संत रामपाल जी महाराज जी, वेदों के मर्मज्ञ ज्ञाता हैं। परम संत हैं। पूर्ण ब्रम्ह परमात्मा के सच्चे अवतार है। उनके अध्यात्मिक ज्ञान एवम शक्ति के आसपास दुनिया का कोई भी संत नहीं है।
🙏🌹bndi chhod sat guru Rampalji maharaj ki jay ho malik ki jay ho sat saheb ji 🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🌹🌹🌹🌹🌹sat saheb ji 🌹🙇♂️🙏🌹
संत रामपाल जी महाराज जी के अद्वितीय ज्ञान और अद्भुत आध्यात्मिक शक्ति से हारे हुए सब संत और महंत उनकी जान के दुश्मन बन गए। संत रामपाल जी महाराज जी ने आर्य समाज के प्रवर्तक महर्षि दयानन्द सरस्वती की पुस्तक “सत्यार्थ प्रकाश” में दर्ज कुछ आपत्तिजनक बातों पर टिप्पणी की। जिसके कारण उन पर झूठा केस बनाकर उन्हें 2006 से 2008 तक जेल में डाल दिया
संत रामपाल जी महाराज जी का जन्म 8 सितंबर 1951 को भारत के हरियाणा राज्य के सोनीपत जिले के गुहाना तहसील के धनाना नामक एक छोटे से गाँव में एक किसान परिवार में हुआ है। उनके पिता का नाम भगत नंदराम और उनकी माता का नाम भगतमती इंद्रो देवी है। धरती पर अवतार
कहते हैं सत्य हमेशा कड़वा होता है सत्य आध्यात्मिक ज्ञान को जन-जन तक पहुंचाने के विरोध स्वरूप ही आज संत रामपाल जी महाराज जेल में हैं और फिर भी वे विश्व कल्याण के इस कार्य पर अडिग हैं।
धारणा :- घर पर बैठकर ही भक्ति कर लेंगे, गुरु बनाने की क्या आवश्यकता है? संत रामपाल जी महाराज पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी की वाणी से प्रमाणित करते हुए बताते हैं कि गुरु बिन माला फेरते, गुरु बिन देते दान। गुरु बिन दोनों निष्फल है, चाहे पूछो वेद पुराण।।
Kabir is God पूरे मानव समाज को स्वस्थ और उसके मूल मानवता के बारे में संदेश देने वाले सबको बराबर की दृष्टि से कल्याण करने वाले संत रामपाल जी महाराज का 8 सितंबर को अवतरण दिवस है! 7 Days Left For Avataran Diwas
जनकल्याणका लागि संत रामपालजी महाराज निरंतर संघर्ष गरिरहनुभएको छ। जेलमा बसेको भएता पनि उहाँले भ्रष्ट जजहरूमाथि किताब लेख्नुभयो। यसरी उहाँले जनतालाई भ्रष्टाचार, घूसखोरी इत्यादिबाट टाढा रहने संदेश दिनुभएको छ।
यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 10,13 में प्रमाण है कि संपूर्ण अध्यात्मिक ज्ञान तत्वदर्शी संत बताते हैं। वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी ही वह तत्वदर्शी संत हैं जिनके विषय में गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में कहा गया है।
Sant Rampal Ji Maharaj pure Vishva ka Puran Guru hai Shastra Anukul bhakti batate Hain adhik jankari ke liye Sadhna channel 7:30 baje sham ko avashyak dekhen
संत रामपाल जी महाराज जी वह अवतार हैं जो सभी कुप्रथाओं व बुराइयों जैसे नशा, दहेज, कन्या भ्रूण हत्या आदि को जड़ से खत्म कर रहे हैं। उन्हीं का अवतरण दिवस 8 सितम्बर को है।
वर्तमान में पूरी पृथ्वी 🌍 पर 'पूर्ण गुरु तत्वदर्शी संत' रामपाल जी महाराज ही हैं।👏 Bandi Chhod Satguru Rampal Ji Maharaj Ji Ki Jai Sat Saheb JiSat Saheb Ji सत साहेब जी
They say truth is always bitter Sant Rampal Ji Maharaj is in jail today as a protest against the spread of true spiritual knowledge to the masses and yet he is firm on this task of world welfare.
