यदि आप इस प्रवाह पर उपलब्ध वक्तव्यों के बदले किसी प्रकार की आर्थिक सेवा निवेदित करना चाहते हैं तो आप निम्न विवरण पर अपनी इच्छानुसार धनराशि का भुगतान कर सकते हैं। If you want to provide any financial support for the videos of this channel, you may pay the desired amount at these details. Shri Bhagavatananda Guru Bank of Baroda Ratu Chatti Branch 54240100000958 IFSC - BARB0RATUCH (कोड का पांचवां वर्ण शून्य है | Fifth letter of code is Zero) UPI - nagshakti.vishvarakshak@okaxis
जय श्री गुरु देव भगवान जी आप के चरणों में कोटि कोटि दंडवत प्रणाम करते हैं हम और गौ माता राष्ट्र माता हो भारत हिंदू राष्ट हो गौ हत्या बाद हो हिंदू प्रचण्ड हो भारत अखंड हो जय हो जय हो आप जैसे महान लोगों की सादा ही जय श्री राधे कृष्णा जी नमः पार्वती पत्त्य हर हर महादेव जी 🙏🌷🌺🚩
अच्छा लगा । संगीत में उलझ कर समय बर्बाद करने की अपेक्षा भागवत की सार / कथा सुनाने के लिए आभार । संस्कृत श्लोक का शुद्ध उच्चारण और उसका हिंदी अनुवाद बहुत अच्छा रहा है ।
श्रीमन्नारायण। नित्य वन्दनीय निग्रहाचार्य स्वनामधन्य श्री भागवतानंद गुरु चरणेभ्य नमः। श्री राम जय राम जय जय राम श्री हनुमान जय हनुमान जय जय हनुमान। हर हर महादेव नमः चण्डिकाये।
प्रणाम स्वामी जी 🙏 शुक्राचार्य जी असुरों, दैत्यो, दानवों और राक्षसों के गुरू(और संभवतः वर्तमान म्लेछों के भी) होते हुए भी ब्राह्मणत्व से च्युत क्यों नहीं होते? नारायण 🙏
धन्यवाद स्वामी जी 🙏 मेरे मन में यह कौतुहल इसीलिए था क्योंकि राष्ट्रनीति नामक TH-cam channel पर एक सज्जन के अनुसार शुक्राचार्य ही यहुदियों, ईसाईयों और मुसलमानों के ईश्वर है जबकि स्वयं को एकमात्र ईश्वर घोषित कर लेना तो अधर्म है।
स्वामी जी एक व्यक्तीगत प्रश्न है। क्षमा चाहता हु। मै सारस्वत ब्राह्मण हु कोंकण से। ऋग्वेद आश्वलायन-शाखल शाखा का हु। मेरा गोत्र "कौण्डिन्य " है। [कौण्डिन्य मैत्रावरूणि र्वसिष्ठेती त्री प्रवरान्वीत] दादी (पिता की माता) का गोत्र जामदग्न्य है। [भार्गव च्यवन आप्नवान और्व जामदग्न्य] माता का गोत्र वत्स है। सुना है वत्स और जामदग्न्य का प्रवर है। क्या इस विवाह (माता और पिता का) मे कोई दोष है? .
महाराज जी मैं 19 वर्ष का हूँ और गृहस्त आश्रम में रहकर कैसे भगवत प्राप्ति करें और एक गृहस्त कि दिनचर्या कैसी होनी चाहिए और त्रिकाल संध्या कि विधि के उपर हम पे कृपा करके एक उपदेश जारी कर दें 🙏🏻
गुरुजी महात्माओं को तो पता चल जाता है कि उनकी आयु कितनी शेष है, तो जैसे समय आए वे भगवत भक्ति में रह सकते है। तो हम सामान्य व्यक्तियों के लिए ऐसी कोई साधना है जिससे हम अपना अंतिम समय देख सके तो मार्ग सुलभ होगा😅
मेरी एक शंका है क्या किन्नर सन्यासी हो सकते हैं ये अखाड़ा वालों ने शंकराचार्य जी के विरुद्ध जाकर अलग से किन्नर अखाड़ा बना दिया जिस में जो होता है वो सब कहने योग्य नहीं है ये सब कितना शास्त्र सम्मत है इस पर प्रकाश डालने की कृपा करें
गुरु जी, प्रणाम 🙏🙏 प्रातः काल की संध्या आकाश मे तारा मंडल रहते कर लेना चाहिए। चुकी सूर्य अर्घ्य देना भी संध्या का एक अंग है तो क्या सूर्योदय से पूर्व भी सूर्य अर्घ्य दिया जा सकता है?
