Before watching this video i was so so depressed,i had to deal with a really toxic mother in law at a very young age i use to quarrel with her like everyday!my relation with her was getting worse but now i hav won her heart dat toxic mom in law is now my best friend☺️♥️♥️n all credit goes to you Maam! Please keep on spreading love n positivity♥️♥️♥️♥️♥️
Mera aaj mere pati se jhagra ho gya tha phir Maine is video ko Dekha aur unke liye mind mein positive thoughts generate kiye... Achanak se sab kuch normal ho gya dono relax ho gye. Thanks Didi. Om shanti🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sister Shivani, many many thanks for your valuable speeches. I like those very much and regularly I hear those. My life is a tough life because twice in my life I met severe bike accident and both the time my left patela and left tibia was broken into pieces. The left leg this, is made of euranium plates. Finally in 2020 I was attacked by oral Carcinoma. A 8 hours and 30 minutes surgery was done on me in March 20, 2020 at Mumbai. So death touched me thrice and sill I am alive. I get mental strength from your most important speeches. I am seems well now.
Quality of your relationships depend on quality of your thoughts about that person..... Not just what u do on the outside.. N how nicely u talk... But how nicely u think.. ❤️
मैडम जी में बहुत दिनों से आपके वीडियो देख रही हूं आज मुझे अपने सवाल का जवाब मिल गया जी मैने अपने रिश्ते के लिए बहुत किया लेकिन मस्तिस्क में nagtivity थी thanks mam mere jivan ko ek disha dene ke liye aisa lga ki ye video mere liye bnaya h ji thanks ji
Om shanti ❤🙏🏻 Thank you aj ami apnar jonno ebong Radhamadhob er kripai nijer emotion nijer mind ebong body k heal korte parchhi. Thank you so much...❤🙏🏻
❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉Jai Shri Krishanji.. Lots of lv.nd best wishes pyari di.. Lv.u so much...doing great job ..serving the sick....SO sweet dear..God bless ji...❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
❤️ ।। राधे राधे ।। ❤️ 😍 प्राण प्यारी जू 😍 That's the power of Selfless thinking without any Arrogance of being Prominent. Because when you Compassionately Aid a Human without being a Spiteful Person over the way of your Fancy Notions. That Reflects the Glow of your Innermost Soul on the outer surface of your Appearance 😊.
By listening very pleasant but when it comes to practical zero tolerance hai kyo innocent people always feel happy by doing only no good result u speaks so good please bless me
Now i got to understand what is the real essence of relationship!❤️❤️❤️ Thank you so much Shivani ma'am! My ears are blessed to hear you! 😍 Very Grateful! Thank you so much universe!
మీరు చెప్పేదంతా నిజమే అక్కయ గారు నేను నా పైన పెట్టాల్సిన ధ్యాస కంటే కూడా ఇతర ఆత్మల పట్ల ఎక్కువ సమయం ధ్యాస పెట్టింది వాస్తవమే చెబుతున్నారు మీరు నేను ప్రతి విషయంలో ఆత్మను మరచి పోయి ఇతరులకు సేవ చేస్తూ ఇచ్చినటువంటి సమయం ఎక్కువగా ఉంది నిజమే నేను కూడా ఒప్పుకుంటున్నాను ❤️🙏👍
Thank you a lot. I get irritated mostly in my relationship even if the other person is right and doing well. I could not change myself completely but after watching your videos specially related to relationship, I am able to maintain my relation and of course myself. Thank you a lot.
@@ns1747 I think at that time and realise what the things i can give to others ..and i get answer happiness... if i close my eyes than there is nothing left except few memories in minds of others ...why they should be bitter?? Nope.... I also think as we can give nothing to others we can just put things on right place so giving physical things does not means to give at all. I just want to live. The most important thing whenever things and situations are out of my control. I ask to my GURUDEV (MAHADEV) to guide my way.
The last line is thrilling and I also do same. I completely surrender myself to him. I cry. I ask him to let me take in his arms. And also Two things in which I believe strongly 1. If we will fear from these external things than how we will get internal peace. 2. One who completely surrenders, Called and accepted as the true and most loving pupil/child of Lord Shankara.
Bks is a great soul ,talking so beautifully nd convincing with soothing voice nd so much positive vibration but when speaking to the audience some how the magic is Little less because she keeps asking repeatedly the same question nd one can see most of them don't answer nd thier expression also show it if only she gives the lecture nd at the end there is interaction it would be great .but looking at her one can feel the positive energy 🌹
"Om Shanti" Mam...every time you share great thought that is so peaceful and relaxing, it's been almost a year I follow you and your thoughts...And yes I feel so relax and being positive even in this corona situation, am so glad to visit your channel by unfortunate...Thank you so much Mam, that you spread this awareness it's not just change my mind and thought but also helpful for all people who fight for their mental health and happiness.
