एक कहानी ख़ास महिला की | अगुआ विद्रोही नायिका Phoolan Devi || Dr. Laxman Yadav
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 6 ก.ย. 2024
- Join this channel to get access to perks:
/ @drlaxmanyadav
मैं, लक्ष्मण यादव, Writer, Social Activist, Political Analyst, Expelled Assistant Prof., University of Delhi (बहिष्कृत असिस्टेंट प्रोफ़ेसर). सामाजिक, सांस्कृतिक व राजनीतिक मसलों पर सोचना, समझना, पढ़ना, लिखना, बोलना और बातें करना अच्छा लगता है. सामाजिक न्याय की वैचारिकी से बेहद प्रभावित हूँ. सामाजिक न्याय के भीतर आर्थिक और लैंगिक न्याय का समर्थक हूँ. न्याय, समता और समानता पर आधारित मोहब्बत से सराबोर दुनिया का ख़्वाब देखता हूँ.
अगर आप भी मेरे हमख़्वाब होना चाहते हैं, तो मुझसे जुड़िये.
Twitter Link :- / drlaxman_yadav
Facebook Page :- / dr.laxman.yadav.1988
Instagram :- / drlaxman_yadav
Shorts :- / @drlaxmanyadavshorts88
Vlogs :- / @drlaxmanyadavvlogs88
आपके स्नेह और सहयोग के लिए धन्यवाद
~लक्ष्मण यादव (#drlaxmanyadav #delhiuniversity)
ऐतिहासिक मानव माननीय मुलायम सिंह यादव ने श्रीमती फूलन देवी को संसद भेज कर दुनियाभर में एक न्याय के लिए मशाल खडा कर दिया जो दुनियाभर की महिलाओ को सदैव ऊर्जा प्रदान करती रहेगी।
Right 👍
🙏🙏🙏🙏
मै फूलन हूँ मुझसे सीखो कैसे अन्याय के खिलाफ लड़कर जिंदगी जी जाती है
#फूलन_देवी जी को #पुण्यतिथि पर शत शत नमन
वीरांगना फुलनदेवी अमर रहें आपको शत् शत् नमन
आज अखिलेश यादव से लेकर तमाम लोग फूलन देवी को श्रद्धांजलि देते हुए यह लिख रहे हैं की जुल्म के खिलाफ और न्याय के खिलाफ लड़ने वाली फूलन देवी को नमन
आप फूलन देवी पर कुछ फैक्ट जानिए और आप चाहे तो जालौन जिले में फूलन देवी के गांव जाकर इस फैक्ट को पता कर सकते हैं कि फूलन देवी पर जुल्म किसने की है
इसके सगे चाचा ने इसकी जमीन पर कब्जा कर लिया था..10 साल की उम्र में इसने अपनी मां से पूछा की मां हमारे चाचा के पास हमसे ज्यादा जमीन क्यों है तब इसकी मां ने बताया कि उन्होंने हमारी जमीन पर जबरदस्ती कब्जा कर लिया है क्योंकि उनके लड़के हमसे ताकतवर हैं
तब ये 9 साल की उम्र में अपने चाचा का सर फोड़ दी थी क्योंकि यह एक बच्ची थी इसलिए कोई पुलिस केस नहीं हुआ था
10 साल की उम्र में फूलन देवी के बाप ने इसे एक 45 साल के बूढ़े को ₹3000 में बेच दिया था इसका बूढ़ा पति भी इसी के जाति का था और इसके ऊपर बहुत अत्याचार करता था
एक दिन फूलन देवी पति के अत्याचार से तंग आकर अपने मायके आ गई.. कुछ दिन के बाद इसके भाइयों ने इसे जबरदस्ती इसके पति के घर भेज दिया वहां जाकर पता चला कि उसके पति ने कोई और महिला से शादी कर ली है फिर इसके पति और इसके पति की दूसरी पत्नी ने इसे घर से भगा दिया फिर यह वापस अपने गांव आ गई
मायके में सगे भाइयों से इसका काफी झगड़ा हुआ तब उसके सगे भाइयों ने इसके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट करवा दिया जिससे यह थाने में बंद हो गई तब गांव के ठाकुरों ने ही यह सोचकर इसका जमानत करवाया कि गांव की लड़की जेल में बंद हो तो यह गांव के लिए शर्मनाक बात है
