samjhe run out
11:52 khan cha ka aaah ah ahhh 😂😂 chub gya lgta h inhi ko
सरदार ऑडियो चिट्ठी को फोन माइक में लगाकर नहीं सुनाया करो। आवाज फट जाती है, आज तक मुश्किल से एक आध ऑडियो चिट्ठी समझ आई होगी। कोई केवल वेबल लगा कर चला लिया करो स्पीकर में। सुनाई तो सही से दे। जय हो
Lawmaker knowledge shows the iq of our country
ताऊ ने एक एपिसोड में एक बार कहा था की वह रिटायरमेंट के बाद एक ऐसी जिंदगी जीना चाहते हैं जहां वो सिर्फ एक लूंगी पहने रहना चाहते हैं ओर कुछ भी नही। तो क्या अब ताऊ वो जिंदगी जी पा रहे हैं?
First comment in youtube -
Khan sahab bhi sevenger dekhte hai😂😂😂
Tau Aaj se balushahi band❤
वनस्पति के पेड़ की ख़ुशबू…..वो याद दिलाती है जब हम पापा के साथ जेके मंदिर गये थे….वही पेड़ हमने जब ख़ुद का घर ख़रीदा तो लगवा लिया….अब उसी पेड़ की ख़ुशबू ये याद दिलाती है कि दिवाली आने वाली है
दिवाली सर्वोत्तम है
Time index v daal dia krein please
Teen taal ka level girta ja rha hai
Tau kabhi kabhi cutiee lgte hain 😊
2:06:50 faizuu introvert ki chithhi
आज हम दसवें स्थान पर ही आना चाहते थे 😎
😅 कामयाब रहे आप
Ap mahan bhadwy h janab😊😊😊😊😊
@@hgddbnxshjkjgszcbmkkxsfhldwtug शुक्रिया जनाब आप खुश रहो 😂
@@vdixit11 sabhi bhadwa bhava😊😊😊😆😆😆
चौहत्तर किधर पड़ेगा 😂😂😂लाजवाब
Sardar ki Jai ho
Nice pineapples tau, upside down bhi hote hain yeh. Khancha ne gobar ke kafi flavor gina diye.
Dada balushahi shyad Afghanistan me koi Balashah naam ka raja tha uske liye banai gayi mithai ka naam Balashah rakha gya Jo humare pas tak ate ate balushahi hogyi.
18:32
Ye sabhi Amethi loksabha ke stations hain.
Under "vismriti" Scheme.
Dar ki vjh se adrenalin harmons secret hota hai usse predators sense kr lete hai
Surprised that Tau choose Kafir Lime over Gondhoraj
First hum ...first hum...😅
Maa ki sugandh bhi bht behtareen hai
अब 4 दोस्त मिलकर गप उड़ाना भी भूल गए,
समय ही नहीं किसी के पास।
कल ही
किसी दोस्त ने सजेस्ट किया मुझे।
अच्छा लगा,
लगा तीन दोस्तों के साथ गप्पे मार रहा हूं
लेकिन खुद चुप बैठा हूं।
ताऊ का कोई सानी नहीं है मज़ा आ जाता है
Phulwariya se toh main bhi hun Banaras siddhi vinayak colony se
नई पुस्तक, ताज़ा ज़ेरॉक्स किये हुए पन्ने, पेट्रोल यह गंध मुझे सुकून देती हैं और सबसे घटिया गंध मुझे कमांडर जीप से आने वाली धातु की गंध।
Rogan badam sheeren😂😂
Kamlesh Tauu aap jharkhand mein Kya Dhanbad Se hain
Deoghar
Tau hum bhi Jamui se hai
Kabhi devghar ke panda pe bhi charcha kariye
Intazar rahega
साथ कंगना, तो आरसी क्या। है जोकर प्रभास, तो वारसी को क्या?
Mujhe bakri ki gober ki khusboo achi lagti hai
15:35 "tau- ye desh bahut badtameez ho gya hai", tau ko dialog writing start kerni chahiye ab as a hobby 😂
Mujhe toh petrol ki khushboo, ghar ke har kamre ki apni khushboo, paani barsane se pahile hawa ki , papa aur ma ke takiyon ki sab ki khushboo yaad hai.
Aaj bhi kharbooja, aam soongh kar hi kharid paati hoon..
Nadi ke paas ki ghaas, garden ki grass alag khushboo pata hai
Mai naya naya teen taliya hu
yeh baba kyu nhi aate ab ?
हमारे इधर महाराष्ट्र मे Balck मॅजिक मे जो पुतले के साथ करते हैं उसे " भानामती" कहते हैं
Hamre bichar se , ihaan musal nahi khal batta ki baat hot rahi. musal ma jyada dhaan wagairah kota jaat tha. Masala , Singhada ye sab khal batta ma.
Addiction hui gayi hai ab to Teen taal ke. Bahot dino ke baad freshness ka ehsaas.
Naya nasha mil Gaya hai teen taal ke roop me....
1:30:01 नकसीर फूटने पर पिन्डोल मिट्टी सुंघाई जाती है। ऐसा क्यों हुआ होगा
Tau 😂😂❤❤
10 साल का रहा होऊंगा, साइकिल पे एक बरतन बेचने वाला आता था। सीजन के हिसाब से कभी-कभी टिकली-सिंदूर भी लेके आ जाता था। ऐसे ही किसी दोपहरिये में टाभो गाछ (lime) के नीचे मम्मी और चाची अपने धर्म का पालन करते हुए उससे सारे चीज़ों का दाम पूछ रहीं थी। तभी मेरी नजर उसपे पड़ी। लाल सी, सुंदर सी, उसके झोलों के बीच से पहली बार मैंने उसे देखा। छोटा था, मम्मी को कैसे कहता कि ई चाही। सो बात दिल मे ही दबा ली। सालों बीते, दशकों बीते - कितनी ही जुल्फें, कितने ही रजनीगंधा की सुगंध से परिचित हुआ। लेकिन जो वो पच्चीस रुपय वाली कोबरा मिल गयी होती तो आज जिंदगी कुछ और होती।
Chemistry lab ki hydrogen sulphide ki bhee apni mahak hoti jo batati hei ki school mei lab kaha hei
Diljale Brinjale