भगवान शिव तथा महाशिव में अंतर स्पष्ट रूप से देवी भागवत पुराण के पृष्ठ 114 से 118 पर अंकित है। महाशिव इन तीनों भगवानों (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) से भिन्न है जिसे हम महाकाल भी कहते हैं। जिसे संत भाषा में ब्रह्म, काल या ज्योति निरंजन भी कहा जाता है। महाशिव 21 ब्रह्मांड का मालिक है जिसकी पत्नी माता दुर्गा है।
जहां आज़ दहेज के कारण न जाने कितनी ही बहन बेटियों को समाज में जिंदा जला दिया जाता है, या फिर बहुत से कष्ट दिए जाते हैं। वहीं दूसरी ओर समाज सुधारक परम संत रामपाल जी महाराज जी अपने अनुयायियों को दहेज मुक्त विवाह करने की शिक्षा देकर दहेज मुक्त समाज का निर्माण कर रहे हैं। बहन बेटियों को समाज में सम्मान के साथ जीने का अधिकार दे रहे हैं। 8 सितंबर को संत रामपाल जी महाराज का अवतरण दिवस है।
*🎋बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय🎋* *#श्राद्ध_करना_गलतहै* ♦️गीता अध्याय 9 श्लोक 25 में भी प्रमाण है की जो पितरों की पूजा करता है वो पितरों को प्राप्त होता है जो भूत पूजते हैं वो भूत बनते हैं। ♦️मार्कण्डेय पुराण में श्राद्ध कर्म को अविद्या कहा है। ये शास्त्र विरुद्ध है। ♦️जीवित बाप के लठ्ठम लठ्ठा, मूवे गंग पहुचैया। जब आवे आसोज का महीना, कौवा बाप बनईयां। जीवित बाप के साथ तो लड़ाई रखते हैं और उनके मरने के उपरांत उनके श्राद्ध निकालते हैं। परमात्मा कहते हैं रे भोली सी दुनिया सतगुरु बिन कैसे सरिया। ♦️ श्राद्ध करने वाले पुरोहित कहते हैं कि श्राद्ध करने से वह जीव एक वर्ष तक तृप्त हो जाता है। फिर एक वर्ष में श्राद्ध फिर करना है। विचार करें:- जीवित व्यक्ति दिन में तीन बार भोजन करता था। अब एक दिन भोजन करने से एक वर्ष तक कैसे तृप्त हो सकता है? यदि प्रतिदिन छत पर भोजन रखा जाए तो वह कौवा प्रतिदिन ही भोजन खाएगा। ♦️ मृत्यु के पश्चात् की गई सर्व क्रियाऐं गति (मोक्ष) कराने के उद्देश्य से की गई थी। उन ज्ञानहीन गुरूओं ने अन्त में कौवा बनवाकर छोड़ा। वह प्रेत शिला पर प्रेत योनि भोग रहा है। पीछे से गुरू और कौवा मौज से भोजन कर रहा है। ♦️ भक्ति नहीं करने वाले व शास्त्रविरुद्ध भक्ति करने वाले, नकली गुरु बनाने वाले एवं पाप अपराध करने वालों को मृत्यु पश्चात् यमदूत घसीटकर ले जाते हैं और नरक में भयंकर यातनाएं देते हैं। तत्पश्चात् 84 लाख कष्टदायक योनियों में जन्म मिलता है। ♦️तत्वदर्शी संत (गीता अ-4 श्लोक-34) से दीक्षा लेकर शास्त्रविधि अनुसार सतभक्ति करने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहाँ जन्म-मरण, दुख, कष्ट व रोग नहीं होता है। ♦️नर से फिर पशुवा कीजै, गधा, बैल बनाई। छप्पन भोग कहाँ मन बौरे, कहीं कुरड़ी चरने जाई।। मनुष्य जीवन में हम कितने अच्छे अर्थात् 56 प्रकार के भोजन खाते हैं। भक्ति न करने से या शास्त्रविरूद्ध साधना करने से गधा बनेगा, फिर ये छप्पन प्रकार के भोजन कहाँ प्राप्त होंगे, कहीं कुरड़ियों (रूड़ी) पर पेट भरने के लिए घास खाने