जो नारी लाज मर्यादा और संकोच का त्याग कर हमें भिक्षा दे हम उसी से भिक्षा लेते हैं |
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- เผยแพร่เมื่อ 17 ต.ค. 2022
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जानिए क्या है श्रीगणेश पुराण !
गणेश शिवजी और पार्वती के पुत्र हैं।
उनका वाहन डिंक नामक मूषक है।
गणों के स्वामी होने के कारण उनका एक नाम गणपति भी है।
ज्योतिष में इनको केतु का देवता माना जाता है और जो भी संसार के साधन हैं, उनके स्वामी श्री गणेशजी हैं।
हाथी जैसा सिर होने के कारण उन्हें गजानन भी कहते हैं।
गणेश जी का नाम हिन्दू शास्त्रो के अनुसार किसी भी कार्य के लिये पहले पूज्य है। इसलिए इन्हें प्रथमपूज्य भी कहते है।
गणेश कि उपसना करने वाला सम्प्रदाय गाणपत्य कहलाता है।
गणेशजी के अनेक नाम हैं लेकिन ये 12 नाम प्रमुख हैं- सुमुख, एकदंत, कपिल, गजकर्णक, लंबोदर, विकट, विघ्न-नाश,विनायक, धूम्रकेतु, गणाध्यक्ष, भालचंद्र, गजानन। उपरोक्त द्वादश नाम नारद पुराण में पहली बार गणेश के द्वादश नामवलि में आया है।[1] विद्यारम्भ तथ विवाह के पूजन के प्रथम में इन नामो से गणपति के अराधना का विधान है।
गणपति आदिदेव हैं जिन्होंने हर युग में अलग अवतार लिया। उनकी शारीरिक संरचना में भी विशिष्ट व गहरा अर्थ निहित है।
शिवमानस पूजा में श्री गणेश को प्रणव (ॐ) कहा गया है।
इस एकाक्षर ब्रह्म में ऊपर वाला भाग गणेश का मस्तक, नीचे का भाग उदर, चंद्रबिंदु लड्डू और मात्रा सूँड है।
चारों दिशाओं में सर्वव्यापकता की प्रतीक उनकी चार भुजाएँ हैं।
वे लंबोदर हैं क्योंकि समस्त चराचर सृष्टि उनके उदर में विचरती है। बड़े कान अधिक ग्राह्यशक्ति व छोटी-पैनी आँखें सूक्ष्म-तीक्ष्ण दृष्टि की सूचक हैं।
उनकी लंबी नाक (सूंड) महाबुद्धित्व का प्रतीक है।
प्राचीन समय में सुमेरू पर्वत पर सौभरि ऋषि का अत्यंत मनोरम आश्रम था। उनकी अत्यंत रूपवती और पतिव्रता पत्नी का नाम मनोमयी था।
एक दिन ऋषि लकड़ी लेने के लिए वन में गए और मनोमयी गृह-कार्य में लग गई। उसी समय एक दुष्ट कौंच नामक गंधर्व वहाँ आया और उसने अनुपम लावण्यवती मनोमयी को देखा तो व्याकुल हो गया।
कौंच ने ऋषि-पत्नी का हाथ पकड़ लिया।
रोती और काँपती हुई ऋषि पत्नी उससे दया की भीख माँगने लगी।
उसी समय सौभरि ऋषि आ गए।
उन्होंने गंधर्व को श्राप देते हुए कहा 'तूने चोर की तरह मेरी सहधर्मिणी का हाथ पकड़ा है, इस कारण तू मूषक होकर धरती के नीचे और चोरी करके अपना पेट भरेगा।
काँपते हुए गंधर्व ने मुनि से प्रार्थना की-'दयालु मुनि, अविवेक के कारण मैंने आपकी पत्नी के हाथ का स्पर्श किया था।
मुझे क्षमा कर दें।
ऋषि ने कहा मेरा श्राप व्यर्थ नहीं होगा, तथापि द्वापर में महर्षि पराशर के यहाँ गणपति देव गजमुख पुत्र रूप में प्रकट होंगे (हर युग में गणेशजी ने अलग-अलग अवतार लिए) तब तू उनका डिंक नामक वाहन बन जाएगा, जिससे देवगण भी तुम्हारा सम्मान करने लगेंगे। सारे विश्व तब तुझें श्रीडिंकजी कहकर वंदन करेंगे।