❤RAMA ❤ RAMA ❤ JAY 🎉 HO 🎉 SOME YEAR AGO IN DALIGANJ LUCKNOW MAHADEV TAMPLES . THERES LADY MAHANT HAD CALLED MUSLIMS FOR PRAYER . SO I LEFT TO GO THERE😢
Apne bataya ki amukh amukh devta ki aaradhana se amukh amukh Vidya wa kala ya tatwa ka arjan hota hai. Bhagwan Shiv se Gyan orr Bhagwati Mata se sil yukt badhu ka. Aur jo Bhagwan mein , matlab Vishwaroop mein dhyan lagayega 3 tarah se, usko mukti milegi. Tyo kya Bhagwat ye nahi kah raha Bhagwan Shiv se ya Bhagwati Mata se mukti uplabdh nahi ? Vaishnavo ke anusar toh firr yahi uchit hua ki Vishwaroop mein dhyan lagave orr Bhagwan Shiv or Devi Mata ko manne walo ko bhi yahi karna hoga....Iss puran anurup.
महाराज जी क्या विदेश गमन केवल शंकर परंपरा में ही निषिद्ध है या सभी संप्रदाय में?? या केवल शंकर परंपरा के ब्राह्मणों के लिए ही निषिद्ध है या शंकर परंपरा का पालन करने वाले सभी वर्णों के लोगो का विदेश गमन निषिद्ध है?? क्योंकि वीरशैव के जो चंद्रशेखर शिवाचार्य हैं काशी जंगमवाड़ी मठ के पीठाधिपति वो रूस की यात्रा कर चुके हैं, जिस पर कई वीरशैव कहते हैं कि हमारे में ऐसी कोई मर्यादा नहीं है। और जो पूरी के भारती कृष्ण तीर्थ अमेरिका गए तो इस पर क्या उनको नरक जाना पड़ेगा?? और समुद्र पार करना वर्जित है तो क्या एशिया के दूसरे देशों में जा सकते है थल मार्ग से?? एक और प्रश्न क्या एक समय अखंड भारत का भाग रहे आज के अफगानिस्तान, पाकिस्तान, लंका, म्यांमार, मलेशिया, इंडोनेशिया, तिब्बत, बांग्लादेश, कैलाश आदि देशों में जा सकते हैं??
जय श्री राम महाराज जी , महाराज जी आपने जो सूर्य रहस्य ग्रंथ में मनदेह नामक दैत्यों का वर्णन किया हैं तो क्या उन मनदेहो की कथा किसी और ग्रंथ में भी उपबल्ध होती हैं , किसी भी श्रुति , स्मृति या आगमोक्त ग्रंथ में ?? कृपया बताए प्रभु 🙏 ।
महाराज जी प्रणाम मैं अपने पुर्वजन्म के बारे में जानना हु इस हेतु मुझे क्या करना पड़ेगा मेरी जाति लोहार है हमारी कुल परम्परा में पूर्वज यज्ञोपवीत धारण करते थे कुछ लोग हमें विश्वकर्मा का वंशज मानते है किंतु हमारे जो भाट है वंशावली का कार्य करते है वो हमारे पूर्वजों को क्षत्रिय बताते है
मेरा एक प्रश्न है: क्या स्त्रियां पुराण का अध्ययन कर सकती है? पुराणों में जो हिंदी वाले अर्थ होते हैं उसका उसका अध्ययन करके क्या वह अपने ज्ञान को बढ़ा सकती हैं? इस प्रश्न का उत्तर दे।
@@vaibhav-yo4ot Puran Ka Shlok Sirf Sanskrit bhasha ki nahi woh Mahan Rishiyon Dwara Updhisht Shabd Brahm hai , isiliye Uski Mariyadaye Alag hai . Sadharan Laukik Sanskrit Shlok Padhni ki baat dusri hai . Dekhiye jo Shastriya Mariyada hai usse palan karna chahiye , itna prasna karke koi fayda nahi hai . Anuwad ya Bhashya Padhke bhi toh Gyan Paya jaa sakta hai na toh fir kya dikkat hai . Mujhe pata hai ki iss baat ki koi sense nhi hai ki Shlok padhne se Yeshe kya ho jayega lekin jo Rules hai uska palan karne par ki fal ka sampoorna Asha kiya jaa sakega.
Guruji aapko pranam. Markan daay puran mee ma durga ne bola hya unka mahattya parne se bohot accha hota hya jaysa unka puja karne se hota hya. Aab mere paas ma kali ke eek picture hya lekin mya unki puja mantra nhi janta hu. Sref dhup dip faaal mithai puspa se puja karta hu. Kaya mujhe durga saptasati sanskrit mee parna chahiye
मेरा एक प्रश्न है: क्या स्त्रियां ध्यान कर सकती है? ध्यान योग के माध्यम से भगवान से जुड़ सकती हैं? गीता में जो ध्यान योग की विधि भगवान ने बताई है वह केवल पुरुषों के लिए है या स्त्रियों के लिए भी है?