Om shanti Didi I watch your vedios everyday I follow them They guide me you are my guide teacher and philosopher I am very grateful to you Didi Vidya pujari 🙏🙏
Om Shanti , Sister , I wish to speak to you about one very important thing, ur ever inspiring! We are blessed to hear you speak. It's my humble request to speak about stray cows, monkeys and dogs on road!! Atleast may this be told in ur lectures to all who hear you to 🙏🏻[ FEED THE STRAY ANIMALS ON ROAD!🙏🏻 they are at our mercy, even if one human feeds them, all of these souls will be fed well] 'It's my humble request that you may kindly take note of request from a humble soul' Shivani Ghosh Advocate 🙏🏻
Om Shanti didi, bht acchi baat bataye aapnae ,hum apna sab kaam poore immandaari aur time se kartae hai lekin woh sab kartae hue hum apnae mun ki is isthiti pe dyan nahi detae .aaj se mera isspae bhi poora focus hoga .Thank you so much didi
@@RajeshPatel-od2dz अपने जीविकोपार्जन के लिये और________ सांसारिक ज्ञान जानने के लिए गुरु करना उचित है पर सावधान परमात्मा स्वयं परम गुरु है उसके लिए किसी मनुष्य देवी देवता पीर पैगम्बर अवतार को गुरु बना वो गे तो जबरदस्त धोका खाओगे। जितना जल्दी हो सके मन से इस तरह के गुरूवों को त्याग दें इसी में आपका कल्याण है नहीं तो गुरु महिमा पढा पढा कर तथा मन घङंत कहानी किस्से चुटकुले सुना कर सेवा के नाम पर आपका शारीरिक, मानसिक, आर्थिक शोषण ही करेंगे। ईस संसार मे जोभी गुरु(गोड मैसेंजर)बने हुये हैं सब परमात्मा की आङ मे खुद कोही चमकाते हैं। ज्ञान के नाम पर नाम, साधना, कर्म-कांड, मेडिटेशन आदि जो मन की संतुष्टी और मनोरंजन के अतिरिक्त कुछ नहीं इससे मन(मैं)को शक्ति मिलेगी और परमात्मा दूर हो जायेगा।चेलों की कमाई पर संसार के सुख भोगते हैं और ब्रैन वाश करके चेलों को ताजीवन गुलाम बनाकर उनपर राज करते हैं।क्या कल्याण होगा मन घङंत ग्रंथ शास्त्रों की कहानी और चुटकुले सुनकर ?? गुरु तो परमात्मा(नि:शब्द) ही है वह बिमारी का ज्ञान नहीं देता बिना किसी भी तरह के भेद भाव के मनुष्य ही नहीं समस्त चराचर के शुन्य ,तत्त्व ,अतत्व,सजीव निर्जीव पिंड ब्रह्मंड जोभी उसकी शरण मे आजाये उसे निरबन्ध करके प्रकर्ति के माया जाल से मुक्त कर देते हैं। परमात्मा तुम्हारे जप तप साधना और मेडिटेशन का भूखा नहीं वह न कोई सेवा न कोई प्रार्थना और रोने धोने से खुश नहीं होता या कुछ मांगने पर देगा आजतक मन बुद्धि से प्राप्त मिथ्या ज्ञान के आवरण को उतार कर फेंक दे परमात्मा तो हाजिर ही है कहीं गया हुआ थोङे ही है। वस्तव मे नि:शब्द ,आत्मा, परमात्मा भगवान,गोड,वाहे गुरु, ईश्वर,अल्हा,व्याकरण के शब्द हैं यह मन को समझाने के लिए उस परम सत्य को बताने के ईसारे मात्र ही हैं।सत्य को तो बताया जा ही नहीं सकता और मन की औकात नहीं उसको अपने प्रयत्न से जान सके पर *नि:शब्द*अन्य समस्त ईसारों से ज्यादा सत्य को अच्छी तरह दर्शाता है क्योंकि परमात्मा कम्पलीट साईलेंस (पूर्ण शान्त) अवस्था है जिसे कोई भी परिस्थिति विचलित नहीं कर सके परम शांत अचल,अविचल,स्थित-प्रज्ञ,भावातीत और जो समष्टि का आधार है,समरस,भेदभाव रहित,सर्वव्यापक, अजर,अमर,अखन्ड, अविनाशी, अजन्मा, विदेही, सर्व व्यापक, सर्व समर्थ,अकर्ता, सर्जन विसर्जन से परे,निर्लिप्त, निर्मोही अवस्था है।ऐसी अवस्था नि:शब्द के अतिरिक्त क्या हो सकती है???? अन्य कुछ भी हो ही नहीं सकती। शरीर व मन से अनुभव में आनेवाले सब शुन्य से उत्पन्न होकर शुन्य में ही समाजाते हैं। सजीव या निर्जीव --जीव अवस्था ही है जो ऐक दूसरे पर आधारित हैं अर्थात सब परजीवी।आत्मनिर्भर कोई नहीं।जीव अवस्था द्वैत तथा अद्वैत वाली होती है पर आत्मिक अवस्था द्वैत अद्वैत से पार की अवस्था है। दो व्यवस्था (सिस्टम)सनातन है________ 1-शुन्य से उत्पन्न चेतना (चित्,चैतन्य,मन, मैं) तत्त्व ,अतत्व,पिंड,ब्रह्मंड,लोक व उनके आकाश।मरण धर्मा, परिवर्तन वाली अस्थिर,द्वेत अद्वेत वाली। 2-परमात्मिक अवस्था। जो था सच है सच्च होसी भी सच्च अर्थात सत्य। शरीर ऐवं मन के संयोग को ही जीव कहा जाता है। क्या कभी मन बिना शरीर के रह सकता है? बिना मन के शरीर ऐक लाश ही तो है जो प्रकर्ती की रचना है कुछ समय बाद प्रकर्ती में विलीन हो जायेगी। मन हमेशा अतृप्त ही रहता है इसीलिए जन्मता और मरता है भटकता फिरता है ऊंची नीची योनियों में। परमात्मा के शरणागत हो जा मन(मैं)तृप्त होकर गिर जायेगा तृप्ति बिना मुक्ति नहीं।यही मुक्ती है। *नि: शब्द*ही आत्मा परमात्मा है। साक्षी और साक्ष्य दोनों प्रकर्ती की रचनाएं हैं परमात्मा को इसमें कुछ भी लेना देना नहीं।साक्षी भी मरेगा और साक्ष्य भी नहीं रहेगा। साक्षी का अर्थ गवाह ही तो है सत्य के दरबार में किसी भी गवाह (साक्षी) की जरूरत नहीं कोर्ट कचहरी थोङे ही है जो गवाह होगा वकील होगा और जज होगा जो भी सत्य के सम्मुख चाहे कीङी मकोङा मनुष्य देवी देवता पीर पैगम्बर अवतार गुरु शिष्य जो भी आयेगा उसी का बिना कोई भेद भाव के बेङा पार।असत्य समाप्त सत्य ही शेष बचेगा। ऐसे ही इनलाइट शब्द मिथ्या है असत्य(झूंठ, अन्धेरा) कभी भी इनलाइट हो नहीं सकता और सत्य को इनलाइट होने की जरूरत नहीं। जोभी जीव अतृप्त होता है वही संसार में आता है।आपके गुरु अवश्य ही अतृप्त जीव रहे होंगे जब ही संसार में आये हैं अन्यथा परमात्मा तो सर्वव्यापक है कहीं आने जाने की जरूरत ही नहीं। परमात्मा आपके प्रचार का मोहताज नहीं। अधिक जानकारी चाहते हो तो बिल्कुल मुफ्त यूट्यूब पर अकह अनाम नाम से कई विडिओ हैं उन्हें अवश्य सुनें
