इस तरह के वीडियो बनाने को कोटि कोटि नमन ।वैसे मुझे पहले से दर्शन हुआ करते हैं l मनुष्य अपने अस्तर से अपने मन में सोच लाते हैं की यैसा नही हो सकता है। सूर्य के प्रकाश पृथ्वी पर कितने वर्सो से डेली कितना ताप छोड़ जाते हैं लेकिन वे कौन ताकत हैं की समाप्त नही हो रहे हैं ।जब घर में वाल्व जलाने में ईंधन खर्च होता है तो मुझे प्रति दिन ईंधन उत्पादन करना पड़ता है लेकिन वहां तो कोई मनुष्य ईंधन उत्पादन करने नही जा रहा हैं ।कोई ताकत हैं इसीलिए समाप्त न हो रहे हैं । खीर से ईश्वर राम जी का जन्म क्या बिना खीर जन्म ले सकते हैं लेकिन विश्व के हर माताओं ईश्वर होकर माता मानते हैं की हर मानव पांच तत्व के हैं । और हर मानव अपने माता पिता को समान दें ।
Ati sadharan ek logic lagai gyi hai iss video me. Caption jaisi koi anokhi baat nhi thi video me. Sarvavidit vyaakhyaan ko dusra angle dene ki ek asamarth koshish lagi.
हमारे मध्यकालीन युग से लेकर आज तक भारत भूमि में महान संत पेदा हुवे हे सर्वे महापुरुषों ने अपने अनुभव करके इस जगत के सामने जो सत्य है वहीं पिरसा है, प्रकृति के नियम विरुद्ध कुश नही हो सकता , चाहे कोई भी महापुरुष हो स्त्री पुरुष के मिलन से ही पैदा हुए हैं और थे, आज तक ऐसा न हुआ है और न होगा, जो मुंह से खायेगा वो कचरा मल द्वार से निकल जाता हैं आज वैज्ञानिक तरीकासे बीज दान होता हे ये बात अलग है, ये सब बिन अनुभव जूठी कहानी मत बनावो, हमारे देश के महा पुरुषो संतो की बात मानो जो सनातन धर्म जूठा साबित हो ऐसा मत करो, विश्व में ईश्वरीय प्रकृति का नियम समझो और अपना अनुभव से ही सत्य क्या है साबित करो सत्संग में जाओ शास्त्रों पुराणों लिखने वाले ने लिख दिया है ये पढ़के मत बैठे रहेना
भारत के एक हजार साल तक गुलाम रहने का कारण घोर अंधविश्वास और ऐसी कपोल कल्पित दंत कथाए ही जिम्मेदार है। नमो बुद्धाय। भारत को फिर से बौद्धमय राष्ट्र बनाना है ताकि भारत की जनता अंधविश्वासो से बाहर निकलकर वैज्ञानिक और तर्क के आधार पर जीवन जी सके।
यदी ऐसा है तो ऋषी मुनी योंका काम होगा उंहोणेही खीर मे कूछ मिलाकर दिया होगा, उससे तीनो रणीया रात को बेहोश हुइ होगी ओर मुनियोने बारी बारी से रात भर संबंध बनाया होगा. सूबह रणीयो को पता तोह चला होगा लेकीन मुनियोपर शक करना galat माना जाता था.isliye raniyabhi chup rahi hogi
Nice video Sab Bhagwan ki Maya ishwar Jo chahte Hain vahi hota Hai Bhagwan ko dharti par avtar Lena tha dust ravan ka sanghar karna tha to unhone Kiya yah sab to pahle se nishchit tha isiliye unhone avtar liya 🙏🙏🙏🙏🙏👌👌💐💐🌹🌹
इस बयान से अन्धभक्त, गोबरभक्त, मुत्रभक्तो के आस्थाओ पर ठेस पहुच रहा हैं।। तीन काम बहुत ही कठिन है 1 =चीटी को काजल लगाना। 2 =हाथी को जांघ पर बैठाना।। 3 =अन्धभक्तो ,गोबरभक्तो, मुत्र भक्तो को समझना।।। जय संविधान जय भीम जय भारत जय बहुजन समाज जिन्दाबाद।।
कुत्ते की पूंछ मैं अगर कुत्ते को जबरदस्ती पकड़ के इसके पूंछ के अंदर नली पहना दे तो भी कुत्ते की पूंछ सीधी होने वाली नहीं है तुम जैसे बेवकूफ ना तो संसार के लिए लाभदायक है ना संसार को अच्छी बातें बता सकते अपने आप को तेरी मां के पेट में तूने भी मूत्र पैसा खाया है तू कौन सा बड़ा ऐसा बेकार की बातें करता है भंगार बैटरी किसी से समाज बड़े लोगों में बैठ कभी ज्ञान का दीपक जलेगा तेरे अंदर वाला गधे के गधे ही रहने वाले हैं भगवान से प्रार्थना करते हैं कि आपको सद्बुद्धि दे किसी को नीचा दिखाना तुम्हारी आदत पड़ चुकी उसमें गलती तुम्हारी नहीं है तुम्हारा संस्कारों में परिवार की सुनते हो क्या परिवार में कोई बड़ा हो उससे कोई अच्छा सीखे
स्त्री पुरूष के समागम के बिना भनुष्य का झन्म कभी नही हो सकता ,जो स्त्री पुरूष के अलावा जितने भी होना बताया गया वह सब स्त्री पुरूष के सँबँध के द्वारा हुये थे।जैसे रूणिजा मेँ बाबा रामदेव,मथुरा मेँ कृष्ण,का जन्म हुआ था, बाबा रामदेव के जन्म को गुप्त को रखा था।इसी प्रकार से महाप्रतापी राजा, सम्मानीय महा पुरूषोँ आदि लोगोँ के अगर सँतान न हो तो, सँतान की अति आवश्यक के कारण किसी दूसरेँ दम्पति से गुणवान,सज्जन,आदर्श,उज्जवल,अच्छे खानदान से गोद ले लिया जाता था, ऐसा प्राचीन काल से आज दिनाकँ तक होता आ रहा है।