स्वामी नारायण वाले तो श्री प्रेमानंद जी के पास आते रहते हैं। एक बार वह मूर्ति लेकर आया था। फिर दस दिन पहले भी कुछ लोग आया था। परंतु श्री महाराज जी उनके विषय पर बोलते हीं नहीं।
@@VishalNamdev-g8d भक्त होना अलग है बात है,और शास्त्रीय ज्ञान अलग बात है। भक्त हैं और शास्त्र ज्ञान नहीं है तो क्या शास्त्र की बात करेंगे। शास्त्र जानते लेकिन भक्ति नहीं है तो भक्ति की बात क्या करेंगे। आचार्य अर्थात शास्त्रज्ञ और भक्त दोनों होना अलग बात है। इसलिए इन्हें गुरु भी कहा जाता है।
Maharaj ji aaj kaal milavat prakshipt ka aarop bohut lagaya jata hai sastra par khas karke arua samaji aur academia ke naam par. Ish adhar ki jitne pandulipi hai milte hai usme kuch prasang jayda hai, shloka jayda hai. Likhne ka shayli alag hai ish adhar par Koi sastra purna hai koi nya hai. Yeh badh me jode gaye. Bla bla bla Matlab sirf iske liye sastra kw ashmita ke sath izzat kw sath kaat chhat kar khela jaa rha hai.. Aur academia dharm ke manak hai.. Jabki academiq saatra vachan par shabd praman ko mante nhi. Unke liye rishi muni primitive log hai aur unke sastra primitive kalpana hai. Ase ase organisation ke madhyam se sastra ko khandit koya jaa rha hai. Aab nasthik briti se chalne wala academia tay karega kya sahi kya galat hai...
@@rudraadityamandal6126 Sab Ke Sab Sabhyata aur Sanskriti Santan Dharm ka hi Apa bhransh ( Impure Form ) tha chahe woh Mishra ho ya Mayan ho ya Greek ho . Mahabharat Yudh ke Baad jab Pure Vishwa ko aneko varsho tak Bharat ke Guru Jano se Shastriya Marg Darshan nhi mila tab sabne apna Dheere dheere Shastriyata Kho diya aur Impure ho gye . Bharat me Dharma ki Pratistha ho toh Pura Vishwa apne aap Sanatan Dharma ko hi swikarenge .
@@Aneek_Debnath_017Haa ji yehi main kehna chahta tha . Main yaha sirf christian, islam, yahudi, parsi ityadi ki baat nehi kar raha tha iske alawa bhi aur dusre lakhon prakar ke folk /tribal religion bhi hain ( apne bhi unko mention kiya ) jaise africa mein bhi bahut sare cult ya tribal religion follow kiya jata hain ya phir japan ityadi ka shintoism , taoism aur bhi na jane kitna
वहां सनातन धर्म स्थापित करना ही क्यों है ? क्या शास्त्र ने ऐसा आदेश और विधान दिया है आपको ? धर्म ने आपको अपने क्षेत्र में धर्म का पालन करने कहा है, वो तो हो नहीं रहा ठीक से।
@@SwamiNigrahacharyaतो महाराज जी पुरी पीठ के 143 वें आचार्य भारती कृष्ण तीर्थ जी को क्या नरक जाना पड़ेगा, अमेरिका जाने के कारण?? क्या पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, म्यांमार, मलेशिया इंडोनेशिया आदि देश में जा सकते हैं? क्योंकि एक समय ये अखंड भारत का भाग थे।
@@SwamiNigrahacharya क्षमा करें बहुत प्रश्न पूछ रहा हूं - क्या अफगान, पाक, बांग्लादेश, म्यांमार, भूटान, तिब्बत, लंका आदि देशों में भी नहीं जा सकते, क्या इसका भी दोष लगेगा?
परमपूज्य श्री महाराज की चरणो मे कोटी कोटी प्रणाम, प्रश्न वैयक्तिक हे पर बहुत जरुरी है। मेरी पत्नी गये दो साल से निंद मे हि रोने लगती है, उसका शरीर ऐसा तडपता है, जैसे की कुछ भूत, पिशाचिनी ने पकड लिया हो , कभी कभी नींद से उठकर अपने आप बोलने लगती है, और कुछ नकारात्मक बाते ही करती रहती है कृपया करके इसपे कोई आसान सा, सुगम सा शास्त्रीय इलाज बताईये, दिन पे दिन ये रोग बढता जा रहा है कृपया कुछ शास्त्रीय उपाय प्रदान कीजिए नमो नारायण 👏
नित्य बजरंग बाण का 11 पाठ करे संकल्प लेकर और पाठ करते समय गुगुल धुप करना पाठ के बाद ये धुप करके सभी तरफ दिखाना!! तुरंत प्रभाव करेगा!! राम बाण उपाय है!!