@@khushbootiwari6547 अपने जीविकोपार्जन के लिये और________ सांसारिक ज्ञान जानने के लिए गुरु करना उचित है पर सावधान परमात्मा स्वयं परम गुरु है उसके लिए किसी मनुष्य देवी देवता पीर पैगम्बर अवतार को गुरु बना वो गे तो जबरदस्त धोका खाओगे। जितना जल्दी हो सके मन से इस तरह के गुरूवों को त्याग दें इसी में आपका कल्याण है नहीं तो गुरु महिमा पढा पढा कर तथा मन घङंत कहानी किस्से चुटकुले सुना कर सेवा के नाम पर आपका शारीरिक, मानसिक, आर्थिक शोषण ही करेंगे। ईस संसार मे जोभी गुरु(गोड मैसेंजर)बने हुये हैं सब परमात्मा की आङ मे खुद कोही चमकाते हैं। ज्ञान के नाम पर नाम, साधना, कर्म-कांड, मेडिटेशन आदि जो मन की संतुष्टी और मनोरंजन के अतिरिक्त कुछ नहीं इससे मन(मैं)को शक्ति मिलेगी और परमात्मा दूर हो जायेगा।चेलों की कमाई पर संसार के सुख भोगते हैं और ब्रैन वाश करके चेलों को ताजीवन गुलाम बनाकर उनपर राज करते हैं।क्या कल्याण होगा मन घङंत ग्रंथ शास्त्रों की कहानी और चुटकुले सुनकर ?? गुरु तो परमात्मा(नि:शब्द) ही है वह बिमारी का ज्ञान नहीं देता बिना किसी भी तरह के भेद भाव के मनुष्य ही नहीं समस्त चराचर के शुन्य ,तत्त्व ,अतत्व,सजीव निर्जीव पिंड ब्रह्मंड जोभी उसकी शरण मे आजाये उसे निरबन्ध करके प्रकर्ति के माया जाल से मुक्त कर देते हैं। परमात्मा तुम्हारे जप तप साधना और मेडिटेशन का भूखा नहीं वह न कोई सेवा न कोई प्रार्थना और रोने धोने से खुश नहीं होता या कुछ मांगने पर देगा आजतक मन बुद्धि से प्राप्त मिथ्या ज्ञान के आवरण को उतार कर फेंक दे परमात्मा तो हाजिर ही है कहीं गया हुआ थोङे ही है। वस्तव मे नि:शब्द ,आत्मा, परमात्मा भगवान,गोड,वाहे गुरु, ईश्वर,अल्हा,व्याकरण के शब्द हैं यह मन को समझाने के लिए उस परम सत्य को बताने के ईसारे मात्र ही हैं।सत्य को तो बताया जा ही नहीं सकता और मन की औकात नहीं उसको अपने प्रयत्न से जान सके पर *नि:शब्द*अन्य समस्त ईसारों से ज्यादा सत्य को अच्छी तरह दर्शाता है क्योंकि परमात्मा कम्पलीट साईलेंस (पूर्ण शान्त) अवस्था है जिसे कोई भी परिस्थिति विचलित नहीं कर सके परम शांत अचल,अविचल,स्थित-प्रज्ञ,भावातीत और जो समष्टि का आधार है,समरस,भेदभाव रहित,सर्वव्यापक, अजर,अमर,अखन्ड, अविनाशी, अजन्मा, विदेही, सर्व व्यापक, सर्व समर्थ,अकर्ता, सर्जन विसर्जन से परे,निर्लिप्त, निर्मोही अवस्था है।ऐसी अवस्था नि:शब्द के अतिरिक्त क्या हो सकती है???? अन्य कुछ भी हो ही नहीं सकती। शरीर व मन से अनुभव में आनेवाले सब शुन्य से उत्पन्न होकर शुन्य में ही समाजाते हैं। सजीव या निर्जीव --जीव अवस्था ही है जो ऐक दूसरे पर आधारित हैं अर्थात सब परजीवी।आत्मनिर्भर कोई नहीं।जीव अवस्था द्वैत तथा अद्वैत वाली होती है पर आत्मिक अवस्था द्वैत अद्वैत से पार की अवस्था है। दो व्यवस्था (सिस्टम)सनातन है________ 1-शुन्य से उत्पन्न चेतना (चित्,चैतन्य,मन, मैं) तत्त्व ,अतत्व,पिंड,ब्रह्मंड,लोक व उनके आकाश।मरण धर्मा, परिवर्तन वाली अस्थिर,द्वेत अद्वेत वाली। 2-परमात्मिक अवस्था। जो था सच है सच्च होसी भी सच्च अर्थात सत्य। शरीर ऐवं मन के संयोग को ही जीव कहा जाता है। क्या कभी मन बिना शरीर के रह सकता है? बिना मन के शरीर ऐक लाश ही तो है जो प्रकर्ती की रचना है कुछ समय बाद प्रकर्ती में विलीन हो जायेगी। मन हमेशा अतृप्त ही रहता है इसीलिए जन्मता और मरता है भटकता फिरता है ऊंची नीची योनियों में। परमात्मा के शरणागत हो जा मन(मैं)तृप्त होकर गिर जायेगा तृप्ति बिना मुक्ति नहीं।यही मुक्ती है। *नि: शब्द*ही आत्मा परमात्मा है। साक्षी और साक्ष्य दोनों प्रकर्ती की रचनाएं हैं परमात्मा को इसमें कुछ भी लेना देना नहीं।साक्षी भी मरेगा और साक्ष्य भी नहीं रहेगा। साक्षी का अर्थ गवाह ही तो है सत्य के दरबार में किसी भी गवाह (साक्षी) की जरूरत नहीं कोर्ट कचहरी थोङे ही है जो गवाह होगा वकील होगा और जज होगा जो भी सत्य के सम्मुख चाहे कीङी मकोङा मनुष्य देवी देवता पीर पैगम्बर अवतार गुरु शिष्य जो भी आयेगा उसी का बिना कोई भेद भाव के बेङा पार।असत्य समाप्त सत्य ही शेष बचेगा। ऐसे ही इनलाइट शब्द मिथ्या है असत्य(झूंठ, अन्धेरा) कभी भी इनलाइट हो नहीं सकता और सत्य को इनलाइट होने की जरूरत नहीं। जोभी जीव अतृप्त होता है वही संसार में आता है।आपके गुरु अवश्य ही अतृप्त जीव रहे होंगे जब ही संसार में आये हैं अन्यथा परमात्मा तो सर्वव्यापक है कहीं आने जाने की जरूरत ही नहीं। परमात्मा आपके प्रचार का मोहताज नहीं। अधिक जानकारी चाहते हो तो बिल्कुल मुफ्त यूट्यूब पर अकह अनाम नाम से कई विडिओ हैं उन्हें अवश्य सुनें
Om shanti.....apne sach kha shivani di...ki har rishte me hmara behaviour hi nai balki soch badi mayene rakhti hai...maximum hmari soch behaviour se bilkul differ hoti hai tabhi to hmare rishte khrab hote hai....