आदरणीय माननीय श्री सर जी नमस्कार बहुत बहुत ही गम्भीर रूप से आप का कथन है और किसी को किसी भी तरह से किसी की आस्थाओं को ठेस पहुंचाने का काम नही करना चाहिए प्लीज़ प्लीज़ प्लीज़ आपका प्रचार ठीक नहीं है धन्यवाद
Dhirendra Sastri Jaan ram ka 5 baap batata he us samaya tumhari ye Astha hai Charane Gaithi kya us Sam koi these jo nahi pahunchi?? Safari jo bakta he sab Ko tarkik lagta he aur koi.bole to these.pahuncjati bhai ye to pakshya Bali baat hojati he nispakshya Bano na
ये जो बात आपने बताई है, ये सभी जानते हैं, इसमें ऐसा खास कुछ भी नहीं है। जो दंपति पुत्र अथवा पुत्री का लालन पालन करते हैं वे उसके माता पिता ही कहलाते हैं भले उनका जन्म उनके सम्बन्ध से न हुआ हो। माता यशोदा और नंद बाबा का उदाहरण सभी जानते हैं। अतः श्री राम को दशरथ जी का ही पुत्र कहा जाएगा। आप साइंस की दुहाइ देकर इस प्रकार जनता जनार्दन को गुमराह करने का प्रयास कृपया न करें। धन्यवाद।
आपकी धारणा गलत है साहब, मानाकि दिव्य वस्तु के रूप में जो खीर दी थी उसकी कृपा से लिंग निर्धारण हुआ जैसा कि आज कल भी बहुत दुखियाओं द्वारा किया जाता है। आप ने कहा है कि राजा दशरथ ने सम्बन्ध नहीं बनाये थे, इसका क्या प्रमाण है वो सक्षम थे और आपके ही अनुसार उनके एक पुत्री भी थी। क्या वो लडकी भी खीर से ही पैदा हुई थी ?, नहीं राजा दशरथ अपनी रानियों के साथ आशक्त भी होते थे और मैथुन क्रिया भी करते थे।
YAAR YE BAKWAS KR RHA HAI ,KHEER SE GARABH THEHRNE ME HELP MILI ,KAHI NHI LIKHA RAMAYAN NE KE KO SHARIRAK SAMBANDH NHI HUA ,KHEER NE USS NUKAS KO THIK KIYA JIS VJAH SE GARABH NHI THEHRTA THA ,SHARAM AANI CHAHIYE ...KHUD PARH KE DEKHEIN AAP ,KAHI NHI LIKHA KE SHARIRAK SAMBANDH NHI HUA ,AGAR AJKAL KOI LADY BACHA NA HONE KE LIYE DR. SE MEDICINE LE AUR WO THIK HO JAYE AUR PREGNANT HO JAYE TO KYA YE KAHENGE KE USS MEDICINE SE BACHA HUA ,MEDICINE SE BIMARI THIK HOTI HAI AUR PATI PATNI KE SAMANDH SE HI BACHA HOTA HAI .
श्रृंगी त्रृषि खीर खाने से नही हिरण के पेट से बताया जाता है। क्या लाॅजिक है समझ मे नही आता। क्या मनुष्य हिरण के साथ भी नियोग करते थे। जिन भाई नियोग का मतलब समझ मे नही आता है तो नियोग का मतलब मैथुन होता है।
घोर कलियुग मे बुध्दी भ्रष्ट हो जाती है l त्रेता युग था l ताभि ki बात घोर कलियुग मे मत जोडो l आपको नाही लगता तो आप मत मानिये पर अपने धर्म वेद पुराण पर ऐसे संदेह मत कीजिए l pl
नए नए ज्ञानियों की बाढ़ आई हुई है। न जाने क्या चाहते है। भारत के धर्म, वेद, पुराण और उपनिषदों को दीमक बन चिपटे जा रहे। न जाने शंकराचार्य क्या करते हैं। कभी मुस्लिम मजहबी किताबो का कोई खंडन न करता है न ही मुस्लिम पसंद करते। फिर हिंदू धर्म में बार बार नए नए विद्वत्ता दर्शाते ज्ञानी कहां से हाथ में कतरनी लेकर आ जाते है। समाज और सभी शंकराचार्यों को तुरंत सक्रीय होना ही चाहिए।
भैय्या ऐसे बाबा/ब्राह्मण किसी की जानकारी में हो, तो हमें भी बताएं ताकि जिनके बच्चे नहीं हैं उनको भी खीर के माध्यम से बच्चे प्राप्त हो सके। जय बाबा की। जय ब्राह्मण समाज की। जय हिन्दू धर्म की।
हा होता है प्रसाद खाने से पंडोखर गुरुजी के पास एसी शक्ती है पत्नी को जाना नही पडता सिर्फ पती जा सक्ते है . ⛳⛳⛳⛳⛳🌷🌷🌷🌷🌷 जय पंडोखर सरकार हनुमान जी महाराज की जय . 🙏🙏🙏🙏🙏
आदरणीय एक ही वाक्य को बार बार दोहराने से विडियो लम्बा चलता है जिससे रोचकता खत्म हो जाती है । एक ही वाक्य को बार-बार दोहराने के बजाय वीडियो में नयी जानकारी समाहित करें तो सुनने में रोचकता बनी रहे।