जाएगा। इसी प्रकार बैल आदि-आदि पशुओं की योनियों में कष्ट पर कष्ट उठाएगा। ♦️ गीता वेद शास्त्रों में प्रमाण है कि तीन गुण अर्थात् रजोगुण ब्रह्मा जी, सतोगुण विष्णु जी, तमोगुण शिवजी तथा देवी-देवताओं और माता की पूजा करने वाले केवल अपने किए कर्म का प्रतिफल पाएंगे लेकिन मोक्ष प्राप्ति नहीं कर सकते। पूर्ण मोक्ष अर्थात् जन्म-मरण से छुटकारा पूर्ण संत की शरण में जाकर सत्य भक्ति करने से मिलता है। ♦️जै सतगुरू की संगत करते, सकल कर्म कटि जाईं। अमर पुरि पर आसन होते, जहाँ धूप न छाँइ।। सन्त गरीब दास ने परमेश्वर कबीर जी से प्राप्त सूक्ष्मवेद में आगे कहा है कि यदि सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेते तो सर्व कर्मों के कष्ट कट जाते अर्थात् न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते। ♦️तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेकर कबीर साहेब जी की भक्ति करने से सतलोक की प्राप्ति होती है। सतलोक अविनाशी लोक है। वहां जाने के बाद साधक जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है और पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है। ♦️सत्य भक्ति वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है। जिससे इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान (सनातन परम धाम) प्राप्त हो जाता है जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है तथा गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी सन्त से तत्वज्ञान प्राप्त करके, उस तत्वज्ञान से अज्ञान का नाश करके, उसके पश्चात् परमेश्वर के उस परमपद की खोज करनी चाहिए। जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
@@yogeshkumarsaini534 जगतगुरू तत्वदर्शी संत रामपालजी महाराज अपने सत्संग मे सारा ज्ञान शास्त्र से प्रमाणित बता रहे है आप भी नाम दीक्षा लो ओर समझ कर कापी पेस्ट करो
भगवान कबीर जी के दर्शन हुये तो ठीक है,मगर किसे राम कृष्ण शिव का दर्शन हुए तो झुठ है क्या ॽ दर्शन आखिर दर्शन है जो देखा जाता है। भक्त भी मनसे भक्ती करता है और आपके भगत भी मनसे ही भक्ती कर रहे है।और मन तो काल का दुत कहा है तो सावधान कही काल तो नही कबीरजी के रुप में दर्शन दे रहा है।बिचारे अन्य भगत इस कालके चक्करमें नही पडते मगर आपको धोखा हो सकता है,ऐसी बानी रटाई गयी है।मन को काल का रुप इसलिए दिया है अगर वह जगतसंसारके वस्तु पदार्थ में लिप्त हुआ तो अगर वह अनासक्त भावसे निर्लेप निर्विकार निरपेक्ष भावसे कर्म करे तो वह कर्म ही भगवंत की पुजा ही है।कबीरपंथी कबीरजी का या उनके गुरुजीका फोटो बारबार देखकर उनकी छबी उनके मानसपटलपर अंकीत होती है,और जो भाव आप प्रकट करते हो वैसी अनुभुती सपनेमें आ जाती है,मगर यह भी मनका धोखा ही है जो मनके बंधनमें ही जकडके रखती है। सिर्फ इस मनको ही भक्त बनाना है,आप तो आप ही है यह मन की दिवार तोडो आप को आप के नीजस्वरुपका अनुभव होगा।वहा ना कबीर है ना राम कृष्ण शिव केवल आप ही आप में परीपुर्ण ना लोक परलोक सतलोक सतमें विराजमान होना ही सत लोक में रहना है यह कोई देश खंड नही है।