एक दिन इसकी गांव में विक्रम मल्लाह नामक एक डकैत में धावा बोला और उसने फूलन देवी के साथ बलात्कार किया और विक्रम मल्लाह 4 दिन तक गांव में रुका छुपा रहा और जाते हुए वह फूलन देवी को भी अपने साथ बीहड़ में लेकर चला गया
विक्रम मल्लाह डकैतों की गैंग का सरदार नहीं था बल्कि सरदार बाबू गुर्जर था। एक दिन बाबू गुर्जर ने फूलन देवी का बलात्कार किया जिससे गुस्से में विक्रम मल्लाह ने बाबू गुर्जर की हत्या कर दी और पूरी गैंग की कमान अपने हाथ में ले लिया फूलन देवी विक्रम मल्लाह की रखैल बन गई उसके बाद फूलन देवी विक्रम मल्लाह के साथ अपने पति के गांव गई और अपने पति को और अपने पति के दूसरी पत्नी को मरणासन्न हालत तक पीटा और बीच-बचाव करने आए दो लोगों को गोली मार दी
डकैतों के एक दूसरे गैंग का मुखिया दादा ठाकुर जो मीणा/मैना था वह बाबू गुर्जर की हत्या से विक्रम मल्लाह से नाराज और दादा ठाकुर ने विक्रम मल्लाह की हत्या कर दी
विक्रम मल्लाह की हत्या से नाराज होकर फूलन देवी ने मीणा जाति के गैंग के सदस्य ठाकुर लालाराम मीणा को मार दिया
इससे दादा ठाकुर ने एक गांव में घुसकर मल्लाह जाति के 25 लोगों को मार दिया
फूलन देवी को शक था गांव के छत्रिय यानी ठाकुर समाज के लोग दादा ठाकुर मीणा के प्रति सहानुभूति रखते हैं और उसे संरक्षण देते हैं तब उसने बेहमई गांव में 22 ठाकुरों को गोलियों से भून डाला और एक 6 महीने की बच्ची को उठाकर आसमान में फेंक दिया जिससे वह बच्ची जमीन पर गिरी और उसकी गर्दन की हड्डी और रीढ़ की हड्डी टूट गई वह बच्ची आज भी जिंदा है लेकिन न चल सकती है ना बैठ सकती है वह बच्ची आज एक जिंदा लाश बन कर एक युवती बन चुकी है
बाद में वह एक मीडिया को बताई थी कि जब विश्वनाथ प्रताप सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और जब अर्जुन सिंह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब इन दोनों ने चंबल के बीहड़ो में डकैतों के खिलाफ बहुत बड़ा अभियान चलाया था और काफी डकैतों को मार डाला था
क्योंकि यह दोनों राजपूत थे इसीलिए उसे राजपूतो से नफरत हो गई थी
हालांकि फूलन देवी ने जो आत्मसमर्पण किया था वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के सामने ही किया था
यह सारे फैक्ट है
लेकिन मीडिया ने फूलन देवी को यह कहकर हीरोइन बना दिया कि उच्च जातियों के अत्याचारों से तंग आकर फूलन देवी ने बदला लिया
अब आप खुद विचार करिए कि फूलन देवी पर अत्याचार करने वाले कौन लोग थे
क्या फूलन देवी का पिता दोषी नहीं है जिसने फूलन देवी को 45 साल के बूढ़े को बेच दिया?
क्या फूलन देवी का चाचा दोषी नहीं है जिसने फूलन देवी के जमीन पर कब्जा किया?
क्या फूलन देवी के सगे भाई दोषी नहीं है जो उसे बार-बार उसके अत्याचारी पति के पास छोड़ आते थे?
क्या फूलन देवी का पति दोषी नहीं है जो उसके ऊपर अत्याचार करता था ?
क्या विक्रम मल्लाह दोषी नहीं है जिसने देवी का बलात्कार किया और उसे उठाकर बीहड़ लेकर चला गया और उसे अपराध की दुनिया में ढकेल दिया ?
लेकिन अफसोस लोगों को यही बताया जाता है दोषी तो उच्च वर्ग के लोग हैं
ओबीसी समाज का गौरव वीरांगना फूलन देवी जी को शत शत नमन वन्दन।
Pride of Bahujan ,
don't limit her to obc only 🙏
फुलन देवी को भारत रत्न मिलना चाहिये.