❤️🎉🙏👍 వెరీ వెరీ వెరీ వెరీ గుడ్ వైబ్రేషన్స్ వ్యాపింపజేశారు వ్యాపిస్తున్నాయి వ్యాపిస్తుంటాయి కూడా 3 ఓంశాంతి థాంక్యూ సారిస్తారు🎉❤️🙏👍 all excellent 3 Om Shanti*****+
Thanks ma'am for making such a nice video of parent child relationship. And likes also goes in millions . So god bless you 🙏 again ma'am ..there will be changed in attitude of people according to your fabulous video s
🕉shanti 🕉 Too good, shivani ji, I wish I could be with you to share my feelings and thoughts with you. Thanks for each and every idea you've been giving to us at present. Really love you and respect your thoughts.
Didi aapki awaj se muje bahot sukun milta he mind ek dum shant ho jata he... Kabhi kabhi to muje lagta he ke mera aapse pichhle janam ka koi rista he.... 😇😇
Wonderful way of explaining the meaning of relationship. It will certainly help to find out where I lacked & change my attitude accordingly. Thanks a lot didi. I am feeling very light now
Shivani didi Shiva baba's ne kaha hay that our relationship is for years and years So from my bottom of heart I thank you for giving me the spiritual knowledge which I will never forget. I will be meeting you soon in maut Abu soon . Thank you Thank you . Thank you
Thank you Didi And To our Parent God-Baba. You know what, I have created a playlist named "FOR MY FAMILY👪 " And this video is updated in that. Thank you so much for enormous help and support. Thank you 🌹thank you🙏 thank you ❤...........
I want to come there and ,join brahmakumaris ,i m from nainital please suggest and guide me what should i do to join you, when i listen your vedeo i feel so peace and happiness.
Before watching this video i was so so depressed,i had to deal with a really toxic mother in law at a very young age i use to quarrel with her like everyday!my relation with her was getting worse but now i hav won her heart dat toxic mom in law is now my best friend☺️♥️♥️n all credit goes to you Maam! Please keep on spreading love n positivity♥️♥️♥️♥️♥️
♥️
Mera aaj mere pati se jhagra ho gya tha phir Maine is video ko Dekha aur unke liye mind mein positive thoughts generate kiye... Achanak se sab kuch normal ho gya dono relax ho gye. Thanks Didi. Om shanti🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
Thankyou
LP
@@somadhar7815 q
Kisi ki love marriage me b continue 4 sal jhagde ho to kya kare...hasi aati hai ki love marriage me b jhagde chlrhe
Sister Shivani, many many thanks for your valuable speeches. I like those very much and regularly I hear those. My life is a tough life because twice in my life I met severe bike accident and both the time my left patela and left tibia was broken into pieces. The left leg this, is made of euranium plates. Finally in 2020 I was attacked by oral Carcinoma. A 8 hours and 30 minutes surgery was done on me in March 20, 2020 at Mumbai. So death touched me thrice and sill I am alive. I get mental strength from your most important speeches. I am seems well now.
😂
@@smritisurana3309 0m shanti
Vaah well done...
God bless u brother. Stay strong and stay happy always.
👍👍👍
Angel. BK is a universal religion. It is essence of All religions for This and That life ( Life After )
Q
Mam IAM Muslim from Pakistan really ur words r true magically works
Apki video se meri thoughts badal gyi ...ur isse meri life
Quality of your relationships depend on quality of your thoughts about that person..... Not just what u do on the outside.. N how nicely u talk... But how nicely u think.. ❤️
Perfect!
मैडम जी में बहुत दिनों से आपके वीडियो देख रही हूं आज मुझे अपने सवाल का जवाब मिल गया जी मैने अपने रिश्ते के लिए बहुत किया लेकिन मस्तिस्क में nagtivity थी thanks mam mere jivan ko ek disha dene ke liye aisa lga ki ye video mere liye bnaya h ji thanks ji
From the Time i started listening to you I have really changed my Life I love listening to you
Online work karne ke liye 9876472877,,,
Om shanti ❤🙏🏻 Thank you aj ami apnar jonno ebong Radhamadhob er kripai nijer emotion nijer mind ebong body k heal korte parchhi. Thank you so much...❤🙏🏻
Thank you for recharging my soul every time. OM shanti🙏
Wonderful I always get good Sleep after listening to Ur pravachan.
Yes, same here
When mind blows
Face also glows
All should tk kr of soul
And wl b a powerful bowl..
Thank you Shivaniji to boost up
all..🙏🏻🙏🏻🙏🏻
❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉Jai Shri Krishanji..
Lots of lv.nd best wishes pyari di..
Lv.u so much...doing great job ..serving the sick....SO sweet dear..God bless ji...❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
I wants to thank Air commodore kakkar sir for suggesting me this video in his sucess simplified lecture . Thanks sir , thanks a lot . God bless u ❤
Oh my god.. Without makeup u look so pretty... Thats the power of mediation (yog)
❤️ ।। राधे राधे ।। ❤️
😍 प्राण प्यारी जू 😍
That's the power of Selfless thinking without any Arrogance of being Prominent.
Because when you Compassionately Aid a Human without being a Spiteful Person over the way of your Fancy Notions.
That Reflects the Glow of your Innermost Soul on the outer surface of your Appearance 😊.
@@sanchayshiv1147 yeah... That's true
@@sanchayshiv1147 ..true
@@sanchayshiv1147 yeah, yeah... true true
Sanchay Shiv Ii
I
Has has I.
Mam actually ur positive energy reflect on ur face calm and quiet omm Santi
om shanti didi , you have picked up a wonderful topic , it seems your's dealing with this practical & useful topic is a service to society / world .
By listening very pleasant but when it comes to practical zero tolerance hai kyo innocent people always feel happy by doing only no good result u speaks so good please bless me
बहुत बहुत धन्यवाद दीदी,जब भी मैं कुछ सोचती हूं, आप उससे सम्बंधित बात बता देते हो,जाने कैसे आपको मेरे मन का सब पता चल जाता है
Online work karne ke liye 9876472877,,
Now i got to understand what is the real essence of relationship!❤️❤️❤️ Thank you so much Shivani ma'am! My ears are blessed to hear you! 😍 Very Grateful! Thank you so much universe!
I m a Muslim but mein roz ap ko sunti hon because ap ne Jo baty btai WO bht achi hy thank u so much mam
Hats off to you dear BK Shivani jee for your Extra ordinary skill in spiritualism and of course uor presentation.
My al relationships are very good, my husband is very wise person. He respects me, I respect him. He is very strong soul.