विद्वानों से निवेदन है कि वह अपने बारे में निजी राय रखे किसी धर्म पर टिप्पणी ना करें किसी भी धर्म,पुराण आदि में आदशक्ति का जन्म किसी औरत के गर्भ से नहीं हुआ है
गिर खाने से क्या कौड़ी भी औरत गर्भवती हो सकती है तो आप बताएं कि कौशल्या सुमित्रा और कैकेयी को विना संभोग क्रिया के बच्चा हुआ कैसै अगर राम लक्षुमण भरत शत्रुघ्न हुए तो कौशल्या,मुमितरा और कैकेयी के साथ संभोग किसने किया आप अपने विडियो में स्पष्ट बताने का कष्ट करे मेरे समझ से राम लक्षुमण भरत शत्रुघ्न श्रृग ऋषि के पुत्र हो सकते हैं क्योंकि श्रंग ऋषि ने अपने बृज को खिर के माधय से कौशल्या सुमित्रा और कैकेयी को खिलाया जिससे श्रंग ऋषि का बृज तीनों के गर्भाशय में गया होगा जिससे राम लक्षुमण भरत शत्रुघ्न एक ही दिन में बराबर बराबर उम्र के पैदा हुए
Om SaJal Sradhdha Om Prakhar PraGYa Om Dada Guru Om GaYaTrI MaTa Om SaraSwaTI MaTa Om SaVITrI MaTa Om TaT SaT Prabhu ParmaTa IShwar ParmeShwar Om Om Om Om Om
भाई साहब बहुत बड़े जानकारी हो गए हो तो राम दशरथ के पुत्र नहीं थे तो तुमको अपने भी पता नहीं कि हम किसके पुत्र हैं सब ज्ञान सनातनी को मत दिया करो अपने घर में रखा करो सुनने के लिए कोई तैयार नहीं है ठीक है
हमें लगता है दुनिया में बहुत अच्छे हो बुद्धिमान लोग भी है मगर इस चैनल को देख कर के हमें लगा कुछ मेंटल लोग भी रहते हैं अरे भाई लार प्यार देना पालन पोषण करना देखरेख करना आत्मज्ञान देना मनोबल बढ़ाना मनोबल कपड़ा देना अन्य बातें पिता तुल्य मानी जाती है इतना ही नहीं ईश्वर से बड़ा दर्जा बाप तो ली पालन पोषण करने वाले को ही माना जाता है इसका उदाहरण बहुत काफी भी है और बहुत अच्छा भी है यह यह तो अज्ञानता वाली बात है की यदि मां और बाप आपस में संबंध करें तभी ही बच्चा पैदा हो इस वीडियो को देखकर हमें लगता है कुछ लोगों के अंदर मनुष्यता नाम की चीज नहीं है जय माता दी
Andh bhakton ke liye yah baat kalpanik hogi lekin jo padhe likhe hain samajhdar hain vah log yah baat Ko jarur samajh jaenge khir se Kabhi baccha paida Nahin hota
।।सारशबद अखण्ड मार्ग दर्शन,,संतो की वाणी।।साल बीसम बीसा से सारशब्दी सतगुरु की गूंज उठी। यही घडी यही बेला सारशबद अखण्ड धुन चित्त मे पावन की, सतधाम नजारा जानन की।।00।।घट मे ही औघट को पाया, औघट माहि घाट। कहे कबीर परिचय मेरा, साँई अरुण जी दिखावे बाट।।01।।बूंद समाऐ सागर मे, यह जानत है सब कोय। सागर समाऐ बूंद मे, सारशबद जानेगा बिरला कोय।।02।।स्वांसा पर जो जाप करावे, उसको झूठा गुरुआ जानिये। आखर पर निःआखर भरपूर, कहे कबीर सोई सारशबद जानिये।।03।।काल पकड चेला किया, भय के कतरे कान। हम सारशबद अखण्ड धुन चित्त मे धरे,किसको करे सलाम।।04।।कबीर तन पंछी भया, जहाँ चित्त रमे तहाँ उडि जाय। जो जैसी संगत करे, वो वैसा फल पाय।।05।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित।।🙏🏻🌹
खिर खिलाने से मुख से सीना से नाभि से पैर से और ना जाने कहां कहां से कैसे कैसे बच्चे पैदा कर दिये महाज्ञानीपंडित मनुवादी लोग। इनके सामने विज्ञान प्रकृति फैल है। पाखंडी मनगढ़ंत कूटरचना रचित रचना। इनके जितने भी वेद पुराण रामायण गीता भागवत पुराण कूटरचित है। विज्ञान या प्रकृति के खिलाफ लिखा गया है। ऐसे आदमी को चुल्लू भर पानी में डुब मरना चाहिए।
अरे महाशय श्रीराम तो स्वयं साक्षात भगवान थे उन्हें जन्म लेने के लिए किसी माता के गर्भ या किसी पिता की आवश्यकता नहीं होती भगवान तो प्रकट होते हैं लेकिन उनकी योग माया से हमें लगता है कि उन्होंने जन्म लिया
तुम जैसे लोगो ने ही अलग-अलग बातें बताकर हमारे सनातन धर्म को कम किया है, तुमने देखा था की दसरथ जी अपनी पत्नी यों से नहीं मिलते थे। बकवास विडियो बनाना बन्द करें।
कथा वाचक , राम का जन्म. कौशल्या के खीर खाने से गर्भ से भी जन्म नहीं हुआ वो प्रभु श्री राम प्रकट हुऐ चतुर्भुज ले कर मां के आ देश पाकर बालक रुप धारण किऐ । खीर खाने से सुमित्रा और कैकई के गर्भ से बाकि करमसह तीनों भाई का जन्म हुआ । भरानति मत फैलाऔ । जय सिया राम ।