हम भी सहमत हैं
सौ प्रतिशत मिलना चाहिए भारत रत्न और ना केवल भारत रत्न ही मिला चाहिए बल्कि फूलन देवी जी को स्कूल और विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम में एक क्रांतिकारी महिला के रूप में पढ़ाया जाना चाहिए जो मुश्किलों का डट कर सामना की , अपने मान -सम्मान की लड़ाई लड़ी। अगर फूलन देवी को पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाता तो उन लड़कियों को हिम्मत मिलती जो ऐसे अत्याचार से पीड़ित होती हैं ,फूलन देवी एक मजबूत नारीवादी हैं, मैं उनके संघर्षों को सलाम करती हूं।
😂😂
बहुत ही मार्मिक और दिल दहलाने वाला मा. मुलायम सिंह यादव जी का भाषण
Ladke Josh me aa k balatkar kr dete hai to kya unko fansi de doge.... mulayam singh
वीरांगना फूलन देवी जी को शत् शत् नमन ।
आज अखिलेश यादव से लेकर तमाम लोग फूलन देवी को श्रद्धांजलि देते हुए यह लिख रहे हैं की जुल्म के खिलाफ और न्याय के खिलाफ लड़ने वाली फूलन देवी को नमन
आप फूलन देवी पर कुछ फैक्ट जानिए और आप चाहे तो जालौन जिले में फूलन देवी के गांव जाकर इस फैक्ट को पता कर सकते हैं कि फूलन देवी पर जुल्म किसने की है
इसके सगे चाचा ने इसकी जमीन पर कब्जा कर लिया था..10 साल की उम्र में इसने अपनी मां से पूछा की मां हमारे चाचा के पास हमसे ज्यादा जमीन क्यों है तब इसकी मां ने बताया कि उन्होंने हमारी जमीन पर जबरदस्ती कब्जा कर लिया है क्योंकि उनके लड़के हमसे ताकतवर हैं
तब ये 9 साल की उम्र में अपने चाचा का सर फोड़ दी थी क्योंकि यह एक बच्ची थी इसलिए कोई पुलिस केस नहीं हुआ था
10 साल की उम्र में फूलन देवी के बाप ने इसे एक 45 साल के बूढ़े को ₹3000 में बेच दिया था इसका बूढ़ा पति भी इसी के जाति का था और इसके ऊपर बहुत अत्याचार करता था
एक दिन फूलन देवी पति के अत्याचार से तंग आकर अपने मायके आ गई.. कुछ दिन के बाद इसके भाइयों ने इसे जबरदस्ती इसके पति के घर भेज दिया वहां जाकर पता चला कि उसके पति ने कोई और महिला से शादी कर ली है फिर इसके पति और इसके पति की दूसरी पत्नी ने इसे घर से भगा दिया फिर यह वापस अपने गांव आ गई
मायके में सगे भाइयों से इसका काफी झगड़ा हुआ तब उसके सगे भाइयों ने इसके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट करवा दिया जिससे यह थाने में बंद हो गई तब गांव के ठाकुरों ने ही यह सोचकर इसका जमानत करवाया कि गांव की लड़की जेल में बंद हो तो यह गांव के लिए शर्मनाक बात है
एक दिन इसकी गांव में विक्रम मल्लाह नामक एक डकैत में धावा बोला और उसने फूलन देवी के साथ बलात्कार किया और विक्रम मल्लाह 4 दिन तक गांव में रुका छुपा रहा और जाते हुए वह फूलन देवी को भी अपने साथ बीहड़ में लेकर चला गया
विक्रम मल्लाह डकैतों की गैंग का सरदार नहीं था बल्कि सरदार बाबू गुर्जर था। एक दिन बाबू गुर्जर ने फूलन देवी का बलात्कार किया जिससे गुस्से में विक्रम मल्लाह ने बाबू गुर्जर की हत्या कर दी और पूरी गैंग की कमान अपने हाथ में ले लिया फूलन देवी विक्रम मल्लाह की रखैल बन गई उसके बाद फूलन देवी विक्रम मल्लाह के साथ अपने पति के गांव गई और अपने पति को और अपने पति के दूसरी पत्नी को मरणासन्न हालत तक पीटा और बीच-बचाव करने आए दो लोगों को गोली मार दी
डकैतों के एक दूसरे गैंग का मुखिया दादा ठाकुर जो मीणा/मैना था वह बाबू गुर्जर की हत्या से विक्रम मल्लाह से नाराज और दादा ठाकुर ने विक्रम मल्लाह की हत्या कर दी
विक्रम मल्लाह की हत्या से नाराज होकर फूलन देवी ने मीणा जाति के गैंग के सदस्य ठाकुर लालाराम मीणा को मार दिया
इससे दादा ठाकुर ने एक गांव में घुसकर मल्लाह जाति के 25 लोगों को मार दिया
फूलन देवी को शक था गांव के छत्रिय यानी ठाकुर समाज के लोग दादा ठाकुर मीणा के प्रति सहानुभूति रखते हैं और उसे संरक्षण देते हैं तब उसने बेहमई गांव में 22 ठाकुरों को गोलियों से भून डाला और एक 6 महीने की बच्ची को उठाकर आसमान में फेंक दिया जिससे वह बच्ची जमीन पर गिरी और उसकी गर्दन की हड्डी और रीढ़ की हड्डी टूट गई वह बच्ची आज भी जिंदा है लेकिन न चल सकती है ना बैठ सकती है वह बच्ची आज एक जिंदा लाश बन कर एक युवती बन चुकी है
बाद में वह एक मीडिया को बताई थी कि जब विश्वनाथ प्रताप सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और जब अर्जुन सिंह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब इन दोनों ने चंबल के बीहड़ो में डकैतों के खिलाफ बहुत बड़ा अभियान चलाया था और काफी डकैतों को मार डाला था
क्योंकि यह दोनों राजपूत थे इसीलिए उसे राजपूतो से नफरत हो गई थी
हालांकि फूलन देवी ने जो आत्मसमर्पण किया था वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के सामने ही किया था
यह सारे फैक्ट है
लेकिन मीडिया ने फूलन देवी को यह कहकर हीरोइन बना दिया कि उच्च जातियों के अत्याचारों से तंग आकर फूलन देवी ने बदला लिया
अब आप खुद विचार करिए कि फूलन देवी पर अत्याचार करने वाले कौन लोग थे
क्या फूलन देवी का पिता दोषी नहीं है जिसने फूलन देवी को 45 साल के बूढ़े को बेच दिया?