A perfect relationship is not perfect, it's just that both people never gave up. ....... om shanti
Llllpp
@@rajeshsaini2687 c
1
p
P0
మీరు చెప్పేదంతా నిజమే అక్కయ గారు నేను నా పైన పెట్టాల్సిన ధ్యాస కంటే కూడా ఇతర ఆత్మల పట్ల ఎక్కువ సమయం ధ్యాస పెట్టింది వాస్తవమే చెబుతున్నారు మీరు నేను ప్రతి విషయంలో ఆత్మను మరచి పోయి ఇతరులకు సేవ చేస్తూ ఇచ్చినటువంటి సమయం ఎక్కువగా ఉంది నిజమే నేను కూడా ఒప్పుకుంటున్నాను ❤️🙏👍
Thank you a lot. I get irritated mostly in my relationship even if the other person is right and doing well. I could not change myself completely but after watching your videos specially related to relationship, I am able to maintain my relation and of course myself. Thank you a lot.
That’s great.. please share your tips / ways that you follow. It will help others like me..
@@ns1747 I think at that time and realise what the things i can give to others ..and i get answer happiness... if i close my eyes than there is nothing left except few memories in minds of others ...why they should be bitter?? Nope....
I also think as we can give nothing to others we can just put things on right place so giving physical things does not means to give at all. I just want to live.
The most important thing whenever things and situations are out of my control. I ask to my GURUDEV (MAHADEV) to guide my way.
Nice .. wonderful thanks for reply
@@ashishrathore676 : see this TH-cam which is 100% working ; GODLY MARRIAGE JOHNSON SEQUEIRA
The last line is thrilling and I also do same. I completely surrender myself to him. I cry. I ask him to let me take in his arms. And also Two things in which I believe strongly 1. If we will fear from these external things than how we will get internal peace. 2. One who completely surrenders, Called and accepted as the true and most loving pupil/child of Lord Shankara.
Bks is a great soul ,talking so beautifully nd convincing with soothing voice nd so much positive vibration but when speaking to the audience some how the magic is Little less because she keeps asking repeatedly the same question nd one can see most of them don't answer nd thier expression also show it if only she gives the lecture nd at the end there is interaction it would be great .but looking at her one can feel the positive energy 🌹
Very clear,calm, soothing oration.
Shivani didi aapne asli mayine m relatinship ko clear kiya hai 🙏👍
ओम शांति दीदी जी आपने जीवन जीने का बहुत ही सुन्दर और अच्छा तरीका सिखाया है बहुत बहुत धन्यवाद दीदी जी
Such a beautiful soul you have shivani mam, may God bless you always.....
Me bhut khush hu me roj aapki Klass sunti hu muja bhut kuch acha lagna lga h thanks 🙏🙏🙏🙏👍❤
One of the most important aspects of our lives is our relationship 💞
Didi aap kitna deep topic discussed ki hai.. ess tarah se sochna bahut important hain.
Thank you. Om shanti!💐
Online work karne ke liye 9876472877,
"Om Shanti" Mam...every time you share great thought that is so peaceful and relaxing, it's been almost a year I follow you and your thoughts...And yes I feel so relax and being positive even in this corona situation, am so glad to visit your channel by unfortunate...Thank you so much Mam, that you spread this awareness it's not just change my mind and thought but also helpful for all people who fight for their mental health and happiness.
Om shanti. God bless you. You are great👍👍👍👍👍👍👍👏👍👍
Om shanti Didi Aap ke videos dekhte hey our use follow karte hey Thank you Didi so much
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Om shanti Didi I watch your vedios everyday I follow them They guide me you are my guide teacher and philosopher I am very grateful to you Didi Vidya pujari 🙏🙏
@@shubhangitekade9231 2
@@shubhangitekade9231 aaaa1a¹¹¹
Àaàaa
God bless you everyone
And shivani mam especially
Om shanti
Om Shanti , Sister , I wish to speak to you about one very important thing, ur ever inspiring! We are blessed to hear you speak.
It's my humble request to speak about stray cows, monkeys and dogs on road!! Atleast may this be told in ur lectures to all who hear you to 🙏🏻[ FEED THE STRAY ANIMALS ON ROAD!🙏🏻 they are at our mercy, even if one human feeds them, all of these souls will be fed well]
'It's my humble request that you may kindly take note of request from a humble soul'
Shivani Ghosh
Advocate
🙏🏻
Exactly
Try this TH-cam: MIRACLES JOHNSON SEQUEIRA
Om Shanti didi, bht acchi baat bataye aapnae ,hum apna sab kaam poore immandaari aur time se kartae hai lekin woh sab kartae hue hum apnae mun ki is isthiti pe dyan nahi detae .aaj se mera isspae bhi poora focus hoga .Thank you so much didi
Om shanti.....My dear sister we honour u always with all high regard...🙏🙏
🙏🙏🙏
Om Shanti, sister. We are waiting for 31st Dec.
@@RajeshPatel-od2dz अपने जीविकोपार्जन के लिये और________
सांसारिक ज्ञान जानने के लिए गुरु करना उचित है पर
सावधान परमात्मा स्वयं परम गुरु है उसके लिए किसी मनुष्य देवी देवता पीर पैगम्बर अवतार को गुरु बना वो गे तो जबरदस्त धोका खाओगे। जितना जल्दी हो सके मन से इस तरह के गुरूवों को त्याग दें इसी में आपका कल्याण है नहीं तो गुरु महिमा पढा पढा कर तथा मन घङंत कहानी किस्से चुटकुले सुना कर सेवा के नाम पर आपका शारीरिक, मानसिक, आर्थिक शोषण ही करेंगे।
ईस संसार मे जोभी गुरु(गोड मैसेंजर)बने हुये हैं सब परमात्मा की आङ मे खुद कोही चमकाते हैं। ज्ञान के नाम पर नाम, साधना, कर्म-कांड, मेडिटेशन आदि जो मन की संतुष्टी और मनोरंजन के अतिरिक्त कुछ नहीं इससे मन(मैं)को शक्ति मिलेगी और परमात्मा दूर हो जायेगा।चेलों की कमाई पर संसार के सुख भोगते हैं और ब्रैन वाश करके चेलों को ताजीवन गुलाम बनाकर उनपर राज करते हैं।क्या कल्याण होगा मन घङंत ग्रंथ शास्त्रों की कहानी और चुटकुले सुनकर ??