यह तो सारी दुनिया जानती है की राम दरथ के पुत्र नही थे. यदि राम दशरथ के पुत्र होते तो असली क्षत्रिय होते और ब्राह्मण कभी भी क्षत्रिय की पूजा नही करते। ब्राहमण क्षत्रिय से अपने को ऊंचा मानता है।
राजा दशरथ संतान हीन थे उन्होंने विश्वामित्र जी से सारी बात बताई विश्वामित्र की सलाह दिए ऋषि मुनियों को बुलाकर पूजा पाठ किया जाए जब अग्निदेव प्रगट होंगे उन्ही की वरदान से आपको पुत्र प्राप्ति होगी अग्निदेव प्रगट हुए राजा दशरथ को दिव्य खीर दिये रानी को खाने के लिए स्वयं भगवान ही जन्म ले लिए धरती पर अवतार हुई प्रभु श्री राम जी लक्ष्मण जी भरत जी शत्रुघ्न जी की
इस तरह के वीडियो बनाने को कोटि कोटि नमन ।वैसे मुझे पहले से दर्शन हुआ करते हैं l मनुष्य अपने अस्तर से अपने मन में सोच लाते हैं की यैसा नही हो सकता है। सूर्य के प्रकाश पृथ्वी पर कितने वर्सो से डेली कितना ताप छोड़ जाते हैं लेकिन वे कौन ताकत हैं की समाप्त नही हो रहे हैं ।जब घर में वाल्व जलाने में ईंधन खर्च होता है तो मुझे प्रति दिन ईंधन उत्पादन करना पड़ता है लेकिन वहां तो कोई मनुष्य ईंधन उत्पादन करने नही जा रहा हैं ।कोई ताकत हैं इसीलिए समाप्त न हो रहे हैं । खीर से ईश्वर राम जी का जन्म क्या बिना खीर जन्म ले सकते हैं लेकिन विश्व के हर माताओं ईश्वर होकर माता मानते हैं की हर मानव पांच तत्व के हैं । और हर मानव अपने माता पिता को समान दें ।
क्या हिरण से भी उस जमाने में मनुष्य बात करता था। आज क्यु नही।
Lilawati granth se ho sakta hai joki India me ban he
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रामायण ही काल्पनिक है । हां वो एक काव्य है।पुष्पमित्र शृंग ही राम हे जो कविता का पात्र हैं।और हम पागल लोग उनको पूंजते हैं।
यह सही बात है की खीर पेट में जाती है जबकि बच्चा बच्चा दानी में पैदा होता है
हमारे मध्यकालीन युग से लेकर आज तक भारत भूमि में महान संत पेदा हुवे हे सर्वे महापुरुषों ने अपने अनुभव करके इस जगत के सामने जो सत्य है वहीं पिरसा है, प्रकृति के नियम विरुद्ध कुश नही हो सकता , चाहे कोई भी महापुरुष हो स्त्री पुरुष के मिलन से ही पैदा हुए हैं और थे, आज तक ऐसा न हुआ है और न होगा, जो मुंह से खायेगा वो कचरा मल द्वार से निकल जाता हैं आज वैज्ञानिक तरीकासे बीज दान होता हे
ये बात अलग है, ये सब बिन अनुभव जूठी कहानी मत बनावो, हमारे देश के महा पुरुषो संतो की बात मानो जो सनातन धर्म जूठा साबित हो ऐसा मत करो, विश्व में ईश्वरीय प्रकृति का नियम समझो और अपना अनुभव से ही सत्य क्या है साबित करो सत्संग में जाओ शास्त्रों पुराणों लिखने वाले ने लिख दिया है ये पढ़के मत बैठे रहेना
भारत के एक हजार साल तक गुलाम रहने का कारण घोर अंधविश्वास और ऐसी कपोल कल्पित दंत कथाए ही जिम्मेदार है। नमो बुद्धाय। भारत को फिर से बौद्धमय राष्ट्र बनाना है ताकि भारत की जनता अंधविश्वासो से बाहर निकलकर वैज्ञानिक और तर्क के आधार पर जीवन जी सके।
यदी ऐसा है तो ऋषी मुनी योंका काम होगा उंहोणेही खीर मे कूछ मिलाकर दिया होगा, उससे तीनो रणीया रात को बेहोश हुइ होगी ओर मुनियोने बारी बारी से रात भर संबंध बनाया होगा. सूबह रणीयो को पता तोह चला होगा लेकीन मुनियोपर शक करना galat माना जाता था.isliye raniyabhi chup rahi hogi
मी एक हिंदू आहे पर हिन्दुओं पर अब विश्र्वास नाही रहा
❤ भारत देश में, बच्चा,, कीसिसे भी, पैदा होता हैं,,झाड,से,फत्तर से, अग्नी से, पाणी से,सूर्य से, नाक से ,कान से,मुह से, कंदे से,,पाव से,,❤
😂😂😂
Yah to agyan ki bat hai,hme trkshil hona chahiye
Sabhi stories myth hai jhuth ko sach banaya jata hai
@@Priyadarshi-n3z😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊 by hu by 8:47
Murkh mat banao tumra kitna gyan hai bata ya
बिलकुल सही आप ने कहा ऋषि पुत्र थे
Jay shree ram
महाराज आप लोग गलात बतराहे आप साबीत नाही करपाये के राम दासरत के पुत्र थे ऐसे वी ज्ञान. नाही कल्पित कहाणी पेभरोसा हम नाहि. करते
संका ही संका,.....