क्या फूलन देवी का चाचा दोषी नहीं है जिसने फूलन देवी के जमीन पर कब्जा किया?
क्या फूलन देवी के सगे भाई दोषी नहीं है जो उसे बार-बार उसके अत्याचारी पति के पास छोड़ आते थे?
क्या फूलन देवी का पति दोषी नहीं है जो उसके ऊपर अत्याचार करता था ?
क्या विक्रम मल्लाह दोषी नहीं है जिसने देवी का बलात्कार किया और उसे उठाकर बीहड़ लेकर चला गया और उसे अपराध की दुनिया में ढकेल दिया ?
लेकिन अफसोस लोगों को यही बताया जाता है दोषी तो उच्च वर्ग के लोग हैं
सत् सत् नमन् न्याय की देवी श्री फूलन देवी जी को
आदरणीय लक्ष्मण जी
कोटिक आभार साधुवाद आप का समाज द्वारा भूला दिये जा रहे महान जननायको से हमें अवगत कराने के लिए
फूलन देवी के साहस और संघर्ष की कहानी किसी भी काल्पनिक देवी और भवानी से कही ज्यादा प्रेरणादायी है!
शत् शत् नमन आपको फूलन जी 🤲💐🌺🌺💐🌸🌸🌸💐🌺🌺🌺🙏
विरांगना फुलन देवी को मार्मिक प्यार। फुलन देवी अमर रहे। फुलन देवी जिन्दाबाद।
माननीय नेता जी श्री मुलायम सिंह यादव जी अमर रहें, फूलन देवी अमर रहें ❤❤❤❤❤❤
भावभीना श्रधांजलि फूलन जी के सहादत पर💐🙏💐🙏💐🙏💐🙏जिस दिन भारत की बेटियां फूलन जी को अपना आदर्श मान कर जिये उस दिन ब्लातकार जैसी घटनाएं खत्म हो जाएंगी।।
आज अखिलेश यादव से लेकर तमाम लोग फूलन देवी को श्रद्धांजलि देते हुए यह लिख रहे हैं की जुल्म के खिलाफ और न्याय के खिलाफ लड़ने वाली फूलन देवी को नमन
आप फूलन देवी पर कुछ फैक्ट जानिए और आप चाहे तो जालौन जिले में फूलन देवी के गांव जाकर इस फैक्ट को पता कर सकते हैं कि फूलन देवी पर जुल्म किसने की है
इसके सगे चाचा ने इसकी जमीन पर कब्जा कर लिया था..10 साल की उम्र में इसने अपनी मां से पूछा की मां हमारे चाचा के पास हमसे ज्यादा जमीन क्यों है तब इसकी मां ने बताया कि उन्होंने हमारी जमीन पर जबरदस्ती कब्जा कर लिया है क्योंकि उनके लड़के हमसे ताकतवर हैं
तब ये 9 साल की उम्र में अपने चाचा का सर फोड़ दी थी क्योंकि यह एक बच्ची थी इसलिए कोई पुलिस केस नहीं हुआ था
10 साल की उम्र में फूलन देवी के बाप ने इसे एक 45 साल के बूढ़े को ₹3000 में बेच दिया था इसका बूढ़ा पति भी इसी के जाति का था और इसके ऊपर बहुत अत्याचार करता था
एक दिन फूलन देवी पति के अत्याचार से तंग आकर अपने मायके आ गई.. कुछ दिन के बाद इसके भाइयों ने इसे जबरदस्ती इसके पति के घर भेज दिया वहां जाकर पता चला कि उसके पति ने कोई और महिला से शादी कर ली है फिर इसके पति और इसके पति की दूसरी पत्नी ने इसे घर से भगा दिया फिर यह वापस अपने गांव आ गई
मायके में सगे भाइयों से इसका काफी झगड़ा हुआ तब उसके सगे भाइयों ने इसके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट करवा दिया जिससे यह थाने में बंद हो गई तब गांव के ठाकुरों ने ही यह सोचकर इसका जमानत करवाया कि गांव की लड़की जेल में बंद हो तो यह गांव के लिए शर्मनाक बात है
एक दिन इसकी गांव में विक्रम मल्लाह नामक एक डकैत में धावा बोला और उसने फूलन देवी के साथ बलात्कार किया और विक्रम मल्लाह 4 दिन तक गांव में रुका छुपा रहा और जाते हुए वह फूलन देवी को भी अपने साथ बीहड़ में लेकर चला गया
विक्रम मल्लाह डकैतों की गैंग का सरदार नहीं था बल्कि सरदार बाबू गुर्जर था। एक दिन बाबू गुर्जर ने फूलन देवी का बलात्कार किया जिससे गुस्से में विक्रम मल्लाह ने बाबू गुर्जर की हत्या कर दी और पूरी गैंग की कमान अपने हाथ में ले लिया फूलन देवी विक्रम मल्लाह की रखैल बन गई उसके बाद फूलन देवी विक्रम मल्लाह के साथ अपने पति के गांव गई और अपने पति को और अपने पति के दूसरी पत्नी को मरणासन्न हालत तक पीटा और बीच-बचाव करने आए दो लोगों को गोली मार दी