गुरु तो परमात्मा(नि:शब्द) ही है वह बिमारी का ज्ञान नहीं देता बिना किसी भी तरह के भेद भाव के मनुष्य ही नहीं समस्त चराचर के शुन्य ,तत्त्व ,अतत्व,सजीव निर्जीव पिंड ब्रह्मंड जोभी उसकी शरण मे आजाये उसे निरबन्ध करके प्रकर्ति के माया जाल से मुक्त कर देते हैं।
परमात्मा तुम्हारे जप तप साधना और मेडिटेशन का भूखा नहीं वह न कोई सेवा न कोई प्रार्थना और रोने धोने से खुश नहीं होता या कुछ मांगने पर देगा आजतक मन बुद्धि से प्राप्त मिथ्या ज्ञान के आवरण को उतार कर फेंक दे परमात्मा तो हाजिर ही है कहीं गया हुआ थोङे ही है।
वस्तव मे नि:शब्द ,आत्मा, परमात्मा भगवान,गोड,वाहे गुरु, ईश्वर,अल्हा,व्याकरण के शब्द हैं यह मन को समझाने के लिए उस परम सत्य को बताने के ईसारे मात्र ही हैं।सत्य को तो बताया जा ही नहीं सकता और मन की औकात नहीं उसको अपने प्रयत्न से जान सके पर *नि:शब्द*अन्य समस्त ईसारों से ज्यादा सत्य को अच्छी तरह दर्शाता है क्योंकि परमात्मा कम्पलीट साईलेंस (पूर्ण शान्त) अवस्था है जिसे कोई भी परिस्थिति विचलित नहीं कर सके परम शांत अचल,अविचल,स्थित-प्रज्ञ,भावातीत
और जो समष्टि का आधार है,समरस,भेदभाव रहित,सर्वव्यापक, अजर,अमर,अखन्ड, अविनाशी, अजन्मा, विदेही, सर्व व्यापक, सर्व समर्थ,अकर्ता, सर्जन विसर्जन से परे,निर्लिप्त, निर्मोही अवस्था है।ऐसी अवस्था नि:शब्द के अतिरिक्त क्या हो सकती है????
अन्य कुछ भी हो ही नहीं सकती।
शरीर व मन से अनुभव में आनेवाले सब शुन्य से उत्पन्न होकर शुन्य में ही समाजाते हैं। सजीव या निर्जीव --जीव अवस्था ही है जो ऐक दूसरे पर आधारित हैं अर्थात सब परजीवी।आत्मनिर्भर कोई नहीं।जीव अवस्था द्वैत तथा अद्वैत वाली होती है पर आत्मिक अवस्था द्वैत अद्वैत से पार की अवस्था है।
दो व्यवस्था (सिस्टम)सनातन है________
1-शुन्य से उत्पन्न चेतना (चित्,चैतन्य,मन, मैं) तत्त्व ,अतत्व,पिंड,ब्रह्मंड,लोक व उनके आकाश।मरण धर्मा, परिवर्तन वाली अस्थिर,द्वेत अद्वेत वाली।
2-परमात्मिक अवस्था। जो था सच है सच्च होसी भी सच्च अर्थात सत्य।
शरीर ऐवं मन के संयोग को ही जीव कहा जाता है।
क्या कभी मन बिना शरीर के रह सकता है?
बिना मन के शरीर ऐक लाश ही तो है जो प्रकर्ती की रचना है कुछ समय बाद प्रकर्ती में विलीन हो जायेगी।
मन हमेशा अतृप्त ही रहता है इसीलिए जन्मता और मरता है भटकता फिरता है ऊंची नीची योनियों में।
परमात्मा के शरणागत हो जा मन(मैं)तृप्त होकर गिर
जायेगा तृप्ति बिना मुक्ति नहीं।यही मुक्ती है।
*नि: शब्द*ही आत्मा परमात्मा है।
साक्षी और साक्ष्य दोनों प्रकर्ती की रचनाएं हैं परमात्मा को इसमें कुछ भी लेना देना नहीं।साक्षी भी मरेगा और साक्ष्य भी नहीं रहेगा।
साक्षी का अर्थ गवाह ही तो है सत्य के दरबार में किसी भी गवाह (साक्षी) की जरूरत नहीं कोर्ट कचहरी थोङे ही है जो गवाह होगा वकील होगा और जज होगा जो भी सत्य के सम्मुख चाहे कीङी मकोङा मनुष्य देवी देवता पीर पैगम्बर अवतार गुरु शिष्य जो भी आयेगा उसी का बिना कोई भेद भाव के बेङा पार।असत्य समाप्त सत्य ही शेष बचेगा।
ऐसे ही इनलाइट शब्द मिथ्या है असत्य(झूंठ, अन्धेरा)
कभी भी इनलाइट हो नहीं सकता और सत्य को इनलाइट होने की जरूरत नहीं।
जोभी जीव अतृप्त होता है वही संसार में आता है।आपके गुरु अवश्य ही अतृप्त जीव रहे होंगे जब ही संसार में आये हैं अन्यथा परमात्मा तो सर्वव्यापक है कहीं आने जाने की जरूरत ही नहीं।
परमात्मा आपके प्रचार का मोहताज नहीं।
अधिक जानकारी चाहते हो तो बिल्कुल मुफ्त यूट्यूब पर
अकह अनाम नाम से कई विडिओ हैं उन्हें अवश्य सुनें
@@khushbootiwari6547 अपने जीविकोपार्जन के लिये और________
सांसारिक ज्ञान जानने के लिए गुरु करना उचित है पर
सावधान परमात्मा स्वयं परम गुरु है उसके लिए किसी मनुष्य देवी देवता पीर पैगम्बर अवतार को गुरु बना वो गे तो जबरदस्त धोका खाओगे। जितना जल्दी हो सके मन से इस तरह के गुरूवों को त्याग दें इसी में आपका कल्याण है नहीं तो गुरु महिमा पढा पढा कर तथा मन घङंत कहानी किस्से चुटकुले सुना कर सेवा के नाम पर आपका शारीरिक, मानसिक, आर्थिक शोषण ही करेंगे।
ईस संसार मे जोभी गुरु(गोड मैसेंजर)बने हुये हैं सब परमात्मा की आङ मे खुद कोही चमकाते हैं। ज्ञान के नाम पर नाम, साधना, कर्म-कांड, मेडिटेशन आदि जो मन की संतुष्टी और मनोरंजन के अतिरिक्त कुछ नहीं इससे मन(मैं)को शक्ति मिलेगी और परमात्मा दूर हो जायेगा।चेलों की कमाई पर संसार के सुख भोगते हैं और ब्रैन वाश करके चेलों को ताजीवन गुलाम बनाकर उनपर राज करते हैं।क्या कल्याण होगा मन घङंत ग्रंथ शास्त्रों की कहानी और चुटकुले सुनकर ??