नही तो खीर खाने से बच्चा पैदा होता,और ना ही सूर्य से, कान से, दृष्टि से,ये सब अनर्गल बात है।
😊
हो सकता है बताने वाले के परिवार हो ऐसा ही होता हो। ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅
JAY. BUDH. RASTRA. BHART , JAY. SACHI. RAMAYN. ❤ JAY BHIM. NAMO. BUDHAY BHAGWAN. HAE ❤ARWAL. BIHAR❤❤❤
AAP KO KAISA PATA KI DASARATH AUR KAUSALYA SATH KOI SARIRIK SAMBANDH KHIR KHANE KE BADH NEHI HUA THA AUR AAPKA PURA NAAM BATAIEGA .PLEASE
आशा करता हूं कि यह कहानी तो लगभग सभी को ही पता होगा। science को छोड़िए भगवान श्री राम महाराज दशरथ के ही पुत्र थे यह एकदम सनातन सत्य है।
Nice video Sab Bhagwan ki Maya ishwar Jo chahte Hain vahi hota Hai Bhagwan ko dharti par avtar Lena tha dust ravan ka sanghar karna tha to unhone Kiya yah sab to pahle se nishchit tha isiliye unhone avtar liya 🙏🙏🙏🙏🙏👌👌💐💐🌹🌹
Dimag ka dahi bna diya aapne 😇😇
इस बयान से अन्धभक्त, गोबरभक्त, मुत्रभक्तो के आस्थाओ पर ठेस पहुच रहा हैं।।
तीन काम बहुत ही कठिन है
1 =चीटी को काजल लगाना।
2 =हाथी को जांघ पर बैठाना।।
3 =अन्धभक्तो ,गोबरभक्तो, मुत्र भक्तो को समझना।।।
जय संविधान जय भीम जय भारत जय बहुजन समाज जिन्दाबाद।।
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कुत्ते की पूंछ मैं अगर कुत्ते को जबरदस्ती पकड़ के इसके पूंछ के अंदर नली पहना दे तो भी कुत्ते की पूंछ सीधी होने वाली नहीं है तुम जैसे बेवकूफ ना तो संसार के लिए लाभदायक है ना संसार को अच्छी बातें बता सकते अपने आप को तेरी मां के पेट में तूने भी मूत्र पैसा खाया है तू कौन सा बड़ा ऐसा बेकार की बातें करता है भंगार बैटरी किसी से समाज बड़े लोगों में बैठ कभी ज्ञान का दीपक जलेगा तेरे अंदर वाला गधे के गधे ही रहने वाले हैं भगवान से प्रार्थना करते हैं कि आपको सद्बुद्धि दे किसी को नीचा दिखाना तुम्हारी आदत पड़ चुकी उसमें गलती तुम्हारी नहीं है तुम्हारा संस्कारों में परिवार की सुनते हो क्या परिवार में कोई बड़ा हो उससे कोई अच्छा सीखे
यदुवंशी असली हैं तो बता कान्हा ने जन्म लिया था या अवतार उनके पिता नन्द जी थे
या बासुदेव
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स्त्री पुरूष के समागम के बिना भनुष्य का झन्म कभी नही हो सकता ,जो स्त्री पुरूष के अलावा जितने भी होना बताया गया वह सब स्त्री पुरूष के सँबँध के द्वारा हुये थे।जैसे रूणिजा मेँ बाबा रामदेव,मथुरा मेँ कृष्ण,का जन्म हुआ था, बाबा रामदेव के जन्म को गुप्त को रखा था।इसी प्रकार से महाप्रतापी राजा, सम्मानीय महा पुरूषोँ आदि लोगोँ के अगर सँतान न हो तो, सँतान की अति आवश्यक के कारण किसी दूसरेँ दम्पति से गुणवान,सज्जन,आदर्श,उज्जवल,अच्छे खानदान से गोद ले लिया जाता था, ऐसा प्राचीन काल से आज दिनाकँ तक होता आ रहा है।
आदरणीय माननीय श्री सर जी नमस्कार बहुत बहुत ही गम्भीर रूप से आप का कथन है और किसी को किसी भी तरह से किसी की आस्थाओं को ठेस पहुंचाने का काम नही करना चाहिए प्लीज़ प्लीज़ प्लीज़ आपका प्रचार ठीक नहीं है धन्यवाद
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ये महा निच कर्म है,,इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है
😂 इतना रिसर्च और स्टडी करने के बाद इसको तो नोबेल पुरस्कार मिलना जरूरी है भाई 😂😂😂
Koi kam nahi h inke pas me bhai
सच्ची रामायण पढ पेरियार की
ऊ
खीर को खाने माताओं की गर्भधारण की क्षमता बढ़ गई थी इसलिए दशरथ से ही थे।
ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম ৰাম
Jai shree Ram Jai shree Ram
पहली बात तो राम पैदा ही नहीं हुए थे वो प्रकट हुए थे और ये साइंस अध्यात्म, शास्त्र से बहुत पीछे है हमारे जो ऋषि मुनियों ने लिखा वहीं सत्य है।
बाबा साहेब के पास भी अपनी महिला को आप लोग त्याग के लिए भेजे थे ताकि कल्लान्तर मे जा कर संतति के मध्यम से उनका भी ब्रह्मणीकर किया जा सके
Jaysriram jayhanumankijay jaymathagi
Tum apane pita ke nahi ho.
ये जो बात आपने बताई है, ये सभी जानते हैं, इसमें ऐसा खास कुछ भी नहीं है। जो दंपति पुत्र अथवा पुत्री का लालन पालन करते हैं वे उसके माता पिता ही कहलाते हैं भले उनका जन्म उनके सम्बन्ध से न हुआ हो। माता यशोदा और नंद बाबा का उदाहरण सभी जानते हैं। अतः श्री राम को दशरथ जी का ही पुत्र कहा जाएगा। आप साइंस की दुहाइ देकर इस प्रकार जनता जनार्दन को गुमराह करने का प्रयास कृपया न करें। धन्यवाद।
जो गंदा होता है,, उसकी सोच भी वैसी ही होती है
Who was the father of Sita..
Janaka maharaj is the father of sita
All right sir
राम का जन्म हुआ मेघवाल के घर में हुआ था राम का बाप को मना करा राजा ने आप किसी को कहना मत
ममममममममममुमुुुममममममममममममममममममपमु ममममम म म.
Jai shri Ram🙏🙏🙏🇳🇵🇳🇵🇳🇵🇳🇵🇳🇵🇳🇵🇳🇵❤❤❤⚘⚘⚘⚘⚘⚘
Super jankari ke liye dhanbad
आपकी धारणा गलत है साहब, मानाकि दिव्य वस्तु के रूप में जो खीर दी थी उसकी कृपा से लिंग निर्धारण हुआ जैसा कि आज कल भी बहुत दुखियाओं द्वारा किया जाता है। आप ने कहा है कि राजा दशरथ ने सम्बन्ध नहीं बनाये थे, इसका क्या प्रमाण है वो सक्षम थे और आपके ही अनुसार उनके एक पुत्री भी थी। क्या वो लडकी भी खीर से ही पैदा हुई थी ?, नहीं राजा दशरथ अपनी रानियों के साथ आशक्त भी होते थे और मैथुन क्रिया भी करते थे।
यह भी बता दीजिए कि खीर गर्भाश्य में कैसे पहुंची?