डकैतों के एक दूसरे गैंग का मुखिया दादा ठाकुर जो मीणा/मैना था वह बाबू गुर्जर की हत्या से विक्रम मल्लाह से नाराज और दादा ठाकुर ने विक्रम मल्लाह की हत्या कर दी
विक्रम मल्लाह की हत्या से नाराज होकर फूलन देवी ने मीणा जाति के गैंग के सदस्य ठाकुर लालाराम मीणा को मार दिया
इससे दादा ठाकुर ने एक गांव में घुसकर मल्लाह जाति के 25 लोगों को मार दिया
फूलन देवी को शक था गांव के छत्रिय यानी ठाकुर समाज के लोग दादा ठाकुर मीणा के प्रति सहानुभूति रखते हैं और उसे संरक्षण देते हैं तब उसने बेहमई गांव में 22 ठाकुरों को गोलियों से भून डाला और एक 6 महीने की बच्ची को उठाकर आसमान में फेंक दिया जिससे वह बच्ची जमीन पर गिरी और उसकी गर्दन की हड्डी और रीढ़ की हड्डी टूट गई वह बच्ची आज भी जिंदा है लेकिन न चल सकती है ना बैठ सकती है वह बच्ची आज एक जिंदा लाश बन कर एक युवती बन चुकी है
बाद में वह एक मीडिया को बताई थी कि जब विश्वनाथ प्रताप सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और जब अर्जुन सिंह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब इन दोनों ने चंबल के बीहड़ो में डकैतों के खिलाफ बहुत बड़ा अभियान चलाया था और काफी डकैतों को मार डाला था
क्योंकि यह दोनों राजपूत थे इसीलिए उसे राजपूतो से नफरत हो गई थी
हालांकि फूलन देवी ने जो आत्मसमर्पण किया था वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के सामने ही किया था
यह सारे फैक्ट है
लेकिन मीडिया ने फूलन देवी को यह कहकर हीरोइन बना दिया कि उच्च जातियों के अत्याचारों से तंग आकर फूलन देवी ने बदला लिया
अब आप खुद विचार करिए कि फूलन देवी पर अत्याचार करने वाले कौन लोग थे
क्या फूलन देवी का पिता दोषी नहीं है जिसने फूलन देवी को 45 साल के बूढ़े को बेच दिया?
क्या फूलन देवी का चाचा दोषी नहीं है जिसने फूलन देवी के जमीन पर कब्जा किया?
क्या फूलन देवी के सगे भाई दोषी नहीं है जो उसे बार-बार उसके अत्याचारी पति के पास छोड़ आते थे?
क्या फूलन देवी का पति दोषी नहीं है जो उसके ऊपर अत्याचार करता था ?
क्या विक्रम मल्लाह दोषी नहीं है जिसने देवी का बलात्कार किया और उसे उठाकर बीहड़ लेकर चला गया और उसे अपराध की दुनिया में ढकेल दिया ?
लेकिन अफसोस लोगों को यही बताया जाता है दोषी तो उच्च वर्ग के लोग हैं
वीरांगना फूलन देवी के चरणों में शत-शत नमन
आज अखिलेश यादव से लेकर तमाम लोग फूलन देवी को श्रद्धांजलि देते हुए यह लिख रहे हैं की जुल्म के खिलाफ और न्याय के खिलाफ लड़ने वाली फूलन देवी को नमन
आप फूलन देवी पर कुछ फैक्ट जानिए और आप चाहे तो जालौन जिले में फूलन देवी के गांव जाकर इस फैक्ट को पता कर सकते हैं कि फूलन देवी पर जुल्म किसने की है
इसके सगे चाचा ने इसकी जमीन पर कब्जा कर लिया था..10 साल की उम्र में इसने अपनी मां से पूछा की मां हमारे चाचा के पास हमसे ज्यादा जमीन क्यों है तब इसकी मां ने बताया कि उन्होंने हमारी जमीन पर जबरदस्ती कब्जा कर लिया है क्योंकि उनके लड़के हमसे ताकतवर हैं
तब ये 9 साल की उम्र में अपने चाचा का सर फोड़ दी थी क्योंकि यह एक बच्ची थी इसलिए कोई पुलिस केस नहीं हुआ था
10 साल की उम्र में फूलन देवी के बाप ने इसे एक 45 साल के बूढ़े को ₹3000 में बेच दिया था इसका बूढ़ा पति भी इसी के जाति का था और इसके ऊपर बहुत अत्याचार करता था
एक दिन फूलन देवी पति के अत्याचार से तंग आकर अपने मायके आ गई.. कुछ दिन के बाद इसके भाइयों ने इसे जबरदस्ती इसके पति के घर भेज दिया वहां जाकर पता चला कि उसके पति ने कोई और महिला से शादी कर ली है फिर इसके पति और इसके पति की दूसरी पत्नी ने इसे घर से भगा दिया फिर यह वापस अपने गांव आ गई