गणेश को जन्म न देते हुए माता पार्वती ने उनके शरीर की रचना की।
उस समय उनका मुख सामान्य था।
माता पार्वती के स्नानागार में गणेश की रचना के बाद माता ने उनको घर की पहरेदारी करने का आदेश दिया।
माता ने कहा कि जब तक वह स्नान कर रही हैं तब तक के लिये गणेश किसी को भी घर में प्रवेश न करने दे।
तभी द्वार पर भगवान शंकर आए और बोले "पुत्र यह मेरा घर है मुझे प्रवेश करने दो।"
गणेश के रोकने पर प्रभु ने गणेश का सर धड़ से अलग कर दिया।
गणेश को भूमि में निर्जीव पड़ा देख माता पार्वती व्याकुल हो उठीं।
तब शिव को उनकी त्रुटि का बोध हुआ और उन्होंने गणेश के धड़ पर गज का सर लगा दिया।
उनको प्रथम पूज्य का वरदान मिला इसीलिए सर्वप्रथम गणेश की पूजा होती है।
गणेशजी के अनेक नाम हैं लेकिन ये 12 नाम प्रमुख हैं- सुमुख, एकदंत, कपिल, गजकर्णक, लंबोदर, विकट, विघ्न-नाश,विनायक, धूम्रकेतु, गणाध्यक्ष, भालचंद्र, गजानन। उपरोक्त द्वादश नाम नारद पुराण में पहली बार गणेश के द्वादश नामवलि में आया है।[1] विद्यारम्भ तथ विवाह के पूजन के प्रथम में इन नामो से गणपति के अराधना का विधान है।
पिता- भगवान शंकर
माता- भगवती पार्वती
भाई- श्री कार्तिकेय (बड़े भाई)
बहन- -अशोकसुन्दरी
पत्नी- दो (१) ऋद्धि (२) सिद्धि (दक्षिण भारतीय संस्कृति में गणेशजी ब्रह्मचारी रूप में दर्शाये गये हैं)
पुत्र- दो 1. शुभ 2. लाभ
प्रिय भोग (मिष्ठान्न)- मोदक, लड्डू
प्रिय पुष्प- लाल रंग के
प्रिय वस्तु- दुर्वा (दूब), शमी-पत्र
अधिपति- जल तत्व के
प्रमुख अस्त्र- पाश, अंकुश
वाहन - मूषक - บันเทิง
જય ભોલેનાથ હર મહાદેવ પૈસા પંદર મિનિટ પહેલા માં ❤❤❤
❤❤
Treedevo ko koti koti pranam
जय हो
Jai Ho Sati Ansuiya MaiyaKi.
Saht shat parnaam sati ani suyin
जय श्री Bhrmdev जय श्री Vishnu dev जय श्री महादेव आपको मेरा कोटि -कोटि प्रणाम
जय होस्माता अनसुयाको
Jai shree gunesh dewa
Om namah shivaya
Yasodhar jha
जय हो।अति उत्तम
जय श्री कृष्णा 🙏
Jai Shri Ram
Jai Mata anshuya ji koti koti parnam
Jai mata Anasuya
तीनों देव झुलाये रुप बालक का उसने बनाया!
थी सत्य पर अटल वो, अन्सुया ने ये कर बताया!!
नारी से दुनिया है..
🙏जय हो त्रिवेंद्र 🙏
1¹1
Pakhadion.se.bhara.h.sare.kirdar.luchcha.luchchi.logon.ko.gumrah.karke.apna.ullu.sidha.kare.wo.pakhandi
Jay
Maayer shree charno me koti koti pranam
jai mata anusuiya ki
जय मां अनसुया माता जी ki jay ho
Jai. Ho. Mata. Ki
जय हो मां अनुस्या
Jaiho माता अनसुयकी
DAV singh Thakur Jay ho Shree aanusya mata Ji
ॐ जय सति माता कि जय हो
जय श्री राधे कृष्णा
क्या गप्प परोसा , बहुत ही सुंदर,बहुत ही अच्छी लगी वीडियो , मनोरंजन हेतु
बहुत बहुत धन्यवाद
Jay Ho ansuya Mata
hu
Laaz maryaada to naari ka aabhooshan hota hai.