यदि आप इस प्रवाह पर उपलब्ध वक्तव्यों के बदले किसी प्रकार की आर्थिक सेवा निवेदित करना चाहते हैं तो आप निम्न विवरण पर अपनी इच्छानुसार धनराशि का भुगतान कर सकते हैं।
If you want to provide any financial support for the videos of this channel, you may pay the desired amount at these details.
Shri Bhagavatananda Guru
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Ratu Chatti Branch
54240100000958
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(कोड का पांचवां वर्ण शून्य है | Fifth letter of code is Zero)
UPI - nagshakti.vishvarakshak@okaxis
भूमिहार किस वर्ण में आते??
जय मॉं भगवती जय हो सत्य सनातन धर्म की जय हो श्री निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु महाराज जी की जय 🌹🙏🌷🏵️🙏🌺🏵️🌻🙏🌹🪷🌷🏵️🙏🌺🏵️🌻🌼🙏🌻
Guru ji kya sri dhar ya kisi bhi bhagwan vishnu ke sri vachak naam jaap sei dhan ka marg prasasth Hota hain?
जगद्गुरु शंकराचार्य की जय।
धर्मराज निग्रहाचार्य की जय।
धर्मदूत गोपाल मणि की जय।
धर्ममूल वैदिकगोवंश की जय।
जय श्री गुरु देव भगवान जी आप के चरणों में कोटि कोटि दंडवत प्रणाम करते हैं हम और गौ माता राष्ट्र माता हो भारत हिंदू राष्ट हो गौ हत्या बाद हो हिंदू प्रचण्ड हो भारत अखंड हो जय हो जय हो आप जैसे महान लोगों की सादा ही जय श्री राधे कृष्णा जी नमः पार्वती पत्त्य हर हर महादेव जी 🙏🌷🌺🚩
Jai shri ramm ❤
Very informative..i support nigrahacharya swami❤
Jai shri ram sadgurudev apke charno me koti koti naman🙏🙏
जय श्री हरि। हर हर महादेव।😊❤
जय हो श्री निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु महाराज जी की जय हो 🙏🌹🪷🌷🌹🌺🪷🌷
नमो नारायण प्रभु, हमारा सौभाग्य है आप की कथा सुन रहें है,
अच्छा लगा । संगीत में उलझ कर समय बर्बाद करने की अपेक्षा भागवत की सार / कथा सुनाने के लिए आभार ।
संस्कृत श्लोक का शुद्ध उच्चारण और उसका हिंदी अनुवाद बहुत अच्छा रहा है ।
Thanks
जय हो सत्य सनातन धर्म की जय 🌹🙏🌷🏵️🙏🌺🏵️🪷🌷
जय मॉं भगवती जय हो 🙏🌹🪷🌷🌹🪷
परमपूज्य श्रद्धेय प्रकांड विद्वान् संत शिरोमणि महाराज जी के चरणों में दंडवत प्रणाम l
राधा कृष्ण
Jai shri ram gurudev apke charno me koti koti naman 🙏🙏
जय हो प्रभु
Jai Shree ManNarayan
Nigrah charya Ji Maharaj 🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🙏🙏🌹🙏🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🙏
श्रीमन्नारायण। नित्य वन्दनीय निग्रहाचार्य स्वनामधन्य श्री भागवतानंद गुरु चरणेभ्य नमः। श्री राम जय राम जय जय राम श्री हनुमान जय हनुमान जय जय हनुमान। हर हर महादेव नमः चण्डिकाये।
श्रीमन लक्ष्मी नारायण शास्त्रज्ञ स्वामी श्री निग्रहाचार्य श्री भागवतानंद गुरुदेव जी ❤🎉😊 ।
प्रणाम स्वामी जी
आपका शास्त्र ज्ञान सूर्य देव की कृपा से अद्वितीय है
जय श्रीमन्नारायण
श्री राम कृष्ण हरी 🙏🚩
Dhanyawad Guruji 🙏
महाराज जी के चरणों में कोटि कोटि नमन 🙏
जय श्री सीताराम गुरु देव चरण बंदन ❤
Maharaj ke charanome pranam
shasthi bhagwati ki jai ho surya bhagwan ki jai ho maharaj ji ki jai ho
Jaisri.guruji
प्रणाम स्वामी जी 🙏
शुक्राचार्य जी असुरों, दैत्यो, दानवों और राक्षसों के गुरू(और संभवतः वर्तमान म्लेछों के भी) होते हुए भी ब्राह्मणत्व से च्युत क्यों नहीं होते?
नारायण 🙏
@@Harsh-yo7ph क्योंकि न वे धर्मविरोधी कार्य करते हैं और न करने की प्रेरणा देते हैं
धन्यवाद स्वामी जी 🙏
मेरे मन में यह कौतुहल इसीलिए था क्योंकि राष्ट्रनीति नामक TH-cam channel पर एक सज्जन के अनुसार शुक्राचार्य ही यहुदियों, ईसाईयों और मुसलमानों के ईश्वर है जबकि स्वयं को एकमात्र ईश्वर घोषित कर लेना तो अधर्म है।
pranaam maharaj ji
Jai Shree Ram 🙏🙏🙏🙏🙏
जय श्रीमन्नारायण प्रणाम भईया जी
Nigrahacharya maharaj ji ki jay ho.