मायके में सगे भाइयों से इसका काफी झगड़ा हुआ तब उसके सगे भाइयों ने इसके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट करवा दिया जिससे यह थाने में बंद हो गई तब गांव के ठाकुरों ने ही यह सोचकर इसका जमानत करवाया कि गांव की लड़की जेल में बंद हो तो यह गांव के लिए शर्मनाक बात है
एक दिन इसकी गांव में विक्रम मल्लाह नामक एक डकैत में धावा बोला और उसने फूलन देवी के साथ बलात्कार किया और विक्रम मल्लाह 4 दिन तक गांव में रुका छुपा रहा और जाते हुए वह फूलन देवी को भी अपने साथ बीहड़ में लेकर चला गया
विक्रम मल्लाह डकैतों की गैंग का सरदार नहीं था बल्कि सरदार बाबू गुर्जर था। एक दिन बाबू गुर्जर ने फूलन देवी का बलात्कार किया जिससे गुस्से में विक्रम मल्लाह ने बाबू गुर्जर की हत्या कर दी और पूरी गैंग की कमान अपने हाथ में ले लिया फूलन देवी विक्रम मल्लाह की रखैल बन गई उसके बाद फूलन देवी विक्रम मल्लाह के साथ अपने पति के गांव गई और अपने पति को और अपने पति के दूसरी पत्नी को मरणासन्न हालत तक पीटा और बीच-बचाव करने आए दो लोगों को गोली मार दी
डकैतों के एक दूसरे गैंग का मुखिया दादा ठाकुर जो मीणा/मैना था वह बाबू गुर्जर की हत्या से विक्रम मल्लाह से नाराज और दादा ठाकुर ने विक्रम मल्लाह की हत्या कर दी
विक्रम मल्लाह की हत्या से नाराज होकर फूलन देवी ने मीणा जाति के गैंग के सदस्य ठाकुर लालाराम मीणा को मार दिया
इससे दादा ठाकुर ने एक गांव में घुसकर मल्लाह जाति के 25 लोगों को मार दिया
फूलन देवी को शक था गांव के छत्रिय यानी ठाकुर समाज के लोग दादा ठाकुर मीणा के प्रति सहानुभूति रखते हैं और उसे संरक्षण देते हैं तब उसने बेहमई गांव में 22 ठाकुरों को गोलियों से भून डाला और एक 6 महीने की बच्ची को उठाकर आसमान में फेंक दिया जिससे वह बच्ची जमीन पर गिरी और उसकी गर्दन की हड्डी और रीढ़ की हड्डी टूट गई वह बच्ची आज भी जिंदा है लेकिन न चल सकती है ना बैठ सकती है वह बच्ची आज एक जिंदा लाश बन कर एक युवती बन चुकी है
बाद में वह एक मीडिया को बताई थी कि जब विश्वनाथ प्रताप सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और जब अर्जुन सिंह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब इन दोनों ने चंबल के बीहड़ो में डकैतों के खिलाफ बहुत बड़ा अभियान चलाया था और काफी डकैतों को मार डाला था
क्योंकि यह दोनों राजपूत थे इसीलिए उसे राजपूतो से नफरत हो गई थी
हालांकि फूलन देवी ने जो आत्मसमर्पण किया था वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के सामने ही किया था
यह सारे फैक्ट है
लेकिन मीडिया ने फूलन देवी को यह कहकर हीरोइन बना दिया कि उच्च जातियों के अत्याचारों से तंग आकर फूलन देवी ने बदला लिया
अब आप खुद विचार करिए कि फूलन देवी पर अत्याचार करने वाले कौन लोग थे
क्या फूलन देवी का पिता दोषी नहीं है जिसने फूलन देवी को 45 साल के बूढ़े को बेच दिया?
क्या फूलन देवी का चाचा दोषी नहीं है जिसने फूलन देवी के जमीन पर कब्जा किया?
क्या फूलन देवी के सगे भाई दोषी नहीं है जो उसे बार-बार उसके अत्याचारी पति के पास छोड़ आते थे?
क्या फूलन देवी का पति दोषी नहीं है जो उसके ऊपर अत्याचार करता था ?
क्या विक्रम मल्लाह दोषी नहीं है जिसने देवी का बलात्कार किया और उसे उठाकर बीहड़ लेकर चला गया और उसे अपराध की दुनिया में ढकेल दिया ?
लेकिन अफसोस लोगों को यही बताया जाता है दोषी तो उच्च वर्ग के लोग हैं
वंदनीय महान शूरवीर निर्भीक फूलन देवी को शत शत नमन
देश का हमेशा से दुर्भाग्य रहा है जो अच्छे काम करते है उनको हमेशा इसी तरह से कीमत चुकाना पढ़ता है ये जाति पाती धर्म रहेगा जब तक यही हाल होगा
बहुजन समाज अपनी महिलाओं और बच्चों को फूलन जी की कहानी जरूर बताएं और जागरूक करें
महान क्रांतिकारी वीरांगना माता फूलन देवी को कोटी-कोटि नमन!
