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सब नूरा कुश्ती ही लग रहा है। सतीश जी ने सही कहा कि RSS दो मुँही बात कहने के लिए जानी जाती है।
कोलख्यान जी जैसे गंभीर आलोचक लेखक के आगमन से 'जनादेश चर्चा' स्तम्भ में पाठकों/श्रोताओं के लिए बौद्धिक विश्वसनीयता व वैचारिक स्वीकार्यता बढ़ी है ।
इस देश में ओबीसी एससी को जमीन में दफ्न करने के लिए जानी जाएगी आरएसएस । बेवकूफ जनता को मत बनाइए 🤬🤬🤬🤬
आर एस एस, भाजपा सहित ये सू सू कहेंगे आप लोग डिकोड करेंगे कि सूसरी बोलेंगे लेकिन वो सूत कहेंगे।
सत्ता कैसे - कैसे गुल खिलाती है, देख लें।
सबकी मंजिल एक है।
Host is very nice and humble
जब मोहन भागवत जी ने बयान दिया था तो सभी कह रहे थे कि योगी जी को लेकर उनका बयान है आज वही बयान मोदी जी को लेकर हो गया।
भुजा उस समय में सफर का खाना था। भुजा और सत्तू सफर का खाना होता था, अभी भी शायद ये चल रहा हो।
Bahoot sahi bat he
प्रदीप जी ने ये हाथ लम्बा करके बताया ,वो नरबलि का युग था और बलि का हक सिर्फ ब्राह्मणवाद के पास था।
अंबरीष ने कहा पहलें इनको हरे रामा हरे कृष्णा या जय श्री राम करते हुए सनातनी नहीं देखे जाते थे तो इनका ऐसा बताना भी उनके मंदबुद्धि का ही परिचायक है तो मैं बता दूँ कि और भी बहुत कुछ पहले नहीं देखा होगा वो पिछले 20वर्षो पहले नहीं होता था सोच कर देखें।
RSS ,bjp ,savarn community aur savarn reporters chahe main media ke ho ya utuber ye sabhi ek hai ye log 90 % population ko bewkoof samajhte hai
सब नूरा कुश्ती ही लग रहा है। सतीश जी ने सही कहा कि RSS दो मुँही बात कहने के लिए जानी जाती है।
कोलख्यान जी जैसे गंभीर आलोचक लेखक के आगमन से 'जनादेश चर्चा' स्तम्भ में पाठकों/श्रोताओं के लिए बौद्धिक विश्वसनीयता व वैचारिक स्वीकार्यता बढ़ी है ।
इस देश में ओबीसी एससी को जमीन में दफ्न करने के लिए जानी जाएगी आरएसएस । बेवकूफ जनता को मत बनाइए 🤬🤬🤬🤬
आर एस एस, भाजपा सहित ये सू सू कहेंगे आप लोग डिकोड करेंगे कि सूसरी बोलेंगे लेकिन वो सूत कहेंगे।
सत्ता कैसे - कैसे गुल खिलाती है, देख लें।
सबकी मंजिल एक है।
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जब मोहन भागवत जी ने बयान दिया था तो सभी कह रहे थे कि योगी जी को लेकर उनका बयान है आज वही बयान मोदी जी को लेकर हो गया।
भुजा उस समय में सफर का खाना था। भुजा और सत्तू सफर का खाना होता था, अभी भी शायद ये चल रहा हो।
Bahoot sahi bat he
प्रदीप जी ने ये हाथ लम्बा करके बताया ,वो नरबलि का युग था और बलि का हक सिर्फ ब्राह्मणवाद के पास था।
अंबरीष ने कहा पहलें इनको हरे रामा हरे कृष्णा या जय श्री राम करते हुए सनातनी नहीं देखे जाते थे तो इनका ऐसा बताना भी उनके मंदबुद्धि का ही परिचायक है तो मैं बता दूँ कि और भी बहुत कुछ पहले नहीं देखा होगा वो पिछले 20वर्षो पहले नहीं होता था सोच कर देखें।
RSS ,bjp ,savarn community aur savarn reporters chahe main media ke ho ya utuber ye sabhi ek hai ye log 90 % population ko bewkoof samajhte hai