Ap ka bato anusar, Koi vala pita, jan buj kar , koi vi agriment par ,kisi bura admi ko pas, apni bachi ko de deta hai.Vala admi satya, teta, dapar, me se sansar jel me dale huye hai, kitni jatana de ja raha hai, vala admi dukh se taraf rahe hai. Param pita aye ga koli me. Q ki koli me vala admi rahegai nehi. Isme pata chalta hai, vala admi ko is sansar se le jane ka sat monovab nehi hai param pita ko. No2. Ap ko bato anusar, sat log se savi prani idhar aya, iska matlab Satlog me jada din rahene ka guarantee nehi hai. No3. Itna kororo bramvando me, sat log se prani jata hai, sab galti karke ,a logic lene se thore se digkot hui
संत रामपाल जी महाराज जी इस विश्व में एकमात्र पूर्णसंत हैं। आप सभी से विनम्र निवेदन है अविलंब संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
🐚 दहेज जैसी कुप्रथा का अंत संत रामपाल जी महाराज जी अपने तत्वज्ञान के प्रभाव से कर रहे हैं। आज हर गांव और नगर में संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य दहेज मुक्त शादियां कर रहे हैं। जिससे बेटियां सुखी जीवन जी रही हैं समाज संत रामपाल जी महाराज के इस उपकार का सदा ऋणी रहेगा।
Satguruji kijal ho.
सतगुरु के चरणों में दास का कोटि कोटिप्रणाम सातसाहब
" SAT SAHEB"gurudev ki joy ho
🙏😍🙏😍🙏😍🙏😍🙏😍🙏
😭😭😭😭😭😭 Malik 😭😭
संत रामपाल जी महाराज जी, वेदों के मर्मज्ञ ज्ञाता हैं। परम संत हैं। पूर्ण ब्रम्ह परमात्मा के सच्चे अवतार है। उनके अध्यात्मिक ज्ञान एवम शक्ति के आसपास दुनिया का कोई भी संत नहीं है।
Prabhu ji koti koti naman apke charno m
Bandi chhod satguru Rampal Ji Maharaj ka Anmol gyan Gita timro gyan amrit 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️❣️
Bhagwan Rampal ji k charno my is dasi jyoti ka koti koti parnam 🙏🙏🙏🙏🙏
जय हो बन्दी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो ।
Jai.ho Malik ki
Sat saheb parmatma ji
Sat saheb guruji🙏
Jay ho bandi chhodki
अनमोल ज्ञान
कबीर जी ही bhgwan है
Sat saheb g
Jay ho tatv darsi snatram paljikabir parmeshwar bhagwaan🙏🙏🙏🙏
Sat sahib ji Jai ho Bandi chhod ki 😇 sat sahib ji
सत साहेब जी❤❤❤❤❤❤
हमारे गुरूजी मे अच्छा कोई गुरू है ही नही सत् साहेब।
Very nice Satsang
Nice post
Sat sahibji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Important satsang
Satsaheb mere gurudev bhgwan rampalji baki sab pampal
Sat saheb
🙏🙏 बंदी छोड़ दयाल जी तुमतक अपनी दौड़ जैसे काग जहाज का सूझत और ना ठोर 🙏🙏 सतसाहिब
Supreme god kabir
Real satsang
Kabir is god