गुरु तो परमात्मा(नि:शब्द) ही है वह बिमारी का ज्ञान नहीं देता बिना किसी भी तरह के भेद भाव के मनुष्य ही नहीं समस्त चराचर के शुन्य ,तत्त्व ,अतत्व,सजीव निर्जीव पिंड ब्रह्मंड जोभी उसकी शरण मे आजाये उसे निरबन्ध करके प्रकर्ति के माया जाल से मुक्त कर देते हैं।
परमात्मा तुम्हारे जप तप साधना और मेडिटेशन का भूखा नहीं वह न कोई सेवा न कोई प्रार्थना और रोने धोने से खुश नहीं होता या कुछ मांगने पर देगा आजतक मन बुद्धि से प्राप्त मिथ्या ज्ञान के आवरण को उतार कर फेंक दे परमात्मा तो हाजिर ही है कहीं गया हुआ थोङे ही है।
वस्तव मे नि:शब्द ,आत्मा, परमात्मा भगवान,गोड,वाहे गुरु, ईश्वर,अल्हा,व्याकरण के शब्द हैं यह मन को समझाने के लिए उस परम सत्य को बताने के ईसारे मात्र ही हैं।सत्य को तो बताया जा ही नहीं सकता और मन की औकात नहीं उसको अपने प्रयत्न से जान सके पर *नि:शब्द*अन्य समस्त ईसारों से ज्यादा सत्य को अच्छी तरह दर्शाता है क्योंकि परमात्मा कम्पलीट साईलेंस (पूर्ण शान्त) अवस्था है जिसे कोई भी परिस्थिति विचलित नहीं कर सके परम शांत अचल,अविचल,स्थित-प्रज्ञ,भावातीत
और जो समष्टि का आधार है,समरस,भेदभाव रहित,सर्वव्यापक, अजर,अमर,अखन्ड, अविनाशी, अजन्मा, विदेही, सर्व व्यापक, सर्व समर्थ,अकर्ता, सर्जन विसर्जन से परे,निर्लिप्त, निर्मोही अवस्था है।ऐसी अवस्था नि:शब्द के अतिरिक्त क्या हो सकती है????
अन्य कुछ भी हो ही नहीं सकती।
शरीर व मन से अनुभव में आनेवाले सब शुन्य से उत्पन्न होकर शुन्य में ही समाजाते हैं। सजीव या निर्जीव --जीव अवस्था ही है जो ऐक दूसरे पर आधारित हैं अर्थात सब परजीवी।आत्मनिर्भर कोई नहीं।जीव अवस्था द्वैत तथा अद्वैत वाली होती है पर आत्मिक अवस्था द्वैत अद्वैत से पार की अवस्था है।
दो व्यवस्था (सिस्टम)सनातन है________
1-शुन्य से उत्पन्न चेतना (चित्,चैतन्य,मन, मैं) तत्त्व ,अतत्व,पिंड,ब्रह्मंड,लोक व उनके आकाश।मरण धर्मा, परिवर्तन वाली अस्थिर,द्वेत अद्वेत वाली।
2-परमात्मिक अवस्था। जो था सच है सच्च होसी भी सच्च अर्थात सत्य।
शरीर ऐवं मन के संयोग को ही जीव कहा जाता है।
क्या कभी मन बिना शरीर के रह सकता है?
बिना मन के शरीर ऐक लाश ही तो है जो प्रकर्ती की रचना है कुछ समय बाद प्रकर्ती में विलीन हो जायेगी।
मन हमेशा अतृप्त ही रहता है इसीलिए जन्मता और मरता है भटकता फिरता है ऊंची नीची योनियों में।
परमात्मा के शरणागत हो जा मन(मैं)तृप्त होकर गिर
जायेगा तृप्ति बिना मुक्ति नहीं।यही मुक्ती है।
*नि: शब्द*ही आत्मा परमात्मा है।
साक्षी और साक्ष्य दोनों प्रकर्ती की रचनाएं हैं परमात्मा को इसमें कुछ भी लेना देना नहीं।साक्षी भी मरेगा और साक्ष्य भी नहीं रहेगा।
साक्षी का अर्थ गवाह ही तो है सत्य के दरबार में किसी भी गवाह (साक्षी) की जरूरत नहीं कोर्ट कचहरी थोङे ही है जो गवाह होगा वकील होगा और जज होगा जो भी सत्य के सम्मुख चाहे कीङी मकोङा मनुष्य देवी देवता पीर पैगम्बर अवतार गुरु शिष्य जो भी आयेगा उसी का बिना कोई भेद भाव के बेङा पार।असत्य समाप्त सत्य ही शेष बचेगा।
ऐसे ही इनलाइट शब्द मिथ्या है असत्य(झूंठ, अन्धेरा)
कभी भी इनलाइट हो नहीं सकता और सत्य को इनलाइट होने की जरूरत नहीं।
जोभी जीव अतृप्त होता है वही संसार में आता है।आपके गुरु अवश्य ही अतृप्त जीव रहे होंगे जब ही संसार में आये हैं अन्यथा परमात्मा तो सर्वव्यापक है कहीं आने जाने की जरूरत ही नहीं।
परमात्मा आपके प्रचार का मोहताज नहीं।
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De v4
waheguru ji app nu hamesha khush rakhe. om shanti
Thank you didi... This video helped me calm my mind.. 🙏🏼
रिश्ता एक इबादत जैसा मन भीतर विश्वास रखो
कुएँ की आवाज सरीखा जो बोलो खुद हीं सुन लो॥
मनन करने योग्य विषय ....नई दिशा दिखलाता ....सादर नमन 🙏
Thank you shivani di 🙏🙏♥️❤👌🥰 for showing right direction
Aapke vichar bahoot sunder hai.aapke vajah se mai bahoot khoosh rah Raha hu.
Shukriya Shivani aapke shabdon Se Mere Man Ke darvaje khulte Hain
Didi your beautiful thoughts give me satisfaction thanks
Om shanti love you shivani didi ji you're great !!!! You're greatest &greatest miricals thanku so match !!!!!
शुभ प्रभात दी🙏
Om shanti.....apne sach kha shivani di...ki har rishte me hmara behaviour hi nai balki soch badi mayene rakhti hai...maximum hmari soch behaviour se bilkul differ hoti hai tabhi to hmare rishte khrab hote hai....
रियली मैम आप बहुत बहुत बहुत ज्यादा अच्छे हो....भगवान आपको और ज्यादा अच्छे बनने की शक्ति प्रदान करें...... हरिओम शांति.... जय- जय श्री राम....!!
Trasperancy
&
Honesty
are the roots of pious relationships. Exhaustive to Destiny.
Om shanti,Didi I learn something new when I listen to your spiritual words.
Not only is she right, but she is beautiful herself!!!!
Om shanti didi..thank you for coming into my life through ur videos.