जय सियाराम, जय श्री कृष्ण
🙏🙏
नमस्कार
स्वामी जी एक व्यक्तीगत प्रश्न है।
क्षमा चाहता हु।
मै सारस्वत ब्राह्मण हु कोंकण से।
ऋग्वेद आश्वलायन-शाखल शाखा का हु।
मेरा गोत्र "कौण्डिन्य " है।
[कौण्डिन्य मैत्रावरूणि र्वसिष्ठेती त्री प्रवरान्वीत]
दादी (पिता की माता) का गोत्र जामदग्न्य है।
[भार्गव च्यवन आप्नवान और्व जामदग्न्य]
माता का गोत्र वत्स है।
सुना है वत्स और जामदग्न्य का प्रवर है।
क्या इस विवाह (माता और पिता का) मे कोई दोष है? .
Mahraj ji dandvat
Maharaj ji kya alag alag brahmin ( saryuparin , kanyakubj etc ) ek dusre me vivah kar skte hai ?
न करें तो अधिक उत्तम लेकिन कर लें तो उतना निकृष्ट भी नहीं
Guruji meri mata ko ghat ho gayi he kriya koi mantra bateye jise wo thik ho sake
जय रघुनाथ
महाराज जी, गीदड़ सिंही क्या कोई पूजन में उपयोग होने वाली वस्तु है, किसी परिचित के यहां रखी हुई है , सिंदूर डालते हैं वे उसमें। कृपया मार्गदर्शन करें
🌺🌺🌺🙏🙏🙏
महाराज जी सीता माता द्वारा छठ मनाने का वर्णन किस ग्रंथ में है ?
पूरी शंकराचार्य जी इसलिए बोलते है की शासको पे शासन करने का पद है जगद गुरु शंकराचार्य का
38.0 best part
महाराज जी मैं 19 वर्ष का हूँ और गृहस्त आश्रम में रहकर कैसे भगवत प्राप्ति करें और एक गृहस्त कि दिनचर्या कैसी होनी चाहिए और त्रिकाल संध्या कि विधि के उपर हम पे कृपा करके एक उपदेश जारी कर दें 🙏🏻
मनुसतरूपा जी का चरित्र पढिये, दंपति धर्म आचरज नीका
❤❤❤❤❤❤❤❤❤
गुरुजी महात्माओं को तो पता चल जाता है कि उनकी आयु कितनी शेष है, तो जैसे समय आए वे भगवत भक्ति में रह सकते है।
तो हम सामान्य व्यक्तियों के लिए ऐसी कोई साधना है जिससे हम अपना अंतिम समय देख सके तो मार्ग सुलभ होगा😅
मेरी एक शंका है क्या किन्नर सन्यासी हो सकते हैं ये अखाड़ा वालों ने शंकराचार्य जी के विरुद्ध जाकर अलग से किन्नर अखाड़ा बना दिया जिस में जो होता है वो सब कहने योग्य नहीं है ये सब कितना शास्त्र सम्मत है इस पर प्रकाश डालने की कृपा करें
नहीं हो सकता है। ये लोग और इनके अवधेशानंद जैसे प्रायोजक लतखोर हैं।
Anek log teerth yatra ke niyam ka paalan kiya bina log kedarnath ja rahe hai to kya isse unhe kedarnath darshan ka fal milega??
Dosh lagta hai
श्रीमन्नारायण गुरूजी 🙏🙏
अपने सारे पाखंडी को पोल खोल दी
जय श्रीमन्नारायण
निग्रह आचार्य जी महाराज 🙏🙏🌹🙏🌹🙏🙏🌹🌹🙏🌹🌹🌹🙏🌹🌹🙏🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🙏🌹🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🌹🌹🙏🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🙏🙏
गुरु जी, प्रणाम 🙏🙏 प्रातः काल की संध्या आकाश मे तारा मंडल रहते कर लेना चाहिए। चुकी सूर्य अर्घ्य देना भी संध्या का एक अंग है तो क्या सूर्योदय से पूर्व भी सूर्य अर्घ्य दिया जा सकता है?
Maharaj ji Varna Ashram Vyavastha Puri tarah Punah Pratishtith Kab hoga
70% toh Patit or Varn Sankar ho gaye aur pata nhi kitne Dwij Kul Videsh Gaman kar liye . Gine Chune Vaisya aur Kshatriya me Yagyopavit parampara ka Bacha hua hai . Kaise hoga Pratistha ? Agar hoga tab bhi Sampoornata ke sath nhi hoga ..