Mata sati anusuyeeya ki jay ho.
Hame apane sanskriti par garv hai.
Jay shree ganesh
Fr
Jay shree ansuya maa
Om dattatreya namah
😊 Jay Ho Mata ansuya Jay Ho Mata Anusuya
Brahma, Vishnu Mahesh ke Patniyon se be Maata Ansuya Mahan the kyon ke wo Sati the. Jai Maata Ansuya. Aap ke jai ho,
Jay Mata Rani ❤❤
Jai ho Mahasati Anusuya ji ki jai ho.
Jai mata anusuiya
इन भगवानों की वाट तो अच्छी ढंग से देवी अंसुइया ने लगाई , हमे तो रुलाते रहते हैं ये तीनों
Aukat me bola kr 😡teri vat to vaise bhi lagegi ab
Har har mahadev🙏
Jai jai kar ho ❤
जय माता अनुसुइया।
હવન કરવો ભગવાનની પ્રાર્થના ભાઈ ફાસ્ટ
Jai mata ji
Tridev ko koti koti parnam
Har har mahadev
Guru maa ke god me tino dev har har mahadev
❤KAHBHYEE ESHTREE PAAR SHANHKAA NAHI. KARNHYEE CAHIYAI UNHKOA KHULLHAA CHOOAR DEYNHAA CAHAYAI JISHSAYAI UNHKOA PATHAA CAHALYAI KI DUNIYAHA KISS MOHAAR SAYAI GHUJAHAR NHAA PASAND KARTHYEE HAYAI .
उप😅
जय माता अनसुइया देवी
Jay ho mata
Om Laxmi Narayan bhag WAN ki Jai siya war ram Chandra ki Jai har har Mahadev shiv shankar mata parwati ki Jai Atul jalalpur bilgram hardoi up
😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊
🎉😂🎉@@MohanSingh-kg7qsइस😊😊😊😅😅 1:32 1:33
Sahi baat hai
Jay bhagwan bharhama vishnu mahesh
Jai ho mata ji
Maa maha sati
Hari Sharanam Jai ho maiya
Gurudev datta
Jai shri ram🙏 17:07
खरं आहे
🙏 નમસ્કાર
Jay shree bhagwan bharhama vishnu mahesh
Jay Ho Mata ansuya Ki
Jay ho 🙏
Jayho ansoya maata kijay
Jai Jai Bharat bhumi
Jay ho mata anusuiya ki
जय श्री राम🙏🙏
Jay mata di
Jay man athi Ansuiya.
Jay ho mata anusuiya
Jay shri radhe krishna👃👃👃
Mata. Aap. K. Sadha. Jai. Ho
OM namah shivay..🙏🏻♥️♥️
Om namah shivay🙏🙏🙏🙏🙏
बाबा अत्री मुनि जी सहित माता अनुसूइया जी नमो नमः
Jai. Maa. Ansuiya
Jai Mata Di ❤🙏🙏
Hindu Dharam ka Vinas purano ka parakaram hai
Om namah shivay
N u
જય માં સતી અનસૂયા દેવી
😊😊
Snatan Dharm ki jai
Sati Anusuya ki Jay Ho Sanatan Dharm ki Jay Ho Tridev ki Jay Ho
Jai ho ansuiya ma
Jai shri anushiya mata ki 🎉
माता अनुसूया को कोटि कोटि नमन। मां हम पर भी दया करना।
Ram ram
Jai Mata
🎉 Jay Shri Krishna
ब्रम्हा visnu महैश् की जय।
Jai ho mata anusuya ki
Jay Gurudev
❤ जय श्र
Jai janani anusuya mata
Jai shree mataji anusuya
Jai ho Mata Anusuya ki ❤
Jai mata ansuiya
Jay mata di🙏🙏
A guna kisi sadhran admi ne kiya hota to narak bhuktana padta teeno devo ko bhi narrak kund milna chahiya
jayhoy
Mata anusuiya ki Jay Ho
Aisa Gyan Sabko De Prabhu Dhanyavad sabka Mata ka
Jaya Mata.sita❤❤❤❤
Jay Ho ansuya Mata ji ki
Shiv sambhu