Bandi chhod satguru Rampalj ji Maharaj ki jai ho 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🌹bndi chhod sat guru Rampalji maharaj ki jay ho malik ki jay ho sat saheb ji 🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️🌹🌹🌹🌹🌹sat saheb ji 🌹🙇♂️🙏🌹
Very impressed
Kabir is good
🙏
Satgurudev rampal maharaj ji ki Jay ho parmatma ke pavan charno me das ka koti koti dandvat pranam
🙏🙏🙏🙏bandi chhod ji ki jai ho 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jay जय हो गुरुदेव Bandi छोड़ सतगुरु रामपाल जी bhagwan ki jay ho guru ji 🙏🙏 satsaheab guruji 🙏🙏
अमृत वाणी
ऐसा निर्मल ज्ञान है जो निर्मल करे शरीर।
और ज्ञान मंडलीक है, चकवे ज्ञान कबीर।।Jai Ho bandi chhod ki sat saheb ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Satya satsang Laga humko bhi
😭😭😭😭😭😭
🙏🙏🌹🙏🙏 Jia ho Bandichodd Jagat Guru sant Rampal Ji Bhagwan ki jai ho 🙏🌹🙏❇️🙏🙏🙏🌹❇️❇️🙏🌹🌹❇️❇️🙏🙏🌹🙏🙏
नाम की लूट है लूट सके तो लूट अंतराल पछताएगा प्राण जाएंगे छूट
Sat sahib ji sat guru rampal ji Maharaj ji ki jay .jayho jayho jayho f...USA m k. Sat sahib ji
Bandi chor sat guru Rampal ji maharaj ki jai ho....Daya karna marlik
Sat saheb
संत रामपाल जी महाराज जी के अद्वितीय ज्ञान और अद्भुत आध्यात्मिक शक्ति से हारे हुए सब संत और महंत उनकी जान के दुश्मन बन गए। संत रामपाल जी महाराज जी ने आर्य समाज के प्रवर्तक महर्षि दयानन्द सरस्वती की पुस्तक “सत्यार्थ प्रकाश” में दर्ज कुछ आपत्तिजनक बातों पर टिप्पणी की। जिसके कारण उन पर झूठा केस बनाकर उन्हें 2006 से 2008 तक जेल में डाल दिया
Sat Goru Rampal Ji Maharaj ji Bhagwan ji ko koti koti pranam guruji daya karo ji ki jai ho sat shahibji 💅🌳🌳💅💅💅💅💅💅💅💅💅💅💅 🏵️🏵️🦔🦔🏵️🌳💅🌳💅🌳💅🌳💅
Joy ho bondi choda sant ram pal Ji maharajah Ji ki joy ho 🙏🙏🙏🙏
सुंदर देह देख कर उपजत है अनुराग चाम ना होत दैह पर जीवित खाते काग
संत रामपाल जी महाराज जी का जन्म 8 सितंबर 1951 को भारत के हरियाणा राज्य के सोनीपत जिले के गुहाना तहसील के धनाना नामक एक छोटे से गाँव में एक किसान परिवार में हुआ है। उनके पिता का नाम भगत नंदराम और उनकी माता का नाम भगतमती इंद्रो देवी है।
धरती पर अवतार
कहते हैं सत्य हमेशा कड़वा होता है
सत्य आध्यात्मिक ज्ञान को जन-जन तक पहुंचाने के विरोध स्वरूप ही आज संत रामपाल जी महाराज जेल में हैं और फिर भी वे विश्व कल्याण के इस कार्य पर अडिग हैं।
धारणा :- घर पर बैठकर ही भक्ति कर लेंगे, गुरु बनाने की क्या आवश्यकता है?
संत रामपाल जी महाराज पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी की वाणी से प्रमाणित करते हुए बताते हैं कि
गुरु बिन माला फेरते, गुरु बिन देते दान।
गुरु बिन दोनों निष्फल है, चाहे पूछो वेद पुराण।।
Kabir is God
पूरे मानव समाज को स्वस्थ और उसके मूल मानवता के बारे में संदेश देने वाले सबको बराबर की दृष्टि से कल्याण करने वाले संत रामपाल जी महाराज का 8 सितंबर को अवतरण दिवस है!