@@Aneek_Debnath_017 To phir upai kya hain ?
❤RAMA ❤ RAMA ❤ JAY 🎉 HO 🎉 SOME YEAR AGO IN DALIGANJ LUCKNOW MAHADEV TAMPLES . THERES LADY MAHANT HAD CALLED MUSLIMS FOR PRAYER . SO I LEFT TO GO THERE😢
इस समय ज्यादातर लोग भगवान् को पीछे से प्रणाम किया करते हैं मंदिर में
Apne bataya ki amukh amukh devta ki aaradhana se amukh amukh Vidya wa kala ya tatwa ka arjan hota hai.
Bhagwan Shiv se Gyan orr Bhagwati Mata se sil yukt badhu ka. Aur jo Bhagwan mein , matlab Vishwaroop mein dhyan lagayega 3 tarah se, usko mukti milegi.
Tyo kya Bhagwat ye nahi kah raha Bhagwan Shiv se ya Bhagwati Mata se mukti uplabdh nahi ?
Vaishnavo ke anusar toh firr yahi uchit hua ki Vishwaroop mein dhyan lagave orr Bhagwan Shiv or Devi Mata ko manne walo ko bhi yahi karna hoga....Iss puran anurup.
Ye katha kaha Ho rha h
🙏🕉️📿🚩
छोटे बच्चे गायत्री मंत्र बोलते हैं महिलाएं शिवजी का पंचाक्षर मंत्र जपती हैं इस विषय में कुछ कष्ट करें हम तो शिवाय नमः शिवाय नमः जपते हैं
आप ठीक कर रहे हैं, वे गलत कर रहे हैं।
@@SwamiNigrahacharya प्रणाम आपको आप स्वस्थ रहें ईश्वर रक्षा करें
महाराज जी क्या विदेश गमन केवल शंकर परंपरा में ही निषिद्ध है या सभी संप्रदाय में?? या केवल शंकर परंपरा के ब्राह्मणों के लिए ही निषिद्ध है या शंकर परंपरा का पालन करने वाले सभी वर्णों के लोगो का विदेश गमन निषिद्ध है?? क्योंकि वीरशैव के जो चंद्रशेखर शिवाचार्य हैं काशी जंगमवाड़ी मठ के पीठाधिपति वो रूस की यात्रा कर चुके हैं, जिस पर कई वीरशैव कहते हैं कि हमारे में ऐसी कोई मर्यादा नहीं है। और जो पूरी के भारती कृष्ण तीर्थ अमेरिका गए तो इस पर क्या उनको नरक जाना पड़ेगा?? और समुद्र पार करना वर्जित है तो क्या एशिया के दूसरे देशों में जा सकते है थल मार्ग से?? एक और प्रश्न क्या एक समय अखंड भारत का भाग रहे आज के अफगानिस्तान, पाकिस्तान, लंका, म्यांमार, मलेशिया, इंडोनेशिया, तिब्बत, बांग्लादेश, कैलाश आदि देशों में जा सकते हैं??
Maharaj ji ne isme video banaye hai
th-cam.com/video/n217YzZM6vI/w-d-xo.htmlfeature=shared
Yeh link me video hai
सबों में, सभी अपतित के लिए
@@SwamiNigrahacharya Kshama Chatahu Maharaj ap ka link share karne keliye
आचार्य जी भूत डामर क्या एक प्रामाणिक ग्रंथ है
हां। मान्य तन्त्र है।
जय श्री राम महाराज जी , महाराज जी आपने जो सूर्य रहस्य ग्रंथ में मनदेह नामक दैत्यों का वर्णन किया हैं तो क्या उन मनदेहो की कथा किसी और ग्रंथ में भी उपबल्ध होती हैं , किसी भी श्रुति , स्मृति या आगमोक्त ग्रंथ में ?? कृपया बताए प्रभु 🙏 ।
बिल्कुल। पुराणों और आगमों में भी व्यापक वर्णन है।
@@SwamiNigrahacharyaकृपया कुछ ग्रंथों का नाम इंगित कर सकते हैं , जिन में यह कथानक वर्णित हैं 🙏 ।
महाराज जी प्रणाम
मैं अपने पुर्वजन्म के बारे में जानना हु इस हेतु मुझे क्या करना पड़ेगा
मेरी जाति लोहार है हमारी कुल परम्परा में पूर्वज यज्ञोपवीत धारण करते थे कुछ लोग हमें विश्वकर्मा का वंशज मानते है किंतु हमारे जो भाट है वंशावली का कार्य करते है वो हमारे पूर्वजों को क्षत्रिय बताते है
Agar Aaj Samaj me Varn Ashram ka Pratistha hota toh Kam Se Kam Padhai Likhai ka Tension nhi Hota . Itna Bhayanak Competition nhi hota .
