Hare Krishna Maharaj ji..please accept my humble obeisance unto your lotus feet..Jay Sri Sri Guru and Gauranga..Jay Srila Prabhupada ji 🙏🌹❤️🙏🌹❤️🙏🌹❤️❤️❤️❤️
श्रीश्रीराधाकुंजबिहारी भगवान की जय। निताई गौर प्रेमानंदे हरी हरी बोल। हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥ हरे कृष्ण। गुरुदेव के चरणों में अक्षयरूपी दंडवत प्रणाम।
वैष्णव संग भक्तों का संग का अर्थ है वैष्णव, गुरुओं से कृष्ण कथा श्रवण करना 🙇♀️🙏📿 गुरु भक्ति रूपी बीज को अपनी शिक्षाओं से सिंच कर बीज को वृक्ष बनाते है हमें आत्म समर्पण करना है यही ज्ञान हैं।🙏🙇♀️ हृदय को विशुद्ध करना होगा भुक्ति, मुक्ति सिद्धि यह एक साधक में नहीं होना चाहिए ये होंगे तो व्यक्ति नहीं आएगी जीवन में सासंग भजन करने पर होगा ये अर्थ निपुणता के साथ भक्ति करनी है । सासंग भजन अर्थ जिनको हम पूज रहे हैं उनसे एक सम्बन्ध स्थापित करना होगा । कृष्ण नाम है विग्रह में है समस्त प्रणियों के हृदय में है सर्वत्र कृष्ण है यह पूर्ण विश्वास होना ही सासंग भजन है ऐसा होने पर भक्ति देवी हृदय में वास करती है और हम शुद्ध भक्ति कर पाते है।
Hare krishna guru maharaj ji dandwat pranam 🙏bahut Bahut dhanyavaad ati sundar satsang❤
Hare Krishna 🙏🕉️💐🪔🌷🌼🌹🙏❤️😊
Hare Krishna Guru Maharaj ji danvata Pranam 🙏💐🙏💐🙏❤
Hare krishna Maharaj ji 🙏
Hare Krishna Maharaj ji dandvat pranam 🙏
Jay guru maharaj ❤
हरे कृष्ण दंडवत प्रणाम महाराज जी
Hare Krishna Maharaj ji koti koti dandwat pranam 🌹🌹🙏🙏
Hare Krishna Maharaj ji DVP 🙏🏼
Hare Krishna maharaj ji
Dandvat pranam
Hare Krishna महाराज जी प्रणाम 🙏🙏🙏🌹🌹🌹
Hare Krishna 🙏🙏🙏
Hare Krishna Maharaj ji..please accept my humble obeisance unto your lotus feet..Jay Sri Sri Guru and Gauranga..Jay Srila Prabhupada ji 🙏🌹❤️🙏🌹❤️🙏🌹❤️❤️❤️❤️
हरे कृष्ण गुरु महाराज जी दंडवत प्रणाम 🙏🌹🙏🪔🙏
Hare Krishna Guru Maharaj Pranaam
Harish Kumar Modinagar
श्रीश्रीराधाकुंजबिहारी भगवान की जय।
निताई गौर प्रेमानंदे हरी हरी बोल।
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे॥
हरे कृष्ण।
गुरुदेव के चरणों में अक्षयरूपी दंडवत प्रणाम।
Hare krishna maharaj ji dandwat pranam 🙏🙇♀️🌹🌹 bahut sundar katha Bahut bahut dhanyawad apka 🌹🙇♀️🙏📿📿
वैष्णव संग भक्तों का संग का अर्थ है वैष्णव, गुरुओं से कृष्ण कथा श्रवण करना 🙇♀️🙏📿
गुरु भक्ति रूपी बीज को अपनी शिक्षाओं से सिंच कर बीज को वृक्ष बनाते है हमें आत्म समर्पण करना है यही ज्ञान हैं।🙏🙇♀️
हृदय को विशुद्ध करना होगा
भुक्ति, मुक्ति सिद्धि यह एक साधक में नहीं होना चाहिए ये होंगे तो व्यक्ति नहीं आएगी जीवन में सासंग भजन करने पर होगा ये
अर्थ निपुणता के साथ भक्ति करनी है ।
सासंग भजन अर्थ जिनको हम पूज रहे हैं उनसे एक सम्बन्ध स्थापित करना होगा ।
कृष्ण नाम है विग्रह में है समस्त प्रणियों के हृदय में है सर्वत्र कृष्ण है यह पूर्ण विश्वास होना ही सासंग भजन है ऐसा होने पर भक्ति देवी हृदय में वास करती है और हम शुद्ध भक्ति कर पाते है।