जब बच्चा बिना मुहूर्त के पैदा होता है और मृत्यु भी बिना मुहूर्त के होती है इनके दाह संस्कार भी बिना मुहूर्त के किए जाते हैं तो मुहूर्त की क्या आवश्यकता है नौकरी में ज्वाइन में किसने मुहूर्त देखा है आज तक ...ये जाहिलो का काम है आर्य समाज श्रेष्ठ समाज है
बहुत सुंदर कल्याणी जी
Vary nice bhan ji👍👍🙏🙏
आर्य समाज के कुछ लोगों ने तो न गुरु न कोई मुहूर्त देखते शादी करते हैं ।क्या यही धर्म ।आर्य समाज का।
जब बच्चा बिना मुहूर्त के पैदा होता है और मृत्यु भी बिना मुहूर्त के होती है इनके दाह संस्कार भी बिना मुहूर्त के किए जाते हैं तो मुहूर्त की क्या आवश्यकता है नौकरी में ज्वाइन में किसने मुहूर्त देखा है आज तक ...ये जाहिलो का काम है आर्य समाज श्रेष्ठ समाज है