7 Days Left For Avataran Diwas
जनकल्याणका लागि संत रामपालजी महाराज निरंतर संघर्ष गरिरहनुभएको छ। जेलमा बसेको भएता पनि उहाँले भ्रष्ट जजहरूमाथि किताब लेख्नुभयो। यसरी उहाँले जनतालाई भ्रष्टाचार, घूसखोरी इत्यादिबाट टाढा रहने संदेश दिनुभएको छ।
यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 10,13 में प्रमाण है कि संपूर्ण अध्यात्मिक ज्ञान तत्वदर्शी संत बताते हैं।
वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी ही वह तत्वदर्शी संत हैं जिनके विषय में गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में कहा गया है।
Sant Rampal Ji Maharaj pure Vishva ka Puran Guru hai Shastra Anukul bhakti batate Hain adhik jankari ke liye Sadhna channel 7:30 baje sham ko avashyak dekhen
संत रामपाल जी महाराज जी वह अवतार हैं जो सभी कुप्रथाओं व बुराइयों जैसे नशा, दहेज, कन्या भ्रूण हत्या आदि को जड़ से खत्म कर रहे हैं। उन्हीं का अवतरण दिवस 8 सितम्बर को है।
Kabir ji ka darsan mujhe hua hai lekin aapka swarup kabir ji ka nahi hai yeh satya kahta hu satya kahta hu satya kahta hu
वर्तमान में पूरी पृथ्वी 🌍 पर 'पूर्ण गुरु तत्वदर्शी संत' रामपाल जी महाराज ही हैं।👏 Bandi Chhod Satguru Rampal Ji Maharaj Ji Ki Jai Sat Saheb JiSat Saheb Ji सत साहेब जी
अमृत ज्ञान शास्त्र प्रमाणित ।।🙏🙏🙏🙏
Gurudev jihito he bhagwaan darsan hote he satsang sunate he sapneme milte he vahi tohe Kabir prabhu🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
सत् साहेब जी🙏
सत्य ज्ञान शास्त्र प्रमाणित ।।🙏🙏🙏🙏🙏
Omg
They say truth is always bitter
Sant Rampal Ji Maharaj is in jail today as a protest against the spread of true spiritual knowledge to the masses and yet he is firm on this task of world welfare.
Bandi chor sod guru deb ki joi
भगवान शिव तथा महाशिव में अंतर स्पष्ट रूप से देवी भागवत पुराण के पृष्ठ 114 से 118 पर अंकित है।
महाशिव इन तीनों भगवानों (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) से भिन्न है जिसे हम महाकाल भी कहते हैं। जिसे संत भाषा में ब्रह्म, काल या ज्योति निरंजन भी कहा जाता है। महाशिव 21 ब्रह्मांड का मालिक है जिसकी पत्नी माता दुर्गा है।
जहां आज़ दहेज के कारण न जाने कितनी ही बहन बेटियों को समाज में जिंदा जला दिया जाता है, या फिर बहुत से कष्ट दिए जाते हैं। वहीं दूसरी ओर समाज सुधारक परम संत रामपाल जी महाराज जी अपने अनुयायियों को दहेज मुक्त विवाह करने की शिक्षा देकर दहेज मुक्त समाज का निर्माण कर रहे हैं। बहन बेटियों को समाज में सम्मान के साथ जीने का अधिकार दे रहे हैं। 8 सितंबर को संत रामपाल जी महाराज का अवतरण दिवस है।
*🎋बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय🎋*
*#श्राद्ध_करना_गलतहै*
♦️गीता अध्याय 9 श्लोक 25 में भी प्रमाण है की जो पितरों की पूजा करता है वो पितरों को प्राप्त होता है जो भूत पूजते हैं वो भूत बनते हैं।
♦️मार्कण्डेय पुराण में श्राद्ध कर्म को अविद्या कहा है। ये शास्त्र विरुद्ध है।
♦️जीवित बाप के लठ्ठम लठ्ठा, मूवे गंग पहुचैया।
जब आवे आसोज का महीना, कौवा बाप बनईयां।
जीवित बाप के साथ तो लड़ाई रखते हैं और उनके मरने के उपरांत उनके श्राद्ध निकालते हैं।