🙏🌺🌺🌺🌺🌺🙏
जनता यु ही नहीं कहती,जिसका जलवा कायम है,उसका नाम मुलायम है।
मैं आपका आभारी हूं आप ने फूलन देवी को सम्मान दिया , जय निषादराज , जय फूलन देवी
फूलन देवी अमर हो 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
जय भीम जय भारत जय फूलन
Veerangna phoolan devi amar rahe 🙏💐💐
नमन है उस महिला को
फूलन जी अमर रहे।
आज पहली बार, नेता जी का शानदार भाषण सुना।
Sahasi mahila phoolan Devi ko salam....
सत सत नमन है जयभिम
तुम कायरों पर भारी, तुम भारतीय नारी
तुम दुष्टन संहारी, तुम नारी में न्यारी
तुम फूलन सी कोमल, तुम पाहन से भारी
तुम निषाद की बेटी, अद्भुत दण्डाधिकारी ।।
वो कायर दुष्ट बलात्कारी भी तुम्हारी ही बिरादरी सवर्णों के
फूलन देवी के संघर्षों को नमन करते हैं 😢😢😢..….
Jay ho neta jee Phoolan devi amar rahe
सत सत नमन फूल देवी को
माननीय डॉक्टर लक्ष्मण यादव जी आप जैसे निष्पक्ष निस्वार्थ भाव समाज के प्रति जागरूक युवाओ की हमारे समाज को बहुत जरूरत है सो प्राउड ऑफ यू सर जी जय भीम जय भारत जय संविधान नमो बुद्धाय लोकतंत्र की जय हो ✍️📚🇮🇳💙💪🙏
दुष्टों का अंत करने वाली वीरांगना फूलन देवी जी कोटि कोटि नमन।ये कहानी सुनकर हृदय को बहुत पीड़ा हो रही है।एक छोटी सी बच्ची ने कितने जुर्म सहे होगे।😢😢😢
फूलन देवी बहादुर निडर महिला थी। महान देवी को सत सत नमन...
Phulan Devi, a courageous woman.
शोषित समाज की भलाई समाजवादी सरकार ही कर सकती है
यादव हो क्या
@@Jitendrakumar-cs9zrthakur ho kya😂
@@Jitendrakumar-cs9zr ha Yadav hai🤫🤫🤫
बिरगाना फूलनदेवी अमर रहे।
बिरगाना को सत सत नमन हूल जोहार l
आदरणीय प्रोफेसर साहब आप जिस भी मुद्दा को छूते हैं उसको आप श्रोताओं के दिल में उतार देते हैं ।
आदरणीय फूलन जी को नमन।
धन्य हो मुलायम सिंह यादव जी है आपने OBC SC st पिछड़ी समाज के लिए लड़ा हक अधिकार सम्मान दिलाया
धन्य हो फूलन देवी शेरनीहै
डाक्टर सहाब बहुत बहुत धन्यावाद आप की पेरणा भरी फुलन की दास्तान हमारे जीवन मे उर्जा का काम करेगी राजेश तुरैहा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ऋषिवादी कश्यप पार्टी आप से निवेदन है माननीय अखिलेश यादव जी हमारी मुलाकात वार्ता करो दो हम बहुत का आएगें। जय कश्यप राज
नेताजी अमर रहे।
उन्होंने फूलन जी आगे बढ़ाकर समाज में एक नेक काम किया।
Jay phoolan devi
इंकलाब जिंदाबाद!!!
चमक उठी चमक उठी थी बेहद कि वह बंदूक पुरानी थी उसका नाम तो फूलन देवी
गरज पड़ी थी बीहड़ में वह बंदूक पुरानी थी, नाम था उनका फूलन देवी वह चंबल की रानी थी।
विरंगणा माता फुलनदेबी की पुण्यतिथि पर उन्हें शत शत नमन डाक्टर लक्षमण यादव जिन्दाबाद
Fulan Devi amar rahe, Mulayam Singh's jindabad !
श्रद्धेय नेता जी अमर रहें, फूलन देवी अमर रहें
जब तक सूरज चांद रहेगा नेता जी आप का नाम रहेगा।फूलन देवी अमर रहें। पिछड़े समाज, शोषित समाज की आन बान शान को नमन
Good 👍👍👍 news sir je 🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
सत सत नमन
वीरांगना फूलन देवी को सादर नमन 🙏🙏🌹🌹
जय भीम जय संविधान
बहोत ही मार्मिक बात आदरणीय मुलायम सिंह जी ने वीरांगना फूलन देवी के संबध मे लोकसभा में रखी
जब एकलव्य के साथ हो सकता है तो फूलन के साथ होना कोई आश्चर्य नही होना चाहिए आज भी हो रहा है
Jai foolendevi ki jai
फ़ूलन देवी आज भी शोषण के विरुद्ध मिशाल है.... शत शत नमन
Phoolon amar rahe 😢😢😢😢😢😢
Jay..Bhim.. Jay ..Samvidhan
आदरणीय नेता जी मुलायम सिंह यादव को शत शत नमन
Kash aaj bhi ek fulan hoti
Jay. Bhim. ❤❤❤❤❤
जब तक सूरज ☀ चांद रहेगा,
वीरांगना फूलन तेरा नाम रहेगा।।
घर-घर में फूलन और राजनीति में मुलायम जैसे पुरुष होने चाहिए।।
🙏 जय भीम 🙏 जय संविधान 🙏
प्रोफेसर साहब इस तरह के विषयों पर जानकारी साझा करते रहें.