अपने खाली दिमाग में कुछ भरना हो तो श्री परवीन मोहन के विडियो देखिए। आपके विकृत दिमाग को सही रास्ता मिल जाएगा। 😂😂😂😂
यह सही बात है की खीर पेट में जाती है जबकि बच्चा बच्चा दानी में पैदा होता है फिर किसी से कैसे हो गए श्री राम जी
Tretayug tha ok na
YAAR YE BAKWAS KR RHA HAI ,KHEER SE GARABH THEHRNE ME HELP MILI ,KAHI NHI LIKHA RAMAYAN NE KE KO SHARIRAK SAMBANDH NHI HUA ,KHEER NE USS NUKAS KO THIK KIYA JIS VJAH SE GARABH NHI THEHRTA THA ,SHARAM AANI CHAHIYE ...KHUD PARH KE DEKHEIN AAP ,KAHI NHI LIKHA KE SHARIRAK SAMBANDH NHI HUA ,AGAR AJKAL KOI LADY BACHA NA HONE KE LIYE DR. SE MEDICINE LE AUR WO THIK HO JAYE AUR PREGNANT HO JAYE TO KYA YE KAHENGE KE USS MEDICINE SE BACHA HUA ,MEDICINE SE BIMARI THIK HOTI HAI AUR PATI PATNI KE SAMANDH SE HI BACHA HOTA HAI .
महाज्ञानियो दवाई भी पेट में जाती है सिर दर्द कैसे दूर हो जाती है
BHAI YE KAM AKLI SE YA JANBUJH KR ESI FIZOOL BAATEIN KR RHE HAIN .
@@Drram911
मैं काल्पनिक बातों पर बहस कर अपना समय व्यर्थ नहीं कर सकता।
श्रंगी ऋषि की खीर से होना बताया गया है।जो वैज्ञानिक दृष्टि से असंभव है।उस जमाने में नियोग प्रथा भी मान्य बतायी जाती थी।
श्रृंगी त्रृषि खीर खाने से नही हिरण के पेट से बताया जाता है। क्या लाॅजिक है समझ मे नही आता। क्या मनुष्य हिरण के साथ भी नियोग करते थे। जिन भाई नियोग का मतलब समझ मे नही आता है तो नियोग का मतलब मैथुन होता है।
घोर कलियुग मे बुध्दी भ्रष्ट हो जाती है l
त्रेता युग था l ताभि ki बात घोर कलियुग मे मत जोडो l आपको नाही लगता तो आप मत मानिये पर अपने धर्म वेद पुराण पर ऐसे संदेह मत कीजिए l pl
महापुरुका जन्म कैसै हाेता काेहि नहि जान्ता अगर जान्ता हाेहि ब्रमा कहलाता बग बास बन्दबराे
इसीलिए तो भगवान राम को नियोग राम कहा गया है
नए नए ज्ञानियों की बाढ़ आई हुई है। न जाने क्या चाहते है। भारत के धर्म, वेद, पुराण और उपनिषदों को दीमक बन चिपटे जा रहे। न जाने शंकराचार्य क्या करते हैं। कभी मुस्लिम मजहबी किताबो का कोई खंडन न करता है न ही मुस्लिम पसंद करते। फिर हिंदू धर्म में बार बार नए नए विद्वत्ता दर्शाते ज्ञानी कहां से हाथ में कतरनी लेकर आ जाते है। समाज और सभी शंकराचार्यों को तुरंत सक्रीय होना ही चाहिए।
भैय्या ऐसे बाबा/ब्राह्मण किसी की जानकारी में हो, तो हमें भी बताएं ताकि जिनके बच्चे नहीं हैं उनको भी खीर के माध्यम से बच्चे प्राप्त हो सके। जय बाबा की। जय ब्राह्मण समाज की। जय हिन्दू धर्म की।
Absolutely right
Kheer se bhi bacche ho sakte hai kyunki seeta mata khet se ho sakti to kheer se ram kyun nahi
हा होता है प्रसाद खाने से पंडोखर गुरुजी के पास एसी शक्ती है पत्नी को जाना नही पडता सिर्फ पती जा सक्ते है . ⛳⛳⛳⛳⛳🌷🌷🌷🌷🌷 जय पंडोखर सरकार हनुमान जी महाराज की जय . 🙏🙏🙏🙏🙏
@@balvindersinghdhanoa2784 or bo tretayug tha usme to banar bhi udte the ab tum mujhe bandar dikhado dono
@@seemakamat4303 andha ho
जनकारी देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद । रामायण का रोचक कहानी और अखबार बीरबल खिचड़ी कहानी मिठास अमृत समान है विलुप्त नहीं हो सकता है ।
Lllllp
राम दशरथ के पुत्र नहीं वह जरा पुत्र थे श्रृंगी ऋषि के तीनों रानी को तीन रात तक भारी संभोग किया था ऋषि ने तभी राम का जन्महुवाथा, जय रावण जय लंकेश
आदरणीय एक ही वाक्य को बार बार दोहराने से विडियो लम्बा चलता है जिससे रोचकता खत्म हो जाती है । एक ही वाक्य को बार-बार दोहराने के बजाय वीडियो में नयी जानकारी समाहित करें तो सुनने में रोचकता बनी रहे।
इस साल राम के बारे में ज्ञानी बहुत पैदा हो गए है,सच्चाई पच नही रही।
विद्वानों से निवेदन है कि वह अपने बारे में निजी राय रखे किसी धर्म पर टिप्पणी ना करें
किसी भी धर्म,पुराण आदि में आदशक्ति का जन्म किसी औरत के गर्भ से नहीं हुआ है
Bahut bade sahas aur himmat ki daad deta hun main.
Tu sale kya himmat ki dad de rha tera mohmmad to 9 sal ki ladki se byah kar liya kattu sale
खीर से कोई पैदा नहीं हो सकता है।
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आज कल तो दवाई यो से पेदा होरहे बच्चे
Shanta ki mata kaun thi ??? Tumhe kaise pata ke kheer ne putrsambhav badhayi nahi hogi ? Chutia jaise baat na kar!!
