पितृ तर्पण की सरल विधि, pitra tarpan ki saral vidhi

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  • เผยแพร่เมื่อ 17 พ.ย. 2024

ความคิดเห็น • 15

  • @amitjii7291
    @amitjii7291 หลายเดือนก่อน +3

    अति सुंदर बहुत बहुत धन्य वाद इस वीडियो के लिए।

    • @neerajkrishnacharya
      @neerajkrishnacharya  หลายเดือนก่อน

      @@amitjii7291 और आपका धन्यवाद ज्ञापित करता हूं इसे देखने के लिए l
      जय। श्री सीताराम

  • @purendrapandey1572
    @purendrapandey1572 หลายเดือนก่อน +2

    Very very good

  • @sharngpanidikshit5084
    @sharngpanidikshit5084 หลายเดือนก่อน +6

    साधुवाद श्रीमन्! अत्यन्त सुन्दर प्रस्तुतिकरण, जटिल प्रक्रिया को न कर पाने वाले उन सभी मनुष्यों की सुविधा हेतु आपने अत्यन्त सरलीकृत विधि प्रस्तुत की है।जन जन तक अपने अध्यात्मिक कृत्यों (जो अत्यन्त महत्वपूर्ण और आवश्यक हैं) को सरलता पूर्वक करने केलिए इस तरह के वीडियो की बहुत ही आवश्यकता और महत्व है। पुनः साधुवाद!इस सुन्दर कृत्य हेतु।

    • @neerajkrishnacharya
      @neerajkrishnacharya  หลายเดือนก่อน

      @@sharngpanidikshit5084 जय श्री सीताराम

  • @Gurmatsidhant
    @Gurmatsidhant หลายเดือนก่อน +1

    Dhannyavaad❤

  • @DeepakSharma-mu5rt
    @DeepakSharma-mu5rt หลายเดือนก่อน +1

    Shaandar video

    • @neerajkrishnacharya
      @neerajkrishnacharya  หลายเดือนก่อน

      @@DeepakSharma-mu5rt ji धन्यवाद आदरणीय

  • @AshokJaiswal-mm3ho
    @AshokJaiswal-mm3ho หลายเดือนก่อน +2

    Dhanyvad pandit Ji

    • @neerajkrishnacharya
      @neerajkrishnacharya  หลายเดือนก่อน

      जय श्री राधे श्याम भईया जी

  • @RanveerParihar-zn2vt
    @RanveerParihar-zn2vt 2 หลายเดือนก่อน +3

    धन्यवाद

  • @kamlaramsahai9843
    @kamlaramsahai9843 หลายเดือนก่อน +2

    ❤❤❤

  • @govindjangra5320
    @govindjangra5320 หลายเดือนก่อน +2

    मेरे माता पिता दोनों जिवित है क्या मै कर सकता हूं और मुझे ये नहीं पता क्षत्रीय वैश्य शूद्र इनमे से मेरा कोन सा वर्ण है तो मैं अपने नाम के आगे क्या लगाऊँ

    • @neerajkrishnacharya
      @neerajkrishnacharya  หลายเดือนก่อน

      माता पिता के जीवित होने पर आपके पिता का कर्तव्य है कि वो अपने पिता अर्थात अपने दादा दादी परदादा परदादी नाना नानी परनाना परनानी अथवा जो भी चाचा चाची ताऊ ताई अगर मृत हो गए हो तो उनको तर्पण किया जा सकता है l
      वर्ण का ज्ञान न होने पर केवल गोत्र और नाम ले कर ही तर्पण कर सकते है हां अगर गोत्र भी पता नही हो तब कश्यप गोत्र का उच्चारण करें l
      और यदि पिता अचल हो तो ये कार्य आप करसकते है
      पर प्रथम अधिक आपके पिता का है