परमात्मा कहते हैं रे भोली सी दुनिया सतगुरु बिन कैसे सरिया।
♦️ श्राद्ध करने वाले पुरोहित कहते हैं कि श्राद्ध करने से वह जीव एक वर्ष तक तृप्त हो जाता है। फिर एक वर्ष में श्राद्ध फिर करना है। विचार करें:- जीवित व्यक्ति दिन में तीन बार भोजन करता था। अब एक दिन भोजन करने से एक वर्ष तक कैसे तृप्त हो सकता है? यदि प्रतिदिन छत पर भोजन रखा जाए तो वह कौवा प्रतिदिन ही भोजन खाएगा।
♦️ मृत्यु के पश्चात् की गई सर्व क्रियाऐं गति (मोक्ष) कराने के उद्देश्य से की गई थी। उन ज्ञानहीन गुरूओं ने अन्त में कौवा बनवाकर छोड़ा। वह प्रेत शिला पर प्रेत योनि भोग रहा है। पीछे से गुरू और कौवा मौज से भोजन कर रहा है।
♦️ भक्ति नहीं करने वाले व शास्त्रविरुद्ध भक्ति करने वाले, नकली गुरु बनाने वाले एवं पाप अपराध करने वालों को मृत्यु पश्चात् यमदूत घसीटकर ले जाते हैं और नरक में भयंकर यातनाएं देते हैं। तत्पश्चात् 84 लाख कष्टदायक योनियों में जन्म मिलता है।
♦️तत्वदर्शी संत (गीता अ-4 श्लोक-34) से दीक्षा लेकर शास्त्रविधि अनुसार सतभक्ति करने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहाँ जन्म-मरण, दुख, कष्ट व रोग नहीं होता है।
♦️नर से फिर पशुवा कीजै, गधा, बैल बनाई।
छप्पन भोग कहाँ मन बौरे, कहीं कुरड़ी चरने जाई।।
मनुष्य जीवन में हम कितने अच्छे अर्थात् 56 प्रकार के भोजन खाते हैं। भक्ति न करने से या शास्त्रविरूद्ध साधना करने से गधा बनेगा, फिर ये छप्पन प्रकार के भोजन कहाँ प्राप्त होंगे, कहीं कुरड़ियों (रूड़ी) पर पेट भरने के लिए घास खाने जाएगा। इसी प्रकार बैल आदि-आदि पशुओं की योनियों में कष्ट पर कष्ट उठाएगा।
♦️ गीता वेद शास्त्रों में प्रमाण है कि तीन गुण अर्थात् रजोगुण ब्रह्मा जी, सतोगुण विष्णु जी, तमोगुण शिवजी तथा देवी-देवताओं और माता की पूजा करने वाले केवल अपने किए कर्म का प्रतिफल पाएंगे लेकिन मोक्ष प्राप्ति नहीं कर सकते। पूर्ण मोक्ष अर्थात् जन्म-मरण से छुटकारा पूर्ण संत की शरण में जाकर सत्य भक्ति करने से मिलता है।
♦️जै सतगुरू की संगत करते, सकल कर्म कटि जाईं।
अमर पुरि पर आसन होते, जहाँ धूप न छाँइ।।
सन्त गरीब दास ने परमेश्वर कबीर जी से प्राप्त सूक्ष्मवेद में आगे कहा है कि यदि सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेते तो सर्व कर्मों के कष्ट कट जाते अर्थात् न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते।
♦️तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेकर कबीर साहेब जी की भक्ति करने से सतलोक की प्राप्ति होती है।
सतलोक अविनाशी लोक है। वहां जाने के बाद साधक जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है और पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है।
♦️सत्य भक्ति वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है। जिससे इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान (सनातन परम धाम) प्राप्त हो जाता है जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है तथा गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी सन्त से तत्वज्ञान प्राप्त करके, उस तत्वज्ञान से अज्ञान का नाश करके, उसके पश्चात् परमेश्वर के उस परमपद की खोज करनी चाहिए। जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
