काल कि दुनिया में दुखों के सिवा कुछ नहीं दुखों को काटना ही पड़ेगा कारण है क्या दुःख झेलने आये है

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 20 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 4

  • @Chandansinghchandel-k7v
    @Chandansinghchandel-k7v 15 วันที่ผ่านมา

    साहिब बंदगी सतनाम जी ❤❤❤❤❤❤

  • @SurendraKumar-nc1qo
    @SurendraKumar-nc1qo 19 วันที่ผ่านมา

    Saheb bandagi Satnam guru ji 🙏🌹🌹🌹🙏

  • @Pk_Dubal
    @Pk_Dubal 19 วันที่ผ่านมา

    🙏 साहेब बंदगी सतनाम 🙏

  • @balbirsinghtomar6533
    @balbirsinghtomar6533 19 วันที่ผ่านมา

    साहेब अकल बिहूने जिसने कभी आदि राम का सुमिरन नहीं किया बो मुक्त कैसे हो जाएगा आप बोल रहे हो और आप बोल रहे हो उसे परमात्मा ने बुला लिया तो क्या उसको वापस बुलाना चाहती हो अरे साहेब अकल बिहूने पहली बात तो जो बीरा का सुमिरन नहीं करते बो मुक्त हो ही नहीं सकते और फिर जो दुखी है रोग से ग्रस्त है अगर उनके s
    दुख आप दूर नहीं कर सकते तो फिर कोई भक्ति करेगा ही क्यों जब आप रक्षा ही नहीं कर सकते कबीर साहेब बोलते है गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु महेश गुरु चराचर अखंड और बोलते है के करता करे ना कर सके गुरु करें सो होए अर्थात। जिस काम को करता यानी जो सब काम कर रहा है वह अगर कर नहीं सकता उसे गुरु कर सकता है इसलिए गुरु को ब्रह्म पर ब्रह्म और पार ब्रह्म के बराबर बताया है