Jai shri Ram ❤
गिर खाने से क्या कौड़ी भी औरत गर्भवती हो सकती है तो आप बताएं कि कौशल्या सुमित्रा और कैकेयी को विना संभोग क्रिया के बच्चा हुआ कैसै
अगर राम लक्षुमण भरत शत्रुघ्न हुए तो कौशल्या,मुमितरा और कैकेयी के साथ संभोग किसने किया आप अपने विडियो में स्पष्ट बताने का कष्ट करे
मेरे समझ से राम लक्षुमण भरत शत्रुघ्न श्रृग ऋषि के पुत्र हो सकते हैं क्योंकि श्रंग ऋषि ने अपने बृज को खिर के माधय से कौशल्या सुमित्रा और कैकेयी को खिलाया जिससे श्रंग ऋषि का बृज तीनों के गर्भाशय में गया होगा जिससे राम लक्षुमण भरत शत्रुघ्न एक ही दिन में बराबर बराबर उम्र के पैदा हुए
ये बात बिल्कुल सत्य है हमारे पास ये सब मौजूद हैं मै ये सबित कर के बता दुगा ❤
Kheerpura Ram.matlab kucch bhi.1000 sal tak gulami kaise rahi hogi iska pata scriptures se chal jata hai.
मि. वक्ता महोदय । खीर खाते ही बच्चे पैदा नहीं हो गए । आपस में संबंध के लिए एक लंबी अवधि थी ।
Kheer se bhi bacche ho sakte hai kyunki seeta mata khet se ho sakti to kheer se ram kyun nahi
Jai shri ram
Aadhi vedio Bina baat k hi nikal gayi.
खीर खाने पर पेट में जाती है, जबकि बच्चा कहाँ बनता है? सभी जानते हैं..धन्यवाद
Om SaJal Sradhdha Om Prakhar PraGYa Om Dada Guru Om GaYaTrI MaTa Om SaraSwaTI MaTa Om SaVITrI MaTa Om TaT SaT Prabhu ParmaTa IShwar ParmeShwar Om Om Om Om Om
Tere sir m दर्द होता है तो टैबलेट सिर m dalta hai ya pet मे chutiye😂😂😂
भाई साहब बहुत बड़े जानकारी हो गए हो तो राम दशरथ के पुत्र नहीं थे तो तुमको अपने भी पता नहीं कि हम किसके पुत्र हैं सब ज्ञान सनातनी को मत दिया करो अपने घर में रखा करो सुनने के लिए कोई तैयार नहीं है ठीक है
जो अंधभक्त होगा वही मासिक की बात करेगा यह तो लॉजिक का जमाना है
आप उस जमाने में थे, इसलिए सही बता रहे हो। रामका जन्म आपके सामने हुआ था क्या।
अपनी दुकान मत चलाइए।
जो बाल्मिकी जी ,और तुलसीदास जी लिखे वही सही है।
Jay bhim namo buddhay Jay samvidhan Jay bharat Jay samjhayabad Jay mulniwasi Jay Johar Jay samvidhan Jay bhim
हमें लगता है दुनिया में बहुत अच्छे हो बुद्धिमान लोग भी है मगर इस चैनल को देख कर के हमें लगा कुछ मेंटल लोग भी रहते हैं अरे भाई लार प्यार देना पालन पोषण करना देखरेख करना आत्मज्ञान देना मनोबल बढ़ाना मनोबल कपड़ा देना अन्य बातें पिता तुल्य मानी जाती है इतना ही नहीं ईश्वर से बड़ा दर्जा बाप तो ली पालन पोषण करने वाले को ही माना जाता है इसका उदाहरण बहुत काफी भी है और बहुत अच्छा भी है यह यह तो अज्ञानता वाली बात है की यदि मां और बाप आपस में संबंध करें तभी ही बच्चा पैदा हो इस वीडियो को देखकर हमें लगता है कुछ लोगों के अंदर मनुष्यता नाम की चीज नहीं है जय माता दी
DoYou know how 100 Kaurav how taken birth
Andh bhakton ke liye yah baat kalpanik hogi lekin jo padhe likhe hain samajhdar hain vah log yah baat Ko jarur samajh jaenge khir se Kabhi baccha paida Nahin hota
Some of the people think that the people are foolish and can be fed with the unfounded thoughts and actions. Such types of stories are unfounded.
महाराज दशरथ निसंतान क्यों थे। इसका कारण बताएं।
जय श्री राम जी 🙏
Sahi kaha bilkl shrngi Rishi ke hi the
तर्कशील विज्ञानवाद वाद बनो, पहले सोचो समझो परखो फिर विश्वास करों।
Wedrful lndia hai
संस्कार ददाति इती पिता
बेवकूफ लोगों को कौन समझाए भये प्रकट किरपा ला दिन दयाला।
श्री रामचंद्र श्रृंगी ऋषि के लड़के थे
ये सब भारतीय ही होता है
Right
aage ki kahani aapne puri nahi batai sambandh se hi huye the ji kher se nahi sambandh kiske sath huye please bataye ji
आप झूठ बोल रहे है । बकवास मत करो । श्रीराम महाराज दशरथजी के ही पुत्र थे । और यहीं सत्य है । हम झू ठ नहीं सुनना चाहते ।
जब रामायण में लिखा गया कि खीर खाने से राम लक्षमण भरत शत्रुघ्न का जन्म हुआ तो सत्य कहां से ढूढो़गे।।
Jay jay sitaram
।।सारशबद अखण्ड मार्ग दर्शन,,संतो की वाणी।।साल बीसम बीसा से सारशब्दी सतगुरु की गूंज उठी। यही घडी यही बेला सारशबद अखण्ड धुन चित्त मे पावन की, सतधाम नजारा जानन की।।00।।घट मे ही औघट को पाया, औघट माहि घाट। कहे कबीर परिचय मेरा, साँई अरुण जी दिखावे बाट।।01।।बूंद समाऐ सागर मे, यह जानत है सब कोय। सागर समाऐ बूंद मे, सारशबद जानेगा बिरला कोय।।02।।स्वांसा पर जो जाप करावे, उसको झूठा गुरुआ जानिये। आखर पर निःआखर भरपूर, कहे कबीर सोई सारशबद जानिये।।03।।काल पकड चेला किया, भय के कतरे कान। हम सारशबद अखण्ड धुन चित्त मे धरे,किसको करे सलाम।।04।।कबीर तन पंछी भया, जहाँ चित्त रमे तहाँ उडि जाय। जो जैसी संगत करे, वो वैसा फल पाय।।05।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित।।🙏🏻🌹
आपकी बातों पर विश्वास क्यों करें हम।हम बाल्मिकी जी और तुलसी जी की बातों पर विश्वास करने वाले सच्चे सनातनी है।भारत माता की जय।
Fir hm kyu visvas kre ki Ram bhagvan the
Are manuvadio tum to manuvadio ki bat manoge kyo ki balmiki aur tulsh dono manuvadi the.