कहां से कॉपी पेस्ट किया
@@yogeshkumarsaini534 जगतगुरू तत्वदर्शी संत रामपालजी महाराज अपने सत्संग मे सारा ज्ञान शास्त्र से प्रमाणित बता रहे है आप भी नाम दीक्षा लो ओर समझ कर कापी पेस्ट करो
भगवान कबीर जी के दर्शन हुये तो ठीक है,मगर किसे राम कृष्ण शिव का दर्शन हुए तो झुठ है क्या ॽ दर्शन आखिर दर्शन है जो देखा जाता है। भक्त भी मनसे भक्ती करता है और आपके भगत भी मनसे ही भक्ती कर रहे है।और मन तो काल का दुत कहा है तो सावधान कही काल तो नही कबीरजी के रुप में दर्शन दे रहा है।बिचारे अन्य भगत इस कालके चक्करमें नही पडते मगर आपको धोखा हो सकता है,ऐसी बानी रटाई गयी है।मन को काल का रुप इसलिए दिया है अगर वह जगतसंसारके वस्तु पदार्थ में लिप्त हुआ तो अगर वह अनासक्त भावसे निर्लेप निर्विकार निरपेक्ष भावसे कर्म करे तो वह कर्म ही भगवंत की पुजा ही है।कबीरपंथी कबीरजी का या उनके गुरुजीका फोटो बारबार देखकर उनकी छबी उनके मानसपटलपर अंकीत होती है,और जो भाव आप प्रकट करते हो वैसी अनुभुती सपनेमें आ जाती है,मगर यह भी मनका धोखा ही है जो मनके बंधनमें ही जकडके रखती है। सिर्फ इस मनको ही भक्त बनाना है,आप तो आप ही है यह मन की दिवार तोडो आप को आप के नीजस्वरुपका अनुभव होगा।वहा ना कबीर है ना राम कृष्ण शिव केवल आप ही आप में परीपुर्ण ना लोक परलोक सतलोक सतमें विराजमान होना ही सत लोक में रहना है यह कोई देश खंड नही है।
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Ap ka bato anusar, Koi vala pita, jan buj kar , koi vi agriment par ,kisi bura admi ko pas, apni bachi ko de deta hai.Vala admi satya, teta, dapar, me se sansar jel me dale huye hai, kitni jatana de ja raha hai, vala admi dukh se taraf rahe hai. Param pita aye ga koli me. Q ki koli me vala admi rahegai nehi. Isme pata chalta hai, vala admi ko is sansar se le jane ka sat monovab nehi hai param pita ko. No2. Ap ko bato anusar, sat log se savi prani idhar aya, iska matlab Satlog me jada din rahene ka guarantee nehi hai. No3. Itna kororo bramvando me, sat log se prani jata hai, sab galti karke ,a logic lene se thore se digkot hui
पाखंडी
Kabir sahab is supreme god
सत साहेब
Sat sahibji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Very nice satsang
Band chhod satguru rampal ji mahraj ki jai ho🙏
Sat saheb 🙏🙏
संत रामपाल जी महाराज जी इस विश्व में एकमात्र पूर्णसंत हैं। आप सभी से विनम्र निवेदन है अविलंब संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
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🐚 दहेज जैसी कुप्रथा का अंत संत रामपाल जी महाराज जी अपने तत्वज्ञान के प्रभाव से कर रहे हैं।
आज हर गांव और नगर में संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य दहेज मुक्त शादियां कर रहे हैं। जिससे बेटियां सुखी जीवन जी रही हैं समाज संत रामपाल जी महाराज के इस उपकार का सदा ऋणी रहेगा।
Sat Sahib ji🙏🙏🙏
Sat saheb ji 👏
Sat Saheb ji
Satsaheb ji
Very nice satsang
Very nice satsang
Sat saheb ji
Sat saheb ji
Sat saheb ji
Nice Satsag ji
Sat saheb ji
Sat Saheb ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