सभी शोषित पीड़ित वंचित ममाहिलाओ की प्रेरणा स्रोत हैं वीरांगना फूलन देवी जी 🙏🙏
Fulan devi amar rhe
डॉ लक्ष्मण यादव साहब को सही विश्लेषण करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
Sat sat naman
Mulayam singh yadav amar rahe phulan devi amar rahe
Jay bhim jay PDA
Phoolan Devi Amar rahe
वीरांगना फूलन देवी अमर रहें, नेता जी को शत शत नमन।
Mata Phoolan Devi amar rahe
वीरांगना फूलन देवी जी अमर रहें 💐🙏
श्री नेताजी मुलायम सिंह यादव जी अमर रहें 💐🙏
Shoshan ke khilaaf har mahila ko phoolan ban na chaahihye
Netaji Amar rhe
P d A Samaj ki beti ko shaheedi divas par❤ Shat Shat Naman🎉🎉
Jai Bheem
Pro laxman yadav jindabad mulaim singh amar rahe phulan devi amar rahe
v.good
इसी काम के लिए श्री मुलायम सिंह जी गरीब जाति के भगवान कहें जाते है।❤❤🎉🎉
Foolendevi is queen foolendevi jindabad jindabad jindabad jindabad
वीरांगना श्रीमत्ती फूलन देवी जी को शत शत नमन 💐💐🙏🙏
माननीय प्रोफेसर साहब को मेरा मुकेश निषाद की ओर से सादर प्रणाम, हमारे समाज को जगाने के लिए और हमारे OBC, SC,ST, अल्पसंख्यक भाइयों में भाई चारे को बढ़ाने के लिए । मैं अपने नेताओं से आग्रह करता हूं कि आप भी हमारे समाज को एकजुट करने में अपना योगदान भी दे । PDA जिंदाबाद 💪💪💪💪💪
स्वर्गीय नेता जी अमर रहे
स्वर्गीय फूलन देवी जी को श्रद्धांजलि
Mulayam Singh yadav jindabad 🔵🇮🇳☸️🙏🌹 namo budaye jay bhim 🔵
मेरी आंखें नम है मैं अपने ,,,, मछुआ निषाद,,, समुदाय से कहना चाहता हूं
अब तो समझ जाओ भाइयों ,, एक न एक दिन भाजपा का सत्यानाश जरूर होगा
बहन वीरांगना फूलन देवी अमर रहे अमर रहे
वीरांगना के संघर्ष को सलाम जिन्होंने अपने ऊपर किए अपमान का बदला लिया गया । देश को हकीकत जानने की आवश्यकता है ।नेता जी ने कितने गरीब दबे कुचले लोगों को सांसद और विधायक बनाया है ।आज ओबीसी एससी और एसटी को सम्मान जो मिल रहा है वो माननीय मुलायम सिंह के दृढ़ संकल्पों का परिणाम है ।।
क्रांतिकारी विरांगना शाहिद MP बहन फूलन देवी कर्मठ जुझारू मान्यवर मुलायम सिंह प्रगतिशील विचारों के प्रोफेसर यादव लक्ष्मण यादव जी सर्व समाज का आभार न्याय की लड़ाई के वीर योद्धाओं का सोशल मीडिया बहुत समाज के दिलों में आपका स्वागत है समर्थन जय मूलनिवासी
🙏बहुत खूब लशमण यादव जी 💐माता फूलन देवी जी को कोट कोट 🙏 प्रणाम 💐
बहुत ही भावुक कर देने वाला भाषण है नेता जी का , नेता जी और फूलन देवी अमर रहें, शत् शत् नमन 😢
जय समाजवादी लोगो ने हमेशा सच का साथ दिया है गर्व हमे अपने नेता जी स्वर्गीय श्री मुलायम सिंह यादव जी।
सामाजिक न्याय ज़िंदाबाद
नमन है उसे वीरांगना जिसका नाम फूलन देवी है जिसे समाज में महिलाओं को एक नई दिशा और दशा देता है!!
Jay bhim jay fulan🎉🎉☸️🇮🇳🙏🌹🔵
माननीय नेता जी को शत शत नमन करते हैं 🙏🙏🙏🙏💐💐
वीरांगना फूलन देवी अमर रहें।🎉🎉🎉🎉🎉
जय फूलन जिन्दाबाद।
Aaj s mai apne nishad samaj k logo ko , yahi kahunga ki jo nisad party ka ban k vote le liye hai unko humara history pata hi nhi hai sarm aani chaiye
बिरांगना फुलन देबी जी को सत सत नमन जय भीम जय जय संबिधान नमो बुधाय
Mulayam sahab jindabad 🔵🇮🇳☸️🙏🌹🌹