इस बात से हम सहमत है ।
S irangirishike,putra,te,
जय सियाराम जयसियाराम
गजब दिमाग लगाया । वो खीर एक औषधि थी जो उस बाधा को खत्म करती थी । जिसके कारण यह संभव हुआ । ऐसा राजा पांडू के लिए बोल सकते है राजा दशरथ के लिए नही ।
Yah pura duniya jaanta hai ki RAM Dashrath ke Putra nahin hai vah shringi Rishi ka Putra
Ram Ram Ji .
Kiya bat karte he
श्री राम जी खीर पुत्र या दशथ पुत्र था कुछ भी समझ नहीं आता है भाई
Bina sambandh ke baccha nahin ho sakta lekin khir khane se Bhi to nahin ho sakta Agar khir khane se bacche hote Hain to shaadi kyon hote
जय श्री राम 🕉️
ए भ्रमित करने वाले बाते कौन बोल सक्ता है ।या तो कोइ इसाइ होगा या बर्णशंकर ।
राम के संदर्भ मे ऐसी वाले कहना और टिप्पणी करना सर्वथा अनुचित और गलत है ये निर्दलीय है ।
राम.राम
आप किसके पुत्र हैं।इसकी क्या गारंटी।
Sahi kaha aap ne , par kiss maa ka putra hei , ye to patta hoga . Aise Dasrath putri Saantaa kiss maa ki beti thi ?
खिर खिलाने से मुख से सीना से नाभि से पैर से और ना जाने कहां कहां से कैसे कैसे बच्चे पैदा कर दिये महाज्ञानीपंडित मनुवादी लोग। इनके सामने विज्ञान प्रकृति फैल है। पाखंडी मनगढ़ंत कूटरचना रचित रचना। इनके जितने भी वेद पुराण रामायण गीता भागवत पुराण कूटरचित है। विज्ञान या प्रकृति के खिलाफ लिखा गया है। ऐसे आदमी को चुल्लू भर पानी में डुब मरना चाहिए।
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खीर ने केवल औषधि का कार्य किया था क्योकि वह् अभिमन्त्रित् थी
महाशय,
आपकी बकवासकेलीये आपको श्रीराम मंदिरके उद्धाटन पर योगीजीं निमंत्रण देंगे l फिर वंहा आपका सही सन्मान योगीजीं करेंगे l
जय श्रीराम!
अरे महाशय श्रीराम तो स्वयं साक्षात भगवान थे उन्हें जन्म लेने के लिए किसी माता के गर्भ या किसी पिता की आवश्यकता नहीं होती भगवान तो प्रकट होते हैं लेकिन उनकी योग माया से हमें लगता है कि उन्होंने जन्म लिया
🎉🎉
माता से महान पिता से प्रधान गुरु से सम्मान। महान भारत हिंदुस्तान विश्व में महान। नारी शाश्वत है सृष्टि है आदिशक्ति है पिता दृष्टि है गुरु ज्ञान है
Kheer Khao...bachhe paida karo...purush ki jarurat nahi..
तुम जैसे लोगो ने ही अलग-अलग बातें बताकर हमारे सनातन धर्म को कम किया है, तुमने देखा था की दसरथ जी अपनी पत्नी यों से नहीं मिलते थे।
बकवास विडियो बनाना बन्द करें।
Kon se bedh me he yah bat
कथा वाचक , राम का जन्म. कौशल्या के खीर खाने से गर्भ से भी जन्म नहीं हुआ वो प्रभु श्री राम प्रकट हुऐ चतुर्भुज ले कर मां के आ देश पाकर बालक रुप धारण किऐ ।
खीर खाने से सुमित्रा और कैकई के गर्भ से बाकि करमसह तीनों भाई का जन्म हुआ । भरानति मत फैलाऔ ।
जय सिया राम ।
Fir ram ke pita kon the
यह तो सारी दुनिया जानती है की राम दरथ के पुत्र नही थे. यदि राम दशरथ के पुत्र होते तो असली क्षत्रिय होते और ब्राह्मण कभी भी क्षत्रिय की पूजा नही करते। ब्राहमण क्षत्रिय से अपने को ऊंचा मानता है।
एक ही बात बार बार दोहराना बोरिंग
राजा दशरथ संतान हीन थे उन्होंने विश्वामित्र जी से सारी बात बताई विश्वामित्र की सलाह दिए ऋषि मुनियों को बुलाकर पूजा पाठ किया जाए जब अग्निदेव प्रगट होंगे उन्ही की वरदान से आपको पुत्र प्राप्ति होगी अग्निदेव प्रगट हुए राजा दशरथ को दिव्य खीर दिये रानी को खाने के लिए स्वयं भगवान ही जन्म ले लिए धरती पर अवतार हुई प्रभु श्री राम जी लक्ष्मण जी भरत जी शत्रुघ्न जी की
Sperm cannot enter uterus by stomach but only through vegina only or thosetimes IVF is there?!
❤jay bheem jay saidhan