Om shanti Namaste bk brothers & Sisters
Thanks so much Shivani didi,,, ap positive vibes n Gyan ki Goldmine hai,,, I needed exactly this video on this time and I got it,,, thanku God,,, 🙏🙏🙏
❤️🎉🙏👍 వెరీ వెరీ వెరీ వెరీ గుడ్ వైబ్రేషన్స్ వ్యాపింపజేశారు వ్యాపిస్తున్నాయి వ్యాపిస్తుంటాయి కూడా 3 ఓంశాంతి థాంక్యూ సారిస్తారు🎉❤️🙏👍 all excellent 3 Om Shanti*****+
Thank you so much di.......
Relationship are mast important in life
Online work karne ke liye 9876472877,
Om shanti
Om shanti
Aapki aabaj sunke hi man ko bahut santi milti hai Di om santi ❤❤❤❤😊
Thanks ma'am for making such a nice video of parent child relationship. And likes also goes in millions . So god bless you 🙏 again ma'am ..there will be changed in attitude of people according to your fabulous video s
OMSANTI
@@vinoddafda6170 00⁰⁰⁰zw¹ Excellent 👌
Please pray for my love ...with peace
🕉shanti 🕉
Too good, shivani ji, I wish I could be with you to share my feelings and thoughts with you.
Thanks for each and every idea you've been giving to us at present.
Really love you and respect your thoughts.
Thanks ☺️
9 lmp
आपको प्रणाम दिदी आप अध्यात्म् के साथ साथ मन बुद्धिमें परिवर्तन लाती है।
Thank you
शुभ संध्याकाळ 🙏❤️🙏🎉♥️👍🔥 ओम् शांती 🙏 दीदी दादी और सभी भाई लोक को बहुत बहुत धन्यवाद नमस्कार दंडवत कृतज्ञता खुप खुप शुभेच्छा 🙏❤️🙏🎉♥️👍🔥🙏🙏🙏
QqqQ
Mujay aapka baat sunnkar pura positive energy utpanna hoga hai thanku so much didi🙏🙏🙏
Sister thank you for your meaningful words..Om Shanti
Om Shanti
Aapka ye vedio bhutsatetapurn gyanmila truely right 👍❤️omshanti 🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿
Thank you didi for teaching us such a wonderful things
Bhut sunder aur sahi speech rishte bnaye rakhna acchahai par yadi koi baachahetokyakren ❤️❤️❤️❤️om shanti 🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿 nmaskar 🙏🏿
Om Shanti Sister Shivani ❤️!!!! Thank you so much for light and life.
😊
Online work karne ke liye 9876472877,,,.
Om shanti, I pray to God, God aapko hmesha healthy rakhe.
Om shanti Didi ,thank you so much Didi. DIDI God Bless you
Om shanti Didi ...Thank you very much ..!!
Nice thought.
Om Shanti.
Thank you so much for this video.
Didi aapki awaj se muje bahot sukun milta he mind ek dum shant ho jata he... Kabhi kabhi to muje lagta he ke mera aapse pichhle janam ka koi rista he.... 😇😇
Didi you cleared many confusions regarding relation
This will answer all: see on TH-cam: GODLY MARRIAGE JOHNSON SEQUEIRA
Awesome advise. Just luvd it
Om Shanti..Good morning dear sister
Sister's words r real and meaningful also.
F
Shivani didigood night apki bate aur vichar bhot ache heà thank you❤️❤️🙏🙏
Wonderful way of explaining the meaning of relationship. It will certainly help to find out where I lacked & change my attitude accordingly. Thanks a lot didi.
I am feeling very light now
Shivani didi Shiva baba's ne kaha hay that our relationship is for years and years So from my bottom of heart I thank you for giving me the spiritual knowledge which I will never forget. I will be meeting you soon in maut Abu soon . Thank you Thank you . Thank you
અનંત નમસ્કાર 🙏🙏🙏
જે સરળતાથી એટલા અઘરા વિષયને સચોટ રીતે સમજાવવા માટે આપનો દિલથી ખૂબ ખૂબ આભાર, આભાર, આભાર 🙏🙏🙏
Beautiful empowering video Angel.
THANK YOU SO MUCH.
Good AFTERNOON.
OMSHANTI.
V A BLISSFUL DAY.🌷
i
Just Gandhi ne desh ke liye apna sab kuch de diya usko kuch pande galat bolte hai, ye aise hai ki duniya ka vinash karke hi manenge
@@loknathahuja878 667
@@loknathahuja878 ¹q
Om shanti
🙏Good Morning🙏
🙏OM SUPRABHAT🙏
🙏Divine Angel🙏😊
🙏Shivani Maa🙇💖😊🙏
🙏🙇🙏OM SHANTI🙏🙇🙏
Your teachings have helped me a lot to understand relationships.
What a Very precious episode ❤️...how patiently you are explaining all these things... for us.... May god bless you my dear sisterji....
OM SHANTHI SISTER, BEING SHANTHI, OM SHANTHI.
Kabhi kabhi apke kuch thought hamare हित main hote hai par usse waqt bhi smjhana thoda mushkil hota hai ki hum sahi hai ki galti
Thank Sister 🙏🏻
Omshanti.Very good and most useful to categeries of people.needs to be translated in to regional languages.all parts please.
शान्त
एकाग्र
कर्म
जिसके उपरांत अनुभव आभास खुशी का
यही स्वस्थ्य जीवन है। यही जीवन राह है जो लक्ष्य की ओर है।परमात्मनेनमः राह पर आप हैं ।
Thank you Didi And To our Parent God-Baba. You know what, I have created a playlist named "FOR MY FAMILY👪 " And this video is updated in that. Thank you so much for enormous help and support. Thank you 🌹thank you🙏 thank you ❤...........
I want to come there and ,join brahmakumaris ,i m from nainital please suggest and guide me what should i do to join you, when i listen your vedeo i feel so peace and happiness.
Bahut gahan aur samajh ki baat hai, thanks a lot
Om shanti Guru Maa 🙏☺
Good morning
Om shanti ji
Truly true words.....life changing lessons❤
Om Shanti WITH LOVE thanks for the...❣💌
😊
Thanks so much didiji 🙏♥️🕉️ Shanti
THANK YOU SISTER...OM SHANTI💥
Ji shivani didi great hai shukriya unka bhut bhut 🙏
Thank you for such a helpful talk🙏🏼makes me look at my relationships differently now 🙏🏼I am inspired to change 🙏🏼
See this TH-cam: GODLY MARRIAGE JOHNSON SEQUEIRA
Sch m?
Mam there is no words to delineate you..... Whenever I come to you you always charge my battery...... And I spread positivity around me.....