फिर मुझको चाहने का तुम्हें कोई हक नही (सज़ा) 🥀💔 Jaun Elia 🥀💔 Heart Touching Nazm 🥀💔 HM 2021 🥀💔

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  • เผยแพร่เมื่อ 8 พ.ย. 2022
  • हर बार मेरे सामने आती रही हो तुम
    हर बार तुम से मिल के बिछड़ता रहा हूँ मैं
    तुम कौन हो ये ख़ुद भी नहीं जानती हो तुम
    मैं कौन हूँ ये ख़ुद भी नहीं जानता हूँ मैं
    तुम मुझ को जान कर ही पड़ी हो अज़ाब में
    और इस तरह ख़ुद अपनी सज़ा बन गया हूँ मैं
    तुम जिस ज़मीन पर हो मैं उस का ख़ुदा नहीं
    पस सर ब सर अज़िय्यत ओ आज़ार ही रहो
    बेज़ार हो गई हो बहुत ज़िंदगी से तुम
    जब बस में कुछ नहीं है तो बेज़ार ही रहो
    तुम को यहाँ के साया ओ परतव से क्या ग़रज़
    तुम अपने हक़ में बीच की दीवार ही रहो
    मैं इब्तिदा ए इश्क़ से बे-मेहर ही रहा
    तुम इंतिहा ए इश्क़ का मेआ'र ही रहो
    तुम ख़ून थूकती हो ये सुन कर ख़ुशी हुई
    इस रंग इस अदा में भी पुरकार ही रहो
    मैं ने ये कब कहा था मोहब्बत में है नजात
    मैं ने ये कब कहा था वफ़ादार ही रहो
    अपनी मता ए नाज़ लुटा कर मिरे लिए
    बाज़ार ए इल्तिफ़ात में नादार ही रहो
    जब मैं तुम्हें नशात ए मोहब्बत न दे सका
    ग़म में कभी सुकून ए रिफ़ाक़त न दे सका
    जब मेरे सब चराग़-ए-तमन्ना हवा के हैं
    जब मेरे सारे ख़्वाब किसी बेवफ़ा के हैं
    फिर मुझ को चाहने का तुम्हें कोई हक़ नहीं
    तन्हा कराहने का तुम्हें कोई हक़ नहीं
    - जौन एलिया
    नज़्म - सज़ा
    💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
    T H E L E G E N D J A U N E L I A
    💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
    #jaunelia #jauneliaghazal #jaunelianazm #jauneliamushaira #jauneliawrites #jauneliavoice #jauneliathelegend #shayar #ghazal #nazm #legend #ghazalkaar #sad #sazaa #heartbroken #awais #hm2021
  • บันเทิง

ความคิดเห็น • 8

  • @HindiMushaira2021
    @HindiMushaira2021  ปีที่แล้ว +3

    हर बार मेरे सामने आती रही हो तुम
    हर बार तुम से मिल के बिछड़ता रहा हूँ मैं
    तुम कौन हो ये ख़ुद भी नहीं जानती हो तुम
    मैं कौन हूँ ये ख़ुद भी नहीं जानता हूँ मैं
    तुम मुझ को जान कर ही पड़ी हो अज़ाब में
    और इस तरह ख़ुद अपनी सज़ा बन गया हूँ मैं
    तुम जिस ज़मीन पर हो मैं उस का ख़ुदा नहीं
    पस सर ब सर अज़िय्यत ओ आज़ार ही रहो
    बेज़ार हो गई हो बहुत ज़िंदगी से तुम
    जब बस में कुछ नहीं है तो बेज़ार ही रहो
    तुम को यहाँ के साया ओ परतव से क्या ग़रज़
    तुम अपने हक़ में बीच की दीवार ही रहो
    मैं इब्तिदा ए इश्क़ से बे-मेहर ही रहा
    तुम इंतिहा ए इश्क़ का मेआ'र ही रहो
    तुम ख़ून थूकती हो ये सुन कर ख़ुशी हुई
    इस रंग इस अदा में भी पुरकार ही रहो
    मैं ने ये कब कहा था मोहब्बत में है नजात
    मैं ने ये कब कहा था वफ़ादार ही रहो
    अपनी मता ए नाज़ लुटा कर मिरे लिए
    बाज़ार ए इल्तिफ़ात में नादार ही रहो
    जब मैं तुम्हें नशात ए मोहब्बत न दे सका
    ग़म में कभी सुकून ए रिफ़ाक़त न दे सका
    जब मेरे सब चराग़-ए-तमन्ना हवा के हैं
    जब मेरे सारे ख़्वाब किसी बेवफ़ा के हैं
    फिर मुझ को चाहने का तुम्हें कोई हक़ नहीं
    तन्हा कराहने का तुम्हें कोई हक़ नहीं
    - जौन एलिया (नज़्म - सज़ा)

  • @bhaveshporadhiya5515
    @bhaveshporadhiya5515 2 หลายเดือนก่อน +1

    Love you Jounbhai❤❤❤❤❤

  • @SurjitDhiman-pi8ph
    @SurjitDhiman-pi8ph 7 หลายเดือนก่อน +1

    ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤

  • @aamiraamirmansuri7212
    @aamiraamirmansuri7212 ปีที่แล้ว +2

    Jon shab k jasa koe nhe 💪

  • @kngazi3111
    @kngazi3111 ปีที่แล้ว +2

    Nice

  • @shehbazsingh5089
    @shehbazsingh5089 ปีที่แล้ว +1

    💔

  • @gautamkale179
    @gautamkale179 ปีที่แล้ว +1

    👂💭👀🚱🧐

  • @girishparmar6141
    @girishparmar6141 ปีที่แล้ว +1

    😔😔❤