मेरा एक प्रश्न है: क्या स्त्रियां पुराण का अध्ययन कर सकती है? पुराणों में जो हिंदी वाले अर्थ होते हैं उसका उसका अध्ययन करके क्या वह अपने ज्ञान को बढ़ा सकती हैं? इस प्रश्न का उत्तर दे।
शुद्ध अवस्था में हिन्दी अनुवाद पढ़ सकती हैं
@@SwamiNigrahacharyamahraj ji jo istri sanskrit padh sakti hai wo sanskrit me puran padh sakti hai
@@anuragdubeyawadhdham4680 Nhi padhni Chahiye , Hindi me Padho na . Shastra ki Mariyada Palan hona chahiye , Itna Dimaag laga ke fayda nhi .
@@Aneek_Debnath_017 kya puran ki sanskrit padh ne ka bhi nished hai streeo ke liye ??
@@vaibhav-yo4ot Puran Ka Shlok Sirf Sanskrit bhasha ki nahi woh Mahan Rishiyon Dwara Updhisht Shabd Brahm hai , isiliye Uski Mariyadaye Alag hai . Sadharan Laukik Sanskrit Shlok Padhni ki baat dusri hai . Dekhiye jo Shastriya Mariyada hai usse palan karna chahiye , itna prasna karke koi fayda nahi hai . Anuwad ya Bhashya Padhke bhi toh Gyan Paya jaa sakta hai na toh fir kya dikkat hai . Mujhe pata hai ki iss baat ki koi sense nhi hai ki Shlok padhne se Yeshe kya ho jayega lekin jo Rules hai uska palan karne par ki fal ka sampoorna Asha kiya jaa sakega.
Guruji aapko pranam. Markan daay puran mee ma durga ne bola hya unka mahattya parne se bohot accha hota hya jaysa unka puja karne se hota hya. Aab mere paas ma kali ke eek picture hya lekin mya unki puja mantra nhi janta hu. Sref dhup dip faaal mithai puspa se puja karta hu. Kaya mujhe durga saptasati sanskrit mee parna chahiye
kamna=fasna ,vihit karma(gau raksha sandhya panch yagya)= ??
फलासक्ति का त्याग मुख्य है। विहित का त्याग नहीं - पावनानि मनीषिणाम् ...
@@SwamiNigrahacharya astu
मेरा एक प्रश्न है: क्या स्त्रियां ध्यान कर सकती है? ध्यान योग के माध्यम से भगवान से जुड़ सकती हैं? गीता में जो ध्यान योग की विधि भगवान ने बताई है वह केवल पुरुषों के लिए है या स्त्रियों के लिए भी है?
स्वामी नारायण वाले तो श्री प्रेमानंद जी के पास आते रहते हैं।
एक बार वह मूर्ति लेकर आया था। फिर दस दिन पहले भी कुछ लोग आया था। परंतु श्री महाराज जी उनके विषय पर बोलते हीं नहीं।
"श्रीमहाराज" जी अशास्त्रज्ञ और चालाक व्यक्ति हैं जो राधा नाम की आड़ में खूब बवाल काट रहे हैं।
@SwamiNigrahacharya जय मॉं भगवती मेरे महाराज जी श्री निग्रहाचार्य श्रीभागवतानंद गुरु महाराज जी की जय हो 🙏🌹🪷🌷🏵️🌹🌺🏵️🌻🌼🙏
@@SwamiNigrahacharyato kya unhe sant mane ya nhi
जय श्री राम
@@VishalNamdev-g8d भक्त होना अलग है बात है,और शास्त्रीय ज्ञान अलग बात है। भक्त हैं और शास्त्र ज्ञान नहीं है तो क्या शास्त्र की बात करेंगे।
शास्त्र जानते लेकिन भक्ति नहीं है तो भक्ति की बात क्या करेंगे।
आचार्य अर्थात शास्त्रज्ञ और भक्त दोनों होना अलग बात है। इसलिए इन्हें गुरु भी कहा जाता है।
Maharaj ji aaj kaal milavat prakshipt ka aarop bohut lagaya jata hai sastra par khas karke arua samaji aur academia ke naam par.
Ish adhar ki jitne pandulipi hai milte hai usme kuch prasang jayda hai, shloka jayda hai.
Likhne ka shayli alag hai ish adhar par Koi sastra purna hai koi nya hai.
Yeh badh me jode gaye. Bla bla bla
Matlab sirf iske liye sastra kw ashmita ke sath izzat kw sath kaat chhat kar khela jaa rha hai..
Aur academia dharm ke manak hai..
Jabki academiq saatra vachan par shabd praman ko mante nhi.
Unke liye rishi muni primitive log hai aur unke sastra primitive kalpana hai.
Ase ase organisation ke madhyam se sastra ko khandit koya jaa rha hai.
Aab nasthik briti se chalne wala academia tay karega kya sahi kya galat hai...
agar kabhi koi brahman videsh jaega hi nhi to vha sanatan dharm kese sthapit hoga???
Bharat me Sthapit Ho jaye toh Shastriya Prakriya se pura Vishwa me bhi ho jayega , 5000 saal pehle bhi toh tha na .. !!
@@Aneek_Debnath_017Tab kuch aur sabhyata aur sanskriti bhi thi vishwa ke dusre prant mein
@@rudraadityamandal6126 Sab Ke Sab Sabhyata aur Sanskriti Santan Dharm ka hi Apa bhransh ( Impure Form ) tha chahe woh Mishra ho ya Mayan ho ya Greek ho . Mahabharat Yudh ke Baad jab Pure Vishwa ko aneko varsho tak Bharat ke Guru Jano se Shastriya Marg Darshan nhi mila tab sabne apna Dheere dheere Shastriyata Kho diya aur Impure ho gye . Bharat me Dharma ki Pratistha ho toh Pura Vishwa apne aap Sanatan Dharma ko hi swikarenge .
@@Aneek_Debnath_017Haa ji yehi main kehna chahta tha . Main yaha sirf christian, islam, yahudi, parsi ityadi ki baat nehi kar raha tha iske alawa bhi aur dusre lakhon prakar ke folk /tribal religion bhi hain ( apne bhi unko mention kiya ) jaise africa mein bhi bahut sare cult ya tribal religion follow kiya jata hain ya phir japan ityadi ka shintoism , taoism aur bhi na jane kitna
@SwamiNigrahacharya agar kabhi koi brahman videsh jaega hi nhi to vha sanatan dharm kese sthapit hoga???
वहां सनातन धर्म स्थापित करना ही क्यों है ? क्या शास्त्र ने ऐसा आदेश और विधान दिया है आपको ? धर्म ने आपको अपने क्षेत्र में धर्म का पालन करने कहा है, वो तो हो नहीं रहा ठीक से।
@@SwamiNigrahacharyaतो महाराज जी पुरी पीठ के 143 वें आचार्य भारती कृष्ण तीर्थ जी को क्या नरक जाना पड़ेगा, अमेरिका जाने के कारण?? क्या पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, म्यांमार, मलेशिया इंडोनेशिया आदि देश में जा सकते हैं? क्योंकि एक समय ये अखंड भारत का भाग थे।
@NigrahacharyaSpeaks उन्होंने स्वयं उस कृत्य की निंदा की और पदत्याग भी किया
@@SwamiNigrahacharya क्षमा करें बहुत प्रश्न पूछ रहा हूं - क्या अफगान, पाक, बांग्लादेश, म्यांमार, भूटान, तिब्बत, लंका आदि देशों में भी नहीं जा सकते, क्या इसका भी दोष लगेगा?
@NigrahacharyaSpeaks जहां म्लेच्छ शासन के कारण वर्णाश्रम नष्ट हो चुका हो, वहाँ भी न जाये जब तक राजा दिग्विजय से उसका शोधन न कर दे
Mera ek prashna he,Kya shudra purush hoke Hindi anuvad ke sath sirf Puran padh skta he ?
परमपूज्य श्री महाराज की चरणो मे कोटी कोटी प्रणाम,
प्रश्न वैयक्तिक हे पर बहुत जरुरी है।
मेरी पत्नी गये दो साल से निंद मे हि रोने लगती है,
उसका शरीर ऐसा तडपता है, जैसे की कुछ भूत, पिशाचिनी ने पकड लिया हो ,
कभी कभी नींद से उठकर अपने आप बोलने लगती है,
और कुछ नकारात्मक बाते ही करती रहती है
कृपया करके इसपे कोई आसान सा, सुगम सा शास्त्रीय इलाज बताईये,
दिन पे दिन ये रोग बढता जा रहा है
कृपया कुछ शास्त्रीय उपाय प्रदान कीजिए
नमो नारायण 👏
अर्गला के प्रथम मंत्र "जयंती मंगला काली से नित्य पाच माला जप करके एक माला से हवन करिये कम से कम 40 दिन, गूगल घी, शहर से हवन करना है।
@Sanatanvigyaan108 धन्यवाद
नित्य बजरंग बाण का 11 पाठ करे संकल्प लेकर और पाठ करते समय गुगुल धुप करना पाठ के बाद ये धुप करके सभी तरफ दिखाना!!
तुरंत प्रभाव करेगा!!
राम बाण उपाय है!!
@harkunwarsingroul5194 🕉️🕉️धन्यवाद
@@user-st8kf6eu9k9 अवश्य करे!!
और हा 57 चौपाई वाला करना!!
नकली वाला नही
Jai Shree ManNarayan
Nigrah charya Ji Maharaj 🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🙏🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🌹🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏
Jai Shree ManNarayan
Nigrah charya Ji Maharaj 🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🙏🌹🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🌹🙏🙏🌹🙏🌹🙏🙏🙏🙏🙏